योगी सरकार दे रही महाकुम्भ को नया आकार

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को महाकुम्भ की नव्यता, दिव्यता और भव्यता का एहसास कराना चाहती है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में हजारों करोड़ की विकास परियोजनाएं मूर्त रूप ले रही हैं। इसके परिणाम स्वरूप महाकुम्भ ने एक नया आकार लेना शुरू कर दिया है। प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु और यहां कई महाकुम्भ के साक्षी बने पुरोहित इतने बड़े स्तर पर हो रहे विकास कार्य को किसी आश्चर्य से कम नहीं मानते। उनका कहना है कि यह केवल योगी आदित्यनाथ की सरकार में ही सम्भव है, नहीं तो पूर्व की सरकारों ने यहां कोई ध्यान नहीं दिया।

प्रयागराज की धार्मिक एवं आध्यात्मिक विरासत के लेखक अनुपम परिहार ने अपनी पुस्तक में योगी सरकार के कई ऐतिहासिक निर्णयों का स्पष्ट उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा है कि पूर्व की सरकारों के रुचि न लेने के कारण यहां द्वादश माधव की परिक्रमा तक बंद कर दी गई थी। तीर्थराज में द्वादश माधव की परिक्रमा 1991 के बाद से नहीं हो पा रही थी। जिसे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत स्वर्गीय नरेंद्र गिरि और महामंत्री महंत हरि गिरि की पहल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधिवत रूप से शुरू करवाया। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर 6 फरवरी 2019 में कुम्भ के दौरान द्वादश माधव की परिक्रमा शुरू की गई। जिसका लाभ देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय पुरोहितों और संतों को भी हुआ।

सीएम योगी की शुरूआत के बाद से आज भी यह परिक्रमा जारी है। प्रदेश सरकार ने महाकुम्भ के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं। इसके साथ-साथ धार्मिक स्थलों के लिए अलग से करोड़ों रुपए का बजट जारी किया गया है। धार्मिक आस्था एवं पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रयागराज के विभिन्न मंदिरों और पौराणिक स्थलों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। इनमें अक्षयवट, सरस्वती कूप, पातालपुरी, बड़े हनुमान मंदिर, द्वादश माधव मंदिर, भरद्वाज आश्रम, नागवासुकी मंदिर और श्रृंगवेरपुर धाम का सौंदर्यीकरण सरकार की प्राथमिकता में है। यहां कई करोड़ खर्च कर सरकार जीर्णोद्धार का कार्य कर रही है। इन धार्मिक स्थलों के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से योगी सरकार की योजना महाकुम्भ के साथ-साथ प्रयागराज के पुरातन वैभव को वापस लाने की है। इस दौरान यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र होंगे।
महाकुम्भ पुलिस के आंख और कान बनेंगे युवा, सात स्तरीय सुरक्षा चक्र के साथ सुरक्षित आयोजन के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग पर जोर

प्रयागराज। योगी सरकार महाकुम्भ को भव्य और दिव्य बनाने के साथ ही इसे सभी के लिए सुरक्षित बनाने पर भी जोर दे रही है। इसके लिए विभिन्न कार्ययोजना बनाई गई हैं। महाकुम्भ पुलिस की ओर से भी तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसी क्रम में पुलिस द्वारा कम्युनिटी पुलिसिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। खासतौर पर युवा वर्ग को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वह आसपास होने वाली गतिविधियों पर पैनी नजर रखें और अगर उन्हें कहीं कोई गड़बड़ दिखाई दे तो वह तत्काल पुलिस को सूचित करें। इसका मतलब है कि सुरक्षा की जिम्मेदारी सिर्फ पुलिस की ही नहीं है, बल्कि प्रयागराज के युवा भी अब पुलिस के आंख और कान बनकर काम करेंगे।

युवाओं की मूवमेंट का मिलेगा लाभ

महाकुम्भ को लेकर यूपी पुलिस की ओर से व्यापक तैयारियां की गई हैं। महाकुम्भ को सात स्तरीय सुरक्षा चक्र में विभाजित किया गया है। इसके अलावा आईसीसीसी के माध्यम से एआई से लैस सीसीटीवी कैमरों द्वारा संदिग्धों की निगरानी किए जाने की व्यवस्था की गई है तो वहीं मेला क्षेत्र में 10 प्रकार के सुरक्षा ऑपरेशन भी चलाने की तैयारी है।

