मुख्यमंत्री का राज्य प्रशासनिक सेवा के पदोन्नत अधिकारियों ने जताया आभार
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में राज्य प्रशासनिक सेवा के पदोन्नत अधिकारियों ने मुलाकात कर उनके प्रति आभार जताया। उल्लेखनीय है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ सेवा वेतनमान पर कार्यरत 64 अधिकारियों को प्रवर सेवा वेतनमान पर तथा कनिष्ठ सेवा वेतनमान पर कार्यरत 25 अधिकारियों को वरिष्ठ सेवा वेतनमान पर विगत 28 अक्टूबर को पदोन्नत किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी पदोन्नत अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्य प्रशासनिक सेवा से प्रणव सिंह, मनीष मिश्रा, नवीन कुमार ठाकुर, अभिलाषा पैकरा, विनायक शर्मा, अरुण वर्मा, गीता दीवान, अर्चना पांडेय, डॉ. दीप्ति वर्मा, मधु हर्ष, ऋतु हेमनानी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
बलौदाबाजार हिंसा : विधायक देवेंद्र यादव की फिर बढ़ी न्यायिक रिमांड

बलौदाबाजार-  विधायक देवेंद्र यादव की मुश्किलें कम ही नहीं हो रही. बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव आज वीडियो कांफ्रेंस के जरिए न्यायालय में पेश हुए. पुलिस ने जांच की बात अभी बाकी कहते हुए पुनः समय मांगा. इस पर न्यायालय ने विधायक देवेंद्र की न्यायिक हिरासत की अवधि 11 नवंबर तक फिर बढ़ाई.

बलौदाबाजार हिंसा मामले में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव 17 अगस्त से रायपुर के जेल में बंद हैं. अब अगली सुनवाई 11 नवंबर को होगी.

बता दें कि गुरु बाबा घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी में सतनाम समाज के आस्था के केंद्र अमर गुफा में स्थित महकोनी मंदिर परिसर में आसामाजिक तत्वों ने जमकर तांडव मचाया था. जैतखाम में तोड़फोड़ की घटना से आक्रोशित समाज के लोगों ने सीबीआई जांच की मांग की थी. इस मामले में पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया था. वहीं राज्य सरकार ने पहले ही जैतखंभ तोड़फोड़ की घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए थे. इस घटना को लेकर बलौदाबाजार में हिंसक प्रदर्शन हुआ था. इस मामले में विधायक देवेंद्र यादव समेत सैकड़ों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. विधायक देवेंद्र यादव करीब तीन माह से जेल में हैं.

सरकार के आदेश को दिखाया ठेंगा : तीन माह से व्यावसायिक शिक्षकों को वेतन नहीं दे रही ठेका कंपनी, दीपावली में भी नहीं किया भुगतान

रायपुर-  समग्र शिक्षा द्वारा संचालित व्यावसायिक शिक्षा योजना के ठेका कम्पनी लर्नेट स्किल लिमिटेड ने सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए व्यावसायिक शिक्षकों को दीपावली में भी वेतन भुगतान नहीं किया. इससे आक्रोशित राज्यभर के व्यवसायिक शिक्षक समग्र शिक्षा कार्यालय पहुंचे और ठेका कंपनी को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा.

व्यावसायिक शिक्षक अभिषेक ताम्रकार, जयंत साहू ने बताया कि साल के सबसे बड़े त्योहार दीपावली पर्व में मजदूरों को भुगतान किया गया, लेकिन हमें दिवाली में भी सैलरी नहीं दी गई. साथ ही इसके पहले 3 महीने से सैलरी नहीं दी गई है. पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है तो हमारा हालात क्या होगा, समझा जा सकता है. दीवाली के पर्व पर हमारे घर वालों और बच्चों को ना मिठाई दिला पाए न उनके लिए कपड़े ख़रीदे न पटाखें, बस दूसरों को देखते हुए त्योहार निकला है.

ज्योति श्रीवास्तव, गोविंद नारायण साहू, गायत्री सलाम ने कहा, विभाग के पास जाते हैं तो विभाग वाले ठेका कंपनी की गलती बताते हैं. ठेका कंपनी के पास जाते हैं तो विभाग ने पैसा नहीं दिया बोलकर हमें भगा दिया जाता है. हमारे दुख दर्द को कोई नहीं समझ रहा है. इतना बड़ा पर्व निकल गया, हाथ खाली थे. आज भी हम अधिकारियों के पास गए थे सिर्फ आश्वासन दिया गया. कोई समाधान नहीं निकला. अधिकारियों का कहना है कि कंपनी के फ़ाइल में गड़बड़ी थी इसलिए उनका भुगतान रोका गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ठेका कंपनी को हटाने की मांग

शिक्षकों ने ठेका कम्पनी लर्नेट स्किल लिमिटेड को हटाने की मांग करते हुए कहा कि ऐसा ही अलग-अलग और आठ कंपनियां है, जो व्यावसायिक शिक्षा का संचालन कर रहे हैं. वे लोग अपने व्यावसायिक शिक्षकों को भुगतान कर चुके हैं तो इनके द्वारा क्यों नहीं किया गया है ?

