जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, 5 आतंकी ढेर,2 जवान घायल

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है. इस मुठभेड़ में अब तक 5 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. इस एनकाउंटर में 2 जवान भी घायल हुए हैं. ये मुठभेड़ कुलगाम जिले के कद्दर इलाके में हो रही है.

दक्षिण कश्मीर के कुलगाम और शोपियां जिलों की सीमा से सटे बिहिबाग-कद्दर में सुरक्षाबलों की घेराबंदी और तलाशी अभियान चल रहा था. इसी दौरान 4 से 5 आतंकवादियों के एक समूह के होने की सूचना मिली. जिसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी हुई.

जम्मू-कश्मीर पर अमित शाह की आज समीक्षा बैठक

ये मुठभेड़ उस दिन हुई है, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना, अर्धसैनिक बल, जम्मू-कश्मीर प्रशासन, खुफिया एजेंसी और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हो सकते हैं. गृह मंत्री को मौजूदा हालात और सीमावर्ती इलाकों की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी.

जम्मू-कश्मीर में इस साल कई बार आतंकवादी घटनाएं सामने आईं. 20 अक्टूबर को मध्य कश्मीर में किए गए एक आतंकी हमले में सात लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना से पहले, कश्मीर में काम कर रहे बाहरी लोगों पर भी हमला किया गया था.

जम्मू-कश्मीर में साल 2019 में 142 आतंकवादी मारे गए थे और इस साल अब तक यह संख्या लगभग 45 ही है. 2019 में 50 नागरिक मारे गए थे, जबकि इस साल नवंबर के पहले सप्ताह तक यह आंकड़ा घटकर 14 रह गया.

मुंबई नाव हादसा: 13 की मौत, नौसेना ने शुरू किया बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन, 14 नावें और 4 हेलिकॉप्टर तैनात,अब तक 101 को बचाया गया

मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा के बीच समंदर में हुए नाव हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. इनमें तीन नौसैनिक भी शामिल हैं. फिलहाल हादसे में लापता लोगों की तलाश के लिए बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है. इसके लिए 14 नावें और 4 हेलीकॉप्टर बुलाए गए हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार की शाम को नौसेना की एक जहाज के इंजन का परीक्षण हो रहा था. इसी दौरान जहाज अनियंत्रित हो गया और मुंबई के करंजा के पास एक पर्यटकों को लेकर जा रही नाव से टकरा गया.

जानकारी के मुताबिक यह हादसा शाम करीब चार बजे का है. इस हादसे में अब तक 101 लोगों को बचाया गया है. हादसे की सूचना मिलने पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने खुद रायगढ़ कलेक्टर से बातचीत की और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. मौके पर 14 नाव ओर 4 हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सीएम फडणवीस के मुताबिक यह हादसा भारतीय नौसेना के जहाज और सिविल फेरी नील कमल के बीच टक्कर में हुआ है.

नेवी की जहाज से हुआ था टक्कर

मुंबई पुलिस के मुताबिक 100 से अधिक पर्यटकों को लेकर सिविल फेरी नीलकमल गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा की ओर जा रहा था. जैसे ही यह जहाज मुंबई के करंजा के पास पहुंचा, अचानक से सामने से आई नेवी की जहाज ने टक्कर मार दिया. इससे नीलकमल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर डूबने लगा. आनन फानन में तटरक्षक बल और नेवी के जवानों ने सर्च, राहत और बचाव कार्य शुरू किया. चूंकि नीलकमल में 100 से अधिक लोग सवार थे, इसलिए सभी लोगों की जल्द से जल्द तलाश के लिए तत्काल नेवी के चार हेलीकॉप्टर और 11 जहाजों को उतारा गया.

101 लोग बचाए गए

इसके अलावा काफी संख्या में मछुआरों की नावों को भी बचाव कार्य में इस्तेमाल किया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक अब तक 101 लोगों को समंदर में से सुरक्षित बाहर निकाला गया है. हालांकि 13 लोगों की मौत भी हो गई है. इनमें नेवी के 1 और ओईएम के 2 कर्मचारी शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक अब तक साफ नहीं हो पाया है कि इस नाव में कुल कितने लोग सवार थे.

