मलमल्ला चंवर से स्मैक और हथियार के साथ एक बदमाश गिरफ्तार, दो फरार
            
      हाजीपुर सदर थाने की पुलिस ने मलमल्ला चंवर से एक अपराधी को गिरफ्तार किया हैं। वह मादक पदार्थ स्मैक तथा हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ हैं। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया  गया है। गिरफ्तार बदमाश ने औद्योगिक थाना क्षेत्र में हुए फायरिंग मामले में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।

         गिरफ्तार बदमाश कई मामलों में पुलिस का वांछित था। तस्कर का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। वह कई मामलों में पुलिस का वांछित था। यह जानकारी एसपी हरकिशोर राय ने मंगलवार को मीडिया को दी। एसपी ने बताया कि बीते सोमवार की देर रात सदर थाने की पुलिस को सूचना मिली थी कि मलमल्ला चंवर में पुलिया के पास तीन व्यक्ति संदिग्ध स्थिति में कुछ सामान लेकर खड़े हैं।

       सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रविकांत पाठक पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गये। बताया गया कि पुलिस के पहुंचते ही तीनों भागने लगे। भाग रहे एक बदमाश को पुलिस बल के सहयोग से खदेड़ कर पकड़ लिया गया।

     हालांकि दो अन्य बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गये। पकड़े गये बदमाश थाना क्षेत्र के दिग्धीकला पूर्वी गांव निवासी शेखर राय के पुत्र अमित कुमार उर्फ रायफल के पास से पुलिस ने एक कट्टा, दो कारतूस तथा एक बैग में रखा 300 ग्राम स्मैक बरामद किया है।

     मादक पदार्थ की खरीद-बिक्री के लिए जुटे थे
   पुलिस को दिए गए बयान में एक ने  बताया कि स्मैक की खरीद-बिक्री के लिए बात चल रही थी कि पुलिस पहुंच गयी। पुलिस को देखते ही दो बदमाश फरार हो गए तथा एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

       पुलिस फरार बदमाश के पहचान करने के बाद कार्रवाई में जुटी है. पुलिस ने बताया कि बरामद हथियार एवं स्मैक के संबंध में पूछताछ करने पर उसने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

         इस मामले में पुलिस आर्म्स एक्ट तथा एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के छापेमारी कर रही है।


         गिरफ्तार बदमाश का पूर्व में भी रहा है आपराधिक इतिहास

    एसपी हर किशोर राय ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश अमित कुमार उर्फ रायफल का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। उसके कि विरुद्ध नगर थाने में मारपीट, आर्म्स एक्ट, लूट एवं छिनतई मामले में तीन कांड दर्ज पाये गये हैं. वह एक मामले में कोर्ट का वारंटी भी है।

नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व आज से

         
       लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी परवान चढ़ चुकी है। गांव से शहर तक, हर जगह लोग पूजा की तैयारी में जुटे हैं। आज मंगलवार को नहाय-खाय होगा और इसी के साथ छठ पर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो जायेगा। स्नान घाटों पर छठ पूजा की तैयारी अंतिम चरण में है।

         जिलाधिकारी यशपाल मीणा के निर्देश पर प्रशासन की ओर से घाटों पर आवश्यक इंतजाम किये गये हैं। नगर के प्रसिद्ध कोनहारा घाट से लेकर नारायणी नदी के अन्य घाटों पर नगर पर्षद की ओर से साफ-सफाई, चेंजिंग रूम बनाने, व लाइट लगाने, नदी में बैरिकेडिंग आदि कार्य कराये गये हैं।

            कोनहारा घाट, सीढ़ी घाट, पुराने मंडकपुल घाट समेत व अन्य प्रमुख घाटों पर जाने वाले मार्ग  को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है।

            छठ महापर्व के मौके पर श्रद्धालुओं को  चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए स्नान घाटों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से आवश्यक तैयारी की गयी है । कोनहारा घाट पर बन रहा अस्थायी अस्पताल गुरुवार को अस्ताचलगामी  सूर्य और शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्ध देने के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगी।

      शहर के प्रसिद्ध कौनहारा घाट पर छह बेड़ का अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है। इसके अलावा गंगा नदी के तेरसिया घाट पर मेडिकल कैंप लगाया जायेगा‌ । नगर के सीढ़ी घाट, पुराना गंडक पुल घाट तथा तंगौल घाट पर चलंत मेडिकल टीम की व्यवस्था की गयी है। चिकित्सा शिविरों में आवश्यक दवाएं, उपकरण एवं एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी ।

              सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने चिकित्सा शिविरों के लिए मेडिकल टीमों की प्रतिनियुक्ति करते हुए सभी को सांध्यकालीन अर्ध के दिन गुरुवार को दो बजे दिन में और प्रातःकालीन अर्ध के दिन शुक्रवार को सुबह तीन बजे से संबंधित घाट पर उपस्थित होने का निर्देश दिया है।

             घाट पर अर्घ समाप्ति के बाद भीड़ खत्म हो जाने पर ही चिकित्सा दल को वहां से प्रस्थान करने को कहा गया है। कोनहारा घाट पर छह बेड के अस्थायी अस्पताल का प्रभारी सदर हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ हरि प्रसाद को बनाया गया है। यहां जीवन रक्षक दवाओं के अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर समेत अन्य चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराने की पूरी जवाबदेही सदर अस्पताल अधीक्षक  तथा अस्पताल प्रबंधक की होगी।

          अस्थायी अस्पताल में सदर अस्पताल  के विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी के  साथ अन्य चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है। तेरसिया घाट पर मेडिकल कैंप का इंचार्ज सदर प्रखंड पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को बनाया गया है। इन्हें अपने स्तर से शिविर स्थापित  करने और आवश्यक दवा, चिकित्सा  उपकरण उपलब्ध कराने और समय से प्रति टीम की उपस्थिति सुनिश्चित करने की  जिम्मेदारी दी गयी है।
सिलिंडर ब्लास्ट होने से पांच घर और साढ़े चार लाख रूपये जले।
      
            राघोपुर रुस्तमपुर थाना क्षेत्र की रुस्तमपुर पंचायत के वार्ड संख्या 18 आग के कारण पांच घर जल गए।  रविवार की शाम खाना बनाने के दौरान रसोई गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से लगी आग में पांच घर जल गये।  घटना की सूचना मिलने पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने लोगों की मदद से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 
       लेकिन तब तक अमिताभ राय, सुनैना देवी, धर्मेंद्र राय, रामू उग्रह राय व हनुमान कुमार के घर अंदर रखे सारे सामान के साथ जल गथे थे। इस घटना में  नकद समेत लाखों रुपये के सामान जल गये।   जानकारी के अनुसार बीते रविवार की शाम करीब 6.15 बजे खाना बनाने के दौरान अमिताभ राय के  घर में अचानक सिलेंडर विस्फोट हो गया, जिससे तेजी से आग फैलने लगी। देखते ही देखते की आग की लपटों ने आसपास के चार अन्य घरों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थी कि घर के अंदर से सामान निकालना भी मुश्किल हो रहा था।       अगलगी की सूचना पर बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण व वार्ड सदस्य प्रतिनिधि राकेश कुमार पहुंचे। घटना की सूचना रुस्तमपुर थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार को दी गयी। अगलगी की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया।          
    अगलगी की इस घटना में घर में रखे चौकी, बर्तन, बक्से, कपड़े, जेवरात, कागजात व नकद रुपये जल, गये।अमिताभ कुमार का कहना है कि उसके घर में रखे करीब साढ़े चार लाख रुपये जल गये। वहीं, डेढ़ लाख रुपये के नोट आंशिक रूप से जल गये।           
          घटना की सूचना पर पहुंची वार्ड सदस्य सुनीता देवी ने अग्निपीड़ितों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। वार्ड सदस्य प्रतिनिधि ने सीओ संजीव कुमार त्रिवेदी से बात कर अग्निपीड़ित परिवार को सरकारी सहायता देने की मांग की है। इस घटना के बाद अग्निपीड़ित परिवार का रो- रोकर बुरा हाल है।
हथियार के साथ पकड़ाये युवक को छुड़ाने के लिए ग्रामीणों ने बिदुपुर थाने में किया विरोध प्रदर्शन
       
         बिदुपुर थाना के दाउद नगर पंचायत भवन के कबीरपंथी मठ के पास से हथियार के साथ तीन लोगों को पकड़ा हैं। पकड़े गये तीन आरोपितों में से एक आरोपित को निर्दोष बताते हुए सोमवार को ग्रामीणों ने बिंदुपुर थाना में प्रदर्शन किया । अजीत कुमार को निर्दोष बताते हुए ग्रामीण उसे छोड़ने की मांग कर रहे थे।

