चंदौसी चौराहा संभल में गड्ढों को कराया ठीक

चंदौसी चौराहा संभल में काफी गड्ढे हो गए थे जिनकी मरम्मत मेरे द्वारा कराई गई तब मेरे साथ लगे होमगार्ड द्वारा स्वयं यह कार्यक्रम किया गया है जो कार्य पीडब्ल्यूडी को करना था उसे कार्य को मेरे द्वारा कराया गया ताकि भैया दूज के पर्व को सही रूप से यातायात को संचालित किया जा सके तथा आने जाने वाले को कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो TSI सुरेश कुमार जनपद सम्भल।

अपराधियों को कानून का डर नहीं: सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि अपराधियों को कानून का डर नहीं है सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है जनप्रतिनिधियों और जनता को सुरक्षा देने में सरकार नाकाम है। बिहार के सांसद पप्पू यादव को धमकी के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी के सवाल पर सांसद ने सरकार पर निशाना साधा है।

यातायात के नियमो की अनदेखी करके खुद ही हादसो को दावत देते है लोग : नाज़िश नसीर खान

सम्भल । ह्यूमन केयर चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान मे रविवार को पुलिस अधीक्षक संभल महोदय द्वारा माह नवंबर को सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के अभियान में सहयोग किया गया अभियान के अंतर्गत यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को यातायात नियमों के अन्तर्गत गाधीगिरी के माध्यम से लोगों को यातायात के नियमो का पालन करने के लिए संकल्प और शपथ के साथ गुलाब का फूल देते हुए लोगों को यातायात के नियमो के प्रति जागरूक किया । ज़िंदगी की अहमियत बताते हुए ट्रस्ट के संस्थापक नाज़िश नसीर खांन ने कहाकि जिंदगी अनमोल होती है ,अगर लोग यातायात के नियमों का पालन करना शुरू कर दे , तो सड़क हादसो मे जांन गंवानो वालो की संख्या में काफी हद तक कमी आयेगी।

कुछ ना समझ लोग यातायात के नियमो की अनदेखी करके खुद ही हादसो को दावत देते है, हमे कभी भी सड़क पर गाडी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल नही करना चाहिए। बाइक या बड़ा वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट व सीट बेल्ट का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए, दो पहिए वाहन पर कभी भी तीन सवारी बैठाकर सफर नहीं करना चाहिए , अगर आप यातायात के नियमो का पालन करते हुए वाहन चलाते है , तो यह आपके साथ साथ दूसरो के लिए भी लाभदायक होगा, गाड़ी चलाने के दौरान सावधानी हटने पर अकसर हादसे होते है क्योकि ज़िंदगी अनमोल होती है। इस ज़िन्दगी पर दूसरो का भी हक़ होता हैं। सड़क हादसों में भारत की भागीदारी पूरे विश्व में 15 प्रतिशत है , जोकि गंभीरता दशार्ता है ।सफर के लिए यातायात नियमों का पालन करना बहुत ज़रूरी है। यातायात नियम का पालन करने में युवाओं की अहम भूमिका होती है। अगर युवा नियमों का पालन करने शुरू कर दें , तो ना सिर्फ हादसे रुकेंगे , बल्कि परिवहन विभाग या यातायात पुलिस की कार्यवाही के दायरे में आने से भी बच पाएंगे।

सड़क दुर्घटना में कमी लाना हमारे लिए चुनौती है. 2030 तक सड़क दुर्घटना में 50 फीसदी की कमी लाने का उद्देश्य है. सड़क सुरक्षा को हमें जन आंदोलन का रूप देना होगा. लोगों को हमें जागरूक करना होगा। तभी हम अपना उद्देश्य प्राप्त कर सकेंगे. हम बदलेंगे ,तभी समाज बदलेगा.।कोई व्यक्ति दुर्घटना का शिकार नहीं होना चाहता है. सड़क सुरक्षा से हर व्यक्ति जुड़ा हुआ है. हमें निष्ठा के साथ काम करने वाले लोगों की पहचान करनी चाहिए. उन्हें ऐसे काम में लगाना चाहिए. हर साल, सड़क दुर्घटनाओं के परिणामस्वरूप पूरे भारत में लाखों लोगों की जान चली जाती है और करोड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं।

