सरसों की वैज्ञानिक खेती विषयक प्रशिक्षण सम्पन्न
मनकापुर (गोंडा)। सोमवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर में सरसों की वैज्ञानिक खेती विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ ।
प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने राई- सरसों की उन्नतशील प्रजातियां, भूमि एवं भूमि की तैयारी, बुवाई, खाद एवं उर्वरक प्रबंधन, खरपतवार प्रबंधन आदि की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि सरसों फसल की बुवाई का उपयुक्त समय अक्टूबर का प्रथम पखवाड़ा है । किसान भाई सरसों की बुवाई अक्टूबर माह में करते हैं । राई- सरसों की उन्नतशील प्रजातियों में नरेंद्र 8501, आर एच 725, आर एच 749, सीएस 58, पंत पीली सरसों-1, आजाद महक, पूसा 0031 आदि मुख्य हैं ।
सरसों फसल की बुवाई में पंक्ति से पंक्ति की दूरी डेड़ फुट तथा पौधा से पौधा की बीच की दूरी आधा फुट रखते हैं । डॉ. डी के श्रीवास्तव वरिष्ठ वैज्ञानिक पशुपालन ने सरसों की फसल में कार्बनिक खादों के प्रयोग एवं महत्व की जानकारी दी । डॉ.अजीत सिंह वत्स वरिष्ठ वैज्ञानिक फसल सुरक्षा ने सरसों में बीज शोधन, बीज उपचार तथा फसल सुरक्षा प्रबंध की जानकारी दी । डॉ. मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने फसल में सिंचाई प्रबंधन की जानकारी दी । इस अवसर पर प्रगतिशील कृषकों अयोध्या प्रसाद वर्मा, वीरेंद्र कुमार उपाध्याय, जगन्नाथ वर्मा, सूर्य प्रताप सिंह, श्रीमती शीला देवी, कन्हैया लाल यादव आदि ने प्रतिभाग कर खेती की तकनीकी जानकारी प्राप्त की ।
Oct 14 2024, 18:29