संभल हिंसा: जमीयत उलेमा ए हिंद ने डीडीए के रूप में पीड़ितों को सौंपी रकम

संभल हिंसा में मारे गए लोगों को जमीयत उलेमा हिंद के दो सदस्यो टीम ने आज डीडी के रूप में सहायता प्रदान की है साथ ही पीड़ितों के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े रहने का ऐलान किया है।

जमीयत उलमा-ए-हिंद ने संभल की जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा में मारे गए पांच लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने का ऐलान किया गया था। इसमें जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमदू मदनी ने सम्भल के जिम्मेदारों से हिंसा के बारे में जानकारी ली थी। घायलों के बेहतर उपचार व शिक्षा के लिए प्रबंध कराने का निर्णय लिया गया था।

इसी ऐलान को लेकर मंगलवार को जमीयत उलेमा ए हिंद के वर्किंग कमेटी के सदस्य मुफ्ती अफ्फान के साथ एक ओर सदस्य संभल पहुंचे और उन्होंने संभल हिंसा में जान गंवाने वाले परिवार जनों को डीडी के रूप में पाँच-पाँच लाख की सहायता प्रदान की साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवारों की शिक्षा के लिए कदम से कदम मिलाकर हर हाल में खड़े रहने का ऐलान किया है।

पीड़ित परिवार से मिले कांग्रेसी

संभल कांग्रेस नेता सचिन चौधरी यूपी महासचिव और यूपी कांग्रेस के उपाध्यक्ष रिजवान कुरेशी सँभल पीड़ित परिवारों आज सुबह सवेरे मिले।कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल और राहुल गांधी की टीम के एक अन्य नेता मौजूद थे । सँभल पुलिस और खुफिया एजेंसियों को चकमा दे पीड़ित परिवारों से मिले कांग्रेस नेता।

संभल में हुई हिंसा का सच विपक्ष पता न कर सके इसलिए बढ़ाई समय सीमा: तौकीर अहमद

संभल में हुई हिंसा को लेकर कॉग्रेस का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में आज सम्भल आना था। मगर पुलिस द्वारा सभी को नोटिस देकर नज़रबंद कर दिया गया है।

संभल में हुई हिंसा को लेकर काँग्रेस का 20 सदस्य प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में अपनी टीम नसीमुद्दीन सिद्दीकी दिल्ली, संजय कपूर रामपुर, रिजवान कुरैशी मुरादाबाद, दिनेश कुमार सिंह लखनऊ, सचिन चौधरी अमरोहा, इकराम कुरैशी मुरादाबाद, फूल कुंवर मुरादाबाद, मुतिउर रहमान खां बब्लू रामपुर, विजय शर्मा संभल तौकीर अहमद संभल रेहान पाशा मुरादाबाद, सुखराज सिंह अमरोहा, असलम खुर्शीद मुरादाबाद, अनुभव मेहरोत्रा मुरादाबाद, ओमकार कटारिया अमरोहा, धर्मेंद्र देव गुप्ता रामपुर, आराधाना मिश्रा मोना लखनऊ के साथ संभल आना था।

लेकिन, पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को संभल जाने से रोक दिया है। कांग्रेसियों को उनके आवास के द्वार पर ही पुलिस द्वारा रोक दिया गया। इस दौरान शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद ने कहा कि संभल में जो लोग मारे गए हैं उनके परिजनों से मिलने जाना चाहते थे। लेकिन, इस सरकार ने कांग्रेसियों को संभल जाने से रोक दिया है। कांग्रेसियों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। प्रशासन चाहता है कि संभल में हुई हिंसा का सच विपक्ष पता न कर सके इसलिए समय सीमा बढ़ाई गई है।

नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 177वें मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन

सम्भल में 28 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 04 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 177वें मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। 

उक्त मेला सत्रों पर 38 चिकित्सकों एवं 112 पैरा-मेडिकल स्टाफ द्वारा कुल 3083 रोगियों (पुरुष रोगी- 1146; महिला रोगी- 1228 एवं 809 बच्चों का निःशुल्क उपचार किया गया। समस्त मेला सत्रों पर आयुष्मान भारत जन-आरोग्य योजना के अन्तर्गत 124 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाये गये।

जनपद में आयोजित समस्त मेला सत्रों पर बुखार के 177, चर्म रोग के 395, दमा के 227, मधुमेह रोग के 39, नेत्र रोग से सम्बन्धित 16 तथा अन्य रोगों के मरीज देखे गये। उक्त के सम्बन्ध में 75 रोगियों की मलेरिया जाँच की गयी तथा 26 रोगियों की डेंगू की जाँच की गयी जिसमे सभी को निगेटिव पाया गया।

