बेगूसराय में 40 विधायक बनाकर सरकार में मंत्री बनाने का संकल्प मुकेश सहनी
बेगूसराय के सीतारामपुर में काली पूजा में आज वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी पहुंचे। यहां इन्होंने भाजपा पर हमला बोला है। साथ ही वन नेशन वन इलेक्शन का भी विरोध किया। उन्होंने 2025 के विधानसभा चुनाव में अपने पार्टी के 40 विधायक बनाकर सरकार में मंत्री बनाने का संकल्प दोहराया है।

मुकेश सहनी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी भारत जलाओ पार्टी है। उनके साथ जाएंगे तो आने वाला नस्ल बर्बाद हो जाएंगे। हम लोग समाजवादी सोच के लोग हैं, सभी के साथ मिलकर रहना चाहते हैं। वे लोग देश को जोड़ने वाले लोग नहीं, देश को तोड़ने वाले लोग हैं।

सहनी ने आगे कहा कि लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि तोड़ने वाले के साथ रहेंगे या जोड़ने वाले के साथ रहने वालों के साथ रहेंगे। हम लोग को जोड़ने वाले से हैं। सभी जाति-धर्म के लोगों का सम्मान करते हैं। सभी के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। यह देश सभी का है इसलिए सभी को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ रहने की आवश्यकता है।

हमने देखा कि भाजपा वाले गरीब के लिए नहीं हैं। हम गरीब, दलित, पिछड़ा का बेटा हैं, हमने चार विधायक बनाए और हमारे विधायक को खरीद लिया। नीतीश कुमार की सरकार हमने बनाई। यह लोग सामाजिक न्याय के साथ नहीं हैं, यह लोग सिर्फ सत्ता में रहना चाहते हैं। आरएसएस के साथ रहकर यह लोग सिर्फ देश को बर्बाद करते हैं।

हम दूसरे लोगों का हक अधिकार सुनने का काम करते आए हैं। हाल ही में मोहन भागवत ने कहा कि गरीबों पिछड़ों के साथ लोग 2000 साल से पशु जानवर के समान व्यवहार करते थे। उनको कहना पड़ा कि गरीबों को इंसान समझिए। आरएसएस के साथ रहने वाले नहीं चाहते हैं कि गरीब दलित आगे बढ़े।

आरएसएस के साथ रहने वाले चाहते हैं कि जैसा उनका पूर्वज गुलाम था, यह भी गुलाम रहे। हम लोग गुलामी की जंजीर को तोड़ चुके हैं, हमने संघर्ष करना सीखा है। हम संघर्ष करेंगे, किसी को तकलीफ नहीं देंगे। वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर मुकेश साहनी ने कहा कि सरकार जो चीज जरूरी है, वह काम नहीं कर रही है। वन नेशन वन इलेक्शन से क्या हो जाएगा। समाज को क्या फायदा होने वाला है, आप फायदा तो बताइए। 4 साल हो जाए और चुनाव हो, फिर 1 साल के बाद चुनाव कराया जाए। एक चुनाव में हजार-दो करोड़ रूपया खर्च होता है। 5 साल में चुनाव नहीं होकर 1 साल में चुनाव हो, इससे जनता को क्या फायदा होगा। जिसमें जनता का फायदा नहीं है तो वह काम नहीं होना चाहिए।

आरसीपी सिंह के पार्टी बनाए जाने पर मुकेश सहनी ने कहा कि पार्टी बनाई है, लोकतंत्र में सभी स्वतंत्र हैं। जब उनको मौका था, तो उन्होंने कुछ किया नहीं, अब रिटायरमेंट के समय में 70 साल की उम्र में पार्टी बना रहे हैं। वह जब पार्टी में थे पावर में थे, कुछ नहीं किया। सबको अपना दल बनाने का अधिकार है, अपनी बात रखने का अधिकार है। दल बनाई है दल चलाएं, हमारी शुभकामनाएं।

मुकेश सहनी ने कहा कि हम महागठबंधन में हैं, पिछली बार चार विधायक बने थे, इस बार 40 विधायक बनाने का लक्ष्य है। बड़ी संख्या में लोग हमारे साथ खड़े हैं। हम अधिक से अधिक विधायक बनाने का प्रयास कर रहे हैं। जब हमारे अधिक विधायक होंगे तो मंत्री बनेंगे। जब सरकार में हमारी जगह होगी तो सभी दलित-पिछड़ों को उनका अधिकार मिलेगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में जहरीली शराब पीने से एक की मौत
बेगूसराय में 1 नवंबर(शुक्रवार) को जहरीली शराब पीने से युवक की मौत हो गई। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जिनेदपुर गांव की है। मृतक की पहचान जिनेदपुर वार्ड नंबर-1 निवासी जिलेबी साह के बेटे रामजीवन साह(35) के रूप में की गई है।

