*जागरूकता से डेंगू मरीज का गिरा ग्राफ, अब तक केवल 37 मिले* *रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव*

भदोही- जिले में इस साल अब तक 37 डेंगू के मरीज मिले हैं। विभागीय सक्रियता और लोगों की जागरुकता के कारण इस साल डेंगू का ग्राफ तेजी से नीचे गिर रहा है। जिले में भी डेंगू के मरीज मिले हैं, उनमें 30 मरीज जनपद के बाहर रहते हैं। बीते साल जिलों में रिकॉर्ड 280 डेंगू के मरीज मिले थे। दिसंबर माह में डेंगू के एक भी केस नहीं आए जबकि पिछले साल दिसंबर में लगभग 10 डेंगू के मरीज मिले थे। जिले में बीते साल मिले रिकॉर्ड डेंगू मरीजों के बाद इस बार पहले से ही विभागीय सक्रियता देखी गई। 

हॉट- स्पॉट चिन्हित करने के साथ - साथ निगरानी टीम गठित किए जाने और स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त तैयारियां रहीं। जिससे बीते साल की अपेक्षा इस साल डेंगू के मरीज काफी कम मिले। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले साल 15 दिसंबर तक आठ से 10 डेंगू मरीज मिले थे, लेकिन इस बार एक भी मरीज नहीं मिले हैं। 37 मरीज जो मिले हैं। इसमें से 30 जनपद के बाहर निवास करते हैं। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में साल में तीन महीने संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया। 

इसी का परिणाम है कि डेंगू मरीजों की संख्या कम हुई है। जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि ठंड बढ़ते ही डेंगू मरीजों की संख्या कम होने लगती है क्योंकि मच्छरों का प्रकोप कम हो जाता है। यदि लोग घरों के आसपास सफाई व्यवस्था बेहतर रखें तो क‌ई बीमारी से बचा जा सकता है। डेंगू के लार्वा गंदे या जमे हुए पानी में पनपने है‌। ऐसे में लोगों को सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए। सीएमओ डॉ एमके चक ने बताया कि समय-समय पर दवाओं का छिड़काव कराया जाता है, फाॅगिंग कराई जाती है। संक्रमित बीमारी के प्रति अभियान चलाकर किया जाता है।

*महाकुंभ के लिए 31 बंदी तैयार कर रहे 100 विशेष कालीन, राम मंदिर के लिए भी तैयार कर चुके हैं कालीन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत महाकुंभ में जिला कारागार के बंदियों के बुने कालीनों का स्टॉल लगेगा। 31 बंदी प्रयागराज महाकुंभ -2025 का लोगो और धार्मिक आकृतियों वाले कालीन बनाने में जुटे हैं। करीब 100 कालीन तैयार करने का लक्ष्य है। महाकुंभ के लोगों वाले दो विशेष कालीन भी तैयार किए जा रहे। ये कालीन महाकुंभ आयोजन सीमित को भेंट किए जाएंगे।

धार्मिक और सांस्कृतिक के लिए विख्यात प्रयागराज महाकुंभ इस बार 13 जनवरी से शुरू हो रहा है। महाकुंभ में देशभर से साधु- संन्यासी के साथ-साथ गृहस्थ लोग भी पहुंचते हैं। बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी भी यहां आते हैं। प्रमुख उत्पादों की देश-विदेश तक पहुंच बनाने के लिए ओडीओपी के तहत स्टॉल लगाए जाएंगे। इसमें भदोही के विश्व प्रसिद्ध कालीन का भी स्टॉल लगेगा। एक अनुमान के मुताबिक, पूरे देश से निर्यात होने वाले कालीनों में 60 फीसदी भागीदारी भदोही की है।

31 बंदी कालीन बनाने में दिन-रात जुटे

खास बात यह है कि स्टॉल में जिला कारागार के बंदियों के हाथों से बुने कालीन होंगे। 31 बंदी कालीन बनाने में दिन-रात जुटे हुए हैं। जेल प्रशासन के अनुसार महाकुंभ में करीब 100 टफ्टेड ( हाथ से चलने वाली छोटी मशीन) और 25 से 30 हस्तनिर्मित कालीनों को स्टॉल पर प्रदर्शित किया जाएगा। इन कालीनों पर धार्मिक आकृतियां उकेरी जा रही है। छह गुणा छह साइज के दो विशेष कालीन महाकुंभ के लोगों पर केंद्रित है,जो कि महाकुंभ आयोजन सीमित को भेंट किए जाएंगे।

