भोपाल में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई: 52 किलो सोना और 234 किलो चांदी समेत करोड़ों की नकदी बरामद।

मध्य प्रदेश के भोपाल में रियल एस्टेट कारोबारी त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा के करीबियों पर आयकर विभाग किए छापामार कार्रवाई चल रही है. इस बीच टीम को करोड़ों की नकदी और कई किलो सोना-चांदी मिला है. टीम को जंगल में एक क्रेटा कार में दो बैग मिले. उनमें करीब 52 किलो सोना बरामद हुआ. उसकी कीमत भारतीय बाजार में लगभग 42 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा भोपाल में पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के घर से 234 किलो चांदी बरामद हुआ है.

पूर्व RTO कांस्टेबल के घर से आयकर विभाग की टीम ने ढाई करोड़ कैश, सोने-हीरे की ज्वेलरी और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की हैं. आयकर विभाग और पुलिस की जांच में पता चला है कि जंगल में मिली क्रेटा गाड़ी चेतन सिंग गौर नाम के शख्स की है. वहीं, पूर्व आरटीओ कांस्टेबल का नाम सौरभ शर्मा है. उसने विभाग में केवल आठ साल ही नौकरी की है. कुछ दिन पहले ही सौरभ ने वीआरएस लिया था. उसके संपर्क कई रसूखदार लोगों से बताए जा रहे हैं.

कौन है चेतन सिंह गौर?

आयकर विभाग की टीम ने भोपाल के रातीबड़ क्षेत्र के मेंडोरा के जंगल में एक लावारिस हालत में क्रेटा गाड़ी मिली, जिसमें दो बैग में करीब 52 किलो सोना था. साथ ही दस करोड़ कैश भी जब्त हुआ. जिस कार में सोना और कैश मिला है वह गाड़ी चेतन सिंह गौर की है. वह ग्वालियर के लक्कड़खाना इलाके में रहता है. चेतन के पिता प्रताप सिंह सेंट्रल बैंक के पीछे बनी बड़ौदा कोठी में रहते हैं. इसी में किराए की दुकान है. चेतन का भोपाल में पेट्रोल पंप भी बताया गया है. वह 4 वर्ष से भोपाल में रह रहा है. चेतन सिटी सेंटर में अपने भाई मोनी के साथ वाटर प्यूरीफाई एजेंसी संचालित करता था. चर्चा यह भी है हाल चेतन ने बड़े बांध पर ठेका लिया है.

कौन है सौरभ शर्मा?

आयकर विभाग की टीम ने जिस पूर्व आरटीओ कांस्टेबल के घर छापामार कार्रवाई की है उसका नाम सौरभ शर्मा है. वह आरटीओ में आरक्षक के पद पर रहा. उसके पिता की मौत के बाद उसे RTO में अनुकंपा नियुक्ति मिली. महज 8 वर्ष की जॉब में उसने काली कमाई की. कुछ ही वक्त पहले उसने VRS ले लिया. सौरभ के तार कई बड़े अधिकारी और मंत्रियों से जुड़े हैं. सौरभ मूल निवासी ग्वालियर का है. उसका भोपाल में अरेरा कॉलोनी में बड़ा घर है. फिलहाल वह परिवार के साथ दुबई में है. उसके घर से 234 किलो चांदी मिली है, जिसकी कीमत 2 करोड़ 10 लाख रुपये है. टीम को 17 लाख ब्रान्डेड घड़ियां, 15 लाख की लेडिज पर्स. टीम को दो अलमारी से नगदी मिली है, जिसमें 11 लाख हीरे की अंगूठी और 2.5 करोड़ कैश मिला है.

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दुखद हादसा: महिला कर्मचारी का दुपट्टा आलू छिलने वाली मशीन में फंसा, मौत

मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र में आज सुबह एक दुखद घटना घटी. यहां काम कर रही एक महिला कर्मचारी की एक हादसे में मौत हो गई. महिला का दुपट्टा आलू छिलने की मशीन में फंस गया, जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे तत्काल अस्पलाल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक महिला का नाम रजनी खत्री (30 वर्ष) है.