अनुबंध का उल्लंघन

प्रदेश के सभी जिलों से पहुंचे व्यावसायिक शिक्षकों ने बताया कि समग्र शिक्षा विभाग और ठेका कम्पनियों के बीच अनुबंध हुआ है, जिसमें लिखा है कि तीन महीनों तक का भुगतान कंपनी को करना है, लेकिन अनुबंध का उल्लंघन कंपनी द्वारा बार बार किया जाता है. यह पहली बार नहीं है. हर बार ऐसी समस्या आ रही है, जिससे हम मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं.

मेहरबान क्यों अधिकारी ?

व्यवसायिक शिक्षकों ने अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बार-बार अनुबंध और ठेका कम्पनियों द्वारा ठेंगा दिखाया जाता है. बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है तो समझ में नहीं आता कि आख़िरकार अधिकारी इतने मेहरबान क्यों है इन पर, कार्रवाई क्यों नहीं करते ? कार्रवाई नहीं होती इसलिए ठेकेदार मनमानी करते हैं ?

अधिकारी ने कार्रवाई का दिया आश्वासन

समग्र शिक्षा के अधिकारी के. कुमार ने कहा कि इनके फ़ाइल में गड़बड़ियां थी इसलिए इनका भुगतान नहीं किया गया है. व्यावसायिक शिक्षकों के अनुबंध अनुसार ठेका कंपनियों को सैलरी देना होता है. अनुबंध का उल्लंघन कर रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी. प्रस्तुत फ़ाइल की जांच की जा रही है.

बलरामपुर कस्टोडियल डेथ मामले में आया नया मोड़: मृतक की लापता पत्नी की झारखंड में मिली लाश, परिजनों ने ससुराल वालों पर लगाया हत्या का आरोप

बलरामपुर-   छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी में गुरुचंद मंडल की मौत से जुड़े मामले में एक नया मोड़ आया है. जिस महिला के अपहरण की शिकायत मृतक गुरुचंद मंडल ने दर्ज कराई थी, उसका शव झारखंड के गढ़वा थाना क्षेत्र के कोयल नदी के किनारे से बरामद किया गया है. महिला की हाथ -पैर बंधी हुई लाश मिली है. वहीं मृतिका के परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है. अब इस पूरे मामले में झारखंड पुलिस जांच कर रही है.

घटना का विवरण

24 अक्टूबर को बलरामपुर कोतवाली में पुलिस कस्टडी के दौरान एनएचएम कर्मी गुरुचंद मंडल की मौत के बाद जिला मुख्यालय में बड़ा हंगामा हुआ था. लोगों ने थाने और शासकीय वाहनों पर हमला किया और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. मृतक गुरुचंद मंडल ने अपनी पत्नी रीना मंडल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने उनसे कई बार पूछताछ की. इसी बीच गुरुचंद मंडल को कोतवाली के बाथरूम में फांसी पर लटका पाया गया, जिससे पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया. वहीं मामले में अब नया मोड़ आ गया है जो गुम थी उसका शव झारखंड के गढ़वा पुलिस को नदी में तैरते हुए बरामद हुआ.

गुम महिला रीना मंडल का शव झारखंड में मिला

गढ़वा थाना पुलिस के सब-इंस्पेक्टर महेंद्र पासवान के अनुसार, 30 सितंबर को कोयल नदी में बहते हुए रीना मंडल का शव झाड़ी में फंसा पाया गया. शव को पंचनामा कर मर्चुरी में एक सप्ताह के लिए रखा गया ताकि उसकी पहचान हो सके. लेकिन सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की कोई पतासाजी न लगने के बाद स्थानीय स्वयंसेवी संस्था के सहयोग से शव का अंतिम संस्कार भी पीएम करने के उपरांत कर दिया गया. वहीं जैसे ही घटना की जानकारी बलरामपुर पुलिस को लगी तो बलरामपुर पुलिस ने मृतिका के परिजन, जिसमें भाई पिता और बहनों को साथ लेकर गढ़वा पहुंची और साक्ष के आधार पर मृतिका की पहचान रीना मंडल के रूप में परिजनों ने किया. इसके बाद परिजनों ने मृतिका रीना मंडल के अस्थि को लाकर विधिवत आज से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चालू की है.

