अन्तर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस आज, विकसित देशों के मुकाबले क्या है भारत में विकलांगों की स्थिति?
नयी दिल्ली : दुनियाभर में करीब एक अरब लोग विकलांगता की समस्या से जूझ रहे हैं। निशक्तों की परेशानियों को समझने और उन्हें जरूरी सहयोग देने के लिए आज 03 दिसंबर पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय विकलांगता दिवस मना रहे है।
भारत समेत कई देशों में दिव्यांगों के लिए कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। अमेरिका और ब्रिटेन समेत दुनिया के तमाम देशों में विकलांगों के लिए सार्वजनिक जगहों पर खास एलिवेटर, लिफ्ट, बस से लेकर स्विमिंग पूल और टॉयलेट की व्यवस्थाएं दी जाती हैं।
वहीं, भारत में अब भी तस्वीर इसके उलट है। भारत में विकलांगों को पढ़ाई से लेकर सफर करने तक कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
भारत में विकलांगता का प्रतिशत अलग-अलग अनुमानों के मुताबिक, 4 से 8 प्रतिशत है यानी 40 से 90 मिलियन हैं। साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, भारत में 2.21 प्रतिशत लोग विकलांग हैं।
इनमें लगभग 1.5 करोड़ पुरुष और 1.18 करोड़ महिलाएं हैं। हालांकि, देश में सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए कई योजनाएं बनाई हैं।
भारत में ये हैं विकलांगों के लिए सुविधाएं
घरौंदा योजना
निरामया योजना
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांगता पेंशन योजना
विकास डे केयर
समर्थ रेस्पिट केयर योजना
सहयोग (केयर एसोसिएट प्रशिक्षण योजना)
घरौंदा योजना : केन्द्र सरकार की तरफ से दिव्यांगजनों को रहने के लिए व्यवस्था दी जाती हैं। केन्द्र सरकार की इस योजना का नाम घरौंदा योजना। केन्द्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय न्यास के जरिए घरौंदा योजना देश की 40 जगह पर लागू की गई है। इस योजना के तहत दिव्यांगजनों को पढ़ाई में भी योगदान दिया जाता है।
निरामया योजना : निरामय योजना, भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत विकलांग लोगों को स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है। ये योजना 1 लाख रुपए तक का बीमा कवरेज प्रदान करती है, जिसे वित्तीय वर्ष के बाद हर साल नवीनीकृत किया जाना चाहिए।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांगता पेंशन योजना : IGNDPS के तहत, दिव्यांगजनों को पेंशन दी जाती है। इस योजना के तहत, 18 से 79 साल के दिव्यांगजनों को हर महीने 300 रुपए पेंशन मिलती है। वहीं, 80 साल या उससे ज्यादा उम्र के दिव्यांगजनों को हर महीने 500 रुपए पेंशन मिलती है।
विकास डे केयर: भारत सरकार एक डे केयर योजना है, जो 10 साल की उम्र के दिव्यांग लोगों बनाई गई है। इस योजना के तहत, पंजीकृत संगठन (आरओ) केंद्र दिव्यांग लोगों को देखभाल की सुविधा देते हैं। इसके साथ ही, दिव्यांग लोगों के परिवार के सदस्यों को भी दिन के दौरान कुछ समय मिलता है, ताकि वे दूसरी जिम्मेदारियां निभा सकें।
समर्थ रेस्पिट केयर योजना : इस योजना के तहत बीपीएल और एलआईजी परिवारों के विकलांग (पीडब्ल्यूडी) के लिए राहत घर मुहैया कराए जाते हैं।
विदेशों में दिव्यांगजनों को दी जाती हैं ये सुविधाएं
दिव्यांगजनों को दी जाने वाली ज्यादातर सुविधाओं में कई देश शामिल हैं, जिनमें जर्मनी, स्वेडन, जापान, फ्रांस, कनाडा, ब्राजील जैसे देश शामिल हैं।
रैम्प और लिफ्ट : व्हीलचेयर पर चलने वाले या चलने-फिरने में अक्षम लोगों के लिए रैम्प और लिफ्ट की सुविधा दी जाती है।
मेट्रो सिस्टम में लो-फ्लोर बसें होती हैं।
स्पर्शनीय मार्गदर्शक पथ, ब्रेल लिपि संकेत और श्रव्य घोषणाएं।
विजुअल अलार्म, हीयरिंग लूप सेवाएं।
नेविगेशन, भाषा अनुवाद और सुलभ सेवाओं के लिए ऐप्स और डिवाइस।
Dec 03 2024, 13:07