आस्था का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन,आज संध्या दिया जाएगा पहला अर्घ्य,जानिए अर्ध्य देने का समय

आस्था का महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। आज डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। छठ पर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन नहाय खाय से होती है।

 पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य सप्तमी को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होता है। इस चार दिवसीय त्योहार में सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत करना बहुत कठिन माना जाता है क्योंकि इस व्रत को कठोर नियमों के अनुसार 36 घंटे तक रखा जाता है। 

छठ पूजा महोत्सव 05 नवंबर, 2024 को शुरू हुआ और 08 नवंबर को समाप्त होगा। यह त्योहार विशेष रूप से बिहार में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह व्रत संतान के सुखी जीवन की कामना के लिए किया जाता है। छठ पर्व की शुरुआत षष्ठी तिथि से दो दिन पहले यानी की चतुर्थी तिथि से होती है। छठ पर्व में मुख्यतः सूर्य देव को अर्घ्य देने का सबसे ज्यादा महत्व माना गया है। तो चलिए जानते हैं छठ पूजा की तिथियां अर्घ्य का समय और पारण समय क्या है। 

संध्या अर्घ्य का समय

छठ पूजा पर सबसे महत्वपूर्ण दिन तीसरा होता है। इस दिन संध्या अर्घ्य का होता है। इस दिन व्रती घाट पर आकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। द्रिक पंचांग के अनुसार 7 नवंबर को सूर्योदय प्रातः 06:42 बजे तथा सूर्यास्त सायं 05:48 बजे होगा। इस दिन भक्त कमर तक पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं।

उगते सूर्य को अर्घ्य 

चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण का होता है। 08 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। द्रिक पंचांग के अनुसार उषा अर्घ्य समय: 08 नवंबर 2024 की सुबह 06 बजकर 38 मिनट तक होगा। इसके बाद ही 36 घंटे का व्रत समाप्त होता है। अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद का सेवन करके व्रत का पारण करती हैं।

आज का राशिफल, 7नवम्बर 2024:जानिये राशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा..?

ग्रहों की स्थिति: गुरु वक्री वृषभ राशि में, नीच का मंगल कर्क राशि में, केतु कन्या राशि में, नीच का सूर्य तुला राशि में। बुध वृश्चिक राशि में, शुक्र व चंद्रमा धनु राशि में, शनि वक्री होकर कुंभ राशि में और राहु मीन राशि के गोचर में चल रहे हैं। राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा देखते हैं-

मेष राशि- भाग्य साथ देगा। रोजी-रोजगार में तरक्की करेंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेम, संतान मध्यम, व्यापार बहुत अच्छा। सूर्य को जल देते रहें।

वृषभ राशि- परिस्थितियां प्रतिकूल रहेंगी। बचकर पार करें। कोई रिस्क न लें। वाहन धीरे चलाएं। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। प्रेम, संतान का साथ होगा। व्यापार भी अच्छा है। पीली वस्तु का दान करें।

मिथुन राशि- शादी-ब्याह तय हो सकती है। स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात होगी। प्रेम, संतान व व्यापार बहुत अच्छा है। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कर्क राशि- शत्रु भी मित्रवत व्यवहार करेंगे। स्वास्थ्य नरम गरम, प्रेम, संतान बहुत अच्छा। व्यापार बहुत अच्छा है। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह राशि- विद्यार्थियों के लिए बहुत अच्छा समय रहेगा। भावुक बने रहेंगे। भावुकता में कोई निर्णय लेंगे तो शायद नुकसान भी संभव है। थोड़ा ध्यान देकर निर्णय लें।प्रेम-संतान मध्यम, व्यापार अच्छा रहेगा। पीली वस्तु पास रखें।

कन्या राशि- भूमि, भवन, वाहन की खरीदारी का बहुत अच्छा योग बन रहा है। घर में कुछ उत्सव सा हो सकता है। लेकिन थोड़ा कलहकारी भी हो सकता है। बाकी स्वास्थ्य, प्रेम व व्यापार अच्छा है। काली जी को प्रणाम करते रहें।

तुला राशि- स्वास्थ्य अच्छा, प्रेम-संतान अच्छा, व्यापार बहुत अच्छा। किसी नए व्यापार की शुरुआत आप कर सकते हैं। पीली वस्तु का दान करें।

