करोड़ों खर्च फिर भी नहीं लगे संकेतक

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अधूरे पुल के कारण सूबे के बरेली जिले में गत दिनों हुए हादसे में कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस तरह के पुल तो जनपद में नहीं है लेकिन गहरे तालाबों में हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। करोड़ों रुपए सुंदरीकरण के नाम खर्च करने के बाद भी खतरनाक का बोर्ड नहीं लगाया गया है। ऐसे ही तालाब ज्ञान सरोवर ज्ञानपुर का र३१ीी३ ु४९९ ठी६२ टीम ने पड़ताल किया। जहां पर बार्ड लंगा नजर नहीं आया। बता दें जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले नगर पंचायत ज्ञानपुर में ऐतिहासिक बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर में उक्त तालाब स्थित है। क?ई बीघे में फैल उक्त तालाब काफी गहरा है। हमेशा उसमें पानी भरा रहता है।

प्रमुख पर्वों के साथ ही गर्मी के दिनों में उसमें आसपास के लोगों के साथ ही दर्शनार्थी स्नान करते हैं। ऐसे में किसी भी समय बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। नगर पंचायत प्रशासन की ओर करोड़ों रुपए खर्च करके तालाब सुंदरीकरण, सीढ़ियों का निर्माण, शौचालय, सीटिंग चेयर आदि बनवाने का काम किया गया, लेकिन तालाब में पानी गहरा है, उसमें उत्तर कर स्नान करने पर उतरा है? ,का बोर्ड नहीं लगाया गया है। बरेली हादसे के बाद भी प्रशासन की तंद्रा भंग नहीं हो रही है। उल्लेखनीय है कि छात्र मोहम्मद शाहिल अंसारी तथा नौ वर्षीय गोविंदा की उक्त तालाब में डूबने से स्नान करते समय गत वर्षों में जान जा चुकी है।

ज्ञान सरोवर पर प्रमुख पर्वों पर आस्था का सैलाब उमड़ता है। जिसमें महिलाओं की तादाद अधिक होती है। डाला छठ, सावन के साथ ही शिवरात्रि पर बड़ी तादाद में महिलाएं वहां स्नान,पूजन को जाते हैं। ऐसे में किसी भी समय हादसा हो सकता है। नगर पंचायत प्रशासन से लोगों ने तालाब में रेलिंग लगवाने के साथ ही खतरे का बोर्ड भी लगाना चाहिए, ताकि गहरे पानी में लोग न उतर सकें।

जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में 28 साल बाद बना निकास द्वार

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। झांकी मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना के बाद जिले का स्वास्थ्य महकमा सबका लिया है। जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में 28 साल बाद निकास द्वार बनाए गया है। यहां पहले निकासी द्वार नहीं था, आने - जाने के लिए एक ही द्वार था। जिले में 30 जून 1996 से जिला चिकित्सालय संचालित है। अस्पताल में शुरू से ही इमरजेंसी वार्ड है। अस्पताल में रोजाना औसतन 700 से 800 लोगों की ओपीडी होती है।

इसके अलावा 35 से 40 मरीज इमरजेंसी वार्ड में आते हैं। इमरजेंसी वार्ड में 60 बेड है। प्रथम मंजिल पर 10 बेड का एन?आरसी भी है। जहां कुपोषित बच्चे भर्ती किए जाते हैं। इसके अलावा आक्सीजन प्लांट भी लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं के बावजूद इमरजेंसी वार्ड में निकासी द्वार नहीं था। झांसी मेडिकल कॉलेज हादसा के बाद अस्पताल प्रशासन की निद्रा टूटी है। इमरजेंसी वार्ड में निकासी द्वार बनवाने की पहल की। प्रथम मंजिला पर लोहे की सीढ़ी लगाईं गई है। आपात स्थिति मरीज और तीमारदार को नीचे उतर कर अपनी जान बचा सकते हैं। जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में जो कार्य पहले हो चाहिए था वह अब हुआ है।
कविता का व्यंजन निकला लाजवाब हशरुन को मिला दूसरा स्थान

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भारत पेट्रोलियम मंत्रालय के अंतर्गत तेल विपणन कंपनियों द्वारा मूल सुरक्षा जांच अभियान 5 मार्च 2024 को शुरू किया गया था जिसका उद्देश्य प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा  घर-घर निरीक्षण के माध्यम से 12 करोड़ से अधिक घरों को गैस सुरक्षा से अवगत कराकर निरीक्षण करना है। एलपीजी प्रतिष्ठानों में  ग्राहकों की किसी भी सुरक्षा खतरे के लिए के लिए निरीक्षण नि: शुल्क है, और पुरानी पाइप या गैर-मानक पाइप का प्रतिस्थापन रियायती मूल्य पर किया जा रहा है।

