जैविक उत्पाद विक्रय हेतु सीडीओ ने हरी झण्डी दिखाकर वैन को किया रवाना

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। कृषकों की समस्याओं के निराकरण हेतु विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस एवं कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने बताया कि एफपीओ संतृप्तिकरण अभियान के अन्तर्गत एफपीओ को विभिन्न प्रकार के लाइसेंस दे दिये गये है। उन्हें नये-नये व्यवसाय अपनाने का सुझाव दिया।

सीडीओ ने गत बैठक में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की बिन्दुवार समीक्षा की तथा निर्देश दिया कि जो भी किसानों की शिकायते प्राप्त हो सम्बन्धित अधिकारी समबद्ध उसका निस्तारण सुनिश्चित करें तथा आख्या समय से उप निदेशक कृषि को संकलन हेतु उपलब्ध करा दें तथा बैठक में आख्या सहित उपस्थित रहे। सीडीओ ने जनपद के उपस्थित किसानों से फार्मर रजिस्ट्री कामन सर्विस सेण्टरों पर जाकर करवाने का निर्देश दिया। उन्होनें बताया कि फार्मर रजिस्ट्री बनवाने से किसान के सभी गाटों का रिकार्ड तैयार होगा। राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में आवश्यकता के क्रम में अलग से खतौनी की समस्या समाप्त होगी। सरकारी अनुदान समय से मिल सकेगा तथा किसान क्रेडिट कार्ड, फसली ऋण, फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ सरकार को प्रदान करने में कोई समस्या नही उत्पन्न होगी।

सीडीओ ने बताया कि 25 नवम्बर तक किसान स्वयं अपनी फार्मर रजिस्ट्री करा सकेगें। 25 नवम्बर के बाद कृषि विभाग, राजस्व विभाग, मनरेगा, पंचायत सहायक की ड्यूटी लगाकर तथा कैम्प आयोजन कराकर शत प्रतिशत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जायेगी। सीडीओ उपस्थित कृषक उत्पादक संगठनों को निर्देश दिया कि प्रत्येक एफपीओ के पास 100 से 1000 कृषक जुड़े हुए है वे 25 नवम्बर तक अपने सदस्यों की फार्मर रजिस्ट्री कराना सुनिश्चित करे। उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही ने सभी उपस्थित किसानों तथा एफपीओ निदेशक से फार्मर रजिस्ट्री कराने की अपेक्षा की। उन्होनें किसानों को विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय वृद्धि करें। रसायनिक खादों का प्रयोग कम से कम करें इससे भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती है प्राकृतिक खेती के तरफ विशेष ध्यान दे। जैविक खेती से जैविक उपज की बाजार में दो से चार गुने मूल्य प्राप्त होता है। उन्होनें किसानो को सलाह दी कि अपनी फसल अवशेष को जलाये नही बल्कि कम्पोस्ट खाद बनाकर अपने खेतो में डाले इससे खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। आप सभी अपने आस-पास के किसानों को पराली जलाने से रोकें।

उप निदेशक कृषि ने किसानों को बताया कि जनपद में इफ्को के पास 10 ड्रोन उपलब्ध हो गये है। नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया का उपयोग करें। उन्होनें बताया कि डीएपी में प्रयुक्त राक फासफेट विदेशों से मंगाना पड़ता है। जिसपर भारत की मुद्रा अत्यधिक खर्च हो रही है। बैठक में उपस्थित इफ्को के क्षेत्रीय प्रबन्धक सर्वजीत कुमार वर्मा ने बताया कि नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया का उपयोग एक एकड़ में करें। यदि उत्पादन कम होता है तो इफ्को कम्पनी उसकी भरपाई करेगी। श्री वर्मा ने किसानों को बताया कि हमारे यहां 10 ड्रोन उपलब्ध हो गये है दूरभाष पर अवगत कराने पर तत्काल उपलब्ध कराया जायेगा। सीडीओ ने प्रगतिशील किसानों लालता प्रसाद गुप्ता, जितेन्द्र कुमार सिंह, बब्बन सिंह, निरंजन लाल वर्मा सहित 05 किसानों को ट्रायल के रूप में नैनो डीएपी, नैनो यूरिया तथा सागरिका नि:शुल्क भेंट की तथा जिले के सभी किसानों को नैनो डीएपी, नैनो यूरिया का उपयोग कराने का सुझाव दिया। सीडीओ ने बताया कि पूर्व में पश्चिम के किसान गन्ने को साधारण तरीके से बुआई करते थे।

