*जिलाधिकारी ने बस स्टेशन व रैन बसेरा का किया निरीक्षण*




अयोध्या- जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने देर रात्रि रैन बसेरा, बस स्टेशन अयोध्या का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारी से रैन बसेरा बढ़ाने के लिए कहा तथा रैन बसेरा में 15-15 विस्तर सेट, लाईट, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। रैन बसेरा के ऊपर तिरपाल की व्यवस्था के साथ-साथ अलाव व लकड़ी की भी व्यवस्था करने के लिए कहा। 




जिलाधिकारी ने ए0आर0एम0 से बस तथा इलेक्ट्रिक बस के सेडूल के बारे में जानकारी ली व मेडिकल किट और कूड़े के लिए डेस्टबिन के लिए कहा। रोडवेज के अन्दर रैन बसेरे के पास हाईमाक्स लाईट खराब पड़ी है उसको तत्काल ठीक कराने के लिए तथा रास्ते में जो भी गड्ढे हो उसको बराबर कराने के निर्देश दिये। 




उन्होंने रात में जो भी कर्मचारी ड्यूटी कर रहे है उसकी भी जानकारी ली तथा रोडवेज के पास बने रैन बसेरे के पास शौचालय जर्जर, गंदा देखकर नाराजगी व्यक्त की तथा उसको साफ सुथरा व मरम्मत कराने और मोबाइल टॉयलेट लगाने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिये। उन्होंने ठंड से बचने के लिए जहां जहां रैन बसेरा बना हुआ है वहां पर विस्तर व अलाव की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त, ए0आर0एम0 रोडवेज, ऐई आदि उपस्थित रहे।

अयोध्या जिला प्रशासन ने जारी की ठंड से बचाव के लिए एडवायजरी

अयोध्या ।अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) ने विज्ञप्ति के माध्यम से अवगत कराया गया है कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा माह दिसम्बर 2024 से माह फरवरी 2025 के मध्य सामान्य से कम तापमान होने का पूर्वानुमान जारी किये गये है। तद्क्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा शीतलहर से बचाव हेतु शमन, तैयारी और प्रतिक्रिया के उचित उपाय किये जाने हेतु दिशा-निर्देश/ एडवाइ‌जरी निर्गत की गयी है। इस संबंध में उ०प्र० राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ द्वारा शीतलहर से बचाव हेतु "क्या करें, क्या न करें आदि का जन समुदाय में विस्तृत प्रचार-प्रसार कराये जाने की अपेक्षा की गयी है, जिसका विवरण निम्नवत् हैः-

शीतलहरी से बचाव हेतु एडवाइजरी

शीतलहर से पहले

रेडियो सुनें, टीवी देखें, स्थानीय मौसम पूर्वानुमान के लिए समाचार पत्र पढ़ें ताकि यह पता चल सके कि क्या शीतलहर होने वाली है।

पर्याप्त सर्दियों के कपडे पहनें। कपडों की कई परतें अधिक सहायक होती है।

आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें।

शीतलहर के दौरान फ्लू, नाक से खून जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, जो आमतौर पर ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण हो जाती हैं या बढ़ जाती हैं। इस तरह के लक्षणों के लिए डॉक्टर से सलाह लें।

शीतलहर के दौरान

मौसम की जानकारी और आपातकालीन प्रक्रिया की जानकारी का बारीकी से पालन करें और सलाह के अनुसार कार्य करें।

जितना हो सके घर के अंदर रहें और ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें

भारी कपडों की एक परत के बजाय ढीले फिटिंग, हल्के, विंडप्रूफ गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। टाइट कपडे ब्लड सर्कुलेशन को कम करते हैं।

अपने आप को सूखा रखें, अपने सिर, गर्दन, हाथों और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से कवर करें क्योंकि शरीर के इन अंगों के माध्यम से शरीर को ठंडक लगने का खतरा अधिक रहता है।

दस्ताने पहनें क्योंकि दस्ताने ठंडक से गर्मी और इन्सुलेशन प्रदान करते है क्योकि उंगलियां अपनी गर्मी साझा करती है और ठंड के लिए कम सतह क्षेत्र को उजागर करती है।

