समाजसेवी महेशी दास की 15वीं परिनिर्वाण दिवस पर 300 गरीब बच्चों के बीच पाठन सामग्री का वितरण किया गया

गया/शेरघाटी। समाजसेवी महेशी दास जी का 15वीं परिनिर्वाण दिवस उनके छोटे पुत्र शेरघाटी प्रखंड के पूर्व उप प्रमुख एवं अंबेडकर संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉक्टर कृष्ण नंदन कुमार ने करीब 300 गरीब बच्चों के बीच पाठन सामग्री का वितरण करके मनाया।

कृष्ण नंदन कुमार ने कहा कि हमारे पिताजी का सोच था कि जब तक गरीबों के बाल बच्चे पढ़े लिखेंगे नहीं तब तक समाज आगे बढ़ेगा नहीं और उन्हीं के सोच के अनुसार लगातार उनके परिनिर्माण दिवस पर 15 साल से गरीब बच्चों के बीच पाठ सामग्री का वितरण करते आ रहे हैं। और जब तक हम समर्थ रहेंगे तब तक उनका परिनिर्वाण दिवस मनाते रहेंगे।

इस अवसर पर शेरघाटी के विधायक मंजू अग्रवाल ने भी बच्चों के बीच पाठन सामग्री वितरण किया। आज के कार्यक्रम में शिक्षक नागेश्वर दास, शिक्षक राजकुमार दास, चेरकी पंचायत के सरपंच एवं उनके बड़े पुत्र फेकू दास, ज्ञानदीप दास, डॉक्टर गणेश दास, डॉक्टर कारू मेहरा, डॉक्टर श्रीकांत प्रसाद, रामजी दास, ब्रह्मदेव दास, जोगिंदर दास, इंजीनियर सुमित कुमार प्रीतम, इंजीनियर चंदन कुमार इत्यादि लोग यस का भागी बने।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

साली के प्यार में जीजा शूटर बुलवाकर पत्नी को मरवाया, दिल्ली और तेलंगाना से 2.5 लाख सुपारी देकर बुलाया गया था शूटर, पति समेत चार गिरफ्तार

गया। बिहार के गया में साली के प्यार में जीजा ने अपने पत्नी को गोली मरवा कर हत्या कर दी। आरोपी पति पंकज कुमार अपने पत्नी को गोली मरवाने के लिए दिल्ली और तेलंगाना के शूटर को 2.5 लाख सुपारी देकर बुलाया था। इस हत्याकांड में पति समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।

इसकी खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर की है। मामला बीते 10 दिसम्बर 2024 की है, जब दंपति अपनी बाइक से बाजार से घर लौट रही थी, तभी रात में कुछ अपराधियों ने लूट के दौरान दंपति से लूटपाट करने लगे, विरोध करने पर महिला को अपराधियों ने गोली मार दिया था। 

वही, इस मामले में जब पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया तो सबसे पहले शक मृतका के पति पर गया, फिर उसे गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ किया गया, तो मृतका के पति पंकज कुमार ने ही अपनी पत्नी को हत्या करने का जुर्म कबूला। 

वही, इसके निशानदेही पर औरंगाबाद से अपराधी आकाश कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से एक देशी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है। साथ ही इसमें शामिल रहे 2 अन्य अपराधी की भी गिरफ्तरी हुई। 

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि महिला की हत्या लूटपाट में नहीं की गई थी बल्कि महिला के पति पंकज कुमार का सोच समझा प्लान था। साली के प्यार में जीजा ने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए ढाई लाख रुपये हत्या करवाने के लिए सुपारी दी थी। इसमें तेलंगाना के शूटर को 35 हजार टोकन मनी भी दी थी। इस घटना में अन्य फरार अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बोधगया सीएससी में सिजेरियन सेक्शन की सेवा हुई शुरू, सुरक्षित प्रसव के लिए अब रेफर नहीं होंगी गर्भवती महिलाएं

गया। गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए अब जिला अस्पताल जाने की जरूरत नहीं है। ज़िला पदाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम ने बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिजेरियन सेक्शन (ओटी सेक्शन) सेवा का विधिवत उद्घाटन किया। ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को लगातार बेहतर किया जा रहा है।