जनपद के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन (फैमिली प्लॉनिंग) सम्बन्धी परामर्श व परिवार नियोजन सम्बन्धी सामग्री (चॉइस ऑफ बॉस्केट) के लिये अलग से काउन्टर बनाये गये।

जिलाधिकारी महोदय के निर्देशों के अनुपालन में जनपद की समस्त आशाओं के द्वारा सोर्स रिडक्सन एवं संचारी रोगों से बचाव के प्रति जागरुक किया गया। 

जनपद में आयोजित समस्त मेला सत्रों का मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा॰ तरूण पाठक एवं अन्य जनपद एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों द्वारा आरोग्य मेला सत्रों का निरीक्षण किया गया।

*संभल जाने की कोशिश कर रहे सपाइयों को पुलिस ने रोका*




संभल- हिंसा में जान गवांने वालों के परिजनों से मिलने निकला 15 सदस्य सपा के डेलिगेशन को पुलिस ने रास्ते में ही रोककर व नजर बंद करके संभल नहीं जाने दिया। जिस पर डेलिगेशन में शामिल नेताओं ने पुलिस व सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगाये है।




संभल में जामा मस्जिद में सर्वे को लेकर हुई हिंसा में पांच लोगों ने अपनी जान गवां दी थी, जिसके चलते सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा के 15 सदस्यों का डेलिगेशन के सम्भल हिंसा में मरने वालो के परिजनों से मिलकर सहानुभूति के साथ आर्थिक मदद की घोषणा की थी। लेकिन इससे पहले ही सम्भल प्रशासन ने संभल की सीमा में किसी भी बाहरी व्यक्ति के घुसने पर रोक लगा दी थी। 




हालांकि, सपा का डेलिगेशन शनिवार को संभल आने के लिए निकला था। नेता प्रतिपक्ष विधानसभा उत्तर प्रदेश माता प्रसाद पांडे को सम्भल जाने पर पुलिस द्वारा उनके घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। गाजीपुर बॉर्डर पर सांसद हरेंद्र मलिक को पुलिस द्वारा संभल जाने से रोका गया। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के काफिले को भी पुलिस द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पर रोका गया। रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह को भी गाज़ीपुर बॉर्डर पर रोका गया पुलिस द्वारा धारा 163 का हवाला देते हुए न जाने का अनुरोध किया गया। इस पर तीनों सांसद वापस दिल्ली लौट गए। 




सांसद रुचि वीरा को मुरादाबाद में पुलिस द्वारा संभल जाने से रोका गया। विधायक पिंकी यादव, मुरादाबाद सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, सपा जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी व विधायक कमाल अख्तर को पुलिस द्वारा दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे पर संभल जाते हुए रोक दिया तीनों को मुंडा पांडे थाने में बैठाया गया है। डेलिगेशन में शामिल और भी लोगों को संभल में हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों से नहीं मिलने दिया गया और उन्हें नजर बंद किया गया है।

संभल में जुम्मा मुबारक- सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत पर लगाई रोक

संभल की शाही जामा मस्जिद सर्वे को लेकर दूसरी बार 24 नवंबर को हुए सर्वे पर सम्भल में भड़की हिंसा के बाद पहले जुमे को पुलिस प्रशासन सतर्क नजर आया।

संभल की शाही जामा मस्जिद सर्वे को लेकर दूसरी बार 24 नवंबर को हुए सर्वे पर सम्भल में भड़की हिंसा के बाद पहले जुमे को पुलिस प्रशासन सतर्क नजर आया। शाही जामा मस्जिद में सुकून के साथ जुमे की नमाज अदा की गई इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत पर सुनवाई को रोक लगा दी है।

संभल में 19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद में वाद दायर करने के बाद उसी दिन कुछ घंटे में सर्वे हुआ उसके बाद 24 नवंबर की सुबह सर्वे का आदेश हुआ और सर्वे टीम शाही जामा मस्जिद सर्वे करने के लिए पहुंची भृम की स्थिति में लोगों ने पुलिस पर पत्थर बाजी की तो वहीं पुलिस ने लाठी चार्ज के साथ फायरिंग की इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई हिंसा के बाद शुक्रवार 29 नवंबर को संभल की शाही जामा मस्जिद में जुम्मे की नमाज के साथ ही जिला न्यायालय में कोर्ट की सुनवाई को लेकर सम्भल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था पुलिस प्रशासन द्वारा की गई थी।

