फिलीपींस में तूफान 'ट्रामी’ ने ढाया कहर, 46 की मौत, 20 लापता
डेस्क :–फिलीपींस(Philippines) में इस हफ्ते आए उष्णकटिबंधीय तूफान 'ट्रामी' से मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को जानकारी दी कि कम से कम 20 लोग अभी भी लापता हैं।सिविल डिफेंस एडमिनिस्ट्रेटर एरियल नेपोमुसेनो के कार्यालय ने एक रिपोर्ट में कहा कि देश भर के नौ क्षेत्रों में 'ट्रामी' से संबंधित मौतों की सूचना मिली है।मनीला के दक्षिण-पूर्व में स्थित बिकोल क्षेत्र, (जो तूफान का सबसे अधिक प्रकोप झेल रहा है), में सबसे अधिक 28 मौतें हुई हैं। कैलाबारजोन क्षेत्र में 15 मौतें हुई हैं।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि फिलीपींस के अन्य क्षेत्रों में भी 'ट्रामी' से संबंधित मौतों की सूचना मिली है।इस वर्ष फिलीपींस में आने वाला 11वां तूफान 'ट्रामी' मुख्य लूजोन द्वीप से होकर गुजरा, जो बिकोल और कैलाबारजोन क्षेत्रों में विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन का कारण बना।मृतकों के आंकड़े बढ़ सकते हैं, क्योंकि पुलिस और अन्य एजेंसियां ट्रामी के प्रभाव का आकलन करना जारी रखे हुए हैं। वहीं एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार तक देश भर में 293 सड़कें और 67 पुल अभी चलने लायक नहीं हैं। कुछ क्षेत्रों में बिजली अभी भी बहाल नहीं हुई है।

राज्य मौसम ब्यूरो ने कहा कि शुक्रवार सुबह उत्तरी फिलीपींस(Philippines) में इलोकोस सुर प्रांत से 255 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में ट्रामी को देखा गया। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था, जिसमें 95 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं और 151 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चल रही थीं।राज्य मौसम ब्यूरो ने शुक्रवार दोपहर या शाम को ट्रामी के फिलीपींस से बाहर निकलने का अनुमान लगाया है।फिलीपींस में हर साल औसतन 20 तूफान आते हैं।
पर्यटकों पर हमले की साजिश के संदेह में गिरफ्तार 3 लोगों की हिरासत बढ़ी
डेस्क :–श्रीलंका में पूर्वी तट पर इजराइली पर्यटकों पर हमले की कथित साजिश रचने के आरोप में पकड़े गए तीन संदिग्धों की हिरासत अवधि शुक्रवार को आतंकवाद निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत बढ़ा दी गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी।तीनों को भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना के आधार पर पूर्वी तट के पर्यटन केंद्र ‘अरुगम बे’ में इजराइली पर्यटकों पर हमले की साजिश रचने के संदेह में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था।पुलिस ने बताया कि अब खतरा कम हो गया है। उसने कहा कि लेकिन पर्यटक क्षेत्रों में की गयी विशेष सुरक्षा व्यवस्था जारी रहेगी।

उपमहानिरीक्षक निहाल थलदुवा ने कहा कि बुधवार को गिरफ्तारियां होने से पहले ही यहां अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को चेतावनी दे दी थी कि वे उस क्षेत्र में जाने से बचें जहां सुरक्षा व्यवस्था की गयी हैं।थलदुवा ने कहा कि पश्चिम एशिया में जारी तनाव के कारण इजराइली पर्यटकों पर हमले की आशंका हो सकती है।थलदुवा ने कहा, ‘‘गिरफ्तार किए गए तीनों लोग श्रीलंकाई हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।’’उन्होंने कहा कि अभी तक आतंकवादी हमले की प्रकृति की पुष्टि नहीं हुई है।

पुलिस ने कहा कि भारतीय खुफिया सूचना में पहले ही 19 से 23 अक्टूबर के बीच योजनाबद्ध हमले की चेतावनी दी गई थी।इस बीच, स्थानीय मीडिया ने जन सुरक्षा मंत्री विजिता हेराथ के हवाले से कहा कि हमलों की चेतावनी के बाद श्रीलंका यात्रा संबंधी परामर्श हटाने तथा द्वीप पर आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विदेशी दूतावासों के साथ बातचीत कर रहा है।श्रीलंका के मुस्लिम अल्पसंख्यक संगठनों ने लगातार इजरायल विरोधी प्रदर्शन करके गाजा और लेबनान में युद्ध की निंदा की है।
डेटिंग ऐप पर लड़की से मिला लड़का, कैफे में बुलाकर कर दिया कांड

डेस्क:– आज कल के युवाओं के बीच डेटिंग ऐप का क्रेज चरम पर है. जिसके जरिए लोग मेल और फीमेल पार्टनर की तलाश करते हैं। बातचीत के बाद लड़का और लड़की फिर मुलाकात तक करते हैं, लेकिन कई दफा मुलाकात कई लोगों के लिए मुसीबत भी बनी है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां एक लड़के की डेटिंग ऐप के जरिए मुलाकात हुई और बात मिलने-जुलने तक जा पहुंची। लड़का मिलने के लिए लड़की के बताए कैफे में पहुंचा और फिर वहां उसके साथ ‘हसीना’ ने कांड कर दिया।

बता दें कि पूरा मामला जिले के थाना कौशंबी का है। जहां एक लड़के को डेटिंग ऐप के जरिए लड़की ने मिलने के डेट पर बुलाया। लड़की ने उसे कैफे का पता भी भेजा । जहां वह लड़की से मिला। इस दौरान लड़की के कहने पर लड़के ने कोलड्रिंक आर्डर की। कुछ देर बाद कोलड्रिंका बिल 16,400 आया तो लड़के के देखते ही होश उड़ गए। लड़के ने जब इसका विरोध किया तो उसे बंधक बना लिया गया और उससे 50 हजार रुपयों की डिमांड की गई।

उसके बाद लड़के ने जैसे-तैसे मामले की सूचना अपने दोस्त को दी और मदद मांगी। जिसके बाद लड़के के दोस्त ने मामले की जानकारी डायल 112 को दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौतके पर पहुंची और लड़के को वहां से छुड़ाया। वहीं लड़के की शिकायत पर पुलिस ने जांच की तो पाया कि एक अवैध कैफे चल रहा है। जिसमें ब्लैकमेल, फिरौती, अपहरण और हनी ट्रैप जैसे अपराध हो रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने डेटिंग ऐप के जरिए लड़कों को फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। मामले में पुलिस ने 5 लड़कियों और 3 लड़कों को गिरफ्तार किया है।
आश्रम के 75 साल के सेवादार की दरिंदगी, नशीली दवा खिलाकर करता था रेप,फिर ऐसे खुली पोल...

डेस्क :– जिले से हैवानियत की दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. जहां से राधास्वामी सत्संग भवन के 75 साल के सेवादार ने नशीली दवा खिलाकर 2 नाबालिग लड़कियों का कई दिनों तक रेप किया। दोनों में से जब एक लड़की प्रेग्नेंट हुई तो दरिंदगी की पोल खुली। प्रेग्नेंट लड़की के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है ।

बता दें कि पूरा मामला जिले के एक गांव का है। जहां राधास्वामी सत्संग भवन के सेवादार ने साइकिल सिखाने के बहाने एक नाबालिग को बुलाता था और जब वह साइकिल वापस करने के लिए जाती थी तो उसे खाने का लालच देकर अंदर ले जाता था और खाने में नशीली दवा खिलाकर रेप की वारदात को अंजाम देता था। परिवार के लोगों का दावा है कि सेवादार ने 4 महीने तक रेप किया है।

मामले की पोल तब खुली, जब 7वीं कक्षा पढ़ने वाली नाबालिग लड़की का पेट बढ़ गया। फिर लड़की ने घर वालों को रेप होने की जानकारी दी। जिसके बाद परिजन उसे डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने 4 महीने की प्रेग्नेंट होने की बात कही। इतना ही नहीं गांव के एक और युवक ने सेवादार पर आरोप लगाया कि उसने 13 साल की बहन को नशीला पदार्थ खिलाकर कई महीने रेप किया है। साथ ही किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने दोनों पीड़ितों की शिकायत दर्ज कर आरोपी सेवादार मोहनलाल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है ।
तेज रफ्तार ट्रक ने 2 को रौंदा,  एक की मौत, एक गंभीर रूप से घायल
डेस्क :– जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। जहां तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार भाई-बहन को जोरदार ठोकर मार दी।हादसे में बहन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं भाई गंभीर रूप से घायल हुआ है। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा है।

