छत्तीसगढ़ में फिर एक हाथी की मौत, वन विभाग में मचा हड़कंप

बलरामपुर-    छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के मुरका गांव के जंगल में एक हाथी का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है. वन विभाग की टीम ने कल ही इस हाथी को ट्रेस किया था, लेकिन आज उसका शव जंगल में पाया गया. हाथी की मौत का कारण फिलहाल अज्ञात है और वन अमला मौके पर पहुंचकर घटना की जांच में जुट गया है. यह घटना बलरामपुर वन परिक्षेत्र के मानिकपुर सर्किल का है.

बता दें कि बीते 26 अक्टूबर को रायगढ़ जिले के तमनार रेंज में करंट लगने से एक ही परिवार के तीन हाथियों की मौत हो गई थी. इस घटना पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है और मामले में 4 नवंबर को सुनवाई CSPDCL के मैनेजिंग डायरेक्टर और ऊर्जा विभाग के सचिव से जवाब मांगा था।

विधायक देवेंद्र यादव की रिमांड अवधि बढ़ी

बलौदाबाजार-  कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की रिमांड अवधि बढ़ा दी गई है. पुलिस ने बलौदाबाजार जिला न्यायालय से 14 नवंबर तक की रिमांड की मांग की थी, जिसे न्यायाधीश ने स्वीकार कर लिया है. अब विधायक यादव को 14 नवंबर को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा. विधायक देवेंद्र यादव की तरफ से हाईकोर्ट में भी जमानत याचिका लगी है, जिसपर 13 नवंबर को सुनवाई होनी है.

गौरतलब है कि देवेंद्र यादव पर बलौदाबाजार में 10 जून को हुए आगजनी प्रदर्शन में शामिल होने का आरोप है. इससे पहले भी उनकी जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है. वर्तमान में वे रायपुर जेल में 17 अगस्त से बंद हैं. आज उनकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में हुई.

भीषण सड़क हादसा: 2 ट्रकों में आमने-सामने की भिड़ंत, वाहनों के उड़े परखच्चे, बाल-बाल बचे ड्राइवर…

कोंडागांव-  छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के एनएच 30 पर सिंगनपुर के पास भीषण सड़क हादसा हो गया. हाईवे पर 2 ट्रकों के बीच भीषण टक्कर हो गई. दोनों ट्रकों की भिड़ंत इतनी खतरनाक थी कि दोनों ट्रकों के सामने के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. सूचना मिलने पर केशकाल पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और ट्रक में बुरी तरह घायल स्थिति में फंसे ड्राईवर को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया और तत्काल अस्पताल भेजा गया. वहीं दूसरा ट्रक ड्राईवर सुरक्षित बताय जा रहा है.

जानकारी के अनुसार, एक ट्रक जगदलपुर से रायपुर ईमली भरकर केशकाल थाना क्षेत्र के ग्राम सिंगनपुर स्थित मेमन फ्यूल्स के पास जा रहा था. इस दौरान दूसरी ट्रक भी तेज रफ्तार से आकर ट्रक में जा भिड़ी. इस घटना में एक एक ट्रक का ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हालत में ट्रक के अंदर करीब डेढ़ घंटे तक फंसा रहा. ड्राइवर के दोनों पैर बुरी तरह कुचल गए. घायल ड्राईवर को तत्काल केशकाल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे कांकेर अस्पताल रिफर कर दिया है. वहीं, दूसरे ट्रक का चालक सुरक्षित बताया गया है. फिलहाल पुलिस, फायर ब्रिगेड और क्रेन की मदद से ट्रकों को हटाकर मामले की जांच में जुट गई है.

बाघ को जहर देकर मारने का मामला : हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, वन विभाग से किया जवाब तलब

बिलासपुर-   तीन दिन पहले कोरिया वनमंडल में बाघ को जहर देकर मारने के मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर जवाब तलब किया है. बाघ की मौत के बाद वन विभाग के अफसर घटना स्थल पहुंचकर दो किलोमीटर के दायरे में रह रहे लोगों से पूछताछ करने में जुटे हैं.

बता दें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को वन अफसरों को गुरु घासीदास नेशनल पार्क से सटे एरिया में ग्रामीणों के माध्यम से मृत बाघ के बारे में जानकारी मिली. बाघ की बॉडी 2-3 दिन पुरानी थी. घटना की सूचना पाकर कोरिया डीएफओ, गुरु घासीदास नेशनल पार्क के डायरेक्टर, सीसीएफ सरगुजा सहित वन अफसर मौके पर पहुंचे. बाघ का पोस्टमार्टम कराने पर रिपोर्ट में उसे जहर देकर मारने की पुष्टि हुई है.

