यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' बयान पर अखिलेश ने किया पलटवार, सरकार को दी नसीहत

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' नारे पर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखा हमला किया है। उन्होंने सलाह दी है कि मुख्यमंत्री को अपने नकारात्मक दृष्टिकोण और सलाहकारों को बदल लेना चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए फायदेमंद साबित होगा। अखिलेश ने यह भी कहा कि बेहतर है कि वे 'अच्छे विचार पालें' और खुली बांहें रखें, क्योंकि यही उनके हित में है।

अखिलेश यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मुद्दे पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह नकारात्मक नारा योगी की निराशा और नाकामी का प्रतीक है। उनके अनुसार, इस नारे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री के पास जो 10% वोटर बचे हैं, वे भी अब खिसकने की कगार पर हैं। ऐसे में योगी अब लोगों को डराने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह प्रयास सफल नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि 'नकारात्मक नारे' का प्रभाव भी पड़ता है। इस निराशाजनक नारे के आने के बाद, बचे हुए समर्थक और भी निराश हो गए हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि जो ताकतवर समझे जा रहे थे, वे भी सत्ता में रहकर कमजोरियों की बातें कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि एक 'आदर्श राज्य' की कल्पना 'अभय' के आधार पर की जाती है, न कि 'भय' के।

उनका यह भी मानना है कि 'भयभीत' लोग ही 'भय' बेचते हैं, क्योंकि जो कुछ भी उनके पास होता है, वे वही बेचते हैं। अखिलेश यादव ने इस नारे को 'निकृष्टतम-नारे' के रूप में संदर्भित करते हुए कहा कि यह योगी के राजनीतिक पतन का अंतिम अध्याय होगा और इतिहास में इसे एक महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में दर्ज किया जाएगा।

इज्जत से बात भी नहीं करते..', कांग्रेस ने चुनाव आयोग को दी कानूनी कार्रवाई की धमकी, पढ़िए, पूरा मामला

 हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी और चुनाव आयोग के बीच तनाव बढ़ गया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के खिलाफ कई आरोप लगाए और कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि पार्टी बिना सबूतों के निराधार बातें कर रही है। 

1 नवंबर 2024 को कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस ने लिखा कि आयोग का खुद को निर्दोष घोषित करना आश्चर्य की बात नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आमतौर पर वे इस मुद्दे को आगे नहीं बढ़ाते, लेकिन आयोग के आक्रामक लहजे के कारण उन्हें जवाब देना पड़ा। कांग्रेस ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आता कि चुनाव आयोग को कौन सलाह दे रहा है, लेकिन उन्हें लगता है कि आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को भूल रहा है।

कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग उनके प्रति सम्मान की कमी दिखा रहा है और उनके नेताओं पर निजी हमले कर रहा है। आयोग उनके नेताओं के साथ इज्जत से बात नहीं करता है। पार्टी ने कहा कि अगर आयोग अपनी निष्पक्षता को कमजोर कर रहा है, तो वह सही रास्ते पर नहीं है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर चुनाव आयोग ने अपने तरीके नहीं बदले, तो उन्हें कानूनी कदम उठाने पड़ेंगे।

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया और हरियाणा चुनाव में EVM की बैटरी चार्जिंग से जुड़ा मुद्दा उठाया। उनका कहना है कि आयोग के जवाबों से वे संतुष्ट नहीं हैं। इससे पहले, 29 अक्टूबर 2024 को चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को जवाब देते हुए कहा था कि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्षता से कराने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। उन्होंने कांग्रेस को बिना आधार वाले आरोप लगाने से बचने को कहा और बताया कि ऐसे आरोप माहौल बिगाड़ सकते हैं। चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस द्वारा उठाए गए मुद्दों को पहले ही संतोषजनक जवाब दिया जा चुका है, खासकर EVM बैटरी और परिणाम अपडेट में देरी के संदर्भ में।

गांधी परिवार के नए सदस्य की राजनितिक लॉन्चिंग..! पढ़िए, मामा राहुल संग रेहान के क्या हैं सियासी मायने

कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह दिल्ली स्थित 10 जनपथ आवास पर रंगाई-पुताई करने वाले मजदूरों के साथ बातचीत करते और खुद भी पेंट ब्रश चलाते दिख रहे हैं। इस वीडियो में उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के बेटे, रेहान वाड्रा भी मौजूद थे। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया, “एक दिवाली उनके साथ, जिनकी मेहनत से रौशन है भारत!”, और इसे देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि रेहान वाड्रा राजनीति में कदम रखने की तैयारी कर रहे हैं।

इस वीडियो का समय काफी दिलचस्प है, क्योंकि यह प्रियंका गांधी वाड्रा के हालिया चुनावी सक्रियता के तुरंत बाद आया है। प्रियंका ने कुछ ही दिन पहले लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था, एक सीट जो राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। इस समय कांग्रेस समर्थकों और राजनीतिक विश्लेषकों में यह चर्चा हो रही है कि गांधी-नेहरू परिवार की पांचवीं पीढ़ी, रेहान वाड्रा को "सॉफ्ट लॉन्च" किया जा रहा है। कांग्रेस की परंपरा और परिवार की भूमिका के मद्देनजर, यह सवाल उठ रहा है कि क्या रेहान को पार्टी का युवा चेहरा बनाकर प्रस्तुत किया जाएगा।

24 वर्षीय रेहान वाड्रा फिलहाल एक विज़ुअल आर्टिस्ट और क्यूरेटर के रूप में काम कर रहे हैं। उनकी वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने नई दिल्ली और मुंबई सहित कई शहरों में अपनी कलाकृतियों की प्रदर्शनियां आयोजित की हैं। उनका काम मुख्य रूप से वन्यजीव और सड़क फोटोग्राफी पर आधारित है। लेकिन अब इस वीडियो के जरिए रेहान को राहुल गांधी के करीब और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होते देखना एक संभावित संकेत माना जा रहा है कि वह राजनीति में अपनी रुचि दिखा सकते हैं।

वीडियो में, राहुल गांधी कहते हैं कि दीपावली के त्योहार के दौरान हम आमतौर पर उन लोगों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिनकी कड़ी मेहनत हमारे घरों को रौशन करती है। उन्होंने मजदूरों से उनकी समस्याओं और दैनिक जीवन की चुनौतियों के बारे में भी बात की। रेहान, राहुल की मदद करते हुए नजर आते हैं, और यह दृश्य लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि शायद रेहान भविष्य में कांग्रेस के एक सक्रिय युवा नेता के रूप में उभर सकते हैं।

गांधी परिवार की राजनीति में पीढ़ी दर पीढ़ी भूमिका निभाने की परंपरा पर गौर करें, तो यह संभावना और भी मजबूत लगती है। सोनिया गांधी के शुरुआती दावों के बावजूद कि उनके बच्चे राजनीति में नहीं आएंगे, समय के साथ राहुल और प्रियंका दोनों सक्रिय राजनीति में उतर आए। दरअसल, एक बयान में सोनिया गांधी ने कहा तथा कि मेरे बच्चे भीख मांग लेंगे, लेकिन कभी राजनीति में नहीं आएँगे, पर अब उनके बच्चे ही कांग्रेस के प्रमुख नेता हैं और सक्रीय राजनीति कर रहे हैं। प्रियंका गांधी अब लोकसभा उपचुनाव में वायनाड जैसी सुरक्षित सीट से संसद में प्रवेश करने की ओर अग्रसर हैं। इसके चलते राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि अब गांधी परिवार की नई पीढ़ी, यानी रेहान वाड्रा, कांग्रेस का नेतृत्व संभालने के लिए तैयार हो सकती है।

हालांकि, प्रियंका गांधी ने कई बार कहा है कि उनके बच्चों की राजनीति में रुचि नहीं है, फिर भी ऐसा ही दावा कभी सोनिया गांधी ने भी किया था। लेकिन इतिहास गवाह है कि परिस्थितियाँ और परिवार की परंपराएं अक्सर इन दावों को बदल देती हैं। इस समय कांग्रेस एक नई दिशा और युवा नेतृत्व की तलाश में है, और रेहान वाड्रा को इसी भूमिका के लिए तैयार किया जा सकता है।