         तीन-चार घंटे तक ग्रामीण थाना के पास होकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने सभी को समझा कर शांत कराया। इसके बाद तीनों आरोपितों को जेल  भेज दिया गया।

               शनिवार को आधी रात के बाद करीब 1.10 बजे के बिदुपुर के दाउदनगर पंचायत भवन के पास से कबीरपंथी मठ के पास से बिदुपुर थाना की पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। तीनों आरोपित मुन्ना कुमार, अजीत कुमार व मोनू कुमार बिदुपुर थाना के पकौली गांव निवासी हैं।

        तलाशी के दौरान मुन्ना के पास से देसी कट्टा व दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया था।
        
          पूछताछ के दौरान तीनों ने पुलिस को बताया था कि पैसा खत्म हो जाने की वजह से वे सभी घर में चोरी व डकैती की योजना से एकत्रित हुए थे। पकड़े गये मुन्ना पर पूर्व से बिदुपुर थाना में तीन व गंगाब्रिज थाना में एक मामला दर्ज है।

            सोमवार को अजीत के परिजन ग्रामीणों के साथ थाना पहुंचे और उसे निर्दोष बताते हुए छोड़ने की मांग करने लगे। इस दौरान परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस रात्रि में यह कहकर उसे ले गयी थी कि कुछ पूछताछ करनी  है। बाद में उसे इस मामले में फंसा दिया। पुलिस ने  मामले की निष्पक्षता से जांच का आश्वासन देकर सभी को शांत कराया।
अंतरराज्यीय लुटेरे तिवारी गैंग के दो अपराधियों को पुलिस ने दबोचा

    एसटीएफ ने अंतरराज्यीय लुटेरा गिरोह तिवारी गैंग में शामिल दो अपराधी को गिरफ्तार किया है।
यह मामला वैशाली के बिदुपुर लालगंज की हैं।
शनिवार की रात एसटीएफ और नगर थाने की पुलिस के सहयोग से अपराधी को धर दबोचा गया हैं। गिरफ्तार लुटेरा दोनों रिश्ते से साला-बहनोई बताये जाते हैं जिसकी पहचान वैशाली के बिदुपुर लालगंज के - रहने वाले गार्ड तिवारी के पुत्र रोहन तिवारी व बिदुपुर थाना अंतर्गत सिंन्दिया कमालपुर अलौत के रहने वाले अरुण तिवारी के पुत्र राजा तिवारी के रूप में की गयी है, जो गार्ड तिवारी का दामाद बताया जाता है।

       एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह ने नगर थाने में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार अपराधी पेशेवर अपराधी हैं, जो बिहार के अलावा यूपी के विभिन्न जिलों में घूम- घूम कर लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं। गिरफ्तार अपराधी पर लूटपाट व झपटमारी के दर्जनों मामले दर्ज हैं।

टॉप 10 अपराधियों में था शामिल, काफी दिनों से थी पुलिस को तलाश :

             पुलिस को काफी दिनों से इनकी तलाश थी.गिरफ्तार दोनों अपराधी जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल था। अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ को भी लगाया गया था.

             एसडीपीओ ने बताया कि आपराधिक इतिहास के छानबीन में पता चला है कि रोहन पर लूटपाट के जहानाबाद नगर थाने में पांच, पटना के कंकड़बाग में एक व यूपी के सोनभद्र में एक समेत सात आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि जहानाबाद नगर थाना में पांच व यूपी के सोनभद्र में एक समेत 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं.

        छह माह पहले शिक्षक के साथ की थी लूटकांड

            नगर थाना क्षेत्र के राजाबाजार अंडरपास के समीप से बाजार समिति की ओर जाने वाले रास्ते में छह महीने पूर्व एक शिक्षक से 10 अप्रैल को लूटपाट की घटना उस समय हुई थी जब वह मकान बनाने के लिए बैंक से छह लाख रुपये निकाल कर सत्संग नगर घर की ओर जा रहे थे. इसी क्रम में बाइक सवार अपराधियों ने पुरानी कोल्ड स्टोरेज के पीछे से कुम्भवा निवासी शिक्षक उदय कुमार सिंह के हाथ से रुपये से भरा थैला झपटकर फरार हो गया था.

       इस मामले में पुलिस ने पटना के रामकृष्ण नगर में छिप कर रह रहे गिरफ्तार अपराधी के पिता गार्ड तिवारी व मां रीना तिवारी को 6 महीने पूर्व 10 हजार रुपये के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद मई महीने में सीएसपी संचालक से साढ़े चार लाख रुपये की लूट हो गयी थी.