राम मंदिर के लिए तैयार कर चुके हैं कालीन

जिला कारागार में कालीनों की डिजाइन दहेज उत्पीड़न मामले के बंद अनुराग तैयार करते हैं। वह बीएचयू फाइन आर्ट के विद्यार्थी रह चुके हैं। उनका कहना है कि यहां से छुटने के बाद अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे। कालीन की डिजाइन को पेंसिल से पेपर उकेरते है। इसी तरह बंदी उमाकांत सरोज कालीन बुनाई के कार्य की देखरेख करते हैं। वह बेडरनर, पावदान,आसन, हैंगिंग तैयार करते हैं। अनुराग व उमाकांत ने बताया कि पहले अयोध्या के राम मंदिर और अब महाकुंभ के लिए कालीन तैयार कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

जिले की प्रमुख कालीन कंपनियों से भी आर्डर मिलते हैं। इस समय पर्याप्त आर्डर है। बुनकर महाकुंभ की तैयारी के साथ निर्यातकों के आर्डर तैयार कर रहे हैं। कुल 31 बंदी कालीन बुनने में लगे हैं। अकुशल और कुशल कारीगर के हिसाब से 50 से 81 रुपए तक पारिश्रमिक दिया जाता है।

राजस्थानी सेहरा, वेस्टर्न शेरवानी और क्राॅप टाॅंप लहंगा से यादगार बन रही शादियां

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सहालग के सीजन का दौर चल रहा, हर कोई इस लम्हे को यादगार बनाने में जी जीन से जुटा है। दुल्हा-दुल्हन संग परिवार के सदस्य भी इस पल को संयोजन में व्यस्त हैं। क्योंकि बड़े ही भाग्य से शादी विवाह का दिन आता है। बाजार में राजस्थानी सेहरा वेस्टर्न शेरवानी और क्राॅप टाॅंप लहंगा की मांग अधिक है। दुकानों पर इसकी एडवांस बुकिंग है। 12 नवंबर देव‌उठनी एकादशी के साथ ही सहालग को दौर शुरू हुआ है। 15 दिसंबर को अंतिम मुहुर्त है। 16 दिसंबर से खरमास लग रहा है। हर शुभ मुहूर्त पर 250 से 300 शादी होती है। व्यापारिक दृष्टिकोण से सहालग के सीजन में कारोबार में उछाल आया है। ज्ञानपुर, भदोही, सुरियावां, अभोली, जंगीगंज, गोपीगंज,औराई, चौरी के बाजार गुलजार है। सुबह-शाम तक खरीदारी के लिए हजारों लोग पहुंच रहे हैं। शादि ब्याह के कारोबार से जुड़े हुए सभी छोटे-बड़े व्यवसायियों के रोजी-रोटी का जुगाड़ शुरू हो जाता है। चार महीने से उन्हें इसका इंतजार रहता है।

2 से 3 हजार में मेवाड़ी सेहरा

राजस्थानी एवं मेवाड़ी सेहरा 2000 से 3000 रुपए में बिक रहा है। कत्था और मैरुन रंग की सेहरा दूल्हे राजा को खूब लुभा रही है। वहीं लाल रंग की क्राॅप टाॅंप लहंगा दुल्हन की पहली पसंद हैं। इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों के विक्रेता अनुज गुप्ता ने बताया कि एसी फ्रिज, वाशिंग मशीन,गीजर, टीवी आदि की बुकिंग एडवांस में हुई है। बुकिंग के अनुसार अनुसार ही सामान स्टाॅक में रखे जाते हैं। चौरी के कपड़ा व्यापारी अनिल मोदनवाल और मोहम्मद रहीम ने बताया कि वेस्टर्न शेरवानी की मांग अधिक है,जो दो हजार से अधिक रुपए तक बिक रहा है। साड़ी व्यापारी सावल जायसवाल कन्हैया जायसवाल ने बताया कि आर्गेंजा साड़ी की मांग अधिक है। जो 1500 से तीन हजार रुपए तक बिक रही हैं।

