गुरुग्राम में अवैध कैसीनो का भंड़ाफोड़, 40 लोग गिरफ्तार

गुरुग्राम से अवैध कैसीनो के भंड़ाफोड़ का मामला सामने आया है, जहां पर पुलिस ने छापेमारी कर भंडाफोड़ किया है. शुक्रवार रात गुरुग्राम पुलिस खादरपुर गांव में मैपल फार्म हाउस पर पहुंची और छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने कैसीनो संचालकों और वहां जुआ खेल रहे लोगों के साथ 40 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी.

पुलिस ने बताया कि मौके से कैसीनों में इस्तेमाल की जाने वाली दो टेबल को बरामद किया गया है. इसके साथ ही जुआ खेलने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 3,180 से ज्यादा टोकन और ताश के छह पैकेट बरामद किए हैं. पुलिस ये भी जानकारी दी कि इस मामले में अभी 40 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इससे जुड़े बाकी लोगों की तलाश भी पुलिस कर रही है.

मामले में FIR दर्ज की गई

इस मामले में सेक्टर 65 पुलिस थाने में FIR दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई में पुलिस जुट गई है. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो सामने आया कि इस अवैध कैसीनो को किराए पर फार्म हाउस लेकर चलाया जा रहा था. इस फार्म हाउस पर बड़ी-बड़ी गाड़ियों में महिला और पुरुष आते थे और पैसा लगाते थे. इसके लिए पहले काउंटर पर पैसा जमा कर टोकन खरीदना पड़ता था और फिर जुआ खेला जाता था. संचालक इन ग्राहकों से अच्छी मोटी रकम वसूलते थे.

पुलिस ने तीन पर की छापेमारी

कैसीनो ऑपरेटर ने इसके संचालन के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था, जिसके जरिए इससे जुड़े सभी मेंबर को टाइमिंग और लोकेशन की जानकारी दी जाती थी. कैसीनो में ताश बांटने के लिए कुछ महिलाओं को रखा गया था, जो ताश बांटने के साथ-साथ एंटरटेनमेंट के लिए डांस भी करती थीं. हाल ही में पुलिस ने तीन बार अलग अलग जगहों पर कैसीनो पर छापेमारी की है और लगभग हर बार गिरफ्तार होने वाले लोगों की संख्या 40 ही होती है.

महाराष्ट्र: लातूर के किसानों ने वक्फ बोर्ड पर लगाया जमीन हड़पने का आरोप, 300 एकड़ जमीन पर विवाद

महाराष्ट्र के लातूर के किसानों ने राज्य के वक्फ बोर्ड पर उनकी जमीनों को हड़पने का आरोप लगाया गया है. किसानों का आरोप है कि उनकी करीब 300 एकड़ जमीन को वक्फ बोर्ड की तरफ से हड़प लिया गया. किसानों का कहना है कि वो जिस जमीन पर वो कई पीढ़ियों से खेती करते आ रहे हैं. उस जमीन को वक्फ बोर्ड हड़पना चाहता है. इसलिए उनके खिलाफ नोटिस भेजी गई है.

इस मामले में दावा छत्रपति संभाजीनगर के महाराष्ट्र राज्य वक्फ अधिकरण में दायर किया गया है. जिसपर कुल 300 एकड़ भूमि रखने वाले 103 किसानों को नोटिस जारी किए गए हैं. किसानों का कहना है ये सारी जमीनें हैं, वक्फ बोर्ड की संपत्ति नहीं है. उन्होंने इस मामले में सरकार और प्रशासन से न्याय करने के लिए गुहार लगाई है.

जल्द खाली करें जमीनें

वक्फ बोर्ड की नोटिस में कहा गया है कि लातूर के किसान इन जमीनों को तुरंत खाली कर दें, जिनमें उनका कब्जा है. इस नोटिस के आने के बाद किसानों के बीच सनसनी फैल गई. किसानों ने सरकार और प्रशासन से उनकी जमीनों को बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई है. किसानों का कहना है कि ये उनकी अपनी जमीन है, वक्फ बोर्ड का इसमें कोई हिस्सा नहीं है.