      कार्रवाई की भनक लगते ही बदल लेते थे ठिकाना

लूटपाट की घटना को अंजाम देने में शातिर तिवारी गैंग में पूरा परिवार शामिल रहता था जिसमें महिला व पुरुष दोनों की संलिप्तता थी. छानबीन के क्रम में यह बात सामने आई है कि गैंग में शामिल महिलाएं जिस जिले में अपना ठिकाना बनाती थीं, वहां पर व्यापार की आड़ में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया करते थे. महिलाएं साड़ी बेचने के बहाने घर की रेकी करती थी और पुरुष बैंक की रेकी करते थे.

      जिन लोगों का बैंक से ट्रांजैक्शन आये दिन रहता था, उन्हें टारगेट कर चिह्नित करते थे और फिर उन्हें रेकी करके चेहरे की पहचान करते हुए अपना शिकार बना बैंक से पैसा लेकर निकलने के बाद लूटपाट एवं झपटमारी की घटना को अंजाम देते थे.

      बताते चलें कि शिक्षक से लाखों रुपए लूटपाट की घटना के बाद जांच में जुटी पुलिस ने कई जगहों पर अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाला था. अपराधियों के चेहरे व लूटपाट की घटना में प्रयोग की गयी बाइक के नंबर की भी पहचान हुई थी. साथ ही बैंक से भी पुलिस नै संदिग्ध अपराधियों के सीसीटीवी फुटेज निकाले थे.

          झपटमारी की कई घटना को अंजाम देकर फरार होने वाले गिरोह का पर्दाफाश करना जरूरी था, जिसे पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया और मां-बाप के बाद अपराधी गिरोह में शामिल बेटे-दामाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.


      दबिश होने पर बेच देते थे जमीन-जायदाद

लूटपाट को अंजाम देने वाला शातिर गिरोह पुलिस के दबिश पड़ने के बाद पूरा जमीन- जायदाद बेचकर दूसरे जगह पर शिफ्ट कर जाते थे. एसडीपीओ ने बताया है कि जिस समय कांड का अनुसंधान शुरू किया गया था, उस समय तिवारी गैंग का ठिकाना समस्तीपुर में था, लेकिन पुलिस के कई बार छापेमारी के बाद समस्तीपुर से जमीन-जायदाद बेचकर वैशाली में शिफ्ट कर गये.

         दोनों गिरफ्तार अपराधी पुलिस की नजरों से बचने के लिए बिदुपुर के एक लॉज में छिपकर रह रहा था जिसकी भनक पुलिस को लग चुकी थी और पुलिस अपराधी को पकड़ने के लिए कई दिनों से वैशाली में डेरा डाली हुई थी. डेरा से बाहर गुटखा खरीदने के लिए निकला कि पुलिस ने उसे धर दबोचा.

            लूटपाट के कांड में अभी गिरफ्तार अपराधी का भाई बचा हुआ है जिसे पुलिस गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी करने में जुटी है. जहानाबाद के अलावा बिहार के कई जिलों में कई सालों से लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे थे.
'ट्रॉफी गौरव' यात्रा का हाजीपुर में स्वागत

      खेल विभाग, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण एवं हॉकी इंडिया की ओर से 11 नवंबर से 20 नवंबर 2024 तक राजगीर में एशियन चैंपियन ट्रॉफी आयोजित होने वाली हैं।  एशियन चैंपियन ट्रॉफी (महिला वर्ग) 2024 हॉकी टूर्नामेंट के विजेता को दी जाने वाले ट्रॉफी की 'गौरव यात्रा' का हाजीपुर समहरणालय में भव्य स्वागत किया गया। डीएम यशपाल मीणा और एसपी हरकिशोर राय के साथ शहरवासियों ने ' गौरव यात्रा ' का गर्मजोशी से स्वागत किया। समाहरणालय सभाकक्ष में ट्रॉफी गौरव यात्रा का स्वागत सह सम्मान कार्यक्रम में डीएम-एसपी ने ट्रॉफी को उठाकर स्वागत किया।

            समारोह को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि यह हम सबके लिए गौरव का क्षण है। वैशाली गणतंत्र की जननी है। यहां प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। अलग खेल विभाग का गठन हुआ है। राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बना है। बताया कि जिला के सभी 278 पंचायतों में खेल मैदान के निर्माण का प्रस्ताव तैयार है। जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा।