ठंडक से बचने के लिए टोपी और मफलर का प्रयोग करें। शरीर के तापमान का संतुलन बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार लें।

पर्याप्त इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं।

नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थ पिएं, क्योंकि गर्म पेय पदार्थ ठंडक से लडने के लिए शरीर को गर्मी प्रदान करता है।

बुजुर्ग लोगों और बच्चों की देखभाल करें और अकेले रहने वाले पडोसियों का ख्याल रखें।

गर्मी उत्पन्न करने के लिये बंद कमरे के अन्दर कोयला /अंगीठी न जलायें क्योंकि इससे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस उत्पन्न हो सकती है जो बहुत जहरीली होती है और कमरे में मौजूद लोगों की जान जा सकती है।

हाइ‌पोथर्मिया के मामले में_

क्या करें

व्यक्ति को गर्म स्थान पर ले जाएं और उसके गीले कपडे बदले।

व्यक्ति के शरीर को त्वचा से त्वचा के संपर्क में लाकर गर्म रखें, तौलिये या चादर की परतों से सुखाये।

शरीर के तापमान को बढ़ाने में मदद करने के लिए गर्म पेय दें। शराब न दें।

स्थिति बिगड़ने पर चिकित्सीय सहायता लें।

क्या न करें

लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से बचें।

शराब न पीएं क्योंकि यह शरीर के तापमान को कम करती है, और रक्त वाहिकाओं को संकुचित करती है

ठंडे से प्रभावित अंग की मालिश न करें। इससे अधिक नुकसान हो सकता है।

कपकंपी को नजरअंदाज न करें। यह पहला संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है-घर के अंदर शरण लें।

प्रभावित व्यक्ति को तब तक कोई तरल पदार्थ न दे जब तक कि पूरी तरह से सचेत न हो जाए।

कृषि

क्या करें और क्या न करें

शीत लहर और पाला फसलों को नुकसान पहुंचाते है, जिसमें उनमें काला रतुआ, सफेद रतुआ, पछेती-तुषार आदि रोग उत्पन्न होते हैं। शीत लहर के कारण अंकुरण, वृद्धि, पुष्यन, उपज और भंडारण अवधि में विभिन्न प्रकार के शारीरिक व्यवधान का कारण बनती है। क्या करें

ठंड से होने वाली बीमारी के लिए उपचारात्मक उपाय अपनायें जैसे बेहतर जड़ विकास को सक्रिय करने के लिए बोर्डो

मिश्रण या कॉपर ऑक्सी क्लोराइड, फास्फोरस (P) और पोटेशियम (K) का छिडकाव करें।

शीत लहर के दौरान जहां भी संभव हो हल्की और बार-बार सतही सिंचाई करें।

बागवानी और बगीचों में इंटरक्रॉपिंग (अन्तर फसल) खेती का उपयोग करें।

टमाटर, बैंगन जैसी सब्जियों की मिश्रित फसल, के साथ सरसों/अरहर जैसी लंबी फसलें ठंडी हवाओं (ठंड के खिलाफ आश्रय) के खिलाफ आवश्यक आश्रय प्रदान करेगी।

सर्दियों के दौरान युवा फलदार पौधों को प्लास्टिक द्वारा ढककर अथवा पुआल या सरकंडा घास आदि के छप्पर (झुग्गिया) बनाकर विकिरण अवशोषण (Absorption) को बढाया जा सकता है।

जैविक मल्चिंग (तापीय इन्सुलेशन के लिए)।

विंड ब्रेक/शेल्टर बेल्ट लगाना (हवा की गति को कम करने के लिए)।

पशुपालन/पशुधन_

करें और क्या न करें

शीत लहर के दौरान, जानवरों और पशुधन को जीविका के लिए अधिक भोजन की आवश्यकता होती है क्योंकि ऊर्जा की यकता बढ़ जाती है। भैसों / मवेशियों के लिए इस मौसम के दौरान जानवरों में तापमान में अत्यधिक भिन्नता पशुओं की प्रजनन प्रभावित कर सकती है।

क्या करें, क्या न करें

ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क से बचने के लिए रात के दौरान सभी तरफ से जानवरों के आवास को ढक दें।

पशुधन आहार पद्धति और आहार पूरकों में सुधार करें। उच्च गुणवत्ता वाले चारे या चरागाहों का उपयोग।