मृतिका के परिजनों ने ससुराल वालों पर लगाया हत्या का आरोप

मामले में मृतका के बहन-भाई और माता-पिता से मुलाकात कर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि हमारी बहन की हत्या गायब होने के दिन ही कर दी गई थी और लगातार हम प्रयास कर रहे थे कि किसी प्रकार की कोई भी सुराग लग जाए. उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार गुरुचांद के हत्या मौत के बाद तमाम राजनीति हुई है. मुआवजे की मांग की जा रही है क्या हमारी बहन को पुलिस न्याय दिलाएगी और शासन-प्रशासन से सहयोग मिलेगा. मृतका के भाई बदला गिरी मंडल ने यह भी अरोप लगाया की बहन की हत्या करने वाले उनके पति, सास-ससुर और अन्य कुछ सहयोगी भी हैं, थाने में बवाल भी इसी कारण किया गया ताकि उनके अपराध छिपाए जा सकें.

मामले में बलरामपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि झारखंड के गढ़वा थाना अंतर्गत शव झारखंड पुलिस को मिली है, जिसकी पहचान हमने कराई है तो मृतका के भाई ने स्वीकार किया की बहन रीना मंडल ही है और यह अप्राकृतिक मृत्यु बताई जा रही है. अब आगे की कार्रवाई गढ़वा पुलिस ही करेगी.

उपभोक्ता आयोग ने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी पर ठोका जुर्माना, पाॅलिसी होल्डर्स को इलाज में खर्च राशि देने का सुनाया फैसला
बिलासपुर-    कोरोना महामारी में कोविड-19 उपचार खर्चों के दावों को खारिज करने पर उपभोक्ता आयोग ने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस को फटकार लगाई है. कंपनी को सभी कोविड-19 मेडिकल खर्चों का भुगतान करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा मानसिक कष्ट पहुंचाने के आरोप में आवेदनकर्ताओं को 15-15 हजार बतौर क्षतिपूर्ति और मुकदमा का पांच-पांच हजार रुपए खर्च का अलग से भुगतान करने का भी निर्देश दिया है.

दरअसल संजय छापरिया अग्रवाल कोरोना संक्रमित होने के बाद रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज कराया. इलाज में दो लाख 26 हजार रुपए खर्च हुआ था. उमा छापरिया का इलाज भी निजी अस्पताल में हुआ. उनके इलाज में 1,57,714 रुपए का खर्च हुआ. विकास मिश्रा ने कोविड-19 उपचार के लिए 1,84,913 रुपए का दावा किया था, जिसे बीमा कंपनी ने खारिज किया था. बता दें कि स्टार हेल्थ के खिलाफ बिलासपुर में 50 से अधिक मामले लंबित है. इनमें से 4 मामलों का निराकरण किया जा चुका है. 3 मामलों पर सुनवाई जारी है.

बीमा कंपनी ने कहा – जानबूझकर अस्पताल में हुए भर्ती

उपभोक्ता आयोग के समक्ष बीमा कंपनी के अफसरों ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जवाब पेश करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमणकाल के दौरान आवेदनकर्ताओं ने पालिसी ली थी. कोरोना संक्रमित भी हुए. इनकी स्थिति इतनी खराब नहीं थी कि अस्पताल में भर्ती होना पड़े. होम क्वारंटाइन रहकर भी स्वास्थ्य लाभ ले सकते थे. पालिसी होल्डर्स ने जान बुझकर अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराया, ताकि क्लेम में रूप में एक बड़ी रकम वसूल सके.

बीमा कंपनी को 45 दिनों की मोहलत

उपभोक्ता आयोग ने अपने फैसले में कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस के तहत जब कोई बीमा कराता है और प्रीमियम की भारी-भरकम राशि पटाता है तब उनका उद्देश्य यही होता है कि आपात स्थिति में इंश्योरेंस रक्षा कवच बनकर सामने आए और इलाज की पूरी सुविधा बिना किसी परेशानी के मिले. उपभोक्ता आयोग ने बीमा कंपनी को तीनों पालिसी होल्डर्स को 45 दिनों के भीतर इलाज में खर्च हुई राशि का भुगतान का निर्देश दिया है.