1.30 बजे के करीब रामजीवन ने शराब पी थी। 2 बजे तक उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। आक्रोशित लोगों ने देसी शराब बनाने और पिलाने वाले आरोपी के घर में तोड़फोड़ की। आरोपी के घर से देसी शराब भरा डब्बा और बड़े पैमाने पर खाली डब्बे बरामद किए गए हैं। फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले की छानबीन कर रही है।

इस संबंध में कोई पुलिस पदाधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि रामजीवन साह स्थानीय निवासी चंदन चौधरी और कुंदन चौधरी के मवेशी को खाना खिलाता था। उसके घर का कामकाज करता था। वह शराब पीने का आदी था।

लोगों का आरोप है कि चंदन और कुंदन की मां बलिया बाली सहित आसपास के 10 से अधिक घरों में पासी खाना(ताड़ी खाना) बनाया जाता है। देसी शराब भी बनाया जाता है। हर दिन की तरह रामजीवन ने आज भी दोपहर में शराब पिया। इसके बाद उसके दरवाजे पर से निकलते ही गिरकर मौत हो गई। मौत होते ही देसी शराब बनाने वाले सभी चौधरी परिवार के लोग मौके से फरार हो गए। वहीं, आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ भी किया। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। थानाध्यक्ष फैजल अहमद, अंसारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।

बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। घटना के संबंध में स्थानीय सरपंच अरुण सिंह और मुखिया प्रतिनिधि सुबोध सिंह ने बताया कि यहां धड़ल्ले से शराब बनाया जा रहा है। बनाए गए जहरीली शराब के पीने से रामजीवन शाह की मौत हुई है।

घटना की सूचना मिलते ही सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल कर रहे हैं। डीएसपी ने बताया कि आज रामजीवन साह के संदिग्ध हालात में मौत की सूचना मिली थी। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घटनास्थल पर मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। अभी कोई साक्ष्य नहीं मिला है कि शराब पीने की पुष्टि की जा सके। अभी तक के जांच में सामने आया है कि रामजीवन साह आरोपी के घर पर गाय दूहता था। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय मे एक साथ याद किए गए तीन महापुरुष
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को 149वीं जयंती और आचार्य नरेंद्र देव को 135वीं जयंती पर आज श्रद्धा पूर्वक याद किया गया। इस अवसर पर सुखदेव सिंह समन्वय समिति द्वारा पटेल चौक पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी शहादत दिवस पर नमन किया गया। इस अवसर पर विभूतियों को नमन करते हुए विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि सरदार पटेल 600 से अधिक देसी रियासतों का एकीकरण करने वाले देश के अद्वितीय नेता थे। उनका विचार था कि किसी काम को दायित्व पूर्वक किया जाए, जिससे देश एकता के सूत्र में बंधकर रह जाए।

सरदार पटेल और आचार्य नरेंद्र देव हमेशा देश के साथ रहे। सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के प्रथम गृह मंत्री रहते हुए अद्वितीय काम किया। नगर निगम के उप मेयर अनीता राय ने कहा कि सरदार पटेल सपनों का भारत बनाने के लिए हम भारतवासियों के ऊपर छोड़ चले गए।वहीं, आचार्य नरेंद्र देव आचार्यतत्व की परिभाषा थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की सरदार पटेल राष्ट्रीय हिंसा, घृणा, वैमनस्य, अशांति और अराजकता के स्थान पर अहिंसा, सहानुभूति, सम्मानजनक शांति, स्थापित करने के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे। ऐसे महान नेता देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती एक साथ मनाया सुखद है।

