विवादों के घेरे में BJP मंडल अध्यक्ष की नियुक्तियां : भाजपा ने रद्द की दो जगहों की नियुक्ति, बाकी जगहों पर फैसला कल
रायपुर-    छत्तीसगढ़ में भाजपा मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद कई जगह कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कार्यकर्ताओं की शिकायत पर माना और कवर्धा के पिपरिया मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति को रद्द कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कल भाजपा कार्यालय में बैठक होगी, जिसमें बाकी विवादित जगहों की चर्चा कर पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लेंगे.

बता दें कि कल फाइनल अध्यक्षों के नाम का पैनल तय हो सकता है. जिला अध्यक्षों के नामों का पैनल भी फाइनल किया जाएगा. 29 दिसंबर को दिल्ली में संगठन की बैठक होगी, जहां अंतिम मुहर लगेगा. भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव विवाद पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, चर्चा के बाद विवादित मंडल अध्यक्षों पर निर्णय लिया जाएगा. बीजेपी का बड़ा परिवार है. एक दो जगहों पर इस तरह के प्रॉब्लम आते हैं. बैठकर पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लेंगे. जहां-जहां विवाद है उस पर बात करेंगे.

शिकायत पर चर्चा के बाद लेंगे फैसला : उपासने

इस मामले में भाजपा पुनर्विचार समिति के सहसंयोजक सच्चिदानंदन उपासने ने कहा कि लगातार शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद कुछ जगह की नियुक्ति रद्द हुई है. इसमें माना मंडल, पिपरिया मंडल जैसे मंडल शामिल हैं. जीतने नियुक्ति निरस्त हो रहे या स्थगित हुए हैं उन सभी के चुनाव जिला चुनाव के बाद होंगे. उन्होंने कहा, 27 दिसंबर को प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई गई है, जिसमें जहां-जहां से शिकायत मिली है उस पर चर्चा की जाएगी. किसी की उम्र कम है, किसी के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं. प्रमाणित शिकायत पर बैठक होगी, जिसमें प्रदेश के लोगों को बुलाया गया है. शिकायतकर्ता को भी बुलाया गया है. जितनी भी नियुक्ति रद्द हुई है उसमें सुनवाई के बाद ही फैसला होगा.

बता दें कि भीमवंत निषाद को माना भाजपा मंडल अध्यक्ष बनाए गए थे, जिसका कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कांग्रेस से आए भीमवंत निषाद को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है, जिसके विरोध में भाजपा माना मंडल के सदस्य प्रदेश कार्यालय पहुंचकर वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की थी. साथ ही विधायक मोतीलाल साहू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी.

विधायक मोतीलाल पर कार्यकर्ताओं का अपमान करने का आरोप

बताया जा रहा है कि रायपुर ग्रामीण विधानसभा के अंतर्गत मेघुराम साहू का नाम सर्वसम्मति से मंडल अध्यक्ष के लिए तय किया गया था, जिसके बाद अचानक भीमवंत निषाद का नाम सामने आ गया. इसके बाद माना स्थित सामुदायिक भवन में तोड़फोड़ करते हुए कार्यकर्ताओं ने विधायक मोतीलाल साहू का विरोध किया था. कई कार्यकर्ता भाजपा विधायक की गाड़ी के सामने लेट गए थे. कार्यकर्ताओं ने विधायक साहू पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कर्मठ मंडल अध्यक्ष को नियुक्त नहीं करके उनका अपमान किया है.

गरियाबंद जिले में भी मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति पर विवाद

गरियाबंद में भी भाजपाइयों ने जिले में हाल ही में किए गए मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर विवाद खड़ा किया था. विशेष रूप से झाखरपारा और फिंगेश्वर मंडल में कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष है। झाखरपारा में उमाशंकर को मंडल अध्यक्ष बनाने का ऐलान पहले ही किया गया था, लेकिन अंतिम समय में भगवानो बेहेरा का नाम घोषित कर दिया गया, जिससे माली समाज के नेताओं में नाराजगी है. इस फैसले के खिलाफ बिंद्रानवागढ़ के नेता राजधानी रायपुर पहुंचकर नियुक्तियों में अनियमितता का आरोप लगाया था.