कम्युनिटी पुलिसिंग का भी सहारा लिया जा रहा

इसी क्रम में सुरक्षा व्यवस्था को फुल प्रूफ बनाने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग का भी सहारा लिया जा रहा है। सोशल मीडिया और अन्य साधनों से प्रयागराज के जनमानस के साथ संवाद स्थापित किया जा रहा है कि उन्हें कहीं भी किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसमें युवाओं को खासतौर पर सम्मिलित किया जा रहा है, क्योंकि बड़ी संख्या में युवाओं का मूवमेंट स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी के साथ-साथ प्रयागराज के विभिन्न स्थानों पर होता है।

स्वयंसेवकों के रूप में जुड़ेंगे युवा

एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस आयोजन में युवाओं का भी बहुत बड़ा योगदान होगा। वे डिजिटल मीडिया के माध्यम से महाकुम्भ को प्रोजेक्ट करने के लिए स्वयंसेवकों के रूप में हमारे साथ जुड़ेंगे और तीर्थयात्रियों व पर्यटकों की आवाजाही समेत भीड़ प्रबंधन में भी पुलिस की सहायता करेंगे। इसके लिए कार्ययोजना बन चुकी है और जल्द ही इसे अमल में लाया जाएगा।

संदिग्ध गतिविधियों पर रखेंगे नजर

उन्होंने कहा कि किसी बड़े आयोजन में कम्युनिटी का सहयोग सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होता है। दुनिया के सबसे बड़े सामूहिक आयोजन महाकुम्भ को भी सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस को जनपद के नागरिकों का सहयोग चाहिए। खासतौर पर युवा शक्ति का, जो हर कहीं पर सक्रिय है। सोशल मीडिया से लेकर जनपद के किसी भी हिस्से में उन्हें कुछ संदिग्ध नजर आता है तो वह पुलिस को सूचित कर सकते हैं।

युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा

इसके लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है, उन्हें अपनी और आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों की सुरक्षा के प्रति किन-किन मूल बातों को ध्यान में रखना है, इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। विभिन्न निजी संगठन और संस्थाएं भी इसमें पुलिस का सहयोग कर रही हैं। स्थानीय स्तर पर सेमिनार और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से युवाओं को इसमें पुलिस का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

महाकुम्भ : राजस्थान के लाल पत्थरों से सजाया जा रहा नागवासुकी मंदिर ,4.76 करोड़ रुपये से प्रदेश सरकार करा रही सौंदर्यीकरण

प्रयागराज। महाकुम्भ को दिव्य, भव्य और नव्य रूप देने के लिए यहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों को सजाने संवारने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। इसी के मद्देनजर दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन को लेकर पौराणिक मान्यता वाले नागवासुकी मंदिर को राजस्थानी लाल पत्थरों से सजाने संवारने का काम चल रहा है।

नागवासुकी मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम करा रही

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप यहां सौंदर्यीकरण के काम को अंतिम रूप देने के लिए महाकुम्भ मेला क्षेत्र में अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम दिन रात काम में जुटी है। प्रदेश सरकार 4.76 करोड़ रुपये से नागवासुकी मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम करा रही है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागवासुकी मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम हर हाल में 15 दिसम्बर तक पूरा कर लेने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। ऐसी मान्यता है कि महाकुम्भ में समुद्र मंथन करने वाले नागवासुकी के दर्शन मात्र से ही कालसर्प दोष दूर हो जाता है।

इसलिए खास हैं राजस्थानी लाल पत्थर

राजस्थानी लाल पत्थर अपनी खूबसूरती एवं गुणवत्ता के कारण देश-विदेश में प्रसिद्ध हैं। ये पत्थर न तो जल्दी ठंडे होते हैं और न ही गर्म। इन पर पानी गिरने के बाद और निखार आ जाता है। इस पत्थर पर नक्काशी करना आसान होता है। इसीलिए यहां राजस्थानी लाल पत्थर का इस्तेमाल लिया जा रहा है।