नगर निगम के प्रथम मेयर आलोक कुमार अग्रवाल एवं फिल्म अभिनेता अमिय केशव ने कहा की भारत के दो महापुरुष की जयंती और प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का शहादत दिवस हम लोगों ने एकसाथ मनाया, तीनों नेताओं को नमन। इस अवसर पर जेपी सेनानी राजेंद्र महतो, नगर पार्षद उमेश राय, संजय शास्त्री, रोटी बैंक के पवन कुमार सिंह एवं जदयू नेता जुल्फकार अली सहित अन्य उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में करंट लगने से युवक की मौत,घर की सफाई कर कचरा फेंकने के दौरान हुआ हादसा
बेगूसराय में दीपावली की खुशियां उस समय मातम में बदल गई, जब घर की सफाई के बाद कचरा फेंकने के दौरान करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के रचियाही कचहरी गांव की है। मृतक की पहचान स्व. महेश्वर यादव के पुत्र अरविंद यादव (32) के रूप में की गई है। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और मामले की छानबीन कर रही है। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि अरविंद बरौनी रिफाइनरी में के कंस्ट्रक्शन कंपनी में प्राइवेट मजदूरी करता था।

आज वह दीपावली के कारण छुट्टी में अपने घर पर था। घर की साफ-सफाई कर कचरा फेंकने बाहर गया था। तभी वह बिजली के पोल में सट गया और उस बिजली के पोल में करंट आ रहा था। जिससे उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल पहुंचे जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष नंदलाल राय सहित अन्य लोगों ने कहा है कि इस वर्ष आई गंगा नदी के बाढ़ में रचियाही गांव पूरी तरह से प्रभावित हो गया था। जिसके कारण बिजली के तार और पोल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी आई है।

लेकिन बाढ़ खत्म होने के बावजूद बिजली विभाग उस पर ध्यान नहीं दे रहा। पोल के एस्ट्रेक ताल में करंट आ रहा था। जिससे मौत हुई है। आज की मौत के लिए पूरी तरह से बिजली विभाग जिम्मेदार है। घटना के संबंध में सिंघौल थाना प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज कर मामले की छानबीन की जा रही है। परिजनों के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों ने बिजली विभाग से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में युवक की पीट-पीटकर हत्या,सड़क किनारे मिली लाश,
बेगूसराय में बुधवार रात एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक की लाश एक खेत से मिली है। शरीर पर कमर से लेकर सिर तक ईंट-पत्थर से मारे जाने के निशान मिले हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों का पता लगाने में जुटी है।
मृतक की पहचान रतनपुर थाना क्षेत्र के तेलिया पोखर निवासी महेश साह के बेटे नवीन कुमार साह (40) के रूप में हुई है। मामला बखरी थाना क्षेत्र के सलौना गांव का है।
सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नवीन के साढ़ू सलौना निवासी सुबोध स्वर्णकार की 3 महीने पहले मौत हो गई थी। वो जेवर की दुकान चलाते थे। उनकी मौत के बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या थी। इसको देखते हुए नवीन दो दिन पहले तेघड़ा निवासी अपने साले राजा कुमार के साथ सलौना पहुंचा। दोनों की योजना थी कि सुबोध स्वर्णकार के आभूषण दुकान में रखी उनकी तिजोरी ले जाएंगे ताकि उसमें रखे पैसे और गहनों से परिवार का पालन किया जा सके। पर इससे पहले ही कुछ लोगों ने पैसा बकाया रहने की बात कहकर उन्हें रोक दिया।
रात में नवीन और राजा सलौना चैती दुर्गा मंदिर के पास तीन-चार लोगों के साथ बैठे हुए थे। करीब 10:30 बजे रात में जब डायल-112 की गाड़ी वहां गुजर रही थी तो संदिग्ध स्थिति में युवकों को बैठा देखकर पुलिस ने सभी को खदेड़ा। इसमें राजा और नवीन अलग-अलग दिशा में भाग गए।

दोनों रात में जब घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। इस दौरान सुबह करीब 4 बजे राजा को घायल हालत में महादेवचक जाने वाली सड़क के किनारे से मिला। जबकि, वहां से थोड़ी दूर ही स्थित सड़क किनारे नवीन की लाश पड़ी हुई थी। शव होने की सूचना मिलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई, इसके बाद पुलिस भी पहुंची।

बखरी थानाध्यक्ष विकास कुमार राय ने बताया कि 'सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत पहुंची। FSL की टीम ने भी जांच किया है। उसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। परिजनों के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।'