6G के लिए चीन के चिप पर डिपेंड नहीं रहेगा भारत, सरकार ने बनाया ये प्लान

भारत सरकार भविष्य की 6G टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है. इसका मेन मकसद चीन जैसे देशों पर चिपसेट के लिए निर्भरता को कम करना है. सरकार ‘मेक इन इंडिया’ मिशन को बढ़ावा देते हुए, देश में ही 6G टेक्नोलॉजी के लिए जरूरी हार्डवेयर, खासकर एडवांस्ड चिपसेट का प्रोडक्शन करना चाहती है.

अभी तक हम टेलीकॉम हार्डवेयर के लिए विदेशों पर निर्भर रहते थे, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा रहता था. लेकिन अब सरकार ने इस चीज को बदलने का फैसला किया है. 6G टेक्नोलॉजी, जो 5G से 100 गुना ज्यादा तेज होगी, के लिए बेहद तेज और कम लेटेंसी वाले चिपसेट की जरूरत होगी. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार का मानना है कि इन चिपसेट का देश में ही प्रोडक्शन जरूरी है.

6G के लिए देश में ही बनेंगे हार्डवेयर

इसके लिए सरकार असम और गुजरात में बन रही सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स का इस्तेमाल करेगी. इन यूनिट्स में 6G नेटवर्क के लिए जरूरी एडवांस्ड चिपसेट बनाए जाएंगे. सरकार का लक्ष्य है कि कच्चे माल से लेकर फाइनल प्रोडक्शन तक, पूरी प्रोडक्शन प्रोसेस देश में ही हो. इसके लिए सरकार, एजुकेशन सेक्टर और इंडस्ट्री के बीच सहयोग को भी बढ़ावा दे रही है ताकि पूरे प्रोडक्ट चेन में इन्वेस्टमेंट लाया जा सके.

R&D के लिए 650 करोड़ रुपये

सरकार 6G टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) पर भी जोर दे रही है. टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट (DoT) ने 6G पर फोक्स्ड कई R&D प्रोजेक्ट्स के लिए 650 करोड़ रुपये अलॉट किए हैं. इनमें 111 रिसर्च प्रपोजल शामिल हैं जिनका मकसद 6G नेटवर्क इकोसिस्टम को बढ़ावा देना है.

इसके अलावा 19 प्रोजेक्ट्स ऐसे हैं जो 5G को बेहतर बनाने और 6G की नींव रखने पर काम कर रहे हैं. साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट भी 6G पर फोक्स्ड एडवांस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम पर पैसा लगा रहा है.

सरकार की प्लानिंग

ईटी के अनुसार, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि टेलीकम्युनिकेशन R&D के लिए आवंटित 400 करोड़ रुपये का बजट काफी नहीं है, सरकार का कहना है कि उसकी 6G स्ट्रेटेजी सिर्फ बजट पर निर्भर नहीं है बल्कि इनोवेशन को बढ़ावा देने, इंफ्रास्ट्र्क्चर बनाने और स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करने पर भी फोकस्ड है.

सरकार ऐसी अप्रोच अपना रही है ताकि एक मजबूत एंड-टू-एंड टेलीकॉम प्रोडक्ट इकोसिस्टम बनाया जा सके जिसमें ‘मेक इन इंडिया’ पर खास ध्यान दिया जाए.

कुल मिलाकर भारत सरकार 6G टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनने और चीन जैसे देशों पर निर्भरता कम करने के लिए एक ठोस योजना पर काम कर रही है. इसका मकसद देश में ही 6G टेक्नोलॉजी के लिए जरूरी हार्डवेयर का प्रोडक्शन करना और इस रीजन में एक मजबूत इकोसिस्टम बनाना है.