बाघ का पीएम वन विभाग, पुलिस, एनटीसीए के प्रतिनिधि व ग्रामीणों की उपस्थिति में चार सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम ने किया. पोस्टमार्टम के बाद बाघ के जरूरी अंगों को लैब टेस्ट के लिए सुरक्षित रखा गया है. घटना के दूसरे दिन रायपुर से एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ घटना स्थल पहुंचे थे. बाघ को बदले की भावना से जहर देने की आशंका जताई जा रही है. बाघ द्वारा मवेशी के शिकार करने से मवेशी मालिक आक्रोशित हो गया होगा और उसने बाघ को मारने मवेशी के शेष बचे मांस में जहर मिलाकर दिया होगा.

संदेहियों से पूछताछ कर रहे अफसर

अफसर अलर्ट रहते तो जिस ग्रामीण के मवेशी का बाघ ने शिकार किया था, उस मवेशी के मालिक को वन अफसर तत्काल मुआवजा राशि उपलब्ध करा देते तो बाघ को जहरखुरानी से बचाया जा सकता था. घटना के पूर्व बाघ ने कहां-कहां विचरण किया, बाघ ने जिस जगह मवेशी का शिकार किया, उस जगह पहुंचकर मवेशी के बचे शेष मांस में किसने जहर मिलाया. इसकी जांच गोमर्डा अभयारण्य से आई डॉग स्क्वाड की टीम ने की है. संदेह के आधार पर वन विभाग के अफसर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं.

आदिवासी कन्या आश्रम में 9 साल की मासूम की मौत, बच्चों की देखभाल और सुरक्षा पर उठे सवाल

सूरजपुर-    सूरजपुर जिले के डेडरी स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक नौ वर्षीय छात्रा की मौत हो गई. छात्रा कक्षा दूसरी की छात्रा थी, जो पिछले दो सालों से आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रही थी. बुधवार से उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसकी जानकारी उसने वॉर्डन को दी. देखभाल और सही उपचार के अभाव में बच्ची की मौत के बाद आश्रम में रहने वाले बच्चों की देखभाल और सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, छात्रा सुरता गांव के मनोज सिंह की बेटी थी. उसने बुधवार को वार्डन से गाल में दर्द होने की शिकायत की थी, जिसके बाद वार्डन ने उसकी गाल पर पट्टी चिपकाई. इसके बाद छात्रा स्कूल गई, लेकिन स्कूल से लौटने के बाद उसने खाना-पीना नहीं किया. अगले दिन सुबह जब बच्ची नहीं उठी, तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और मर्ग कायम कर मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही छात्रा की मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा. पुलिस ने इस मामले की गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया है.

अवैध धान परिवहन पर खाद्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, 730 बोरी अवैध धान जब्त, ट्रक सीज..
बता दें, प्रदेश में 14 नवंबर से धान की सरकारी खरीदी प्रक्रिया शुरू होने वाली है, इससे पहले प्रशासन राज्य में अवैध धान के परिवहन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. कलेक्टर ने इस मामले में सख्ती बरतते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को अवैध धान के परिवहन पर रोक लगाने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं, ताकि धान की खरीदी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो और किसानों को उनका पूरा हक मिल सके. बीते कुछ दिनों में इस क्षेत्र में पहले भी अवैध धान के परिवहन की घटनाएं सामने आई हैं. हाल ही में एक पिकअप ट्रक से भी अवैध धान की बड़ी खेप पकड़ी गई थी.
पुलिसकर्मियों पर देसी कट्टे से फायरिंग की कोशिश… पैरोल से फरार मर्डर के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 3 आरक्षक हुए जख्मी
रायपुर-   जेल से पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हुआ कुख्यात मर्डर आरोपी राजा बैझड़ उर्फ रशीद अली राजधानी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. टिकरापारा पुलिस की टीम ने सूझबूझ और साहस का परिचय देते हुए देर रात आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी राजा बैझड़ ने पुलिस पर देसी कट्टे से हमला करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उसे काबू में कर लिया.

घटना टिकरापारा थाना क्षेत्र के मोती नगर की है, जहां मर्डर का यह आरोपी पैरोल से फरार था. पुलिस को सूचना मिलने के बाद टिकरापारा थाने की टीम आरोपी को पकड़ने गई थी. इसी दौरान आरोपी ने पुलिस पर देसी कट्टे से फायर करने का प्रयास किया. पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से एक लोडेड कट्टा बरामद किया गया.

इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं. घायल पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक महेश नेताम, आरक्षक असवन साहू और सुनील पाठक शामिल हैं. टिकरापारा थाना प्रभारी मनोज साहू की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें विवेक यादव, आनंद शर्मा और रूप धुर्वेशी भी शामिल थे.

एडिशनल एसपी डी आर पोर्ते ने बताया कि कोविड के दौरान राजा बैझड़ पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन उसने नियत तिथि में जेल में आमद नहीं दी थी, जिसके बाद जेल प्रशासन की ओर से थाना टिकरापारा में इसकी सूचना मिली थी. लगातार आरोपी की पतासाजी की जा रही थी. इस दौरान सूचना मिली कि आरोपी मोती नगर इलाके में है. पेट्रोलिंग की टीम को मौके पर भेजा गया, जहां आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर देसी कट्टे से फायरिंग करने की कोशिश भी की, पुलिस ने साहसिक कदम उठाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस कार्रवाई के दौरान 3 आरक्षक को भी चोट आई है.