नागवासुकी का पौराणिक महत्व

पौराणिक मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन में देवताओं और राक्षसों ने नागवासुकी के सहयोग से ही समुद्र मंथन किया था। नागवासुकी को सुमेरु पर्वत में लपेटकर उनका प्रयोग रस्सी के तौर पर किया गया था।यहां प्राचीन नागवासुकी मंदिर के पुजारी पंडित श्याम बिहारी मिश्र के अनुसार समुद्र मंथन के बाद नागराज वासुकी लहूलुहान हो गए थे। भगवान विष्णु के कहने पर उन्होंने प्रयागराज में इसी जगह आराम किया था। इसी वजह से नागवासुकी मंदिर में श्रद्धालु दर्शन पूजन करते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि नागवासुकी के दर्शन के बिना तीर्थराज प्रयाग की यात्रा अधूरी मानी जाती है।
मेरठ जेल में कैदी की मौत, राज्य सरकार व जेल प्रशासन से जवाब तलब ,जेल वार्डर से डेढ़ लाख मुआवजे की वसूली पर रोक

प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जेल में कैदी की मौत के मुआवजे के तौर पर मानवाधिकार आयोग की संस्तुति पर याची से डेढ़ लाख रुपये की वसूली आदेश पर रोक लगा दी है। राज्य सरकार, डीआईजी जेल प्रयागराज रेंज जेल प्रशासन एवं रिफार्म सेवाएं तथा एसएसपी जेल प्रशासन एवं रिफार्म सेवाएं लखनऊ से तीन हफ्ते में जवाब मांगा है।

यह आदेश न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने गाजियाबाद में जेल वार्डर पद पर तैनात जुल्फिकार अली की याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है। मालूम हो कि मेरठ जेल में कैदी सोमेंद्र की मौत हो गई। याची उस समय वहां जेल वार्डर था।

मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली ने मृतक कैदी के बच्चों को तीन लाख रुपए मुआवजा देने की संस्तुति राज्य सरकार से की। सरकार ने तीन लाख में से आधा डेढ़ लाख याची से वसूली का आदेश दिया। जिसके अनुपालन में जेल अधीक्षक मेरठ ने आदेश जारी किया। जिसे याचिका में चुनौती दी गई है।

याची का कहना है कि आदेश जारी करने से पहले उसका पक्ष नहीं सुना गया। उसे भी अपनी सफाई देने का अधिकार है। जिस पर कोर्ट ने नोटिस जारी कर विपक्षियों से याचिका पर जवाब मांगा है और याची से वसूली आदेश पर रोक लगा दी है। याचिका की अगली सुनवाई 21 नवम्बर को होगी।

महाकुम्भ में भीड़ नियंत्रण को तैनात होंगे 180 घुड़सवार पुलिसकर्मी
प्रयागराज। महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए योगी सरकार ने जबरदस्त तैयारी की है। इसमें विभिन्न फोर्सेज को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें घुड़सवार पुलिस भी शामिल है। महाकुंभ मेले के दौरान घुड़सवार पुलिस कर्मी हर समय मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगे और पेट्रोलिंग करते रहेंगे। महाकुम्भ के दौरान 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के प्रयागराज आने की सम्भावना है। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचेंगे। विशेषकर प्रमुख स्नान की तिथियों पर एक समय में करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और संगम के घाट पर रहेंगे।

किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने भी जोरदार तैयारी की हुई है और एक व्यापक कार्ययोजना बनाई है। मेला सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार प्रदेश की विभिन्न पुलिस लाइन्स में घुड़सवार पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग कराई गई है। इस बार महाकुम्भ में 180 घुड़सवार पुलिसकर्मी भीड़ नियंत्रण को लेकर तैनात किए जाएंगे। एक अधिकारी के अनुसार यह घुड़सवार कर्मी पैदल सुरक्षा कर रहे पुलिसकर्मियों से ज्यादा कारगर साबित होते हैं। खासकर घोड़े पर बैठा पुलिस का जवान ऊंचाई पर रहने के कारण अधिक दूरी तक नजर बनाए रखने में सक्षम होता है।

