राजगीर में धूम धाम से मना विश्व शांति स्तूप का 55 वां वार्षिकोत्सव समारोह, सीएम नीतीश समेत 7 देशों के प्रतिनिधि हुए शामिल
नालंदा : राजगीर के गृद्धकूट पर्वत पर धूम धाम से विश्व शांति स्तूप का 55 वां वार्षिकोत्सव समारोह मनाया गया । इस मौके पर जापान ताइवान समेत सात देशों के प्रतिनिधि समेत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि फूजी गुरु जी के प्रयास से 55 साल पहले पूरे विश्व में शांति लाने के उद्देश्य से इसका निर्माण कराया गया था । भगवान बुद्ध बताए शांति के मार्ग पर चलकर ही विश्व में शांति और भाईचारा कायम किया जा सकता है । राजगीर सभी धर्मों का समागम स्थल है ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा नवनिर्मित एकीकृत भवन का उद्घाटन किया गया । इस भवन का उद्देश्य न केवल देशी-विदेशी पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है।
नवनिर्मित भवन में पर्यटकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण सुविधाएं जोड़ी गई हैं। यहाँ 6 फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के व्यंजन उपलब्ध होंगे, जहां पर्यटक स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्वाद का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा, 80 सीटों वाला कैफेटेरिया भी तैयार किया गया है, जहां पर्यटक आराम से भोजन कर सकेंगे। स्वच्छता और हाईजीन पर विशेष ध्यान देते हुए पूरे भवन में नियमित सफाई और डस्टबिन की व्यवस्था की गई है।
भवन में लिफ्ट की सुविधा के जरिये सभी मंजिलों तक पहुंच को आसान बनाया गया है, ताकि हर उम्र के पर्यटक बिना कठिनाई के यात्रा का आनंद ले सकें। यह भवन रोपवे की यात्रा के लिए प्रतीक्षारत यात्रियों के लिए एक विशाल और आरामदायक प्रतीक्षालय के रूप में भी कार्य करेगा।
परिवारों के साथ आने वाले पर्यटकों के लिए एक शिशु पोषण कक्ष की भी व्यवस्था की गई है, जिससे छोटे बच्चों वाले माता-पिता को सहूलियत मिले। यह कक्ष परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण सेवा साबित होगी।
इस एकीकृत भवन का निर्माण न केवल पर्यटन सुविधाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का अवसर भी प्रदान करता है। इस भवन में कई दुकानें स्थापित की गई हैं, जिनके संचालन से स्थानीय व्यवसायियों और हस्तशिल्पकारों को सीधा लाभ मिलेगा।
राजगीर के विश्व शांति स्तूप, गृद्धकूट पहाड़ी और घोड़ा कटोरा जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा करने वाले पर्यटकों के लिए यह भवन एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। यहाँ आकर पर्यटक न केवल यात्रा के बीच आराम कर सकेंगे, बल्कि स्थानीय संस्कृति और व्यंजनों का अनुभव भी प्राप्त कर पाएंगे।
नालंदा से राज
Nov 01 2024, 14:36