अब तक, 8 करोड़ से अधिक घरों का निरीक्षण किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप उनकी सुरक्षा उपकरणों को दुरुस्त कर दिया गया है एवं सुरक्षा की जानकारी दी गई है।इस अभियान के एक भाग के रूप में, तेल विपणन कंपनियों द्वारा पटेल नगर स्थित खान भारत गैस जोर?ई ज्ञानपुर में नोडल अधिकारी समर्थ नेतृत्व में यह कार्यक्रम हुआ।  हमरी जिÞमेदारी विषय के तहत खाना पकाने की प्रतियोगिता सफलतापूर्वक आयोजित की गई थी। इस आयोजन का उद्देश्य पाक कौशल का प्रयोग का आयोजन करते हुए एलपीजी हैंडलिंग और खाना पकाने में सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।

प्रतियोगिता में उत्साही भागीदारी देखी गई, जिसमें 16 प्रतिभागियों ने सुरक्षित एलपीजी प्रणाली का उपयोग  एवं पालन करते हुए अपनी खाना पकाने की प्रतिभा का प्रदर्शन किया। महिलाओं का नेतृत्व करते हुए महिला जज किरन दूबे, स्वाती श्रीवास्तव एवं रुपा श्रीवास्तव ने खाना पकाने वाली महिलाओं के व्यंजन को चखा। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि डॉक्टर राजेश कुमार डायरेक्टर सर्वोदय नर्सिंग होम एवं जिलापूर्ति अधिकारी सुनील कुमार ने फीता काट कर दिया। इसमें रसोई गैस का महिलाएं सुरक्षित रहकर कैसे उपयोग करें, इसकी जानकारी दी गई। इस दौरान बताया कि रसोई गैस का उपयोग सुरक्षित रहकर करना चाहिए। घर से बाहर हम निकालते हैं तो गैस को ऊपर से बंद करें। रसोई गैस की सुरक्षा को 1906 नंबर डायल करें। कार्यक्रम का संचालन कर रहे शाहिद खान ने बताया कि सुरक्षा के क्या पांच मंत्र है यह हर महिला को समझना होगा बताया कि ज्यादातर घरों में लापरवाही के कारण घटनाएं घटित हो रही है।

ऐसे में रसोई गैस को लेकर विशेष सावधानी बरती जाए। कहा कि रसोई गैस को घर से निकलने के दौरापन जरुर चेक कर लिया जाए। अगर गैस में रिसाव हो रहा है तो से तत्काल एजेंसी से बात की जाए। लापरवाही न बरतें। वहीं महिलाओं को भोजन बनाने का भी प्रतियोगिता हुई। महिलाओं ने लजिज व्यंजन बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जीसीयस स्कूलों के बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक की गई। कुकिंग प्रतियोगिता में कविता शर्मा के व्यंजन को प्रथम,हरुमन निशा द्वितीय,सरिता तृतीय,निशा - चतुर्थ,प्रमिला को पांचवां व फूलकुमारी के व्यंजन को छठा स्थान प्राप्त हुआ।
चाचा की हत्या करने वाला भतीजा गिरफ्तार , ईंट से कूच दिया था सिर

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही के ज्ञानपुर थाना क्षेत्र के बड़वापुर गांव में 29 नवंबर की रात नशे की हालत में चाचा और भतीजा के बीच विवाद हो गया। नशे की हालत में भतीजा ने ईट से प्रहार कर चाचा की हत्या कर दी। जिस मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही थी। आज ज्ञानपुर थाना पुलिस ने चकवा नगर पुलिया के पास से आरोपी राजेश बनवासी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन द्वारा हत्या की घटना के आरोपी को शीघ्र गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया गया। जिसके क्रम में प्रभारी निरीक्षक ज्ञानपुर के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा हत्या के राजेश बनवासी निवासी बड़वापुर को चटवा महावीर नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार आरोपी को जेल भेज दिया गया है। पीड़ित की पत्नी ने जनपद पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।

