सैनिक स्कूल तिलैया में 12 दिवसीय एनसीसी शिविर का आज होगा शुभारंभ, देश की कला और संस्कृति का होगा आदान-प्रदान

सैनिक स्कूल तिलैया डैम के सभागार में आज से 12 दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय एनसीसी शिविर का शुभारंभ होगा । यह शिविर झारखंड-बिहार एनसीसी निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। शिविर का उद्घाटन सुबह 10:00 बजे किया जाएगा , जिसमें 45 एनसीसी बटालियन कोडरमा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। एनसीसी ऑफिसर संतोष कुमार ने बताया कि इसमें देशभर के 650 एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं। शिविर के उद्घाटन समारोह में हजारीबाग के ब्रिगेडियर राजेश केरेला और 45 बटालियन के कमांडेंट एरिया ऑफिसर, सेना मैडल विजय कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। यह 12 दिवसीय शिविर 15 से 26 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। कैडेट्स को ड्रिल, परेड, और वॉलीबॉल जैसी शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ कला और संस्कृति से संबंधित कार्यक्रमों में भी भाग लेने का मौका मिलेगा।शिविर का मुख्य उद्देश्य 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों के कैडेट्स के बीच कला, संस्कृति और रीति-रिवाजों का आदान-प्रदान कराना है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, झारखंड और बिहार के कैडेट्स एक-दूसरे की परंपराओं से परिचित होंगे और देश की सांस्कृतिक विविधता को करीब से समझने का प्रयास करेंगे। इस कार्यक्रम में ईएसपीए बेंगलुरु के विशेषज्ञ भी कैडेट्स को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इसके अलावा, शिविर के दौरान कैडेट्स को केटीपीएस (कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन) का भ्रमण भी कराया जाएगा, जिससे वे औद्योगिक प्रक्रियाओं और बिजली उत्पादन की तकनीकी जानकारी प्राप्त कर सकें। इस शिविर के माध्यम से एनसीसी कैडेट्स को न केवल शारीरिक प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि वे विभिन्न राज्यों की कला-संस्कृति के बारे में जानकर अपने अनुभवों को समृद्ध कर सकेंगे। शिविर का उद्देश्य देश की विविधता में एकता को प्रोत्साहित करना और भविष्य के जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण करना है।
आईएमए ने झंडा चौक पर लगाया निःशुल्क पेयजल एवं स्वास्थ्य शिविर
जनसेवा से बड़ा कोई धर्म नही :- कर्नल विजय कुमार अग्रवाल समाज एवं
दुर्गा पूजा को ले दो दिवसीय निःशुल्क पेयजल एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन झंडा चौक के समीप किया गया ।इसमें दो दिनों में 28 सौ लीटर पानी का वितरण लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु भक्तों के बीच अग्रवाल समाज पेयजल की व्यवस्था की और आईएमए के द्वारा स्वास्थ्य जांच भी की गई।दो दिवसीय कार्यक्रम में एनसीसी के कैडेटों ने भी अपनी सहभागिता निभाई।कैम्प में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक भी शामिल हुए।दो दिवसीय शिविर का उद्घाटन 45 झारखंड बटालियन एनसीसी कोडरमा के कमांडिंग ऑफिसर विजय कुमार(सेना मेडल)एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह,आईएमए के अध्यक्ष डॉ.सुजीत राज,अग्रवाल समाज के अध्यक्ष कैलाश चौधरी, उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,सचिव संजीव खेतान,कोषाध्यक्ष प्रदीप बंसल कार्यक्रम के परियोजना निदेशक अरविंद चौधरी ने संयुक्त रूप से किया ।इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कर्नल विजय कुमार ने कहा कि जन सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है।अग्रवाल समाज ने जो पेयजल की व्यवस्था श्रद्धालु भक्तों के लिये की है वो अद्वितीय है।पूजा पंडालों के दर्शन के उपरांत मेले में सामग्री खाने के बाद लोगों को प्यास लगती हैओ ऐसे में ये शिविर मिल का पत्थर साबित होगा।एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि अग्रवाल समाज समाजसेवा के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है।उन्होंने कहा कि ये जहाँ भी बसते है वहां अलग पहचान बनाते है।समाज सेवा इनका आधार स्तंभ भी हैओ।आईएमए केअध्यक्ष डॉ. सुजीत राज ने कहा कि दुर्गा पूजा में इस प्रकार के कार्यक्रम के लिए साधुवाद दिया और कहा कि ऐसे कार्यों में आईएमए आगे भी सेवा कार्यों से जुड़ेगी।अध्यक्ष श्री चौधरी एवं सचिव श्री खेतान ने कहा कि समाज का मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान तक के लोगों को सेवा उपलब्ध कराना प्राथमिकताओं में है।मौके पर अतिथियों को अंग वस्त्र पहनकर सम्मानित किया गया।मंच का संचालन अजय अग्रवाल ने किया।जबकि धन्यवाद ज्ञापन अरविंद चौधरी ने किया।कार्यक्रम के दूसरे दिन कोडरमा एसडीओ रिया सिंह भी शिविर में पहुंच कर कहा कि पानी पिलाने से बड़ा कोई धर्म नही होता और राहगीरों के लिए यह कार्यक्रम लाभदायक है।मौके पर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह,सीओ हलधर प्रसाद सेठी,डॉ.आरके दीपक,डॉ. सोमेश,विजय केडिया,महेश दारूका, संतोष लड्ढ़ा,विपुल चौधरी,संजय नरेडी,किशन संघई,सुजीत परसुरामपुरिया,पप्पू खेतान,मनोज केडिया,आयुष पोद्दार,संजय खेमानी,संजीव अग्रवाल,अमित अग्रवाल,सुनील लोहिया, संदीप हिसारिया,नीलेश लड्ढ़ा,नवीन संघई,रजत बड़गवे,मुरारी बड़गवे,चंद्रशेखर जोशी,दीपक सिन्हा, शैलेश दारुका,आशीष खेतान,प्रिंस राणा,दिलीप सिंह,पवन चौधरी,रामवतार बासका,अर्जुन संघई,एनसीसी के संतोष कुमार एवं कैडेट आदि उपस्थित थे।
चंद्रवंशी विकास मंच कोडरमा की मासिक बैठक संपन्न, कोडरमा विधान सभा क्षेत्र से समाज का होगा उम्मीदवार : मंच

नवंबर माह में जरासंध जयंती समारोह आयोजित करने का लिया गया निर्णय

किसी भी समाज का राजनीतिक उत्थान के बिना सामाजिक उत्थान नही हो सकता : चंद्रवंशी दीपक नवीन


चंद्रवंशी विकास मंच कोडरमा की मासिक बैठक रविवार को शिव मोहल्ला निवासी मंच उपाध्यक्ष रवि राम के आवास पर मुख्य संरक्षक सदस्य रामेश्वर राम रवानी,जय प्रकाश राम,बिरेंद्र राम,उमेश राम, प्रवीण चंद्रा,सीता राम भगत जी,ओम प्रकाश राम,महेंद्र राम की उपस्तिथि मंच अध्यक्ष चंद्रवंशी दीपक नवीन की अध्यक्षता व सचिव महेश भारती के संचालन में संपन्न हुई। बैठक में सचिव महेश भारती ने मासिक कार्य रिपोर्ट पेश करते हुए सर्व प्रथम बैठक में समाज की राजनीतिक ,सामाजिक ,आर्थिक एवं शैक्षणिक स्तिथि पर विस्तार से चर्चा करते हुए समाज के अंदर राजनीतिक वा शैक्षणिक स्तर को ऊंचा उठाने पर जोर दिया गया। साथ ही श्री भारती ने समाज की सदस्यता सह सर्वेक्षण रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि कोडरमा विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत चंद्रवंशी समाज की लगभग बावन हजार से भी ऊपर की संख्या सिर्फ मतदाता होने के बाबजूद हमारे समाज को किसी भी राजनीतिक दल तरहीज नही देते