वृश्चिक राशि- धन का आगमन होगा। कुटुंबों में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य मध्यम है, प्रेम, संतान की मध्यम है, व्यापार अच्छा है। काली जी को प्रणाम करते रहें।

धनु राशि- सुकुमारता के प्रतीक बने रहेंगे। आकर्षण के केंद्र बने रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा। प्रेम, संतान अच्छा। व्यापार अच्छा रहेगा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

मकर राशि- खर्च की अधिकता मन को परेशान करेगी। फैशन इत्यादि में ज्यादा खर्च हो सकता है। कर्ज की स्थिति आ सकती है। बाकी स्वास्थ्य मध्यम। लेकिन प्रेम, संतान अच्छा, व्यापार अच्छा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कुंभ राशि- आय के नवीन सोर्स बनेंगे। पुराने सोर्स से भी पैसे आएंगे। स्वास्थ्य ठीक ठाक, प्रेम-संतान अच्छा व व्यापार अच्छा। यात्रा के योग बनेंगे। हरी वस्तु पास रखें।

मीन राशि- व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। कोर्ट-कचहरी में विजय मिलेगी। स्वास्थ्य अच्छा। प्रेम-संतान अच्छा। व्यापार अच्छा। पीली वस्तु पास रखें।

आज का पंचांग- 7 नवंबर 2024:जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2081, पिंगल

शक सम्वत - 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत - कार्तिक

अमांत - कार्तिक

तिथि

शुक्ल पक्ष षष्ठी- नवंबर 07 12:41 AM- नवंबर 08 12:35 आम

शुक्ल पक्ष सप्तमी- नवंबर 08 12:35 AM- नवंबर 08 11:56 PM

नक्षत्र

पूर्वाषाढ़ा - नवंबर 06 11:00 AM- नवंबर 07 11:47 AM

उत्तराषाढ़ा - नवंबर 07 11:47 AM- नवंबर 08 12:03 PM

योग

धृति - नवंबर 06 10:50 AM- नवंबर 07 09:51 AM

शूल - नवंबर 07 09:51 AM- नवंबर 08 08:27 AM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:39 AM

सूर्यास्त - 5:41 PM

चन्द्रोदय - नवंबर 07 11:42 आम

चन्द्रास्त - नवंबर 07 10:28 PM

अशुभ काल

राहू - 1:33 PM- 2:55 PM

यम गण्ड - 6:39 AM- 8:02 AM

कुलिक - 9:25 AM- 10:47 AM

दुर्मुहूर्त - 10:20 AM- 11:04 AM, 02:44 PM- 03:29 PM

वर्ज्यम् - 07:52 PM- 09:29 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 11:48 AM- 12:32 PM

अमृत काल - 06:48 AM- 08:27 AM, 05:34 AM- 07:11 AM

ब्रह्म मुहूर्त - 05:04 AM- 05:52 AM

आज का पंचांग- 7 नवंबर 2024:जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2081, पिंगल

शक सम्वत - 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत - कार्तिक

अमांत - कार्तिक

तिथि

शुक्ल पक्ष षष्ठी- नवंबर 07 12:41 AM- नवंबर 08 12:35 आम

शुक्ल पक्ष सप्तमी- नवंबर 08 12:35 AM- नवंबर 08 11:56 PM

नक्षत्र

पूर्वाषाढ़ा - नवंबर 06 11:00 AM- नवंबर 07 11:47 AM

उत्तराषाढ़ा - नवंबर 07 11:47 AM- नवंबर 08 12:03 PM

योग

धृति - नवंबर 06 10:50 AM- नवंबर 07 09:51 AM

शूल - नवंबर 07 09:51 AM- नवंबर 08 08:27 AM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:39 AM

सूर्यास्त - 5:41 PM

चन्द्रोदय - नवंबर 07 11:42 आम

चन्द्रास्त - नवंबर 07 10:28 PM

अशुभ काल

राहू - 1:33 PM- 2:55 PM

यम गण्ड - 6:39 AM- 8:02 AM

कुलिक - 9:25 AM- 10:47 AM

दुर्मुहूर्त - 10:20 AM- 11:04 AM, 02:44 PM- 03:29 PM

वर्ज्यम् - 07:52 PM- 09:29 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 11:48 AM- 12:32 PM

अमृत काल - 06:48 AM- 08:27 AM, 05:34 AM- 07:11 AM

ब्रह्म मुहूर्त - 05:04 AM- 05:52 AM

आज का राशिफल, 6 नवम्बर 2024 :जानिये राशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा....?