*भदोही में 21 हजार वाहनों का कटा चालान, एसपी ने जागरूकता कार्यक्रम में शामिल छात्रों को किया पुरस्कृत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही के लाला नगर टोल प्लाजा के पास नवंबर महीने के यातायात माह का समापन भव्य कार्यक्रम के साथ गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहीं। समापन कार्यक्रम के पहले पुलिस लाइन ज्ञानपुर के सभागार में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के बीच आयोजित यातायात जागरूकता पर आधारित निबंध, चित्रकला और क्विज प्रतियोगिताओं में सर्वक्षेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुलिस अधीक्षक द्वारा पुरस्कृत किया गया ‌विजयी छात्रों को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार दिए गए। विजयी प्रतिभागी छात्रों में निबन्ध प्रतियोगिता में- माण्डवी (राजकीय विद्यालय सरई मिश्रानी)- प्रथम स्थान, तनु पाठक (जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज)-द्वितीय स्थान तथा नेहा (राजकीय हाई स्कूल सरई मिश्रानी)-तृतीय स्थान व चित्रकला प्रतियोगिता में नितिन कुमार यादव (गवर्नमेंट हाई स्कूल)-प्रथम, महक शर्मा(ZPBIC ज्ञानपुर भदोही)- द्वितीय व चंद्रेश पाल (राजकीय हाई स्कूल कसीदहां ज्ञानपुर भदोही)- तृतीय स्थान तथा क्विज प्रतियोगिता में रजनी(जिला पंचायत बालिका इंटर कॉलेज गोपीगंज)- प्रथम, विवेक मौर्या(राजकीय हाई स्कूल पाली)- द्वितीय व शिवम विश्वकर्मा(राजकीय हाई स्कूल कसीदहां ज्ञानपुर)- तृतीय स्थान प्राप्त किये।

डा0 मीनाक्षी कात्यायन, पुलिस अधीक्षक भदोही द्वारा विजयी प्रतिभागी छात्रों को पुरस्कृत किया गया। यातायात माह के दौरान (दिनांक 01.11.2024 से 29.11.2024 तक) प्रवर्तन की कार्यवाही करते हुए जनपद भदोही से कुल-21,704 वाहनों का चालान किया गया व शमन शुल्क ऑनलाइन/ऑफलाइन शुल्क कुल-3,93,700/- रुपये शमन शुल्क वसूल किया गया। जनपद के सर्वश्रेष्ठ चालानकर्ता यातायात प्रभारी उपनिरीक्षक अनिल कुमार सिंह जिनके द्वारा 5776 वाहनों का चालान किया गया व द्वितीय स्थान पर मुख्य आरक्षी यातायात विजय कुमार द्वारा 1376 चालान व टीएसआई सद्दाम हुसैन 1114 वाहनों का चालान कर तृतीय स्थान प्राप्त किया गया, सभी चालानकर्ता को पुरस्कृत किया गया।

इसके अतिरिक्त सम्पूर्ण यातायात जागरूकता माह के दौरान विभिन्न विद्यालयों, सार्वजनिक स्थानों पर अपने गीतों के माध्यम से लोक गायक श्री राजेश परदेसी द्वारा अपनी टीम के साथ आमजन व वाहन चालकों को जागरूक किया गया। यातायात जागरूकता हेतु इनके सहयोग के लिए पुलिस अधीक्षक भदोही द्वारा आभार प्रकट करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

*भदोही में 1.12 करोड़ से त्रेतायुग के सीतावट और वाल्मीकि आश्रम का होगा कायाकल्प*

रामायण सर्किट में शामिल होना चाहिए: महंत

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। धार्मिक स्थल सीतामढ़ी के पौराणिक एवं प्राचीन सीता मंदिर महर्षि वाल्मीकि आश्रम का एक करोड़ 12 लाख रुपए से पर्यटन विभाग कायाकल्प करेगा।

प्रस्तावित कार्यों में कुछ संशोधन के चलते काम शुरू होने में थोड़ी देरी हो रही है। विकास कार्यों के लिए भूमि पूजन भी हो चुका है। महर्षि वाल्मीकि आश्रम का विकास कार्य का जिम्मा कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को मिली है। पर्यटन विभाग की ओर से महर्षि वाल्मीकि आश्रम परिसर में भव्य, सत्संग हाॅल, पाथवे, सोलर लाइट,शेड, इंटरलाॅकिंग के साथ सुंदरी कारण के साथ त्रेता युगीन वटवृक्ष सीतावट के संरक्षण के लिए चबूतरे को पक्का बनाकर ग्रेनाइट पत्थर भी लगेगा। वर्षों से उपेक्षित प्राचीन सीता मंदिर महर्षि वाल्मीकि स्थल से ही सीतामढ़ी की प्रामाणिकता है। स्थल का रामायण कालीन गाथाओं की साक्षी लव-कुश जन्मस्थली, रामायण रचना और सीता समाहित स्थल के रुप में जानी जाती हैं। वाल्मिकी आश्रम मंदिर के पास गंगा तट पर बना दो मंजिला डाक बंगला शोपीस है।

महर्षि वाल्मीकि आश्रम सीतामढ़ी पंडित महेश्वर शास्त्री ने कहा कि सीतामढ़ी स्थल त्रेतायुगीन गाथाओं की साक्षी है। जिस तरह पर आदि शक्ति मां सीता और भगवान राम के सुपुत्रों का जन्म हुआ हो वह स्थल आज भी विकास से अछूता है। सीतामढ़ी की धरती पर प्रथम महाकाव्य रामायण की रचना महर्षि वाल्मीकि जी ने की थी। लेकिन रामायण सर्किट में सीतामढ़ी को शामिल नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सुखद बात है कि प्राचीन काल का विकास योगी सरकार में होने वाला है।