जिससे उत्पादन कम होता था जैसे ही उनके द्वारा ट्रेंच विधि सहित अन्य तकनीक का उपयोग कर गन्ना बुआई की गयी, उत्पादन हजार कुण्टल से अधिक होने लगा। इसी प्रकार नैनो डीएपी, नैनो यूरिया एक नई तकनीक से बनी उर्वरक है जो अपने देश में ही बनायी गयी है का उपयोग करने लगेगें तो उर्वरकों पर होने वाला भारी भरकम धनराशि की भी बचत होगी। उन्होनें डीडी एग्री कल्चर से कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के माध्यम से इफ्को से समन्वय कर प्रत्येक कर्मचारियों से 02-02 एकड़ परिक्षेत्र पर प्रदर्शन कराये। उन्होने एआर कोआपरेटिव से भी सचिव साधन सहकारी समिति के माध्यम से भी इफ्को से नैनो डीएपी, नैनो यूरिया का उपयोग करवाना सुनिश्चित करें। इफ्को के एरिया मैनेजर को निर्देश दिया कि प्रदर्शन परिक्षेत्रों का बोर्ड लगाकर किसानों को इसके लाभ के बारे में बताए। इस अवसर पर लालता प्रसाद गुप्ता ने 32 बीजी नलकूप से पानी पहुंचाने, बब्बन सिंह ने चीनी मिलों के अधिकारियों को भी बैठक में बुलाने का आग्रह किया। समय प्रसाद मिश्र ब्लाक प्रमुख पयागपुर प्रतिनिधि ने पयागपुर क्षेत्र के राजकीय नलकूपों का सर्वे कराने तथा नाली आदि मरम्मत कराने को कहा। पयागपुर क्षेत्र के कृषक ने कहा कि मण्डी पोर्टल पर धान का रेट पुराना प्रदर्शित हो रहा है जिसे सही कराने का सुझाव दिया।

जिला कृषि अधिकारी डॉ सूबेदार यादव ने जिले में खाद व बीज की उपलब्धता की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में एनपीके एसएसपी, डीएपी खाद व बीज उपलब्ध है। उन्होनें डीएपी के स्थान पर एनपीके फर्टिलाइजर/नैनो यूरिया का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी। उर्वरक सम्बंधी किसी भी समस्या के सम्बंध में मुझे सीधे अवगत करा सकते है। इस अवसर पर सचिव मण्डी धनन्जय सिंह, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत बहराइच शैलेन्द्र कुमार, नानपारा रंजीत कुमार व विष्णु कुमार, केबीके बहराइच के डॉ अरूण कुमार राजभर, प्रभारी डॉ शेलेन्द्र सिंह, माया देवी, सहायक अभियन्ता टूयूबेल नेम सिंह सहित बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे। बैठक के उपरान्त सीडीओ ने परम्परागत कृषि विकास योजना अन्तर्गत जैविक उत्पाद की बिक्री हेतु एक नई वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

आरबीएसके टीम विद्यालय के बच्चों को तम्बाकू उत्पादों के प्रति करेगी जागरूक

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। बुधवार को राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के सीएमओ कार्यालय सभागार में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत ट्रेनिंग ऑफ हेल्थ प्रोफेशनल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद में कार्य कर रहे आरबीएसके चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अम्बेेडकर नगर से आये एनटीपीसी के सलाहकार डॉ. सर्वेश कुमार एवं यूपीवीएचए लखनऊ से रीजनल को ऑर्डिनेटर दिलीप पाण्डेय रहे।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचनाधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में अब आरबीएसके टीम को भी जोड़ा जा रहा है ताकि बच्चों और वयस्कों तक आसानी से तम्बाकू उत्पादों से होने वाले दुष्प्रभावों और बीमारियों के बारे में जागरूक किया जा सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत अब आरबीएसके टीम अपने अपने क्षेत्र के विद्यालयों के बच्चों तक तम्बाकू और तम्बाकू उत्पादों से होने वाली बीमारियों, दुष्प्रभावों के प्रति बच्चों को सचेत करेगी तथा शिक्षण संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त के दिशानिर्देशों का अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जायेगा।

