डबल इंजन की सरकारें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को तेजी से लेकर जा रही विकास की राह पर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

रायपुर-     राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकारें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को तीव्र गति से विकास की राह पर लेकर जा रही है। डॉ. यादव ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में संचालित जनहितैषी योजनाओं और माओवादी आतंक के विरूद्ध संचालित अभियान की सफलता की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से माओवाद समाप्ति की ओर है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की साझा संस्कृति है साझा विचार है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, यह सम्मान ऐसे ही हासिल नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ के लोग अपनी सहजता-सरलता के लिए, अपने धान के कटोरे के लिए और अपने प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। रायपुर से बस्तर तक विकास का नया आयाम स्थापित हुआ है। यहां डबल इंजन की सरकार बहुत तेजी से विकास की राह पर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में प्रभु श्रीराम ने अपना बहुत समय गुजारा है। माता शबरी के जूठे बेर खाने वाला प्रसंग भी छत्तीसगढ़ का है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान राम और भगवान कृष्ण के कारण से हमारा गौरवशाली अतीत बना है, उसे सहेजने के लिए हमारी सरकार काम करेगी। भगवान श्री कृष्ण की भी जिन जगहों पर लीलाएं हुई हैं वहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का काम हम कर रहे हैं। राज्योत्सव का दीपोत्सव के साथ आयोजन हुआ। इससे इस आयोजन की कीर्ति बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां लाडली बहन योजना है आपके यहां महतारी वंदन योजना है। हम सब तेजी से विकास के पथ पर बढ़ते रहेंगे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हमारा सौभाग्य है कि राज्योत्सव के शुभारंभ के लिए मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आये हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत छत्तीसगढ़ के शहीद वीरनारायण सिंह, वीर गुंडाधुर सहित अन्य शहीदों के नमन से की। देश भर में जनजातीय समुदाय के शौर्य के प्रतीक बिरसा मुंडा का भी उन्होंने स्मरण किया। उन्होंने गुरु बाबा घासीदास, मिनी माता और महाराजा चक्रधर सिंह जैसी विभूतियों को भी नमन किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का पुण्य स्मरण करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम, माता शबरी, मधेश्वर महादेव तपोस्थल में ऋषि अगत्स्य सहित अन्य ऋषियों का भी स्मरण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश का प्रेम सगे भाईयों की तरह है। दोनों राज्यों का स्थापना दिवस एक ही दिन है। मैं डॉ. मोहन यादव को भी स्थापना दिवस की बधाई देता हूँ और मध्यप्रदेश के भी तीव्र विकास की कामना करता हूँ। छत्तीसगढ़ आज 25 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इन 24 सालों की विकास यात्रा आपने देखी है। डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में विकास हुआ। यहां आईआईटी, आईआईएम, एम्स और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान स्थापित हुए। धान खरीदी और पीडीएस की मजबूत व्यवस्था स्थापित हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को दस महीने हुए हैं। इतने कम समय में ही हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अधिकांश गारंटी को पूरा कर दिया है। चाहे 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का वायदा हो या माताओं-बहनों को एक हजार रुपए देने की बात हो, रामलला दर्शन योजना की बात हो, पीएससी परीक्षा की जांच हो। सभी काम दस महीनों में पूरे किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना को पूरा करना है। हमने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है और इसके अनुरूप काम करेंगे।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। आज राज्य में जो विकास हुआ, वह अटल जी की वजह से हो पाया है। हमारा प्रदेश श्रीराम का ननिहाल है। यह भूमि का टुकड़ा नहीं, इसमें अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अद्भुत काम किया है।

इस मौके पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि जैसे दीपावली त्यौहार में परिवार के सभी सदस्य एकत्रित होते हैं वैसे ही परिवार के सदस्य और बड़े भाई मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी हमारे साथ खुशियां साझा करने आये हैं। छत्तीसगढ़ का निर्माण लोकतंत्र का सबसे अनूठा, सबसे अनुपम उदाहरण है।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश के विकास की रफ्तार को तेज गति से बढ़ा रहे हैं। गौ संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने एक साथ कई बड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया, जिससे प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है।

कार्यक्रम में मंत्री दयालदास बघेल, श्याम बिहारी जायसवाल, टंकराम वर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, रोहित साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, संपत अग्रवाल, अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर माननीय अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।

खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने राज्योत्सव में विभागीय विकास प्रदर्शनी का किया अवलोकन