*100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में निर्माणाधीन कार्यों का जिलाधिकारी ने लिया जायजा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- शनिवार को कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड सोनभद्र इकाई को जनपद भदोही में आवंटित 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय निर्माण परियोजना का स्थलीय निरीक्षण जिलाधिकारी ने किया। मौके पर स्वयं सहित कार्यदाई संस्था के अभियंता, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी एवं अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग तथा अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उपस्थित रहे।

संस्था के अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि यह परियोजना एसआईटी जांच से आच्छादित थी, प्रकरण का निस्तारण होने के पश्चात निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है। निरीक्षण के दौरान माहवार निर्माण कार्य कराए जाने का प्लान तैयार कर मैनपॉवर बढ़ाते हुए कार्य निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत पूर्ण कराए जाने हेतु कार्यदाई संस्था के अभियंता को निर्देशित किया गया।

*ऑनलाइन हाजिरी लगाने में भदोही प्रदेश में अव्वल, मिर्जापुर 43 वें और सोनभद्र 56 वें स्थान पर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक और बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की सूची में भदोही शीर्ष पर है। कौशांबी दूसरे स्थान पर है। सूची में पूर्वांचल के भदोही और वाराणसी ही टॉपटेन में शामिल है। वाराणसी 10वें नंबर पर है। मिर्जापुर 43वें और सोनभद्र 56वें स्थान पर है।

प्रदेश स्तर पर रैंकिंग में अव्वल आने पर डीएम ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सराहना की। जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय एवं कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें करीब छह हजार शिक्षक तैनात हैं। करीब पांच महीने पूर्व शासन के निर्देश पर स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की डिजिटल हाजिरी शुरू की गई थी।

बाराबंकी की रैंकिंग सबसे खराब है। सूची में वह 75वें स्थान पर है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि शिक्षकों की मेहनत से यह उपलब्धि मिली है।

*भदोही में छत-विछत मिला बच्ची का शव:24 नवंबर को गांव में आई बारात को देखने निकली थी, परिजन ने की थी पुलिस से शिकायत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही कोतवाली क्षेत्र के याकूबपुर गांव में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। 11 वर्षीय बच्ची का क्षत-विक्षत शव खेत में कास की झाड़ियों में पाया गया। शव मिलने की सूचना पर गांव में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी डॉ मीनाक्षी कात्यायन,एएसपी डॉ तेजवीर सिंह और सीओ अजय कुमार चौहान पुलिस बल और फील्ड यूनिट के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मौके का मुआवजा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अधिकारियों ने घटना की जांच - पड़ताल शुरू कर दी है। मृतक बच्ची की पहचान गांव के ही जगतपाल की पुत्री कंचन के रुप में हुई है। जानकारी के अनुसार, 22 नवंबर को कंचन अपने घर से बारात देखने ग‌ई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने अगले दिन उसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर की थी, लेकिन अब उसका शव घर से महज 150 मीटर की पूरी पर मिला। मृतका के माता-पिता ने बताया कि बच्ची की गुमशुदगी के बाद उन्होंने इस इलाके में भी तलाश की थी, लेकिन तब शब नहीं मिला। परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके। घटना को लेकर एसपी डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कहा कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*भदोही में छत-विछत मिला बच्ची का शव:24 नवंबर को गांव में आई बारात को देखने निकली थी, परिजन ने की थी पुलिस से शिकायत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही कोतवाली क्षेत्र के याकूबपुर गांव में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। 11 वर्षीय बच्ची का क्षत-विक्षत शव खेत में कास की झाड़ियों में पाया गया। शव मिलने की सूचना पर गांव में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी डॉ मीनाक्षी कात्यायन,एएसपी डॉ तेजवीर सिंह और सीओ अजय कुमार चौहान पुलिस बल और फील्ड यूनिट के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

पुलिस ने मौके का मुआवजा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अधिकारियों ने घटना की जांच - पड़ताल शुरू कर दी है। मृतक बच्ची की पहचान गांव के ही जगतपाल की पुत्री कंचन के रुप में हुई है। जानकारी के अनुसार, 22 नवंबर को कंचन अपने घर से बारात देखने ग‌ई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने अगले दिन उसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर की थी, लेकिन अब उसका शव घर से महज 150 मीटर की पूरी पर मिला। मृतका के माता-पिता ने बताया कि बच्ची की गुमशुदगी के बाद उन्होंने इस इलाके में भी तलाश की थी, लेकिन तब शब नहीं मिला। परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके। घटना को लेकर एसपी डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कहा कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।