नालंदा की 100 साल पुरानी मस्जिद, जिसकी आज भी देखभाल करते हैं हिंदू; गांव में नहीं एक भी मुस्लिम

एक भारत वह है, जहां संभल इलाके में स्थित मंदिर 46 वर्षों तक इसलिए बंद रहता है, क्योंकि इस इलाके के सभी हिंदू पलायन कर चुके हैं. इस इलाके में लगभग 100% मुसलमानों की आबादी है. इसलिए 46 वर्षों से इस इलाके में मंदिर को बंद कर दिया जाता है. दूसरा भारत वह है, जहां नालंदा के माड़ी गांव में लगभग 100% हिंदुओं की आबादी है. यहां से सभी मुस्लमान भाई पलायन कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां पर रहने वाले हिंदू इस इलाके में स्थित मस्जिद की देखभाल करते हैं.

हिंदू भाइयों के द्वारा मस्जिद को पूरी तरह से सुरक्षित रखा गया है. इतना ही नहीं इस मस्जिद में हिंदू भाइयों के द्वारा पेन ड्राइव लगाकर माइक के सहारे पांच वक्त की नमाज भी अदा की जाती है. हिंदू समाज इस मस्जिद की देख-रेख ठीक उसी तरह से करते हैं, जैसे एक मंदिर की की जाती है. यह वो अंतर है, जो धर्मनिरपेक्ष भारत को दिखाता है. नालंदा ज्ञान की धरती रही है और हमेशा देश और दुनिया को ज्ञान की रोशनी देने का काम किया है, जिसका जीता जागता उदाहरण वेन प्रखंड का माड़ी गांव है, जो आज इस बात की गवाही दे रहा है.

100 साल पुरानी मस्जिद

इस गांव में रहने वाले स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह मस्जिद 100 साल से भी पुरानी है. इसकी देखभाल इस गांव के रहने वाले ग्रामीणों के द्वारा ही की जाती है. इस गांव में जिसके घर में भी शादी होती है, वह सबसे पहले इसी मस्जिद में आकर मत्था टेकने का काम करता है. इस मस्जिद के अंदर रखे एक पत्थर की खासियत है कि अगर किसी के गाल में सूजन आ जाती है तो इस पत्थर को घिस कर लगाने से वह ठीक हो जाता है.

गांव के जमींदार ने बनवाया था मस्जिद

इस मस्जिद का निर्माण इसी गांव के जमींदार के द्वारा कराया गया था. हालांकि इस गांव में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग अब इस गांव में नहीं रहते हैं, लेकिन मुस्लिम समुदाय के द्वारा बनाई निशानी को आज भी हिंदू समाज के लोग सहेज कर रखे हुए हैं. हालांकि गांव में अप्रिय घटना घट जाने के कारण फिलहाल कुछ महीनों से इस मस्जिद की देखभाल ठीक तरीके से नहीं की जा रही है.

अरविंद केजरीवाल का भाजपा पर हमला, कहा- अमित शाह ने अंबेडकर का किया अपमान।

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को भाजपा पर तीखा हमला किया और उसके शीर्ष नेतृत्व पर “अंबेडकर विरोधी” होने का आरोप लगाया तथा गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. केजरीवाल संसद में बीआर अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे. आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने बुधवार को बीजेपी कार्यालय के पास प्रदर्शन करने की कोशिश की.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल संसद में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब अंबडेकर को बहुत अपमान किया. उनका एक तरह से मजाक उड़ाया.

उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों, करोड़ों, करोड़ों दलितों, गरीबों और कुचले हुए लोगों, पिछड़े लोगों और वंचितों के लिए अंबेडकर भगवान से कम नहीं है.

उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने जीने का अधिकार दिया. जिस तरह से शाह ने अंबेडकर का अपमान किया है. करोड़ों लोगों की भावना आहत हुई है. जब भी जीवन में मुझे कठिनाई मुझे होती है, तो जीवनी उठाकर पढ़ लेता हूं. उनका संघर्ष हमें प्रेरणा देता है. मेरे जैसे करोड़ों लोग हैं, जिनके आदर्श बाबा साहेब हैं. करोड़ों लोगों की भावना को आहत किया है.

केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह से पीएम ने शाह का बचाव किया है. उससे साफ है कि यह भाजपा की रणनीति थी, जिसके तहत अंबेडकर का अपमान किया गया. वह इसकी निंदा करते हैं.

भाजपा अंबेडकर के खिलाफ हैः केजरीवाल

उन्होंने कहा कि भाजपा अंबेडकर के खिलाफ है. संविधान के खिलाफ है. अब बीजेपी के जितने समर्थक है, उनको तय करना होगा. उनको चुनना होगा कि वे भाजपा के साथ हैं या अंबेडकर के साथ हैं. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि वे अंबेडकर के खिलाफ हैं.

केजरीवाल ने मांग की कि शाह के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ताकि लोगों का गुस्सा कम हो. उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में यह संदेश लेकर जाएंगे कि किस तरह से भाजपा अंबेडकर का अपमान कर रही है. उन्होंने कहा कि फिर से इसकी निंदा करते हैं.

मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह के बयान की निंदा की, कहा - ये लोग संविधान को नहीं मानते।

कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कल अमित शाह जी ने जो बात कही वो निंदनीय है. मुझे मजबूरन कहना पड़ता है ये लोग संविधान को नहीं मानते. स्वर्ग और नर्क की बात करने वाले मनुस्मृति को मानते हैं. इनके गुरु गोलवरकर भी यही भाषा बोलते थे, उसी स्कूल से शिक्षित हैं, वही ये भी बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को नीचा दिखाने के लिए बोलते थे. फिर वही बात बोला. टीवी पर बातें लाइव चल रही है. उन्होंने कहा कि जिस बात को अंबडेकर कभी नहीं मानते हैं. उन बातों को लेकर उनके गृह मंत्री बात करते है. मोदी साहब उनका बचाव करने के लिए छह ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि अमित शाह ने गलत बयान दिया. पीएम ने उन्हें बचाया.

खरगे ने कहा कि बहस हो रही थी. किसी ने संविधान के बारे में अच्छा बोला, तो किसी ने तंज कसते हुए बोला था. वे लोग चाहते थे कि संविधान बारे में उत्सव मनाकर देश के सभी नवयुवकों को समझाना चाहिए. जो स्वतंत्रता के बाद पैदा हुए. युवा पीढ़ी गांधी, नेहरू, अंबडेकर के बारे में नहीं जानते थे. उस वक्त संविधान सभा में घटनाएं घटी है और सभी सदस्य ने अपनी सलाह रखी. इसका एक चिंतन हो जाए और मंथन हो जाए. देश की सभी जनता को इस बारे में मालूम हो जाए.

खरगे ने अमित शाह के बयान को बताया निंदनीय

खरगे ने कहा कि कल अमित शाह ने एक बात कही, जो बहुत ही निंदनीय है. यह देश का दुर्भाग्य है कि किसी भी एक दलित नायक को, जो सभी के लिए पूजनीय है, उनको अपमान करने की, उनके बारे में तंज कसने की और विपक्षी पार्टी की ओर देखकर बयान दिया. यह बहुत ही निंदनीय है.

खरगे ने कहा कि ये लोग संविधान को नहीं मानते हैं. स्वर्ग और नरक की बात करते हैं तो मनुस्मृति की बात करते हैं. इसमें ही लिखा है कि क्या स्वर्ग है. यह मानसिकता मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री और मोदी साहेब को भी है.

खरगे ने पीएम मोदी से की ये मांग

उन्होंने कहा कि बार-बार आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस ने उनका अपमान किया है. वे कांग्रेस, नेहरू और गांधी परिवार को नीचा दिखाने का बात करते थे. उसी तरह की बात कही.

खरगे ने कहा कि जिस आदर्श को अंबेडकर नहीं मानते हैं कि उन बातों को लेकर गृह मंत्री बात करते हैं. मोदी साहेब उनका बचाव करने के लिए ट्वीट किया. उन्होंने सवाल किया कि क्या जरूरत थी. यदि कोई बाबा साहेब के बारे में गलत बोलता है तो उसे कैबिनेट से निकाल देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अमित शाह का राजीनामा देना चाहिए और पीएम मोदी को अंबडेकर के बारे में श्रद्धा है कि उन्हें निकाल देना चाहिए. अंबेडकर का अपमान करने वालों का कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है.