मालाओं से लाद मुंह मीठा कराया, लिफाफा दूसरे नाम का खुला

जिलेभर में सबसे ज्यादा अप्रत्याशित नियुक्ति झाखरपारा मंडल मानी जा रही है. इलाका माली समाज बाहुल्य है. वोटर्स का 68 फीसदी हिस्सा माली समाज से आते हैं इसलिए भाजपा संगठन में पूर्व से माली समाज का दबदबा भी रहा है. झाखरपारा मंडल में ज्यादातर बड़े नेताओं ने मंडल अध्यक्ष के लिए उमाशंकर निधि के नाम पर सहमति दी थी. कॉन्फिडेंस इतना कि नाम के ऐलान से एक दिन पहले ही जश्न मना लिया गया. उमाशंकर को फूल मालाओं से लाद मुंह मीठा कराया गया. सोशल मीडिया में बधाई तक दे दी गई, लेकिन अगले दिन प्रभारी ने बंद लिफाफा से भगवानो बेहेरा का नाम खोल दिया था.

निचले स्तर पर अनियमितता का आरोप

अप्रत्याशित चयन को लेकर माली समाज के बड़े नेता बिन्द्रानवागढ़ के शीर्ष नेताओं के साथ राजधानी पहुंचकर वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की थी. निचले स्तर पर अनियमितता का आरोप लगाकर कार्यकर्ताओं की भावना के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया था. भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के पूर्व जिला अध्यक्ष व माली समाज के अध्यक्ष नीलकंठ बीसी ने कहा था कि माहौल को असंतोषित करने के लिए कुछ लोगों की यह साजिश है. उमाशंकर पर सबकी सहमति बन गई थी. उन्होंने जल्द ही सामाजिक बैठक लेकर अपना रुख तय करने की बात कही थी.

फिंगेश्वर में बंद कमरे में हुई खींचतान

फिंगेश्वर मंडल में मंजुलता हरित को मंडल अध्यक्ष बनाया गया, ये भाजपा के वरिष्ठ नेता भगवत हरित की बहू है. नाम का ऐलान होते ही भरी बैठक में जमकर हंगामा हुआ. वायरल हुए वीडियो के मुताबिक बंद कमरे में कार्यकर्ता खींचतान करते भी दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि कार्यकर्ता मुकेश साहू पर सहमति दे रहे थे. हंगामा के बीच बड़े नेताओं पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है. यहां का विवाद भी ऊपर तक पहुंच गया है.

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने बस्तर की बेटी हेमबती को “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024” से किया सम्मानित, सीएम साय ने ट्वीट कर लिखा-

रायपुर-    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज बस्तर संभाग के कोण्डागांव की जुडो खिलाड़ी हेमबती को “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024” से सम्मानित किया. छत्तीसगढ़ के इस गौरवशाली पल को लेकर सीएम साय ने ट्वीट कर हेमबती को शाबाशी दी है. उन्होंने लिखा- शाबाश बिटिया! राष्ट्रीय जुडो खिलाड़ी, कोंडागांव की बिटिया हेमबती नाग को आज माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार – 2024” से सम्मानित किया जाना, समस्त प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है.

सीएम साय ने बताया कि हेमबती ने कठिन परिस्थितियों में भी अपना हौसला नहीं खोया, अपनी अथक मेहनत और कड़े संघर्ष से उन्होंने खेलो इंडिया नेशनल गेम्स और राष्ट्रीय स्तर की अन्य प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक जीतकर छत्तीसगढ़ का परचम लहराया है.

हमारी सरकार ऐसे प्रतिभावान बच्चों को प्रोत्साहित करने और उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है. निश्चित ही बिटिया की यह उपलब्धि प्रदेश की अन्य बेटियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है. उन्होंने हेमबती को मिले सम्मान के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.

बता दें, अगरतला (त्रिपुरा) में 12 से 15 दिसंबर तक 68वीं राष्ट्रीय स्कूल प्रतियोगिता में जिले 4 खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया. इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हेमवती नाग ने रजत पदक प्राप्त किया.