शुक्रवार को लोग जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे और अमन चैन के साथ जुमे की नमाज अदा की गई। इस दौरान जिला न्यायालय में कमिश्नर एडवोकेट द्वारा सर्वे रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा गया जिसको देखते हुए जिला न्यायालय ने कैसे की तारीख 8 जनवरी कर दी। वहीं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा गया कि निचली अदालत सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक कोई सुनवाई न करें।

संभल मामले को लेकर लोकसभा अध्यक्ष से शिकायत करते सपा नेता व सांसद

संभल के लोगों को इंसाफ़ दिलाने के लिए और उनके साथ हो रहे ज़ुल्म की आवाज़ संसद में उठाने की लगातार कोशिश कर रहे है ।लेकिन सत्ता में बैठे भाजपा के लोग संभल के लोगों का दर्द समझने और सुनने को तैयार नहीं जिसे लेकर समाजवादी पार्टी के नेता सांसद प्रोफेसर राम गोपाल यादव साहब सांसद डिम्पल यादव साहिबा और सांसद धर्मेंद्र यादव साहब व सभी सदस्यों ने अध्यक्ष लोकसभा के समक्ष शिकायत दर्ज कराई व संविधान की रक्षा की गुहार लगाई और मीडिया के साथ अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।

हिंसा के तीन दिन बादपुलिस की ओर से जारी किए गए पोस्टरों में अधिकतर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के
संभल । संभल हिंसा के बाद अब पुलिस व प्रशासन ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम हिंसा के तीन दिन बाद बुधवार को पुलिस की ओर से जारी किए गए पोस्टरों में अधिकतर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के हैं। प्रशासन द्वारा जारी तस्वीरों में उपद्रवियों के हाथ में ईंट-पत्थर और हथियार दिख रहे हैं। कई उपद्रवियों के चेहरे पर नकाब भी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो वीडियो और फुटेज मिले हैं उनमें नाबालिग और महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने महिलाओं और नाबालिगों के पोस्टर जारी नहीं किए हैं।

एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जितने वीडियो अभी तक सामने आए हैं, उसमें भीड़ को कोई रोकने या समझाने का प्रयास नहीं कर रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि जो भी आया वह भीड़ का हिस्सा बन गया और उपद्रव में शामिल हो गया। यह वीडियो कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। भीड़ जामा मस्जिद के पीछे से ही क्यों पहुंची? उपद्रवियों के पास तमंचे कहां से आए? इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं। एक वीडियो में युवक मुंह पर कपड़ा बांधकर तमंचे से फायरिंग करता भी दिख रहा है। तमंचे का रुख सामने की ओर है।


उधर, उपद्रव के दाैरान जामा मस्जिद के पास तार जलने से बिजली विभाग को भी नुकसान हुआ है। बिजली विभाग ने अपने नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें दो लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही गई है। कोतवाली में उपद्रवियों के खिलाफ तहरीर देकर सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।बवाल के बाद शहर अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। लेकिन पुलिस प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है। प्रशासन ने बोतल में पेट्रोल देने और सड़कों पर जहां-तहां ईंटें रखने पर रोक लगा दी है। एसडीएम वंदना मिश्रा ने पेट्रोल पंप संचालकों को पत्र जारी कर कहा है कि बोतल या किसी अन्य वस्तु में पेट्रोल नहीं दिया जाना है। यदि इस निर्देश का पालन नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बवाल वाले इलाके में बुधवार को पालिका की टीमों ने पहुंचकर ईंटों के ढेर हटवाए।

सपाइयों की निगरानी कांग्रेस के शहर अध्यक्ष को नोटिस,नुकसान का हो रहा आकलन

बवाल के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लगातार कार्रवाई को आगे बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद को धारा 168 का नोटिस दिया गया है। जिसमें उनके द्वारा माहाैल खराब करने का अंदेशा जताया गया है। इसके अलावा सपा नेताओं की भी निगरानी की जा रही है। बवाल के बाद 40 लोग मुचलकों से पाबंद किए गए हैं। बवाल से पहले भी 42 लोग पाबंद किए गए थे। जियाउर्रहमान बर्क को भी 168 का नोटिस तामील कराया गया था।डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बवाल में हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से ही करने के आदेश दिए हैं। जामा मस्जिद के पास उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी समेत कई वाहनों में आग लगा दी थी। साथ ही कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की थी। पथराव में अन्य सरकारी और निजी संपत्ति को भी क्षति पहुंचाई गई।