आयुष्मान योजना फ्रॉड है, कागज पर होता है इलाज,सौरभ भारद्वाज

दिल्ली में जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में जनता को साधने के लिए सभी दल अपने-अपने तरीके से लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने भी दिल्ली के बुजुर्गों के लिए बड़ी स्वास्थ्य योजना संजीवनी का ऐलान किया है. केजरीवाल ने योजना का ऐलान करते हुए कहा कि तीर्थ यात्रा के बाद अब बुजुर्गों को बढ़ती उम्र में बीमारी के इलाज की चिंता से मुक्त करने के लिए संजीवनी दे रहे हैं. वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये योजना केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से बेहतर है. आयुष्मान योजना को फ्रॉड करार देते हुए कहा कि वहां बिना मरीज के ही कागजों पर इलाज हो जाता है. वहां 5 लाख के इलाज की लिमिट है जबकि संजीवनी योजना में कोई बंदिश या सीमा नहीं है.

आम आदमी पार्टी के दफ्तर में मंच से योजना का ऐलान करते हुए केजरीवाल ने कहा कि आज जो मैं बुजुर्गों के लिए स्कीम का ऐलान कर रहा हूं वो इतिहास में कभी नहीं हुआ. हम बुजुर्गों का बहुत सम्मान करते हैं. आपने देश को आगे बढ़ाने के लिए बहुत काम किया है. अब हमारी बारी है. हमने श्रवण कुमार से प्रेरित होकर बुर्जुगों के लिए मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत की. अभी तक तकरीबन 1.5 लाख बुजुर्ग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं. देश के सभी तीर्थ स्थलों पर भेजा जाता है. सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाती है. हम बुजुर्गों का बहुत मान सम्मान करते हैं, आप लोगों ने ही हमें यहां तक पहुंचाया है. बुढ़ापे में हमारा फर्ज बनता है कि हम आपका ख्याल रखें.

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है 100 बीमारियां घेर लेती हैं

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है 100 बीमारियां घेर लेती हैं. बुढ़ापे में ये चीज सबको तकलीफ देती है. सबको इलाज की चिंता होती है. अच्छे खासे परिवार वाले को भी जानता हूं, जिनके बच्चे खयाल नहीं रखते. मगर, आप कभी चिंता मत करना, आपका ये बेटा जिंदा है. रामायण में कहानी है जब लक्ष्मण मूर्छित हुए थे तब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर आए थे. वैसे ही दिल्ली में सरकार बनने के बाद बुर्जुगों के लिए दिल्ली सरकार संजीवनी योजना लेकर आएगी.

केजरीवाल ने कहा कि आप इलाज की फिक्र ना करें. संजीवनी योजना में मुफ्त इलाज होगा. कोई लिमिट या श्रेणी नहीं है. 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए हम संजीवनी योजना लेकर आएंगे. उनका पूरा इलाज फ्री कराया जाएगा. इसमें कोई लिमिट नहीं होगी. गरीब अमीर सबका इलाज फ्री कराया जाएगा.

दो-तीन दिन में रजिस्ट्रेशन शुरू होगा

केजरीवाल ने कहा कि इसके लिए दो तीन दिन में रजिस्ट्रेशन शुरू होगा. आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है. पार्टी के कार्यकर्ता आएंगे और आपको एक कार्ड देंगे. उस कार्ड को संभाल कर रख लेना. सरकार बनते ही आपके लिए ये योजना लेकर आएंगे.आप बस अपना आशीर्वाद बनाए रखना.

इसको लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हिंदुस्तान में ऐसा पहली बार हुआ था, जब एक बेटे ने सोचा कि जितने भी मां-बाप हैं, उन्हें तीर्थ यात्रा पर भेजा जाए. आज दिल्ली का बड़ा बेटा कहलाने वाले अरविंद केजरीवाल जी कुछ लेकर आए हैं. हर एक सीनियर सिटीजन के दिमाग में एक ही बात आती है कि अब मैं रिटायर हो गया हूं, अगर बीमार पढ़ता हूं तो मेरा इलाज कैसे होगा. उसको ध्यान में रखते हुए केजरीवाल संजीवनी योजना लेकर आए हैं, जिसमें सीनियर सिटीजन का दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों के अंदर इलाज मुफ़्त किया जाएगा. सारा खर्च दिल्ली की चुनी हुई सरकार देगी.

केजरीवाल ने समस्या का समाधान कर दिया

भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार में सभी सरकारी अस्पतालों में दवाई, टेस्ट, सर्जरी और ओपीडी सब फ्री है. लेकिन मन में सवाल आता है कि अगर हमें प्राइवेट अस्पताल में एडमिट होना पड़े तो खर्चा कैसे देंगे. आज केजरीवाल ने उस समस्या का समाधान कर दिया. अगर आप 60 साल से ऊपर के नागरिक हैं और प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराते हैं तो वह कैशलेस होगा. सारा खर्च केजरीवाल सरकार वहन करेगी.

आयुष्मान योजना लागू न करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह योजना एक फ्रॉड है. खुद कैग ने कहा कि मरने के बाद इलाज कर दिए गए. दूसरी बात आयुष्मान योजना में 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों का इलाज करोगे. 60 से ऊपर के कहां जाएंगे. उन्हें कुएं में फेंक देंगे क्या. आप कहते हैं कि 5 लाख रुपये का इलाज करोगे, उससे ऊपर का इलाज कौन कराएगा. केजरीवाल की संजीवनी योजना में 5 लाख लगें या 50 लाख, खर्च अरविंद केजरीवाल उठाएंगे.

इनके कहने से घाटे में नहीं हो जाएगी

कैग की रिपोर्ट टेबल न करने और उसमें दिल्ली सरकार के घाटे के बीजेपी के आरोपों पर कहा कि दिल्ली सरकार घाटे में है, इनके कहने से घाटे में नहीं हो जाएगी. बीजेपी की सभी सरकार घाटे में हैं. दिल्ली सरकार फ्री बिजली दे रही है. हम तीर्थ यात्रा करवा रहे हैं, महिलाओं को फ्री बस यात्रा दी.

केदारनाथ धाम पर बेअदबी, श्री भैरव मंदिर में जूते पहन घुसा मजदूर, मूर्तियों से की छेड़छाड़

उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में एक वायरल वीडियो से हड़कंप मचा हुआ है. केदारनाथ मंदिर से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित श्री भैरव मंदिर परिसर में एक युवक ने बेअदबी की है. धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए युवक मंदिर परिसर में जूते पहने घूम रहा है. इस दौरान उसने मूर्तियों से भी छेड़छाड़ की. वीडियो में दिख रहा युवक मजदूर बताया जा रहा है. पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया है. वीडियो मंगलवार 17 दिसंबर का है.

मंदिर के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ युवक मंदिर परिसर में जूते पहने घूम रहा है. वह हाथ में पकड़े डंडे से भैरवनाथ मंदिर की मूर्तियों से छेड़छाड़ करते हुए दिखाई दे रहा है. रुद्रप्रयाग पुलिस के मुताबिक, जानकारी में आया है कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्यों में लगी गावर कम्पनी का मजदूर है. इस मामले में कोतवाली सोनप्रयाग पर आरोपी संबंधित कंपनी के कर्मचारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

केदारनाथ धाम पर किसी के जाने की अनुमति नहीं

घटना के बाद आरोपी फरार है. पुलिस ने उसको पकड़ने के लिए टीम का गठन किया है. जानकारी के मुताबिक, केदारनाथ मंदिर के कपाट बदं होने के बाद धाम पर जाने की किसी को अनुमति नहीं हैं, केवल केदारनाथ में पुलिस द्वारा वहां पुर्ननिर्माण का कार्य कर रहें लोगों को अनुमति दी गई है. वहां पर मजदूर काम करने जाते हैं. इन्हीं में से एक मजदूर ने मंदिर परिसर में घुसकर यह हरकत की है. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.