पीढ़ी दर पीढ़ी हमें मिली हैं जमीनें

किसानों का 300 एकड़ जमीनों के इस मामले में कोर्ट में पहले दो सुनवाई की जा चुकी है. कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 20 दिसंबर की तारीख तय की है. किसान तुकाराम कानवटे ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि उनकी ये जमीन उन्हें अपने पूर्वजों से पीढ़ी दर पीढ़ी मिली है.

ये वक्फ बोर्ड की संपत्ति में नहीं आती हैं. हम चाहते हैं कि महाराष्ट्र सरकार हमें न्याय दे. केंद्र सरकार ने इस साल 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ बिल को पेश किया था. केंद्र सरकार का कहना है कि वक्फ बोर्ड के कामकाज को सुव्यवस्थित और इसकी संपत्तियों को सही तरीके से मैनेज किया जा सके.

फोन इंटरसेप्शन के लिए सरकार ने जारी किए नए नियम, राज्य स्तर पर IG रैंक के अधिकारी दे सकेंगे आदेश

सरकार ने फोन इंटरसेप्शन को लिए नए नियम जारी किए हैं. नए नियम के तहत देश के सभी राज्य स्तर पर पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और उनसे बड़ी रैंक के अधिकारी आपातकालीन मामलों में फोन इंटरसेप्शन को लेकर आदेश जारी कर सकते हैं. नए नियम के तहत इन अधिकारियों को सरकार की तरफ अधिकार दिए गए हैं. दूरसंचार विभाग की तरफ से इसको लेकर अधिसूचना जारी की गई.

अधिसूचना में यह भी कहा गया कि अधिकारी जिन आपातकालीन मामलों में आदेश जारी करेगा उसे उनमें काम करने वाले सात दिनों के अंदर इस तरह के आदेश की पुष्टि की जानी जरूरी है. अधिकारी अगर ऐसे आदेश की पुष्टि नहीं करता है, तो इंटरसेप्ट किए गए मैसेजेस का इस्तेमाल किसी भी उद्देश्य के लिए नहीं किया जा सकेगा.

बिना उसकी पुष्टि के उन मैसेजेस के उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. नए नियम में यह भी कहा गया है कि इंटरसेप्शन के दौरान जो भी मैसेजेस की कॉपी को दो दिनों में ही डिलीट या खत्म करना होगा.

राज्य में अधिकारी के न होने पर कौन देगा आदेश?

जारी किए गए अधिसूचना के मुताबिक, जहां सक्षम अधिकारी दूरदराज के क्षेत्रों में आदेश जारी करने की स्थिति में नहीं हैं, तो इंटरसेप्शन आदेश केंद्रीय स्तर की एजेंसियों के अधिकारियों की ओर से जारी किया जाएगा.

उनकी की उपस्थिति नहीं होने पर एजेंसी के प्रमुख या दूसरे स्तर के सबसे वरिष्ठ अधिकारी इंटरसेप्शन का आदेश जारी करने का अधिकार रखेंगे. नए आदेश के मुताबिक, राज्य की एजेंसी के प्रमुख या दूसरे सबसे सीनियरअधिकारी, जो IG रेंज के अधिकारियों नीचे नहीं हो, वह भी ऐसे इसका आदेश जारी कर सकते हैं. केंद्र सरकार के मामले में गृह मंत्रालय में केंद्रीय गृह सचिव या राज्य सरकार के मामले में गृह विभाग के प्रभारी सचिव को इस तरह के फैसले का अधिकार होगा.

फोन इंटरसेप्शन मामले में केंद्रीय स्तर पर समीक्षा समिति की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव की ओर से की जाएगी. जबकि, इसके सदस्य कानून और दूरसंचार सचिव होंगे. राज्य स्तर पर मुख्य सचिव समीक्षा समिति की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें गृह सचिव के साथ राज्य कानून और राज्य सरकार के सचिव अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे.