सड़क सुरक्षा जागरूकता हमें बढ़ाना होगा जिससे 50 फीसदी सड़क दुर्घटना में कमी लाई जा सके।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या में पहले स्थान पर है, जो दुनिया भर में सड़क दुर्घटना से संबंधित मौतों का लगभग 11% है।भारत में ही हर साल हज़ारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी ज़िंदगी को देते हैं ।अधिकांश दुर्घटनाओं में चालक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ज़्यादातर मामलों में दुर्घटनाएं या , तो लापरवाही के कारण होती हैं ।या सड़क उपयोगकर्ता की सड़क सुरक्षा जागरूकता की कमी के कारण होती हैं। इसलिए, सड़क सुरक्षा शिक्षा जीवित रहने के किसी भी अन्य बुनियादी कौशल की तरह ही आवश्यक है।

जिसके माध्यम से छात्रों को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

गाधीगिरी के माध्यम से लोगों को यातायात के नियमो का पालन करने के लिए गुलाब का फूल देकर यातायात के नियमों का पालन करने की अपील कराते हुए , यातायात नियमों का पालन के लिए शपथ दिलाई गई। लोगों से यातायात नियमों का प्रचार प्रसार करने का आह्वान करते हुए सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा व हेलमेट लगाना है, जीवन को बचाना है , मत करो इतनी मस्ती, ज़िन्दगी नही है सस्ती। दुर्घटना से देर भली आदि नारे लगाए। इस अवसर पर मुहम्मद फ़हीम, रिज़वान खान , नाज़िर खान, अबूज़र मलिक, नाज़िश मियाँ, मुशाहिद खां, सरदार हरज्ञान सिंह, डाक्टर नदीम,चांद खान, मास्टर रेहान,राजू बाल्मीकि, आज़म खान, ज़ुबैर उमर आदि मौजूद रहे।

भैय्या दूज अपने आप में एक ऐसा अनूठा त्यौहार : शिक्षा मंत्री गुलाब देवी

संभल । बहन गुलाब देवी नें मृदुल स्नेह, समर्पण से परिपूर्ण भाई बहन के असीम प्रेम, अटूट विश्वास के प्रतीक पावन पर्व भैय्यादूज़ के पावन पर्व पर जाति, धर्म, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपने मुस्लिम भाई की दौज कर की हिन्दू मुस्लिम एकता आपसी सदभाव भाईचारे गँगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की माध्यमिक शिक्षा मन्त्री गुलाब देवी नें कहा भैय्या दूज अपने आप में एक ऐसा अनूठा त्यौहार है जो नए रिश्तों को जोड़कर उनका जश्न मनाने वाले और हमारे परिवारों में नए सदस्यों को जोड़ने वाला पर्व है।

भैय्यादूज के शुभ अवसर पर उन्होंने मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर के प्रबंधक मौहम्मद फ़िरोज़ खान हिन्दुस्तानी की दौज कर उनकी लम्बी उम्र की कामना की बहन गुलाब देवी जी, माध्यमिक शिक्षा मन्त्री उत्तर प्रदेश सरकार नें बताया बहनें आज के दिन अपने भाईयों को तिलक कर उनके स्वास्थ्य, और लम्बी उम्र की ईश्वर कामना करती हैं ।

*मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और लड़कियों को किया गया जागरूक*

संभल- मिशन शक्ति अभियान व एंटी रोमियो अभियान के अंतर्गत ग्राम करछली में बालिकाओं एवम महिलाओं को जागरूक किया गया इस दौरान उन्हें मुसीबत के समय काम ने वाले नंबरों की भी जानकारी दी गई।