किसी भी संदिग्ध परिस्थिति को देखते ही वह न सिर्फ खुद बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों को मैसेज भेजकर स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए नियत स्थान पर पहुंच सकता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घुड़सवार पुलिस के जवान का एक मनोवैज्ञानिक असर भी भीड़ पर होता है। कम बल लगाकर ही वे अधिक भीड़ को नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं। महाकुम्भ में तैनात होने वाले घोड़े का नामकरण भी किया गया है। इन्हें महाराजा, चेतन, बाहुबली जैसे नाम दिए गए हैं। सभी प्रशिक्षित घुड़सवार जवानों को मेला प्रारम्भ होने से पहले पूरे क्षेत्र का भ्रमण कराया जाएगा, ताकि उन्हें क्षेत्र की विस्तार से जानकारी हो जाए।
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने वैष्णव किन्नर अखाड़े का किया गठन

प्रयागराज। संगमनगरी में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ से पहले नए अखाड़ों के गठन का सिलसिला जारी है। शनिवार 26 अक्टूबर को संगम नगरी प्रयागराज में जहां 14 वें अखाड़े श्री पंच दशनाम संत गुरुदत्त अखाड़े का विधिवत गठन कर पट्टाभिषेक किया गया, वहीं देश की पहली किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी ने भी नए अखाड़े के गठन का ऐलान कर दिया है।

मंगलवार को प्रेस क्लब में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अगर यह नया अखाड़ा अस्तित्व में आता है, तो 15वां अखाड़ा होगा। उन्होंने कहा कि वह किन्नर अर्धनारीश्वर धाम का शिविर महाकुम्भ क्षेत्र में लगाएंगी। इसके साथ ही शिविर में श्रीमद् भागवत् गीता की कथा करेंगी। उन्होंने कहा कि किन्नर अर्धनारीश्वर धाम के अंतर्गत समाज सेवा के विभिन्न कार्य किए जाएंगे। इसी धाम के अंतर्गत आने वाले समय में गुरुकुलम् की भी स्थापना की जाएगी। इसके अलावा महाकुम्भ के दौरान वेलनेस सेंटर भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही महाकुम्भ में आने वाले लोगों के इलाज के लिए अस्पताल खोला जाएगा।

किन्नर कथावाचक का कहना है कि जो भी नए अखाड़े गठित हो रहे हैं, उन्हें भी मान्यता मिलनी चाहिए। ताकि नवगठित अखाड़े भी समाज कल्याण के लिए कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि वैष्णव किन्नर अखाड़ा और किन्नर अर्धनारीश्वर धाम मिलकर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करेंगे। हमारे आने वाली पीढ़ियों को भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान से रूबरू कराने के लिए मुहिम चलाई जाएगी।

वहीं 2024 लोकसभा चुनाव में वाराणसी से चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद सुर्खियों में आई देश की पहली किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी ने सराहनीय कार्य किए हैं। अयोध्या और काशी का विकास हुआ है। महाकुम्भ से पहले प्रयागराज का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि किन्नर समाज को भी राजनीति में उसकी भागीदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने मांग किया है कि किन्नर समाज को भी लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा में प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। ताकि हम लोग भी किन्नर समाज का नेतृत्व कर सकें।

वहीं सीएम योगी के बंटोगे तो कटोगे के बयान का किन्नर कथा वाचक हिमांगी सखी ने भी समर्थन किया है। कहा कि सीएम योगी ने यह मंत्र बंटोगे तो कटोगे पूरे विश्व को दे दिया है। इसका संदेश यह है कि अगर हम बंट गए तो हमें सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने किन्नर समाज से अपील की है कि 2025 के महाकुम्भ में हम सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ना है। अगर किन्नर समाज एकजुट रहेगा तो कोई ऐसी ताकत नहीं जो हमें कमजोर कर दे। इस दौरान भाजपा नेता डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी भी उपस्थित रहे।

नवनिर्मित डामर रोड हुई क्षतिग्रस्त होने पर नगर आयुक्त को सौपा ज्ञापन

प्रयागराज। 26 अक्टूबर रात्रि में बनाई गई मुट्ठीगंज बड़ा चौराहा से जमुना चर्च (लक्ष्मी नारायण रोड) मार्ग डामर रोड जो कि आज पूरी तरह क्षतिग्रस्त है जिसके कारण वाहन फिसल रहे हैं आम जनमानस को आने-जाने में काफी दिक्कत हो रही है आम जनमानस की समस्या को देखते हुए जनहित संघर्ष समिति के युवा जिलाध्यक्ष अभिलाष केसरवानी (क्रांति) ने आज नगर आयुक्त महोदय को ज्ञापन सौंपा संबंधित अधिकारी से जांच करने की मांग की नागराज महोदय ने आश्वासन दिया कि निश्चित रूप से उचित कार्रवाई की जाएगी।

मंजू राज आदिवासी महिला मंडल अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन किसान

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । मैं अपने राष्टीय अध्यक्ष ठाकुर पवन सिंह जी के प्रति धन्यवाद आभार प्रकट करती हूं। जिनके एक वीडियो जारी करने मात्र से प्रयागराज का प्रशासन कांप उठा। दूसरे ही दिन अधिकारी भागकर धरना स्थल पर पहुंचे। समस्याओं का हल निकला।बेलन की दोनों नहरें चल रही हैं।किसान खुश हैं। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष पूर्वांचल राजीव चंदेल,जी को भी बहुत बहुत धन्यवाद आभार प्रकट करती हूं, जिनके कुशल मार्गदर्शन में हम लोग कोई लडाई कभी हार नही सकते।

युवा प्रदेश महासचिव विक्रम सिंह जी का धन्यवाद आभार प्रकट करती हूं।मंडल अध्यक्ष भैया जी मिश्रा, को भी बहुत बहुत धन्यवाद। जिन्होने एक अभिभावक की तरह हम सब का ख्याल रखा। मैं धन्यवाद आभार प्रकट करती हूं। मंडल महासचिव धर्मेंद्र सिंह पटेल , मंडल उपाध्यक्ष मनोरमा आदिवासी, जिला अध्यक्ष रीना गौतम, जिला महासचिव बिहारी लाल प्रजापति मास्टर साहब युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष बसंत बहादुर बिन्द जिला उपाध्यक्ष राकेश सिंह पटेल जिला संगठन मंत्री शिव शंकर सिंह मुन्ना भैया

जिला अध्यक्ष जेपी यादव

जिला अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉक्टर आलोक मिश्रा

मंडल सचिव नितिन दुबे

अजय सिंह प्रिंसिपल साहब

कामरेड पप्पू तिवारी

पूर्व प्रधान चांद नारायण पांडेय

भाजपा नेता शशि कांत तिवारी

तहसील उपाध्यक्ष मेजा पन्नालाल सिंह और उनकी पूरी टीम को

पूर्व बीडीसी प्रभु नाथ सिंह

पूर्व प्रधान अवध नारायण सिंह नाथू भैया

पूर्व प्रधान हरिहर सिंह

प्रधान संघ के अध्यक्ष शरणजीत भाई युवा किसान नेता कौशलेश सिंह हमारे यूनियन के प्रवक्ता करन सिंह , भारत लाल भूर्तिया जी

ब्लॉक अध्यक्ष शंकरगढ़ अरुण सिंह जी ब्लॉक अध्यक्ष जसरा राम बहादुर कुशवाहा जी

सतीश भूर्तिया जी

निर्मला आदिवासी जी

महिला मोर्चा की नवनियुक्त जिला उपाध्यक्ष शांति कोल जी

मेजा ब्लॉक अध्यक्ष सोनाकली जी और उनकी पूरी टीम को

रमाकांत बिन्द जी और उनकी पूरी टीम को

बहुत ही सम्मानित हम लोगों की बहन रामरति आदिवासी जी को

हम लोगों के मार्गदर्शक कामरेड केदारनाथ आदिवासी जी को

राजकुमार कल जी

विष्णु कॉल कल्लू भाई सहित उन सभी पदाधिकारी और किसान भाइयों को हम धन्यवाद ज्ञापित करना चाहते हैं जिन्होंने आंदोलन में रहकर के पूरा साथ दिया किसने की मदद की और नहर में तेल तक पानी लाने के जिद में अड़े रहे सबको बार-बार धन्यवाद आभार और निवेदन की सब लो ग यूं ही किसानों मजदूरों के लिए एकजुट हूं लड़े और जीते

सबसे ज्यादा आभार और धन्यवाद ब्लॉक अध्यक्ष मजा शंकराचार्य भूर्तिया जी जिन्होंने इस धरने को आयोजित किया।

पूरे 7 दिन खाने-पीने की व्यवस्था और इंतजाम में एक पैर पर खड़े रहे दौड़ते रहे और किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने के लिए पूरी ताकत छोड़ दी

भाई राकेश पटेल जी और शंकराचार्य भूतिया जी को कोर्ट धन्यवाद,

साथ ही साथ सभी साथियों को बहुत बहुत धन्यवाद आभार प्रकट करती हूं ।

मैं मंजू राज आदिवासी महिला मंडल अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन किसान

24 घंटे श्रद्धालुओं को मिलती रहे पेयजल सप्लाई, सुनिश्चित करने में जुटे अफसर

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ-2025 में एक भी श्रद्धालु प्यासा न रहे, इसकी व्यापक तैयारी योगी सरकार ने की है। महाकुंभ में स्नान और पूजा-अर्चना के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 200 वाटर एटीएम व 6500 टैप स्टैंड लगाए जाएंगे। इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।

मेला क्षेत्र की ओर आने वाली सड़कों के किनारे वाटर एटीएम लगेंगे। कई वाटर एटीएम मेला क्षेत्र में खुले मैदानों में भी स्थापित होंगे। इन वाटर एटीएम से मात्र एक बटन दबाकर श्रद्धालु आरओ का शुद्ध जल ले सकेंगे। जलकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार मेला क्षेत्र में टैप स्टैंड्स भी लगाए जाएंगे। पूरे मेला क्षेत्र में पानी की पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जिनकी कुल लंबाई 1249 किलोमीटर रहेगी, जो अखाड़ों से लेकर कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं की मांग को पूरा करेगी। जहां पेयजल लाइन नहीं पहुंचाई जा सकती, वहां पानी के टैंकरों का सहारा लिया जाएगा।

अधिकारियों के अनुसार जलकल विभाग, जल निगम, सिंचाई विभाग समेत अन्य विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि पेयजल सप्लाई 24 घंटे श्रद्धालुओं को मिलती रहे। 36 नए ट्यूबवेल्स का कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है। मेला क्षेत्र के भीतरी भागों में टैंकरों की व्यापक व्यवस्था रहेगी। अधिकारियों के अनुसार दारागंज, कीडगंज, मु्ट्ठीगंज, छोटा बघाड़ा, बैहराना, सोहबतिया बाग, तेलियर गंज, गोविंदपुर, झूंसी, नैनी जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

महाकुंभ-2025 को लेकर एक नया अनुभव योगी सरकार मेले में आने वाले 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं को कराना चाहती है। युद्धस्तर पर तैयारियां जारी हैं। 15 दिसंबर तक सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे।

दीपावली के पर्व पर स्लम बस्ती के बच्चों को खुशियों की पैकेट वितरित किया गया

प्रयागराज। दीपावली खुशियो का त्यौहार है ऐसी खुशियां जिसमें सब खुश हों। आज प्रयागराज के एलोपीबाग स्थित स्लम बस्ती के बच्चों को खुशियों की पैकेट वितरित किए,बच्चों को दीपावली पर्व की जानकारी दी भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के पश्चात अयोध्या नगरी लौटे थे, तब उनकी प्रजा ने मकानों की सफाई की और दीप जलाकर उनका स्वागत किया।

इसके बाद यह परंपरा एक पर्व के रूप में मनाया जाने लगा दिवाली के त्योहार को दीप पर्व अर्थात दीपों का त्योहार कहा जाता है। बच्चों को जागरूक किया गया कि आप पटाखे को सावधानीपूर्वक बजाए जिससे किसी भी जीव जंतु को नुकसान ना हो रॉबिन हुड आर्मी टीम के सारिका चतुवेर्दी, आयुषी अग्रवाल, दिव्यभा, आरती, ऋषभ अग्रवाल अभिलाष केसरवानी (क्रांति) आदि सदस्य उपस्थित रहें।