स्टार्ट-अप और वोकल-फॉर-लोकल के स्वदेशी भाव ने देश की अर्थव्यवस्था को किया इंग्लैंड से आगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वदेशी स्टार्ट-अप, मेक-इन-इंडिया और वोकल-फॉर-लोकल के प्रेरणादायक आह्वान ने देश में उद्यमिता के पुनर्जागरण की अलख जगाई है। भारत आज इंग्लैंड को पीछे छोड़कर दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को बालाघाट में स्वदेशी मेले को संबोधित कर रहे थे। डॉ. यादव ने मेले में शासकीय विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। साथ ही युवाओं को ऑफर लेटर और दिव्यांगता प्रमाण-पत्र प्रदान किए और उपस्थित युवाओं से संवाद किया। स्वदेशी विचारक भैया जी जोशी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने स्वदेशी मेले में आने के लिए भैयाजी जोशी का आभार माना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मेला का अर्थ मेल-जोल है और इसमें व्यापार के साथ ही सांस्कृतिक मेलजोल को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी मेले का प्रारंभ वर्ष 1999 से निरंतर विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है। मुम्बई से प्रारंभ स्वदेशी मेले में स्वदेशी उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय से छोटे-बड़े उद्योगों को बल मिला है। यह केवल मेला ही नहीं स्वदेशी मेले के रूप में मिनी इंडिया का स्वरूप देखने को मिल रहा है। यहाँ अलग-अलग प्रांतों की लोककला और कारीगरी को एक स्थान और एक मंच पर देखने का अवसर मिलता है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पहले हमारा देश सोने की चिड़िया हुआ करता था, हम दुनिया की शीर्षस्थ अर्थव्यवस्था थे और हमारे उद्योग, धंधे, मसाले, रेशम और मलमल जैसे चमत्कारी वस्त्र दुनिया भर में मशहूर थे। कहा जाता है कि ढाका का बना मलमल अंगूठी के छल्ले से निकल जाता था। अंग्रेजों ने हमारी इसी स्वदेशी ताकत को कमजोर बना दिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन और प्रेरणा से देश के साथ ही प्रदेश के युवा ने भी नौकरी मांगने नहीं, देने वाले बनने के गंभीर और दूरदर्शी संदेश को समझा। आज हमारे यहां 37 हजार से भी अधिक स्वदेशी स्टार्ट-अप सक्रिय हैं। हमारा युवा उद्यमशील होकर नौकरी देने वाला बन रहा है।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से आगे बढ़ रही प्रदेश की अर्थव्यवस्था

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के कंसेप्ट को आगे बढ़ाने में हमें प्रधानमंत्री का प्रोत्साहन भी मिला है। हमारे प्रयास सफल रहे, हमने सागर, रीवा, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर जैसे शहरों में भी सफलतापूर्वक रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का सफल आयोजन किया और अब जल्द ही नर्मदापुरम में भी करने जा रहे हैं। नर्मदापुरम में इंडस्ट्री के लिए पूर्व में आरक्षित 250 हेक्टेयर भूमि को बढ़ाकर 500 हेक्टेयर कर दिया गया है। इसे हम 750 हेक्टेयर तक बढ़ायेंगे। इसमें नवकरणीय ऊर्जा पार्क और अन्य दूसरे उद्योगों की स्थापना के प्रस्ताव भी मिले हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि अब तक हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से 2.5 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए और इनसे 2 लाख रोजगार सृजित होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने बताया कि हम उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी को इंडस्ट्री-फ्रेंडली बनाने के लिये हर स्तर पर जाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए हम उद्योगों को पारिश्रमिक के रूप में प्रति कर्मचारी 5 हजार रुपए की प्रारंभिक सहायता भी दे रहे हैं।

प्रदेश में हुए 17 मेडिकल कॉलेज

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के अंतिम छोर के नागरिक के लिए भी अच्छे स्वास्थ्य और उसे चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने के लिए प्रदेश सरकार संकल्पबद्ध है। प्रदेश में वर्ष 2003-04 में 5 मेडिकल कॉलेज थे, जिन्हें बढ़ाकर हमने 17 कर दिया है। इतना ही नहीं प्रदेश में निजी चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या भी 13 हो गई है। आने वाले वर्ष में 12 और सरकारी कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। साथ ही 13 नए आयुर्वेदिक कॉलेज भी खोले जाएंगे, इनमें से एक बालाघाट में भी होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वदेशी मेले की सराहना करते हुए कहा कि इसमें आयुर्वेदिक औषधियों को बिक्री के लिए प्रदर्शित किया जाना अच्छी पहल है। कोविड त्रासदी के दौर में हमारी स्वदेशी आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली की जीवन-रक्षक शक्ति की महत्ता पूरे देश ने जानी समझी। आयुर्वेद में असीम संभावनाएं हैं, इसलिए प्रदेश सरकार इसे बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार के प्रयासों से आज प्रदेश का बजट 3.25 लाख करोड़ से बढ़कर 3.5 लाख करोड़ हो चुका है। हमारा लक्ष्य इसे 7 लाख करोड़ रुपए तक ले जाना है, जिससे हम प्रधानमंत्री मोदी के देश को 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।