राहुल गांधी जयपुर पहुंचे, खेड़ापति बालाजी मंदिर में दर्शन और कांग्रेस नेतृत्व संगम सम्मेलन में हिस्सा लेंगे

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जयपुर पहुंच चुके हैं. 17 दिन में राहुल गांधी का यह दूसरा राजस्थान दौरा है. राहुल गांधी यहां करीब 6 घंटे रुकेंगे. इस दौरान कांग्रेस सांसद जयपुर के पास चौमू के सामोद स्थित खेड़ापति बालाजी के दर्शन करेंगे. दर्शन का कार्यक्रम सुबह 9 बजे है. इसके अलावा वे कांग्रेस ‘नेतृत्व संगम’ सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.

नेतृत्व संगम में राहुल गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे.सुबह 9 बजे राहुल गांधी ट्रेनिंग में पहुंचेंगे और दोपहर 3 बजे वापस एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे. राहुल गांधी 17 दिन पहले भी जयपुर आए थे. इस दौरान वे अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ हरियाणा के एक प्रमुख चाय व्यापारी अमित गोयल के बेटे की शादी में शामिल हुए थे. शादी में भाग लेने के बाद वे तुरंत वापस लौट गए थे.

कांग्रेस ट्रेनिंग कैंप का मकसद

कांग्रेस का यह ट्रेनिंग कैंप हर साल आयोजित किया जाता है. ट्रेनिंग सेशन में स्थानीय नेताओं को भाग लेने की मनाही है. नेतृत्व संगम कैंप में केवल देशभर के चुनिंदा डेलिगेट्स को बुलाया गया है, जो कांग्रेस के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का हिस्सा हैं. इस ट्रेनिंग सेशन में राहुल देशभर के चुनिंदा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ संवाद करेंगे. दो साल पहले भी एक ऐसा ही प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था

अगर आपके पास भी आ रही हैं फेक कॉल्स? तुरंत फॉलो करें सरकार की ये गाइडलाइन

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने जनता को धोखाधड़ी कॉल्स और संदेशों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है. हाल के दिनों में ट्राई के नाम पर फर्जी कॉल्स और संदेश भेजने की घटनाएं सामने आई हैं. इन कॉल्स और संदेशों में ग्राहकों को बताया जा रहा है कि उनके मोबाइल नंबर बंद किए जा सकते हैं, क्योंकि उनका उपयोग अवैध गतिविधियों में किया जा रहा है.

क्या है मामला?

इन फर्जी कॉल्स में यह दावा किया जा रहा है कि जनता के आधार नंबरों का उपयोग सिम कार्ड प्राप्त करने और गैर-कानूनी गतिविधियों में किया गया है. धोखेबाजों द्वारा लोगों को डराने के लिए वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म, जैसे स्काइप, पर कॉल करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. ट्राई ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई भी गतिविधि धोखाधड़ी है और इनका नियामक प्राधिकरण से कोई संबंध नहीं है.

ट्राई ने जनता को सूचित किया है कि वह किसी भी व्यक्तिगत ग्राहक के मोबाइल नंबर को बंद करने या ब्लॉक करने का कार्य नहीं करता है. साथ ही, वह न तो ऐसे किसी संदेश को भेजता है और न ही किसी तीसरी एजेंसी को ग्राहकों से संपर्क करने का अधिकार देता है.

ट्राई ने क्या कहा?

ट्राई ने स्पष्ट किया है कि ऐसे कॉल्स और संदेश अवैध हैं और इनसे सतर्क रहना चाहिए. जनता को सलाह दी गई है कि ट्राई से संबंधित होने का दावा करने वाले किसी भी कॉल या संदेश को धोखाधड़ी माना जाए और उसकी जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दी जाए.

ऐसी घटनाओं का शिकार हुए लोग सीधे सेवा प्रदाताओं से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा, वे राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल [cybercrime.gov.in](https://cybercrime.gov.in) पर या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज कराना एक विकल्प है.