3 हाथियों के मौत मामले पर हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, ऊर्जा विभाग के सचिव और CSPDCL के मैनेजिंग डायरेक्टर को जारी किया नोटिस…

बिलासपुर-      बीते दिनों रायगढ़ जिले में करंट की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन हाथियों की मौत हो गई थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. आज चीफ जस्टिस के डबल बेंच में इस मामले की सुनवाई हुई. कोर्ट ने सचिव ऊर्जा विभाग और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी मैनेजिंग डायरेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. बता दें इस मामले की अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी.

बता दें, 26 अक्टूबर को रायगढ़ के तमनार रेंज में 11केवी विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से 3 हाथियों की मौत हो गई थी. इनमें एक नर हाथी, एक मादा हाथी और एक शावक शामिल है. यह घटना सामारूमा परिक्षेत्र के कचकोबा परिसर में चुहकीमार नर्सरी में हुई. इस घटना की जानकारी मिलते ही रायगढ़ वनमंडल वन विभाग के अधिकारियों के अलावा तमनार और घरघोड़ा रेंज के डीएफओ और टीम मौके पर पहुंची थी.

बिजली विभाग की लापरवाही आई सामने

वन विभाग की टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया, ते बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई था. 11 केवी तार काफी नीचे झुला हुआ था जिसकी वजह से ही यह घटना घटित हुई है. इसके लिए डीएफओ ने बिजली विभाग के जेई को नोटिस भेजा है. इसके अलावा वन विभाग ने अपने preliminary offence report(POR) में भी बिजली विभाग की लापरवाही का जिक्र किया है. जानकारी के अनुसार, इसी मामले में बिजली विभाग के कर्मचारियों को राजधानी रायपुर में तलब किया गया है.

अनुशंसा के बाद हुई कार्रवाई

मिली जानकारी के मुताबिक एक साथ तीन हाथियों की मौत हो जाने के बाद वन विभाग की टीम इस मामले मे गंभीरता से कार्रवाई कर रही है, विभागीय टीम ने इस मामले मे सामारूमा सर्किल प्रभारी अजय खेस के भी सस्पेंड के लिए सीसीएफ बिलासपुर को अनुशंसा पत्र भेजा है, CCF प्रभात मिश्रा ने अनुशंसा पत्र के आधार पर डिप्टी रेंजर को भी निलंबित कर दिया है.

कई बार की गई शिकायत

प्रारंभिक जांच मे यह भी पता चला की वन विभाग के नर्सरी प्रभारी ने 11केवी लाइन तार नीचे होने की शिकायत कई बार बिजली विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से की थी, लेकिन इसके बावजूद इस ओर किसी तरह की पहल नही की गई जिसके परिणाम स्वरूप यह घटना घटित हो गई. हाथी बचाब दल ने भी समय समय पर इस मामले में वन विभाग और विद्युत विभाग को घेरा जा रहा था.

बिटगार्ड हुआ सस्पेंड

वन विभाग की जांच मे यह भी पाया गया की पिछले तीन से चार दिनों तक घरघोड़ा रेंज मे 70 से अधिक हाथी के विचरण करने के बावजूद भी संबंधित बीटगार्ड के द्वारा सही तरह से हाथियों के सुरक्षा के मद्देनज़र निगरानी नहीं की गई, इस मामले मे गंभीर लापरवाही पाए जाने के बाद रायगढ़ डीएफओ स्टाईलों मंडावी ने रविवार की शाम कचकोबा परिसर रक्षक सन्यासी सिदार को सस्पेंड कर दिया है.

नेशनल हाईवे पर हादसा : रोड से निकले छड़ के कारण टायर फटने से पलटी बोलेरो, तीन लोगों की मौत, 4 घायल

पथरिया (मुंगेली)-   रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर हुए गड्‌ढे और रोड से निकले छड़ के कारण टायर फटने से बोलेरो अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं चार अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज बिलासपुर सिम्स में चल रहा. घटना की सूचना मिलते ही सरगांव पुलिस मौके पर पहुंची है और घटना की जांच कर रही.

यह घटना किरना सरगांव के पास की है. मिली जानकारी के मुताबिक, रायपुर से बिलासपुर की ओर आ रही बोलेरे रोड के निकले छड़ से सामने की टायर फट गई. इससे बोलेरो अनियंत्रित होकर पलट गई. बोलेरे में कुल 7 लोग सवार थे, जिसमें से 3 की मौत हो गई. वहीं 4 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें सिम्स बिलासपुर में भर्ती कराया गया है.