वसायुक्त खुराक प्रदान करें आहार सेवन, खिलाने और चबाने के व्यवहार पर अनुपात केंद्रित करें।

सर्दियों के दौरान पशुओं के नीचे सूखा भूसा जैसी कुछ बिछावान सामग्री डालें।

पशुओं को ठंड के समय में गुड़ व कैल्शियम टॉनिक पिलाएं पशुओं को ठंड के मौसम में जूट की बोरी अथवा घर में पड़ा पुराना कंबल उढाएं ।

प्रेगनेंट पशुओं को ठंड लगने की ज्यादा संभावना होती है उनके पास अलाव जलाकर रखें लेकिन यह भी ध्यान में रखें कि

अलाव से पशुओं से कोई नुकसान ना पहुंचे। शीतलहर के दौरान पशुओं को खुले स्थानों में न बांधे व घूमने न दें।

शीत लहर के दौरान पशुमेले से बचें। जानवरों को ठंडा चारा और ठंडा पानी देने से बचें पशु आश्रय में नमी और धुएं से बचें।

मृत पशुओं के शवों को पशुओं के नियमित चरने वाले मार्गों पर नहीं फेंका जाना चाहिए।

यातायात हेतु निर्देश

गन्ना तथा भूसा ढोने वाले गाडियों जैसे-ट्रॉली, ट्रक, बैलगाड़ी पर क्षमता से अधिक गन्ना न लादें।

सर्दियों में गाड़ियों में फॉग लाईट का इस्तेमाल करें।

गाडियों आगे व पीछे रेडियम पट्टी का प्रयोग करें।

भार ढोने वाले वाहन के चालक इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पीछे से आ रही एम्बुलेंस को रास्ता दें।

वाहन में हमेशा प्राथमिक उपचार किट अवश्य रखें।

शॉल व कम्बल ओढ़कर वाहन न चलायें।

दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी/ठंड में बहुत आवश्यक होने पर ही घर से वाहन लेकर बाहर निकलें, दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी/ठंड में बाहर निकलते समय गर्म कपडे, दस्ताने, चश्मा, हेलमेट पहन कर निकलें।

दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी में वाहन को धीमें चलायें इससे खुद के साथ-साथ दुसरों को भी सुरक्षित रख सकते है। जनपद अयोध्या में लगभग 150 स्थान अलाव जलाये जाने हेतु चिन्हित किया गया है तथा 14 रैनबसेरा कियासील है। समस्त रैनबसेरों में व्यक्तियों के ठहरने की उचित व्यवस्था है, जिसमें रजाई ग‌द्दा कम्बल, बेड, पेयजल, शौचालय, प्रकाश आदि की व्यवस्था की गयी है।

तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय नेपाली-गोरखा सम्मेलन का हुआ शुभारंभ

अयोध्या ।अयोध्या धाम में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय नेपाली-गोरखा सम्मेलन की शुरुआत हो गई है। इस सम्मेलन में भारत के विभिन्न राज्यों और नेपाल से लगभग 500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिनमें करीब 50% महिलाएं हैं। प्रतिनिधियों में नेपाल के विभिन्न उपजातियों के लोग, जैसे राई, तामंग, गुरूङ, मगर, ब्राह्मण, छेत्री, शेर्पा, तमू, लेप्चा आदि शामिल हैं। सम्मेलन में अयोध्या धाम की परिक्रमा के बाद श्रीराम मन्दिर में दर्शन किए गए।

सम्मेलन के उद्घाटन में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव में भारत सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील की गई और बांग्लादेश सरकार से हमलावर जेहादियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।

सम्मेलन के उद्घाटन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ अधिकारी इन्द्रेश कुमार, परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष अशोक चौरसिया, बडाभक्तमाल के महंत श्री अवधेश दास और कई अन्य प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रही। सम्मेलन 15 दिसम्बर को समाप्त होगा, और इसमें भारत-नेपाल संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।

*लक्ष्य भी पार और टीबी पर भी वार*

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्पों को पूरा करते हुए जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। एक वर्ष पूरा होने से पहले ही लक्ष्य से भी अधिक टीबी मरीजों को ढूंढ निकाला है। बीमारी पर वार करने के लिए दवा भी शुरू हो गई है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान टीबी चिकित्सालय व क्लीनिकों के चिकित्सक व कर्मचारियों का योगदान माना जा रहा है।

जिले में एक साल यानी एक जनवरी से 31 दिसम्बर के बीच में 7530 टीबी मरीजों को ढूंढने के लक्ष्य मिला था। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि इन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सीएचसी-पीएचसी पर कर्मचारी जुटे रहे। इस दौरान मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। नवम्बर माह में ही लक्ष्य के सापेक्ष 7596 मरीजों को ढूंढ निकाला गया।

डीटीसी अयोध्या ने 400 फीसदी बेहतर किया

टीबी यूनिट डीटीसी अयोध्या में मरीजों को ढूंढ निकालने में बाजी मारी है। 456 के सापेक्ष 1670 मरीजों को खोज निकाला है। यह लक्ष्य से 400 फीसदी अधिक है। पूराबाजार में 469 के सापेक्ष 956 मरीज, श्रीराम हॉस्पिटल में 301 के सापेक्ष 338 व यूपीएचसी जनौरा में 450 के सापेक्ष 1016 मरीज नोटिफाइड किया है।

अब मिल रहे छह हजार

1 नवम्बर 2024 से नोटिफाइड होने वाले टीबी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत छह हजार रुपये दिए जाएंगे। इसमें पहली बार में तीन हजार व 84 दिन बाद अगली तीन हजार की राशि बैंक अकाउंट में आएगी।

अभियान अभी जारी है

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि मरीज खोजी अभियान को 31 दिसम्बर तक पूरा करना था। हमने समय से पहले ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इसमें निजी चिकित्सकों का भी बड़ा योगदान रहा। अभी वर्ष पूरा नहीं हुआ है। हमारा अभियान जारी है।

अयोध्या में दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

अयोध्या।भारतीय रिज़र्व बैंक, लखनऊ कार्यालय द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के वित्त पोषण के लिए अयोध्या जनपद के बैंकर्स की क्षमतावर्धन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 12 एवं 13 दिसंबर 2024 को अयोध्या में किया गया जिसमें विभिन्न बैंकों से 67 बैंकर्स ने भाग लिया।

इस कार्यशाला में श्रीमती सोनाली दास, महाप्रबंधक, श्री राकेश दुबे, उप महाप्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक, एमएसएमई-

डीएफओ कानपुर, जिला अग्रणी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थें। श्रीमती सोनाली दास ने प्रतिभागियों को देश के विकास में एमएसएमई वित्तपोषण का महत्व और एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने में बैंकरों की भूमिका पर जोर दिया। भारतीय रिज़र्व बैंक के अधिकारियों एवं अतिथि व्याख्याताओं द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम से संबंधित विषयों पर ज्ञानवर्धक सत्र लिये गए।

*लक्ष्य भी पार और टीबी पर भी वार*


अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्पों को पूरा करते हुए जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। एक वर्ष पूरा होने से पहले ही लक्ष्य से भी अधिक टीबी मरीजों को ढूंढ निकाला है। बीमारी पर वार करने के लिए दवा भी शुरू हो गई है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान टीबी चिकित्सालय व क्लीनिकों के चिकित्सक व कर्मचारियों का योगदान माना जा रहा है।

जिले में एक साल यानी एक जनवरी से 31 दिसम्बर के बीच में 7530 टीबी मरीजों को ढूंढने के लक्ष्य मिला था। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि इन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सीएचसी-पीएचसी पर कर्मचारी जुटे रहे। इस दौरान मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। नवम्बर माह में ही लक्ष्य के सापेक्ष 7596 मरीजों को ढूंढ निकाला गया।

डीटीसी अयोध्या ने 400 फीसदी बेहतर किया

टीबी यूनिट डीटीसी अयोध्या में मरीजों को ढूंढ निकालने में बाजी मारी है। 456 के सापेक्ष 1670 मरीजों को खोज निकाला है। यह लक्ष्य से 400 फीसदी अधिक है। पूराबाजार में 469 के सापेक्ष 956 मरीज, श्रीराम हॉस्पिटल में 301 के सापेक्ष 338 व यूपीएचसी जनौरा में 450 के सापेक्ष 1016 मरीज नोटिफाइड किया है।