एनटीसीपी सलाहकार डॉ. सर्वेश कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में तम्बाकू से हो रहे रोगों, रक्तचाप, अनिद्रा, कैंसर आदि के बारे मे मौजूद चिकित्साधिकारियों एवं हेल्थ वर्करों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों एवं हानियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन से प्रमुख रूप से उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) की समस्या उत्पन्न हो रही है। इससे मुख रोगो की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। समाज में विशेषकर बच्चे एवं युवा जानकारी के अभाव में तंबाकू उत्पाद को अपनाकर बीमारियो से ग्रसित हो रहे है। हमें हर संभव बच्चों और युवाओं को तम्बाकू जनित बीमारियों से जागरूक करना है ताकि वह खुद भी तम्बाकू उत्पादों के सेवन से बचे और दूसरों को भी इससे बचने की सलाह दे।

रीजनल को ऑर्डिनेटर दिलीप पाण्डेय ने तम्बाकू उत्पादों को छोड़ने के उपाय एवं कोटपा अधिनियम 2003 के बारे मे जानकारी दी एवं तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान के दिशानिर्देशों का विंदुवार जानकारी दी साथ ही बताया कि तम्बाकू उत्पाद छोड़ने हेतु टोल फ्रीनंबर 1800112356 पर बात कर सकते है। तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 4 के अन्तर्गत सभी सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को प्रतिबंधित किया गया है। धारा 6 के अन्तर्गत सभी शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में नाबालिगों द्वारा तम्बाकू के क्रय तथा विक्रय पर पूर्ण प्रतिबंध है। एनपीएचसीई कार्यक्रम के डॉ. परितोष तिवारी ने कहा कि तम्बाकू की लत व्यक्ति के साथ साथ पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है। तम्बाकू के सेवन से कई तरह की बीमारियां फैलती है जो स्वास्थ्य एवं जीवन के लिए घातक है।

इस अवसर पर अपर मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ. राजेश कुमार, डॉ. संतोष राणा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पी.के. बांदिल, एनसीडी के नोडल अधिकारी अनुराग वर्मा, आरबीएसके नोडल अधिकारी डॉ.सतीश गौतम, डॉ. विजित जायसवाल, डॉ. अंशुमान सिंह, लॉजिस्टिक ऑफिसर विवेक श्रीवास्तव, डीईओ मोहम्मद हारुन, भौतिक चिकित्सक डॉ. रियाजुल हक, काउंसलर पुनीत शर्मा, एनटीसीपी डीईओ शरद श्रीवास्तव, फहीम अहमद, मनीष कुमार आदि मौजूद रहे।

शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जारी की गयी एडवाईजरी

महेश चंद्र गुप्ता 

बहराइच। शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, बहराइच द्वारा क्या करें और क्या न करें के सम्बन्ध में एडवाईजरी जारी की गयी है। अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव की ओर से जारी सुझावों में आमजन से अपेक्षा की गई है कि स्थानीय रेडियो सुने, समाचार पत्र पढ़ें, टी0वी0 एवं मोबाइल फोन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें, दिये गये सलाह के अनुसार कार्य करें। स्वेटर, टोपी, मफलर, कम्बल, गर्म कपड़े जैसे ऊनी कपड़े इत्यादि का प्रयोग करें, आवश्यकतानुसार अलाव जलायें जिससे ठंड से बचा जा सके। आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें। शरीर में ऊष्मा प्रवाह को बनाये रखने के लिए निरन्तर गर्म पेय पदार्थों का सेवन करते रहें। ठंड में जहां तक हो सके घर में ही रहें, खुले वाहन तथा ज्यादा दूरी वाली यात्रा करने से बचें।

ठंड के मौसम में अपने आपको सूखा रखें, फिटिंग वाले ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। शरीर के तापमान का संतुलन बनाये रखें। उचित भोजन, विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। अत्यधिक ठंड/कोहरा पड़ने पर बुजुर्ग लोगों तथा बच्चों का ध्यान रखें, अकेले रहने वाले पड़ोसियों की जांच करें। हाइपोथर्मिया के लक्षणों पर नजर रखें जैसे-असामान्य शरीर का तापमान, बेहोशी, असीमित ठिठुरन, थकान, तुतलाना इत्यादि जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें। शीतदंश (फ्रासबाईट) के लक्षणों पर नजर रखें जैसे-शरीर के अंगों का सुन्न पड़ना, हाथों व पैरों की उंगलियों, नाक, कान आदि पर सफेद या पीले दाग उभर आने पर अपने नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें।