महिला हेल्पलाइन नंबर 181

वूमेन पावर लाइन नंबर1090

आपातकालीन नंबर 112

स्वास्थ्य सेवा नंबर 102

एंबुलेंस नंबर 108

चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098

साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई ।

महिलाओं के साथ मारपीट लड़कियों के साथ छेड़छाड़ से बचाव संबंधी जागरूक किया गया व साइबर अपराध एवम वाहन नियमों के प्रति जागरूक किया गया।

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हैदर अब्बास पहुंचे शेजी नक़वी के निवास किया शोक व्यक्त

संभल। भाजपा नेता की पत्नी के निधन के बाद शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य व अन्य नेता पहुंचे।

शुक्रवार को अल्पसंख्यक आयोग उत्तर प्रदेश सरकार के सदस्य हैदर अब्बास चांद का सिरसी आगमन पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हाजी आसिफ अली ज़ैदी के कार्यलय पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के निवर्तमान ज़िला अध्यक्ष सय्यद शान अली ने अपने साथियो के साथ भव्य स्वागत किया। स्वागत के बाद भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के निवर्तमान ज़िला महामंत्री शेज़ी नक़वी के निवास पर शेज़ी नक़वी की पत्नी के निधन पर पुरसा में शामिल हुए। साथ ही कार्यकर्ताओं से भी रूबरू हुए। और केन्द्र सरकार एवम प्रदेश सरकार की चलाई जा रही लाभदायक योजनाओं बारे में विस्तार से बताया गया हैदर अब्बास चंद ने कहा कि भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास का जो नारा है उस पर खरी उतरी है पार्टी आने वाले अन्य राज्यों में भाजपा की सरकार बहुमत के साथ बनेगी उत्तर प्रदेश के उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सभी सीटों पर विजय प्राप्त करेगी इस मौके पर अल्पसंख्यक मोर्चा के निवर्तमान ज़िला कार्यलय मंत्री शकिलूरहमन मलिक असकरी जाफरी, रज़ि उल हसन रिज़वी, सिराज अब्बास जिला मंत्री हरदोई, सय्यद मोहम्मद अब्बास आल इंडिया शिया मुस्लिम महासभा लखनऊ, सय्यद ताहिर रज़ा एडवोकेट हाई कोर्ट लखनऊ आदि रहे।

दुआ के साथ उर्से अजमली का समापन

सम्भल मरकज़ी मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम के संस्थापक हज़रत मुफ़्ती अजमल शाह क़ादरी का 63 वां उर्स पूरी शान से मनाया गया।

आज क़ुल शरीफ़ की तक़रीब में हज़ारों अकीदतमंदों की भीड़ जमा हुई। प्रोग्राम का आग़ाज़ क़ुरआने पाक की तिलावत से क़ारी सरताज ने किया। दिलकश अजमली ने हम्द और वासिफ़ अजमली महमूद अजमली ने नाते पाक पेश की। सैफ़ुल्लाह सुल्तानी व असद अशरफ़ी ने मनक़बत का नज़राना पेश किया। मुरादाबाद से आए हज़रत सय्यद बख्तियारूद्दीन नईमी ने कहा मुफ़्ती अजमल शाह क़ादरी शहर सम्भल में नहीं बल्कि अपने वक़्त में पूरे हिन्दुस्तान के बहुत बड़े आलिम थे बड़े मुफ़्ती थे। सदरुल अफाज़िल हज़रत सय्यद नईमुद्दीन मुरादाबादी के शागिर्द हैं आपको अपने उस्ताद से बहुत लगाव था और उस्ताद भी अपने इस ख़ुसूसी शागिर्द को ख़ूब नवाज़ते थे। एक बार मुफ़्ती अजमल शाह ने मदीना शरीफ़ में एक ग़ैर मुक़ललिद से मुनाज़िरा किया और उसको वहीं की भाषा अरबी भाषा में ही उसको हराया।

मुफ़्ती आलम नूरी ने कहा कि मरकज़ी मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम कल भी मरकज़ था आज भी भी मरकज़ है और इंशाअल्लाह कल भी मरकज़ ही रहेगा। कुछ लोग मरकज़ को ख़त्म करना चाह रहे हैं मरकज़ पर उंगली उठा रहे हैं, याद रहे हम अगर ख़ामोश हैं इसका मतलब यह नहीं कि हम जवाब नहीं दे सकते।

ईदगाह की इमामत का चयन ग़लत तरीके से किया गया है, जो अहल नहीं है उसको इमाम बना दिया गया है। याद रहे मरकज़ से ही सभी चीज़ों का एलान किया जाता है मरकज़ से ही पूरे ज़िले का निज़ाम चलता है इसीलिए आज मरकज़ ईदगाह की इमामत के लिए बहुत ही क़ाबिल शख़्स जो हाफ़िज़ क़ारी आलिम है यानी मौलाना क़ारी राशिद साहब को हम उलमा और आले रसूल की मौजूदगी में ईदगाह का इमाम बना रहे हैं। शहर मुफ़्ती और आले रसूल व सामाजिक और राजनीतिक लोगों ने पगड़ी बांधकर ईदगाह की इमामत पर मुहर लगाई।

क़ारी वसी अशरफ़ ने कहा कि हम पिछले साल से मरकज़ में हज कैम्प लगा रहे हैं जिसमें सभी काम बिल्कुल निःशुल्क किये जा रहे हैं लेकिन कुछ लोग बाहर बैठकर शहर में झूठ फैला रहे हैं कि यहाँ पैसे खाए जाते हैं। शहर में कोई भी हाजी यह नहीं बता सकता कि उससे यहाँ पर किसी ने पैसे माँगे हों बल्कि हाजी ख़ुद अपनी मर्ज़ी से मदरसे को जो चाहे दे जाता है।

बनारस से आए दूसरे मुख्य वक्ता मुफ़्ती आसिफ़ मिस्बाही ने कहा कि मुफ़्ती अजमल शाह बहुत बड़े विद्वान थे, मैं मॉरीशस में रहा वहाँ भी किसी को अगर कोई मसला पेश आता है तो लोग हज़रत मुफ़्ती अजमल शाह साहब के फ़तावा अजमलिया से मसले का हल तलाश करते हैं। मुफ़्ती अजमल शाह को कभी दुनियावी माल का लालच नहीं रहा आज से सौ साल पहले एक बार निज़ाम हैदराबाद ने शाह साहब को ख़त भेजा और हैदराबाद आने को कहा जिसके बदले 500 रुपये तनख़्वाह और चारमीनार पर सौ दुकानें देने का वादा किया। लेकिन शाह साहब ने सम्भल नहीं छोड़ा अपने लोगों के लिए यहाँ ही रहे और लोगों को इल्म के लिए मरकज़ बनाया।

उर्स में मुफ़्ती अजमल शाह की लिखी अजमली निज़ामे शरीयत का रस्मे इजरा आले रसूल के हाथों हुआ।मौलाना ज़ीशान अजमली मौलाना गुल अजमली ने भी तक़रीर की। सलातो सलाम के बाद क़ारी तनज़ीम अशरफ़ अजमली ने मुल्क व क़ौम की सलामती के लिए दुआ करायी।

पूरे प्रोग्राम की व्यवस्था तक़ी अशरफ़ एडवोकेट गुलवेज़ क़मर अशरफ़ रज़ा ने संभाली।

मोहल्ला खग्गू सराय के सरफ़राज़ अजमली और सुब्हान अजमली और बाक़ी लोगों की जानिब से उर्स में आए तमाम लोगों को लंगर खिलाया गया। क़ादरी नौशाही टीम और सरताज साहब की जानिब से चादर पेश की गयी।

प्रोग्राम में साँसद सम्भल ज़ियाउर रहमान बर्क़ चेयरपर्सन पति चौधरी मुशीर मुफ़्ती शाहिद अजमली मुफ़्ती निसार रिज़वी मुफ़्ती इरशाद सय्यद शामी मियाँ सय्यद आमिर मियाँ सय्यद कमाल मियाँ सय्यद माजिद मियाँ मौलाना महबूब मौलाना ज़हीरुल इस्लाम मौलाना नूर आलम क़ारी ग़ुलाम मुदस्सिर, क़ारी मुज्तबा हसन मौलाना शमशाद मौलाना अहमद रज़ा क़ारी हनीफ़ क़ारी मुअज़्ज़म क़ारी बदरे आलम मुरादाबाद मण्डल तथा राजस्थान बिहार बंगाल से बहुत से लोग मौजूद रहे। मदरसा कमेटी से हाजी ज़फ़ीर अहमद सय्यद अब्दुल क़दीर फ़रीद एडवोकेट हाजी नदीम ने आने वाले लोगों का शुक्रिया अदा किया।