वहीं पंजाब के लुधियाना में 6 से 11 जनवरी तक आयोजित जूडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाली जूडो खिलाड़ी हेमवती नाग का कलेक्टर कुणाल दुदावत ने अभिनंदन किया तथा उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दीं.

कथावाचक प्रदीप मिश्रा के बयान पर सियासत, कांग्रेस ने दुबई के कार्यक्रम पर किया सवाल, उप मुख्यमंत्री साव ने झाड़ा पल्ला…

रायपुर-  पंडित प्रदीप मिश्रा के सांता क्लाज को लेकर दिए गए विवादित बयान पर सियासत होने लगी है. एक तरफ कांग्रेस बयान को लेकर हमलावर है, तो वहीं भाजपा इस पूरे प्रकरण से अपना पल्ला झाड़ रही है.

कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचक हैं, राजधानी आए हैं, उनका स्वागत है. पंडित मिश्रा दुबई में चंद्राकर के आमंत्रण पर कथा करने गए थे. उनसे पूछना चाहिए कि उनसे-उनका क्या संबंध है. कुछ तो क्लू मिलेगा.

वहीं कथावाचक के बयान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि धर्माचार्य के बयान पर मेरी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं है. मैं तो कहता हूं कि कल हमने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती मनाई है. आज छत्तीसगढ़ जिस दिशा में आगे बढ़ा है, वह अटल जी के कारण संभव हुआ है.

जानिए किस बयान पर मचा है बवाल

बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने राजधानी रायपुर के सेजबहार में शिव महापुराण कथा का वाचन करते हुए राजधानी में सांता क्लाज के बिक रहे लाल कपड़े को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अगर भारत की भूमि पर अगर किसी को पहनाना है तो अपने बच्चों को वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप या झांसी की रानी अहिल्या बाई के कपड़े पहनाओ, पर अपने बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाकर जोकर मत बनाओ, जिससे उनकी हंसी उड़ जाए.

उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म की साख को मजबूत करिए. सनातन धर्म की साख को प्रबल बनाइए और सनातन धर्म को मजबूत करने का प्रयास करिए. अपना धर्म छोड़कर किसी दूसरे धर्म में जाकर जूठन मत खाइए. भले अपनी रूखी-सूखी हो, वो खाइए. अपने घर का खाओ, जैसा भी हो. घर की रोटी के आगे कोई रोटी अच्छी नहीं लगती.

नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव का बयान, ‘तैयारियां अंतिम चरण में, जल्द होगा ऐलान’

रायपुर- नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तारीख के ऐलान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि सरकार की तैयारियां अंतिम चरण में है. सरकार की अलग-अलग एजेंसियां, विभाग काम कर रहे हैं. एक चरण का आरक्षण का बचा हुआ है. बहुत जल्द आरक्षण प्रक्रिया खत्म हो जाएगी. चुनाव आयोग जल्द चुनाव कार्यक्रम तय करेगा. 

हरियाणा के तर्ज पर छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल के विस्तार पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत कर निर्णय करेंगे. वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि मोहन भागवत देशभर में प्रवास करते हैं. वे जिनसे मिलेंगे, उनसे मिलना तय रहेगा.

प्रदीप मिश्रा के बयान पर कही यह बात

पंडित प्रदीप मिश्रा के सांता क्लाज को लेकर बयान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि धर्माचार्य के बयान पर मेरी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं है. मैं तो आपसे कहता हूं कि कल हमने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती मनाई है. आज छत्तीसगढ़ जिस दिशा में आगे बढ़ा है, वह अटल जी के कारण संभव हुआ है.

इस जिले के 31 केंद्रों में आज नहीं होगी धान की खरीदी, बारिश बनी बाधा, रख रखाव की चुनौती…

गरियाबंद-  जिले के 31 धान खरीदी केंद्र में बारिश के चलते आज खरीदी नहीं होगी. दरअसल, बीते दो दिनों से लगातार देवभोग अमलीपदर तहसील क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. बारिश से देवभोग अमलीपदर के 10 तो गोहरापदर ब्रांच के 16  खरीदी केंद्र प्रभावित हुए हैं. वहीं मैनपुर ब्रांच के 5 केंद्र में उठाव नहीं होने से खरीदी बंद है. 

बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. धान खरीदी केंद्रों में फड़ गीली हो गई है, रख-रखाव भी चुनौती बनी हुआ है. अगर मौसम खुलता भी है तो इनमें से कुछ केंद्रों में खरीदी शुरू हो सकती है, लेकिन ज्यादातर केंद्रों में आज धान खरीदी शुरू कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है.

देवभोग ब्रांच मैनेजर अमरसिंह ध्रुव और अमलीपदर ब्रांच मैनेजर नयन सिंह ठाकुर ने कहा कि दो दिनों से बारिश हो रही है. खरीदी केंद्रों में ,खरीदी हुई धान के रखरखाव की पूरी कोशिश की गई है. पर्याप्त पालीथीन भी खरीदी की गई है. फंड गिले होने के कारण व केंद्र तक आवाजाही हेतु बने मार्ग गिले होने के कारण किसानों को केंद्र तक धान लाने में दिक्कत होगी. मौसम खुला और गीली जमीन रास्ते सूखे तो धान की आवाजाही होगी. बीते दिन भी खरीदी प्रभावित रही, आज भी केंद्रों ने खरीदी प्रभावित होने की सूचना दी है.

मैनपुर में भी खरीदी बंद

इधर मैनपुर ब्रांच के 5 खरीदी केन्द्र में धान खरीदी की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. बफर लिमिट से कई गुना ज्यादा धान रखा हुआ है. धीमी गति से उठाव जारी है. अब सहकारी समितियों ने जगह खाली नहीं होते तक खरीदी बंद रखने का निर्णय लिया है. मैंनपुर ब्रांच मैनेजर दुष्यंत इंगले ने बताया कि समितियां खरीदी बंद कर दिए है, उच्च अधिकारियों को सूचना दिया गया है. उठाव के लिए गाड़ियों की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया गया है.

मुख्यमंत्री ने वीर बाल दिवस पर गुरू गोविंद सिंह के साहिबजादों के बलिदान को किया नमन
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस पर दसवें सिख गुरू गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के अदम्य साहस और बलिदान को नमन किया है। मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों ने धर्म की रक्षा के लिए बहुत कम उम्र में ही अपने आप को बलिदान कर दिया। उन्होंने अपनी वीरता और शौर्य से देश को गौरवान्वित किया है। हम सभी को वीर सपूतों के अदम्य साहस और बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अमित अग्रवाल बने केंद्र सरकार में सेक्रेटरी

रायपुर- छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अमित अग्रवाल को केंद्र सरकार में सचिव के पद पर प्रमोट किया गया है. उन्हें फार्मास्युटिकल विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अमित अग्रवाल छत्तीसगढ़ कैडर के तीसरे अधिकारी हैं, जिन्हें सचिव बनने का अवसर मिला है.

आईएएस अमित अग्रवाल से पहले बी.एस. बासवान और बीवीआर सुब्रमण्यम को केंद्र सरकार में सचिव प्रमोट हो चुके हैं. छत्तीसगढ़ के नए मुख्य सचिव के लिए भी अमित अग्रवाल का नाम सुर्खियों में है.

देखिये आदेश की कॉपी-

आईएएस अमित अग्रवाल छत्तीसगढ़ कैडर के 1993 बैच के आईएएस अफसर हैं. उनका जन्म 27 जून 1970 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है. IAS अमित अग्रवाल ने मध्यप्रदेश कैडर चुना था. पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अमित अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ कैडर चुन लिया. कई जिलों में कलेक्टरी करने के अलावा अमित अग्रवाल राज्य सरकार में वित्त सचिव और वाणिज्य कर एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने सीएम कैम्प कार्यालय की उपलब्धियों को दर्शाती 'सेवा एवं समर्पण का 1 साल' पुस्तिका का किया विमोचन

