समाज व देश हित में कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों और उनके परिवार की सुरक्षा शासन का दायित्व - उपमुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर-     उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज नमस्ते (National Action for Mechanized Sanitation Ecosystem) योजना के तहत सीवर एवं सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले 38 कर्मचारियों को पीपीई किट प्रदान किया। उन्होंने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित पीपीई किट वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता। मन लगाकर गंभीरता से किया गया काम व्यक्ति को बड़ा बनाता है। उन्होंने कहा कि एक गरीब मां का बेटा नरेन्द्र मोदी जब देश का प्रधानमंत्री बना, तो ऐसी योजनाएं फलीभूत हुईं जिनकी 70 वर्षो में किसी ने कल्पना नहीं की थी। मोदी सरकार देश में और विष्णु देव सरकार छत्तीसगढ़ में गरीबों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। श्री साव ने कहा कि समाज व देश के हित में कार्य कर रहे सीवर एवं सेप्टिक टैंक सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा एवं उनके परिजनों का कल्याण सरकार का दायित्व है। सफाई कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा, परिवार की सुरक्षा और स्वास्थ्य का दायित्व छत्तीसगढ़ सरकार पूर्ण कर रही है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने सभी सीवर एवं सेप्टिक टैंक सफाई कर्मचारियों से कहा कि वे अपनी आत्मसुरक्षा के लिये जागरूक रहें, इसमें कदापि लापरवाही न करें। सरकार द्वारा दिए गए पीपीई किट का पूर्ण सदुपयोग काम के दौरान अपनी सुरक्षा के लिए अवश्य करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि पीपीई किट के उपयोग से सीवर एवं सेप्टिक टैंक सफाई कर्मचारियों में सुरक्षित कार्य का वातावरण निर्मित होगा। सुडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शशांक पाण्डेय, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी दुष्यंत कुमार और रायपुर नगर निगम के अपर आयुक्त राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता सहित नगरीय प्रशासन विभाग एवं रायपुर नगर निगम के कई अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

केन्द्र सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से देश के नगरीय निकायों में नमस्ते योजना का संचालन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में सुडा (राज्य शहरी विकास अभिकरण) द्वारा सुरक्षित व सम्मानजनक कार्य परिस्थितियां प्रदान करने सीवर एवं सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले कर्मचारियों को पीपीई किट प्रदान किया जा रहा है। इसके अंतर्गत राज्य के 169 नगरीय निकायों में 711 कर्मचारियों को पीपीई किट दिए जाएंगे। दो जोड़ी पीपीई किट ड्रेस के साथ ही उन्हें गम बूट, हेलमेट, ग्लब्स, मास्क और आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा प्रदान किया जाएगा। नमस्ते योजना का मुख्य उद्देश्य हाथ से मैला ढोने की प्रथा को पूर्णता समाप्त करना, स्वच्छता कार्यो का यंत्रीकरण करना तथा सीवर व सेप्टिक टैंक सफाई कर्मचारियों को स्थाई आजीविका का साधन उपलब्ध कराना है। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त विकास निगम द्वारा इसका संचालन किया जा रहा है।