ट्राई ने शुरू किया ये पहल

जनता को जागरूक करने और साइबर धोखाधड़ी से बचाने के लिए ट्राई ने एक व्हाट्सएप चैनल भी शुरू किया है. इस चैनल के माध्यम से ट्राई जनता तक महत्वपूर्ण सूचनाएं और निर्देश पहुंचाएगा. ट्राई ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनाधिकृत कॉल्स या संदेशों से सतर्क रहें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें. ट्राई का यह कदम साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित रखना है.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी, इस्कॉन मंदिर पर आगजनी, रफीकुल इस्लाम मदनी ने की इस्कॉन पर बैन लगाने की मांग

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी हैं. शनिवार की सुबह ढाका में इस्कॉन मंदिर में कुछ लोगों ने आग लगा दी. आग लगाये जाने से एक मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई और पर्दे जल गए. इस्कॉन बांग्लादेश का कहना है कि यह एक इस्कॉन भक्त का “पारिवारिक मंदिर” था, जबकि कोलकाता इस्कॉन की ओर से दावा किया गया है कि इस्कॉन नमहट्टा सेंटर” को निशाना बनाया गया. बांग्लादेश में इस्कॉन नमहट्टा सेंटर को जला दिया गया. दूसरी ओर, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा को लेकर पूरे देश में रोष है. कोलकाता सहित देश के विभिन्न शहरों में हिंसा और अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं.

दूसरी ओर, बांग्लादेशी मुस्लिम नेता रफीकुल इस्लाम मदनी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने कहा कि इस्कॉन को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. यह धार्मिक अभ्यास का समय नहीं है. यह इस्कॉन से लड़ने का समय है.

इस्कॉन के उपाध्यक्ष कोलकाता राधारमण दास ने टीवी9 भारतवर्ष से बात की. उन्होंने कहा कि हमने सोचा था कि अल्पसंख्यक नेता के साथ उनकी बैठक के बाद यूनुस सरकार हमें सुरक्षा प्रदान करेगी, लेकिन इस्कॉन पर ताजा हमला हमारी मुख्य चिंता है

बांग्लादेश में हिंसा पर इस्कॉन ने जताई चिंता

उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवा मौलवी नफरत फैलाने वाले भाषणों का प्रचार कर रहे हैं, उससे बांग्लादेश में हमारा भविष्य दांव पर है और हम चिंतित हैं. बांग्लादेश में इस्कॉन को बंद करना कोई समाधान नहीं है क्योंकि इस्कॉन एक चेतना है. इस्कॉन एक समुदाय है, जो लोग बांग्लादेश में इस्कॉन के उपासक हैं, उनका क्या होगा? इस्कॉन सिर्फ मंदिर नहीं है.

टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष ने इस्कॉन पर हमले को लेकर कहा कि हमने पहले भी कहा है कि बांग्लादेश में इस्कॉन और हिंदुओं पर हमला स्वीकार्य नहीं है, लेकिन हम इसके आगे कुछ नहीं बोल सकते हैं. उनलोगों ने बांग्लादेश में शांति सेना बहाल करने की मांग की है. ममता बनर्जी ने इसकी मांग की है, लेकिन इसके अलावा हम कुछ नहीं बोल सकते क्योंकि यह विदेश का मामला है. हमें भारत सरकार के बयान के अनुसार चलना होगा. किसी भी धर्म पर हमला स्वीकार्य नहीं है.

मोहम्मद यूनुस से नोबेल पुरस्कार वापस लेने की मांग

भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू खतरे में हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं की बेरहमी से हत्या की जा रही है. भारत सरकार का इस मामले पर पूरी नजर है. इस्कॉन जो एक शांति और धार्मिक संगठन है, उसे ढाका में निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक खतरे में हैं. मोहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है. उनका पुरस्कार तुरंत वापस किया जाना चाहिए.

भोपाल में इलेक्ट्रिक रॉड से करंट लगने से महिला की मौत, पानी गर्म करने के दौरान हुई दर्दनाक घटना

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला की इलेक्ट्रिक रॉड से दर्दनाक मौत हो गई. महिला पानी गर्म करने के लिए रॉड लेकर आई थी, लेकिन वो पानी गर्म होने के बाद स्विच बंद करना भूल गई. पानी से रॉड निकालने के दौरान महिला करंट लग गया और उसकी मौत हो गई. जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त महिला घर पर अकेली थी. पिरजनों को जैसे ही जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए.