भदोही में 94 केंद्रों पर होगी बोर्ड परीक्षा

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिले में 2025 में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा 94 केंद्रों पर होगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बुधवार को जिला परीक्षा समिति की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। केंद्र बने विद्यालयों की सूची पर किसी तरह का दावा और आपत्ति दाखिल करने के लिए छह दिसंबर तक समय तय किया गया है। परीक्षा में कुल 55 हजार छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करेंगे।

माध्यमिक शिक्षा परिषद के तहत संचालित बोर्ड परीक्षा के लिए पिछले वर्ष 96 केंद्र बनाए गए थे। वर्ष 2025 की बोर्ड परीक्षा संपन्न कराने के लिए आवेदन किए विद्यालयों के सुविधा संसाधनों की जांच कर रिपोर्ट परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया गया था।विद्यालयों में उपलब्ध सुविधा व संसाधनों की जांच परख के बाद पूर्व में माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 85 विद्यालयों को केंद्र निर्धारित करते हुए सूची छात्र आवंटन सहित जारी कर दी गई थी। इसके बाद 95 स्कूलों की तरफ से आपत्ति दर्ज कराई गई।

आपत्तियों के निस्तारण के बाद जिला समिति की ओर से रिपोर्ट परिषद को भेज दी गई थी। परिषद की ओर से अब 94 विद्यालयों को केंद्र बनाने की हरी झंडी दे दी है। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि परिषद की ओर से केंद्रों की सूची जारी कर दी गई है।हालांकि अभी भी किसी को कोई आपत्ति है तो वह छह दिसंबर तक ऑनलाइन आपत्ति दर्ज करा सकता है। उन्होंने बताया कि छात्र संख्या के आधार पर नौ केंद्र बढ़ाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 55 हजार 176 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इसमें हाईस्कूल के 26 हजार 912 और इंटरमीडिएट में 28 हजार 264 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है।

भदोही में एकमुश्त समाधान योजना शुरू: बिजली बिल में 100% तक छूट का मौका,31 जनवरी तक लाभ उठाएं

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि विद्युत निगम की एकमुश्त समाधान योजना उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए लागू की गई है। बिल के बकायेदार इसका लाभ उठाकर बकाया राशि को जमा कर दें। इसमें उन्हें तीन चरणों में छूट मिलेगी। 15 दिसंबर से 31 जनवरी तक करीब 47 दिनों तक योजना लागू होगी।

डीएम ने कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि योजना के तहत सभी श्रेणी के विद्युत उपभोक्ताओं को अपने विलंबित भुगतान अधिकार में छूट मिलेगी। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील किया कि योजना का लाभ लेने के लिए जल्दी आए और एकमुश्त भुगतान कर अपने बकाया बिलों में ज्यादा छूट का लाभ उठाएं। बताया कि योजना 15 दिसंबर से 31 जनवरी 2025 तक कुल 47 दिनों तक लागू रहेगी। योजना का प्रथम चरण 15 से 31 दिसंबर तक 16 दिन, दूसरा चरण एक से 15 जनवरी तक कुल 15 दिन, तीसरा चरण 16 से 31 जनवरी तक कुल 16 दिन रहेगी। योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।

पंजीकरण के समय 30 सितंबर 2024 तक के विद्युत बिलों के मूल बकाये का 30 प्रतिशत राशि जमा करना अनिवार्य होगा। उपभोक्ताओं को 30 सितंबर के बकाया विद्युत बिलों के सरचार्ज में छूट मिलेगी। इसमें सभी श्रेणी के उपभोक्ता लाभान्वित होंगे। एकमुश्त भुगतान पर प्रथम चरण में 100 प्रतिशत छूट, द्वितीय चरण में 80 प्रतिशत, और तृतीय चरण में 70 प्रतिशत छूट दी जाएगी। वहीं, किश्तों में भुगतान पर प्रथम चरण में छूट क्रमश : 75 प्रतिशत, 65 प्रतिशत और 55 प्रतिशत होगी। इसका लाभ लेने के लिए उपभोक्ता विभाग के खंड एवं उपखंड कार्यालय, जनसेवा केंद्र या विभागीय वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के लिए नवीनतम बिजली बिल और मोबाइल नंबर अनिवार्य होगा।