बता दें कि घटना भरवारी-मंझनपुर रोड पर उस वक्त घटी, जब दोनों भाई-बहन गंगा नदी के संदीपन घाट से स्नान करके वापस लौट रहे थे । इसी दौरान तेज रफ्तार ट्रक ने ठोकर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि बहन ने भाई के सामने ही दम तोड़ दिया।

वहीं हादसे में युवक को गंभीर चोटें आई हैं. जिसका अस्पताल में इलाज जारी है। घटना के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आरोपी चालक की तलाश की जा रही है।
पराली जलाने से वायु प्रदूषण में वृद्धि,सुप्रीम कोर्ट की आलोचना के बावजूद पंजाब, हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं
डेस्क :–शुक्रवार को कैथल जिले और करनाल-जींद रोड क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाएं देखी गईं। इसी तरह, अमृतसर के हरदो पुतली गांव और पंजाब के बरनाला के हंडियाया गांव में भी पराली जलाई गई। पराली जलाने से वायु प्रदूषण में वृद्धि का मुद्दा खेतों में फसल अवशेषों को जलाने की प्रथा है, जिससे भारी मात्रा में धुआं निकलता है, जिसे वायु गुणवत्ता के लिए बहुत खतरनाक माना जाता है। सर्वोच्च न्यायालय ने 23 अक्टूबर को हरियाणा और पंजाब सरकारों की राज्यों में पराली जलाने के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए आलोचना की और कहा कि स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहना सभी नागरिकों का मौलिक अधिकार है। न्यायमूर्ति अभय एस ओका, अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने पंजाब और हरियाणा सरकारों पर पराली जलाने के लिए व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और कुछ मामलों में केवल नाममात्र जुर्माना वसूलने पर भी कड़ी आपत्ति जताई। पीठ ने कहा कि अगर पंजाब और हरियाणा सरकारें वास्तव में कानून लागू करने में रुचि रखतीं, तो कम से कम एक अभियोजन होता।

सर्वोच्च न्यायालय शहर में वायु प्रदूषण से संबंधित एक मामले की सुनवाई कर रहा था। वायु प्रदूषण मामले को दिवाली के बाद स्थगित करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि वह दिल्ली, दिल्ली और परिधीय उद्योगों में परिवहन से उत्पन्न प्रदूषण, भारी ट्रकों के प्रवेश और खुले में कचरा जलाने के मुद्दों पर विचार करेगी। इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि हरियाणा सरकार पराली न जलाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 1,000 रुपये दे रही है, जो दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में खराब होती वायु गुणवत्ता पर चिंताओं को संबोधित करता है। उन्होंने कहा, हमारी सरकार पराली न जलाने के लिए प्रति एकड़ 1,000 रुपये दे रही है, और हम इस राशि को और बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
भारत और चीन के बीच हुआ समझौता,चार साल बाद LAC पर भारत और चीन के सैनिकों का पीछे हटना शुरू
डेस्क :– भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। LAC पर भारत और चीन के सैनिकों ने चार साल बाद पीछे हटना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को दोनों देशों के सैनिकों ने अपने टेंट्स हटाने शुरू कर दिए। इसके साथ ही गाड़ियां और साजो-सामान वापस बुलाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यह सब कुछ पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच रूस के कजान में हुई मुलाकात के एक दिन बाद शुरू हो गया।

भारत और चीन के बीच हाल ही में एक बड़ा समझौता हुआ है, जिसके तहत दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख के कुछ इलाकों से पीछे हट रही हैं। इस प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, जिससे सीमाई तनाव कम होने की उम्मीद है। यह समझौता चार दिन पहले दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के बीच हुआ। समझौते के अनुसार, दोनों देश 2020 से पहले की स्थिति बहाल करेंगे।

इस समझौते के बाद भारत और चीन के सैनिकों के बीच पेट्रोलिंग फिर से शुरू होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 अक्टूबर को सुबह दोनों देशों के कॉर्प्स कमांडरों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। तब से ही दोनों देशों की सेनाएं छोटे-छोटे दलों में पीछे हट रही हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले 10 दिनों में पेट्रोलिंग शुरू हो सकती है। फिलहाल, दोनों देशों के सैनिकों ने कुछ अस्थायी ढांचे, जैसे तंबू और शेड्स को हटाना शुरू कर दिया है।