मुख्यमंत्री ने पद्मविभूषण सुन्दर लाल पटवा की जयंती पर उन्हें किया नमन

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री सुन्दर लाल पटवा की 11 नवंबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पटवा जी अनुशासनप्रिय व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। सौम्य व्यक्तित्व, कुशल संगठन क्षमता से युक्त, ओजस्वी वक्ता और विभिन्न जनसमस्याओं को उठाने वाले जुझारू नेता के रूप में पटवा जी ने अपनी एक अलग पहचान बनाई।

वे सहकारी आंदोलन से जुड़े और अनेक महत्वपूर्ण दायित्वों को संभाला। उन्होंने सहकारिता आंदोलन को जनोन्मुखी बनाया। उनके कार्यकाल में सहकारी संस्थाओं के माध्यम से कमजोर वर्गों, शिल्पियों और श्रमिकों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के सफल प्रयोग किये गये। श्री साय ने कहा कि पटवा जी का व्यक्तित्व और कृतित्व हमें सदैव अपने दायित्वों का उत्कृष्टपूर्वक निर्वहन करने की प्रेरणा देता रहेगा।

इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन मारपीट और चाकूबाजी की प्लानिंग करना पड़ा भारी, पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचा, एक फरार

दुर्ग-  इंस्टाग्राम (Instagram) में ऑनलाइन आकर मारपीट और चाकूबाजी की प्लानिंग करना युवाओं को इतना भारी पड़ा कि ऑनलाइन वीडियो चैटिंग के दो घंटे के भीतर ही वे पुलिस की गिरफ्त में आ गए और अब सीधे जेल पहुंच गए हैं. आरोपी संदीप शर्मा की पत्नी का अफेयर किसी अन्य लड़के से था, उस लड़के से बदला लेने के लिए संदीप अपने दोस्तों के साथ मिलकर मारपीट की प्लानिंग कर रहा था.

दरअसल, छठ पूजा के दिन इंस्ट्राग्राम में चार-पांच युवक ऑनलाइन आकर भिलाई के कैंप 1 स्थित 18 नंबर सड़क निवासी एक युवक से मारपीट करने के साथ हुडदंग मचाने की प्लानिंग बना रहे थे. इसी बीच किसी ने यह वीडियो एसपी दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला के पास भेज दिया. जिसके बाद एसपी शुक्ला ने तत्काल छावनी सीएसपी हरीश पाटिल को इन आरोपियों को पकडऩे के निर्देश दिए.

सीएसपी छावनी हरीश पाटिल ने बताया कि वीडियो में हुई बातचीत के मुताबिक सभी पावर हाउस चौक पर मिलने वाले थे, इससे पहले वे पहुंचकर कुछ कर पाते, वहां पहुंचते ही छावनी और खुर्सीपार पुलिस की टीम ने फिल्मी स्टाइल में उन्हें घेर कर तीन आरोपियों को धर दबोचा. इनके पास से पुलिस ने धारदार हथियार भी जब्त किए. इन आरोपियों में मनीष मानिकपुरी (रायपुर), संदीप शर्मा (अमलेश्वर) और बॉबी सिंह (खुर्सीपार) का रहने वाला है. इस पूरे मामले में छावनी पुलिस ने इन पर मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया, लेकिन जेल जाने से पहले पुलिस के सामने आरोपियों ने कान पकड़कर यह कहा कि ‘रील्स बनाना पाप है.’ छावनी थाना प्रभारी चेतन चंद्राकर ने बताया कि इन तीनों आरोपियों का एक साथी फरार है, उसे भी पुलिस जल्द ढूंढ निकालेगी.

1971 युद्ध के वीर योद्धा विंग कमांडर( सेवा निवृत्त) एमबी ओझा का रायपुर में निधन

रायपुर-     1971 युद्ध के वीर योद्धा विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति) का आज दिनांक 10 नवंबर 2024 को 89 वर्ष की उम्र में रायपुर( छ ग )में निधन हो गया। सोमवार प्रातः 11:30 बजे महादेव शमशान घाट में उनके पार्थिव शरीर को विदाई दी जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।

विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति) 1962 ,1965 ,1971 के युद्ध में शामिल थे तथा भारतीय शांति सेवा के मिशनों में भी शामिल थे। वे भारतीय वायु सेना में सन 1956 में कमीशन हुए थे । पाकिस्तानी सेना के 90000 सैनिकों ने जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष हथियार डाले थे, उस अवसर पर विंग कमांडर एम बी ओझा उपस्थित थे तथा वे उस समर्पण के प्रत्यक्ष गवाह थे।