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में समृद्धि का आधार बना दीपावली का त्योहार, NSS ने चलाया विशेष अभियान
14 वर्ष के वनवास और लंका विजय कर प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली और लक्ष्मी-गणेश पूजन में गांव की समृद्धि को एक नया आधार दे दिया है। वैसे तो कोई भी पर्व-त्योहार गांव की समृद्धि का आधार बनता है।
इस साल की दीपावली में हुए धन की बरसात ने गांव को समृद्ध किया है। पहले के मुकाबले मिट्टी के दीप की ब्रिकी बढ़ी है। इसकी ब्रिकी के लिए एनएसएस विशेष कार्यक्रम चला रहा है।
दीपावली को लेकर बेगूसराय में जब दो सौ करोड़ से भी अधिक का कारोबार हुआ है, तो इसमें से करोड़ों रुपए गांव भी पहुंचे। गांव में बसे कुम्हार के बनाए गए मिट्टी के दीप और कलश की जहाज की जमकर बिक्री हुई। संठी उत्पादक किसानों को भी काफी फायदा हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक बेगूसराय में 30 लाख अधिक के सिर्फ कलश, दीप, मूर्ति और संठी की बिक्री हुई हैं।
जिले के विभिन्न गांवों में बसे कुम्हार परिवारों के बनाए गए दीप, कलश और चौमुख और मंसूरचक की प्रसिद्ध मूर्ति की बिक्री ना केवल उनके घर और स्थानीय बाजार में हुई। बल्कि बेगूसराय में भी मुख्यालय में दूर-दूर से आए दो सौ से अधिक लोगों ने सड़क किनारे अस्थाई दुकान लगाया था। जहां कि दो दिनों से जमकर बिक्री हुई। धनतेरस के बाद आज छोटी दीपावली को भी सुबह से ही बाजार सज गया है।

मिट्टी के बने दीप, चौमुख और कलश पहले तो खूब दिखते थे। बीच के समय में इनकी बिक्री में कमी आई। लेकिन अब जब कोरोना ने लोगों को गांव की याद दिलाया व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील किया तो बाजार में इसका जबरदस्त असर देखा गया। सभी लोगों ने कुछ ना कुछ मिट्टी के बने दीप जरूर खरीदे हैं। जिससे इसे बनाने वाले परिवारों में नई आशा का संचार हुआ है।
कचहरी रोड में लगे एक अस्थाई दुकान पर मिट्टी के दिए दीप और कलश खरीद रही ललिता देवी ने बताया कि हमारे पूर्वजों के समय से मिट्टी के बने दीए जलाने की परंपरा रही है। बीच के दौर में आधुनिकता की चकाचौंध से प्रभावित लोगों ने सिंथेटिक दीपों का उपयोग करना शुरू किया। लेकिन अब एक बार फिर लोग पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय स्तर पर बनाए गए मिट्टी के बर्तन की ओर आकर्षित हुए हैं।
मिट्टी के बने दीप और कलश ना केवल सस्ते और पर्यावरण अनुकूल होते हैं। बल्कि हमारी ओर से खर्च किया गया पैसा हमारे समाज में ही रह जाता है, समाज के लोगों को जब फायदा होता है तो वह किसी ना किसी रूप में आगे बढ़ते हैं। हम बाजार से चमक-धमक वाले दीप खरीदने हैं तो उसमें पैसे भी अधिक खर्च होते हैं। वह चला जाता है कॉर्पोरेट के हाथ या चीन जैसे देश में। अपने जान पहचान वाले, रिश्तेदारों और समाज के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया है। इधर, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के जीडी कॉलेज राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के पूर्ववर्ती स्वयंसेवकों ने हर चौक-चौराहों पर अपने देश की सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक मिट्टी का दिया खरीदने और अपने घर को मिट्टी के दीया से ही सजाने की अपील की जा रही है।
एनएसएस के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी-सह-जीडी कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष अंजनी कुमार व एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी सहर अफरोज इसका नेतृत्व कर रहे हैं। दीपावली के दिन मिट्टी का दीया जलाना हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति को सहेजना चाहिए। मिट्टी का दीया खरीदने से उन सभी गरीब लोगों के घर में दीया जलेगा, जो दिन रात मेहनत करके इस मिट्टी के दीया को बनाते हैं। संकल्प लें अब हर दीपावली पर मिट्टी का दीया ही जलाएंगे।
मुंबई में रह रहे स्वयंसेवक अभिषेक झा बेगूसराय के सभी सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से लोगों से मिट्टी का दीया खरीदने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से हम समाज को गरीब के घर में दीया कैसे जले, इसके लिए लोगों को मिट्टी का दीया जलाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। गौरव, अर्जुन, राहुल, धीरज, नीरज, रजत, विवेक, विशाल, मोहित, प्रियांशु, राजकुमार और चुनचुन सहित सभी स्वयंसेवक भी लगातार अभियान चला रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*लूटपाट के विरोध पर युवक को मारी गोली, गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती*
बेगूसराय बेगूसराय : जिले में बेखौफ बदमाशों ने लूट का विरोध करने पर एक युवक को गोली मार दी। गोलीबारी में वो घायल हो गया। बेगूसराय के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। घटना चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया घाट की है। घायल युवक की पहचान दरभंगा जिला के मनिगाछी थाना क्षेत्र स्थित सकरी दहौड़ा गांव निवासी उत्तम दास के बेटे गंगा दास (26) के रूप में की गई है। गंगा दास अपने पत्नी, मां और दो बच्चों के साथ आज सिमरिया गंगा स्नान करने आया था। इसी दौरान करीब 3:30 बजे शौचालय जाने के दौरान बदमाशों ने लूटपाट करने की कोशिश की। लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने छाती में गोली मार दी। आईसीयू में इलाज चल रहा है। गंगा दास की मां गंडौरी देवी और पत्नी पार्वती देवी ने बताया कि हम लोग छठ व्रत करते हैं। दीपावली से पहले गणेश-लक्ष्मी पूजा और छठ के लिए गंगा स्नान करने सिमरिया आ रहे थे। आज सुबह करीब 3:00 बजे हम लोग धूरियान ट्रेन से राजेंद्र पुल स्टेशन पर उतरे। वहां से सिमरिया घाट जा रहे थे, इसी बीच टैक्स वसूली बैरियर के समीप स्थित हनुमान जी मंदिर के पास गंगा दास शौचालय करने गया। तभी बदमाशों ने छाती में गोली मार दी। पुलिस को सूचना दी गई। थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन चल रही है। एसपी मनीष ने बताया कि गोली लगने की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। घायल युवक को अस्पताल भेजा गया। सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन के नेतृत्व में मामले की छानबीन करते हुए पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है। जिससे पूछताछ चल रही है। बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*2032 तक 130 गीगावॉट क्षमता अर्जित करेगा NTPC*
बेगूसराय : NTPC को भारत के विकास को ऊर्जा प्रदान करते हुए विश्व की अग्रणी विद्युत कंपनी बनाना हमारी दृष्टि है। हमारा लक्ष्य है, नवप्रवर्तन और स्फूर्ति से संचालित रहते हुए किफायती दक्षतापूर्ण और पर्यावरण हितैषी तरीके से विश्वसनीय विद्युत ऊर्जा और सम्बद्ध सेवाएं प्रदान करना है। यह बातें NTPC बरौनी के परियोजना प्रमुख जयदीप घोष ने प्रेस मीट में कही है।

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भवन में आयोजित प्रेस मीट में उन्होंने कहा है कि NTPC बरौनी अपने व्यवसायिक संचालन कार्यों के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की नीतियों से विकास के प्रति गाथा पिरो रहा है। NTPC भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा समूह है, जो 1975 से ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के अलावा हाइड्रो, परमाणु और नवीनीकरण ऊर्जा का भी उपयोग कर रहा है। जिससे कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है।

एनटीपीसी की वर्तमान स्थापित क्षमता 76294 मेगावाट है। जिसमें 51 एनटीपीसी स्वामित्व वाले और 42 संयुक्त उद्यम शामिल हैं। एनटीपीसी का 2032 तक 130 गीगावॉट की स्थापित क्षमता अर्जित करने का लक्ष्य है। जिसका करीब 50 प्रतिशत हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों सोलर, जल, वायु आदि से उत्पादित किया जाएगा।

एनटीपीसी में कंसल्टेंसी, पावर ट्रेडिंग, प्रशिक्षण, ग्रामीण विद्युतीकरण, राख का उपयोग और कोयला खनन के क्षेत्र में भी विविधीकरण किया है। वर्तमान में कंपनी के पास राष्ट्रीय क्षमता का 17 प्रतिशत हिस्सा है। यह भारत के कुल बिजली उत्पादन में 25 प्रतिशत का योगदान करती है।

