पुलिस ने मृत नक्सलियों के पास से 02 नग 303 रायफल, 02 नग बीजीएल लांचर , 02 नग 12 बोर रायफल एवं 02 नग भरमार बंदूक सहित भारी मात्रा में अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद की है. बता दें कि दक्षिण माड़ डिवीजन, पीएलजीए प्लाटून नम्बर 16, इंद्रावती एरिया कमिटी, इत्यादि के शीर्ष नक्सलियों की सूचना पर संयुक्त टीम निकली थी. इस संयुक्त अभियान में नारायणपुर डीआरजी, दंतेवाड़ा डीआरजी, जगदलपुर डीआरजी, कोण्डागांव डीआरजी और एसटीएफ व सीआरपीएफ शामिल थे. नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 10 दिसंबर को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोंडागांव जिले की डीआरजी के साथ एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी शीर्ष माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी.
अभियान के दौरान 12 दिसंबर को लगभग प्रातः 3ः00 बजे दक्षिण अबूझमाड़ कलहाजा – डोंड़रबेड़ा के जंगल, पहाड़ में पुलिस पार्टी एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो देर तक लगातार चलती रही. फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों ने अपने-अपने दिए गए टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग की. इस दौरान घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से 05 पुरूष एवं 02 महिला कुल 07 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव बरामद किया गया. मारे गए माओवादियों में कार्तिक उर्फ दसरू 25 लाख इनामी, रैनी उर्फ रमिला मडकम 05 लाख इनामी सहित अन्य सोमारी ओयाम, गुडसा कुच्चा, रैनू पोयाम, कमलेश उर्फ कोहला एव सोमारु उर्फ मोटू 2-2 लाख ईनामी नक्सली शामिल थे. घटना स्थल पर और भी खून के धब्बे दिखाई दिए, जिससे इस मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य माओवादियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना जताई जा रही है.
मारे गये नक्सलियों के नाम व पद
1. रामचन्द्र उर्फ कार्तिक उर्फ दसरू उर्फ जीवन – एस. सी. एम. ओडिसा स्टेट कमेटी सदस्य , सचिव पश्चिम ब्यूरो
2. रैनी उर्फ रमिला मडकम – एसीएम पश्चिम बस्तर
3. सोमारी ओयाम – पीएम
4. गुडसा कुच्चा – पीएम
5. रैनू पोयाम – पीएम
6. कमलेश उर्फ कोहला – पीएम
7. सोमारु उर्फ मोटू – पीएम
पुलिस ने कहा – मुख्यधारा में लौटें नहीं तो परिणाम भुगतने तैयार रहें
अबूझमाड़ माओवादियों का गढ़ है और माओवादी इन्हें अपना सुरक्षित ठिकाना मनाते हैं. इस क्षेत्र में जिला नारायणपुर, दन्तेवाड़ा, कोण्डागांव और कांकेर द्वारा संयुक्त रूप से संचालित नक्सल विरोधी अभियान के दौरान विगत एक साल में 130 से ज्यादा माओवादी मारे जा चुके हैं. सिर्फ नारायणपुर जिले में पिछले एक साल में 56 नक्सली मारे जा चुके हैं. ये आंकड़े अबूझमाड़ में नक्सलियों के विरूद्ध सुरक्षा बलो के प्रहार और सफलता को दर्शाता है. प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं कुशल रणनीति के साथ काम करने के परिणामस्वरूप यह एक सफल ऑपरेशन रहा. प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है, इसलिए माओवादी संगठन से पुलिस ने अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़े अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें.
Dec 14 2024, 20:10