अब मिल रहे छह हजार

1 नवम्बर 2024 से नोटिफाइड होने वाले टीबी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत छह हजार रुपये दिए जाएंगे। इसमें पहली बार में तीन हजार व 84 दिन बाद अगली तीन हजार की राशि बैंक अकाउंट में आएगी।

अभियान अभी जारी है

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि मरीज खोजी अभियान को 31 दिसम्बर तक पूरा करना था। हमने समय से पहले ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इसमें निजी चिकित्सकों का भी बड़ा योगदान रहा। अभी वर्ष पूरा नहीं हुआ है। हमारा अभियान जारी है।

दशमोत्तर छात्रवृत्त योजनान्तर्गत जनपद स्तर गठित समिति अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण समिति की बैठक

अयोध्या: जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्टेªट सभागार में दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत जनपद स्तर पर गठित अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई।

बैठक में जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी द्वारा कक्षा 11-12 स्तर पर प्रोफाइल अपडेट करने और कक्षा 11-12 के ऊपर की संस्थाओं द्वारा मास्टर डाटा लॉक करने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई। इसके साथ ही लम्बित प्रकरणों की स्थिति भी विस्तृत रूप से बताई गई। छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजनान्तर्गत कक्षा 9-10, कक्षा 11-12 और उससे ऊपर की कक्षाओं में छात्रों द्वारा लगातार आवेदन किए जा रहे हैं, लेकिन शिक्षण संस्थानों द्वारा इन आवेदन पत्रों को अग्रसारित नहीं किया जा रहा, जिसके कारण अनेक ऑनलाइन आवेदन पत्र लम्बित पड़े हैं।

अपर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी शिक्षण संस्थान अपने स्तर पर ऑनलाइन आवेदन पत्रों को लम्बित न छोड़ें और उनके सापेक्ष नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें समय से अग्रसारित या निरस्त करें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग नकारात्मक रूप से प्रभावित न हो, सभी शिक्षण संस्थानों को अपने पोर्टल पर लम्बित ऑनलाइन आवेदन पत्रों की समीक्षा कर उनका निस्तारण करने का निर्देश दिया गया।

अपर जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि सभी शिक्षण संस्थाओं के कक्षाध्यापकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए, और संस्था प्रमुख से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाए।

बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्य, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि, आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों के प्रतिनिधि, तथा अन्य संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

हवाई अड्डे पर कमिश्नर गौरव दयाल की अध्यक्षता में हुई बैठक

अयोध्या।महर्षि वाल्मीकि हवाई अड्डे पर एरोड्रम समिति की पहली बैठक संपन्न हुई । बैठक में कमिश्नर गौरव दयाल आईजी प्रवीण कुमार डीएम चंद्र विजय सिंह एसएसपी राजकरण नैय्यर व एयरपोर्ट की डायरेक्टर विनोद कुमार मौजूद रहे । बताया जाता है कि हवाई अड्डे से जुड़ी आकस्मिक और विमान अपहरण जैसी स्थिति से निपटने के लिए बनाई गई है एक समिति । देश के सभी हवाई अड्डों पर साल में दो बार एरोड्रम समिति की बैठक होती है । इस अवसर मिले आकस्मिक योजना के बारे में अपडेट किया गया । इस दौरान विमान अपहरण की स्थिति में हितधारकों द्वारा अपनाई जाने वाली मानक प्रक्रियाओं से भी अवगत कराया गया । समिति की बैठक में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां उच्च अधिकारी शामिल हुए । बैठक में विमान हाईजैक होने की स्थिति में एयरपोर्ट के डायरेक्टर विनोद कुमार ने जानकारी दी कि नगर विमान सुरक्षा ब्यूरो के अनुसार साल में दो बार समिति की बैठक करना अनिवार्य है । समिति के अध्यक्ष कमिश्नर होते है ।

जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की हुई बैठक

अयोध्या। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आहूत की गयी। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड, गोल्डन कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनायें जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि जो भी आशा, ए0एन0एम0 दिये गये दायित्वों का सही ढंग से निर्वाहन नही कर रही है उनके विरूद्व कड़ी कार्यवाही की जाय। साथ ही यह भी निर्देश दिये कि सम्बंधित अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान एम0ओ0आई0सी0 सोहावल, मिल्कीपुर, हरिग्टनगंज के वेतन रोकने के लिए निर्देश दिये। साथ ही एम0ओ0आई0सी0 मसौधा को सही कार्य न करने के कारण कड़ी फटकार लगायी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डिलेवरी की बेहतर सुविधा है। आशा व ए0एन0एम0 सम्बंधित मरीजों को सरकारी अस्पतालों में डिलेवरी कराने के लिए प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि इस समय राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत 100 दिवसीय सघन टी0बी0 अभियान कार्यक्रम चल रहा है इसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाय और मरीजों को चिन्हित करते हुये उन्हें बेहतर इलाज सुनिश्चित कराया जाय।

बैठक में राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि नवजात शिशु (0 वर्ष) से 5 वर्ष तक सभी बच्चों का समय से टीकाकरण किया जाय साथ ही यू-विन के अंतर्गत ब्लॉक स्तर पर सेशन क्रिएशन शत प्रतिशत किया जाय तथा बाल विकास पुष्टाहार व शिक्षा विभाग से समन्वय कर नियमित टीकाकरण कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ऐसे सभी पात्र बच्चों का सही से हेड काउंट सर्वे करा कर उनका शत प्रतिशत टीकाकरण से आच्छादित किया जाय।  

उन्होेंने जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत संस्थागत प्रसव में और भी प्रगति लाने के निर्देश के साथ साथ लाभार्थियों का भुगतान शत प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाए एवं जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत संस्थागत प्रसव में और भी प्रगति लाने के निर्देश के साथ साथ लाभार्थियों का पेमेंट समय से किया जाय। पीएम एसएमए के अंतर्गत 2/3 ट्रायमेस्टर की गर्भवती महिलाओं का एक बार अल्ट्रासाउंड अवश्य कराये जाने के निर्देश दिये तथा जिले के सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर को पी.एम. एस.एम.ए. योजना से जोड़ा जाय, जिससे सभी गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड सुगमता से हो सकें। बैठक में डीपीओ, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, संबंधित विभागों के जनपदीय अधिकारी, नोडल अधिकारी, सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक आदि सहित संस्थाओं के प्रतिनिधि, डीपीएम, डीसीपीएम एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित हुए।

अयोध्या में जिला अनुश्रवण समिति की बैठक में जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने दिए कड़े निर्देश

अयोध्या।जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, जनपद स्तरीय एम०डी०एम० टास्क फोर्स, निपुण भारत टास्क फोर्स, ऑपरेशन कायाकल्प की बैठक का आयोजन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या के नेतृत्व में की गयी, जिसमें परिषदीय विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्र-छात्राओं की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित किये जाने, विद्यालयों में टाईलीकरण, विद्युतीकरण एवं दिव्यांग शौचालय जल्द पूर्ण किये जाने, छात्र-छात्राओं के गुणवत्ता में सुधार हेतु मासिक निपुण एसेसमेन्ट किये जाने, संबंधित कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के लैब व डारमेट्री के निर्माण कार्य, मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत सभी विद्यालयों में दरी की व्यवस्था कराने, विशेष अभियान चलाकर आर0टी0ई0 के अंतर्गत अधिक से अधिक नामांकन कराये जाने हेतु समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये गये एवं नगर निगम/नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले परिषदीय विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत असंतृप्त पैरामीटर्स को पूर्ण कराये जाने हेतु अपर नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिये गये एवं जनपद स्तरीय अधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी को मध्यान्ह भोजन योजना से आछादित विद्यालयों का निरीक्षण किये जाने के निर्देश दिये गये तथा ए0डी0ओ0 (पं0) बीकापुर, सोहावल, मवई, अमानीगंज व रूदौली के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में शून्य/ आंशिक टाईलीकरण को 1 सप्ताह में शुरू कर पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में जनपद स्तरीय अधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, समस्त अधिशाषी अधिकारी समस्त नगर निकाय, समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, समस्त जिला समन्वयक एवं समस्त एस०आर०जी० की उपस्थिति रहें।