गांव भदरौला में किसानों की एक खुली पंचायत संपन्न हुई

संभल।गांव भदरौला में किसानों की एक खुली पंचायत संपन्न हुई जिसमें सर्वसम्मति से तय किया गया की कल 5 नवंबर को भारतीय किसान यूनियन असली का एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना उपायुक्त कार्यालय मुरादाबाद में जाकर जो गन्ना क्रय केंद्र किसानों की बिना सहमति के शाहाबाद चीनी मिल को जारी कर दिए गए हैं।

किसान लगातार अपना गन्ना असमोली चीनी मिल को सप्लाई कर रहे थे सभी किसानों की मांग के अनुसार उनका गन्ना असमोली मिल में सप्लाई पुनः शुरू करने हेतु एक ज्ञापन गन्ना उपायुक्त मुरादाबाद को दिया जाएगा जिसमें की 6 नवंबर तक किसानों की जायज मांग नहीं मानी जाती तो 7 को मुरादाबाद गन्ना उपायुक्त कार्यालय पर भाकियू असली का धरना प्रदर्शन कर कार्यालय की तालेबंदी करने का निर्णय लिया गया है असमोली चीनी मिल के क्रय केंद्र नहीं बनायें गये तो सभी गांवों के किसान भाकियू असली के नेतृत्व में मुरादाबाद में धरना प्रदर्शन करेंगे।

जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी गन्ना विभाग व शासन प्रशासन की होगी कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाकियू असली के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी चौधरी संजीव गांधी नरदेव सिंह सरदार मुकेश सिंह गजराज सिंह सौंपाल सिंह कामेंद्र सिंह नरेश सिंह प्रदीप कुमार कमल कुमार रविंद्र सिंह आकाश कुमार धर्मेंद्र कुमार राहुल सुमित सिंह प्रकाश वीर आदि।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मदरसा शिक्षकों मे खुशी की लहर ,मिठाई खिलाकर किया एक दूसरे का मुहं मीठा

सम्भल: मा. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मा. हाई कोर्ट के मदरसा एक्ट को रदद करने के फैसले को खारिज करते हुए मदरसा बोर्ड व मदरसा एक्ट को बहाल करने के फैसले पर मदरसा कर्मियों ने खुशी का इजहार किया। इस मौके के पर मदरसा शिक्षकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मुहं मीठा कराया और फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए मा. सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त किया।

मंगलवार को मदरसा ज़ियाउल उलूम सरायतरीन में मा. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मुबारकबाद पेश की गयी। इस मौके पर मदरसा प्रधानाचार्य एवं ईमामे ईदगाह राशिद अली ने कहा कि मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मदरसों के 10 हज़ार शिक्षकों एवं उनके परिवारों ने राहत की साँस ली है। मा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मदरसा प्रधानाचार्य एवं ईमामे ईदगाह हज़रत राशिद अली ने मा. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश मा. डी.वाई. चन्द्र‌चूड़ व केंद्र व राज्य सरकार और मदरसा यूनियन एसोसिएशन के साथ ही मदरसा यूनियन के प्रदेश महामंत्री दीवान उज़्ज़मा खान का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर मौ. रिजवान, जकी अशरफ मु.अली, हाफिज जाहिद, इकबाल खान, मुजीब खान,कारी दानिश, हफीज फेजी रहबर, मौ. मशकूर, मु. सरफ़राज़ आदि मौजूद रहे।

कुंभ में मुसलमानों की नो एंट्री पर क्या बोले सम्भल के उलेमा, मुसलमानों को किया जा रहा आर्थिक कमज़ोर

संभल । महाकुंभ में मुसलमानों की नोएंट्री की अखाड़ा परिषद की मांग को सम्भल के मुस्लिम धर्मगुरु ने मुसलमानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश बताया है धर्मगुरु ने कहा है कि मुसलमान खाने पीने के सामान में गलत चीज नहीं मिला सकता ऐसा करने वाले को मुसलमान नहीं कहना चाहिए। थूक और यूरिन जैसी गंदगी मिलाने के पीछे उन्होंने बढ़ी साजिश होने की आशंका जताई है।