ग्रहों की स्थिति : गुरु वक्री होकर वृषभ राशि में, मंगल नीच के होकर के कर्क राशि में, केतु कन्या राशि में, सूर्य तुला राशि में। बुध, शुक्र वृश्चिक राशि में, चंद्रमा धनु राशि में, शनि कुंभ राशि में और राहु मीन राशि के गोचर में चल रहे हैं। राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा देखते हैं-

मेष राशि- स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेम, संतान की स्थिति थोड़ी मध्यम, व्यापार आपका सही चल रहा है। भाग्य साथ दे रहा है। यात्रा का योग बन रहा है। पीली वस्तु पास रखना शुभ होगा।

वृषभ राशि- परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। चोट-चपेट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। प्रेम, संतान की स्थिति अच्छी है। व्यापार भी आपका अच्छा है। शनिदेव को प्रणाम करते रहें।

मिथुन राशि- जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा, प्रेम, संतान की स्थिति अच्छी है। व्यापार भी अच्छा रहेगा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कर्क राशि- शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे। कार्यों की विघ्न-बाधा खत्म होगी। स्वास्थ्य नरम गरम, प्रेम, संतान की स्थिति ठीक ठाक, व्यापार भी अच्छा है। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह राशि- भावनाओं में आकर कोई निर्णय मत लीजिएगा। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान मध्यम, व्यापार ठीक है। लाल वस्तु पास रखें।

कन्या राशि- गृह कलह के संकेत हैं लेकिन भूमि, भवन, वाहन की खरीदारी संभव है। स्वास्थ्य अच्छा है, प्रेम, संतान मध्यम है। व्यापार अच्छा है। पीली वस्तु का दान करें।

तुला राशि- व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। स्वास्थ्य ठीक ठाक, प्रेम-संतान अच्छा, व्यापार बहुत अच्छा रहेगा। पीली वस्तु का दान करें।

वृश्चिक राशि- धन आगमन बढ़ेगा। कुटुंबों में वृद्धि होगी। लेकिन निवेश वर्जित रहेगा। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम, संतान की स्थिति मध्यम, व्यापार अच्छा है। लाल वस्तु पास रखें।

धनु राशि- सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेम, संतान थोड़ा मध्यम रहेगा। व्यापार अच्छा रहेगा। लाल वस्तु पास रखें।

मकर राशि- मन चिंतित रहेगा। खर्च की अधिकता रहेगी। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। लेकिन प्रेम, संतान व्यापार अच्छा रहेगा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कुंभ राशि- आय के नवीन सोर्स बनेंगे। पुराने सोर्स से भी पैसे आएंगे। स्वास्थ्य, प्रेम व व्यापार सबकुछ बहुत अच्छा दिख रहा है। काली जी को प्रणाम करते रहें।

मीन राशि- व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। कोर्ट-कचहरी में विजय मिलेगी। स्वास्थ्य अच्छा है। प्रेम-संतान की स्थिति अच्छी है। व्यापार भी बहुत अच्छा है। पीली वस्तु पास रखें।

आज का पंचांग , 6 नवम्बर 2024 : आज कार्तिक शुक्ल पंचमी तिथि, छठ पूजा का दूसरा दिन, जानें शुभ मुहूर्त

आज कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। साथ ही आज छठ महापर्व का दूसरा दिन है। आज खरना किया जाएगा। ऐसे में आइए जानते हैं आज के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

राष्ट्रीय मिति कार्तिक 15, शक संवत 1946, कार्तिक शुक्ल, पंचमी, बुधवार, विक्रम संवत 2081। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 21, रबि-उल्लावल-03, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 06 नवम्बर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल मध्याह्न 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक। पंचमी तिथि अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 42 मिनट तक उपरांत षष्ठी तिथि का आरंभ।