नई औद्योगिक नीति से भारत का इंडस्ट्रीयल हब बनेगा छत्तीसगढ़ – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-    नई औद्योगिक नीति के माध्यम से छत्तीसगढ़ को भारत का इंडस्ट्रीयल हब बनाने की दिशा में हमारी सरकार प्रयास कर रही है। इस नीति के तहत क्षेत्रीय आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण एवं औद्योगिक निवेश बढ़ाने पर जोर दिया गया है। आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित इंडिया इकॉनोमिक कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ऑनलाइन जुड़ कर यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के जनजातीय और पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं। उन्होंने बताया कि अगले पांच वर्षों में छत्तीसगढ़ में पांच लाख नौकरियां सृजित की जाएगी। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन सहित कई अन्य सहायता दी जा रही है, जिसके तहत आत्मसमर्पित नक्सलियों को रोजगार उपलब्ध कराने पर उद्योगों को उनके वेतन का 40 प्रतिशत तक सब्सिडी के रूप में प्रतिपूर्ति की जायेगी। इस नीति के तहत बस्तर में उद्योग लगाने पर स्थायी पूंजी निवेश अनुदान के तहत उद्योगों को 45% तक की सहायता दी जाएगी। वहीं, एसजीएसटी प्रतिपूर्ति के तहत अगले 10 सालों तक पूंजी निवेश का 150 प्रतिशत तक एसजीएसटी वापस भी किया जाएगा। नई नीति के तहत उद्योगों को स्टांप ड्यूटी और बिजली शुल्क में छूट, साथ ही 10 और तरह के निवेश प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट की सहायक इकाइयों के लिए 118 एकड़ का नया औद्योगिक क्षेत्र भी स्थापित किया जा रहा है। इससे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा।

श्री साय ने कहा नई उद्योग नीति में निवेशकों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 को शामिल किया गया है। इससे वे एक ही जगह पर कई विभागों का क्लीयरेंस प्राप्त कर सकते हैं। यह नीति प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने वाली नीति है। हम इस नीति में ग्रीन इंडस्ट्रीज और टेक्नोलॉजी आधारित उद्योगों को प्राथमिकता दे रहे हैं।

कार्यक्रम में उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार एवं संचालक प्रभात मलिक ने नया रायपुर और नई उद्योग नीति पर प्रजेंटेशन भी दिया।

नया रायपुर बनेगा आईटी और एजुकेशन हब

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि नया रायपुर को आईटी हब, हेल्थ हब, एजुकेशन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। आईटी और संबंधित फर्मों को रियायती दरों पर प्लग एंड प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करा रहे हैं। आईटी सेक्टर में साढ़े तीन हजार से अधिक नौकरियों के सृजन के लिए स्थान आबंटित किए गए हैं।

नया रायपुर अटल नगर की रेलवे लाइन का ट्रायल रन पूरा हो गया है। उन्होंने बताया हम सीबीडी रेलवे स्टेशन के निर्माण, सड़कों और सार्वजनिक पार्किंग जैसी अधोसंरचनाओं पर 150 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। तीन अन्य रेलवे स्टेशनों का भी निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया इस साल के अंत तक नया रायपुर से जुड़ी कई परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी। इनमें आईटी एवं संबंधित क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, घरेलू उपकरण, रक्षा, फार्मास्युटिकल, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।

नक्सलवाद के खिलाफ विकास और सुरक्षा की नीति

नक्सलवाद से निपटने में सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस साल अनेक नक्सली मारे गए हैं और करीब 1500 ने आत्मसमर्पण किया है या उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अगले दो वर्षों के भीतर छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा हमने नक्सलवाद के खिलाफ विकास और सुरक्षा की नीति पर काम किया है। बीते एक साल में बस्तर में 34 सुरक्षा कैम्प स्थापित करने के साथ-साथ नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से अंदरूनी गांवों तक अधोसंरचनाओं का विकास किया जा रहा है।

डिजिटल गवर्नेंस और पारदर्शिता पर जोर

मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने डिजिटल गवर्नेंस को लागू किया है। प्रशासन में जवाबदेही बढ़ाने के लिए आईटी उपकरणों में 266 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। अटल मॉनिटरिंग ऐप से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी की जा सकती है। स्वागत पोर्टल के माध्यम से पोर्टल में आवेदन देकर बिना इंतजार किए सुगमता से मंत्रालय में अधिकारियों से मिला जा सकता है। सीएमओ पोर्टल के माध्यम से शासन-प्रशासन से जुड़ी सूचनाओं की जानकारी त्वरित रूप से नागरिकों को मिल जाती है। वहीँ, सुगम एप के माध्यम से अब लोग घर बैठे रजिस्ट्री कर सकते हैं।

बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया विकसित भारत के लिए विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का लक्ष्य रखा है। इसके तहत राज्य में अधोसंरचनाओं के विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। केंद्र सरकार से 31 हजार करोड़ रुपए की महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं। बस्तर और सरगुजा के अंदरुनी गांवों तक सड़कों का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया रायपुर-विशाखापटनम इकॉनोमी कॉरिडोर, अनेक रेल परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर हवाई अड्डों का विस्तार हो रहा है। रायपुर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। वहीं, नियद नेल्ला नार योजना के तहत बस्तर के दुर्गम क्षेत्रों तक मोबाइल कनेक्टिविटी बढ़ाई जा रही है।

जल आपूर्ति और ग्रामीण विकास पर जोर

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के हर घर में स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की योजना जल जीवन मिशन की प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मिशन का 79% से अधिक काम पूरा हो चुका है और अब तक 40 लाख घरों में नल के पानी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मल्टी-विलेज योजना के तहत उन क्षेत्रों में जल आपूर्ति की समस्या का समाधान किया जा रहा है, जहां भूजल की कमी है। पचराही जैसे दूरस्थ गांवों में नल जल योजना के माध्यम से अब स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।

NACIN ने GST निरीक्षकों को दिया प्रशिक्षण, आयुक्त ने ईमानदारी से काम करने की दिलाई शपथ
रायपुर- राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं नारकोटिक्स अकादमी (NACIN), रायपुर क्षेत्र ने आज जीएसटी निरीक्षकों के प्रेरण प्रशिक्षण का समावर्तन समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहम्मद अबू सामा, आयुक्त, केंद्रीय जीएसटी एवं कस्टम रायपुर रहे. मोहम्मद अबू सामा ने सभी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने पर बधाई देते हुए अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठां एवं ईमानदारी के साथ निभाने की शपथ भी दिलाई.

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विनोद कुमार अग्रवाल, अपर महानिदेशक, DGGI रायपुर, डा. अशोक कुमार पाण्डेय, आयुक्त, अपील रायपुर, महावीर प्रसाद मीणा, आयुक्त, लेखापरीक्षा रायपुर एवं राजेश कुमार सिंह, आयुक्त (सेवा निवृत्त) भी शामिल हुए. इसके अतिरिक्त विभाग के वरिष्ठ एवं आला अधिकारी भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए.

संचालक NACIN, रायपुर शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि कुल 38 अधिकारियों ने 14 सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ पुलिस प्रशिक्षण एवं खेल सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लिया. इसी तारतम्य में NACIN, रायपुर ने Blood Donation कैंप का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभी प्रशिक्षु निरीक्षको ने भाग लिया. समावर्तन समारोह में विभिन्न क्षेत्रो में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्मानित किया गया. अमित मीणा को सर्वश्रेष्ठ अभ्यर्थी के रूप में सम्मानित किया गया.

डबल इंजन की सरकार में मिल रहा डबल फायदा: केन्द्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा

रायपुर-     देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय की नेतृत्व वाली सरकार जनता की सेवा के लिए तत्पर होकर काम कर रही है। इसी का परिणाम है कि पूरे देश और प्रदेश में उत्तरोत्तर विकास हो रहा हैै। डबल इंजन की सरकार होने की वजह से लोगों को डबल लाभ हो रहा है। आज भारत विश्व की पांचवी बड़ी आर्थिक शक्ति है। अगले पांच सालों में हम दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेंगे। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने आज रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित जनादेश परब कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। केन्द्रीय मंत्री श्री नड्डा ने कार्यक्रम में 1124 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

केन्द्रीय मंत्री श्री नड्डा ने जनादेश परब में छत्तीसगढ़ सरकार के एक साल की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार स्वप्रेरणा से लोकहित में पूरी जवाबदेही के साथ काम कर रही है। सरकार बनने के दूसरे ही दिन कैबिनेट की बैठक में प्रदेश के 18 लाख से अधिक जरूरतमंदों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति दी गई। मोदी की गारंटी के अनुरूप यहां किसानों से 3100 प्रति क्विंटल में धान खरीदी की जा रही है। किसानों को उनके हक का 3716 करोड़ रूपए धान के बकाया दो साल के बोनस का भुगतान भी किया गया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जनादेश परब में घोषणा की कि अब से हर साल 3 दिसंबर से 13 दिसंबर तक ’जनादेश परब’ के रूप में मनाया जाएगा। आने वाले वर्ष में छत्तीसगढ़ के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। राज्य निर्माता भारत रत्न अटलजी का यह शताब्दी वर्ष भी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष को ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाने की घोषणा की। श्री साय ने कहा कि अटलजी ने प्रधानमंत्री के रूप में देश में सड़कों का जाल बिछाया। उसी से प्रेरणा लेकर हम अपने रजत जयंती वर्ष में अधोसंरचना विकास को प्राथमिकता में रखेंगे। उसके बाद के तीन वर्षों में भी हम अलग-अलग थीम पर काम करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने जनादेश परब को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले साल किसान भाइयों के खाते में आपकी डबल इंजिन की सरकार ने 49 हजार करोड़ रुपए डाले हैं। हमने अपने शुरूआती तीन महीनों में ही प्राथमिकता के साथ महतारी वंदन योजना का लाभ प्रदेश की माताओं-बहनों को देना आरंभ किया। 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की अब तक 10 किश्तों में 6,530 करोड़ रुपए की राशि भेजी जा चुकी है। पहली तारीख को हम यह राशि भेज देते हैं और जैसे ही माताओं-बहनों के खाते में राशि आती है उनका चेहरा गर्व से खिल जाता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जो रामराज्य के मूल्य हैं, वहीं हमारे लिए सुशासन के मूल्य हैं। हमने प्रशासन के हर स्तर पर सुशासन को सुनिश्चित किया है। हमने सुशासन के मूल्यों को सिस्टम में शामिल करने सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया। सुशासन के लिए पारदर्शिता सबसे आवश्यक है और इसके लिए डिजिटल गवर्नेंस शुरू कराया है। लालफीताशाही को दूर करने हमने ई-आफिस प्रणाली आरंभ की है। इसमें डिजिटल माध्यम में नोटशीट आगे बढ़ती है। इससे समय-सीमा भी तय होती है और जवाबदेही भी तय हो जाती है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर और सरगुजा के विकास के बगैर छत्तीसगढ़ के विकास के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। हमने वनोपज संग्राहकों की आय बढ़ाने के लिए काम किया है। तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि हमने 4 हजार रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए कर दी। जनजातीय गौरव दिवस के दिन हमने राज्य के बैगा, गुनिया, सिरहा आदि को पांच-पांच हजार रुपए सम्मान निधि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बस्तर में पर्यटन कॉरिडोर का निर्माण हम कर रहे हैं। कांगेर घाटी के गांव धुड़मारास को संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन ने दुनिया के 20 चुनिंदा गांवों में शामिल किया है। बस्तर और छत्तीसगढ़ विश्व पर्यटन के मानचित्र में आ गए हैं। सरगुज़ा संभाग भी विश्व के पर्यटन नक्शे में स्थान बना रहा है। अभी-अभी जशपुर के मधेश्वर पहाड़ शिवलिंग को विश्व में सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है।

उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास तमोर पिंगला को हमने देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व बनाया है। इससे इको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। सरगुजा और बस्तर में एयर कनेक्टिविटी आरंभ होने से इन क्षेत्रों में तेजी से विकास के साथ ही यहां अब देश-विदेश से पर्यटकों के पहुंचने की राह खुल गई है। नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में सभी स्वीकृत सड़कों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आगामी दो सालों में प्रदेश का सड़क नेटवर्क विकसित देशों की तरह हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सबसे बड़ी सफलता माओवादी मोर्चे पर मिली है। एक साल पहले किसी के लिए यह सोचना भी कठिन था कि माओवाद के नासूर को नष्ट किया जा सकता है। एक साल में 2 सौ से अधिक माओवादियों को मार गिराया। नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से माओवाद की जड़ से मुक्त हुए गांवों में पुनः विकास की रोशनी पहुंची है। हमने नई उद्योग नीति तैयार की है, जिसमें अगले पांच सालों में ढाई लाख करोड़ रुपए के निवेश के माध्यम से पांच लाख रोजगार सृजित करेंगे। हमने शासकीय सेवाओं में हजारों पदों में भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री नड्डा को बस्तर के कलाकारों द्वारा बेल मेटल से निर्मित अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति भेंट की। कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक द्वारा राज्य शासन की योजनाओं पर रेत से तैयार की गई कृति का प्रदर्शन किया गया।

विधायक किरण सिंह देव ने कार्यक्रम में स्वागत भाषण दिया। उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस और बिहार के कैबिनेट मंत्री नितिन नवीन सहित मंत्रिमण्डल के सभी सदस्य, विधायकगण और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा की संध्या पर कल महादेव घाट रायपुर में आयोजित होगी खारुन गंगा महाआरती

रायपुर-    राजधानी रायपुर के महादेव घाट कल 14 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के पावन अवसर पर माँ खारुन गंगा महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन जनसेवा समिति एवं करणी सेना छत्तीसगढ़ द्वारा पिछले 2 वर्षों से निरंतर आयोजित किया जा रहा है और इस माह यह महाआरती अपनी 26वीं बार संपन्न होगी।

करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष, तथा माँ खारुन गंगा महाआरती जनसेवा समिति के प्रमुख वीरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में यह आयोजन रायपुर के ऐतिहासिक महादेव घाट पर किया जाएगा। इस महाआरती का उद्देश्य नदियों के संरक्षण, स्वच्छता एवं पर्यावरण के प्रति जन जागरूकता फैलाना है, साथ ही सनातन संस्कृति को मजबूत करना है। खारुन गंगा महाआरती का यह आयोजन, जो बनारस की तर्ज पर किया जाता है, अब रायपुर की एक महत्वपूर्ण लोक संस्कृति और मासिक उत्सव बन चुका है। दो वर्षों में इस आयोजन ने चार विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं।
इस माह भी महाआरती का आयोजन भव्य भजनों एवं धार्मिक संगीत के साथ होगा, जिसमें प्रशिक्षित ब्राह्मणों द्वारा संपूर्ण विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाएगी। सभी श्रद्धालुओं को इस पावन अवसर पर सादर आमंत्रित किया जाता है।

हाथी और बाघ संरक्षण पर आधारित एक दिवसीय अंतर्राज्यीय सम्मेलन, वन अधिकारियों ने साझा किये बेहतर कार्यप्रणाली

रायपुर-    छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों ने हाथियों और बाघों के संरक्षण के लिए ‘लैंडस्केप एप्रोच’ अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया. जो इन प्रजातियों के आवास को संरक्षित करने और उनके प्राकृतिक आवासों के बढ़ते खतरों को कम करने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना गया.

वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देशानुसार वन विभाग द्वारा विगत दिनों राजधानी रायपुर में एक दिवसीय अंतर्राज्यीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के वरिष्ठ वन अधिकारियों ने भाग लिया. यह सम्मेलन हाथियों और बाघों के संरक्षण हेतु दोनों राज्यों के बीच सर्वाेत्तम उपायों और समन्वय पर चर्चा करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी.

इस अवसर पर हाथियों और बाघों के संरक्षण के लिए संयुक्त प्रयास किए जाने के लिए दोनों राज्यों के अधिकारियों ने सहमति दी. सम्मेलन में वन्यजीवों के आवासों को सुरक्षित रखने के लिए परस्पर सर्वाेत्तम उपायों का आदान-प्रदान किया जाएगा और छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के वन विभाग दोनों राज्यों के बीच निरंतर समन्वय स्थापित कर हाथी और बाघ के संरक्षण की दिशा में सतत कार्य करने पर जोर दिया गया.

सम्मेलन में मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव)) शुभ्रंजन सेन, छत्तीसगढ़ के मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) सुधीर कुमार अग्रवाल और छत्तीसगढ़ अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रेम कुमार, मध्यप्रदेश से बांधवगढ़, कान्हा और संजय गांधी टाइगर रिजर्व के वन अधिकारी सहित छत्तीसगढ़ से टाइगर रिजर्व और बिलासपुर और सरगुजा वन मंडलाधिकारी भी उपस्थित थे.

जल जीवन मिशन के काम में लेटलतीफी पड़ी महंगी, दो ठेकेदारों का अनुबंध किया गया निरस्त, सुरक्षा राशि भी की गई जब्त

रायगढ़-    रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में जल जीवन मिशन के काम में देरी करने वाले दो ठेकेदारों पर कार्रवाई की गई है. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला जल एवं स्वच्छता समिति ने दोनों ठेकेदारों की निविदा निरस्त की है. साथ ही उन्हें ब्लैक लिस्टेड के लिए नोटशिट जारी किया है. वहीं अमानत राशि भी जब्त करने के आदेश दिये गए हैं.

इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी ने बताया कि जांजगीर-चांपा के मेसर्स हीरादेवी को जल जीवन मिशन के अंतर्गत विकास खण्ड धरमजयगढ़ के ग्राम गीधकालो में सिंगल विलेज नल जल प्रदाय योजना में पाइप लाइन जोड़ने, बिछाने एवं नल कनेक्शन निर्माण का काम दिया गया था। जिसका अनुबंध 27 नवंबर 2023 को समाप्त हो गया। संबंधित फर्म ने कार्रवाई के दिन तक कार्य शुरु तक नहीं किया।

वहीं सक्ति जिले के मेसर्स के पी राठौर को धर्मजयगढ़ के ग्राम रामपुर में सिंगल विलेज सोलर आधारित नल जल प्रदाय योजना में नल कनेक्शन विस्तार का काम सौंपा गया था। जिसका अनुबंध दिनांक 27 जनवरी 2024 को समाप्त हो गया. फर्म ने भी कार्रवाई के दिन तक कार्य शुरु तक नहीं किया था।

जिसके कारण दोनों ठेकेदारों की निविदा निरस्त की गई है. साथ ही उनकी अमानत राशि राजसात कर ली गई है. दोनों ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

किसानों की बढ़ी मुश्किलें : उठाव नहीं होने से धान जाम, कई केंद्रों में धान खरीदी बंद

बालोद-  जिले के कई केंद्रों में धान जाम होने से खरीदी बंद हो गई है. दरअसल खरीदी केंद्रों में धान क्षमता से अधिक है, जिसके कारण केंद्रों में धान जाम हो गया है और परिवहन नहीं होने से खरीदी बंद हो गई है.

जानकारी के अनुसार जिले के चार केंद्रों साल्हे, आमाडुला, पलारी और मोखा के केंद्र खरीदी बंद हो गए हैं. केंद्र प्रबंधकों द्वारा बकायदा सूचना बोर्ड लगाकर परिवहन के अभाव में खरीदी बंद होने का हवाला दे रहे हैं. इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है. वहीं मामला सामने आने के बाद नोडल अधिकारी सीआर रावटे ने धान के उठाव के लिए व्यवस्था करने की बात कही.

भाजपा के युवा नेता उज्जवल दीपक को मिला यंग लीडर्स अवार्ड
रायपुर-  भाजपा के युवा नेता उज्ज्वल दीपक को राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान, नेतृत्व क्षमता और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के प्रयासों के लिए ऋषिहुड यूनिवर्सिटी ने प्रतिष्ठित यंग लीडर्स अवार्ड से सम्मानित किया. यह सम्मान कार्यक्रम ऋषिहुड यूनिवर्सिटी सोनीपत द्वारा दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया गया था. भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु और प्रसिद्ध उद्योगपति अजय पीरामल ने यह अवार्ड उज्ज्वल दीपक को प्रदान किया.
उज्जवल ने कहा, “यंग लीडर्स अवार्ड से सम्मानित करने के लिए मैं पूरे विश्वविद्यालय परिवार का आभारी हूँ. मुझे प्रसन्नता है कि मेरे द्वारा किए जा रहे राजनीतिक और सामाजिक कार्यों को विश्वविद्यालय ने इस अवार्ड के माध्यम से प्रोत्साहित करते हुए मुझे देश की राजनीति में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निरंतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान की है.”
उन्होंने कहा, “मैं इस अवार्ड को छत्तीसगढ़ प्रदेश के अपने युवा अभ्यर्थियों को समर्पित करना चाहता हूँ, जिन्होंने छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आंदोलन को पूरे सामर्थ्य से अपना समर्थन दिया था. इसकी वजह से आज छत्तीसगढ़ में पुनः पीएससी परीक्षा पारदर्शिता और ईमानदारी से आयोजित हो पा रही है.” बता दें कि उज्जवल दीपक विश्व की प्रतिष्ठित कोलंबिया विश्वविद्यालय से शिक्षित उज्ज्वल रिलायंस के लीडरशिप प्रोग्राम में भी चयनित हो चुके हैं एवं वर्तमान में अपने गृह राज्य छत्तीसगढ़ में युवाओं की मुखर आवाज बनकर उभरे हैं
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार : ड्रोन से भेजी जाएगी दवाई और ब्लड सैंपल, रायगढ़ से तमनार तक हुआ सफल ट्रायल

रायगढ़-    छत्तीसगढ़ में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हो रहा है. ड्रोन के जरिए दवा और ब्लड सैंपल भेजने की योजना बनाई गई है. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘स्वास्थ्य सुविधाओं में ड्रोन तकनीक का उपयोग’ के तहत आज ड्रोन के माध्यम से दवा एवं ब्लड सैंपल रायगढ़ से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमनार भेजा गया. महज 15 मिनट में सफलतापूर्वक परीक्षण कर रिपोर्ट भेज दी गई.

रायगढ़ कलेक्टर निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. बीके चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में मिनी स्टेडियम रायगढ़ से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमनार हाईस्कूल मैदान तक ब्लड सैंपल और दवा भेजने का सफल ट्रायल किया गया. ड्रोन से वांछित स्थल तक दवा पहुंचाने के सफल ट्रायल से स्कूली बच्चों और स्वास्थ्य कर्मियों में जबरदस्त उत्साह भी देखने को मिला.

बीएमओ डॉ. डीएस पैकरा ने बताया कि रायगढ़ से ड्रोन दवा लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमनार हाई स्कूल मैदान में सुरक्षित लैंडिंग की. इसके बाद ड्रोन से दवा सामग्री उतारा गया और स्वास्थ्य केंद्र से रक्त सैंपल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया.

लोगों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं : बीएमओ

बीएमओ ने बताया, रेडविंग कम्पनी बंगलोर के यूसुफ सालाहुद्दीन और सत्यब्रत पात्रा द्रोण ऑपरेटर द्वारा ट्रायल किया गया. दुर्गम इलाकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. इमरजेंसी होने पर दवाइयों की सप्लाई अब ड्रोन के जरिए कराकर स्वास्थ्य विभाग बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जा सकेगा. इस दौरान बीएमओ डॉ. डीएस पैंकरा, प्रिंसिपल राजेश पटनायक, बीइटीओ शशिभूषण सिदार की मौजूदगी में बीपीएम घनश्याम प्रधान, एमटीएस जयलाल सिदार अन्य स्टाफ मौजूद रहे।