गाली-गलौज व धमकी देने का आरोपी गिरफ्तार

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोतवाली क्षेत्र ज्ञानपुर अंतर्गत ग्राम झिंगुरपुर में रास्ते के विवाद को लेकर दो पड़ोसी पक्षों द्वारा आपस में कहा-सुनी के दौरान लाठी- डंडा व ईट पत्थर से मार-पीट किया गया एवं गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी दी गई। मारपीट के प्रकरण में ज्ञानधर मिश्रा से प्राप्त सूचना पर तत्समय ही आरोपियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करते हुए मेडिकल परीक्षण सहित विधिक कार्यवाही प्रचलित की गई।

डा0 मीनाक्षी कात्यायन, पुलिस अधीक्षक भदोही द्वारा पंजीकृत अभियोग में नियमानुसार कार्यवाही हेतु निर्देश के क्रम में बुधवार 4.दिसम्बर .2024 को थाना स्थानीय पुलिस टीम द्वारा उक्त अभियोग से सम्बंधित वांछित अभियुक्त सोनू मिश्रा उर्फ संदीप मिश्रा पुत्र श्याम नारायण मिश्रा निवासी झिंगुरपुर थाना ज्ञानपुर जनपद भदोही उम्र करीब 36 वर्ष को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही की गई।

जेल में बंद प्रधानाचार्य की हत्या के आरोपी के बिस्तर से बरामद हुए मोबाइल और दो सिमकार्ड

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिला कारागार में प्रधानाचार्य हत्याकांड मामले में बंद बंदी मोहम्मद कलीम के बिस्तर से तलाशी के दौरान जेल प्रशासन ने मोबाइल और दो सिमकार्ड बरामद किया है। बरामदगी के बाद जेल अधीक्षक अभिषेक सिंह ने ज्ञानपुर कोतवाली में बंदी कलीम के खिलाफ कारागार अधिनियम की धारा 42 में मामला दर्ज कराया है। 

जेलर सूबेदार यादव सहित अन्य जेलकर्मियों ने बैरक की चेकिंग के दौरान बैरक संख्या दो से बंदी कलीम के बिस्तर से मोबाइल और सिमकार्ड बरामद किया। बड़ा सवाल है कि यह मोबाइल बंदी के पास कैसे पहुंचा। गौरतलब हो कि मोहम्मद कलीम बीते माह हुए नेशनल इंटर कालेज के प्रधानाध्यापक योगेंद्र सिंह की हत्या मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।तलाशी के दौरान बंदी के पास से मोबाइल और दो सिम बरामद किया गया है। जेल अधीक्षक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ। जेल अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि बंदी गंभीर मामले में शामिल था, इसलिए इनसे मिलने आने वाले लोगों को एलआईयू की निगरानी में मिलाया जाता है।

तलाशी के दौरान यह मामला सामने आया है। मुकदमा दर्ज़ कराया गया है। बैरक की सुरक्षा में तैनात सुरक्षकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जो भी दोषी होगा उसपर कारवाई की जाएगी।

हिंदू संगठनों ने निकालाआक्रोश रैली, बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर जताया विरोध

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार व साधु संतों की गिरफ्तारी के विरोध में हिंदू रक्षा समिति के नेतृत्व में 30 हिंदू संगठन ने आज हिंदू आक्रोश रैली निकाला। रैली ज्ञानपुर नगर के मुखर्जी पार्क से निकालकर पूरे नगर का भ्रमण किया एवं कलेक्ट्रेट पहुंचकर समाप्त हुई । जहां पर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को सौपा गया।

इस दौरान विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, जिला अध्यक्ष भाजपा दीपक मिश्रा, राजलक्ष्मी मंदा, राजेश मिश्रा, अनिल मिश्रा, और सपना दूबे ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हिंदू आक्रोश रैली का नेतृत व हिंदू रक्षा समिति के द्वारा किया गया। रैली में लगभग 30 हिंदू संगठन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल रहे। रैली में शामिल हिंदू रक्षा समिति के कार्यकतार्ओं ने कहा कि जिस प्रकार से बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है यह निंदनीय है। उन्होंने उस अत्याचार का विरोध जताया और सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया।