एडीएम ने आमजन को सुझाव दिया है कि ठंड व शीतलहर से बचाव के दृष्टिगत अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें। ठंड में फर्श तथा हरे घास पर नंगे पैर न चलें। कोयले की अंगीठी/हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन/वायु संचार बनाये रखें ताकि कमरे में विषाक्त/जहरीला धुआं एकत्र न हो। रात्रि में सोते समय बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी का प्रयोग कदापि न करें। बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी के प्रयोग से आॅक्सीजन स्तर घट जाता है जिसके कारण दम घुटने की सम्भावना बन सकती है। कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, फॉग लाइट जलायें रखें, वाहन पर रेडियम स्टीकर लगायें।

जनपद के 17 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित होगी पी.सी.एस. परीक्षा

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उ.प्र. लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा 22 दिसम्बर 2024 को आयोजित होने वाली सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा0) परीक्षा-2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी, सुचितापूर्ण ढंग से सकुशल सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में सोमवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों एवं केन्द्र व्यवस्थापकों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। डीएम ने बताया कि 22 दिसम्बर को 02 पालियों में सम्पन्न होने वाली परीक्षा हेतु प्रथम पाली की परीक्षा पूर्वान्ह 09ः30 बजे से अपरान्ह 11ः30 बजे तक तथा द्वितीय पाली की परीक्षा अपरान्ह 02ः30 बजे से 04ः30 बजे तक सम्पन्न होगी।

डीएम ने बताया कि परीक्षा हेतु राजकीय इण्टर कालेज व राजकीय बालिका इण्टर कालेज बहराइच, पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय कीर्तनपुर, राजकीय पॉलीटेक्निक आसाम चौराहा, राजकीय महिला पॉलीटेक्निक रिसिया, राजकीय पॉलीटेक्निक मोहम्मदपुर, महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, आज़ाद इण्टर कालेज, वैद्य भगवानदीन मिश्र गांधी इण्टर कालेज, महाराज सिंह इण्टर कालेज बहराइच, हुकुम सिंह इण्टर कालेज कैसरगंज, चौधरी सियाराम इण्टर कालेज फखरपुर, महिला महाविद्यालय व स्व. ठाकुर हुकुम सिंह किसान स्नाकोत्तर महाविद्यालय बहराइच (ब्लाक ए व बी), ठाकुर भगौती सिंह इण्टर कालेज जरवल रोड व श्रीरामकुमार भानीरामका इण्टर कालेज चिलवरिया को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।

डीएम ने सभी सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण कर परीक्षार्थियों के बैठने, परीक्षा केंद्र के भवन/बाउण्ड्री वाल/पेयजल/शौचालय इत्यादि की स्थिति की आंकलन कर लें। परीक्षा केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान फर्नीचर एवं विद्युत उपकरणों (बिजली, पंखा, जनरेटर) आदि की स्थिति के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करें कि वहां पर क्रियाशील सीसीटीवी सिस्टम अनिवार्य रूप से हो। यदि कोई कमी पायी जाती है है तो परीक्षा केन्द्र के केन्द्र व्यवस्थापक निर्देशित भी कर दिया जाय।

जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिया गया कि परीक्षा हेतु जनपद में सह केन्द्र व्यवस्थापक एवं अन्तरीक्षकों का एक पैनल बनाया जाय जिसमें आयोग द्वारा चयनित प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर उप प्रधानाचार्य/वरिष्ठ एवं परीक्षा कार्य में अनुभवी शिक्षक को सह केन्द्र व्यवस्थापक तथा 50 प्रतिशत अन्तरीक्षक स्वयं के विद्यालय के तथा 50 प्रतिशत अन्तरीक्षक बाह्य परीक्षा केन्द्र के तैनात किये जायें। इसके साथ ही अन्तरीक्षकों की एक आरक्षित सूची भी बनायी जायेगी जो आकस्मिकता के कारण किसी अन्तरीक्षक के उपलब्ध न होने पर तैनात किया जा सके।

बैठक के दौरान केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देशित किया गया कि राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा0) परीक्षा-2024 हेतु जारी दिशा-निर्देशों का भलि-भांति अध्ययन कर शासन की मंशानुसार सकुशल परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जाय। डीएम ने बताया कि परीक्षा की अवधि में भ्रामक खबरों पर अंकुश लगाये जाने के लिए सोशल मीडिया पर भी सर्तक निगरानी रखी जायेगी। परीक्षा केन्द्र के अन्दर कोई भी पेपर, पेन्सिल बाक्स, कलकूलेटर, सनग्लास, वायलेट, कैप, ज्वैलरी, खाद्य सामग्री, मोबाइल, यूएसबी ड्राइव, कैमरा, घड़ी, चाभी, ब्लूटूथ, डिजिटल पेन, हेल्थबैण्ड सहित अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, कैसरगंज आलोक प्रसाद आईएएस, महसी अखिलेश कुमार सिंह, नानपारा अश्वनी पाण्डेय, पयागपुर दिनेश कुमार, मोतीपुर संजय कुमार, डीआईओएस मनोज कुमार अहिरवार, केन्द्र व्यवस्थापक व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