रायपुर-      खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दयाल दास बघेल ने आज शाम नया रायपुर स्थित राज्योत्सव स्थल में खाद्य विभाग द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विधायक संपत अग्रवाल भी इस दौरान उनके साथ थे।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बघेल ने विभागीय स्टॉल में विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार और लोगों को जानकारी प्रदान करने लगाई गई प्रदर्शनी का जायजा लिया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को स्टॉल में आने वाले लोगों को अधिक से अधिक योजनाओं की जानकारी देने और इनका लाभ लेने के लिए प्रेरित करने को कहा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के स्टॉल में धान खरीदी और पीडीएस सहित कई योजनाओं के क्रियान्वयन और उपलब्धियों की जानकारी प्रदर्शित की गई है।

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में सिंचाई परियोजनाओं की आकर्षक झांकी

रायपुर-  राज्य निर्माण के 24 वर्ष पूर्ण होने पर नवा रायपुर अटल नगर स्थित राज्योत्सव मेला ग्राउंड में आयोजित राज्योत्सव 2024 में जल संसाधन विभाग के स्टॉल में राज्य की प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं पर आकर्षक झांकी प्रस्तुत की गई है।

आम लोगों को राज्य की प्रमुख सिंचाई योजनाओं के बारे में जल संसाधन विभाग द्वारा सिंचाई योजनाओं से संबंधित आकर्षक मॉडल बनाया गया है। इसके माध्यम से राज्य में जल संसाधन के प्रबंधन और सिंचाई क्षमता के विस्तार की जानकारी भी दी जा रही है। जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार किए गए इस मॉडल में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, इंद्रावती नदी में बेउरगांव बैराज तथा मटनार बैराज, अहिरन खारंग लिंक परियोजना, सिकासार कोडार इंटर लिकिंग परियोजना, इंद्रावती महानदी जोड़ो परियोजना का सर्वेक्षण कार्य, छपराटोला लिंक परियोजना, मोहमेला सिरपुर बैराज, दिलीप सिंह जूदेव (केलो) वृहद परियोजना तथा परसाही सूक्ष्म उद्वहन सिंचाई योजना को दर्शाया गया है।

जल संसाधन विभाग के स्टॉल में यहां आने वाले आम नागरिकों को राज्य में जल प्रबंधन को सुधारने और सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ ही जलाशय निर्माण, नहरों का विस्तार, और जल संरक्षण से जुड़ी परियोजनाएं के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी जा रही है। स्टॉल में राज्य की जल नीति और जल संसाधनों के प्रभावी उपयोग के प्रयासों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024: महिलाओं से जुड़ी योजनाओं को लेकर दिखा उत्साह

रायपुर-      छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मौके पर नवा रायपुर स्थित मेला स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया गया है। यहां महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्टॉल में महतारी वंदन योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, सखी वन स्टॉप सेंटर, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी महत्वपूर्ण योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है।

छत्तीसगढ़ की महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना जैसी एक महत्वाकांक्षी योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के माध्यम से लगभग 70 लाख महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 द्वारा राज्य के सभी महिलाओं को शारीरिक या मानसिक हिंसा या अन्य मामलों पर त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इसी तरह सखी वन स्टॉप सेंटर पीड़ित व संकटग्रस्त, जरूरतमंद महिला सभी को एक ही छत के नीचे तत्काल सहायता प्रदान की जाती है। छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना से महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है इसी प्रकार खर्चीली विवाह को रोकने के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना भी संचालित की जा रही है। ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी महत्वपूर्ण योजना से बच्चों के जन्म के समय लिंग चयन तथा विभेद को समाप्त कर बालिकाओं की सुरक्षा एवं उनकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से पात्र गर्भवती महिला को स्वास्थ्यगत लाभ भी पहुंचाया जा रहा है एवं पोषण के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।

सर्व यादव समाज के दिपावली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए मध्यप्रदेश के CM मोहन यादव
रायपुर-  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव छत्तीगसढ़ राज्योत्सव 2024 के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए राजधानी रायपुर पहुंचे है। राज्योत्सव में शामिल होने से पहले वह पुरानी बस्ती में सर्व यादव समाज के दीपावली मिलन समारोह में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और बृजमोहन अग्रवाल समेत यादव समाज के कई प्रमुख प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इस दौरान सीएम साय और सीएम यादव ने यादव समाज के लोगों से रायपुर दक्षिण उपचुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत दिलाने की अपील भी की।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार दक्षिण रायपुर की जनता ने बृजमोहन अग्रवाल को बड़ी जीत दिलाई, वैसे ही अब सुनील सोनी को भी विजयी बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार जनता के लिए सभी कार्य समय पर करती आई है और आगे भी करेगी। चुनाव के बाद पट्टा वितरण की योजना पर भी काम किया जा रहा है।