इसी कड़ी में बोधगया सीएचसी में सिजेरियन सेक्शन सेवा शुरू किया गया है। अब बोधगया क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को सीएचसी में ही बड़ा ऑपरेशन की सुविधा मिलेगी और उनका सुरक्षित प्रसव हो सकेगा। पहले गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए अगर ऑपरेशन करने की जरूरत पड़ती थी तो सीएचसी से उन्हें जिला महिला अस्पताल रेफर करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि अन्य सीएचसी में भी सिजेरियन सेक्शन सेवा का जल्द ही विस्तार किया जाएगा।

पहले बोधगया से गया या पटना इलाज के लिए जाने में 40 हजार से 50 हजार रुपये तक खर्च हो जाते थे परंतु अब यह इतनी बड़ी राशि मरीजो की बचत होगी। बोधगया सीएचसी प्रभारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि सिजेरियन सेक्शन की सेवा शुरू होने से क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को काफी सुविधा मिलेगी। डीएम के द्वारा उद्घाटन के दौरान सीएचसी के स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से विभिन्न बिंदुओं पर निर्देशित किया गया है। जिसका अनुपालन सख्ती से सुनिश्चित किया जाएगा। इसके पूर्व डीएम ने प्रखंड के मोराटाल पंचायत के छांछ गांव में 1.25 करोड़ रुपए की लागत से सवा एकड़ में बने एपीएचसी (अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) के नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया।

मौके पर मौजूद सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार सिंह को डीएम ने एपीएचसी तत्काल फंक्शनल करने का निर्देश दिया। विदित हो कि इस एपीएचसी में कुल 12 कमरे हैं जिनमें मुख्य रूप से इनडोर सेवा हेतु 6 बेड की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा प्रसव कक्ष, लेबर रूम, ऑपरेशन थिएटर, मेडिकल स्टोर सहित अन्य कमरा को डेडीकेटेड किया गया है। बसारी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का आज दोपहर 2:00 बजे जिला पदाधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। विदित हो कि उक्त समय सभी बच्चियों खाना खा रही थी। जिला पदाधिकारी ने उक्त कस्तूरबा बालिका विद्यालय की साफ सफाई देखकर वहां के वार्डन को काफी सराहना किया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि काफी सुव्यवस्थित तरीके से विद्यालय को रखने का कार्य किया है इसके अलावा उन्होंने देखा कि सभी बच्चियों अच्छी तरह से रहन-सहन में है।

इस पर भी उन्होंने काफी सराहना किया है। इसके पश्चात विद्यालय में स्थित लाइब्रेरी को देख जिला पदाधिकारी काफी प्रभावित हुए और लाइब्रेरी को और बेहतर उपयोग करने के लिए बच्चियों को प्रेरित करने का निर्देश दिया है ताकि उक्त लाइब्रेरी का पूरी तरह सदुपयोग हो सके। लाइब्रेरी में और किसी भी प्रकार की पुस्तक एवं अन्य सामग्रियों की जरूरत पड़ने पर तुरंत आपूर्ति एवं व्यवस्था करवाने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया है। जिला पदाधिकारी ने रैंडमली बच्चियों से पढ़ाई एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया है। निरीक्षण के क्रम में उप विकास आयुक्त नवीन कुमार, डीपीएम (स्वास्थ्य) नीलेश कुमार, सदर एसडीओ किसलय श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में एक युवक की गला दबाकर हत्या, घर से अपने खेत की ओर गया था मृतक, हिरासत में एक महिला को पुलिस ने लिया

गया। बिहार के गया में एक युवक की बधार में हत्या कर देने का मामला सामने आयी है। दरअसल, गया जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र के फुलसाथर गांव में 30 वर्षीय युवक की बधार में हत्या कर दी गई।

दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतक की पहचान फुलसाथर गांव के रहने वाले 30 वर्षीय रामाशीष यादव के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि गला दबाकर हत्या की गई है।

वह अपने घर से अपने खेत की ओर गया था। घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी है। मृतक के परिजनों का कहना है कि रामाशीष को पहले शराब पिलाई गई और फिर गमछे से गला घोंट कर मार दिया गया। मृतक के गले पर गहरे निशान पाए गए हैं।  

पुलिस को मौके पर देशी शराब बनाने के प्रमाण मिले हैं। घटनास्थल से तीन जोड़ी चप्पल बरामद हुई हैं, जिनमें से एक महिला की और दो पुरुषों की बताई जा रही हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए टंडवा गांव की एक महिला को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।  