        अभी हाल ही में वैशाली जिले में राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ है। वैशाली के कई खिलाड़ियों ने प्रतिभा का परिचय देते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान कायम कर बिहार का मान बढ़ाया है तथा सरकारी नौकरी प्राप्त की है। सरकार की 'मेडल लाओ, नौकरी पाओ' योजना युवा खिलाड़ियों के लिए काफी प्रेरक साबित हुई है। उन्होंने बताया कि यह ट्रॉफी विजेता को दी जाएगी। अभी भारतीय टीम ही महिला हॉकी की विजेता टीम है।

      अब हमारा प्रयास यह होना चाहिए कि कैसे यह ट्रॉफी अपने देश में ही रह जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के दूरदर्शी सोच से यह अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन बिहार में हो रहा है।

                    पढ़ाई लिखाई के साथ खेलकूद भी जरूरी : एसपीः पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने कहा कि यह हम सबके लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। बिहार में अंतरराष्ट्रीय आयोजन हो रहा है। खेल के प्रति जागरूकता के लिए यह ट्रॉफी गौरव यात्रा हो रही है। पढ़ाई लिखाई के साथ खेलकूद भी जरूरी है। खेल में भी बच्चे करियर बना सकते हैं। डीएम- एसपी ने संयुक्त रूप से गौरव यात्रा के साथ आए खिलाड़ियों के टीम लीडर राणा प्रताप सिंह के साथ टीम के सदस्य श्रुति कुमारी, श्वेत निशा, सत्येंद्र कुमार , राकेश कुमार राय, अरविंद कुमार सिंह,  अमर भारती, कुश कुमार त्रिपाठी, नरेंद्र प्रसाद सिंह, ओम प्रकाश, रवि शंकर, सौरभ तथा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के फोटोग्राफर चंदन को वैशाली के विश्व शांति स्तूप का मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया।

             अंतरराष्ट्रीय आयोजन से खेल के प्रति उत्साह का माहौल बना है : डीएम

       इनकी रही उपस्थिति इस अवसर पर डीडीसी शम्स जावेद अंसारी, एडीएम (आपदा) अरुण कुमार सिंह, जिला जन संपर्क पदाधिकारी नीरज, विशेष कार्य पदाधिकारी विशाल, एसडीएम रामबाबू बैठा, एसडीपीओ ओम प्रकाश तथा खेल पदाधिकारी  गौरव यात्रा में शामिल खिलाड़ियों के हाथों में हॉकी बैट और साथ में डीएम यशपाल मीणा और एसपी हरकिशोर राय व अन्य।

55 लाख रपये के धान गबन के आरोप में सररिया पैक्स अध्यक्ष को पुलिस ने दबोचा
      
          लालगंज थाना की पुलिस ने 55 लाख रुपये से ज्यादा के धान के गबन के आरोप में पैक्स अध्यक्ष सुधांशु अभिलाषा उर्फ मनोज कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है । यह मामला लालगंज प्रखंड के सररिया पंचायत की हैं। मामले में  दूसरे आरोपित पैक्स प्रबंधक मिथिलेश कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। मामले में 14 अगस्त को प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी सूरज कुमार ने दोनों के विरुद्ध लालगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी।

            प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में एक नवंबर, 2023 से 15 फरवरी, 2024 तक सररिया पैक्स ने तीस किसानों से 2923.98 क्विंटल धान की खरीद की थी। इसके समतुल्य 2008.19 क्विंटल फोर्टिफाइड सीएमआर की आपूर्ति के एवज में मात्र 422.25 क्विंटल धान के समतुल्य 290 क्विंटल सीएमआर की आपूर्ति राज्य खाद्य निगम, वैशाली को की गयी।1718.19 क्विंटल सीएमआर की आपूर्ति शेष रह गयी हैं।

       जांच में खाली मिला था गोदाम :

              आरोप है कि समिति के जिस गोदाम में धान रखा जाता है, उसका रख-रखाव की जिम्मेदारी समिति के अध्यक्ष एवं प्रबंधक की होती है। शेष सीएमआर की आपूर्ति के लिए कई बार इन्हें बीसीओ की ओर से पत्र लिखा गया था। कई बार गोदाम पर भ्रमण भी किया गया, लेकिन हर बार गोदाम बंद मिलता था। बीते 31 जुलाई को डीसीओ ने गोदाम का भ्रमण किया था। उस वक्त भी गोदाम बंद पाया गया था. पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधक भी अनुपस्थित पाये गये थे।