ग्राम भदरोला में एक खुली पचयांत का आयोजन

संभल ग्राम भदरोला में एक खुली पचयांत का आयोजन किया गया जिसमें पिछले 30 वर्ष से असमोली सेंटर पर किसान गन्ना गेर रहे थे ।

अब किसी प्रस्ताव के बिना किसी किसान के सहमति के बिना करीमगंज शाहाबाद को क्रिया केंद्र दे दिया गया । जिसमें गांव के किसानों का भारी रोष है। ओर भारतीय किसानों ने असली के पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी चौधरी संजीव गांधी मौजूद रहे और उन्होंने की क्रिया केंद्र की लड़ाई लखनऊ तक लड़ी जाएगी और जीती जाएगी जिसमे मुख्य रूप से चौधरी अर्जुन सिंह सोमपाल सिंह अजीत सिंह अनिल कुमार नरदेव सिंह सुमित कुमार राहुल सिंह अमित कुमार सरदार मुकेश सिंह समरपाल सिंह अशोक कुमार मोहित कुमार।

युवक पर धारदार हथियार से हमला


चंदौसी कोतवाली क्षेत्र में युवक पर धारदार हथियार से हमला,प्राथमिक उपचार के बाद इलाज के लिए सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर।

जनपद संभल की चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के खुर्जा गेट संजय बस्ती में युवक पर धारदार हथियार से हमला किया गया जिसमें तुषार नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे पुलिस ने इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया जहां पर डॉक्टर प्राथमिक उपचार देने के बाद घायल युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफ़र कर दिया।

इस मामले में जानकारी देते हुए सीएचसी प्रभारी हरवेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस तुषार नामक युवक को इलाज के लिए सीएचसी लाई थी जिसपर दो जगह धारदार हथियार से हमला किया गया था जिसे प्राथमिक उपचार देने के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।

सेमिनार के साथ 2 रोज़ा उर्से अजमली का आग़ाज़

सम्भल: मरकज़ी मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम के बानी संस्थापक हज़रत मुफ़्ती अजमल शाह का 63 वाँ उर्से अजमली का आग़ाज़ सेमिनार से हुआ।

प्रोग्राम की शुरुआत क़ारी सलमान अशरफ़ी ने तिलावत से की मौलाना सुलेमान अजमली ने हम्द व दिलकश अजमली ने नाते पाक पढ़ी। मौलाना शमशाद मिस्बाही* ने अपना लेख पेश करते हुए कहा कि हज़रत मुफ़्ती अजमल शाह साहब ख़ानदानी आलिम थे, शाह साहब सिर्फ़ आलिम मुफ़्ती ही नहीं बल्कि बहुत अच्छे शायर भी थे शायरी के फ़न से भली भांति वाकिफ़ थे। किसी को आपकी शायरी देखनी हो तो आपका दीवान इंतिख़ाबे अजमल उल उलमा पढ़े। मौलाना इमरान मंज़री ने अपने लेख में कहा कि मुफ़्ती अजमल शाह इल्मे हदीस के तमाम इल्म से आरास्ता थे आप एक बहुत बड़े आलिम मुफ़्ती मुहद्दिस फ़क़ीह थे। आप एक सच्चे मुबल्लिग थे।

मुफ़्ती हसीब अख़्तर ने अपने लेख में कहा कि आप हज़रत की रद्दे शहाबे साकिब पढ़िए कैसे आपने उठने वाले फ़ितनों का जवाब दिया है। मौलाना ख़्वाजा कलीम अशरफ़ सम्भली ने अपने लेख में कहा कि सम्भल में मज़हबी शख़्सियत पर कभी सेमिनार नहीं हुआ था हमने 12 साल पहले 50 वें उर्से अजमली पर पहली मर्तबा अजमल उल उलमा सेमिनार किया और यह तब से अब तक लगातार जारी है। मरकज़ी मदरसा का स्टाफ़ रेगुलर काम कर रहा है यहाँ से हमारे बच्चे सीखकर अच्छी अच्छी पोस्टों पर पहुंच रहे हैं। आप एक बहुत बेहतरीन क़ारी थे आपने तजवीद हज़रत सय्यद नईमुद्दीन मुरादाबादी और हुज्जतुल इस्लाम मौलाना हामिद रज़ा ख़ाँ से पढ़ी।

आप फन्नी क़ारी भी थे और मशक़ी क़ारी भी थे। आप दरसे निज़ामी के अलावा तजवीद भी पढ़ाते थे आपके तजवीद में बहुत से शागिर्द हैं जो मशहूर हैं। मुफ़्ती शकील मिस्बाही ने अपने लेख में कहा कि मुफ़्ती अजमल शाह इल्म-ए-फ़राइज़ में भी महारत रखते थे आपकी फ़तावा अजमलिया में पूरा किताबुल फ़राइज़ मौजूद है। आपकी शोहरत का अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि बड़ी बड़ी दरगाहों से भी आपके पास सवालात आते थे और आप सबका जवाब इनायत फ़रमाते थे।

मदरसे के प्रिंसिपल मुफ़्ती अहमद रज़ा मिस्बाही ने अपने लेख में कहा कि अजमल शाह साहब को एशिया के तमाम देशों में अहले इस्लाम जानते हैं। अपने बेशुमार फ़तवे दिए हैं जिस भाषा में सवाल किया जाता था आप उसी भाषा में उसका जवाब देते थे और ऐसा जवाब देते कि सवाल करने वाला आपकी बात से मुत्तफ़िक़ होता था।

संचालन मुफ़्ती आलम नूरी ने किया। शहर मुफ़्ती क़ारी अलाउद्दीन अजमली ने मुल्क व क़ौम के लिए दुआ कराई।

इस मौके पर हाजी ज़फ़ीर अहमद सय्यद अब्दुल क़दीर, हाजी यामीन क़ारी वसी अशरफ़ ने लेख पेश करने वालों को सर्टिफ़िकेट एंव बैग वितरित किए, तथा बाक़ी मेहमानों को भी बैग वितरित किए। क़ारी तनज़ीम अशरफ़ अजमली ने लोगों का आभार व्यक्त किया।

तक़ी अशरफ़ एडवोकेट ने पूरे सेमिनार की व्यवस्था सँभाली।

सूचना:- कल 01 नवम्बर बरोज़ जुमा सुबह 09 बजे प्रोग्राम शुरू होगा और 12:20 पर क़ुल शरीफ़ दुआ होगा। और मुफ़्ती अजमल शाह साहब की अजमली निज़ामे शरीयत का इजरा होगा।

प्रोग्राम में मुफ़्ती राशिद सक़ाफ़ी मुफ़्ती उमर नईमी इमामे ईदगाह मौलाना ज़हीरुल इस्लाम मौलाना नईम अशरफ़ी मौलाना याक़ूब मौलाना शरीफ़ लतीफी मौलाना मुशर्रफ़ अशरफ़ी मौलाना नय्यर जमाल मौलाना मुहम्मद हुसैन मौलाना मुज़म्मिल मौलाना गुल अजमली क़ारी शौकत क़ारी ग़ुलाम मुदस्सिर क़ारी शाहिद क़ारी सरताज क़ारी अकबर अली क़ारी साजिद क़ारी ज़ाहिद क़ारी सुलेमान अशरफ़ी क़ारी शुऐब अजमली क़ारी कलीम हाफ़िज़ अब्दुल मन्नान मास्टर इस्माईल सरफ़राज़ अजमली सुब्हान अजमली मौजूद रहे।