मेला हमारे जीवन का अभिन्न अंग

बालाघाट में आयोजित स्वदेशी मेले के शुभारंभ में स्वदेशी विचारक भैयाजी जोशी ने कहा कि मेले हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं और इनमें स्वदेशी के समावेश से हम आर्थिक रूप से शक्तिशाली बन रहे हैं। जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से भारत सभी क्षेत्रों में विश्व में अग्रणी बन रहा है। चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमने इतना विकास किया है कि आज विदेशी भी इलाज के लिये भारत आते हैं।

स्वदेशी मेले में आयोजक पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन, आयोजक एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे। इसमें जनजातीय कलाकारों ने आकर्षक लोकनृत्य की प्रस्तुति दी।

राज्यपाल पटेल भोपाल गैस त्रासदी श्रद्धांजलि सभा में हुए शामिल त्रासदी में दिवंगतों को दी मौन श्रद्धांजलि

राज्यपाल मंगुभाई पटेल मंगलवार को भोपाल गैस त्रासदी की 40वीं बरसी पर दिवंगतों की स्मृति में सेंट्रल लाइब्रेरी बरकतउल्ला भवन में आयोजित श्रद्धांजलि एवं सर्वधर्म सभा में शामिल हुए। सभा में दिवंगतों की स्मृति में विभिन्न धर्माचार्यों द्वारा पाठ किया गया।

राज्यपाल पटेल और उपस्थितजनों ने सभा में दिवंगतों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी। श्रद्धांजलि सभा में जनजातीय कार्य, भोपाल गैस त्रासदी एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, महापौर मालती राय, मुख्य सचिव अनुराग जैन, प्रमुख सचिव संदीप यादव सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहें।

कलेक्टर के निर्देश का दिखने लगा असर, असर लोगों तक पहुंच रहा राजस्व अमला, हितग्राहियों को मिल रहा लाभ

राजस्व महाभियान 3.0 को सफल बनाने में जुटे एसडीएम बैरसिया

बैरसिया। म.प्र.शासन के निर्देशानुसार प्रदेशभर में राजस्व महा अभियान 3.0 पर कार्य जारी है। जिसके अंतर्गत रास्ता विवाद का निराकरण नक्शा तरमीम फार्मर रजिस्ट्री एवं अन्य कार्य किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में बैरसिया अनुभाग के राजस्व अधिकारी एवं कर्मचारीगण भी अभियान को सुचारू रूप से सफल बनाने में दिन रात जुटे हुए हैं। वहीं रविवार को अवकाश के दिन भी बैरसिया अनुभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीयों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर उनके द्वारा ई केवाईसी के 1173 प्रकरणों का एवं नक्शा तरमीम के 572 प्रकरणों का एवं फार्मर रजिस्ट्री के 113 प्रकरणों का कार्य संपन्न किया गया। कलेक्टर के निर्देशन में बैरसिया एसडीएम आशुतोष शर्मा, तहसीलदार करुणा दंडोतिया तथा सभी हल्का पटवारियों द्वारा ग्राम पंचायत में एवं गांव के अन्य कॉमन सर्विस सेंटर जैसे सहज दृश्य स्थान पर फार्मर रजिस्ट्री केवाईसी एवं नक्शा तरमीम से शेष रहे ग्रामीणों की सूची भी कारण सहित पंचायत भवनों पर चस्पा की जा रही है। इसके अलावा उन्हें विभिन्न माध्यम से सूचित कर इस बावत निवेदन किया जा रहा है कि इस राजस्व अभियान में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपने कार्य ग्रामों में ही पूर्ण करावे । वही बैरसिया तहसील के पटवारीयों द्वारा ग्राम के शादी विवाह भोज जैसे सामाजिक कार्यों में भी हिस्सा लेकर वहां उपस्थित कृषक भाइयों को राजस्व महा अभियान के कार्यों की जानकारी दी जा रही है। तथा उक्त कार्य संपन्न भी किये जा रहे हैं वहीं एसडीएम आशुतोष शर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई सतत जारी रहेगी और हितग्राहियों के सभी कार्य समय सीमा में ही निपटाये जाएंगे।