रजनी खत्री श्री महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने और वितरण का काम करती थी. आज सुबह वह आलू छील रही थी, तभी उसका दुपट्टा अचानक मशीन में फंस गया. घटना इतनी तेज़ी से घटी कि कोई भी रजनी को बचाने का प्रयास नहीं कर सका. वह गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे तुरंत इलाज के लिए अवंती हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गई.

भोजन बनाने का काम करती थी

एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग ने बताया कि केशव नगर में रहने वाली सुश्री रजनी खत्री पिछले काफी समय से श्री महाकालेश्वर मंदिर के अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने और वितरण का काम कर रही थी. आज सुबह लगभग 7:30 बजे उसका दुपट्टा आलू छिलने की मशीन में फंस गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. बाद में उपचार के दौरान मौत हो गई. एसडीएम ने बताया कि यह घटना काफी दुखद है, और पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की जा रही है.

परिवार को जल्द मिलेगी आर्थिक सहायता

इस पूरे मामले में कलेक्टर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना अत्यंत दुखद है. रजनी खत्री अपने 12 वर्षीय पुत्र के साथ रहती थी. रजनी के परिवार को मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.

जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम

रजनी खत्री की मौत अवंती हॉस्पिटल में हुई, लेकिन शव का पोस्टमार्टम जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है. आज सुबह श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के अधिकारियों के साथ ही एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग, सीएसपी ओ पी मिश्रा, तहसीलदार रुपाली जैन और महाकाल थाने की पुलिस भी जिला अस्पताल पहुंची थी.

मामले पर पुलिस का बयान

इस मामले की जानकारी देते हुए सीएसपी ओ पी मिश्रा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है. महाकाल थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं. कुल मिलाकर पूरे मामले की जांच जारी है.

दिग्विजय सिंह ने संसद की सुरक्षा पर उठाए सवाल, कहा- CISF को संसद में कैसे डील करना है, इसकी कोई ट्रेनिंग नहीं।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने संसद की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आखिर कैसे बीजेपी सांसद डंडे लेकर कैसे संसद भवन के भीतर आ गए. इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने सीआईएसएफ की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए हैं.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि पहले जो वाच एंड वार्ड की सुरक्षा व्यवस्था थी, उसी को वापस लौटाना चाहिए. वे ट्रेंड लोग थे और हर परिस्थितियों को समझते थे. जो मौजूदा समय में सीआईएसएफ के जवान हैं, उनको संसद में कैसे डील करना है, इसकी कोई ट्रेनिंग नहीं है.

दिग्विजय ने आगे कहा कि जब पहले से दिख रहा है कि, कन्फ्रंटेशन दोनों पक्षो में हो सकता है तो क्या किया? कोई तैयारी क्यों नहीं की गई? इसके जिम्मेदार अधिकारियों की जांच करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

धक्का-मुक्की में घायल हुए खरगे- दिग्विजय

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने संसद में हुई धक्का मुक्की को लेकर बयान दिया है . दिग्विजय सिंह ने अपना बयान संसद मार्ग थाने में दिया है. वे दूसरे कांग्रेसी नेताओं के साथ संसद में हुई धक्का मुक्की को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराने गए थे.

दिग्विजय ने कहा कि भाजपा सांसदों की धक्का मुक्की से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चोट आई है. दिग्विजय सिंह ने कहा, ये समझ से परे है कि संसद भवन में आखिर डंडे कैसे पहुंच गए. इसकी जांच होनी चाहिए और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाने चाहिए.

क्यों बदली गई थी संसद की सुरक्षा?

संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी मई महीने में CISF को सौंपी गई थी. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 1,400 कर्मचारियों के हटने के बाद सीआईएसएफ के 3,317 से अधिक जवानों ने संसद भवन की सुरक्षा अपने हाथ में ले ली थी. सुरक्षा व्यवस्था बदलने के पीछे पिछले साल 13 दिसंबर को संसद में हुई चूक के बाद लिया गया था.

पंजाब नगर निगम चुनाव: 5 नगर निगम और 44 नगर पालिका परिषदों के लिए मतदान जारी, जानें कब आएंगे नतीजे?

पंजाब की 5 नगर निगम और 44 नगर पालिका परिषदों के साथ नगर पंचायतों के लिए मतदान शुरु हो चुका है. चुनाव आयोग के मुताबिक वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक होगी. शाम करीब पांच बजे से वोटों की गिनती शुरु की जाएगी. जिसके बाद चुनाव नतीजे सामने आएंगे. अमृतसर नगर निगम के चुनाव के दौरान बूथ पर मशीन खराब होने के कारण मतदान शुरू होने में देरी हुई. सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और को ठीक किया. जिसके बाद मतदान शुरु हो सका.

पंजाब के पांच नगर निगमों में बड़े शहर अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और फगवाड़ा शामिल हैं. जहां आज वोटिंग कराई जा रही है. नगर निकाय चुनाव के लिए कुल 3,336 उम्मीदवार मैदान में हैं. इन चुनावों के लिए कुल 3,809 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. इस चुनाव में 17.75 लाख महिलाएं समेत 37.32 लाख मतदाता आज वोट डालकर अपने शहर की सरकार चुनेंगे.

अमृतसर में भारी पुलिस बल तैनात

अमृतसर में नगर निगम चुनाव के लिए 85 वार्ड बनाए गए हैं. जहां 811 बूथों पर वोटिंग हो रही है. जिनमें से 300 को संवेदनशील और 245 को अति संवेदनशील घोषित किया गया है, इन बूथों के अलावा पूरे अमृतसर में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. नतीजे घोषित होने तक सुरक्षा बल तैनात रहेंगे.

यहां नहीं होगा आज मतदान

पटियाला और मोगा के धर्मकोट में नामांकन प्रक्रिया के दौरान हुई गड़बड़ियों के मामले में पंजाब सरकार ने अब पटियाला के 7 और धर्मकोट के 8 वार्ड में चुनाव टालने का निर्णय लिया है. पटियाला के वार्ड संख्या 1, 32, 33, 36, 41, 48 व 50 का चुनाव टाल दिया गया है. वहीं धर्मकोट के वार्ड संख्या 1, 2, 3, 4, 9, 10, 11 व 13 का चुनाव टाल दिया गया है.

आप के सामने बड़ी चुनौती

इस चुनाव में चतुर्कोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच माना जा रहा है. इस चुनाव में आप को खुद को साबित करने की बड़ी चुनौती है.

हालांकि इस चुनाव को लेकर विवाद भी देखने को मिला है. विपक्षी पार्टियों ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर चुनाव के दौरान सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल ना करने देने के आरोप लगाए थे. जिसके बाद ये मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक भी गया.

देवास में भीषण आग लगने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत, पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना।

मध्य प्रदेश के देवास में एक मकान में भीषण आग लग गई. इस हादसे में एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई. सभी लोग मकान की दूसरी मंजिल पर सो रहे थे. घर से उठते धुएं को देखते ही पड़ोसियों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी. मामले की जानकारी होते ही पुलिस, दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची. काफी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया.