जानकारी के मुताबिक भोपाल के हनुमान थाना क्षेत्र मे रहने वाली एक महिला की इलेक्ट्रिक रॉड से करंट लगने से मौत हो गई. दरअसल, सर्दी के दिनों में हर कोई गर्म पानी से नहाना चाहता है यहां तक की वो अपने कामों को भी गर्म पानी से करना चाहता है. लेकिन कौन जानता है कि पानी गर्म करना उनके लिए जानलेवा हो सकता है. सर्दियों में पानी गर्म करने के लिए लोग अलग-अलग तरह के इलेक्ट्रिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं.

इलेक्ट्रिक रॉड से लगा करंट

हनुमान थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला अपने घर पर इलेक्ट्रिक रॉड से पानी को गर्म कर रही थी. वहीं पानी गर्म होने के बाद महिला ने रॉड को बाहर निकाल लिया लेकिन वो स्विच बंद करना भूल गई. रॉड निकालते वक्त महिला के करंट लग गया जिससे वो जमीन पर गिर गई और करंट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई. वहीं जब बेटी स्कूल से घर आई तो आवाज देने पर दरवाजा नहीं खुला. उसके बाद पड़ोसियों ने आवाज दी जब घर के अंदर से कोई रिप्लाई नहीं मिला तो पड़ोसियों ने महिला के पति को सूचना दी.

आनन-फानन में ले गए अस्पताल

महिला के पति आने पर पड़ोसियों समेत सभी घर के पिछले दरवाजे से अंदर गए तो देखा कि महिला जमीन पर बेहोश पड़ी हुई थी. जिसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल ले गए. लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. वहीं सूचना के बाद पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

खान ग्लोबल स्टडीज’ के एक्स हैंडल ने फैलाई अफवाह, अब पुलिस करेगी कार्रवाई

बिहार पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को सिरे से नकारा है, जिसमें दावा किया जा रहा था कि प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर खान सर की गिरफ्तारी हो गई है. पुलिस ने शनिवार को इस मामले में स्पष्टता दी और कहा है कि खान सर ने अपनी इच्छा से पटना में पुलिस थाने जाकर प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अपनी एकजुटता दिखाई थी. वह इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के कार्यालय के पास अवैध प्रदर्शन कर रहे थे.

सचिवालय-एक की अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अनु कुमारी ने बताया, खान सर की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाए गए झूठे दावों के खिलाफ ‘खान ग्लोबल स्टडीज’ सोशल मीडिया हैंडल पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने पुलिस पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं. खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर लोग लगातार खान सर की रिहाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस प्रकार की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है.

खान सर के कहने पर छोड़ने गई पुलिस

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि शुक्रवार शाम को खान सर धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों से मिलने के बाद गर्दनीबाग थाने पहुंचे थे. एसडीपीओ ने कहा, खान सर को बार-बार थाने से जाने के लिए कहा गया, और बाद में उन्होंने खुद पुलिस से अनुरोध किया कि उन्हें अटल पथ तक छोड़ा जाए, जहां उनकी निजी कार खड़ी थी. इसके बाद उन्हें पुलिस वाहन में अटल पथ तक छोड़ा गया.

खुलकर किया समर्थन

खान सर ने शुक्रवार को पटना में बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के बाद उनका खुलकर समर्थन किया था. वे प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पटना के गर्दनीबाग इलाके में धरने पर बैठे थे. इन अभ्यर्थियों का कहना था कि 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में बदलाव को वापस लिया जाए, हालांकि बीपीएससी ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि परीक्षा प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया था. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि इस दौरान दो या तीन अभ्यर्थी घायल हो गए, लेकिन अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि किसी प्रदर्शनकारी को चोट नहीं आई.

बिहार बोर्ड ने जारी की डीएलएड और सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 की डेट, जानें पूरी जानकारी

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की ओर से डीएलएड और सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 की डेट जारी कर दी गई है. साथ बीएसईबी ने औद्योगिक प्रशिक्षण उच्चतर माध्यमिक स्तरीय भाषा परीक्षा 2025 की तारीख भी जारी की है. एग्जाम डेट से साथ बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन शेड्यूल भी जारी कर दिया है. आइए जानते हैं कि इन परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी और एग्जाम का आयोजन कब किया जाएगा.