मूल नक्षत्र पूर्वाह्न 11 बजे तक। उपरांत पूर्वाषाढ़ नक्षत्र का आरंभ। सुकर्मा योग पूर्वाह्न 10 बजकर 51 मिनट तक उपरांत धृतिमान योग का आरंभ। बव करण मध्याह्न 12 बजकर 30 मिनट तक उपरांत कौलव करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात धनु राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार सौभाग्यवती पंचमी, जया पंचमी, ज्ञान पंचमी (जैन) गण्डमूल 11 बजे तक।

सूर्योदय का समय 6 नवंबर 2024 : सुबह 6 बजकर 37 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 6 नवंबर 2024 : शाम में 5 बजकर 32 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 6 नवंबर 2024 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 52 मिनट से 5 बजकर 44 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से 2 बजकर 37 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 11 बजकर 39 मिनट से से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 32 मिनट से 5 बजकर 58 मिनट तक। अमृत काल सुबह 6 बजकर 37 मिनट से 7 बजकर 59 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 6 नवंबर 2024 :

राहुकाल दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक। वहीं, सुबह में 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह में 11 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक।

आज का उपाय : आज भगवान गणेश को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।

आज है छठ का दूसरा दिन खरना, आज प्रसाद दिन भर व्रत रख कर शाम को बनाया जाता है गुड़ का खीर,जाने खरना का विधि और महत्व

आज छठ पूजा का दूसरा दिन हैं, जिसे खरना कहा जाता है। आज के दिन से व्रती 36 घंटे के निर्जला व्रत का प्रारंभ करते हैं। आज के दिन ही छठ का विशेष प्रसाद तैयार किया जाता है। कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर प्रतिवर्ष छठ का दूसरा दिन यानी खरना मनाया जाता है। पंचाग के अनुसार, इस वर्ष खरना तिथि 6 नवंबर सुबह 12 बजकर 16 मिनट से 7 नवंबर सुबह 12 बजकर 41 मिनट तक रहेगी। जानते है अन्य जानकारी- 

छठ खरना 2024 मुहूर्त


छठ के दूसरे दिन आज ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 52 मिनट से लेकर सुबह 5 बजकर 45 मिनट तक का रहेगा। 

छठ के दूसरे दिन चर-सामान्य मुहूर्त सुबह 09 बजकर 20 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। 

छठ खरना के दिन लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 10 बजकर 42 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। 

छठ खरना पर अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। 

छठ खरना पर आज शुभ-उत्तम मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 49 मिनट से लेकर शाम 04 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। 

छठ खरना के दिन आज सूर्योदय सुबह 6 बजकर 39 मिनट पर और सूर्यास्त शाम 5 बजकर 41 मिनट पर होगा। 

छठ खरना 2024 शुभ योग


ज्योतिष के मुताबिक, आज छठ खरना पर सुकर्मा योग निर्मित हो रहा है। इसका समय सुबह 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। 

 

छठ खरना का महत्व


खरना से आशय है कि, तैयार किये गए प्रसाद को सबसे पहले छठी मैया को चढ़ाना है। इसके पश्चात स्वयं ग्रहण करना है। छठ खरना के दिन चावल, दूध, गुड़ की खीर और रोटी बनाई जाती है। फिर संध्याकाल में व्रती खरना करती है। इस दिन छठी मैया की पूजा-उपासना करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

छठ खरना के नियम


छठ के दूसरे दिन मिट्टी के चूल्हे पर पीतल के बर्तन में गुड़ की खीर तैयार की जाती है। 

छठ के दूसरे दिन खरना के लिए प्रसाद केवल व्रत रखने वाले लोग ही बना सकते है। 

छठ के दूसरे दिन खरना के लिए प्रसाद पवित्रता और शुद्धता के साथ ही तैयार करें। 

छठ के दूसरे दिन व्रती 


महिलायें बिस्तर पर नहीं सोएं। जमीन पर चटाई बिछाकर सोएं।

कौन हैं छठी मईया, कैसे शुरू हुई इनकी पूजा, जानिए क्यों कहते हैं इसे महापर्व?