कोर्ट कमिश्नर कल पेश कर सकते हैं सर्वे रिपोर्ट

जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले में शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव न्यायालय में रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकते हैं। कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि वह सर्वे की समीक्षा कर रहे हैं। 29 नवंबर को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करनी है। यदि रिपोर्ट की समीक्षा पूरी नहीं हुई तो कोर्ट से समय बढ़ाने का आग्रह करेंगे। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने कोर्ट में वाद दायर किया था। जिसमें मस्जिद की जगह हरिहर मंदिर होने का दावा किया है।

मदनी ने लिखा सीजेआई को पत्र, कहा- संज्ञान लें
जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी ने संभल के बवाल के बाद मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना को पत्र लिखा है। मदनी ने कहा कि सर्वे के नाम पर की जा रही गतिविधियां विश्वास को कमजोर कर रही हैं। मदनी ने पत्र में समस्या का स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के जरिए समाधान करने की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ संभल जा रहे केरल की इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राज्य सभा सांसद पीवी अब्दुल बहाव, हैरिस बीरन, ईटी मोहम्मद बशीर, नवास गनी और एकेए अब्दुल समद के काफिले को पुलिस ने छिजारसी टोल प्लाजा पर रोक लिया और वापस भेज दिया।
जिला उपभोक्ता आयोग ने फ्रिज की कीमत ब्याज एवं क्षतिपूर्ति सहित वापस करने दिया आदेश

संभल- रिलायंस डिजिटल स्टोर मुरादाबाद से सैमसंग इंडिया द्वारा निर्मित फ्रिज खरीदा, फ्रिज का फ्रिजर कार्य नहीं कर रहा था करंट आ रहा था,गारंटी अवधि में होने पर बार शिकायतें भी की गई कोई सुनवाई नहीं हुई तो जिला उपभोक्ता आयोग ने परेशान उपभोक्ता की शिकायत सुन सैमसंग इंडिया लिमिटेड के विरुद्ध फैसला सुना दिया और फ्रिज की कीमत ब्याज एवं क्षतिपूर्ति सहित वापस करने आदेश दिया।

          

वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र वार्ष्णेय के अनुसार आनंद बिहार,संभल निवासी माधव अग्रवाल पुत्र सुमित अग्रवाल ने दिनांक 20 अक्टूबर,2021 को सैमसंग इंडिया लिमिटेड द्वारा निर्मित एक फ्रिज रिलायंस डिजिटल स्टोर मुरादाबाद से रुपए 99176/ अदा करके खरीदा था फ्रिज की 5 साल की गारंटी भी दी गई थी और बताया गया कि फ्रिज में खराबी आने पर बदल जाएगा अथवा उसकी कीमत वापस की जाएगी आरोप है कि फ्रिज ने शुरू से कार्य नहीं किया बर्फ न जमाना, करंट आने, धुआं निकलने शिकायतें फ्रिज में थीं लगभग 9 बार शिकायतें कर फ्रिज में आए दोषों को दूर करने का अनुरोध किया गया लेकिन निर्माता कंपनी ने नहीं सुना जिस पर उपभोक्ता ने अधिवक्ता देवेंद्र वार्ष्णेय के माध्यम से जिला उपभोक्ता आयोग संभल में परिवाद योजित किया।

 जिसमें सैमसंग इंडिया लिमिटेड की और से स्वीकार किया गया कि सर्विस इंजीनियर शिकायत पर पाया कि फ्रिज की पीसीबी व आइस मेकर खराब पाया गया था फ्रिज मरम्मत की कीमत मांगने पर उपभोक्ता ने नहीं अदा की और वाद निरस्त करने का अनुरोध किया जिस पर जिला उपभोक्ता आयोग संभल ने सैमसंग इंडिया लिमिटेड को आदेश दिया कि वह उपभोक्ता को उसी मॉडल का नया फ्रिज दे अथवा फ्रिज की कीमत 7 प्रतिशत ब्याज सहित अदा करें साथ 5 हजार क्षतिपूर्ति व 5 हजार वाद व्यय हेतु भी अदा करें।

संभल हिंसा : तुर्क और पठानों में वर्चस्व विवाद पर भी नजर,चूंकि पुलिस कर रही यह बड़ा दावा

संभल । तुर्क और पठान बिरादरी के नेताओं के बीच चल रही वर्चस्व की जंग में भी संभल बवाल के कारण तलाशे जा रहे हैं। पुलिस ने भी दावा भी किया है कि दो बड़े नेताओं के भड़काने पर ही बवाल हुआ है। केस में दोनों को नामजद भी किया गया है। संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महबूब के परिवारों के बीच लंबे समय से राजनीतिक वर्चस्व की जंग है। बर्क तुर्क बिरादरी से हैं और इकबाल महमूद पठान हैं। संभल में दोनों अपना-अपना वर्चस्व कायम रखना चाहते हैं।