जम्मू-कश्मीर में सेना का बड़ा ऑपरेशन, तीन जगह एनकाउंटर जारी, अनंतनाग में 2 दहशतगर्द ढेर

#two_militants_killed_in_encounter_in_anantnag_jammu_kashmir

जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों आतंकी घटनाओं में इजाफा देखा जा रहा है। पिछले 16 दिन में जम्मू कश्मीर में बड़े आतंकी हमले हुए हैं। जिसके बाद सुरक्षाबलों नें इनके सफाया का अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकवादियों के मुठभेड़ जारी है। जम्मू कश्मीर में इस वक्त तीन जगहों पर मुठभेड़ चल रही है। वहीं, अनंतनाग में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। जबकि श्रीनगर और बडगाम में मुठभेड़ जारी है।

जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक मुठभेड़ के दौरान एक विदेशी आतंकवादी और एक स्थानीय आतंकवादी को मार गिराया गया है। पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार, एक अन्य आतंकवादी अभी भी मुठभेड़ स्थल पर फंसा हुआ है और ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद इलाके को घेर लिया। पुलिस ने कहा कि जैसे ही सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके परिणामस्वरूप यह मुठभेड़ हुई। सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन को तेजी से जारी रखा है और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

अनंतनाग के अलावा श्रीनगर और बडगाम में भी एनकाउंटर जारी है।श्रीनगर के खानयार में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है।सूत्रों के मुताबिक खानयार इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। खुफिया इनपुट के आधार पर सुरक्षाबलों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। अधिकारी ने बताया कि जैसे ही ज्वाइंट टीम संदिग्ध क्षेत्र की तरफ पहुंची तो छिपे हुए आतंकियों ने संयुक्त दल पर गोलीबारी शुरू कर दी, इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस तरह मुठभेड़ शुरू हो गई। इलाके में गोलीबारी अभी भी जारी है।

इसके अलावा बडगाम में भी मुठभेड़ जारी है। बडगाम के मागाम के मजहामा इलाके में आतंकियों ने शुक्रवार को दो मजदूरों को गोली मार दी थी।

नवंबर आ गया लेकिन सर्दी नहीं आई, जानें क्या है ला नीना, जिसके न बनने से अब तक गर्म है मौसम

#evenafterdiwalipassedwinterdidnot_come

नवंबर का महीना शुरु हो गया है। बावजूद सुबह और शाम की सिहरन को छोड़ दें तो, पूरे उत्तर भारत में ठंड का कहीं नामोनिशान नहीं दिख रहा। पंखे अभी भी पूरी स्पीड में घूम रहे हैं। अब लोग सर्दी का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अभी ठंड के लिए लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो हफ्ते तक देशभर में गर्मी का प्रकोप देखने को मिलेगा। उसके बाद ही मौसम में कुछ बदलाव आने की संभावना है। मौसम विभाग की माने तो 15 नवंबर के बाद से दिन में भी सर्दी का एहसास होने लगेगा।

अभी ला नीना की स्थिति विकसित नहीं हुई

भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि हम सर्दियों के आगमन की तारीख इसलिए नहीं बता पा रहे हैं क्योंकि ला नीना अभी तक विकसित नहीं हुआ है। इसलिए मौसम विभाग इस समय सर्दियों के बारे में स्पष्ट भविष्यवाणी नहीं कर सकता है। मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ला नीना आमतौर पर सर्दियों के दौरान उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में तापमान में गिरावट से जुड़ा होता है। अनुकूल परिस्थितियां होने के बावजूद ला नीना की स्थिति अभी तक विकसित क्यों नहीं हुई, इसका पता लगाने के लिए शोध चल रहा है।

ला नीना की वजह से बहुत ज्यादा ठंड के आसार

मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष ला नीना की वजह से भारत में कम अवधि के दौरान बहुत ज्यादा ठंड पड़ने के आसार हैं। ला नीना के कारण समुद्र का तापमान ठंडा हो जाता है। ला नीना के दौरान प्रशांत तट से दूर का पानी सामान्य से ज्यादा ठंडा होता है, इसलिए उससे टकराकर लौटने वाली हवा ठंड को बेहद तीखा कर देती हैं।

क्या है ला नीना?