आग मकान की पहली मंजिल पर मौजूद दूध की डेयरी में लगी थी, लेकिन देखते ही देखते इस आग ने विकराल रूप ले लिया और दूसरी मंजिल पर पहुंच गई. मृतक परिवार डेयरी की दूसरी मंजिल में रहता था. परिवार में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे थे. शुक्रवार की रात हादसे में चारों की जिंदा जलने से मौत हो गई. घटना के बाद मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है. वहीं, पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

आग लगने से 4 लोगों की मौत

मरने वाले की पहचान दिनेश उनकी पत्नी गायत्री, बेटी इशिका और बेटे चिराग के तौर पर हुई है. दिनेश कारपेंटर का काम करके अपना परिवार का पालन पोषण कर रहा था. परिवार देवास के नयापुरा क्षेत्र में पिछले काफी समय से रह रहा था. रात में पड़ोसियों ने देखा कि डेयरी में आग लग गई है और पूरा मकान धू-धू कर जल रहा है. उन्होंने तुरंत पुलिस को इस बात की सूचना दी. आग लगने की जानकारी होते ही पुलिस और दमकल विभाग की कई टीमें मौके पर पहुंच गई.

दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया

दमकल विभाग की टीमों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग पर काबू पाने के बाद पुलिस ने घर में देखा कि चार लोगों के शव पड़े हुए है. पुलिस ने सभी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, देर रात एसपी पुनीत गेहलोद भी मौके पर पहुंचे थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर आग लगने के पीछे के कारणों की जांच शुरू कर दी है. वहीं, पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही आग लगने के कारणों का पता लगा लेगी.

क्या आपको पता है कैसे चलती है ट्रेन, कौनसी टेक्नोलॉजी का होता है इस्तेमाल?, जानें

भारतीय रेलवे से हर दिन लाखों पैसेंजर्स ट्रेन से सफर करते हैं. आपने भी कभी ना कभी ट्रेन से सफर किया ही होगा. पहले की तुलना में अब ट्रेन में काफी बदलाव आ गए हैं. आजादी के बाद से ही भारत ने रेलवे सिस्टम में कई बदलाव किए. इसमें से एक इलेक्ट्रिक इंजन है. आजकल ज्यादातर ट्रेन इलेक्ट्रिसिटी से ही चल रही है. ट्रेन की रफ्तार पहले से काफी बढ़ गई है.

लेकिन क्या आपने सोचा है कि ट्रेन को सप्लाई होने वाली इलेक्ट्रिसिटी कभी जाती क्यों नहीं? जब ट्रेन लंबे रूट पर होती है तो इंजन को पावर कहां से मिलती है.

ऐसे मिलती है ट्रेन को इलेक्ट्रिसिटी

रेलवे के मुताबिक, जो ट्रेन इलेक्ट्रिसिटी से चलती हैं उन्हें 25 हजार वोल्टेज (25KV) की जरूरत होती है. ये करंट इंजन के ऊपर लगी एक मशीन पेंटोग्राफ के जरिए इंजन तक पहुंचता है. पेंटोग्राफ ट्रेन के ऊपर लगी तार से रगड़कर चलता है. बिजली इन तारों के जरिए ट्रेन में आती है.

इलेक्ट्रिक ट्रेन में दो तरह के पेंटोग्राफ का यूज किया जाता है. डबल डेकर पसेंजर के लिए WBL का यूज किया जाता है. नार्मल ट्रेन में हाई स्पीड पेंटोग्राफ यूज किए जाते हैं.

पेंटोग्राफ के जरिए ऊपर लगे तार से करंट मिलता रहता है. इसमें 25KV (25,000 वोल्ट) का करंट इलेक्ट्रिक इंजन के मेन ट्रांसफार्मर में आता है, इससे इंजन चलता है.

इलेक्ट्रिक ट्रेन में ये सिस्टम होता है यूज

जब ट्रेन रेलवे ट्रैक से गुजरती है, उस पर वजन जेनरेट होता है और मेटल ट्रैक से जुड़ा स्प्रिंग कम्प्रेस्ड हो जाता है. इससे रैक, पिनियन मैकेनिज्म और चेन ड्राइव में एक स्पीड शुरू हो जाती है. ये स्पीड जब फ्लाईव्हील, रेक्टिफायर और डीसी मोटर से गुजरती है तो इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट होती है.

इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई

रेलवे को इलेक्ट्रिसिटी डायरेक्ट पॉवर ग्रिड से मिलती है. ग्रिड को पॉवर प्लांट से सप्लाई होती है. वहीं से सब स्टेशंस पर भेजी जाती है. सब स्टेशन से डायरेक्ट 132 KV की सप्लाई रेलवे को जाती है. यहां से 25KV OHE को दी जाती है. रेलवे स्टेशंस के साइड में इलेक्ट्रिसिटी के सब स्टेशन दिख जाते हैं. डायरेक्ट इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की वजह से यहां ट्रिपिंग नहीं होती है.

उत्तराखंड: असिस्टेंट डायरेक्टर ने की आत्महत्या, छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद किया सुसाइड।

उधम सिंह नगर के रुद्रपुर स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल में कार्यरत असिस्टेंट डायरेक्टर प्रकाश चंद लोडवाल ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना तब हुई, जब उन पर एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगा और पंतनगर थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

जानकारी के अनुसार, पंतनगर थाना क्षेत्र स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल कैंपस में प्रकाश चंद लोडवाल के खिलाफ उनके पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने तहरीर दी थी. महिला ने आरोप लगाया था कि प्रकाश चंद ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ की. महिला ने दावा किया कि उसके पास इस घटना के साक्ष्य मौजूद हैं. महिला की शिकायत के आधार पर पंतनगर पुलिस ने प्रकाश चंद लोडवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.

इस कार्रवाई के बाद शुक्रवार को प्रकाश ने सल्फास की गोली खा ली. उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें तुरंत रुद्रपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक अस्पताल रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने प्रकाश को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो गई.

पुलिस की जांच क्या सामने आया?

इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि प्रकाश ने आत्महत्या क्यों की और छेड़छाड़ के आरोपों की सच्चाई क्या है? इस घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. एक ओर असिस्टेंट डायरेक्टर पर छेड़छाड़ के आरोप ने सभी को चौंका दिया है तो वहीं दूसरी ओर आत्महत्या की घटना ने हॉस्पिटल परिसर और स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है.

अंतिम निष्कर्ष का इंतजार

पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है. प्रकाश चंद लोडवाल की आत्महत्या के पीछे की वास्तविक वजह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. वहीं, नाबालिग लड़की और उसके परिवार के आरोपों की भी जांच की जा रही है. पुलिस ने सभी से संयम बनाए रखने की अपील की है. यह घटना यह सोचने पर मजबूर करती है कि व्यक्तिगत और सामाजिक दबाव इंसान को किन हालातों में लेकर जा सकता है.

उत्तराखंड में 6,559 आंगनबाड़ी कर्मचारियों की भर्ती जल्द होगी शुरू, जानें पूरी जानकारी।

उत्तराखंड में 6,559 आंगनबाड़ी कर्मचारियों की भर्ती जल्द शुरू होने जा रही है, जिसमें 374 पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के और 6,185 पद सहायिका के हैं. महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस भर्ती प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाए. यह भर्ती राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए की जा रही है.

रेखा आर्या ने बताया कि कुछ समय पहले राज्य में सभी जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों का अपग्रेडेशन किया गया था, जिससे सहायिकाओं को कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नत किया गया. इससे सहायिकाओं के काफी पद खाली हो गए हैं, जो अब नए कर्मचारियों द्वारा भरे जाएंगे.

ऑनलाइन देना होगा आवेदन

इस भर्ती के लिए आवेदन ऑनलाइन मांगे जाएंगे और आवेदन प्रक्रिया में लगभग 30 दिन का समय मिलेगा. ऑनलाइन आवेदन से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी हो. आवेदन की प्रक्रिया को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं और जल्द ही इस बारे में विस्तृत सूचना दी जाएगी. इस भर्ती का उद्देश्य राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि करना और वहां पर बच्चों को बेहतर पोषण एवं शिक्षा प्रदान करना है.