कहां कि बांग्लादेश राजनीतिक खड्यंत्र व अत्याचार के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा बांग्लादेश में हिंदू समाज के धन व धर्म चरित्र की हत्या की जा रही है। जिसको लेकर पूरे देश में हिंदू समाज आक्रोशित है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार से हम सभी हिंदू समाज अपेक्षा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर अत्याचार को रखकर बांग्लादेश पर दबाव बनाया जाए। जिससे वहां अल्पसंख्यक हिंदू समाज के लोगों को सुरक्षा मिल सके। रैली में हिंदू संगठन व व्यापारी व आमजन भागीदारी किया।

करोड़ों खर्च फिर भी नहीं लगे संकेतक

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अधूरे पुल के कारण सूबे के बरेली जिले में गत दिनों हुए हादसे में कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस तरह के पुल तो जनपद में नहीं है लेकिन गहरे तालाबों में हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। करोड़ों रुपए सुंदरीकरण के नाम खर्च करने के बाद भी खतरनाक का बोर्ड नहीं लगाया गया है। ऐसे ही तालाब ज्ञान सरोवर ज्ञानपुर का र३१ीी३ ु४९९ ठी६२ टीम ने पड़ताल किया। जहां पर बार्ड लंगा नजर नहीं आया। बता दें जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले नगर पंचायत ज्ञानपुर में ऐतिहासिक बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर में उक्त तालाब स्थित है। क?ई बीघे में फैल उक्त तालाब काफी गहरा है। हमेशा उसमें पानी भरा रहता है।

प्रमुख पर्वों के साथ ही गर्मी के दिनों में उसमें आसपास के लोगों के साथ ही दर्शनार्थी स्नान करते हैं। ऐसे में किसी भी समय बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। नगर पंचायत प्रशासन की ओर करोड़ों रुपए खर्च करके तालाब सुंदरीकरण, सीढ़ियों का निर्माण, शौचालय, सीटिंग चेयर आदि बनवाने का काम किया गया, लेकिन तालाब में पानी गहरा है, उसमें उत्तर कर स्नान करने पर उतरा है? ,का बोर्ड नहीं लगाया गया है। बरेली हादसे के बाद भी प्रशासन की तंद्रा भंग नहीं हो रही है। उल्लेखनीय है कि छात्र मोहम्मद शाहिल अंसारी तथा नौ वर्षीय गोविंदा की उक्त तालाब में डूबने से स्नान करते समय गत वर्षों में जान जा चुकी है।

ज्ञान सरोवर पर प्रमुख पर्वों पर आस्था का सैलाब उमड़ता है। जिसमें महिलाओं की तादाद अधिक होती है। डाला छठ, सावन के साथ ही शिवरात्रि पर बड़ी तादाद में महिलाएं वहां स्नान,पूजन को जाते हैं। ऐसे में किसी भी समय हादसा हो सकता है। नगर पंचायत प्रशासन से लोगों ने तालाब में रेलिंग लगवाने के साथ ही खतरे का बोर्ड भी लगाना चाहिए, ताकि गहरे पानी में लोग न उतर सकें।

जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में 28 साल बाद बना निकास द्वार

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। झांकी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना के बाद जिले का स्वास्थ्य महकमा सबका लिया है। जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में 28 साल बाद निकास द्वार बनाए गया है। यहां पहले निकासी द्वार नहीं था, आने - जाने के लिए एक ही द्वार था। जिले में 30 जून 1996 से जिला चिकित्सालय संचालित है। अस्पताल में शुरू से ही इमरजेंसी वार्ड है। अस्पताल में रोजाना औसतन 700 से 800 लोगों की ओपीडी होती है।

इसके अलावा 35 से 40 मरीज इमरजेंसी वार्ड में आते हैं। इमरजेंसी वार्ड में 60 बेड है। प्रथम मंजिल पर 10 बेड का एन?आरसी भी है। जहां कुपोषित बच्चे भर्ती किए जाते हैं। इसके अलावा आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं के बावजूद इमरजेंसी वार्ड में निकासी द्वार नहीं था। झांसी मेडिकल कॉलेज हादसा के बाद अस्पताल प्रशासन की निद्रा टूटी है। इमरजेंसी वार्ड में निकासी द्वार बनवाने की पहल की। प्रथम मंजिला पर लोहे की सीढ़ी लगाईं गई है। आपात स्थिति मरीज और तीमारदार को नीचे उतर कर अपनी जान बचा सकते हैं। जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में जो कार्य पहले हो चाहिए था वह अब हुआ है।