ला नीना प्रशांत महासागर में होने वाला एक मौसम पैटर्न है। इस पैटर्न में तेज हवाएं दक्षिण अमेरिका से इंडोनेशिया तक समुद्र की सतह पर गर्म पानी उड़ाती हैं। जैसे जैसे गर्म पानी पश्चिम की ओर बढ़ता है, दक्षिण अमेरिका के तट के पास गहरे पानी से ठंडा पानी सतह पर आ जाता है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक संभावना है कि ला नीना की प्रबलता 60 फीसदी बढ़ जाएगी।

कनाडा का भारत विरोधी चेहरा खुलकर आया सामने, अब बताया-खतरा पैदा करने वाला देश*
#canada_first_time_labeled_india_as_enemy_country
कनाडा और भारत के रिश्ते बेपटरी हो चुके हैं। कनाडा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगातार भारत पर लगाता रहा है। हालांकि हाल के दिनों में कनाडा की तरप से हो रही हरकतों ने सारी हदें पार कर दी है।कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने आधिकारिक दस्तावेज में पहली बार भारत को 'दुश्मन देश' की सूची में डाला है। कनाडा के लिए राष्ट्रीय साइबर खतरा आकलन 2025-26 की रिपोर्ट में भारत का नाम खतरे वाले देशों में शामिल किया गया है। इस रिपोर्ट को कनाडा के साइबर सुरक्षा केंद्र ने जारी किया है। भारत को चीन, रूस, ईरान और उत्तर कोरिया के साथ 'राज्य के विरोधी' के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इसमें भारत को कनाडा का विरोधी देश कहा गया है। कनाडा के साइबर विभाग ने 31 अक्टूबर को रिपोर्ट जारी की। इसमें 2025-26 में खतरा पैदा करने वाले देशों के नाम हैं।इस लिस्ट में भारत को चीन, रूस, ईरान, उत्तर कोरिया के बाद पांचवें नंबर पर रखा गया है। गवर्नमेंट ऑफ कनाडा की ऑफिशियल वेबसाइट पर यह लिस्ट मौजूद है। कनाडा ने साइबर सुरक्षा के लिए कनाडाई केंद्र द्वारा प्रकाशित अपनी वार्षिक खतरे की रिपोर्ट में कहा कि वह भारत से तथाकथित राज्य प्रायोजित हैकिंग और साइबर जासूसी के प्रयासों के लिए तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है, हमारा मानना है कि कनाडा और भारत के बीच आधिकारिक द्विपक्षीय संबंधों के कारण कनाडा के खिलाफ भारत द्वारा प्रायोजित साइबर खतरे की गतिविधि को बढ़ावा मिलेगा। भारत साइबर प्रोग्राम के जरिए जासूसी, आतंकवाद का मुकाबला, काउंटर नैरेटिव तैयार करना और दुनिया में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत-कनाडा तनाव की वजह से हैकिंग की घटनाओं को बढ़ावा मिला है। भारत पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाने के बाद ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। एक भारत समर्थक हैकिंग ग्रुप ने दावा किया है कि उसने कनाडा की वेबसाइट्स को नुकसान पहुंचाया है। इससे कनाडा आर्म्ड फोर्स की एक वेबसाइट भी प्रभावित हुई। रिपोर्ट में भारत को चीन, रूस, ईरान और उत्तर कोरिया के साथ “राज्य विरोधी” के रूप में भी वर्गीकृत किया गया है। कनाडा ने भारत पर कनाडा के लिए खतरा पैदा करने वाले ‘साइबर कार्यक्रम’ बनाने का भी आरोप लगाया। बता दें कि ट्रूडो सरकार का भारत के खिलाफ नया हमला है। इसके पहले अक्तूबर में कनाडा ने भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड के माले में पर्सन ऑफ इंटरेस्ट घोषित किया था, जिसके बाद भारत ने वर्मा समेत छह राजनयिकों को वापस बुला लिया था। इसके साथ ही नई दिल्ली ने छह कनाडाई राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया था। भारत ने इन आरोपों को बेतुका बताया था और इसे जस्टिन ट्रूड की घरेलू वोट बैंक को खुश करने के लिए उठाया गया कदम कहा था।
पीएम मोदी की वार से बौखलाए खरगे, झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार को बताया बीजेपी के पांच विशेषण*
#kharge_replies_to_pm_modi_attack