CM यादव ने BJP को प्रचंड जीत दिलाने की अपील

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दीपावली मिलन समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान राम और अन्य सभी अवतार भगवान विष्णु के ही रूप हैं और भाजपा का एकमात्र उद्देश्य भारतीय संस्कृति से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि भारत माता की जय का उद्घोष हमें हमारी संस्कृति से जोड़ता है और हमें धर्म के मार्ग पर अडिग रहना चाहिए, यही हमें आगे बढ़ाता है। इस दौरान डॉ मोहन यादव ने मथुरा में भगवान कृष्ण का भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प दोहराते हुए भाजपा को हर बार प्रचंड जीत दिलाने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने गोवंश संरक्षण का आह्वान करते हुए कहा कि हर घर में गोवंश का पालन होना चाहिए, जिससे हर घर “गोकुल” का रूप ले सके।

अखिल भारतीय रेलवे सुरक्षा बल बैंड प्रतियोगिता में पहले नंबर पर आई रेलवे सुरक्षा विशेष बल नई दिल्ली, जीएम ने किया सम्मानित
बिलासपुर-      रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार 13वीं अखिल भारतीय रेलवे सुरक्षा बल (रेसुब) बैंड प्रतियोगिता के आयोजन की जिम्मेदारी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को सौंपी गई. इस आयोजन का सफल संयोजन बिलासपुर मंडल द्वारा किया गया, जिसमें 15 क्षेत्रीय रेलों, जे.आर.आर.पी.एफ. एकेडमी लखनऊ, और रेलवे सुरक्षा बल के कुल 239 सदस्य शामिल हुए।

इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का समापन समारोह 4 नवंबर, सोमवार को आयोजित हुआ. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महाप्रबंधक नीनु इटियेरा उपस्थित थीं. उनके साथ महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, उप-महानिरीक्षक-सह-मुख्य सुरक्षा आयुक्त, मंडल रेल प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त और अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. साथ ही स्थानीय पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और रायपुर एवं नागपुर रेलवे के अधिकारी भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए.

समापन कार्यक्रम में, महाप्रबंधक का स्वागत कर बैंड टीमों द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन किया गया, जिसमें सभी टीमों ने अपनी धुनों पर मार्च पास्ट करते हुए अपने कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया. मुख्य अतिथि ने प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की और विजेता एवं उपविजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान किए. निर्णायक मंडल के सदस्यों को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.

इस बैंड प्रतियोगिता में रेलवे सुरक्षा विशेष बल, नई दिल्ली ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, दक्षिण मध्य रेलवे, सिकंदराबाद को द्वितीय स्थान मिला, और दक्षिण पूर्व रेलवे, खड़गपुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. बिगुल प्रतियोगिता में भी रेलवे सुरक्षा विशेष बल, नई दिल्ली ने प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त किया, जबकि तृतीय स्थान उत्तर रेलवे, नई दिल्ली ने हासिल किया. चुनी गई यह टीम अब 16 नवंबर 2024 को नागालैंड के दीमापुर में असम राइफल्स द्वारा आयोजित 25वीं अखिल भारतीय पुलिस बैंड प्रतियोगिता-2024 में रेलवे सुरक्षा बल का प्रतिनिधित्व करेगी.

समापन समारोह के दौरान महानिरीक्षक ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया. विभिन्न क्षेत्रीय रेलों से आई बैंड टीमों के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. समारोह के बाद सभी अधिकारियों, प्रतिभागियों और आमंत्रित अतिथियों के लिए भोज का आयोजन किया गया.

इस प्रतियोगिता का शुभारंभ 2 नवंबर 2024 को एन.ई. इंस्टीट्यूट मैदान में हुआ, जहां मुख्य अतिथि महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त मुनव्वर खुर्शीद थे. वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त दिनेश सिंह तोमर ने सभी प्रतियोगियों का स्वागत करते हुए मुख्य अतिथि द्वारा उद्घाटन उद्बोधन दिलवाया. प्रतियोगिता 2 और 3 नवंबर को आयोजित की गई, और इसमें सशस्त्र बलों के अनुभवी अधिकारियों को निर्णायक मंडल में शामिल किया गया.