6 महीने रहते हैं कपाट बंद

केदारनाथ धाम के कपाट बंद है. पौराणिक परंपरा के अनुसार, 6 महीने धाम में देवगण भगवान भोले शंकर की पूजा करते हैं और 6 महीने नर. अभी बाबा के कपाट बंद है. तीर्थ पुरोहित अंकुर शुक्ला ने बताया कि यह वीडियो भुकुंट भैरवनाथ मंदिर की है, जो केदारनाथ धाम के रक्षक हैं. वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक मजदूर व्यक्ति भुकुंट भैरवनाथ मंदिर में जाकर मूर्तियों के साथ छेड़खानी कर रहा है और मंदिर प्रांगण में जूते ले जा रखा है. उन्होंने बताया कि मजदूर के जूते मूर्ति पर भी स्पर्श हो रहे हैं.

उन्होंने बताया कि हमारी सनातनी परंपरा है कि 6 महीने जब कपाट बंद होते हैं तो केदारनाथ धाम में कोई भी व्यक्ति नहीं रहेगा, लेकिन आपदा के बाद नवनिर्माण के नाम पर हमारे हिंदू भावनाओं के साथ छेड़खानी की जा रही है. उन्होंने पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठा हैं.

बनारस का लाल पेड़ा: जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खाते हैं, जानिए इसकी खासियत।

धीरे-धीरे होने की एक सामूहिक लय, दृढ़ता से बांधे है इस समूचे शहर को…हिन्दी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर रहे कवि केदारनाथ सिंह की इन पंक्तियों को ठीक से समझना हो तो आप बनारस के उदय प्रताप कॉलेज के कैंपस में बनने वाले लाल पेड़ा की मेकिंग देख कर समझ सकते हैं. धीमी आंच पर खोये को भूनते हुए देखना और इसकी सोंधी सोंधी खुशबू धीरे धीरे पूरे माहौल को “बनारस” बना देती है.

आप ये पढ़कर नॉस्टैल्जिक हो गए होंगे, लेकिन यकीन जानिए यहां बनने वाला लाल पेड़ा और इसे बनाने का तरीका कुछ ऐसा ही है. इस पेड़े का हर कोई दीवाना है. इनमें केदारनाथ सिंह, नामवर सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह, चंद्रशेखर और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी आता है. ये लाल पेड़ा सबको बहुत पसंद आता है. छात्र जीवन में कभी केदारनाथ सिंह लाल पेड़ा खाते हुए मौज में कहा करते थे कि “गुरू जवन मजा बनारस में, उ न पेरिस में न फारस में”

लाल पेड़ा बनाने का तरीका

1911 में राजर्षि उदय प्रताप सिंह, जो यूपी कॉलेज के फाउंडर थे. उन्होंने छात्रों को शुद्ध और स्वादिष्ट मिठाइयां मिले और वो बनारस की एक पहचान दूध और रबड़ी खा सकें. इसके लिए लोकल हलवाई लालता और बसंता यादव को कॉलेज कैंपस में मिठाई की दुकान शुरू करने की इजाजत दी. इन्हीं लालता और बसंता ने अपने कारीगर नगई के साथ मिलकर लाल पेड़ा बनाने का तरीका ईजाद किया था. अब इस दुकान की जिम्मेदारी यहां की तीसरी पीढ़ी जय सिंह यादव संभाल रहे हैं.

113 साल पुरानी दुकान

आज यूं तो बनारस के हर इलाके में आपको लाल पेड़ा मिल जाएगा, लेकिन इसकी ओरिजिन इसी यूपी कॉलेज के कैंपस में स्थित इसी 113 साल पुरानी दुकान से हुई थी. कहा जाता है कि एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, जो इसी कॉलेज के पूर्व छात्र रह चुके थे. जब यूपी कॉलेज पहुंचे तो ये लाल पेड़ा उनको खाने के लिए दिया गया. लाल पेड़ा देखते ही वो फूट फूट कर रोने लगें. उन्हें अपना छात्र जीवन याद आ गया.