हैं। ओर तो ओर कुछ राजनीति दल सिर्फ समाज के लोगो को चुनाव के समय वोट बैंक समझते है। ओर यूज एंड थ्रो के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इसलिए 2024 के विधान सभा चुनाव में कोडरमा से समाज का कोई व्यक्ति किसी राजनीतिक दल से भी टिकट लेकर आते हैं तो समाज तन मन धन से सहयोग करेगा। नही तो फिर समाज को अपना स्वतंत्र उम्मीदवार उतारना चाहिए। जिस पर सभी की सहमति के साथ उम्मीदवार देने का निर्णय लिया गया। वही मंच अध्यक्ष चंद्रवंशी दीपक नवीन नें समाज की सामाजिक दायित्व का निर्वाहन करते हुए आने वाले पंचायत,नगर एवं विधान सभा चुनाव में भी अपनी ताकत के साथ एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया। साथ ही श्री नवीन ने जोर देकर कहा की किसी भी समाज का राजनीतिक उत्थान के बिना सामाजिक उत्थान नही हो सकता। साथ ही मंच ने यह कहा कि विधान सभा चुनाव में जो राजनीतिक दल उम्मीदवारी देगा समाज उसके साथ खड़ा रहेगा। बैठक में नवंबर माह में जरासंध जयंती समारोह आयोजित किया जाएगा जिसकी तैयारी अभी से शुरू कर देने के साथ बैठक में मुख्य रूप से उपाध्यक्ष रवि राम, कोषाध्यक्ष राजेंद्र वर्मा, मीडिया प्रभारी दीपक सिंह, सुरेंद्र भारती,अरुण राम, उपेंद्र वर्मा, विजय राम, दिवाकर राम, अनिल राम, मनोज राम,रंजीत राम, राजकुमार राम, रवि रवानी, मुकेश राम, विजय कुमार, मनोज कुमार, द्वारिका राम, प्रेम कुमार आदि लोग ने भाग लिए। जबकि बैठक के अंत में धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष रवि राम ने किया।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आने वाली पीढ़ी को सशक्त बनाओं------- पूजा पंडालों में मारवाड़ी युवा मंच की प्रेरणा शाखा ने चलाया हस्ताक्षर अभियान व स्वच्छत

मारवाड़ी युवा मंच की प्रेरणा शाखा ने झुमरी तिलैया के विभिन्न पूजा पंडालों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया और इसके प्रति लोगों को जागृत करते हुए कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम और कन्या को शिक्षित करने पर जोर दिया। कार्यक्रम के माध्यम से हर व्यक्ति को स्वच्छता अभियान के तहत डस्टबिन का वितरण किया। पर्यावरण संरक्षण को लेकर बेटी और बेटे के जन्म पर पौधा लगाने सहित कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नवरात्रों के नौ दिनों में प्रेरणा शाखा की पदाधिकारी और सदस्यों ने स्कूली बच्चों के बीच पठन सामग्री, बेटी के जन्म पर बेबी किट वितरण किया एवं दादी या नानी जो भी उपस्थित थे उन्हें पौधा देखकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पंडालों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आने वाली पीढ़ी को सशक्त बनाओं, बेटी को जीवन का हक दो, बाल - विवाह पर रोक लगाओ जैसे संदेश दिए गए। मौके पर मारवाड़ी युवा मंच मंडल 1सहायक मंत्री श्रेया केडिया ने कहा बेटियों को शिक्षित करके ही आने वाले समय में शिक्षित समाज का निर्माण संभव है। प्रेरणा शाखा की अध्यक्ष सारिका लड्ढा ने कहा कि नवरात्रों के पावन पर्व पर देवी दुर्गा की पूजा के साथ समाज में बेटियों के प्रति सम्मान और सुरक्षा का भाव जगाने के उद्देश्य से 9 दिनों तक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बेटियां समाज और देश की भविष्य है इसके प्रति भी लोगों को जागरूक किया गया तथा यह भी बताया गया बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे और रक्षाबंधन पर कलाई पर राखी किससे बंधावाओगे। नवरात्रों में शाखा सदस्यों के द्वारा घर-घर में कन्याओं का पूजन किया गया। इस मौके पर उपाध्यक्ष नेहा हिसारिया, सचिव शीतल पोद्दार, परियोजना निदेशक श्वेता गुटगुटिया, प्रीति गुटगुटिया, नीतू चौधरी, प्रियंका अग्रवाल, दीपा गुप्ता, मीना हिसारिया, गुंजन अग्रवाल, स्नेह अग्रवाल आदि ने अपनी विशेष भूमिका निभाई।
कार्यपालक पदाधिकारी से मिलकर दीपावली से पहले शहर की साफ सफाई की बात की
निवर्तमान वार्ड पार्षद पिंकी जैन ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से बात कर दीपावली से पहले शहर के सभी एलइडी लाइट की मरम्मत एवं शहर के सभी छठ घाट की सफाई करवाने की बात कही। डेंगू बीमारी का प्रकोप शहर में दिनों दिन बढ़ता जा रहा है इसलिए प्रतिदिन सभी गली मोहल्ले बाजार में ब्लीचिंग पाउडर एवं कीटनाशक दवा का छिड़काव आवश्यक रूप से करें। पिंकी जैन ने कहा कि शहर में श्रद्धा आस्था स्वच्छता का महापर्व छठ पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। समय पूर्व ही साफ सफाई करने एवं गंदगी से मुक्ति होने पर व्रत धारीऔर श्रद्धालु भक्तों को परेशानी नहीं होगी। नगर परिषद भी अपनी जिम्मेदारियां को पूर्ण कर सकेगा। शहर के चौक चौराहे गली मोहल्ले में खराब पड़े एलइडी लाइट को दीपावली के पहले ठीक कर दिया जाए और महत्वपूर्ण स्थान पर नया एलइडी लाइट लगाया जाए ।एलईडी लाइट ठीक प्रकार से नहीं बनाई जाती है सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है। कई एलइडी लाइट के कीट एवं स्विच खराब पड़े हैं जिसके कारण वह जल नहीं रहा है। नगर प्रशासक ने सभी छठ घाट की साफ सफाई और खराब पड़े एलइडी लाइट को जल्द ठीक करने की बात कही है।
सेविका सहायिकाओं को नाराज करना हेमंत सरकार को पड़ेगा भारी : संजय पासवान

हड़ताल के दसवें दिन आक्रोशित सेविका सहायिकाओं ने समाहरणालय पर जमकर की नारेबाजी

झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 8 सूत्री मांगों को लेकर 5 अक्टूबर से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के 10 वें दिन आक्रोशित सेविका सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर हेमंत सरकार होश में आओ, हमारी मांगें पूरी करो, दुबारा सत्ता में आना है तो मांगें पूरी करनी होगी. जमकर नारेबाजी की और हेमंत सोरेन सरकार को चेतावनी दी कि चुनाव के बेला में उनकी मांगों को अगर अनदेखी की गई तो, रघुवर सरकार जैसा हाल होगा और सत्ता से हांथ धोना होगा. मालूम हो कि 26 हजार वेतन के साथ आंगनबाड़ी सेवाशर्त नियमावली में संशोधन, हर साल मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया सरल करने, पारा शिक्षकों की तरह वेतनमान व अन्य सुविधाएं, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी देने, रिटायर्मेंट के बाद सेविका को 10 लाख एवं सहायिका को 5 लाख एकमुश्त राशि देने, वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन देने और मार्केट रेट पर पोषाहार राशि देने आदि मांगों को लेकर राज्यभर में 38 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में 5 अक्टूबर से ताला लटका हुआ है. लाखों बच्चे की पढ़ाई और पोषाहार बंद है. टीकाकरण व बीएलओ का काम भी प्रभावित हो रहा है. 8 अक्टूबर को कैबिनेट की बैठक में नियमावली में आंशिक संशोधन किया गया, जिससे सेविका सहायिका नाराज हैं और हड़ताल को जारी रखे हुए दशहरे की छुट्टी के बाद एक बार से फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है. सोमवार को झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) के बैनर तले समाहरणालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि सेविका सहायिकाओं की मांगों को नजरअंदाज करना हेमंत सरकार को भारी पड़ेगा. सेविका सहायिका से जितना काम लिया जाता है, उन्हें प्रतिदिन हजार रुपये के हिसाब से कम से कम 30 हजार रुपये मानदेय मिलना चाहिए. केन्द्र व राज्य सरकार की सारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम यही लोग करते हैं. जनता के बीच रोज इनका सीधा संवाद होता है. किसी को भी सत्ता पर बैठाने या उन्हें उतारने की क्षमता रखती हैं. 2019 के चुनाव में यह साबित हुआ है. इसलिए झारखण्ड की हेमंत सरकार के पास इनकी मांगें स्वीकार करने के सिवाय कोई रास्ता नहीं है. आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि अगर सेविका सहायिका की मांगों पर विचार नहीं हुआ और सेविका सहायिका खाली हांथ लौटी तो यह सरकार दुबारा नहीं लौटेगी. धरना में जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद, सचिव वर्षा रानी, उर्मिला देवी, बेबी कुमारी, कविता यादव, मंजू मेहता, कुमारी अनामिका, चिंतामणी देवी, हीना, लीला, शकुन्तला मेहता, सरिता रानी, अनीता देवी, ममता सिहं, सहायिका कविता देवी, सुमैया जमीर, सरस्वती देवी, संध्या वर्णवाल, कांति, विमला, दीपा, रेखा, रीता, उमा मोदी, रानी, मीना, सरवरी खातुन, उषा, कांति, पिंकी, पुनम, रामदुलारी, मुशरत, उषा, संगीता, तर्रनुम, संध्या, संजू, निकहत, यासमीन, नुसरत बानो, देवंती, मीना एक्का सहित सैकड़ों सेविका सहायिका मौजूद थी.
केडीसीए सचिव दिनेश सिंह झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम के मैनेजर बने
कोडरमा जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिनेश सिंह को जेएससीए ने बीसीसीआई द्वारा आयोजित कर्नल सी के नायडू ट्रॉफी में भाग लेने वाली झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम का मैनेजर नियुक्त किया है। ज्ञात हो कि झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने इसके पूर्व भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां श्री सिंह को दी थी, जिसका इन्होंने सफलतापूर्वक निर्वहन किया। दिनेश सिंह इसके पूर्व झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम ,झारखंड अंडर-19 क्रिकेट टीम के मैनेजर सहित झारखंड और केरल के बीच हुए रणजी मैच में ए सी एल ओ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका सफलता पूर्वक निभा चुके हैं। श्री सिंह जल्द ही टीम के साथ जुड़ेंगे। झारखंड टीम अपने मैच खेलने हरियाणा , हैदराबाद सहित अन्य राज्यों का दौरा करेगी। श्री सिंह को झारखंड टीम का मैनेजर बनाए जाने पर केडीसीए के संरक्षक अनुदीप सिंह (एसपी कोडरमा) ,अमरजीत सिंह छाबड़ा, विवेकानंद चौधरी, अनिल सिंह, मनोज सहाय पिंकू, डॉक्टर उपेंद्र भदानी ,कृष्णा बरहपुरिया, विनोद विश्वकर्मा, पंकज सिंह, आलोक पांडे, उमेश सिंह ,सुमन कुमार, सोनू खान, धर्मेंद्र कौशिक, सुरेंद्र प्रसाद, ओमप्रकाश, तहसीन हुसैन ,कुंदन राणा, धीरज पांडे, राकेश पांडे ,विशाल कुमार, बसंत सिंह, जय पांडे, मुकेश प्रभाकर, महेश भारती, पंकज सिंह, जयश्री द्विवेदी सहित जिले के सभी खेल एसोसिएशन के पदाधिकारीगण, खेल प्रेमी व सामाजिक संगठन के पदाधिकारीगणों ने हर्ष व्यक्त किया है।
केंद्रीय मंत्री सह सांसद एवं विधायक ने लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
गया से खुलकर कोडरमा के रास्ते मुंबई जाने वाली गया लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस का रविवार से शुभारंभ हो गया है। कोडरमा स्टेशन पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक डॉ. नीरा यादव व विधायक अमित यादव ने उक्त ट्रेंन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बताते चलें कि यह ट्रेन 36 घंटे में गया से मुंबई तक का सफर तय करेगी। उत्तरी छोटानागपुर के लोगों को खास तौर पर इस ट्रेन की सौगात मिली है, जहां के बड़ी संख्या में लोग मुंबई में रहते है। इस ट्रेन में स्लीपर कोच के जगह 14 जनरल बोगी है, जबकि एसी 3 और एसी 2 कोच भी इस ट्रेन में लगाए गए हैं। उद्घाटन परिचालन के मौके पर कोडरमा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री अन्नपूर्णा देवी के अलावे विधायक और धनबाद रेल मंडल के डीआरएम समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। यह ट्रेन हर रविवार को गया से खुलेगी जो कोडरमा होते हुए हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, रांची, राउरकेला होते हुए मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस तक जाएगी। कई राज्यों से होकर गुजरने वाली इस ट्रेन के परिचालन शुरू होने से कोडरमा समेत आसपास के लोग उत्साहित है। पहले दिन सफर करने वाले रेल यात्रियों को केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गुलाब फूल देकर उनका स्वागत किया। इस ट्रेन की शुरुआत होने से पहले कोडरमा से होकर मुंबई तक जाने के लिए महज दो ट्रेनों का परिचालन किया जाता था, जिसमें लंबी वेटिंग लिस्ट होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। कोडरमा समेत आसपास के हजारों लोग मुंबई में रोजगार की तलाश में जाते हैं और त्योहार को के सीजन में मुंबई जाने वाली ट्रेनों में उम्मीद से ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में लोगों का ध्यान रखते हुए त्योहारी सीजन में इस ट्रेन की शुरुआत की गई है। इस मौके पर मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि इस त्योहारी सीजन में रेल मंत्रालय ने यहाँ के लोगों को इस ट्रेन के रूप में खास सौगात दी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान हमेशा लोग मुंबई के लिए ट्रेन डिमांड करते थे। वहीं लोगों ने भी इस ट्रेन को कोडरमा समेत आसपास के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण लाइफ लाइन बताया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अनूप जोशी, भाजपा नेता रमेश सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
शारदीय नवरात्र के महानवमी को निर्माणाधीन माँ वैष्णों देवी मंदिर में किया गया भंडारे का आयोजन
असनाबाद स्थित निर्माणाधीन माँ वैष्णों देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र के महानवमी पर भंडारे का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में साकार टीएमटी के निदेशक उदय सोनी मुख्य रूप से उपस्थित थे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शहर में माँ वैष्णों देवी मंदिर का निर्माण होना एक बहुत बड़ी पहल है।उन्होंने मंदिर कमेटी को इस निर्माण में यथा संभव मदद करने की बात कही।वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष पंकज सिंह ने उनका आभार व्यक्त करते हुए बुके और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।वही नवरात्र के दौरान ध्वजाधारी धाम के महंत श्री श्री 1008 सुखदेव जी महाराज,डर. बिरेंद्र कुमार,मोनू सिंह एवं अन्य सदस्य गण ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।कार्यजर्म का संचालन समिति के विजय वर्णवाल ने किया।मौके पर समिति के रोहित शर्मा, नवीन सिन्हा,शिव कुमार यादव,सिद्धि प्रसाद,टिंकु वर्मा,कुलदीप यादव, बिजय पंडित,संजय साव,दिलीप दांगी,संजय सिन्हा,रंजित सिन्हा,रौनक सिंह,अजित कुमार गुप्ता,राहुल सिंह,पृथ्वी सिंह,रौनक सिन्हा,अरविंद,वर्णवाल,शुभम राज, सोभित कुमार,प्रमानंद मुन्ना,राणा प्रताप सिंह,संजय शर्मा,अरविंद विश्वकर्मा,महेश यादव,जितेंद्र साव,प्रिंस कुमार,यश कुमार,नितिन कुमार पंडित,विशाल सिंह यादव,प्रीत कुमार,राजा कुमार,वीर कुमार आदि उपस्थित थे।
नवरात्र की नवमी पर 400 वर्ष पुरानी प्रथा को निभाने देश के कोने-कोने से गांव लौटती है बेटियां, जानें खास परंपरा
नवरात्र के दौरान देशभर में आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण कर माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है. इस दौरान अलग-अलग क्षेत्र में कई प्रकार की प्रथा और मान्यताएं भी सामने आती हैं. जिनका लोग पूरे निष्ठा के साथ निर्वहन करते हैं. कोडरमा में करीब 400 वर्ष पुराने दुर्गा पूजा के आयोजन में आज भी राजा के जमाने की प्रथा का निर्वहन करने खास कर गाँव की विवाहित बेटियां सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर अपने गाँव लौटती हैं. यहां मुंडन कराना अनिवार्य, मुंडन से पहले दी जाती है बकरे की बाली झुमरी तिलैया के गुमो में आयोजित दुर्गा पूजा का इतिहास 400 वर्षों से भी अधिक पुराना है. राजा परिवार के द्वारा शुरू की गई इस पूजा को उनके कई पीढ़ियों ने निभाया था. इसके बाद जब देश से जमींदारी प्रथा समाप्त होने लगी तब राजा परिवार ने पूजा की जिम्मेदारी गुमो के सतघरवा परिवार को सौंप दिया और राज पाट छोड़कर अन्यत्र चले गए. जिसके बाद आज भी परंपरा का निर्वहन करते हुए पूरे श्रद्धा भाव से पूजा का आयोजन किया जा रहा है. कलश स्थापना से नवमी तक पूरे नौ दिनों तक यहां बलि देने की भी प्रथा है. नवमी के दिन गाँव के अलावे मन्नत पूरा होने पर दूर दराज से भी लोग यहां बकरे की बलि देने पहुंचते हैं. नवमी को यहां करीब 1200 बकरे की बलि दी गई. जबकि पूरे नवरात्र के दौरान करीब 2200 बकरे की बलि दी गई. सैकड़ो किलोमीटर का सफर तय कर बच्चे के मुंडन के लिए गांव लौटी बेटियां मंदिर के पुरोहित दशरथ पांडेय ने बताया कि यहां गुमानी देवता निवास करते हैं. जिनके द्वारा पूरे गाँव की रक्षा की जाती है. बिहार के नवादा से गाँव पहुंची अर्पिता कुमारी ने बताया कि गाँव के जो बेटे होते हैं उनके संतान का मुंडन होना तो यहां आवश्यक है ही लेकिन गाँव की बेटियां जो विवाह के बाद दूसरे राज्य या दूसरे शहर में बस जाती है उन्हें भी अपने संतान का मुंडन कराने वापस यहां लौटना पड़ता है. सौरव पांडेय ने बताया कि यहां मुंडन कराने से बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य, उत्तम भविष्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यहां मुंडन से पहले सभी को बकरे की बलि देना भी अनिवार्य है. वहीं पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से लक्ष्मी कुमारी भी अपने बच्चे का मुंडन कराने गाँव लौटी थी. इसके अलावे गाँव की दर्जनों बेटियां अपने बच्चे का मुंडन कराने देश के अलग-अलग शहरों से गाँव पहुंची थी.