पशुधन जागृति अभियान अन्तर्गत आयोजित हुआ जागरूकता शिविर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। पशुपालन व डेयरी विभाग, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में विकास खण्ड चित्तौरा के ग्राम ललगढ़हा में सदर विधायक श्रीमती अनुपमा जायसवाल के प्रतिनिधि अशोक जयसवाल की उपस्थिति में पशुधन जागृति अभियान पशु प्रजनन उर्वरता शिविर एवं सधन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।

शिविर को सम्बोधित करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश उपाध्याय क्षरा शिविर में मौजूद पशुपालकों को पशुओं को स्वस्थ्य रखने तथा बीमारियों से बचाव के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। पंड़ित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय मथुरा से आये हुय प्रोग्राम नोडल अधिकारी डॉ. जितेन्द्र अग्रवाल ने पशुपालको को पशुओं में बाझंपन की समस्या के समाधान तथा दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के सम्बन्ध में नवीन जानकारी प्रदान की। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि दुग्ध का उत्पादन बढ़ने से कृषक अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। शिविर में मौजूद इंडियन इमिनोलॉजिकल के प्रतिनिधि सीनियर एक्जिक्युटिव अभियन्ता रिपुसुधन दुबे ने पशुओं में बीमारी की रोकथाम हेतु टीकाकरण की उपयोगिता एवं आवश्यकता के बारे में पशुपालको को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

शिविर के दौरान उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी/पशु चिकित्साधिकारी डॉ. इस्लामुद्दीन, डॉ. धीरज वर्मा, डॉ. कुलदीप वर्मा, डॉ. प्रवेश मिश्रा, डॉ. अर्चना सचान एवं पशुधन प्रसार अधिकारी रवि कुमार निषाद, मनोज यादव, सुनील वर्मा, श्रीमती रीता यादव के द्वारा जागृति शिविर में आये हुये लगभग 400 पशुपालकों को पशुपालन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान की तथा शिविर में पशुओं की आवश्यकतानुसार चिकित्सा एवं औषधि का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पशुधन विकास डॉ. बीनू पाण्डेय द्वारा किया गया।

बहराइच: नोटिस के बाद भी नहीं हटा कब्जा तो चला बुलडोजर, तीन मकानों को किया जमींदोज

महेश चंद्र गुप्ता

जिले के ग्राम पंचायत जालिमनगर में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर एसडीएम ने नोटिस जारी किया। लेकिन नोटिस पर कोई जवाब नहीं मिला तो मंगलवार को बुलडोजर की कार्रवाई हो गई। बुलडोजर से अतिक्रमण हटवा दिया है।

तहसील मिहिपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत जालिमनगर में सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा था। इसकी शिकायत गांव निवासी जाफर पुत्र भागल ने उपजिलाधिकारी संजय कुमार से की थी। एसडीएम ने इसके लिए सोमवार को नोटिस जारी किया था।

इसके बाद भी कोई कार्यवाई नहीं हुई। इस पर तहसील की ओर से मंगलवार को बुलडोजर भेजा गया। बुलडोजर ने तीन मकानों को गिरा दिया। इससे लोगों में हड़कंप की स्थिति रही। इस दौरान चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार सिंह, राजस्व निरीक्षक राम मनोरथ, हल्का लेखपाल धर्मेंद्र वर्मा समेत पुलिस टीम मौजूद रही।

बहराइच: नोटिस के बाद भी नहीं हटा कब्जा तो चला बुलडोजर, तीन मकानों को किया जमींदोज

महेश चंद्र गुप्ता

जिले के ग्राम पंचायत जालिमनगर में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर एसडीएम ने नोटिस जारी किया। लेकिन नोटिस पर कोई जवाब नहीं मिला तो मंगलवार को बुलडोजर की कार्रवाई हो गई। बुलडोजर से अतिक्रमण हटवा दिया है।

तहसील मिहिपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत जालिमनगर में सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा था। इसकी शिकायत गांव निवासी जाफर पुत्र भागल ने उपजिलाधिकारी संजय कुमार से की थी। एसडीएम ने इसके लिए सोमवार को नोटिस जारी किया था।

इसके बाद भी कोई कार्यवाई नहीं हुई। इस पर तहसील की ओर से मंगलवार को बुलडोजर भेजा गया। बुलडोजर ने तीन मकानों को गिरा दिया। इससे लोगों में हड़कंप की स्थिति रही। इस दौरान चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार सिंह, राजस्व निरीक्षक राम मनोरथ, हल्का लेखपाल धर्मेंद्र वर्मा समेत पुलिस टीम मौजूद रही।

ग्राम बोझिया में आयोजित हुआ पशुधन जागृति शिविर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार के तत्वाधान में पशुधन जागृति अभियान पशु प्रजनन उर्वरता शिविर एवं सघन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन विकास खण्ड मिहीपुरवा के ग्राम बोझिया में मुख्य अतिथि विधायक बलहा सरोज सोनकर के प्रतिनिधि अलोक जिंदल एवं ब्लाक प्रमुख मिहींपुरवा सौरम वर्मा की उपस्थित कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जबकि कार्यक्रम का संचालन डा. बीनू पाण्डेय, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पशुधन विकास द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश कुमार उपाध्याय द्वारा शिविर में पशुपालको को पशुओं को स्वस्थ्य रखने एवं बीमारियों की रोकथाम के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी गयी। पं० दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय मथुरा से आये हुये प्रोग्राम नोडल अधिकारी डा. जितेन्द्र अग्रवाल व डा. कपिल गुप्ता ने पशुपालको को पशुओं में बाझंपन की समस्या, निर्वाण एवं दुग्ध उत्पादन बढ़ाने हेतु नवीन एवं गुणवत्तापूर्ण जानकारी प्रदान की। क्षेत्र के समी पशुपालक अपने पशुओं में दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर अपनी आय को दुगना कर सकें।

इसके उपरान्त इंडियन इमिनोलोजिकल के प्रतिनिधि रिपु सुधन दुबे सीनियर एक्जिक्युटिव इंजिनियर ने पशुओं में बीमारी की रोकथाम हेतु टीकाकरण की उपयोगिता एवं आवश्यकता के बारे में पशुपालकों को जागरूक किया। शिविर में जनपद लखीमपुर से आये हुये पशु चिकित्साधिकारी डा. अनिरूद्ध सिंह ने पशुपालको को पशुओं के रख-रखाव, पोषण एवं वर्गीकृत वीर्य के उपयोग के बारे में जानकारी प्रदान की। पशुचिकित्साधिकारी डा. जेपी वर्मा, डा. कपिल गुप्ता, डा. प्रवेश मिश्रा, डा. अंकित वर्मा, डा. विपिन बिहारी, मोबाइल वेटनरी यूनिट से डा. राहुल सिंह के द्वारा जागृति शिविर में आये हुये लगभग 423 पशुपालकों को पशुपालन विभाग में संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुये उनके पशुओं की आवश्यकतानुसार चिकित्सा उपचार किया गया। कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख द्वारा पशुपालकों निःशुल्क औषधि का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख द्वारा पशुपालकगण एवं क्षेत्रीय जनता को योजनाओं से लाभान्वित भी किया गया।

दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। देश में दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। प्रदेश सरकार पशुधन के सर्वागीण विकास हेतु कृषकों के हित में अनेको लाभकारी योजनायें संचालित की है तथा उनमे गति प्रदान करने के लिये नये अभिनव प्रयोगों से प्रदेश में नयी योजनाओं के माध्यम से उन्हें लागू किया जा रहा है। पशु स्वास्थ्य, रोग नियंत्रण, पशुधन बीमा, के साथ-साथ नवीन पशुचिकित्सालयों का निर्माण तथा वृहद गौ-संरक्षण केन्द्रों की स्थापना के साथ-साथ अस्थायी गो-आश्रय स्थल स्थापित किये जा रहे है। नस्ल सुधार हेतु सेक्स सार्टेड सीमेन के उपयोग से गोवंशीय पशुओं में मात्र बछिया उत्पादन हेतु व्यापक कार्यक्रम चलाये जा रहे है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल निर्देशन में प्रदेश में मुख्य मंत्री सहभागिता योजनान्तर्गत तथा पोषण मिशन में इच्छुक कृषक/पशुपालकों को निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों से गोवंश (अधिकतम 4 गोवंश प्रति लाभार्थी पशुपालक) सुपुर्दगी में दिये जा रहे हैं।