        इसके बाद हाजीपुर एसडीओ के निर्देश पर 14 अगस्त को प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट लालगंज सीओ व लालगंज थाना की पुलिस की मौजूदगी में गोदाम की जांच की गयी और उसकी वीडियोग्राफी करायी गयी, जिसमें धान की मात्रा शून्य पायी गयी थी। जांच के दौरान पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधक द्वारा 2501.73 क्विंटल धान गबन का मामला सामने आया था। गबन किये गये धान का सरकारी मूल्य 55 लाख 23 हजार 819 रुपये बताया गया है।

      इस मामले में लालगंज बीसीओ ने सररिया पैक्स अध्यक्ष लालगंज थाना के जाफराबाद निवासी विजय राय के पुत्र सुधांशु अभिलाषा उर्फ मनोज कुमार यादव तथा प्रबंधक लालगंज थाना के जाफराबाद निवासी विजय कुमार राय के पुत्र मिथिलेश कुमार राय के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी।
        
छह पैक्सों के पास विभाग का 48 लाख 46 हजार 452 रुपये बकाया

             जिले में पिछले वर्ष खरीफ विपणन मौसम 2023-2024 में धान खरीदारी व  उसके विरुद्ध सीएमआर - आपूर्ति करने के मामले में गड़बड़ी करने एवं अवशेष सीएमआर जमा नहीं कराने वाले पैक्स अध्यक्षों पर विभागीय कार्रवाई शुरू हो गयी है।

      इस मामले में लालगंज प्रखंड के सररिया पंचायत के पैक्स अध्यक्ष को किसानों से खरीदी गयी धान के गबन करने के आरोप में प्राथमिकी  दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं कई अन्य पैक्स अध्यक्षों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रहीं है। विभागीय स्तर पर हाजीपुर, महनार एवं वैशाली प्रखंड के लगभग आधा दर्जन पैक्स अध्यक्षों पर बीते वित्तीय वर्ष का सीएमआर जमा नहीं कराने पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। विभाग ने राशि लंबित रखने वाले सभी पैक्स अध्यक्षों को अविलंब को-ऑपरेटिव बैंक में सीएमआर का बाकी पैसा जमा कराने का निर्देश दिया है।

       इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी श्यामानंद ठाकुर ने बताया कि जिले में पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में लालगंज प्रखंड के सररिया पंचायत के पैक्स द्वारा 55 लाख 23 हजार 819 रुपये के अवशेष सीएमआर की आपूर्ति राज्य खाद्य निगम को नहीं करने पर बीते 14 अगस्त को लालगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। इस मामले में पैक्स अध्यक्ष सुधांषु अभिलाषा उर्फ मनोज कुमार यादव तथा प्रबंधक मिथिलेश कुमार को आरोपित किया गया था। इस मामले में पुलिस ने पैक्स अध्यक्ष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

              वहीं, जिले में शेष सीएमआर का पैसा जमा नहीं कराने वाले छह पैक्स अध्यक्षों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभागीय स्तर पर तैयारी की जा रही है।

पैक्स अध्यक्षों को दी जा चुकी है नोटिस:


            जिला सहकारिता पदाधिकारी ने सभी पैक्स से कहा है कि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 का अवशेष सीएमआर आपूर्ति नहीं कराने वाले पैक्स सीएमआर की राशि यथाशीघ्र जमा करा दें.  अन्यथा विभागीय निर्देश पर 1 कार्रवाई की जाएगी।

              जिले के छह पैक्सों के पास विभाग का लगभग 48 लाख 46 हजार 452 रुपये बकाया है‌। इसके अलावे बैंक का ब्याज अलग से जमा कराना होगा‌।

       उन्होंने बताया गया कि हाजीपुर की अंधरवारा पंचायत पैक्स के यहां लगभग 3 लाख 87 हजार 729 रुपये की सीएमआर, महनार के करनौति पंचायत पैक्स के यहां 47 हजार 472 रुपये की सीएमआर, वैशाली प्रखंड के भागवतपुर पंचायत पैक्स के यहां 81 हजार 33 रुपये का सीएमआरं, चकअल्हाद पंचायत पैक्स के यहां 8 लाख 88 हजार 57 रुपये का सीएमआर, महम्मदपुर पंचायत पैक्स के यहां 21 लाख 22 हजार 329 रुपये तथा फुलाढ़ पंचायत पैक्स के यहां 13 लाख 19 हजार 832 रुपये का अवशेष सीएमआर बकाया है।

         जो बकाया हैं हर हाल में अविलंब जमा कराने के लिए सभी पैक्सों को अंतिम नोटिस भेजी जा चुकी है। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के बकाया सीएमआर की राशि को-ऑपरेटिव बैंक में जमा कराने के लिए कई बार पंचायत पैक्सों को नोटिस भेजी जा चुकी है। नोटिस भेजने के बाद भी राशि जमा नहीं कराने वाले पैक्स के विरुद्ध कार्रवाई शुरु कर दी गयी है।

जिला प्रशासन करेगा नखास की बंदोबस्ती
मेला इस वर्ष भी 32 दिनों का होगा कॉर्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले एशिया प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला इस वर्ष भी 32 दिनों का होगा। सरकारी स्तर पर आगामी 13 नवंबर से मेला शुरू हो रहा है।       14 दिसंबर को समाप्त होगा। मेला के शुरू होने में अब मात्र 10 दिन शेष बचे हैं। गैर सरकारी स्तर पर देवोत्थान के साथ ही मेला शुरू हो जाता है। मेले का विधिवत उद्घाटन किसके माध्यम से होगा, यहु अभी तय नहीं हो सका है। तैयारी को लेकर गत दिनों प्रशासनिक पदाधिकारियों और मेला समिति के गैर सरकारी सदस्यों की आयोजित बैठक में सभी ने एक स्वर से मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री से कराने की मांग की थी।            पर्यटन विभाग के निदेशक विनय राय और डीएम अमन समीर शनिवार की शाम सोनपुर  पहुंचे। उन्होंने मेला ग्राउंड के पर्यटन विभाग के निर्माणाधीन मुख्य पंडाल, नखास, अंग्रेजी बाजार आदि में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।             उन्होंनें मेले की चल रही तैयारियों का जायजा लेने के दौरान 13 नवंबर से पहले मेले के उ‌द्घाटन के पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया। इस वर्ष नखास की बंदोबस्ती पर्यटन विभाग के बदले जिला प्रशासन के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है।
        
    
       डीएम ने अनुमंडल कार्यालय के सभागार में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मेले की तैयारियों की समीक्षा की । सभी विभागों के पदाधिकारियों और कार्य एजेंसियों को आवंटित कार्यों और दायित्वों के निर्वहन में किसी भी तरह की लापरवाही-कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया।          
      उन्होंने अधिकारियों से मेले को सजाने-संवारन और इसे आकर्षक और दर्शनीय स्वरूप प्रदान करने की अपील की, ताकि मेले में आने वाले लाखों देसी-विदेशी सैलानियों, श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों को सुखद अनुभूति हो। उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।         इस मौके पर एडीएम, एसडीओ आशीष कुमार, एसडीपीओ नवल किशोर, डीसीएलआर, बीडीओ, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी और सीओ के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
छठ घाट मिथिला पेंटिंग से सजेंगी
     
      छठ व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन और नगर परिषद लगा हैं।नारायणी नदी के सभी छठ घाटों को आकर्षक लुक देने की तैयारी में जुटा है। कोनहाराघाट से लेकर पुलघाट तक घाट निर्माण में बड़ी संख्या में मजदूरों को लगाया गया है।

    नारायणी नदी घाट के ऊपर मिथिला पेंटिंग से सजावट और लाइटिंग की तैयारी की जा रही है। सभी घाटों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए घाटों की सफाई भी की जा रही है। रंगीन झालरों से घाट की ओर जाने वाली सड़क को सजाया जा रहा है।

        कोनहारा घाट के पास जेसीबी से घाटों पर बालू कटाई कराई जा रही है। वहीं जिस घाट पर जरूरत से अधिक गड्डा है। वहां मिट्टी व बालू भरवाया जा रहे है।

    शनिवार को दोपहर में नगर परिषद की सभापति संगीता कुमारी ने पदाधिकारियों के साथ छठ घाटों पर चले निर्माण कार्य, साफ- सफाई और सौन्दर्याकरण के कार्यों का जायजा लिया।

                            नगर परिषद के सभापति ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। कोनहाराघाट, इमलीघाट, सीढ़ीघाट, पुलघाट सहित सभी घाटों चल रहे कार्यों की तैयारियों का जायजा लिया।


             महिला व्रतियों के लिए घाटों पर चेंजिंग कक्ष

        सभापति ने व्रतियों की सुविधा को ध्यान रखते हुए सभी घाटों पर  चेंजिंग कक्ष बनाने की तैयारी की जा रही हैं। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को चेंजिंग कक्ष बड़ा और अच्छे ढंग से बनाने का निर्देश दिया। ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

              बिदुपुर में घाटों की बैरिकेडिंग करायी जाएगी।

          शनिवार की शाम डीएम यशपाल मीणा और एसपी हरकिशोर राय ने चेचर स्थित छठ घाट पर अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस दौरान घाट का निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति से अवगत हुए।

               जिलापदाधिकारी ने बीडीओ मनीष भारद्वाज को घाट की साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, लाईट की उपयुक्त व्यवस्था, माइकिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही सुरक्षा के लिए वॉच टॉवर का निर्माण करने का भी निर्देश दिया। एसपी ने अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण करने और सुरक्षा का पूरा प्रबंध रखने का निर्देश दिया।

           स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि एवं उपस्थित पदाधिकारी को 2-3 दिनों में समुचित व्यवस्था पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान एडीएम, एसडीएम, डीसीएलआर और सीओ करिश्मा कुमारी मौजूद थीं।
वीरगाथा प्रोजेक्ट में देश में वैशाली टॉपटेन पर
    
       वीरगाथा प्रोजेक्ट कार्यक्रम में वैशाली देश स्तर पर टॉप टेन में आ गया है। वहीं राज्य स्तर पर वैशाली पहले स्थान पर है़‌। वीरगाथा कार्यक्रम अंतर्गत प्रतिभागिता की अंतिम तिथि 22 अक्टूबर 2024 तक थी, जिसे बाद में 31 अक्टूबर 2024 तक विस्तारित किया गया। ताकि अधिक से अधिक प्रतिभागिता कराई जा सके। प्रतिभागियों के आधार पर 31 अक्टूबर तक वैशाली जिले के 1562 स्कूलों से 2 लाख 19 हजार 079 छात्रों की प्रतिभागिता हुई। इसमें वैशाली जिला बिहार में प्रथम स्थान पर आया।
   
     17 सितंबर 2024 को जब कार्यक्रम लांच हुआ, प्रारंभ में वीरगाथा प्रोजेक्ट अन्तर्गत प्रतिभागिता के दृष्टिकोण से न सिर्फ वैशाली, बल्कि बिहार की स्थिति काफी अच्छी नहीं थी।  बिहार राज्य देशभर में 18 वें पायदान पर था। जबकि वैशाली जिला अंतिम 5 जिलों की श्रेणी में था।                                                  
            
     जिलाधिकारी बोले कार्यक्रम की सफलता हेतु तीन स्तर पर कार्य कराया गया, जिसमें पहला काम था प्रतिदिन सुबह शाम प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के साथ की जाने वाली वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में कार्यक्रम की समीक्षा।साथ ही कार्यक्रम के प्रचार प्रसार पर विशेष बल दिया। दूसरा, प्रखण्ड स्तर पर होने वाली सभी हेडमास्टर की बैठक में जिले के प्रतिनिधि को जोड़कर कार्यक्रम के बारे सीधे लक्ष्य समूह को जानकारी दी गई। तीसरा, कार्य प्रगति से संबंधित आंकड़ा नियमित स्कूल, प्रखण्ड कर्मियों के साथ साझा की गई, ताकि प्रखण्ड एवं स्कूल के बीच आपसी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कायम की जा सके और वे एक दूसरे से बेहतर करने का प्रयास कर सके।
     
         केंद्रीय रक्षा मंत्रालय और शिक्षा विभाग के सहयोग से भारत सरकार ने वीरता पुरस्कार       विजेताओं की बहादुरी के कार्यों के विवरण तथा      उनकी जीवन गाथाओं को छात्रों के बीच प्रसारित करने के लिए वीरगाथा प्रोजेक्ट लांच किया गया था। इस योजना के तहत छात्रों में देश भक्ति की भावना जगाना मुख्य उद्धेश्य है। कोशिश यह है कि बच्चों में नागरिक चेतना के मूल्य पैदा किया जा सकें।               वीरगाथा प्रोजेक्ट में वैशाली जिला बिहार में प्रथम स्थान पर आया।साथ ही देश के टॉप 10 की सूची में भी शामिल हुआ। जिलाधिकारी ने इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कार्यक्रम सहायक, प्रधानाध्यापकों और सभी स्कूली छात्र-छात्राओं को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।