कांग्रेस और बीजेपी के बीच रार मची हुई है। कांग्रेस-बीजेपी के बीच सोशल मीडिया वॉर शुरू हो गया है। पहले कांग्रेस ने खुद को ही कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनावी गारंटी के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी को नसीहत दी। इसके बाद बीजेपी ने इस मुद्दे को लपक लिया। खुद पीएम मोदी ने खरगे की आलोचना की और कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया। जिसके बाद अब फिर शुक्रवार को मल्लिकार्जुन खरगे ने फिर पीएम मोदी पर सोशल मीडिया के जरिए हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट किया कि झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार ये 5 विशेषण हैं, जो सरकार को सबसे अच्छे से परिभाषित करते हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर निशाना साधने के बाद पार्टी अध्यक्ष खरगे समेत कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों ने पलटवार करते हुए अपने उपलब्धियों को गिनाया और बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारों पर हमला बोला। खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मुख्य विपक्षी दल पर उंगली उठाने से पहले ध्यान दें कि "मोदी की गारंटी" 140 करोड़ भारतीय नागरिकों के साथ एक क्रूर मजाक है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर झूठ, छल और कपट का आरोप लगाया और यह दावा भी किया कि भारतीय जनता पार्टी का मतलब विश्वासघात और जुमला है। प्रधानमंत्री मोदी ने खरगे के चुनावी वादों को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अब यह एहसास हो रहा है कि झूठे वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें लागू करना मुश्किल या असंभव है। खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "नरेन्द्र मोदी जी, झूठ, छल, कपट, लूट और प्रचार , ये 5 विशेषण हैं, जो आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं। 100 दिवसीय योजना के बारे में आपका ढोल पीटना एक सस्ता पीआर स्टंट था।" उन्होंने कहा, "16 मई, 2024 को आपने यह भी दावा किया था कि आपने 2047 के रोडमैप के लिए 20 लाख से अधिक लोगों से राय ली थी। पीएमओ में दायर आरटीआई ने आपके झूठ को उजागर करते हुए विवरण देने से इनकार कर दिया।" *बीजेपी का नया मतलब बताया* उन्होंने दावा किया कि बीजेपी (भाजपा) में 'बी' का मतलब विश्वासघात है, जबकि 'जे' का मतलब जुमला है। उन्होंने सवाल किया, " प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन भारत में बेरोजगारी दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर क्यों है? जहां भी मुट्ठी भर नौकरियों के लिए रिक्तियां होती हैं, वहां भगदड़ क्यों देखी जाती है? 7 साल में 70 पेपर लीक का ज़िम्मेदार कौन? सार्वजनिक उपक्रमों में हिस्सेदारी बेचकर किसने छीनी 5 लाख सरकारी नौकरियाँ?" *विकसित भारत का क्या हुआ?* कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि देश में आर्थिक असमानता 100 साल के उच्चतम स्तर पर है। खरगे ने कहा, "विकसित भारत का क्या हुआ? जो कुछ भी आप बनाने का दावा करते हैं वह ताश के पत्तों की तरह ढह रहा है। महाराष्ट्र में शिवाजी की मूर्ति का उद्घाटन आपके द्वारा किया गया, दिल्ली हवाई अड्डे की छत, अयोध्या में राम मंदिर की छत ढह गई और अटल सेतु में दरारें आ गईं।’’ उन्होंने कहा कि अनगिनत रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि "रील मंत्री" प्रचार में व्यस्त हैं। *ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा का क्या हुआ?* खरगे ने कहा, "ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा का क्या हुआ? हमारे पास आपके लिए केवल दो शब्द हैं - मोदानी मेगा घोटाला और सेबी अध्यक्ष। जबरन वसूली करके असंवैधानिक चुनावी बॉन्ड के माध्यम से लूट करना भाजपा का सबसे बड़ा वित्तीय अपराध है।" उन्होंने सवाल किया कि ‘‘मैं देश नहीं झुकने दूंगा" का क्या हुआ? उन्होंने दावा किया कि गलवान के बाद प्रधानमंत्री ने चीन को क्लीन चिट, चीनी निवेश के लिए लाल कालीन बिछाई गई और हर पड़ोसी देश के साथ रिश्ते खराब हुए। * ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘जय किसान, जय जवान’ का क्या हुआ?* खरगे ने सवाल किया कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘जय किसान, जय जवान’ का क्या हुआ? उन्होंने दावा किया, "अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराध में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अपराध में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एससी/एसटी महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में 2014 की तुलना में 2022 में 1.7 गुना वृद्धि देखी गई।" *"अच्छे दिन कहां हैं मोदी जी?* कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि "निष्ठाहीन, प्रतिशोधी और काम न करने वाले नेताओं" को कांग्रेस की सरकारों पर संदेह पैदा करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सवाल किया, "अच्छे दिन कहां हैं मोदी जी? अमृतकाल कहां है? वर्ष 2022 तक सभी के लिए आवास, 100 स्मार्ट सिटी या नोटबंदी के फायदों के बारे में आपने (प्रधानमंत्री) लोगों से जो झूठ बोला उसका क्या हुआ?
अंधेरे के साये में बांग्लादेश, अडानी पावर ने बिजली आपूर्ति बंद कर दी, जानें क्या है वजह*
#bangladesh_faces_electricity_shortage_due_to_adani_power_stops_supply
तख्तापलट के बाद भी बांग्लादेश की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। अभी भी पड़ोसी देश प्रदर्शनों के दौर से गुजर रहा है। इस बीच बांग्लादेश को एक और नई मुसीबत ने घेर लिया है। दरअसल, अडानी पावर की सब्सिडरी कंपनी अडानी पावर झारखंड लिमिटेड (APJL) ने बांग्लादेश को अपनी बिजली सप्लाई घटाकर आधा कर दी है। अडानी ग्रुप ने बकाया बिलों के कारण पड़ोसी देश को दी जाने वाली अपनी बिजली आपूर्ति में 50 प्रतिशत की कटौती कर दी है।एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश पर अडानी पावर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडानी पावर झारखंड लिमिटेड (एपीजेएल) का 846 मिलियन डॉलर बकाया है। समाचार पत्र 'डेली स्टार' में शुक्रवार को छपी एक खबर के मुताबिक, पावर ग्रिड बांग्लादेश पीएलसी के आंकड़ों से पता चला है कि अडाणी ग्रुप के पावर प्लांट ने गुरुवार रात से सप्लाई घटा दी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश ने गुरुवार और शुक्रवार के बीच की रात में 1600 मेगावाट से ज्यादा बिजली की किल्लत की सूचना दी। इसकी वजह ये है कि करीब 1496 मेगावाट क्षमता वाला प्लांट अब एक यूनिट से 700 मेगावाट बिजली का ही उत्पादन कर रहा है। *अडानी कंपनी ने पहले ही लिखा था पत्र* इससे पहले अडानी कंपनी ने बांग्लादेश के ऊर्जा सचिव को एक पत्र लिखकर बांग्लादेश बिजली विकास बोर्ड (पीडीबी) से 30 अक्टूबर तक बकाया राशि का भुगतान करने को कहा जाए। अडानी समूह की कंपनी ने 27 अक्टूबर को लिखे पत्र में कहा था कि यदि बकाया बिलों का भुगतान नहीं होता है तो वह 31 अक्टूबर को बिजली आपूर्ति निलंबित करके बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के तहत उपतचारात्मक कदम उठाने के लिए बाध्य होगी। *17 करोड़ डॉलर के लोन पर भी मुकर गया बांग्लादेश* अडाणी पावर ने कहा कि पीडीबी ने न तो बांग्लादेश कृषि बैंक से 17 करोड़ डॉलर के लोन की सुविधा दी है और और न ही 84.6 करोड़ डॉलर के बकाया राशि का भुगतान किया है। डेली स्टार ने पीडीबी के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि पिछले बकाये का एक हिस्सा पहले चुका दिया गया था, लेकिन जुलाई से अडानी पावर झारखंड लिमिटेड पिछले महीनों की तुलना में ज्यादा चार्ज कर रही है। उन्होंने कहा कि पीडीबी हर हफ्ते करीब 1.8 करोड़ डॉलर का भुगतान कर रहा है, जबकि चार्ज 2.2 करोड़ डॉलर से ज्यादा है, जिसकी वजह से बकाया बढ़ गया है।
चुनावी गारंटी स्कीम पर खरगे ने दिया बयान, तो पीएम मोदी ने कसा तंज, बोले- झूठे वादे करना आसान, लागू करना मुश्किल

#pmmodisayscongbadlyexposedafterkhargeadvice

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चुनावी वादों को लेकर दिए बयान के बाद कांग्रेस पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर कांग्रेस के चुनावी वादों पर सवाल उठाए।पीएम ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी इस बात को भली-भांति समझ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना कठिन या असंभव है। दरअसल, हाल ही में कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का एक बयान आया था कि राज्य सरकार ‘शक्ति’ गारंटी योजना की समीक्षा करेगी। इस स्कीम के तहत राज्य में महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा मिलती है। इस पर खरगे ने कहा था कि बजट के आधार पर ही घोषणा करनी चाहिए अन्यथा राज्य दिवालियापन हो जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को काग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर कांग्रेस के चुनावी वादों पर सवाल उठाए। सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी यह भली-भांती जानती है कि झूठे वादे करना आसान है। लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना बहुत मुश्किल या असंभव है। मोदी ने कहा, कांग्रेस हर चुनाव में लोगों से कई वादे करती है। लेकिन वह जानती है कि वह उन्हें कभी पूरा नहीं कर पाएगी। अब कांग्रेस की असलियत लोगों के सामने आ गई है।

पीएम मोदी ने आगे लिखा, आज जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना - वहां विकास की दिशा और आर्थिक स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। उनकी तथाकथित गारंटियां अधूरी पड़ी हैं, जो इन राज्यों की जनता के साथ घोर विश्वासघात है। ऐसी राजनीति के पीड़ित गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल वादों के लाभ से वंचित रखा जा रहा है, बल्कि उनकी चालू स्कीम भी कमजोर की जा रही हैं।

पीएम मोदी ने बताया कांग्रेस के काम करने का तरीका

पीएम मोदी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी विकास के काम करने के बजाय पार्टी की अंदरूनी राजनीति और लूट में व्यस्त है। इतना ही नहीं, वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस लेने जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता। तेलंगाना में किसान अपने वादे के मुताबिक कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। इससे पहले छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने कुछ भत्ते देने का वादा किया था, जो पांच साल तक लागू नहीं हुए। कांग्रेस किस तरह काम करती है, इसके कई उदाहरण हैं।

कांग्रेस प्रायोजित संस्कृति से सावधान रहने की सलाह

प्रधानमंत्री ने कहा, देश की जनता को झूठे वादों की कांग्रेस प्रायोजित संस्कृति से सावधान रहना होगा! हमने हाल ही में देखा कि कैसे हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को नकार दिया और एक स्थिर, कार्रवाई से प्रेरित सरकार को प्राथमिकता दी। पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस को वोट देना अशासन, खराब अर्थव्यवस्था और बेशुमार लूट के लिए वोट देना है। भारत के लोग विकास और प्रगति चाहते हैं, वही पुराना तरीका नहीं।

खरगे ने क्या कहा था

कर्नाटक में मुफ्त बस योजना पर समीक्षा की बातों पर खरगे ने नाराजगी जताई और कहा कि उतना ही वादा कीजिए, जितनी पूरी हो जाए।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शिवकुमार के बयान पर निराशा जाहिर करते हुए कहा था, आपने राज्य के लोगों को कुछ गारंटी दी हैं। उन्हें देखने के बाद मैंने भी महाराष्ट्र में कहा था कि कर्नाटक में 5 गारंटी हैं। अब आपने (शिवकुमार) कह दिया कि आप एक गारंटी छोड़ देंगे। समीक्षा की बात कहकर आपने संदेह पैदा कर दिया है। मैंने उनसे (महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं) कहा कि पांच, छह, सात या आठ गारंटी के वादे मत करते रहो। इसके बजाय ऐसे वादे करो जो आपके बजट के अनुरूप हों। जो लोग आलोचना करना चाहते हैं, उनके लिए इतना ही काफी है। उन्होंने सिद्धारमैया सरकार को अपने वादों पर कायम रहने की हिदायत दी। खड़ने ने पार्टी नेताओं को चेताया और कहा, यदि आप बजट पर विचार किए बिना वादे करते हैं तो यह दिवालियापन की ओर ले जाएगा।

हरियाणा में एक और नया एक्सप्रेसवे बनकर हो गया तैयार, माता वैष्णो देवी की यात्रा को बना देगा बेहद आसान

देशभर में सड़क नेटवर्क मजबूत बनाया जा रहा है. नए हाइवे और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है ताकि लंबी दूरी के सफर को कम समय में पूरा किया जा सकें. इसी कड़ी में निर्माणाधीन दिल्ली- अमृतसर- कटरा एक्सप्रेसवे का हरियाणा में 113 किलोमीटर लंबा हिस्सा बनकर तैयार हो चुका है.

हरियाणा के सोनीपत में कुंडली- मानेसर- पलवल एक्सप्रेसवे से शुरू होकर कैथल जिले से होते हुए पंजाब की सीमा में प्रवेश करने वाले इस एक्सप्रेस-वे का 113 किलोमीटर लंबे हिस्से का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है और संभावना जताई गई है कि दिवाली के बाद कभी भी इसे वाहन चालकों को समर्पित किया जा सकता है. इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली और पंजाब से हरियाणा के कई शहरों के बीच आवागमन बेहद आसान हो जाएगा.

नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) 669 किलोमीटर लंबे दिल्ली- अमृतसर- कटरा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रहा है. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य कई चरणों में चल रहा है और अच्छी बात यह है कि हरियाणा में 113 किलोमीटर लंबे सोनीपत से पंजाब बार्डर तक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.

ये होगा रूट

दिल्ली- अमृतसर- कटरा एक्सप्रेसवे हरियाणा के जिन शहरों से होकर गुजरेगा, उनमें सोनीपत जिले का लाखन- माजरा और गोहाना, रोहतक का हसनगढ़- सांपला- खरखोदा, झज्जर में जसौर खेड़ी, जींद व असंध और नरवाना तथा कैथल शामिल हैं.

वैष्णो देवी की यात्रा होगी आसान

दिल्ली- अमृतसर- कटरा एक्सप्रेसवे के बनने पर दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा बेहद आसान हो जाएगी. इस सड़क मार्ग से दिल्ली से चलकर 6-7 घंटे में कटरा पहुंच सकेंगे, जबकि ट्रेन से जाने में 12 से 13 घंटे का समय लगता है यानि आप अपने निजी वाहन से आधे समय में श्री माता वैष्णो देवी यात्रा को पूरा कर सकेंगे।

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली से कटरा ही नहीं, बल्कि अमृतसर का सफर भी आसान हो जाएगा। अभी दिल्ली से अमृतसर की 405 किलोमीटर दूरी तय करने में करीब 8 घंटे का समय लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेसवे से आप 4 घंटे में अमृतसर पहुंच सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे की बदौलत दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के बीच आवागमन और ज्यादा सरल हो जाएगा।