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना मौहम्मद मियां ने महाकुंभ में मुसलमानों की नोएंट्री की अखाड़ा परिषद की मांग को मुसलमानों को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश कहा है अखाड़ा परिषद की मांग की उन्होंने निंदा की। वहीं कहा कि इस्लाम खाने पीने के सामान में गलत चीज मिलाने की इजाजत नहीं देता है। कोई मुसलमान गलत चीज नहीं मिला सकता गंदगी मिलाने वाले को मुसलमान नहीं कहना चाहिए। वहीं गंदगी मिलाने की तमाम घटनाओं के पीछे उन्होंने साजिश बताया है। मौलाना ने पूरे प्रकरण की जांच कर कार्यवाही की मांग की वहीं मुसलमानों की नो एंट्री को साजिश करार दिया है।

24 कोसी परिक्रमा शुरू

संभल की बरसों पुरानी ऐतिहासिक 24 को सी परिक्रमा में पैदल यात्रा को जाते हुए श्रद्धालु संभल मुरादाबाद रोड फिरोजपुर के अड्डे से गुजरते हुए।

मदरसा मसूद गाजी में उच्च शिक्षा के बाद भाषाओं में रोजगार के अवसर विषय पर साहित्यिक वातार्लाप

सम्भल: अल्लामा इकबाल फाउंडेशन सम्भल के तत्वावधान में उर्दू सप्ताह कार्यक्रम श्रंखला के अन्तर्गत मदरसा मसूद गाजी, सैफ खान सराय में "उच्च शिक्षा के बाद भाषाओं में रोजगार के अवसर" विषय पर एक साहित्यिक वातार्लाप का आयोजन किया गया। इस वातार्लाप का उद्देश्य युवाओं को भाषा ज्ञान के माध्यम से रोजगार के बढ़ते अवसरों से अवगत कराना था।

वातार्लाप कार्यक्रम की अध्यक्षता ताहिर सलामी ने की, और कार्यक्रम में अल्लामा इकबाल फाउंडेशन के चेयरमैन प्रोफेसर आबिद हुसैन हैदरी (पूर्व प्राचार्य एमजीएम पीजी कॉलेज संभल) मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि "आज के दौर में सिर्फ उच्च शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि भाषाओं का ज्ञान भी रोजगार के दरवाजे खोलता है।" उन्होंने उर्दू, हिंदी, और अंग्रेजी जैसी भाषाओं के महत्व को रेखांकित किया और बताया कि कैसे इन भाषाओं में दक्षता से पत्रकारिता, अनुवाद, डिजिटल कंटेंट राइटिंग, और शैक्षिक क्षेत्र में अवसर प्राप्त किए जा सकते हैं।

हैदरी साहब ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि "भाषा ज्ञान से हम अपने सामाजिक दायरे को विस्तृत कर सकते हैं और इसके माध्यम से समाज में भी योगदान दे सकते हैं।" उन्होंने उर्दू भाषा के महत्व पर विशेष जोर दिया, जिसे अब कई क्षेत्रों में सम्मान के साथ देखा जा रहा है।

वातार्लाप में शामिल विषय विशेषज्ञौं एवं छात्र छात्राओं भी अपने विचार प्रस्तुत किए और भाषा में कौशल प्राप्त करने के लिए सुझावए मांगे। वातार्लाप का समापन हाफिज मैहदी हसन के धन्यवाद भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि अल्लामा इकबाल फाउंडेशन द्वारा आयोजित ऐसे कार्यक्रम युवा पीढ़ी के लिए अत्यंत लाभकारी हैं, और इससे उन्हें अपने करियर के विकास में नई दिशाएं मिलेंगी।

इस अवसर पर अफीफा समन, अल्हाज तनवीर अशरफी ,जुहैब मेहंदी, मास्टर मौहम्मद फरमान अब्बासी, शमायम रजा, जुबेर उमर, आदि ने विषय से संबंधित अपने विचार प्रकट किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता ताहिर सलामी ने एवं संचालन शफीक बरकाती ने किया। जबकि मदरसे की प्रधानाचार्या ने सभी मेहमानों का धन्यवाद प्रेषित किया।

चौधरी पंचम सिंह का निधन

संभल।भारतीय किसान यूनियन असली के बहुत पुराने कार्यकर्ता चौधरी पंचम सिंह भद्रौला निवासी का 55वर्ष की उम्र में आस्कमीक निधन हो गया है जो कि पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी चौधरी संजीव गांधी के तहरे भाई थे पंचम सिंह ने किसानों के लिए 46दिन असमोली गन्ना मिल पर चले धरने में किसानों के लिए दिन रात डटे रहे।

किसानों की सेवा के लिए हरदम तैयार रहते थे। भगवान अपने श्री चरणों में आत्मा को स्थान प्रदान करें। ओम शांति ओम।

मां की ममता हुई शर्मसार, मिट्टी में दबा दिया नवजात शिशु
संभल।उत्तर प्रदेश के सम्भल जिला के ग्राम मन्नी खेड़ा में मां की ममता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक नवजात बच्चा संदिग्ध हालत में मिट्टी में दबा हुआ मिला है। बच्चे को स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल सम्भल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसके स्वास्थ्य की जांच की और पाया कि बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला सम्भल के थाना नखासा स्थित ग्राम मन्नी खेड़ा में मनोज सैनी के सरसों के खेत में मिट्टी में नवजात बच्चा बिना कपड़ों के दबा दिया गया, जिसे कुछ देर बाद वहां से गुजर रहे दंपत्ति ने रोने की आवाज़ सुनी तो पास जाकर देखा एक नवजात शिशु मिट्टी में दबा रो रहा है। इसकी जानकारी आसपास के लोगों व पुलिस प्रशासन को दी। नवजात बच्चे को तुरंत जिला अस्पताल सम्भल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसका स्वास्थ्य जांचा और पाया कि बच्चा स्वस्थ है।
चंदौसी चौराहा संभल में गड्ढों को कराया ठीक

चंदौसी चौराहा संभल में काफी गड्ढे हो गए थे जिनकी मरम्मत मेरे द्वारा कराई गई तब मेरे साथ लगे होमगार्ड द्वारा स्वयं यह कार्यक्रम किया गया है जो कार्य पीडब्ल्यूडी को करना था उसे कार्य को मेरे द्वारा कराया गया ताकि भैया दूज के पर्व को सही रूप से यातायात को संचालित किया जा सके तथा आने जाने वाले को कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो TSI सुरेश कुमार जनपद सम्भल।

अपराधियों को कानून का डर नहीं: सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि अपराधियों को कानून का डर नहीं है सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है जनप्रतिनिधियों और जनता को सुरक्षा देने में सरकार नाकाम है। बिहार के सांसद पप्पू यादव को धमकी के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी के सवाल पर सांसद ने सरकार पर निशाना साधा है।

यातायात के नियमो की अनदेखी करके खुद ही हादसो को दावत देते है लोग : नाज़िश नसीर खान

सम्भल । ह्यूमन केयर चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान मे रविवार को पुलिस अधीक्षक संभल महोदय द्वारा माह नवंबर को सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के अभियान में सहयोग किया गया अभियान के अंतर्गत यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को यातायात नियमों के अन्तर्गत गाधीगिरी के माध्यम से लोगों को यातायात के नियमो का पालन करने के लिए संकल्प और शपथ के साथ गुलाब का फूल देते हुए लोगों को यातायात के नियमो के प्रति जागरूक किया । ज़िंदगी की अहमियत बताते हुए ट्रस्ट के संस्थापक नाज़िश नसीर खांन ने कहाकि जिंदगी अनमोल होती है ,अगर लोग यातायात के नियमों का पालन करना शुरू कर दे , तो सड़क हादसो मे जांन गंवानो वालो की संख्या में काफी हद तक कमी आयेगी।

कुछ ना समझ लोग यातायात के नियमो की अनदेखी करके खुद ही हादसो को दावत देते है, हमे कभी भी सड़क पर गाडी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल नही करना चाहिए। बाइक या बड़ा वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट व सीट बेल्ट का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए, दो पहिए वाहन पर कभी भी तीन सवारी बैठाकर सफर नहीं करना चाहिए , अगर आप यातायात के नियमो का पालन करते हुए वाहन चलाते है , तो यह आपके साथ साथ दूसरो के लिए भी लाभदायक होगा, गाड़ी चलाने के दौरान सावधानी हटने पर अकसर हादसे होते है क्योकि ज़िंदगी अनमोल होती है। इस ज़िन्दगी पर दूसरो का भी हक़ होता हैं। सड़क हादसों में भारत की भागीदारी पूरे विश्व में 15 प्रतिशत है , जोकि गंभीरता दशार्ता है ।सफर के लिए यातायात नियमों का पालन करना बहुत ज़रूरी है। यातायात नियम का पालन करने में युवाओं की अहम भूमिका होती है। अगर युवा नियमों का पालन करने शुरू कर दें , तो ना सिर्फ हादसे रुकेंगे , बल्कि परिवहन विभाग या यातायात पुलिस की कार्यवाही के दायरे में आने से भी बच पाएंगे।

सड़क दुर्घटना में कमी लाना हमारे लिए चुनौती है. 2030 तक सड़क दुर्घटना में 50 फीसदी की कमी लाने का उद्देश्य है. सड़क सुरक्षा को हमें जन आंदोलन का रूप देना होगा. लोगों को हमें जागरूक करना होगा। तभी हम अपना उद्देश्य प्राप्त कर सकेंगे. हम बदलेंगे ,तभी समाज बदलेगा.।कोई व्यक्ति दुर्घटना का शिकार नहीं होना चाहता है. सड़क सुरक्षा से हर व्यक्ति जुड़ा हुआ है. हमें निष्ठा के साथ काम करने वाले लोगों की पहचान करनी चाहिए. उन्हें ऐसे काम में लगाना चाहिए. हर साल, सड़क दुर्घटनाओं के परिणामस्वरूप पूरे भारत में लाखों लोगों की जान चली जाती है और करोड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं।

सड़क सुरक्षा जागरूकता हमें बढ़ाना होगा जिससे 50 फीसदी सड़क दुर्घटना में कमी लाई जा सके।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या में पहले स्थान पर है, जो दुनिया भर में सड़क दुर्घटना से संबंधित मौतों का लगभग 11% है।भारत में ही हर साल हज़ारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी ज़िंदगी को देते हैं ।अधिकांश दुर्घटनाओं में चालक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ज़्यादातर मामलों में दुर्घटनाएं या , तो लापरवाही के कारण होती हैं ।या सड़क उपयोगकर्ता की सड़क सुरक्षा जागरूकता की कमी के कारण होती हैं। इसलिए, सड़क सुरक्षा शिक्षा जीवित रहने के किसी भी अन्य बुनियादी कौशल की तरह ही आवश्यक है।

जिसके माध्यम से छात्रों को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

गाधीगिरी के माध्यम से लोगों को यातायात के नियमो का पालन करने के लिए गुलाब का फूल देकर यातायात के नियमों का पालन करने की अपील कराते हुए , यातायात नियमों का पालन के लिए शपथ दिलाई गई। लोगों से यातायात नियमों का प्रचार प्रसार करने का आह्वान करते हुए सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा व हेलमेट लगाना है, जीवन को बचाना है , मत करो इतनी मस्ती, ज़िन्दगी नही है सस्ती। दुर्घटना से देर भली आदि नारे लगाए। इस अवसर पर मुहम्मद फ़हीम, रिज़वान खान , नाज़िर खान, अबूज़र मलिक, नाज़िश मियाँ, मुशाहिद खां, सरदार हरज्ञान सिंह, डाक्टर नदीम,चांद खान, मास्टर रेहान,राजू बाल्मीकि, आज़म खान, ज़ुबैर उमर आदि मौजूद रहे।