गुरुआ विधायक विनय कुमार यादव भी घटना स्थल पर पहुंचे और परिजनों को न्याय का आश्वासन दिया। पुलिस ने डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया है। घटना स्थल के लिए एसएसपी सिटी रवाना हो चुकी हैं। 

परिजनों और ग्रामीणों में घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। लोगों का आरोप है कि इलाके में अवैध शराब का कारोबार बढ़ता जा रहा है, जिससे अपराधों में इजाफा हो रहा है।  

रामाशिष के परिवार में मातम पसरा हुआ है। उनका कहना है कि पुलिस को जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ना चाहिए। पुलिस के मुताबिक, हत्या के पीछे आपसी रंजिश की भी आशंका है। फिलहाल, मामले की गहन जांच जारी है।

पत्रकारिता के माध्यम से आजीवन समाज के लिए समर्पित थे संतु बाबू: अमर शंकर

गया/वजीरगंज। पूर्व प्रधानाध्यापक सह पत्रकार मीरगंज गांव निवासी स्व सत्यनारायण प्रसाद सिंह उर्फ संतु बाबु की 7वीं पुण्यतिथि बुधवार को उनके आवास परिसर में मनायी गई। इस अवसर पर स्थानीय पत्रकार समूह एवं मुख्य पार्षद प्रतिनिधि सहित दर्जनों समाजसेवियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजली अर्पित कर नमन किया एवं उनके सामाजिक योगदान को याद कर अनुकरणीय बताया।

नगर पंचायत मुख्य पार्षद प्रतिनिधि अमर शंकर ने कहा कि उन्होंने मध्य विद्यालय मीरगंज की स्थापना में अहम भूमिका निभाई तथा उसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक रहकर अच्छे ढंग से संचालन भी किया। अपने पद से इस्तीफा देकर वे चुनाव लड़े और मुखिया बनकर समाजसेवा की। उसके बाद आजीवन पत्रकारिता के माध्यम से सामाजिक उत्थान का कार्य करते रहे। रामाशीष सिंह की अध्यक्षता में संचालित समारोह का संचालन पत्रकार रविभूषण सिन्हा ने की।

जिसमें संतु बाबु के बड़े पुत्र पत्रकार मदन मोहन नारायण, पत्रकार ललन कुमार, अमित कुमार, राजेश कुमार, अमरेंद्र कुमार, समाजसेवी तपेश्वर पुरी, सच्चिदानंद पांडेय, मुरारी पांडेय, वृजलाल भगत, रमेन्द्र कुमार, श्रवण कुमार, नरेश प्रसाद सिंह, कृष्ण गोपाल, कृष्ण कुणाल एवं अन्य ने श्रद्धांजली अर्पित करते हुए संबोधित किया।

गया में युवा बिग्रेड ने शौर्य दिवस मनाया, गुरु गोविंद सिंह के चार साहेबजादो की बलिदान को याद किया

गया। गया शहर के गांधी मैदान स्थित धरना स्थल पर बुधवार को युवा बिग्रेड के बैनर तले शौर्य दिवस मनाया गया। इस दौरान युवा बिग्रेड के सदस्य ने गुरु गोविंद सिंह के चार साहेब जादो की बलिदान को याद किया गया।

इस दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा बिग्रेड के सचिव अतुल कुमार और नितिन कुमार ने किया। इस मौके पर सचिव अतुल कुमार और नितिन कुमार ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के चार साहेब जादो की बलिदान को हमने याद किया है और वह वैसे वीर थे जो वह अपनी बलिदान को स्वीकार किये।

उसी को हम युवा बिग्रेड के सभी सदस्य मिलजुल कर उनके बलिदान को याद कर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर मनाया। मौके पर नैतिक कुमार, विक्रम जी, राहुल कुमार, सत्यजीत कुमार, अंकुश कुमार आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया के पूर्व सांसद सह राज्य महादलित आयोग के सदस्य कृष्णा कुमार चौधरी का 12वीं पुण्यतिथी मनायी गई

गया। मानपुर मल्लाह टोली में गया के पूर्व सांसद, राज्य महादलित आयोग के सदस्य कृष्णा कुमार चौधरी का 12वीं पुण्यतिथी मनायी गई। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष छोटे भाई और मेयर प्रत्याशी प्रमोद चौधरी ने किया.