इस समझौते के बाद, भारतीय सैनिक अब देपसांग के पेट्रोलिंग प्वाइंट्स 10, 11, 11A, 12 और 13 तक जा सकेंगे। इस क्षेत्र में दौलत बेग ओल्डी और काराकोरम पास के पास स्थित ऊंचाई वाले इलाकों तक पेट्रोलिंग की जाएगी। इसी तरह, दक्षिणी लद्दाख के डेमचोक इलाके से भी सैनिक पीछे हट रहे हैं। यह वही इलाका है, जहां चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा के अंदर कुछ टेंट लगा दिए थे।

भारत और चीन ने सीमा पर अप्रैल 2020 की स्थिति को बहाल करने पर सहमति जताई है। इसका मतलब है कि चीनी सैनिक उन इलाकों से पीछे हटेंगे, जहां उन्होंने अवैध कब्जा किया था। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिस्री के अनुसार, दोनों देशों ने सीमा पर पेट्रोलिंग की प्रक्रिया पर भी सहमति बना ली है। यह समझौता दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की दिशा में बड़ा कदम है।

2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। उस समय चीन ने सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई थी, जिसके जवाब में भारत ने भी समान संख्या में सैनिक तैनात किए। अब इस समझौते के बाद उम्मीद है कि सीमा पर स्थिति में सुधार आएगा और शांति बहाल होगी।

इस समझौते के तहत, दोनों देशों ने 63 पेट्रोलिंग प्वाइंट्स पर पेट्रोलिंग शुरू करने पर सहमति जताई है। इसमें पेंगोंग झील के उत्तरी हिस्से में फिंगर 8 तक पेट्रोलिंग बहाल की जाएगी। यहां भारतीय सैनिक अब फिंगर 4 तक जा सकेंगे। इस क्षेत्र में टकराव से बचने के लिए, दोनों सेनाएं पेट्रोलिंग की तारीख और समय की जानकारी पहले से साझा करेंगी। इससे सैनिकों के बीच सीधे संघर्ष से बचा जा सकेगा और सीमा पर शांति बनी रहेगी।
जीशान का नया राजनीतिक सफर, जीशान ने थामा अजित पवार की NCP का दामन, बांद्रा ईस्ट से लड़ेंगे चुनाव
डेस्क :–मुंबई के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान सिद्दिकी ने शुक्रवार को अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल होकर बांद्रा ईस्ट सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की। अगस्त में महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने के आरोप में जीशान को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था, जिसे उन्होंने गलत बताया। अजित पवार, प्रफुल पटेल, और सुनील तटकरे का आभार जताते हुए जीशान ने कहा, "यह हमारे परिवार के लिए भावुक क्षण है, और मुझे लोगों के समर्थन से जीत का पूरा विश्वास है।"

जीशान सिद्दिकी के राजनीति में कदम बढ़ाने का सफर एक मोड़ पर है। अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए, जीशान ने अजित पवार की एनसीपी का हाथ थामा है। उनका कहना है कि अब वह लोगों के समर्थन से बांद्रा ईस्ट से एक मजबूत दावेदार के रूप में सामने आएंगे। जीशान का यह निर्णय उनके राजनीतिक सफर को नई दिशा दे सकता है, खासकर उनके पिता बाबा सिद्दिकी के हाल ही में हुए दुखद निधन के बाद।

अगस्त में हुए महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने का आरोप लगाकर जीशान को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, जीशान ने इस आरोप को खारिज किया और इसे निराधार बताया। जीशान ने एनसीपी में शामिल होने का फैसला ऐसे समय में लिया है, जब उनके सामने नई चुनौतियां और मौके हैं। जीशान को बांद्रा ईस्ट से चुनाव लड़ने का मौका मिला है।

जीशान सिद्दिकी के पिता, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दिकी की हत्या ने मुंबई की राजनीति में हलचल मचा दी है। 12 अक्टूबर को बांद्रा में जीशान के ऑफिस के बाहर बाबा सिद्दिकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया और हत्या के पीछे के संभावित कारणों की जांच कर रही है, जिसमें व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और कांट्रैक्ट किलिंग जैसी बातों की भी जांच हो रही है।

2019 में जीशान सिद्दिकी ने बांद्रा ईस्ट सीट पर शिवसेना के नेता विश्वनाथ महादेश्वर को हराकर अपनी जगह बनाई थी। अब इस सीट को महा विकास अघाड़ी के सीट शेयरिंग समझौते के तहत कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (UBT) को दिया गया है। इस बार, उद्धव ठाकरे के भतीजे वरुण सरदेसाई को शिवसेना (UBT) की ओर से बांद्रा ईस्ट का उम्मीदवार घोषित किया गया है, जिससे जीशान के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है।

बाबा सिद्दिकी की हत्या के बाद बांद्रा ईस्ट में जीशान को समर्थन मिलने की उम्मीद है। उनके पिता ने बांद्रा से कई सालों तक विधायक रहे हैं और जनता में अच्छी पकड़ बनाई थी। ऐसे में जीशान को बांद्रा के निवासियों से सहानुभूति और समर्थन मिलने की संभावना जताई जा रही है, जो उनके चुनावी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

जीशान ने इस चुनौतीपूर्ण समय में एनसीपी ज्वाइन कर अपने राजनैतिक सफर को एक नई दिशा देने की कोशिश की है। जीशान ने एनसीपी जॉइन करने के बाद कहा कि मुझे अपने परिवार और समर्थकों का पूरा साथ मिल रहा है। मैं अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाऊंगा। अब यह यह देखना अहम होगा कि क्या अपने पिता बाबा सिद्दीकी की तरह ही लोगों का समर्थन हासिल कर सकते हैं।
7 राज्यों में तूफान का असर,120 KM रफ्तार से चली हवा, बारिश के बीच गिरे पेड़ और बिजली के खंभे, भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट बंद
डेस्क:–साइक्लोन दाना ने ओडिशा के तट पर धामरा और भितरकनिका के बीच लैंडफॉल किया, जिससे भारी तबाही की खबरें आ रही हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश ने दोनों राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ओडिशा और बंगाल में बाढ़ की संभावना को देखते हुए सरकारें अलर्ट पर हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आश्वासन दिया है कि मेरी सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों तक बारिश जारी रहेगी, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इस चक्रवात का असर देश के सात राज्यों में दिख रहा है।

साइक्लोन दाना का लैंडफॉल ओडिशा के धामरा और भितरकनिका के बीच हुआ, जहां इसकी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक रही। लैंडफॉल के दौरान तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ घंटों तक भारी बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा। सरकार ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। *भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट बंद*

चक्रवात दाना के कारण भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी उड़ानों को रोक दिया गया है। भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर रात 9 बजे तक उड़ानें बंद रहेंगी, जबकि कोलकाता में भी 9 बजे तक उड़ानों पर रोक रहेगी। दोनों एयरपोर्ट्स पर विमानों और उपकरणों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए हैं।

पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों में भी साइक्लोन का प्रभाव देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जानकारी दी कि अब तक 2.5 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कई तटीय इलाकों में राहत शिविर बनाए गए हैं। कोलकाता, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जैसे जिलों में तेज हवाओं और भारी बारिश की आशंका है। कोलकाता और हावड़ा जैसे क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है। राज्य सरकार ने राहत शिविरों में लोगों को सुरक्षित रखने के सभी इंतजाम किए हैं।प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सभी सुरक्षा उपाय कर लिए हैं और हीराकुड बांध समेत दूसरे जलाशयों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। माझी ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य की तैयारियों के बारे में जानकारी ली है। केंद्र सरकार ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

ओडिशा और बंगाल दोनों राज्यों में राहत और बचाव कार्य जोरों पर है। ओडिशा सरकार ने NDRF और ODRF की कुल 288 टीमें तैनात की हैं। ये टीमें प्रभावित इलाकों में राहत कार्य कर रही हैं। राहत टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रही हैं। चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। *भारी बारिश और बाढ़ की आशंका*