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को जशपुर जिले में गृहग्राम बगिया से सीएम कैम्प कार्यालय की उपलब्धियों को दर्शाती 'सेवा एवं समर्पण का 1 साल' पुस्तिका का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की एक समृद्ध और विकसित राज्य बनाने कि दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में निरंतर अग्रसर है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वप्न को मूर्तरूप देते हुए छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए शासन द्वारा निरंतर प्रयासरत है। सरकार के निर्माण के साथ घोषणा पत्र में की गई मोदी की गारंटी के तहत किये गए वादों में से अधिकांश वादे पूरे किए जा चुके हैं।

छत्तीसगढ़ सरकार ने जशपुर जिले सहित क्षेत्र के लोगों की समस्या का निदान के लिए बगिया में सीएम कैम्प कार्यालय को प्रारम्भ किया गया था। जो लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है और क्षेत्र के विकास के लिए निरन्तर कार्य कर रहा है। सीएम कैम्प कार्यालय में विगत एक वर्ष में 4569 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें से 3787 आवेदन का निराकरण किया जा चुका है।

विगत एक वर्ष में जशपुर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण विकास कार्य हुए हैं जैसे सड़क, बिजली, पानी, चिकित्सा, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में निरंतर सुधार के परिणाम स्वरूप लोगों की जीवन शैली में सकारात्मक बदलाव आया है। क्षेत्र के विकास के लिए कुनकुरी में 400 केव्ही के विद्युत उपकेंद्र की स्थापना, 345 करोड़ रुपये से अधिक लागत से 36 सड़कों के निर्माण, महतारी वंदन योजना से जिले की 2 लाख 29 हजार से अधिक महिलाओं को लाभान्वित करने के साथ विभिन्न विकास कार्य किये जा रहे हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के आदर्शों के अनुरूप छत्तीसगढ़ को संवारने के लिए हम सभी दृढ़संकल्पित - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर कुनकुरी के सलियाटोली में आयोजित अटल सुशासन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सबके श्रद्धेय नेता, छत्तीसगढ़ के निर्माता, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का शताब्दी जयंती वर्ष है। हम यह वर्ष अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं। अटल जी की जयंती हम सब सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं। आज छत्तीसगढ़ अपनी रजत जयंती मना रहा है और भारत के नक्शे में 26 वें राज्य के रूप में उभरा है तो इसके पीछे अटल जी की दूरदर्शी सोच थी। छत्तीसगढ़ की जनता से किया गया वायदा न केवल अटल जी ने निभाया अपितु नये राज्य को संवारने के लिए हर संभव मदद भी की।अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य में विकास की जिस तरह परिकल्पना की थी उसके अनुरूप हम छत्तीसगढ़ को संवारने में जुटे हुए हैं। उन्होंने जो सुशासन के आदर्श हमारे समक्ष रखे हैं उन पर चलते हुए हमने प्रशासन के हर स्तर पर डिजिटल गवर्नेंस को अपनाया है। सुशासन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हमने सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया है। अटल मानिटरिंग एप, सिंगल विंडो सिस्टम 2.0, ई-आफिस, सुगम एप, संगवारी एप जैसे नवाचारों के माध्यम से हम डिजिटल गवर्नेंस को हर स्तर पर अपना रहे हैं। इससे प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित हुई है। अटल जी की चिंता किसानों के प्रति थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद हमने धान खरीदी का बढ़िया माडल बनाया। आज छत्तीसगढ़ के किसानों को धान का सबसे ज्यादा मूल्य मिलता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए हम हर महीने एक हजार रुपए 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में दे रहे हैं। एक साल के भीतर ही हमने माओवादियों को उनके सबसे सुरक्षित समझे जाने वाले इलाकों से खदेड़ दिया। अब माओवाद अंतिम सांसें ले रहा है। इससे बस्तर में विकास की नई राह खुली है। पीएम जनमन योजना एवं नियद नेल्ला नार जैसी योजनाओं के माध्यम से जनजातीय क्षेत्रों में खुशियों की लहर आई है। नई उद्योग नीति के माध्यम से हमने ढाई लाख करोड़ रुपए निवेश का लक्ष्य रखा है इससे पांच लाख लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बनेंगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कुनकुरी और जशपुर में ऑडिटोरियम निर्माण, कुनकुरी नगर के विकास के लिए 5 करोड़ रूपए, कुनकुरी इंडोर स्टेडियम के लिए 20 लाख रूपए, ग्राम पंचायत नारायणपुर ओघेश्वर आश्रम में दो प्रवेश द्वार निर्माण, तपकरा तहसील में लिंक कोर्ट की स्थापना, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सलियाटोली में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रूपए एवं बार एसोसिएशन कुनकुरी में फर्नीचर, पुस्तकालय के लिए 25 लाख रूपए प्रदान करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी के पुनीत अवसर पर आयोजित "अटल सुशासन समारोह" में जशपुर जिले के स्पेशल लोगो, वार्षिक प्रगति पत्रक, जशप्योर कैलेंडर और जशपुर के पर्यटन स्थलों के कैलेंडर का विमोचन किया। साथ ही पीएम आवास योजना (ग्रामीण) और पीएम जनमन आवास योजना के लाभान्वित हितग्राहियों को उनके नवनिर्मित आवास की चाबी सौंप कर बधाई दी। उन्होंने अटल सुशासन समारोह में शासन के विभिन्न विभागों की उपलब्धियों पर आधारित स्टाल्स का अवलोकन कर हितग्राही मूलक योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों को हितग्राहीमूलक सामग्री प्रदान की।