बिहार के बेगूसराय जिले में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित बरौनी थर्मल पावर स्टेशन 500 मेगावाट का कोयला आधारित बिजली स्टेशन है। बरौनी थर्मल पावर का हस्तांतरण 2018 में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को किया गया। यहां उत्पादित बिजली का शत-प्रतिशत हिस्सा बिहार को जाता है।

बिहार के बेगूसराय जिले में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित बरौनी थर्मल पावर स्टेशन 500 मेगावाट का कोयला आधारित बिजली स्टेशन है। बरौनी थर्मल पावर का हस्तांतरण 2018 में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को किया गया। यहां उत्पादित बिजली का शत-प्रतिशत हिस्सा बिहार को जाता है।

हम निरंतर दक्ष विद्युत उत्पादन के लिए प्रयासरत है। इसी के फलस्वरूप एनटीपीसी बरौनी को भारत सरकार द्वारा जल संसाधन संरक्षण और प्रबंधन के लिए बड़े उद्योग अनुभाग में प्रथम स्थान, प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पर्यावरण प्रबंधन पुरस्कार-2024 और PRCI उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।

सामुदायिक विकास संबंधी सुझाव के जबाब में उन्होंने कहा कि सामुदायिक विकास के लिये अग्रसर बिजली उत्पादन के साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा एवं सामुदायिक विकास के लिए एनटीपीसी बरौनी लगातार तत्पर है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति एनटीपीसी बरौनी के द्वारा कई कदम उठाये जा रहे है। जल जीवन हरियाली प्रोग्राम के तहत 75 हजार पौधारोपण किया गया है। मौके पर प्रचालन एवं अनुरक्षण महाप्रबंधक सुरजीत घोष, मानव संसाधन अपर महाप्रबंधक सरोज कुमार, मानव संसाधन उप महाप्रबंधक डी.एस. कुमार, ईईएमजी वरिष्ठ प्रबंधक सूर्य प्रकाश चौधरी, मानव संसाधन वरिष्ठ प्रबंधक केशरी नंदन मिश्र एवं गौरव चक्रवर्ती, निगम संचार उप प्रबंधक उमेश निगम तथा सीएसआर एग्जेक्युटिव ज्योतिषमिता देवा बोरा भी उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*बेगूसराय में आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने फूंका सीएम का पुतला*
बेगूसराय : MRJD कॉलेज में पिछले दिनों हुए विवाद का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज फिर SBSS कॉलेज में AISF और आइसा से जुड़े छात्र-छात्राओं द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। इस दौरान जत्था कॉलेज कैंपस से नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार पर आकर सभा में तब्दील हो गया। जिसकी अध्यक्षता रणवीर कुमार ने किया।

मौके पर AISF के जिला उपाध्यक्ष बसंत कुमार ने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार है, फिर भी कॉलेज कैंपस में परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं को बेरहमी से पीटा जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शासन और प्रशासन बौना बना है। घटना के पांच दिन हो गए, लेकिन आरोपी अशोक कुमार सिंह और प्रिंसिपल अमित कुमार को पुलिस संरक्षण दे रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हिंदू जगाने की बात तो करते हैं, लेकिन एक हिंदू छात्र और छात्राओं को जब पीटा जाता है तो छात्रों के समर्थन में एक पोस्ट भी नहीं करते हैं। सत्ता पक्ष के नेता और मंत्री छात्र-छात्राओं को जान से मारने की धमकी देने वाले अपराधी की गिरफ्तारी के बदले बचाने में लगे हुए हैं, जो हम सब बर्दाश्त नहीं करेंगे।