नंदा गौरा योजना

रेखा आर्या ने नंदा गौरा योजना के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि इस योजना के लिए आवेदन 31 दिसंबर तक मंगवाए जाएंगे. इस योजना के तहत उन महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जो अपने बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य और शिक्षा प्रदान करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन आवेदन पत्रों में किसी कारणवश कोई कमी पाई गई थी, उन्हें फिर से मंगवाया जाएगा.

महिला सारथी प्रोजेक्ट

महिला सशक्तिकरण विभाग ने एक नई पहल ‘महिला सारथी’ शुरू करने की योजना बनाई है, जिसके तहत महिलाएं यात्री वाहनों को चलाने के लिए प्रशिक्षित की जाएंगी. योजना देहरादून में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जाएगी, और अगर यह सफल रहती है तो इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा. परिवहन विभाग चयनित महिलाओं को ड्राइविंग का प्रशिक्षण देगा और वाहनों की व्यवस्था एक संस्था के सीएसआर फंड और निर्भया योजना के फंड से निशुल्क की जाएगी.

खेल विभाग की पहल

उत्तराखंड खेल विभाग ने राष्ट्रीय खेलों के प्रशिक्षण कैंपों के लिए 32 कर्मचारियों की नियुक्ति की है. इसमें फिजियोथेरेपिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, न्यूट्रिशनिस्ट और मसाज के लिए कर्मचारी शामिल हैं. इन कर्मचारियों की नियुक्ति खिलाड़ियों के शारीरिक, मानसिक और आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए की गई है, ताकि खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकें.

लखनऊ में करोड़ों रुपये की चोरी का मामला: पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, झूठी लूट की कहानी का किया पर्दाफाश।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक शख्स ने चोरी की झूठी कहानी गढ़ी लेकिन उसका ये नाटक ज्यादा देर तक नहीं चल सका. शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो शिकायकर्ता पर ही संदेह हुआ. जिसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने मामले का खुलासा कर दिया. जानकारी के मुताबिक हंसिनी ज्वैलर्स के कर्मचारी ने करोड़ों रुपए की हेरा-फेरी करने की कोशिश की थी. पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है.

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के सेंट्रल जोन पुलिस ने करोड़ों रुपए की चोरी के मामले में कार्रवाई करते हुए महज दो घंटे में साजिश का पर्दाफाश कर दिया. थाना हसनगंज पुलिस ने ना केवल आरोपी अभियुक्त को गिरफ्तार किया है बल्कि उसके पास से 1.5 करोड़ रुपए के बिस्किट भी बरामद किए हैं. लूट की कहानी पर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की तेज कार्रवाई और दो घंटे के भीतर खुलासा करने से व्यापारियों में पुलिस के प्रति एक बार फिर सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है.

घटनाक्रम 19 दिसंबर की है, जिसके अनुसार हंसिनी ज्वैलर्स महानगर के कर्मचारी अमन सोढ़ी ने चौक स्थित आनंदी बुलियन ज्वैलर्स से 5 सोने के बिस्किट (प्रत्येक का वजन 1 किलो, कुल कीमत ₹3.94 करोड़) खरीदे. इसके कुछ देर बाद अमन सोढ़ी ने पुलिस को बताया कि अली क्लाथ हाउस के पास नदवा बंधा रोड पर अज्ञात बाइक सवारों ने उसके सिर पर लोहे की रॉड मारकर दो बिस्किट छीन लिए हैं.

नानी के कमरे में छिपाए बिस्किट

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस उपायुक्त सेंट्रल रवीना त्यागी के कार्रवाई के निर्देश पर थाना हसनगंज की टीम ने वादी गौरव अग्रवाल की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस को अमन सोढ़ी की गतिविधियां संदिग्ध लगीं. साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया. अमन सोधी ने खुद अपनी लालच के कारण दो सोने के बिस्किट चोरी कर नानी के किराए के कमरे में छुपाने की बात स्वीकार की.