कार्यक्रम में उनके प्रतिमा को स्थापित करने का निर्णय लिया गया और गया मानपुर को जोड़ने वाले सिक्स लेन ब्रिज का नाम कृष्णा चौधरी सेतु करने का मांग राज्य सरकार से किया गया. भाजपा मानपुर नगर अध्यक्ष बालाजी ने उनके सासंद कार्यकाल का जिक्र किया और बताया कि गया जिला में पहली बार पीसीसी सड़क का निर्माण ऊन्ही के कार्यकाल से प्रारम्भ हुआ।

समाजसेवी गोपाल पटवा ने बताया कि पूर्व सासंद कृष्णा चौधरी के अथक प्रयास से ही बिथो बियार बान्ध की मांग संसद भवन में रखें तथा बोधगया में होने वाले बौद्ध महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय महोत्सव का दर्जा दिलाने में ऊनकी महती भूमिका रही।

इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बालाजी, प्रमोद चौधरी, गोपाल पटवा, नरेंद्र सिंह, सतीश कुमार सिन्हा, संतोष ठाकुर, विक्की साहनी, प्रदीप चंचल, पंकज लोहानी, पप्पू सिंह, दीपक स्वर्णकार, सूर्यदेव प्रसाद, सुजीत कुशवाहा, देवकी चौधरी, कन्हैया कुमार चौधरी, आदित्य साहनी, दुखन पटवा, मुन्ना पाल, धीरज पासवान, अनुज चौधरी, चुन्नु मालाकार, सतीश साहनी, मनीष तिवारी आदि लोग स्थापित हैं।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया पुलिस केंद्र में IMA के द्वारा पूर्व से स्थापित अस्पताल का पुनरुद्धार किया गया, SSP ने फीता काटकर किया उद्घाटन

गया। गया शहर के गया पुलिस केंद्र में मंगलवार को आईएमए के सहयोग से पूर्व से स्थापित अस्पताल का पुनरुद्धार किया गया। जिसका फीता काट कर उद्घाटन किया गया। अब यहाँ नियमित रूप चिकित्सक बैठेंगे। 

इस चिकित्सालय से पुलिस कर्मियों को त्वरित और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी, इस व्यवस्था से पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को सामान्य समस्याओं का निराकरण यहीं पर हो सकेगा, जिससे उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। 

एसएसपी ने इस अवसर पर सभी गणमान्य चिकित्सक गण को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक, गया, अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), पुलिस उपाधीक्षक (रक्षित) एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया रेलवे स्टेशन पर May I Help You का खुला सेंटर: Gaya SSP ने फीता काटकर किया उद्घाटन

गया। गया रेलवे स्टेशन के समीप में May I Help You सेंटर का एसएसपी आशीष भारती ने फीता काटकर उद्घाटन किया है। इस केंद्र का उद्देश्य है कि यात्रियों और आम जनता को त्वरित सहायता और सुरक्षा प्रदान करना है। 

इस अवसर पर एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि यह केंद्र यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्थापित किया गया है। इस केंद्र पर पुलिस कर्मी 24x7 उपलब्ध रहेंगे और किसी भी प्रकार की सहायता के लिए तत्पर रहेंगे। गया शहर एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है, जो महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर और अन्य ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। 

यहां काफी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं, जिनकी सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए May I Help You सेंटर की स्थापना की गई है। इस मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक (नगर), कोतवाली थानाध्यक्ष एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी-कर्मी भी मौजूद रहे। गया पुलिस आम जनता और पर्यटकों की सेवा और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बोधगया नहीं आयेंगे बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा, उदास-उदास है बोधगया का पर्यटन उद्योग, कम से कम 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित

गया. बिहार के बोधगया में इस बार बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नहीं आए हैं. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से बोधगया के पर्यटन सीजन कारोबार की कमर टूट गई है. यहां हर तरह का व्यवसाय प्रभावित हुआ है. तकरीबन 200 करोड़ से अधिक का व्यवसाय प्रभावित बताया जाता है. होटल एसोसिएशन और टूरिस्ट गाइड के अध्यक्ष की माने, तो इस बार बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के नहीं आने से बोधगया पर्यटन कारोबार को बड़ी क्षति हुई है.

बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नहीं आए, उदास-उदास है बोधगया

बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा पिछले 10 सालों से अधिक समय से लगातार बोधगया आ रहे थे. बोधगया का पर्यटन व्यवसाय चक्र चकाचौंध था. किंतु इस बार दिसंबर से शुरू होने वाला 3 महीने का 2024- 25 का पर्यटन सीजन फीका-फीका है. इसका कारण है, कि बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा इस बार बोधगया प्रवास पर नहीं है. उनके बोधगया प्रवास पर होने और टीचिंग कार्यक्रम होने से देश के अलावा काफी संख्या में विदेश से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया को आते थे. किंतु इस बार बोधगया उदास- उदास है.

दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी और उदासी

इस बार दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी और उदासी के भाव देखे जा सकते हैं. इसका साफ कारण है, कि बोधगया का पर्यटन सीजन इस बार बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के नहीं आने से पूरी तरह से आर्थिक तौर पर चौपट हो गया है. यहां पिछले साल की तस्वीर देखे, तो देश और विदेश के बौद्ध श्रद्धालुओं से बोधगया पटा हुआ था. किंतु इस बार स्थिति बिलकुल उल्ट है. इस बार विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या के बजाए छिटपुट ही आ रहे हैं. वहीं, देश से भी पर्यटकों का आना काफी कम हो गया है. इससे बोधगया के पर्यटन कारोबार को बड़ा झटका लगा है.

लाखों पर्यटक आते थे, इस बार सूनापन

इस संबंध में बोधगया टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन एवं व्यवसाय बिहार के अध्यक्ष राकेश कुमार बताते हैं, कि बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के नहीं आने से पर्यटन सीजन के कारोबार की बङी क्षति हुई है. उनका आगमन नहीं होने से इस बार लाखों पर्यटक जो आते थे, उनका आना काफी कम हो गया है. इससे हर तरह के व्यवसाय प्रभावित हुए हैं. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से ठेला व्यवसाय, फुटपाथ व्यवसाय, ई रिक्शा व्यवसाय, ट्रैवल एजेंट व्यवसाय, होटल व्यवसाय, तिब्बती रेस्टोरेंट व्यवसाय, रिफ्यूजी मार्केट व्यवसाय, गेस्ट हाउस व्यवसाय और होम स्टे व्यवसाय सब कुछ प्रभावित हो गया है. इस बार फायदा क्या हर कोई घाटे में चला गया है. इसके कारण बोधगया के हर व्यवसाय से जुड़े लोग उदास- उदास हैं.

200 करोड़ से अधिक का पर्यटन कारोबार प्रभावित 

राकेश कुमार बताते हैं, कि बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के नहीं आने से पर्यटन सीजन पूरी तरह से टूट गया है. 200 करोड़ से अधिक का पर्यटन कारोबार प्रभावित हुआ है. अनुमान है, कि करीब 200 करोड़ का जो कारोबार हर साल चलता था, वह इस बार नहीं होगा. बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के आने से बोधगया गुलजार हो जाता था और पर्यटन कारोबार बड़े पैमाने पर चलता था, लेकिन इस बार सब कुछ फीका फीका हो गया है. यहां तक कि लोग पर्यटन सीजन के बाद अपने बेटा- बेटी की शादी करते थे, लेकिन इस बार उन पर आर्थिक तंगी की मार पड़ेगी. काफी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो अपने घरों में होम स्टे की सुविधा देश-विदेश के यात्रियों को देते हैं. ऐसे घरों की संख्या काफी तादाद में है. वे लोग सीधे प्रभावित हो रहे हैं. मध्यम वर्ग के लोग सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. इस बार कारोबार की क्या कहें, नुकसान में हम लोग हैं. छिटपुट यात्री देश और विदेश से आ रहे हैं.

5000 से 50000 तक खर्च करते हैं पर्यटक 

टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन एवं व्यवसाय बिहार के अध्यक्ष राकेश कुमार बताते हैं, कि एक टूरिस्ट आते हैं, तो कम से कम ₹5000 से लेकर 50000 तक खर्च करते हैं. न्यूनतम खर्च 5000 तक जरूर होता है. ऐसे में बिहार के बोधगया का पर्यटन कारोबार गुलजार हो जाता है. हर किसी के चेहरे पर खुशी होती है, जो भी किसी व्यापार से जुड़े होते हैं, उनके लिए पर्यटन सीजन वरदान से कम नहीं होता है. किंतु इस बार हर किसी के चेहरे पर उदासी और चिंता है. बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के आगमन के बाद बोधगया के पर्यटन कारोबार से वे लोग भी जुड़ जाते थे, जिन्हें जिन्हें दूर-दूर तक सरोकार नहीं होता था. इस बार एक लंबे अरसे के बाद बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नहीं आ रहे हैं, जिससे बोधगया का पर्यटन व्यवसाय काफी मंदा पड़ गया है. वही, सबसे बड़ी बात यह है, कि बौद्ध धर्म गुरू का आगमन नहीं होने से विदेश के बौद्ध श्रद्धालु का आगमन एकदम कम हो रहा है.

सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया कि एक दिन भी टूरिस्ट रूक सके 

वही, इस संबंध में होटल एसोसिएशन बोधगया के अध्यक्ष जय सिंह बताते हैं कि सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया है, कि एक दिन भी टूरिस्ट यहां रूक सके. बताते हैं, कि इस बार बौद्ध धर्म गुुरू के नहीं आने से 200 करोड़ का पर्यटन कारोबार प्रभावित होगा. वहीं, दूसरी बात यह है, कि जो भी सालों भर विदेशी पर्यटक आते हैं, वह संबंधित मोनेस्ट्री में रुक जाते हैं. ऐसे मॉनेस्ट्री की संख्या 100 है. ऐसे में यहां का होटल कारोबार पूरी तरह से बिखरता जा रहा है. मॉनेस्ट्री धर्म का पालन करें, व्यवसाय न करें. सरकार से अपील करते हैं, कि सरकार अगर इस पर रोक नहीं लगाई तो व्यापारी की स्थिति बदतर हौ जाएगी. यहां न तो ड्रेनेज सिस्टम है और न ही सीवरेज सिस्टम. पर्यटकों के आवागमन की भी सुविधा नहीं है. पर्यटक ढुंगेश्वरी जाना चाहते हैं, जहानाबाद जाना चाहते हैं, लेकिन पर्यटन का आवागमन का ऐसा कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे वे वहां से घूम कर एक दिन में लौट सके. ऐसे में वे आते हैं और तुरंंत लौट जाते हैं. महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध व कुछ अन्य दर्शनीय स्थान के दर्शन कर वापस लौट जाते हैं. इस तरह सालों भर पर्यटक जो आते हैं, वे यहां एक दिन भी नहीं रूकते. इस बार जब बौद्ध धर्धरगुरू दलाई लामा लंबे अरसे के बाद बोधगया प्रवास पर नहीं आ रहे, उनका टीचिंग कार्यक्रम नहीं है, तो ऐसे में यह बड़ा झटका है और तकरीबन 100 करोड़ से अधिक का कारोबार जो होता था, इस बार वह नहीं होगा. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से यह बड़ा कारोबार होता था.

बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के नहीं आने से पर्यटन सीजन का कारोबार ठप हो गया है. 200 करोड़ से अधिक की क्षति है. यहां के पर्यटन कारोबार से जुड़े लोग नुकसान में जा रहे हैं. सरकार ऐसी व्यवस्था करें, कि सालों भर यहां पर पर्ययक काफी तादाद में आ सके और एक दिन के लिए रूक सकें, ताकि यहां के पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिल सके.

राकेश कुमार, टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन एवं व्यवसाय, बिहार के अध्यक्ष.

200 करोड़ का नुकसान 

होटल कारोबार समेत और कारोबारों को जोड़ने तो 100 करोड़ से अधिक का नुकसान इस बार के पर्यटन सीजन में हो रहा है. बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के आने से इतने से अधिक का कारोबार होता था, लेकिन इस बार काफी प्रभाव पड़ा है. 

जय सिंह, होटल एसोसिएशन बोधगया के अध्यक्ष.

पिछले बार दिसंबर माह तक हजारों पीस मूर्तियां बेच चुके थे, लेकिन इस बार मूर्तियों के खरीददार नहीं आ रहे

इस बार दिन भर जो मेहनत कर रहे हैं, वह भी भारी पड़ जा रहा है. कमाई नहीं हो रही है. घर से घाटा जा रहा है. हम जैसे मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा का नहीं आना काफी नुकसान वाला साबित हो रहा है.