AISF के कॉलेज सचिव शिवानी कुमारी और आइसा के उपाध्यक्ष विशाल कुमार ने कहा कि जब तक प्रशासन MRJD कॉलेज के प्राचार्य और सहयोगियों को गिरफ्तार नहीं कर लेती है, हम लोग आंदोलनरत रहेंगे। आने वाले दिनों में बेगूसराय जिला की सड़कों को जाम करने और बंद का भी आवाह्न करेंगे। इस दौरान रविना, गौतम, सन्नी और दिव्यांशु सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*बेगूसराय में दो मासूम बेटों का हत्यारा तीसरे बेटे के साथ फरार, तलाश मे जुटी पुलिस*
बेगूसराय : जिले के लाखो थाना क्षेत्र के अयोध्या बाड़ी के ‎वार्ड नंबर एक में 17 अक्टूबर को सिकंदर यादव ने पत्नी से विवाद के बाद अपने 2 मासूम ‎बेटों की हत्या कर दी थी। मृतकों में हिमांशु कुमार (6) और हर्ष कुमार (4) शामिल हैं। मृतक ‎की मां खुशबू देवी ने अपने पति ‎सिकंदर यादव और उसके परिजनों ‎पर दोनों बेटों की हत्या करने‎ का आरोप लगाया है। सिकंदर के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।‎ घटना के 12 दिन बीत चुके हैं। खुशबू न ठीक से खा रही है और न ही लोगों से बात कर पा रही है। उसका मायके में इलाज चल रहा है। लोग आ रहे हैं, उसे सांत्वना दे रहे हैं। लेकिन, खुशबू की आंखों से आंसू नहीं थम रहे। वो कहती हैं 'दहेज उत्पीड़न का केस नहीं उठाने से पति नाराज थे। पति कहता था तुम्हें अपने दोनों बेटों पर गर्व है ना। पहले उन्हें मार दूंगा, फिर तुम्हें भी। पति मेरे मंझले और छोटे बेटे से नफरत करते थे। बड़े बेटे से तो मुझे मां नहीं, चाची कहवाते थे।' खुशबू ने बताया कि '2016 में हमारी शादी सिकंदर यादव के साथ हुई थी। ससुराल पहुंचते ही मायके वालों ने बाइक और पैसे की डिमांड करने लगे। ससुराल वाले अच्छी क्वालिटी के पलंग की भी डिमांड कर रहे थे। दहेज के लिए वे लोग प्रताड़ित लगने लगे थे। इससे परेशान होकर मेरे भाई ने अच्छी क्वालिटी का दीवान दिया। लेकिन उनका लोभ कम नहीं हुआ।' 2017 में मेरे बड़े बेटे अंशुमन का जन्म हुआ। वो जब 10 महीने का था तो उन्होंने मारपीट कर मुझे बेटे के साथ घर से भगा दिया। मैं बस से मायके आई। इस दौरान पति भी पहुंचे और मेरी गोद से बेटे को लेकर चले गए। मेरे बेटे को कभी वो लोग मेरे साथ नहीं रहने देते थे। खुशबू कहती है कि 'मैं जब भी ससुराल जाती तो कुछ दिन तो ठीक रहता था, लेकिन 10-15 दिन के बाद पति समेत पूरा ससुराल पक्ष मेरे साथ मारपीट करने लगता था। इसी दौरान मेरे दो और बेटे हुए। हिमांशु और हर्ष। लेकिन ससुराल वालों की दहेज की डिमांड कम नहीं हुई। पति तीन लाख रुपए की डिमांड की तो भाइयों को मेरी स्थिति नहीं देखी गई। उन्होंने किसी तरह से तीन लाख रुपए दे दिया।' खुशबू देवी ने बताया कि 'रुपए मिलने के बाद पति बाइक की मांग करने लगे। करीब डेढ़ साल पहले जब मैं काफी परेशान हो गई तो मेरे भाइयों ने ससुराल वालों के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया। कोर्ट में बेटे हिमांशु ने कहा था कि मम्मी को पापा और दादा-दादी बहुत पीटते हैं। इससे सिकंदर बेटे पर आक्रोशित हो गया। इसके बाद कोर्ट ने पति को मुझे और बच्चों को सही तरीके से रखने पर ही बेल देने की बात कही।'
सिकंदर तैयार हो गया। मुझे दोनों बेटे हिमांशु और हर्ष के साथ 19 जुलाई को अयोध्या बाड़ी ले गया। वहां उसने पत्नी और बच्चों को एक महीने अपने साथ रखा। उसके बाद उसे कोर्ट से बेल मिला। यहां एक महीने बाद फिर से मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। मैं ससुराल में अपने दो बेटों के साथ रहती थी। बड़े बेटे अंशु को मेरे पास आने नहीं देते थे।' इधर, लाखो थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि 'खुशबू कुमारी के बयान पर पति सिकंदर यादव, ससुर शिवनंदन यादव, सास प्रमिला देवी, ननद मौसम कुमारी, रिंकू कुमारी, गोतनी प्रियंका देवी, जेठ जितेन्द्र यादव, गोतनी नीलू देवी और देवर सुलेन्द्र यादव पर एफआईआर दर्ज की गई है। खुशबू के ससुर शिवनंदन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपी घर छोड़कर फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।'
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट