गंगा नदी में फंसी नाव को निकालने में  डूबे दो भाई, छोटे की बची जान, बड़ा लापता
रुस्तमपुर थाना क्षेत्र के रुस्तमपुर में  मंगलवार की दोपहर दो बजे के करीब  गंगा नदी के बीच में फंसी नाव को  निकालने के दौरान दो युवक डूब गये। एक नाविक किसी तरह तैर कर बाहर के निकल गया, जबकि दूसरा नदी में डूब बन गया।डूबा युवक रुस्तमपुर थाना क्षेत्र के  रुस्तमपुर पंचायत के तीन पैरिया निवासी इंदल राय का 18 वर्षीय पुत्र  बलवीर कुमार बताया गया है. इसकी जानकारी मिलते ही नदी किनारे बड़ी - संख्या में लोग जुट गये। घटना की सूचना रुस्तमपुर थाने की पुलिस को दी गयी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गये।

घटना की जानकारी  एसडीआरएफ टीम को दी गयी, सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने नदी में डूबे युवक की खोजबीन शुरू कर दी। हालांकि देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चला था। जानकारी के अनुसार कच्ची दरगाह से दूध का खाली केन लेकर लौटने के दौरान बीच नदी में पानी कम होने की वजह से नाव फंस गयी। इस दौरान इंदल राय का 16 वर्षीय पुत्र रिशु कुमार पानी में उतरकर नाव निकालने का प्रयास करने लगा।
      इसी दौरान वह तेज धार में बहने लगा। छोटे भाई को डूबता देख बलवीर कुमार उसे बचाने गया। बचाने के क्रम में बलवीर कुमार भी नदी में डूब गया, जबकि छोटा भाई तैरकर बाहर निकल गया। घाट पर मौजूद लोगों ने घटना की जानकारी रुस्तमपुर थाने की पुलिस और युवक के घर वालों को दी।

       घटना की सूचना मिलते ही युवक के घर वाले एवं स्थानीय थाने की पुलिस नदी किनारे पहुंच गयी। कांग्रेस नेता बनारस राय ने बताया कि संवेदक द्वारा पीपा पुल लगाने का कार्य काफी धीमी गति से किया जा रहा है। अगर रुस्तमपुर गंगा नदी पर पीपा पुल लगा दिया गया होता, तो आज यह घटना नहीं होती उन्होंने जिला प्रशासन से अविलंब रुस्तमपुर घाट पर पीपा पुल लगवाने की मांग की है। कहा कि पीपा पुल लगने के बाद छठ पूजा में आने-जाने वाले लोगों को काफी सुविधा होग।

    बताया जाता है कि रुस्तमपुर घाट गंगा  नदी पर पीपा पुल बनाने का कार्य करीब 15 दिनों से चल रहा है।रुस्तमपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि नदी में फंसे नाव को निकालने के दौरान दो भाई डूब गये। एक तैरकर निकल गया। एसडीआरएफ की टीम नदी में डूबे युवक की खोज कर रही है। देर शाम तक युवक का पता नहीं चल सका था।





भगवान घन्वंतरि के सूत्र ही उत्तम स्वास्थ्य के मार्ग
आरोग्यदेव भगवान धन्वंतरि की जयंती पर की गयी पूजा-अर्चना

      आज के दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की जयंती पर धनतेरस मनाया जाता हैं।आज भगवान धन्वंतरि पर उनकी पूजा-अर्चना आरोग्य की कामना के साथ जाती हैं। शहर के सिनेमा रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय में मंगलवार को धन्वंतरि जयंती समारोह आयोजित किया गया। पंडित उमेश तिवारी के मंत्रोच्चारण के बीच डॉ मधुसूदन सिंह, योगगुरु जयनारायण सिंह, डॉ नीरज तिवारी, परमात्मा राय ने भगवान धन्वंतरि के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उ‌द्घाटन किया। संचालन शिवनाथ सिंह ने किया।

     मौके पर वर्तमान समय में मानव के स्वास्थ्य का उत्तम मार्ग विषय पर विचार गोष्ठी हुई. मुख्य अतिथि डॉ मधुसूदन सिंह ने विचार रखते हुए भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक और देवताओं का वैद्य कहा हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो अजीत कुमार ने कहा कि भगवान धन्वंतरि पृथ्वी पर रोग-व्याधि दूर करने के लिए अमृत कलश लेकर आये। उन्हें भगवान विष्णु का 12 वां अवतार माना जाता है। उनके दर्शन मात्र से रोग-व्याधि दूर हो जाते हैं।

      पतंजलि योग समिति, वैशाली के अध्यक्ष जयनारायण सिंह ने कहा कि आयुर्वेद ब्रह्मांड की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है। इसी पद्धति के माध्यम से भगवान धन्वंतरि मानव समेत सभी जीव-जंतुओं के स्वास्थ्य के उद्धारक बने। वर्तमान समय में भगवान धन्वंतरि के बताये सूत्र ही स्वास्थ्य के लिए उत्तम साधन है। इसी को अपना कर मानव दीर्घायु बन सकता है।

       इस अवसर पर आयुर्वेद-प्राणायाम के माध्यम से समाज में विशिष्ट योगदान देने के लिए सात लोगों को धन्वंतरि चिकित्सा सेवा सम्मान से नवाजा गया। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ मधुसूदन सिंह, हरिद्वार के वैद्य नीरज तिवारी, योगगुरु जयनारायण सिंह, परमात्मा राय, शिवशंकर मेहता, आरएसएस के पूर्व प्रचारक हेमंत एवं उमेश कुमार तिवारी को बुके, अंग-वस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गणेश प्रसाद सिंह, रामनरेश पाठक, उमेश चंद्र तिवारी, संतलाल पासवान, दीनानाथ राय, संजय कुमार, संजीव कुमार, सुदामा प्रसाद सिंह, विनीद कुमार सिंह, अजय सिंह, मनीष कुमार राय, अभिषेक कुमार, गौतम कुमार आदि उपस्थित थे।
बिहार सरकारी सेवक सेवा शिकायत निवारण के तहत डीएम ने की नौ मामलों की सुनवाई
हाजीपुर।

    मंगलवार को बिहार सरकारी सेवक सेवा शिकायत निवारण अंतर्गत नौ मामलों में अपील पर डीएम यशपाल मीणा के समक्ष सुनवाई की गयी।जिलां कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, वैशाली के कार्यालय से संबंधित सेवानिवृत्ति के बाद सेवा अवधि का बकाया अंतरवेतन भुगतान नहीं करने के संबंध में डीएम ने कार्यक्रम पदाधिकारी को पूर्ण भुगतान करने का आदेश दिया।

      अधीक्षक मंडल कारा, हाजीपुर के कार्यालय से संबंधित मामले में जिला स्थापना से पूरे मामले पर मंतव्य सहित जांच प्रतिवेदन की मांग की गयी तथा मामले की अगली सुनवाई के लिए अगली तिथि निर्धारित की गयी।

      हाजीपुर एसडीओ के कार्यालय से संबंधित परिवाद में बकाया अंतरवेतन का भुगतान करने के मामले में परिवादी ने बताया कि उनका भुगतान कर दिया गया है. इस प्रकार परिवाद को समाप्त कर दिया गया।

    अनुमंडल कृषि पदाधिकारी हाजीपुर के कार्यालय से संबंधित परिवाद में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इनके मामले में भुगतान संयुक्त कृषि निदेशक, बिहार पटना संप्रति, निदेशक रसायन मिट्टी जांच प्रयोगशाला बिहार पटना एवं कृषि निदेशक बिहार पटना को करना है जो मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है. डीएम ने इस मामले में निदेशक से फोन पर बात कर परिवादी को भुगतान करवाने का निर्देश दिया।

     जिला कल्याण पदाधिकारी कार्यालय से संबंधित मामले में उपार्जित अवकाश के समतुल्य वेतन के भुगतान के लंबित मामला में कल्याण पदाधिकारी ने बताया गया कि मामले को आवश्यक जांच के बाद कार्रवाई के लिए कल्याण विभाग पटना को भेज दिया गया है जहां से उनका भुगतान होगा।

      अंचल अधिकारी राघोपुर से संबंधित मामले में दायर परिवाद पर अंचल अधिकारी ने बताया कि परिवादी का पेंशन पुनरीक्षण से संबंधित परिवाद को नियमानुसार पुनरीक्षण करते हुए महालेखाकार पटना को भेज दिया गया है।

    जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय से संबंधित मामले में कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि परिवादी को पूर्ण भुगतान कर दिया गया है. परिवादी की सहमति से मामले का निष्पादन कर दिया गया।

      कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण लालगंज कार्यालय से संबंधित मामले में भी पाया गया कि परिवादी का सभी कागजात आवश्यक कार्रवाई के लिए जल संसाधन विभाग बिहार पटना को समर्पित किया जा चुका है. अतः परिवाद समाप्त कर दिया गया।


आज हैं धनतेरस: बाजार सज-धज कर तैयार
हाजीपुर    आज चारों ओर धनतेरस की धूम देखने को मिल रही है. आज मंगलवार को शुभ त्रिपुष्कर योग में धनतेरस मनाया जायेगा। कार्तिक माह के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार इस बार त्रयोदशी तिथि  मंगलवार की सुबह 10.31 बजे से शुरू होगी और बुधवार को 1.15 बजे दिन तक रहेगी। धनतेरस की पूजा शाम  में होती है, इसलिए मंगलवार को  यह को यह पर्व मनाया जायेगा।

     आचार्य आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि इस बार धनतेरस लय, पर त्रिग्रही योग यानी त्रिपुष्कर योग, इंद्र द योग और वैधृति योग के साथ ही उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इसके सुप्रभाव से लोगों के लिए धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना शुभ फलदायक होगा। आचार्य त्रिपाठी ने बताया कि खरीदारी का शुभ मुहूर्त सुबह दोपहर 11.42 से 12.27 बजे तक और शाम 5.38 से 6.04 बजे तक है. पूजन का मुहूर्त शाम 6.31 बजे से रात 8.31 बजे तक है."

   धनतेरस का दीपावली में खास महत्व होता है।इस बार जिले में धनतेरस को खास बनाने के लिए दुकानदारों ने विशेष तैयारी की है। बर्तन और स्वर्ण आभूषणों की दुकानों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान और ऑटोमोबाइल्स की दुकानें पूरी तरह  सजकर तैयार हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों  की दुकानों में खरीदारी के लिए लोगों ने एक सप्ताह पहले से ही बुकिंग शुरू कर दी थी। स्वर्ण व्यवसायी भी इस बार लोगों को धनतेरस के अवसर पर उनकी पसंद के आभूषण उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। शहर के प्रमुख आभूषण दुकानों में आकर्षक व एक्सक्लूसिव रेंज के गहने ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराये गये हैं ।

   शुभ होता है सोना-चांदी व धातु खरीदना : धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर और आरोग्य के स्वामी धन्वंतरि की पूजा की जाती है। कहा जाता है आज के दिन ही भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था, जो समुद्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे। इसी कारण धन्वंतरि को औषधि का जनक भी कहा जाता है। मान्यता है कि श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से सम्पन्नता आती है। धनतेरस के दिन लोग सोने-चांदी के आभूषण और बर्तन की खरीदारी करते हैं। इस दिन धातु खरीदना शुभ माना जाता है।

       धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर शुभ मुहूर्त में सोने-चांदी के आभूषण खरीदना, खड़ा धनिया खरीदना तथा मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की मूर्ति खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन झाडू खरीदने की परंपरा चली आ रही है. मत्स्य पुराण के अनुसार धनतेरस के दिन झाडू खरीदने से घर में बरकत होती है.

बर्तन की दुकान पर खास इंतजाम : धनतेरस में खरीदारी के लिए बर्तनों की दुकानों पर भी खास इंतजाम किये गये हैं। बर्तन दुकानों में भरपूर मात्रा में बर्तनों के नये-नये रेंज मंगाये गये हैं।
       
     स्टेनलेस स्टील तथा पीतल की बर्तनों की डिमांड को देखते हुए बाजार में इसके इंतजाम किये गये है। क्रॉकरी के आइटम्स भी बाजारों में छाये हुए हैं। धनतेरस के दिन होने वाली भीड़ को देखते हुए प्रमुख प्रतिष्ठानों में अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था की गयी हैं। शहर में धनतेरस को उमड़ने वाली - भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की - ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। पुलिस अपने क्षेत्र के प्रमुख बाजारों पर विशेष नजर रखेगी।भीड़ भाड़ वाले इलाकों में असामाजिक तत्वों पर भी निगरानी रखी जायेगी।

कई दुकानों में निश्चित उपहार योजना के तहत खरीदारी पर इनाम भी दिये जा रहे हैं। वहीं, गहनों की खरीद पर विशेष छूट भी मिल रही है। 

नशीली दवा के साथ नशाखुरानी गिरोह के सात बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
गिरोह के फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी 

हाजीपुर जिले के सराय थाना की पुलिस ने नशा खुरानी गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य के बयान से नशे के उपयोग में लाई जाने वाली दवा के साथ लोगों को बेहोश करने बाली 200 एमएल दवा की सीसी बरामद किया है।

             
              पुलिस अवैध मादक पदार्थ के सेवन, खरीद-बिक्री, भंडारण, नशा खुरानी गिरोह तथा नशे के कारोबारी के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। एसपी ने बताया कि जिले के सभी थाना की पुलिस को नशाखुरानी गिरोह के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए आसूचनी संकलन करनें का निर्देश दिया गया है‌।वहीं रविवार को सराय थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नशाखुरानी गिरोह के सरगना बसंत पासवान एवं उसके गिरोह के विरुद्ध छापेमारी अभियान चलाया था।

     बताया गया कि जब छापेमारी दल सराय थाना क्षेत्र के भोजपट्टी गांव स्थित बसंत पासवान के घर छापेमारी करने पहुंची तो उसने गांव के लोगों को जुटा कर पुलिस बल के साथ हाथापाई करने लगा। इसके बाद पुलिस ने बसंत पासवान समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

       एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार कर लिया कि गिरोह के सदस्य यात्रियों को ऑटो, कार या अन्य वाहनों में बैठाने के बाद मौका पाकर खाने पीने की चीजों में नशा की दवा मिला कर खिला देते थे एवं बेहोश होने पर सारा सामान लूट लेते थे।

       बताया गया कि बीते 23 अक्टूबर को हाजीपुर जंक्शन से जंदाहा जाने वाले एक यात्री को नशा का सामान खिलाकर बेहोश करने के बाद महुआ रोड में उतार दिया था। इससे पहले भी गांधी सेतु से एक यात्री को कुम्हरार जाने के क्रम में लूट लिया था।
बताया गया कि गिरफ्तार रामेश्वर राय उर्फ टिकिया के एवं संजीव कुमार उर्फ टुटला के विरुद्ध पटना के पत्रकार नगर थाना में नशाखुरानी के एक मामले दर्ज पाए गए है।

इन बदमाशों की हुई है गिरफ्तारी

रामेश्वर राय उर्फ टिकिया पिता स्व रघुनाथ राय, ग्राम- भोजपट्टी, थाना- सराय

बसंत पासवान, पिता-स्व चंद्रदीप पासवान, ग्राम- भोजपट्टी, थाना- सराय

सुरज कुमार, पिता- बसंत पासवान ग्राम-भोजपट्टी, थाना-सराय

रंजय कुमार, पिता-बसंत पासवान, ग्राम-भोजपट्टी, थाना-सराय

संजय पासवान, पिता-बसंत पासवान, ग्राम-भोजपट्टी, थाना- सराय

रामदेनी पासवान, पिता-स्व गणेश पासवान, ग्राम- भोजपट्टी, थाना- सराय

संजीव कुमार उर्फ टुटला, पिता- स्व जवाहर पासवान, ग्राम-भोजपट्टी, थाना-सराय




    
महिला समेत 5 स्मैक तस्कर गिरफ्तार
         वैशाली पुलिस की सक्रियता से एक बड़ी कामयाबी मिली है। बिदुपुर पुलिस ने दाउदनगर पंचायत भवन  से एक महिला समेत पांच तस्कर गिरफ्तार किया है। इसमें दो तस्कर अंतरराज्यीय यानि मिजोरम के रहने वाले है और दोनों तस्कर मादक पदार्थ की डिलीवरी देने मिजोरम से आए थे। पुलिस ने आरोपी के पास से कोटा(स्मैक) 995 ग्राम, खैनी जैसा मादक पदार्थ 95 ग्राम,छोटा एक डिजिटल तराजू,  5 मोबाइल, नगद 13 लाख 37 हजार 547 रुपये बरामद किए हैं। बरामद कोटा स्मैक का बाजार मूल्य करीब लगभग 10 लाख रुपये की बताई जा रही है।

            एसपी हर किशोर राय ने बताया कि 26 अक्टूबर को संध्या में बिदुपुर थाना को गुप्त सूचना मिला था कि थाना क्षेत्र के दाउदनगर पंचायत भवन के पास एक बड़े नशे के कारोबारी महेंद्र राय को दो व्यक्ति मिजोरम से आकर कोटा (स्मैक) का बड़ी खेप देने वाला है। सूचना उपरांत तुरंत एक टीम गठन करने का निर्देश दिया था। जिसमें बीडीओ बिदुपुर,  जिला आम सूचना इकाई एवं बिदुपुर थाना को शामिल किया गया। टीम उक्त गहों पर छापेमारी करने पहुंचा तो पुलिस टीम को देखकर पांच लोग भागने लगें। जिसे सशस्त्र बल की सहयोग से पकड़ा गया, जबकि, कई लोग अंधेरा का फायदा उठाकर भागने सफल भी रहे। इस गैंग में शामिल अन्य अपराधियों को पहचान हो चुकी है, जिनकी गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी की जा रही है।

पुलिस ने गुप्त सूचना पर की कार्रवाई, एक किलो कोटा स्मैक लेकर पहुंचे थे दो तस्कर

    मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में लगभग 10 लाख कीमत

    एसपी ने बताया कि जिले में अवैध मादक पदार्थ के सेवन खरीद बिक्री एवं बड़े नशा के तस्करों के विरुद्ध  आसूचना संकल्प कार्यवाही की जाती हैं। छापेमारी के दौरान फरार तस्करों की पहचान हो गई है। गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही हैं। जबकि पकड़े गया मादक पदार्थ का अंतरराष्ट्रीय  मार्केट  मार्केट में लगभग 10 लाख के करीब कीमत बताई गई है। बताया गया कि फरार तस्करों के पास कुछ और मादक पदार्थ एवं पैसे थे, जो लेकर भाग गए। । इन गिरोह का सरगना कृष्णा राय राजापाकड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है जो कि  फरार होने में कामयाब रहा हैं। एक महिला की भी गिरफ्तारी हुई हैं जिसके द्वारा मादक पदार्थ इधर-उधर लाया जाता था ताकि पुलिस महिला पर शक ना करें। फरार महिला कृष्णा राय की पत्नी है।

       गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ बिदुपुर में एनडीपीएस एक्ट दर्ज

     मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार नशा तस्कर जिले के बिदुपुर थाना क्षेत्र के बिदुपुर डीह कटहारीया गांव निवासी भुखलालराय के पुत्र महेन्द्र राय और विश्वनाथ राय के पुत्र रामू कुमार जबकि  राजापाकड़ थाना व गांव निवासी कृष्णा राय के पुत्र कविता राय तथा लाल हमिंग, पिता, लालरिनथ्न्गा, ग्राम चॉदमारी वेस्ट आईजोल, जिला- तलंगम मिजोरम के हैं। हालांकि, कुछ लोग अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। इस संदर्भ में विदुपुर थाना में एनडीपीएस एक्ट दर्ज कर सभी सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा हैं।
  तस्कर इस के धंधे को कुटीर उद्योग की तरह चला रहे थे

    बताया गया कि मादक पदार्थ  मिजोरम से लाकर  बिदुपुर के तस्करों के हाथों बेचा जाता था। बिदुपुर के नशा तस्कर आस-पास के क्षेत्रों में सप्लाई करते थे। हालांकि, यह लोग नशा के धंधे को कुटीर उद्योग की तरह चला रहे थे। डिजिटल तराजू का उपयोग मादक पदार्थ का वजन कर छोटे-छोटे डब्बा में रखकर तैयार करने में किया जाता था। अब पुलिस गिरफ्तार बदमाशों का आपराधिक इतिहास का पता लगाने में जुटी है। प्रेस वार्ता के दौरान बिदुपुर थाना के मोहम्मद जकारिया, अनवर सदाब, कुणाल आजाद, कौशल कुमार, डीआईयू के चन्दन कुमार,  ओपी राय, एस आई हर्षवर्धन राज समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।
छापेमारी के दौरान शराब खरीदने पहुंचा युवक धराया, धंधेबाज फरार
             
              महिसौर थाना क्षेत्र के मुर्तजापुर गांव स्थित एक घर से पुलिस ने छापेमारी कर आठ बोतल विदेशी शराब बरामद की है। साथ ही वहां शराब खरीदने आये एक युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, हालांकि इस दौरान शराब धंधेबाज साड़ी के सहारे घर की छत से कूद कर भाग निकलने में सफल रहा । इस मामले में एसआई अवर निरीक्षक राजकुमार उरांव ने मुर्तजापुर निवासी दीपक कुमार एवं सोनू कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है।
               दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी में मुर्तुजापुर निवासी सोनू कुमार अपने घर से विदेशी शराब की खरीद- विक्री करता है और कुछ शराब खरीदने के लिए पहुंचे हुए हैं. इसकी सूचना मिलते ही वहां छापेमारी की गयी। छापेमारी के दौरान सोनू कुमार के घर में प्रवेश करते ही पुलिस की नजर एक व्यक्ति एक पॉलीथिन में दूसरे व्यक्ति को दे रहे कुछ सामान पर पड़ी। पुलिस को देखते ही पॉलीथिन में रखा सामान छोड़कर दोनों ने छत से कूदकर भागने का प्रयास किया, पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ लिया जबकि दूसरा भाग निकला।पकड़े गये व्यक्ति की पहचान मुर्तुजापुर निवासी जगरनाथ साह के पुत्र दीपक कुमार के रूप में की गयी, वहीं छत से कूद कर भागने वाले व्यक्ति की पहचान मुर्तजापुर निवासी शैलेन्द्र साह के पुत्र सोनू कुमार के रूप में की गयी। सोनू के घर की तलाशी लेने पर पुलिस ने सीढ़ी के पास से आठ बोतल विदेशी शराब को बरामद किया। पूछताछ के दौरान मौके से पकड़े गये
लेकर उत्पाद विभाग द्वारा जिले के सभी थाना क्षेत्री में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक उत्पाद विभाग की टीम द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान उत्पाद विभाग की टीम द्वारा पिछले 20 दिनों में हाजीपुर, महुआ, बिदुपुर। जंदाहा सहित अन्य जगहों से शराब पीने और बेचने के आरोप में 150 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही 120 लीटर देसी और 100 लीटर विदेशी शराब बरामद किया गया।

   दीपक ने पुलिस को बताया कि यह सोनू से शराब खरीदने आया था. पुलिस ने पकड़े गये आरोपित को जेल भेज दिया. वहीं मौके से भाग निकले धंधेबाज की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. 

शराब पीने और बेचने के आरोप में 20 दिनों में डेढ़ सौ आरोपित गिरफ्तार
      
            नशाबंदी को सख्ती से लागू कराने के लिए उत्पाद विभाग एवं पुलिस शराब धंधेबाजों के विरुद्ध अभियान चला रही है. एसपी हर किशोर राय के निर्देश पर जिले के सभी थाना क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. वहीं उत्पाद विभाग की टीम द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान के दौरान पिछले 20 दिनों में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से शराब पीने और बेचने के आरोप में 150 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया. वहीं लगभग 120 लीटर देसी और 100 लीटर विदेशी शराब बरामद किया. साथ ही दियारा क्षेत्रों में चल रही देसी शराब की दर्जनों शराब की भट्टियों को ध्वस्त किया गया, उत्पाद अवर निरीक्षक भानू प्रसाद ने बताया कि दीपावली को लेकर जिले में शराब की बड़ी खेप आने की संभावना रहती है, जिसको लेकर उत्पाद विभाग द्वारा जिले के सभी थाना क्षेत्री में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक उत्पाद विभाग की टीम द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान उत्पाद विभाग की टीम द्वारा पिछले 20 दिनों में हाजीपुर, महुआ बिदुपुर, जंदाहा सहित अन्य जगहों से शराब पीने और बेचने के आरोप में 150 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही 120 लीटर देसी और 100 लीटर विदेशी शराब बरामद किया गया.

बराटी थाना की पुलिस ने 1.80 लाख रूपये के लालच में अपने जुड़वा बच्चों को बेचने के आरोप में दंपती
      बरांटी थाना थाना पुलिस ने एक दंपति को अपने बच्चों को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया हैं। दंपति ने 1.80 लाख रुपये के लालच में अपने जुड़वा बच्चों को बेच दिया हैं। पुलिस ने दंपती समेत बच्चे की खरीद-बिक्री में शामिल सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों बच्चों को भी बरामद कर लिया है। इस मामले में बरांटी थाना की एसआई मीरा कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी है।

       दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि  बीते 22 अक्टूबर की शाम बरांटी थाना के बरांटी गांव निवासी घनश्याम कुमार की पत्नी रीना देवी उर्फ पिंकी देवी ने पुलिस को आवेदन देकर आरोप लगाया कि उसके पति ने राजापाकर थाना के आदमपुर बरियारपुर निवासी उपेंद्र राय से बरांटी थाना के दयालपुर निवासी विकास राय के माध्यम से 40 हजार रुपये कर्ज लिया था। 60 हजार रुपये वापस भी कर दिये। बीते 16 सितंबर को दोनों उसके घर आये और ब्याज सहित 32 हजार रुपये की मांग की। रुपये नहीं देने पर उसके जुड़वा पुत्र डेढ़ वर्षीय लव उर्फ सौरव एवं कुश उर्फ सार्थक को अपने साथ लेकर चले गये।

राखी के समय की गयी थी बिक्री : रीना व उसके पति की शिकायत सुनने के बाद पुलिस ने दोनों को थाना पर बैठने को कहा और विकास के घर के विषय में पता करने निकल गयी।उसका पता नहीं चलने पर पुलिस टीम राजापाकर पहुंची। वहां राजापाकर की गश्ती पार्टी के सहयोग से पुलिस ने बिरेंद्र राय के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान बिरेंद्र ने पुलिस को बताया कि दोनों पति-पत्नी कुछ महीने पहले उसके पास अपने बच्चे को बेचवाने के लिए आये थे।

    उसने बिदुपुर के दाउदनगर चकगढ़ो की मिंता देवी, संजू देवी व सहदान सिंह से बातचीत की। अगस्त महीने में राखी के त्योहार के समय बच्चों की विक्री की गयी थी। विकास  के संबंध में बताया कि वह मिंता देवी, संजू देवी एवं सहदान सिंह का रिश्तेदार है.

   मोबाईल से मिला पैसा गिनते हुए वीडियो :
    जांच के दौरान पता चला कि दोनों पति-पत्नी ने एक बच्चे को अस्सी हजार रुपये में तथा दूसरे बच्चे को नोएडा जाकर विकास के हाथों एक लाख रुपये में बेच दिया था. इसके बाद पुलिस बिरेंद्र राय को लेकर बरांटी थाना पहुंची. सख्ती से पूछताछ करने पर दंपती ने अपने एक बच्चे को राखी के त्योहार के समय 80 हजार रुपये में तथा पैसे की जरूरत होने पर सितंबर महीने में दूसरे बच्चे को एक लाख रुपये में बेचने की बात स्वीकार कर ली. मोबाइल की जांच करने पर डिलीट फाइल में रुपये की गड्डी गिनते हुए एक वीडियो तथा मोबाइल की गैलरी से विकास राय से बच्चे को बेचने से संबंधित कागजात मिले।

     पूछताछ के दौरान दंपती ने पुलिस को बताया कि उन दोनों ने लालच में आकर झूठा आवेदन पुलिस को दिया था। उन्होंने बच्चे के दुबारा खोजकर मंगवा लेने और 1.80 लाख रुपये हड़पने की साजिश रची थी। इसके बाद पुलिस ने रीना उर्फ पिंकी देवी, उसके पति घनश्याम कुमार, सहदान सिंह की पत्नी मिंता देवी, ब्रजेश की पत्नी संजू देवी, सहदान सिंह, बिरेंद्र राय और विकास राय को गिरफ्तार कर लिया।
   
        पहले भी एक बच्चे को बेच चुकी थी : बच्चा खरीद बिक्री के मामले में बच्चे के माता-पिता समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस इस मामले में सभी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। इस संबंध में बरांटी थाना की पुलिस द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बीते सोमवार को थाना क्षेत्र के बरांटी गांव निवासी घनश्याम कुमार तथा उसकी पत्नी रीना देवी उर्फ पिंकी देवी ने आवेदन दिया था। आवेदन में आरोप  था कि कि पैसे के लेन-देन को लेकर राजापाकर थाना क्षेत्र के अहमदपुर बरियारपुर गांव निवासी उपेंद्र राय के पुत्र विरेंद्र राय ने दो पुत्रों को पैसे के बदले अपहरण कर लिया है। शिकायत मिलते ही पुलिस ने संदेह के होने पर महिला को थाना पर बैठा लिया तथा आरोपित के घर छापेमारी करने पहुंच गयी। छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपित विरेंद्र राय को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ के दौरान पता चला कि महिला ने बच्चे को विरेंद्र राय के हाथों 80 हजार रुपये में बेच दिया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बिक्री हुए बच्चा को नोयडा से बरामद कर लिया है। पुलिस ने सिंडिकेट में शामिल बच्चा की मां रीना देवी, पिता घनश्याम कुमार विरेंद्र राय, संजू देवी, मिंता देवी, सहादन सिंह तथा विकास राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

   थानाध्यक्ष ने बताया कि बच्चे की मां ने पूर्व में भी एक बच्चे को एक लाख रुपये में बेचा था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि बच्चा खरीद बिक्री मामले में बच्चा के माता पिता समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।मामले में कार्रवाई की जा रही है।

डीएम ने पेट्रोल पंप के लिए एनओसी के लंबित रहने पर जतायी नाराजगी
   हाजीपुर ।
    
        जिले में पेट्रोल पंप के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र लंबित रहने के कारणों की शुक्रवार को डीएम यशपाल मीणा ने समीक्षा की. समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अधिकांश लंबित मामले पीडब्ल्यूडी एवं आरसीडी कार्यालय के स्तर पर लंबित है।

        समीक्षा बैठक में  कई मामलों में बार- बार आपत्ति लगाने पर काफी नाराज हुए डीएम ने कहा कि अच्छी तरह जांच करा लें और जो कुछ भी आपत्ति है, उसका निराकरण एक ही बार में करा लें। कुछ मामले स्थानीय थाना एवं वन विभाग के स्तर पर भी लंबित पाये गये। इसके लिए उन्होंने वन विभाग से अविलंब जांच कर अनापत्ति प्रमाणपत्र देने का निर्देश दिया।

       डीएम ने मामले के ज्यादा लंबित रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए लंबित रखने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने कुछ कर्मियों बैठक को थाना भी भेज दिया।

  डीएम ने कहा कि कार्य के लंबित रहने से दलाली की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। जिससे कार्य में विघ्न उत्पन्न होता है। अगर किसी मामले में एडवर्स रिपोर्ट आता है तो उसे उच्चाधिकारी खुद ही जाकर जांच करें। ताकि किस परिस्थिति में एडवर्स रिपोर्ट आया है, जिसका पता चल सके और उसका निराकरण हो सके। यदि आवेदक ने गलत आवेदन भरा है तो उसे ठीक करा कर आगे का कार्य प्रक्रिया करें।

      जहां विलंब हो रहा है, वहां कुछ ना कुछ गड़बड़ी हो रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए लंबित कार्यों का यथाशीघ्र निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। बैठक में अपर समाहर्ता, वरीय उपसमाहर्ता, सीओ महनार एवं महुआ, पेट्रोल पंप के आवेदक, इंडियन ऑयल, बीपीसीएल, भारत पेट्रोलियम आदि तेल कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
नयी पॉलिसी के विरोध में अभिकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
        
      शुक्रवार को भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ताओं ने देशव्यापी आंदोलन के तहत एलआईसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। अभिकर्ताओं ने हाजीपुर शाखा, गोरौल, महुआ, महनार एवं लालगंज एसओ के मुख्य द्वार पर एक घंटे तक प्रदर्शन किया। साथ ही प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

        प्रदर्शन के दौरान एलआइसी अभिकर्ताओं ने बताया कि एक अक्टूबर से भारतीय जीवन बीमा निगम ने बीमा पॉलिसी के प्रीमियम में वृद्धि के साथ-साथ बहुत सारे नियमों में बदलाव की है।
    
       अभिकर्ताओं ने नये प्रीमियम को वापस लेने,
     अभिकर्ताओं के कमीशन यथावत रखे जाने, अभिकर्ताओं के ऊपर थोपे गये काला कानून को वापस लेने, बोनस बढ़ाने जैसी मांग को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।  जिसके विरोध में भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ताओं ने चरणबद्ध तरीके से राष्ट्रव्यापी आंदोलन की शुरुआत की है।

      बताया कि पांच वर्ष के अंदर पॉलिसीधारक बीमा को सरेंडर करता है, तो पूरे पांच वर्षों का कमीशन अभिकर्ताओं से रिकवरी किया जायेगा।    इतना ही नहीं 50 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का बीमा नहीं किया जायेगा।  साथ ही साथ दो लाख रुपये से कम की पॉलिसी जारी नहीं की जायेगी ।

         भारतीय जीवन बीमा निगम के द्वारा प्रीमियम में बढ़ोतरी, बोनस दरों में कमी, अभिकर्ताओं की सुविधाओं में कटौती के विरोध में देशव्यापी आंदोलन किया जा रहा हैं। आंदोलन के चौथे चरण में शुक्रवार को जिले के एसओ सहित हाजीपुर मुख्यालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान अभिकर्ताओं ने कहा कि जब तक प्रबंधन उनकी मांगे पूरी नहीं करेगी, तब तक एलआइसी अभिकर्ता नया बीमा नहीं करेंगे।