लूट की झूठी कहानी गढ़ी

पुलिस ने अमन की निशानदेही पर कमरे से चोरी किए गए दो सोने के बिस्किट बरामद कर लिए, जिनकी बाजार में कुल कीमत लगभग ₹1.5 करोड़ है. जांच में यह बात सामने आई कि अमन ने लूट की झूठी कहानी गढ़कर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश की थी. सेंट्रल जोन के थाना हसनगंज पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ उनकी तत्परता और कड़ी निगरानी का प्रमाण है.

पुलिस उपायुक्त मध्य के निर्देशन और अपर पुलिस उपायुक्त एवं सहायक पुलिस आयुक्त महानगर के पर्यवेक्षण में टीम ने मामले को सुलझाने में गजब की कुशलता और प्रोफेशनलिज्म का प्रदर्शन किया. इस घटना के खुलासे ने न केवल व्यापारियों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाया है, बल्कि पुलिस की कार्य शैली को भी सराहा जा रहा है. आरोपी अमन सोधी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है.

नए साल का जश्न मनाने जा रहे हैं राजस्थान! जानें कैसा रहेगा मौसम का हाल

राजस्थान में इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. राज्य के कई इलाके शीतलहर और कोहरे की चपेट में हैं. मौसम विभाग की माने तो नए साल तक इससे राहत मिलते नहीं दिख रही है. अगले सप्ताह एक पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग ने इस बारे में जानकारी दी है और साथ ही शीतलहर के जारी रहने का भी अनुमान व्यक्त किया है.

मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में नए साल के पहले सप्ताह मौसम में बदलाव होने की संभावना है. जयपुर मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ राज्य में आ सकता है, जिसके कारण राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. विशेष रूप से, 25 दिसंबर को दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है.

ठंड और शीतलहर का असर

मौसम विभाग ने बताया कि राज्य में शीतलहर का असर लगातार बना रहेगा, जिससे ठंड और अधिक बढ़ सकती है. न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट का अनुमान है. पिछले चौबीस घंटों के दौरान, मौसम मुख्यत: शुष्क रहा, लेकिन पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया. राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस फतेहपुर (सीकर) में दर्ज किया गया है.

मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग ने राज्य के लोगों से नए साल में मौसम के बदलते मिजाज के हिसाब से अपनी तैयारियों को पूरा करने की सलाह दी है. शीतलहर के चलते विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को सर्दी से बचाव के उपायों की आवश्यकता है. सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना, गर्म खाना और गर्म पानी का सेवन करना महत्वपूर्ण रहेगा. इसके अलावा, बाहरी गतिविधियों को कम से कम रखने और शरीर को गर्म रखने की सलाह दी जा रही है.

किसानों के लिए चेतावनी

राजस्थान में बारिश के अनुमान के चलते किसान भी अपनी फसलों को लेकर सतर्क हो गए हैं. किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी जा रही है. इस मौसम में हल्की बारिश से खेतों में नमी तो आएगी, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण फसलें प्रभावित हो सकती हैं. 26 और 27 दिसंबर को माउंट आबू, उदयपुर, अजमेर, कोटा, जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.

यातायात पर भी पड़ेगा असर

मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में सर्दी और बारिश के कारण यातायात पर असर पड़ने का भी अनुमान जताया है. खासकर पहाड़ी इलाकों में बारिश और ठंडी हवाओं के कारण सड़क पर फिसलन बढ़ सकती है, जिससे वाहन चालकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है.

कुल मिलाकर, राजस्थान में नए साल में मौसम का मिजाज बदल सकता है, जिसमें बारिश और शीतलहर का प्रभाव प्रमुख रहेगा. ऐसे में, राजस्थान के लोग सर्दी से बचने के लिए जरूरी उपायों के साथ तैयार रहें और मौसम के बदलाव के मुताबिक अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करें.