राज्यपाल पटेल से बिहार के राज्यपाल आर्लेकर ने की सौजन्य भेंट विकास के विभिन्न विषयों पर हुई अनौपचारिक चर्चा


राज्यपाल मंगुभाई पटेल से बिहार के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजभवन में में आज शिष्टाचार मुलाकात की। दोनों प्रदेशों के राज्यपालों ने परस्पर विकास के विभिन्न विषयों पर अनौपचारिक चर्चा की।

राज्यपाल पटेल ने बिहार के राज्यपाल आर्लेकर का शॉल, श्रीफल एवं स्मृति-चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। राज्यपाल पटेल का बिहार के राज्यपाल आर्लेकर ने अंग वस्त्र एवं स्मृति प्रतीक भेंटकर अभिनंदन किया।

कलेक्टर का अल्टीमेटम- गावों में रात गुजारे पटवारी राजस्व अमला


जीतेन्द्र सेन 

बैरसिया।। भोपाल जिले में राजस्व महाअभियान -3.0 के बेहतर रिजल्ट के लिए भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने पटवारी ओर राजस्व अमले को गावों में रात गुजारने के अल्टीमेटम जारी किया है। उन्होंने कहा है कि सभी पटवारियों ओर राजस्व अमले को रात गावों में रहकर नामांतरण बटवारा फार्मर आईडी सहित अन्य लंबित प्रकरणों की रफ्तार तेज करना है।यदि इसके बाद भी स्तिथि में सुधार नहीं हुआ तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी। ओर किसी तरह की मोहलत नही दी जाएगी।

असल में बीते मंगलवार को कलेक्टर ने सभी एसडीएम तहसीलदार, पटवारी ओर राजस्व अमले की रविंद्र भवन में बैठक ली थी। इसमे राजस्व अभियान के तीसरे चरण की समीक्षा की गई। जिसमे कलेक्टर के तीखे तेवर नजर आए। उन्होंने कहा कि राजस्व मामलों के निराकरण में तेजी नही आ रही है। प्रदेश में जिले की रैकिंग भी खराब है अंदरखाने की खबर है कि कलेक्टर ने पटवारियों को निर्देश दिए हैं कि बेहतर रिजल्ट देने के लिए पटवारी अपने हल्का व गांवो में रात गुजारे जब वह मोके पर जाकर काम करेंगे। तभी तो रिजल्ट आएगा। कलेक्टर ने कहा है कि अब हर दूसरे दिन राजस्व महाअभियान की समीक्षा करेंगे। 

इनका कहना है

महाअभियान की समीक्षा की गई जिसमे प्रकरणों के निराकारण में तेजी लाने के लिए कहा गया है। पटवारियों को गावों में रात गुजारने के निर्देश दिए गए हैं। इसमे कोई लापरवाही बरती जाती है तो उन पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। 

कौशलेंद्र विक्रम सिंह - कलेक्टर भोपाल

सपनों को हकीकत में बदलने की बानगी है "बुरहानपुर का बनाना पावडर" यहां के केलों की मिठास अब सबकी जुबां पर

एक जिला-एक उत्पाद

मध्यप्रदेश का एक छोटा सा जिला बुरहानपुर बरसों से अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और हरे-भरे खेतों के लिए प्रसिद्ध है। अब यह जिला "एक जिला-एक उत्पाद" पहल के तहत सफलता के नये आयाम गढ़ रहा है। केले की फसल, जो इस जिले की मूल पहचान है, अब न केवल किसानों की आय बढ़ा रही है, बल्कि एक नई उद्यम क्रांति का प्रतीक भी बन गई है।

इसी साल फरवरी में हुए "बनाना फेस्टिवल" में यहां के उद्यमियों और किसानों के बीच संवाद का परिणाम अब धरातल पर नजर आ रहा है। इसी प्रेरणा से बुरहानपुर के उद्यमी रितिश अग्रवाल ने "बनाना पाउडर" बनाने की यूनिट स्थापित की हैं। यह यूनिट जिला प्रशासन और उद्यानिकी विभाग के सहयोग से खकनार के धाबा गांव में संचालित की जा रही है।

"बनानीफाय" ब्रांड के नाम से तैयार किया जा रहा यह बनाना पाउडर शारीरिक पोषण से भरपूर है। यह बच्चों और बड़ों सभी के लिए ऊर्जा और सेहत का खजाना है। इस यूनिट में केले से तीन प्रकार का पाउडर तैयार किया जा रहा है। खाने योग्य पाउडर (केले के गूदे से), जो शुद्ध और बेहद उच्च गुणवत्ता वाला है। सादा पाउडर (केले के छिलके सहित), जो खाने योग्य है और फाइबर से भी भरपूर है। केले के छिलके से तैयार पाउडर को खाद (मैन्योर) के रूप में उपयोग किया जाएगा। इसके उपयोग से सभी प्रकार की फसलों की गुणवत्ता एवं उत्पादन मात्रा में भी सुधार होगा।