प्रदेश में वर्ष 2022-23 में 362.414 लाख मी० टन दुग्ध उत्पादन कर देश में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। वर्ष 2023-24 में 412.32 लाख मी०टन उत्पादन किया गया है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन के अतिरिक्त अण्डा उत्पादन में भी तेजी आई है। वर्ष 2022-23 में 4558.548 लाख अण्डों का उत्पादन किया गया है। वर्ष 2023-24 में 5389.90 लाख (अंनतिम) अण्डा उत्पादन किया गया है। वर्ष 2022-23 में 1191.760 हजार टन मांस का उत्पादन किया गया है। वर्ष 2023-24 में 1347 हजार मी०टन मांस उत्पादन किया गया है। इन उत्पादों से कृषकों/पशुपालकों, अण्डा उत्पादकों एवं मांस के कारोबारियों को आर्थिक लाभ हो रहा है। साथ ही आमजन को पौष्टिक आहार भी मिल रहा है।

प्रदेश में पूर्व कुक्कुट विकास नीति के अन्तर्गत वर्ष 2024-25 में 30,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 316 इकाईयां व 10,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 375 इकाईया एवं 10000 ब्रायलर पैरेन्ट पक्षी की 44 इकाईया क्रियाशील है। जिससे 107.08 लाख अण्डा प्रतिदिन उत्पादित किया जा रहा है तथा ब्रायलर पैरेन्ट इकाईयों से 52.68 लाख चूजे प्रतिमाह उत्पादित हो रहे है।

कुक्कुट विकास नीति 2022 के अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में 10,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 45 इकाईयां, 30,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 25 इकाईयां एंव 60,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 19 इकाईयां तथा 10000 ब्रायलर पैरेन्ट पक्षी की 04 इकाईयों को लेटर ऑफ कम्फर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में इन 93 इकाईयों के स्थापित होने से रु0 214 करोड का अनुमानित निवेश व 8280 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है।

कुक्कुट विकास नीति 2022 के अन्तर्गत वर्ष 2024-25 में 10,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 09 इकाईयां, 30,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 09 इकाईयां एंव 60,000 कमर्शियल लेयर पक्षी क्षमता की 06 इकाईयां तथा 10000 ब्रायलर पैरेन्ट पक्षी की 02 इकाईयों को भी लेटर ऑफ कम्फर्ट जारी किया गया है।

प्रदेश में इन इकाईयों के स्थापित होने से रु0 67.35 करोड़ का अनुमानित निवेश व 3240 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार सृजन हुआ है। वर्ष 2022-23 में 1660.24 लाख खुराक लक्ष्य के सापेक्ष 1090.50 लाख खुराक पशुओं का टीकाकरण किया गया है। वर्ष 2023-24 में 1276.28 लाख खुराक लक्ष्य के सापेक्ष 1238.18 लाख खुराक टीकाकरण किया गया। वर्ष 2024-25 में 1705.60 लाख खुराक लक्ष्य के सापेक्ष माह अगस्त 2024 तक 894.60 लाख खुराक पशुओं की बीमारी का टीकाकरण किया गया है।

प्रदेश में त्वरित गति से नस्ल सुधार हेतु उ०प्र० पशु प्रजनन नीति लागू की गई है। वर्ष 2023-24 में लक्ष्य 212.17 लाख के सापेक्ष 216.18 लाख पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान किया गया। वर्ष 2024-25 में लक्ष्य 216.300 लाख के सापेक्ष माह अगस्त 2024 तक 101.07 लाख पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान किया गया। प्रदेश में जोखिम प्रबन्धन एवं पशुधन बीमा वर्ष 2023-24 में 1,73,300 लक्ष्य के सापेक्ष 89,084 पशुओं का बीमा किया गया तथा वर्ष 2024-25 में 5,14,666 लक्ष्य के सापेक्ष अद्यतन 56,038 पशुओं का बीमा किया जा चुका है। वर्ष 2023-24 में 41 जनपदों में एल०एस०डी० बीमारी से प्रभावित हुये थे। एल०एस०डी० टीकाकरण लक्ष्य 1,60,00000 के सापेक्ष 1,59,56,700 पशुओं में टीकाकरण किया गया। वर्ष 2024-25 में लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत टीकाकरण किया रहा है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का ध्येय है कि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो। किसानों की आय में वृद्धि के लिए प्रदेश सरकार ने कई योजनायें, कार्यक्रम संचालित किये हैं। कृषि के साथ-साथ पशुपालन करने से कृषकों की आय में वृद्धि हो रही है। दुधारू पशुओं के पालने से किसानो/पशुपालकों की आर्थिक समृद्धि एवं लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। अण्डा/कामर्शियल लेयर पक्षी के पालन से भी पालकों की आर्थिक प्रगति हो रही है।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्तरीय पोषण समिति की बैठक