 छठ पूजा को एक त्यौहार के रूप में नहीं बल्कि एक भव्य उत्सव के रूप में जाना जाता है. यह महापर्व बिहार और झारखंड और उत्तर प्रदेश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है.

छठ का यह पर्व प्राकृतिक तरीके से और पूरी पवित्रता के साथ मनाया जाता है. छठ का पर्व एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमें व्रती 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखते हैं. इस पर्व को लेकर एक मान्यता यह भी है कि अगर इसे पूरी पवित्रता और सच्चे मन से किया जाए तो व्रती की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. 

इस पर्व के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि इस पर्व में किन देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और छठी मईया कौन हैं? आज के इस लेख में हम आपको इस पूजा में पूजे जाने वाले सभी देवी-देवताओं और छठी मईया के बारे में विस्तार से जानेंगे.

कौन हैं छठी मईया

छठ के इस महापर्व में छठी मईया और भगवान सूर्य देव की पूजा की जाती है. पौराणिक कथा के अनुसार छठी मईया को ब्रह्मदेव की पुत्री और भगवान सूर्य की बहन कहा जाता है. छठी मईया को संतान प्राप्ति की देवी और सूर्य देव को शरीर का स्वामी या देवता कहा जाता है. पुराणों में माना जाता है कि जब ब्रह्म देव सृष्टि की रचना कर रहे थे, तब उन्होंने खुद को दो भागों में विभाजित कर लिया था. एक भाग पुरुष और दूसरा प्रकृति. जिसके बाद प्रकृति ने भी खुद को 6 भागों में विभाजित कर लिया, जिसमें से एक देवी मां हैं. आपको बता दें कि छठी मईया देवी मां का छठा अंश हैं, इसलिए उन्हें छठी मईया या प्रकृति की देवी के नाम से जाना जाता है.

छठ पूजा क्यों की जाती है

भगवान सूर्य और छठी मईया से अपने पुत्र और परिवार की रक्षा और लंबी आयु की कामना के लिए 36 घंटे के इस पर्व पर व्रत रखा जाता है. हिंदू धर्म के सभी त्योहारों और व्रतों में छठी मईया की पूजा सबसे कठिन और फलदायी मानी जाती है. ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी व्यक्ति पूरी आस्था, भक्ति और विश्वास के साथ इस पर्व को मनाता है और 36 घंटे का व्रत रखता है, छठी मईया और भगवान सूर्य खुद उसके पुत्र और परिवार की लंबी आयु की रक्षा करते हैं.

आज का राशिफल,5 नवम्बर 2024:जानिये राशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा...?

ग्रहों की स्थिति : गुरु वृषभ राशि में वक्री गति से, मंगल नीच के होकर के कर्क राशि में, केतु कन्या राशि में, सूर्य नीच के होकर के तुला राशि में। बुध, शुक्र, चंद्रमा वृश्चिक राशि में, जहां चंद्रमा नीच के हैं। दोपहर के लगभग से चंद्रमा धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शनि कुंभ राशि में वक्री गति से और राहु मीन राशि के गोचर में चल रहे हैं। राशियों पे क्या प्रभाव पड़ेगा देखते हैं-

मेष राशि- परिस्थितियां अनुकूल होने के तरफ जा रही हैं। स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेम, संतान, व्यापार बहुत अच्छा होगा। पीली वस्तु पास रखें।

वृषभ राशि- महत्वपूर्ण कार्य दोपहर से पहले निपटा लें। थोड़ी परिस्थितियां प्रतिकूल होने जा रहे हैं। प्रेम, संतान अच्छा रहेगा। व्यापार भी लगभग ठीक रहेगा। पीली वस्तु का दान करें।

मिथुन राशि- जीवन आनंदित रहेगा। स्वास्थ्य में सुधार, प्रेम, संतान का साथ। व्यापार बहुत अच्छा। भगवान विष्णु को प्रणाम करते रहें।

कर्क राशि- शत्रु भी मित्रवत व्यवहार करने लगेंगे। स्वास्थ्य नरम गरम, प्रेम, संतान पहले से बेहतर, व्यापार अच्छा है। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह राशि- भावनाओं में भाकर कोई निर्णय मत लीजिएगा प्रेम में तू तू मैं मैं से बचें और बच्चों की सेहत पर ध्यान दें। स्वास्थ्य नरम गरम, व्यापार अच्छा रहेगा। पीली वस्तु पास रखें।

