पार्लियामेंट द्वारा बनाए गए कानून की उड़ाई जा रही धज्जियां: जियाउर्रहमान बर्क
सम्भल में जुमे की नमाज सकुशल संपन्न हो गई मस्जिद इलाके के भारी फोर्स तैनात रही है सकुशल नमाज हो जाने से जहां प्रशासन को राहत मिली है।सम्भल सपा सांसद नमाज़ के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाया साथ शहर की फिजा खराब करने वालो पर कार्यवाही की मांग करते हुए प्लेस ऑफ़ वरशिप एक्ट का हवाला देते हुए न्यायालय पर भी सवाल खड़े किए हैं।
जुमे की नमाज के मद्देनजर जिले भर में प्रशासन अलर्ट पर रहा है। नमाज के लिए सैकड़ो पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। ताजा विवाद को देखते प्रशासन समूचे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखी। जुमे की नमाज शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद सांसद जियाउर्रहमान ने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि यह जामा मस्जिद सैकड़ो साल पुरानी है सम्भल में सुकून कायम है कोई किसी प्रकार का हिंदू मुस्लिम झगड़ा नहीं है कुछ शरारती तत्व बाहर से आकर शहर और जिले की फिजा को खराब करना चाहते हैं सरकार को संज्ञान लेकर ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोर्ट में एक याचिका दायर की गई। जल्द कार्यवाही होने पर उन्होंने कोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं कोर्ट के आदेश से सहमत नहीं हूँ।
कोर्ट को दूसरे पक्ष को नोटिस देकर सुनना चाहिए था। आगे सम्भल पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि आदेश होते ही पुलिस प्रशासन अमले को लेकर सर्वे के लिए पहुंच गया उन्हें कौन सा नोबेल पुरस्कार मिलने वाला था। जब मैं पहुंचा तो कमेटी द्वारा जामा मस्जिद का सर्वे कराया जा रहा था पुलिस प्रशासन को जल्दबाजी और भी तरह के क्राइम में दिखनी चाहिए। प्लेस ऑफ़ वरशिप एक्ट 1991 जो पार्लियामेंट द्वारा बनाया गया था जो 15 अगस्त 1947 से पहले धार्मिक स्थल जैसे हैं वैसे रहेंगे और कोई पेंडिंग केस है तो उसे भी बंद कर दिया जाएगा। यहां तो उल्टा केस दायर किया जा रहे हैं। पार्लियामेंट द्वारा बनाए गए कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है संविधान की धज्जियां उड़ाना बंद करें। मौका मिला तो इस मसले को पार्लियामेंट में उठाया जाएगा यह मस्जिद किसी धार्मिक स्थल को तोड़कर नहीं बनाई गई है यह सरासर गलत है। हम अपनी मस्जिद के लिए कानूनी लड़ाई को लड़ेंगे हम अपनी मस्जिदों को इस तरह छिनने नहीं देंगे।
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