रायपुर IG ने ली ASP, CSP और सभी थाना प्रभारियों की आपात बैठक: राजधानी में बढ़ते अपराध को लेकर जमकर लगाई फटकार

रायपुर-  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीते कुछ दिनों से आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 1 नवंबर की रात से अब तक सिर्फ राजधानी में अलग-अलग वारदातों में 7 लोगों की हत्या कर दी गई। इन वारदातों के बाद आईजी अमरेश मिश्रा ने आज देर शाम एएसपी, सीएसपी और सभी थाना प्रभारियों की आपात बैठक ली। इस दौरान आईजी ने एएसपी, सीएसपी और थाना प्रभारियों को जमकर फटकार लगाई और शहर में सख्त पुलिसिंग करते हुए गुंडों और बदमाशों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने काम में लापरवाही के चलते पंडरी थाना प्रभारी मल्लिका बैनर्जी को निलंबित कर दिया।

बता दें कि इस बैठक से पहले रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने 24 घंटे के भीतर शहर के चार से पांच थानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने डी.डी नगर थाना प्रभारी शिवेंद्र राजपूत को एफआईआर दर्ज करने में लापरवाही बरतने को लेकर शो कॉज नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही उन्होंने शहर में थानों की व्यवस्थाओं को लेकर प्रभारियों को जमकर फटकार लगाईं है।

इस वजह से पंडरी थाना प्रभारी को किया निलंबित

विधानसभा थाने में चोरी का अपराध दर्ज किया गया था। इस मामले में पंडरी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़कर उनके कब्जे से चोरी का माल जब्त किया था, लेकिन पंडरी थाना ने न तो विधानसभा थाने को इस बारे में जानकारी दी और न ही कोई कार्रवाई की। इस लापरवाही और उदासीनता के कारण आईजी अमरेश मिश्रा ने निरीक्षक मल्लिका बैनजी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

देखें आदेश –

SSP ने तिल्दा थाना प्रभारी को हटाया

SSP रायपुर डॉ. संतोष सिंह ने तिल्दा में बढ़ते अपराधों के नियंत्रण में शिथिलता बरतने पर तिल्दा थाना प्रभारी अविनाश सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाकर उन्हें लाइन अटैच कर दिया है। वहीं, प्रभारी जिला रायपुर विशेष शाखा निरीक्षक सत्येंद्र सिंह श्याम को तिल्दा थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कुंभ में गैर हिंदुओं के प्रवेश को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा- मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम ?
रायपुर-       पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आज अपने छत्तीसगढ़ दौरे से लौटते समय रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से प्रदेश से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि वे छत्तीसगढ़ के कवर्धा और कांकेर दौरे पर गए हुए थे. उन्होंने बताया कि हमने कबीरधाम (कवर्धा) में हनुमान मंदिर का भूमि पूजन किया और उसके बाद हम कांकेर भी गए थे.

उन्होंने बताया कि वे बहुत ही जल्द बस्तर में धर्मांतरण को रोकने के लिए और लोगों को सनातन के प्रति जागरूक करने, एकजुट करने के लिए, हिंदुत्व को जगाने के लिए आएंगे… जिससे मानवता पर कार्य किया जा सके, शिक्षा पर कार्य किया जा सके.

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पूर्व में बहुत धर्मांतरण हो चुके हैं. उन्हें घर वापसी करा रहे हैं. जैसे कल कांकेर में 11 लोगों की घर वापसी कराए हैं. उन्होंने बताया कि वहां जब पूछा गया कि धर्म परिवर्तन कब हुआ था ? तो लोगों ने बताया 2019, 2021, 2020, में और कुछ के तो बहुत पहले ही धर्मांतरण हो चुके हैं. वर्तमान में यह हो रहा है या नहीं, ये हम नहीं देखे हैं.

मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम..? : पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

वहीं महाकुंभ में गैर हिन्दु दुकानदारों को वर्जित करने की साधुओं की मांग पर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जैसे इनका कोई आयोजन होता है, इनका मक्का मदीना है. वहां सनातनी हिंदुओं की दुकान नहीं होता है. वहां हिन्दुओं लोगों को जाने नहीं मिलता, वहां पर हमने यह देखा है. उन्होंने कहा कि हम आपको वीडियो दिखाएंगे, वहां भगवा रंग के कपड़े पहनकर भी मक्का मदीना में प्रवेश नहीं कर सकते, वहां इन पर रोक है. तो फिर मेरे अंगने में उनका क्या काम..?

उन्होंने कहा कि हमारे सनातन धर्म का महाकुंभ हमारे संतो की महिमा त्रिवेणी संगम की महिमा हम सब जानते हैं. हमारे शंकराचार्य अखाड़ा परिषद जो निर्णय लेंगे, हम उसमें सहमत हैं. अगर वे यह रोक लगा रहे हैं…तो यह सही है. हम मुसलमान के खिलाफ नहीं हैं. हम केवल अमानवीय कृत, थूक कांड करने वाले, पेशाब कांड करने वाले, मानसिकता के खिलाफ हैं.

गुरुकुल पद्धति की शिक्षा पर दिया जोर

बस्तर में बढ़ते अपराधों के पीछे शिक्षा के अभाव को एक बड़ा कारण बताते हुए, शास्त्री ने कहा कि शिक्षा का विकास प्रदेश और देश के विकास में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि “गुरुकुल पद्धति” की शिक्षा को अपनाना चाहिए, जिसमें “अहिंसा परमो धर्मः” का पाठ पढ़ाने पर जोर दिया गया है.

योजनाबद्ध रूप से काम कर रही विदेशी ताकतें

धीरेंद्र शास्त्री ने आरोप लगाया कि धर्मांतरण के नाम पर आदिवासी संस्कृति को खत्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जशपुर में एशिया के सबसे बड़े चर्च का उदाहरण देते हुए बताया कि विदेशी ताकतें योजनाबद्ध तरीके से धर्मांतरण में लगी हुई हैं.

उन्होंने कहा कि हम उनके खिलाफ नहीं हैं. लेकिन, ये जो लालच देकर भोले-भाले आदिवासी वनांचल में रहने वाले लोगों का धर्मांतरण करते हैं, हम इसके खिलाफ हैं. क्योंकि सबको स्वतंत्रता का अधिकार है. आप लालच देकर धर्मांतरण नहीं कर सकते. कानून संविधान के अनुसार यह अपराध है. इसलिए हम घर वापसी कराएंगे.

डॉ रवि शुक्ला के विरोध में उतरे कर्मचारी, रायपुर CMO से कर्मचारियों ने कहा… अगर ट्रांसफर नहीं किया तो चले जाएंगे हड़ताल पर…

रायपुर-  मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ रवि शंकर शुक्ला के खिलाफ अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी विरोध में उतर गए है. कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग और सीएमओ को लंबा चौड़ा पत्र लिख गंभीर आरोप लगाए है. इस पत्र में कर्मचारियों ने डॉ रवि शंकर शुक्ला के ट्रांसफर न होने पर काम बंद करने की चेतावनी दी थी, वहीं आज बड़ी संख्या में कर्मचारी भी सीएमओ ऑफिस पहुंचे थे.

शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोखोपारा में पदस्थ डॉ रवि शंकर शुक्ला पर कई गंभीर आरोप लगाए है. कर्मचारियों ने उनपर शासकीय दस्तावेजों को घर ले जाने और कलेक्टर को गलत जानकारी देने के अलावा मीडिया में गलत खबरें प्रकाशित करवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए है. वहीं इस शिकायत में डॉक्टरों के खिलाफ पत्र बनवाकर डरा-धमकाकर कर्मचारियों के हस्ताक्षर लिए जाने जैसे आरोप लगाए गए है.

बता दें कि डॉ रवि शंकर शुक्ला वहीं डॉक्टर है जिन पर शासकीय दस्तावेज से छेड़छाड़ करने के आरोप है और जांच के बाद वहां की इंचार्ज ने उक्त डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए विभाग को भी पत्र लिखा था, लेकिन बाद में जांच रिपोर्ट ठंडे बस्ते में संभवतः दफन हो गई.

पढ़े कर्मचारियों द्वारा डॉ रवि शंकर शुक्ला पर लगाए गए गंभीर आरोपों का शिकायत पत्र

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का अपने निवास में आत्मीय स्वागत किया
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आत्मीय स्वागत किया। डॉ. यादव छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 24वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजधानी रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव का मुख्य अतिथि के रूप में शुभारंभ करने छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव को शाल, श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया। डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री श्री साय को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने भी उन्हें मध्यप्रदेश राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी।