बनारस स्टेडियम से बाबू सम्पूर्णानन्द जी का नाम हटाये जाने के सम्बन्ध में
संभल । आप अवगत है कि विगत दिनों प्रधान मन्त्री द्वारा बनारस के पुराने प्रतिष्ठित स्टेडियम के आधुनिक निर्माण का उद्घाटन के साथ ही स्टेडियम से जुड़ा बाबू सम्पूर्णानन्द जी का नाम हटा दिया गया है। जो काफी अपत्तिजनक एवं शर्मनाक हो नहीं बल्कि कांशी एवं उसकी गौरवशाली विरासत का अपमान भी है।
सरकार इस घृणित कार्य से काशी के लाखों लोग आहत हुए है। इस घटना से न केवल काशी वासियों का अपमान है बकि काशी की विदवत आचार्य परम्परा और सत्य त्याग नैतिक मूल्य ईमानदारी आदि की एक आदर्श राजनीति की प्रेरणा स्पद विराम और आजादी की लड़ाई के सैनानियों का भी अपमान है। दुर्भाग्य से हाने उस दल एवं उसकी सत्ता से जुड़े लोग नहीं समझ पाते हैं। जो लोह पुरुष सरदार पटेल गुजरात स्टेडियम अहमद बाद तक की भी नाम बदलकर नरेन्द्र मोदी स्टेडियम करने की घृष्टता करते है।
Oct 22 2024, 16:09