नवंबर आ गया लेकिन सर्दी नहीं आई, जानें क्या है ला नीना, जिसके न बनने से अब तक गर्म है मौसम
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नवंबर का महीना शुरु हो गया है। बावजूद सुबह और शाम की सिहरन को छोड़ दें तो, पूरे उत्तर भारत में ठंड का कहीं नामोनिशान नहीं दिख रहा। पंखे अभी भी पूरी स्पीड में घूम रहे हैं। अब लोग सर्दी का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अभी ठंड के लिए लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो हफ्ते तक देशभर में गर्मी का प्रकोप देखने को मिलेगा। उसके बाद ही मौसम में कुछ बदलाव आने की संभावना है। मौसम विभाग की माने तो 15 नवंबर के बाद से दिन में भी सर्दी का एहसास होने लगेगा।
अभी ला नीना की स्थिति विकसित नहीं हुई
भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि हम सर्दियों के आगमन की तारीख इसलिए नहीं बता पा रहे हैं क्योंकि ला नीना अभी तक विकसित नहीं हुआ है। इसलिए मौसम विभाग इस समय सर्दियों के बारे में स्पष्ट भविष्यवाणी नहीं कर सकता है। मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ला नीना आमतौर पर सर्दियों के दौरान उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में तापमान में गिरावट से जुड़ा होता है। अनुकूल परिस्थितियां होने के बावजूद ला नीना की स्थिति अभी तक विकसित क्यों नहीं हुई, इसका पता लगाने के लिए शोध चल रहा है।
ला नीना की वजह से बहुत ज्यादा ठंड के आसार
मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष ला नीना की वजह से भारत में कम अवधि के दौरान बहुत ज्यादा ठंड पड़ने के आसार हैं। ला नीना के कारण समुद्र का तापमान ठंडा हो जाता है। ला नीना के दौरान प्रशांत तट से दूर का पानी सामान्य से ज्यादा ठंडा होता है, इसलिए उससे टकराकर लौटने वाली हवा ठंड को बेहद तीखा कर देती हैं।
क्या है ला नीना?
ला नीना प्रशांत महासागर में होने वाला एक मौसम पैटर्न है। इस पैटर्न में तेज हवाएं दक्षिण अमेरिका से इंडोनेशिया तक समुद्र की सतह पर गर्म पानी उड़ाती हैं। जैसे जैसे गर्म पानी पश्चिम की ओर बढ़ता है, दक्षिण अमेरिका के तट के पास गहरे पानी से ठंडा पानी सतह पर आ जाता है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक संभावना है कि ला नीना की प्रबलता 60 फीसदी बढ़ जाएगी।
3 hours ago