BJP की प्रेसवार्ता: प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर किरण सिंहदेव ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा- दुर्भावना के साथ काम कर रही कांग्रेस

रायपुर-     भाजपा ने आज प्रदेश के कानून-व्यवस्था को लेकर राजधानी में प्रेसवार्ता का आयोजन किया. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में भय का वातावरण बनाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने अपराध का गढ़ बना दिया है, और यह स्थिति प्रदेश की जनता ने खुद देखी है.

बलौदा बाजार की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस के विधायक की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पार्टी के कई नेता अपराध में शामिल है और कांग्रेस के लोग हर मामले में संलिप्त होते हैं. इसके साथ ही सिंहदेव ने सूरजपुर में NSUI नेता के नाम आने और  दामाखेड़ा की घटना को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने दामाखेड़ा मामले को लेकर कहा कि धर्म गुरु प्रकाश मुनि का यह कहना कि हमले में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हाथ है,  उन्होंने यह भी बताया कि लोहारीडीह कांड में कांग्रेस के सदस्यों ने अशांति फैलाने का काम किया है.

भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रदेश की चार महत्वपूर्ण घटनाओं में संलिप्तता दिखाई देती है और यह दुर्भाव के साथ काम कर रही है. इस प्रेसवार्ता ने छत्तीसगढ़ की राजनीतिक स्थिति को और अधिक गरमा दिया है, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. भाजपा ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कांग्रेस की इस नकारात्मक राजनीति को पहचानें और सही निर्णय लें.

MP के CM डॉ मोहन ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की दी बधाई: कहा- CG के गठन में पूर्व PM अटल बिहारी का बड़ा योगदान

भोपाल-     मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आज से छत्तीसगढ़ का राज्योस्तव शुरू होगा। सीजी के गठन में पूर्व पीएम अटल अटल बिहारी वाजपेयी जी का बड़ा योगदान है। विकास से लेकर हर तरह से एमपी और सीजी का रिश्ता है। वहीं उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में छत्तीसगढ़ का विकास डगमगा गया था।

सोमवार को सीएम डॉ मोहन यादव ने झारखंड रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश का एक हिस्सा रहा है, हमारे संबंध सदैव अटूट रहेंगे। सीजी के गठन में हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं। छत्तीसगढ़ कुछ समय के लिए गलत सरकार के कारण पीछे रह गया था, लेकिन अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश आगे बढ़ रहा है।

वहीं मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के साथ मिलकर हाथियों के आकास्मिक आगमन को नियंत्रित करने के लिए एक तालमेल स्थापित किया जाएगा। ताकि बड़े जानवरों के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से बचा जा सके। सीएम डॉ मोहन ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की अग्रिम बधाई दी है और कहा कि जल्द ही सीजी के सीएम विष्णुदेव साय से बातचीत की जाएगी।

आपको बता दें कि एमपी के मुखिया डॉ. मोहन यादव आज 4 नवंबर को झारखंड और छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे। वे सुबह 11.25 बजे भोपाल से रांची झारखंड के लिए रवाना हो गए है। दोपहर 12 बजे रांची जिले की काके विधानसभा के प्रत्याशी डॉ जीतू चरण राम के समर्थन में ए.सी.सी. ग्राउंड खलारी में जनसभा करेंगे। दोपहर 3.40 बजे झारखंड रांची से रायपुर आगमन होगा। शाम 4 बजे रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर सामाजिक संगठनों की बैठक करेंगे। शाम 6 बजे नया रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमनसिंह के साथ शामिल होंगे।

सेन्ट्रल जेल के बाहर चली गोली, एक युवक गंभीर, मौके पर पहुंची पुलिस …

रायपुर-    सेंट्रल जेल के बाहर अज्ञात युवकों ने एक युवक को गोली मारकर हत्या की कोशिश की है। वहीं घायल य़ुवक को मेकहारा अस्पताल में भर्ती करया गया। जहां उसका इलाज जारी है.

बताया जा रहा है कि रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर साहिल खान नाम के युवक पर पुरानी रंजिश के चलते अज्ञात युवकों ने गोली चला दी गई। आरोपियों ने घटना को अंजाम देते हुए दो राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। गोली लगने के बाद साहिल खान को तत्काल मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है. पूरा मामला गंज थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. वहीं पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है । वहीं इस घटना के बाद लोगों में भय का माहौल है.

मिली जानकारी के मुताबिक करीबन एक साल पहले से मौदहपारा के युवकों के साथ साहिल का विवाद चल रहा था. जिसके चलते गोलीकांड की घटना को अंजाम देने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है. क्राईम ब्रांच और गंज पुलिस तलाश ने जुटी हुई है.