सोशल मीडिया और शहर के कुछ हलकों में भी चर्चा है कि पथराव करने वालों को दूसरे मोहल्ले से बुलाया गया था, जबकि मरने वाले सभी जामा मस्जिद के आसपास के ही रहने वाले हैं। सपा सांसद ने बयान दिया था कि मस्जिद को बचाना है। इसके बाद ही भीड़ इकट्ठा हुई थी। संभल के डीएम ने भी अपने बयान में यही कहा है कि सर्वे पूरी तरह से शांतिपूर्ण संपन्न हुआ था। इसकी जानकारी लोगों को दी गई थी। बावजूद इसके भीड़ को उकसाया गया और पथराव कर दिया गया। इस बीच बवाल के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ से हुए सरकारी संपत्ति के नुकसान का आकलन कराया जा रहा है।

डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि आकलन के बाद नुकसान की भरपाई उपद्रवियों और मुचलकों में पाबंद लोगों से जाएगी। पुलिस सभी वीडियो और फुटेज की बारीकी से जांच कर एक-एक उपद्रवी को चिह्नित कर रही है। बवाल के दौरान जामा मस्जिद की छत से बनाया गया वीडियो भी पुलिस के पास है, जिसमें उपद्रवियों के चेहरे स्पष्ट दिख रहे हैं। 48 घंटे तक आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जाएगा।संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए रविवार सुबह सात बजे कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो संभल में बवाल हो गया। अचानक टीम के पहुंचने की सूचना पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने पर पुलिस पर पथराव कर दिया।

हिंसक हुई भीड़ ने चंदौसी के सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। इसी बीच फायरिंग भी शुरू हो गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बवाल में घिरकर पांच लोगों की मौत हो गई। कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं। तनाव को देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। संभल के जिला अधिकारी राजेंद्र पैंसिया ने एक अधिसूचना जारी कर किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जन प्रतिनिधि को अधिकारियों के आदेश के बिना संभल में प्रवेश करने पर कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी है।

सर्वे टीम कोर्ट कमिश्नर चंदौसी के वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश सिंह राघव की अगुवाई में आई थी। संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई भी टीम के साथ थे। बाहर हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठियां चलाकर सर्वे टीम को किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस के आक्रमक होते ही उपद्रवी भागने लगे, लेकिन कुछ देर बाद भीड़ फिर जुट गई और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान छतों से फायरिंग होने लगी। मौके पर पहुंची अन्य जिलों की पुलिस और पीएसी के साथ अधिकारियों ने उपद्रव करती भीड़ से मोर्चा लिया। इसके बावजूद करीब डेढ़ घंटे हालात बेकाबू रहे।


सपा सांसद और विधायक के बेटे समेत 2500 पर एफआईआर

संभल में बवाल के दूसरे दिन सोमवार को शांति के बीच पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल समेत 2500 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। बर्क और सुहेल पर बलवा कराने की साजिश का आरोप है। वहीं तीन महिलाओं समेत 27 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया। सीओ अनुज चौधरी, एसपी के पीआरओ संदीप कुमार, दरोगा दीपक राठी और शाह फैसल की तहरीर पर संभल कोतवाली में पांच और नखासा थाने में दो मुकदमे दर्ज किए गए। इसमें 2500 लोगों को आरोपी बनाया गया है।

संभल जाएगा सपा का एक प्रतिनिधमंडल

सपा का एक प्रतिनिधिमंडल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव की अध्यक्षता में संभल जाएगा। इसमें सांसद जावेद अली, हरिंदर मलिक, रुचि वीरा, जिया उर रहमान बर्क व नीरज मौर्य और बरेली के जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप और मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष जयवीर यादव शामिल रहेंगे। राज्यसभा सांसद जावेद अली ने बताया कि शीघ्र ही यह प्रतिनिधिमंडल संभल में जाकर लोगों के दुख-दर्द बांटेगा।

डिप्टी सीएम ने कहा संयम बरतने की जरूरत

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उपचुनाव में पराजय के दर्द से इतने आहत हैं कि अब संभल मामले में धैर्य और शांति की अपील करने के बजाय भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे बयान न केवल अनावश्यक हैं, बल्कि समाज में तनाव बढ़ाने का काम करते हैं। जिम्मेदार राजनीति का तकाजा है कि संयम बरता जाए।