इस प्रोजेक्ट को "प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना" के तहत 10 लाख रुपये की सब्सिडी प्राप्त हुई। कुल 75 लाख रुपये पूंजी निवेश से बनी यह यूनिट एक मिसाल बन गई है। इसमें अहमदाबाद से लाई गई आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, जो उत्पादन प्रक्रिया को तेज और कुशल बनाती हैं।

"बनानीफाय" ब्रांड के उत्पादों को न केवल मध्यप्रदेश बल्कि महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, और दिल्ली जैसे राज्यों में भी भेजा जा रहा है। इसके 250 ग्राम और 500 ग्राम पैकेट क्रमशः 280 रुपये और 480 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं।

यूनिट की खासियत यह है कि यहां केले के छिलके को भी व्यर्थ नहीं जाने दिया जाता। छिलकों से बना पाउडर नर्सरियों और उद्यानिकी फसलों में खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। यह पर्यावरणीय संरक्षण और कृषि उत्पादकता बढ़ाने का एक बेहतरीन उदाहरण है।

नेपानगर की विधायिका सुश्री मंजू दादू और कलेक्टर बुरहानपुर सुश्री भव्या मित्तल द्वारा शुभारंभ की गई यह यूनिट अब न केवल बुरहानपुर के किसानों और उद्यमियों के लिए प्रेरणा बन गई है। यह यूनिट "एक जिला-एक उत्पाद" योजना की वास्तविक सफलता का प्रतीक बन गई है।

"बनानीफाय" का बनाना पावडर न केवल आर्थिक समृद्धि ला रहा है, बल्कि यह एक उदाहरण है कि सही दिशा में किए गए प्रयास किस तरह से छोटे जिलों को भी अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिला सकते हैं। बुरहानपुर के मस्त केले अब सबकी जुबां पर मिठास घोल रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से चर्चा के तुरंत बाद एसीईडीएस को भोपाल में भूमि आवंटन पत्र जारी किया

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जर्मनी यात्रा ने प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। गुरूवार को डॉ. यादव ने निवेशकों से मिलने के बाद एसीईडीएस को भोपाल में भूमि आवंटित की। यह निर्णय मध्यप्रदेश को वैश्विक औद्योगिक मानचित्र पर एक नए केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।

भोपाल को मिलेगा वैश्विक औद्योगिक केंद्र का दर्जा

भोपाल के अचारपुरा में जर्मन कंपनी एसीईडीएस लिमिटेड को 27,200 वर्गमीटर (6.72 एकड़) जमीन आवंटित की गई है। इस समझौते के तहत कंपनी ने भोपाल में अपनी औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रूपये से ज्यादा का प्रस्ताव दिया है। इस कम्पनी की स्थापना से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। इस उद्योग की स्थापना से एक्स-रे मशीन निर्माण एवं अन्य उपकरण, सौर ऊर्जा पॉवर प्लांट सहित नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में कार्य किया जायेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस यात्रा ने प्रमाणित कर दिया है कि मध्यप्रदेश में निवेशकों के लिए अब ऐसा माहौल तैयार हो चुका है, जहां व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें हरसंभव सहयोग दिया जा रहा है। उनकी दूरदर्शी सोच और निवेशकों के प्रति सकारात्मक रवैया ने ही जर्मन कंपनी को प्रदेश में अपने विस्तार की प्रेरणा दी है।

भोपाल में जर्मन कंपनी एसीईडीएस को भूमि आवंटन मात्र एक शुरुआत है। यह साझेदारी न केवल औद्योगिक विकास की एक नई लहर लाएगी, बल्कि इसे प्रदेश के समग्र विकास के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस ऐतिहासिक यात्रा ने यह भी प्रमाणित कर दिया है कि मध्यप्रदेश न केवल भारत बल्कि वैश्विक निवेश का अगला प्रमुख केंद्र बनने की पूरी क्षमता रखता है।

सभी राजनीतिक दल विजयपुर एवं बुधनी विधानसभा क्षेत्र के लिये कर दें बीएलए की नियुक्ति : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिंह


* *मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक* *फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2025 के संबंध में दी जानकारी* मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने बुधवार को निर्वाचन सदन में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2025 के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन की जानकारी पेन ड्राइव में प्रदान की गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिंह ने बताया कि उप निर्वाचन होने के कारण प्रदेश के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रं.- 02 विजयपुर एवं क्रं-156 बुधनी की मतदाता सूची के प्रारूप का प्रारंभिक प्रकाशन 27 नवम्बर को किया गया। इसी दिन से दोनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, वोटर आईडी कार्ड में संशोधन कराने और मृत मतदाताओं के नाम हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक प्रारूप पर दावे-आपत्तियां 12 दिसम्बर तक प्राप्त की जायेंगी। आगामी 30 नवम्बर एवं 8 दिसम्बर 2024 को दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कैम्प लगाकर नाम जुड़वाने, हटाने, संशोधन कराने के लिये विशेष अभियान चलाया जाएगा। दोनों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर कार्यालयीन समय में बीएलओ उपस्थित रहेंगे। प्राप्त सभी दावे-आपत्तियों का 24 दिसम्बर तक निराकरण किया जाएगा। इसके उपरांत मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी 2025 को किया जाएगा। बैठक में सीईओ सिंह ने सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे दोनों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों के लिये अपने-अपने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) की नियुक्ति अवश्य कर दें। यदि बीएलए नियुक्त हैं, तो उन्हें और अधिक सक्रिय होने के लिये निर्देशित करें। बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे, विवेक श्रोतिय, भारतीय जनता पार्टी से एस.एस. उप्पल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से जे.पी. धनोपिया, आम आदमी पार्टी से सुमित सिंह चौहान एवं बहुजन समाज पार्टी से पूर्णेंद्र अहिरवार उपस्थित रहे। *एक जनवरी 2025 को 18 साल की आयु पूरी करने वाले मतदाता सूची में नाम जुड़वाने करें आवेदन* मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने बताया कि इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के निवासी, जो युवा 1 जनवरी 2025 को 18 साल की आयु पूरी कर रहे हैं, वे मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन कर सकते हैं। नये मतदाताओं का वोटर आईडी कार्ड स्पीड पोस्ट के जरिये आसानी से उनके घर तक पहुंच जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार की नि:शुल्क सुविधाएं प्रदान की गई हैं। ऑनलाइन आवेदन वोटर हेल्पलाइन एप और https://voters.eci.gov.in/ के माध्यम से किया जा सकता है। ऑफलाइन आवेदन के लिए बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) से संपर्क किया जा सकता है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के संबंध में किसी भी प्रकार की शंका या जानकारी के लिये निर्वाचन हेल्पलाईन के टोल फ्री नं.-1950 में कार्यालयीन समय पर कॉल करके समाधान प्राप्त किया जा सकता है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री चौहान से जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने की सौजन्य भेंट

* जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने बुधवार को नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सौजन्य भेंट की। मंत्री डॉ. शाह ने पीएम जन-मन योजना में मध्यप्रदेश के 21 जिलों में कमजोर एवं पिछड़े जनजातीय समूह (पीवीटीजी) परिवारों के लिये 33 हजार 138 अतिरिक्त पीएम आवास मंजूर करने के लिये केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री चौहान का ह्रदय से आभार जताया। मंत्री डॉ. शाह ने केन्द्रीय मंत्री चौहान को पीएम जन-मन के तहत पीवीटीजी परिवारों के हित में किये जा रहे नवोन्मेषी प्रयासों की विस्तार से जानकारी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों के साथ की वन-ऑन-वन मीटिंग्स प्रदेश के विकास के लिए रखी ठोस नींव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लंदन में निवेशकों और उद्योग जगत के अग्रणी लीडर्स के साथ वन-ऑन-वन मीटिंग्स कर प्रदेश में निवेश की व्यापक संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवकरणीय ऊर्जा, कृषि व्यवसाय, अधोसंरचना, स्वास्थ्य सेवा और आईटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी के अवसरों के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को राज्य की व्यापार अनुकूल नीतियों और प्रोत्साहनों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग और नवाचार के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने राज्य की औद्योगिक क्षमता और इसके माध्यम से सतत विकास एवं नवाचार को बढ़ावा देने की अपनी दूरदर्शी सोच साझा की, जिसकी निवेशकों ने सराहना की।

मुख्यमंत्री. डॉ. यादव ने कहा “मध्यप्रदेश, निवेशकों के लिए न केवल अवसरों का केंद्र है, बल्कि एक ऐसा साझेदार है, जो उनके व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।” उन्होंने प्रदेश में उद्योगों को सुगमता से स्थापित करने और संचालन के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही अधोसंरचना, कुशल कार्यबल और अन्य संसाधनों पर विशेष जोर दिया।