IMD ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की आशंका जाहिर की है। ओडिशा के जगतसिंहपुर, भद्रक, कटक और बालासोर जिलों में 20 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। बाकी तटीय इलाकों में भी भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा, बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ की आशंका जाहिर की गई है, जिसके चलते लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सोशल एंग्जायटी एक मानसिक विचार है, आईए जानते हैं 'सोशल एंग्जायटी' के लक्षण


डेस्क :लोग क्या कहेंगे? अगर घर से कदम बाहर निकालने से पहले या घर में किसी के आने पर आपके दिमाग में सबसे पहले यही बात घूमती है तो संभव है कि आप सोशल एंग्जायटी के शिकार हैं। सोशल एंग्जायटी एक मानसिक विचार है, जिससे पीड़ित शख्स खुद को भीड़ में कंफर्टेबल महसूस नहीं करता है। वह बड़े फंक्शन या पार्टी में जाना तो दूर घर आए लोगों तक से मिलने से भी बचता है। उसे महसूस होता है कि हर कोई उनके बारे में कुछ कमतर ही सोचते हैं। यही कारण है कि वे कुछ भी खुलकर नहीं बोल पाते।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर के लोगों में सोशल एंग्जायटी बढ़ी है। दिसंबर 2017 से जनवरी 2018 के बीच भारत के पुडुचेरी में की गई एक स्टडी में सामने आया कि लड़कियों के मुकाबले लड़कों में सोशल एंग्जायटी के मामले ज्यादा हैं। करीब 1081 बच्चों पर की गई इस स्टडी में 10 से 13 साल के 738 बच्चे सोशल एंग्जायटी का शिकार पाए गए। हैरानी की बात ये है कि इनमें से करीब 520 लड़के थे। ऐसे में साफ है कि पांच में से हर एक बच्चा सोशल एंग्जायटी का शिकार है। आमतौर पर लोग इसे शर्मीलापन मान लेते हैं, लेकिन असल में ये फोबिया है। कई शोध बताते हैं कि कोरोना के बाद सोशल एंग्जायटी के लेवल में बड़ा अंतर आया है। पीकिंग यूनिवर्सिटी के अनुसार कोरोना से पहले की तुलना में अब 43 प्रतिशत से ज्यादा लोगों में सोशल एंग्जायटी बढ़ी है। हालांकि करीब 28 प्रतिशत लोगों ने माना कि उनकी सोशल एंग्जायटी कम हुई है।

सोशल एंग्जायटी के लक्षणों को पहचानकर आपको इसके समाधान की ओर सोचना चाहिए। ये लक्षण सोशल एंग्जायटी की ओर इशारा करते हैं।

*कहीं जाने में घबराहट*

सोशल एंग्जायटी का सबसे पहला लक्षण है किसी भी सोशल गैदरिंग यानी शादी, पार्टी, फंक्शन, रिश्तेदारी या दोस्तों आदि के घर जाने से परहेज करना। इस फोबिया से पीड़ित लोग भीड़ से बचते हैं। अगर वे कहीं चले भी जाएं तो खुद को अलग ही रखते हैं।

*बातचीत करने में परेशानी*

वैसे तो सोशल एंग्जायटी से पीड़ित लोग दूसरों लोगों से मिलना पसंद नहीं करते हैं। लेकिन अगर उन्हें कहीं जाना भी पड़े तो वे दूसरों से बात नहीं करते। या फिर बातचीत को आगे बढ़ाने में परेशानी महसूस करते हैं।

*खुद को कम आंकना*

सोशल एंग्जायटी से पीड़ित लोग आमतौर पर खुद को दूसरों से कमतर आंकते हैं। उन्हें लगता है कि उनमें ऐसी कमियां हैं, जिनके बारे में दूसरे बात करेंगे। वे किसी भी गलती के लिए खुद को जिम्मेदार मानने लगते हैं। या फिर खुद की ही आलोचना करते हैं।

*फिजिकल एक्टिविटी में बदलाव*

दूसरों से बात करने में असहज महसूस करने वाले लोग आमतौर पर उनसे बात करते समय घबरा जाते हैं। बातचीत के दौरान पसीना आना, हाथ-पैर कांपना, दिल की धड़कने बढ़ जाना आदि लक्षण सोशल एंग्जायटी के हैं। कई बार तो इस फोबिया से पीड़ित लोग इंटरव्यू तक नहीं दे पाते। मंच पर बोलने में भी उन्हें परेशानी होती है।

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