कन्या राशि- भूमि, भवन, वाहन की खरीदारी संभव है। लेकिन गृह कलह भी संभव है। स्वास्थ्य अच्छा है, प्रेम, संतान अच्छा है। व्यापार भी अच्छा है। पीली वस्तु का दान करें।

तुला राशि- व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। अपनों का साथ होगा। एक बहुत ही सॉफ्ट एनर्जी, सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा आपके अंदर। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार अच्छा रहेगा। पीली वस्तु का दान करें।

वृश्चिक राशि- धन हानि के संकेत हैं। इस दिन निवेश वर्जित रहेगा आपके लिए। स्वास्थ्य अच्छा, प्रेम, संतान की स्थिति अच्छी, व्यापार अच्छा। लाल वस्तु पास रखें।

धनु राशि- ऊर्जापूंज्य बन जाएंगे लेकिन खर्च की अधिकता रहेगी। जरूरत के हिसाब से वस्तुएं जीवन में उपलब्ध होंगी। प्रेम, संतान मध्यम। व्यापार लगभग ठीक रहेगा। लाल वस्तु पास रखें।

मकर राशि- चिंताकारी सृष्टि का सृजन होगा। मन परेशान रहेगा। स्वास्थ्य भी थोड़ा मध्यम रहेगा। लेकिन प्रेम, संतान व्यापार अच्छा रहेगा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कुंभ राशि- व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। कोर्ट कचहरी में विजय मिलेगी। स्वास्थ्य ठीक-ठाक, प्रेम, संतान अच्छा। व्यापार अच्छा। हरी वस्तु पास रखें।

मीन राशि- स्वास्थ्य ठीक-ठाक। प्रेम संतान की स्थिति अच्छी। व्यापार भी अच्छा। एक अच्छी स्थिति कही जाएगी। फिर भी स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिएगा क्योंकि लग्न का राहु थोड़ा नुकसान कर रहा है। काली वस्तु का दान करना आपके लिए शुभ होगा।

आज का पञ्चाङ्ग 5 नवम्बर 2024 : आज कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

 आज कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। साथ ही आज ज्येष्ठा नक्षत्र प्रातः 09 बजकर 45 मिनट तक उपरांत मूल नक्षत्र का आरंभ। जानें आज सूर्योदय का समय , शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

राष्ट्रीय मिति कार्तिक 14, शक संवत 1946, कार्तिक शुक्ल, चतुर्थी, मंगलवार, विक्रम संवत् 2081। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 20, रबि-उल्लावल-02, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 05 नवम्बर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक। चतुर्थी तिथि अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 17 मिनट तक उपरांत पंचमी तिथि का आरंभ।

ज्येष्ठा नक्षत्र प्रातः 09 बजकर 45 मिनट तक उपरांत मूल नक्षत्र का आरंभ। अतिगण्ड योग पूर्वाह्न 11 बजकर 27 मिनट तक उपरांत सुकर्मा योग का आरंभ। वणिज करण पूर्वाह्न 11 बजकर 51 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ। चन्द्रमा प्रातः 09 बजकर 45 मिनट तक वृश्चिक उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार दूर्वा गणपति व्रत, गण्डमूल विचार।

सूर्योदय का समय 5 नवंबर 2024 : सुबह 6 बजकर 36 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 5 नवंबर 2024 : शाम में 5 बजकर 33 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 5 नवंबर 2024 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 52 मिनट से 5 बजकर 44 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से 2 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 11 बजकर 39 मिनट से से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 33 मिनट से 5 बजकर 59 मिनट तक। अमृत काल सुबह 10 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 5 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 5 नवंबर 2024 :

राहुकाल दोपहर में 3 बजे से 4 बजकर 30 मिनट तक। वहीं, दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह में 8 बजकर 47 मिनट से 9 बजकर 31 मिनट तक। भद्राकाल का समय सुबह 11 बजकर 54 मिनट से मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट तक।

आज का उपाय : आज हनुमान को प्रसाद चढ़ाएं और घी का दीपक उनके सामने जलाएं।