संभल हिंसा के क्यों जोड़े जा रहे पाकिस्तान से तार, जानिये क्या है पूरा मामला
संभल । संभल हिंसा को जहां प्रशासन सजिश समझ रहा था मगर हिंसा तो सजिश से बड़ी निकली है। हिंसा में बलबाइयों ने विदेशी कारतूस दागे हैं । एसआइटी जांच में पाकिस्तान और यूएस के कारतूस और खोखे मिले हैं।हिंसा स्थल से एविडेंस कलैक्शन के लिए मंगलवार को एसआईटी, नगर पालिका और फारेंसिक टीम हिंसा से प्रभावित इलाके में पहुंची। सफाई के दौरान पाकिस्तान एवं यूएस में बने कारतूस और कारतूस खोखे मिले हैं वहीं देशी कारतूस खोखे भी मिले हैं।
हिंसा का विदेशी कनेक्शन आ रहा है सामने
हिंसा में पाकिस्तान और यूएस के कारतूस मिलने से हिंसा का विदेशी कनेक्शन सामने आ रहा है। वहीं पूरे मामले पर पुलिस हिंसा का पाकिस्तान विदेश कनेक्शन और आतंकी कनेक्शन खंगालने की कोशिश में जुट गई है। वहीं सम्भल से आतंकी कनेक्शन की पुलिस जांच करेगी। आतंकी आसिम उमर और सनाउल हक भी सम्भल से गायब हो कर आतंकी बन गए सनाउल हक अलकायदा चीफ बना था तथा आसिम उमर अलकायदा का दक्षिण एशिया का चीफ बना था। संभल में एनआईए बहुत बार छापेमारी कर चुकी है आतंकी गतिविधियों में अक्सर संभल में जन्मे आतंकियों का नाम आया है। वहीं विदेशी कारतूस खोखों की बरामदगी के बाद आतंकियों और पुराने अपराधियों की गतिविधियां खंगालेगी।
पाकिस्तान और यूएसएस का कारतूस कैसे पहुंचा संभल, इसकी होगी जांच
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि यह गंभीर तथ्य सामने आया है। इसकी बारीकी से जांच की जाएगी। नाै एमएम कारतूस का इस्तेमाल सरकारी असलहा में ही किया जाता है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जाएंगे।किसने पिस्टल का बवाल में इस्तेमाल किया है। एसपी ने बताया कि मंगलवार को पुलिस की जांच टीम छानबीन कर रही थी। इसी दौरान एक खोखा और एक कारतूस पुलिस को मिला है। इसके पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्टरी का होने का प्रमाण मिला है।इसी तरह यूएसए में बना एक 12 बोर का खोखा भी मिला है। 32 बोर के तीन खोखे मिले हैं। एसपी ने कहा कि अब जांच यह भी की जाएगी कि पाकिस्तान और यूएसए का कारतूस संभल तक कैसे पहुंचा और किस हथियार में इस्तेमाल किया गया।
बाहरी लोगों को रोकने में खुफिया तंत्र भी रहा असफल
दस दिसंबर तक जिले में बाहरी रोक के बावजूद मंगलवार को जमीयत उलमा-ए-हिंद और कांग्रेसी नेता पीड़ित परिवारों से मिलकर चले गए। पुलिस-प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। बाहरी लोगों को रोकने में खुफिया तंत्र भी असफल रहा। जबकि अधिकारी लगातार निगरानी की बात कह रहे हैं। जमीयत उलमा ए हिंद के पदाधिकारियों ने भी पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।इसी तरह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व यूपी के प्रदेश सचिव भी मुलाकात करने के लिए पहुंचे। शनिवार को हैदराबाद निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सलमान ने मुलाकात की थी। अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।
आज संभल आ सकते हैं राहुल गांधी, रोकने की पूरी तैयारी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बुधवार को संभल आ सकते हैं। वह नई दिल्ली में हैं। वहां से बुधवार सुबह संभल के लिए रवाना हो सकते हैं। हालांकि उन्हें संभल जाने से रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता तैयारी की गई है। उधर उन्हें रोकने के लिए संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने मंगलवार को पड़ोसी जिलों बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के अधिकारियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को अपने जिले की सीमा पर ही रोक लें।
राहुल का संभल आना अभी ठीक नहीं, बिगड़ सकती है स्थिति : मंडलायुक्त
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं रायबरेली के सांसद राहुल गांधी का अपनी सांसद बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ बुधवार को संभल आगमन का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इस पर मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का संभल आना अभी ठीक नहीं है। उनको अपना संभल का प्रस्तावित दौरा स्थगित कर देना चाहिए। संभल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक के निर्णय का सभी सम्मान करें। यह निर्णय इसलिए लिया गया है कि वहां स्थिति सामान्य बनी रहे।
बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक के निर्णय का सभी सम्मान करें
मंडलायुक्त सिंह ने मंगलवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से कहा कि संभल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक के निर्णय का सभी सम्मान करें। यह निर्णय इसलिए लिया हैं वहां स्थिति सामान्य बनी रही है। संभल में हुई हिंसा के बाद बहुत तेजी से स्थिति सामान्य हुई है, वहां पर महौल पूर्णतः शांत है। यदि संभल में बाहर से कोई आएगा तो आक्रोश फैल सकता है, इससे उकसावा हो सकता है और वहां की स्थिति पुनः बिगड़ सकती है।संभल जिलाधिकारी के आदेश पर जिले में 10 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगी हुई है। संभल हिंसा में अब तक 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मंडलायुक्त ने कहा कि अभी तक 30 लोग पकड़े गए है। हमारा उद्देश्य गिरफ्तारी की संख्या बढ़ाना नहीं है बल्कि इस घटना के पीछे कौन मुख्य लोग थे, घटना की प्लानिंग किसने की थी, किन-किन लोगों ने घटना को अंजाम दिया।
Dec 04 2024, 10:26