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण/कन्वर्जेन्स समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया कि आरबीएसके टीम का माइक्रोप्लान के अनुसार नियमित भ्रमण सुनिश्चित करायें तथा टीम के भ्रमण से 01 दिन पूर्व ही आगनबाड़ी कार्यकत्री को टीम पहुंचने की सूचना दे दी जाय ताकि टीम पहुंचने पर सभी लक्षित बच्चों के स्वासथ्य परीक्षण के साथ-साथ किशोरी बालिकाओं को आयरन की खुराक दी जा सके। समस्त सीडीपीओ को निर्देशित दिया गया कि एरिया एकीकरण का सर्वे कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जाय। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि सैम बच्चे चिन्हित कर उनका डाटा ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करने के साथ-साथ उन्हें उचित उपचार प्रदान किया जाय।

डीएम मोनिका रानी ने समस्त सीडीपीओ को निर्देश दिया कि पोषण ट्रैकर एप पर समस्त बिन्दुओ वजन, गृह भ्रमण, पोषाहार, ,आधार सीडिंग, सीबीई/वीएचएसएनडी गतिविधि आदि की फीडिंग शत प्रतिशत फीडिंग सुनिश्चित करते हुए हाटकुक्ड मील वितरण व जेम पोर्टल से बर्तन व गैस चूल्हा का गुणवत्तापरक टेण्डर कराएं तथा प्रभावी पर्यवेक्षण करते हुए समस्त बिन्दुओं में प्रगति को बढ़ाया जाय।

डीएम ने डी.सी. मनरेगा को निर्देश दिया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 अन्तर्गत निर्मित 45 आंगनबाड़ी केन्द्र भवन के हस्तान्तरण की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण की जाय। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि नवनिर्मित् भवनों का लोकार्पण जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराया जाय तथा भवन पर योजना का शिलापट भी स्थापित करायें। डीएम ने सीडीपीओ को निर्देश दिया कि आई.डी. जनरेट कार्य को अद्यतन करने के साथ-साथ सक्षम आंगनाबाड़ी केन्द्र के अन्तर्गत विकसित केन्द्रो पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग और रंगाई पुताई एंव बाला पेन्टिंग के लिये उपलब्ध कराई गई धनराशि के सापेक्ष कार्यदायी संस्थाओं के द्वारा कराये गये कार्याे की की प्रभावी मॉनीटरिंग कर कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करायें।

डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विभागीय आंगनबाड़ी भवनों पर 18 मूलभूत सुविधाओं यथा पेयजल, शौचालय इत्यादि के सम्बन्ध में जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र निर्गत कराएं। डीएम ने अधि.अभि. विद्युत को निर्देश दिया कि जिन केन्द्रों पर आर.ओ. यूनिट की स्थापना हो गई है वहां पर तत्काल विद्युतीकरण कराया जाय जबकि अधि.अभि. जल निगम को आगामी बैठक तक चिन्हित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल की सुविधा हेतु पानी की टंकी तथा टैप की फिटिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान डीएम द्वारा पोषाहार बनाये जाने वाली यूनिट इकाई के सैम्पल पैकिंग व रख रखाव, प्री स्कूल किट की गुणवत्ता की जॉच कराये जानेे, वीएचएसएनडी सत्र पर बच्चों हेतु वजन मशीन की उपलब्धता, बच्चो का आधार बनाने व आधार बनाने की मशीन की व्यवस्था के साथ-साथ संचालन के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।

इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उपायुक्त स्वतः व श्रम रोजगार अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता जल निगम, जिला आयुर्वेद अधिकारी (आयुष), जिला अर्थ एंव संख्याधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समस्त विकास खण्ड के बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रभारी एवं आई0सी0डी0एस0/स्वास्थ्य पीरामल, राकेट लर्निग संस्था, सहयोगी पार्टनर्स सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।