इस अवसर पर विधायक गोमती साय और रायमुनी भगत, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति भगत, कृष्ण कुमार राय, नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, रामप्रताप सिंह, यश प्रताप सिंह जूदेव, सुनील गुप्ता, रोहित साय सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय में ‘कुल उत्सव’ समारोह में शामिल हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

रायपुर-     केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज बिलासपुर के अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘कुल उत्सव’ समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। राज्यपाल श्री खान ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधा भी लगाया। उन्होंने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘कन्हार’ के नए अंक सहित विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन भी किया। केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने समारोह की अध्यक्षता की। उप मुख्यमंत्री अरुण साव अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। विधायकगण अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला और जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ‘कुल उत्सव’ में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी 100वीं जयंती पर नमन करते हुए कहा कि अटल जी सच्चे जननायक थे। सभी वर्गों में उनकी समान रूप से स्वीकार्यता थी। जटिल विषयों पर भी वे देशहित में त्वरित निर्णय लेते थे। देश के प्रति उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। वे कुशल राजनीतिज्ञ थे। राज्यपाल श्री खान ने भारतीय ज्ञान परंपरा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ज्ञान और शिक्षा से आदमी इंसान बनता है। ज्ञान और शिक्षा से ही मनुष्य का विकास संभव है। ये ही सशक्तिकरण का जरिया है। भारत की संस्कृति ज्ञान की संस्कृति रही है। भारत ज्ञान का बड़ा केन्द्र रहा है। पूरी दुनिया में भारत को ज्ञान एवं प्रज्ञा के संवर्धन के लिए जाना जाता है। उन्होंने शैक्षणिक एवं अन्य उपलब्धियां हासिल करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

‘कुल उत्सव’ समारोह की अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि अटल जी के जीवन वृत्तांत को शब्दों मे पिरोना कठिन है। अटल जी की जीवनी से प्रेरणा लेकर हमें उनके मार्ग पर चलना चाहिए। अटल जी ऐसे मनीषी थे जो सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया। श्री साहू ने अटल जी की कविताओं का पठन भी किया।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने समारोह में अटल जी को नमन करते हुए कहा कि वे प्रखर राष्ट्रवादी और जननायक थे। वे अपने दृढ़ संकल्पों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में जो भाषण दिया वो राष्ट्रवादिता का प्रतीक है। उन्होंने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया। छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिलाया। आज छत्तीसगढ़ राज्य जो संवर रहा है, बढ़ रहा है, यह अटल जी की ही देन है। उनके कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ का रोम-रोम कृतज्ञ है। उनकी स्मृतियों को संजोने राज्य के 187 नगरीय निकायों में अटल परिसर बनाया जा रहा है। अटल संकल्पों के साथ यह विश्वविद्यालय भी आगे बढ़ रहा है।

समारोह में कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी ने स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने पौधे भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों की जानकारी दी। कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित थे।