आॅनलाइन भी बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड, 1.67 लाख से अधिक बुजुर्गों के बनेंगे आयुष्मान वय वंदना कार्ड
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अब 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान वय वंदना कार्ड योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत यह कार्डधारक को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को इस योजना से संबंधित आयुष्मान कार्ड बनवाना होगा। यह कार्ड जिला चिकित्सालय सहित सभी ब्लॉक सीएचसी पर तैनात आयुष्मान मित्रों द्वारा बनाए जा रहे हैं। इसके लिए लाभार्थी को अपना आधार कार्ड लेकर संबंधित केंद्र पर जाना होगा।
कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. अभिज्ञान सिंह ने बताया कि कोई भी लाभार्थी अपने मोबाइल फोन में आयुष्मान भारत एप को डाउनलोड करके आसानी से घर बैठे भी अपना आयुष्मान कार्ड बना सकता है। इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए एकमात्र पात्रता मापदंड यह है कि आवेदक की आयु 70 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। आयु का निर्धारण आधार कार्ड में दर्ज आयु के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए राशन कार्ड या फिर किसी अन्य दस्तावेज की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि अब तक एक हजार से अधिक बुजुर्गों के आवेदन कराए जा चुके हैं।
घर बैठे ऐसे बनाएं आयुष्मान कार्ड
- अपने मोबाइल फोन में गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान भारत ऐप डाउनलोड करें।
- लाभार्थी के रूप में लागिन पर क्लिक करें।
- कैप्चा और मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद आर्थेटिकेशन का तरीका चुने।
- लाभार्थी की डिटेल, आधार कार्ड की डिटेल दर्ज करें।
- यदि बेनीफिशरी नहीं मिलता है तो ई-केवाईसी के लिए प्रक्रिया का पालन करें और ओटीपी के लिए सहमति दें।
- डिक्लेरेशन प्रदान करें, मोबाइल फोन से ही फोटो कैप्चर करें और सभी सूचनाएं दर्ज करें।
- लाभार्थी का मोबाइल नंबर ओर ओटीपी दर्ज करें।
- लाभार्थी की कैटेगरी, पिन कोड आदि जानकारियां भरें
- परिवार के सदस्यों का विवरण भरने के बाद सम्मिट करने के लिए आगे बढ़ें।
- ई-केवाईसी के अप्रूवल के कुछ देर के बाद आयुष्मान वय वंदना कार्ड डाउनलोड करें।
इन बीमारियों में मिलता लाभ
डिप्टी सीएमओ एवं कार्यक्रम के नोडल अफसर डॉ. राज शेखर ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 2,250 बीमारियां शामिल हैं। इसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बाईपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि शामिल है। इन समस्याओं के हल के लिए मरीज के भर्ती होने पर विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार उपलब्ध है।
क्या कहते हैं सीएमओ
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना के जिन पात्र लाभार्थियों ने अभी तक अपना आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाया है, वह शीघ्र ही अपना कार्ड बनवा लें और बाहर जाने पर इसे सदैव अपने पास रखें, जिससे किसी विशेष परिस्थिति में इसका उपयोग किया जा सके।
- डॉ. हरपाल सिंह, सीएमओ
Nov 13 2024, 18:02