बिहार बोर्ड ने आज, 7 दिसंबर को मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 की डेटशीट भी जारी कर दी है. 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 1 फरवरी से और 10वीं परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होंगी. सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 का नोटिफिकेशन 15 अप्रैल को जारी किया जाएगा. अधिसूचना जारी होने के साथ ही आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. अप्लाई करने की लास्ट डेट 2 मई 2025 हैं.

सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 डेट

सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 का आयोजन 20 मई को राज्य में निर्धारित केंद्रों पर किया जाएगा. एग्जाम में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को एमडिट कार्ड 14 मई को जारी किया जाएगा. प्रवेश परीक्षा के नतीजे जुलाई 2025 में घोषित किए जाएंगे. 2026 के लिए सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा कक्षा-6 के लिए आवेदन प्रक्रिया 9 अगस्त से शुरू होगी और 19 अगस्त तक चलेगी. एग्जाम 17 अक्टूबर को होग और एडमिट कार्ड 4 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे.

बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2025 डेट

बिहार डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025 का आयोजन 27 फरवरी को किया जाएगा. वहीं परीक्षा की प्रोविजनल आंसर-की पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए अभ्यर्थियों को 25 मार्च से 30 मार्च तक का समय दिया जाएगा. रिजल्ट 15 अप्रैल को घोषित किया जाएगा. वहीं एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन एवं शुल्क जमा करने का नोटिफिकेशन 21 अप्रैल को जारी किया जाएगा. वहीं औद्योगिक प्रशिक्षण उच्चतर माध्यमिक स्तरीय भाषा परीक्षा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 1 जनवरी से शुरू होकर 25 जनवरी तक चलेगी. एग्जाम 25 अप्रैल से 26 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा.

बिहार डीपीएड परीक्षा 2025 शेड्यूल

डीपीएड 2025 के लिए एप्लीकेशन प्रोसेस 3 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल तक चलेगा. एडमिट कार्ड 10 जुलाई को जारी किए जाएंगे. इस सभी परीक्षाओं के संबंधित अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एग्जाम शेड्यूल को चेक कर सकते हैं.

गूगल मैप्स की गलती से कर्नाटक के जंगल में फंसा बिहार का परिवार, पुलिस और ग्रामीणों ने जीपीएस लोकेशन का उपयोग करके सुरक्षित निकाला बाहर

बिहार के रंजीत दास और उनका परिवार गोवा छुट्टी मनाने जा रहे थे, लेकिन गूगल मैप्स के निर्देशों पर चलते हुए वे कर्नाटक के बेलगावी जिले के भिमगढ़ जंगल में फंस गए. यह घटना 4 दिसंबर की रात हुई.

गूगल मैप्स ने शिरोली और हेम्मडागा क्षेत्रों के रास्ते को सुझाया, जो उन्हें घने जंगल के 7-8 किलोमीटर अंदर ले गया. मोबाइल नेटवर्क न होने के कारण परिवार मदद नहीं मांग सका और रात भर गाड़ी में ही बितानी पड़ी.

अगले दिन, रंजीत दास लगभग चार किलोमीटर पैदल चलकर मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र तक पहुंचे. 112 हेल्पलाइन पर कॉल करके उन्होंने सहायता मांगी. खानापुर पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जीपीएस लोकेशन का उपयोग करते हुए परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला.

खानापुर के पुलिस इंस्पेक्टर मंजूनाथ नायक ने बताया कि यह इलाका जंगली जानवरों से भरा हुआ है, हाल ही में एक किसान पर भालू का हमला भी हुआ था. परिवार के लिए यह राहत की बात थी कि उन्हें नेटवर्क मिल गया.

यह पहली बार नहीं है जब गूगल मैप्स को गलत जानकारी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी हो. नवंबर 2024 में, उत्तर प्रदेश में गूगल मैप्स की वजह से तीन लोगों की जान चली गई थी, जब उनकी गाड़ी अधूरे पुल से नदी में गिर गई.