लाल पेड़ा को GI टैग

पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की यूपी कॉलेज में राजा साहब के नाम से आज भी चर्चा होती है. छात्र जीवन में वीपी इस मिठाई के दीवाने तो थे ही साथ ही प्रधानमंत्री रहने के दौरान भी स्पेशली ये मिठाई बनारस से मंगाते थे. ऐसे ही चंद्रशेखर भी थे. पीएम मोदी के समय कार्यकाल में इस लाल पेड़ा को GI टैग भी मिल गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस लाल पेड़ा को बनारस की सरहद से निकालकर पूरी दुनियां तक पहुंचाने का काम किया. आज बनारस के अमूल प्लांट से तैयार लाल पेड़ा पूरी दुनियां में पहुंच रहा है. लाल पेड़ा सामाजिक और धार्मिक समारोहों, त्यौहारों और शुभ अवसरों पर नियमित रूप से दिखाई देता है.

इस पेड़ा में खास क्या है?

बाबा विश्वनाथ से लेकर संकट मोचन तक को इसका भोग लगाया जाता है. इसकी सेल्फ लाइफ लगभग 15 से 20 दिन रहती है. पूछने पर जय सिंह बताते हैं कि इस क्लासिक मिठाई की तैयारी में इस्तेमाल किया जाने वाला खास दानेदार खोया इसे देश भर में बनने वाले पेड़ों से अलग करता है. दानेदार खोया और चीनी को एक खुले बर्तन में तेज आंच पर गर्म किया जाता है. बीच बीच में घी डालना होता है. इसको तब तक लगातार हिलाया जाता है जब तक कि एक समान लाल-भूरा रंग न आ जाए. आंच से उतारने पर इसकी बनावट चिकनी होनी चाहिए.

गाजियाबाद की सोसायटी में रहने वाले लोग हेलमेट पहनकर घूमते हैं, जानिए क्या है इसकी वजह?

दोपहिया वाहन पर हमेशा हेलनेट पहन कर सफर करें… आपने ये तो सुना ही होगा. लेकिन क्या आपने कभी ऐसा भी देखा है कि पैदल चलने वाले हेलमेट पहने हों? नहीं ना? क्योंकि पैदल चलने के लिए हेलमेट की क्या ही जरूरत. मगर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुछ लोग रोजाना हेलमेट पहन कर बाहर घूमने पर मजबूर हैं. मामला गुलमोहर एनक्लेव सोसायटी का है.

इस सोसायटी में रहने वाले लोगों के लिए हेलमेट पहनना अब जरूरी हो गया है. सोसायटी में कुछ दिनों पहले एक फ्लैट की बालकनी से गमला गिरने से 72 वर्षीय दिनेश सिंह बाल-बाल बच गए थे. इस घटना के बाद से ही दिनेश सिंह सुबह-शाम टहलने के लिए हेलमेट पहनकर निकल रहे हैं. सोसायटी के अन्य लोगों ने भी उन्हें देखकर हेलमेट पहनना शुरू कर दिया है.

RWA से की थी शिकायत

सोसायटी के लोगों का कहना है कि दिनेश सिंह के ऊपर जब गमला गिरा तो इसकी शिकायत RWA से की गई. लेकिन इसका कोई भी हल नहीं निकाला गया. कहीं किसी और के साथ दोबारा ऐसा हादसा न हो जाए, इसलिए लोग रोजाना घर से हेलमेट पहनकर निकलते हैं. फिर हेलमेट के साथ ही सोसायटी में टहलते हैं.

तार से बंधे गमले

दिनेश सिंह ने बताया कि लोगों ने बालकनी से बाहर बिना तार से बंधे हुए गमले रख रखे हैं जो अचानक से गिर जाते हैं, जिससे जान को खतरा बना रहता है. इसीलिए वह हेलमेट पहनकर सुबह शाम घूमते हैं. वहीं, गुलमोहर एनक्लेव आरडब्लूए के पूर्व महासचिव आर के गर्ग ने भी सभी निवासियों से अपने घरों के ऊपर बिना जाली लगे गमलों को हटाने की अपील की है.