पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रतन टाटा के निधन पर जताया शोक, कहा- आज देश ने खोया अपना ‘रत्न’

रायपुर- देश के जाने-माने उद्योगपति और टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि आज देश ने अपने ‘रत्न’ को खोया है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर किए अपने पोस्ट में कहा कि जिस शख़्स से आप कभी मिले न हों और उसके जाने के बाद आपको ऐसा लगे कि यह आपकी व्यक्तिगत क्षति है, तो वह कोई महान व्यक्ति ही होता है. आज देश ने अपने “रत्न” को खोया है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रतिष्ठित उद्योग समूह टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा के निधन का समाचार पीड़ादायक है. हम सब ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हैं. उनके हर चाहने वाले को ईश्वर यह दुःख सहने की शक्ति दें. ॐ शांति:

छत्तीसगढ़ में महिला समूह से धोखाधड़ी : 8 बैंकों से 46 लाख का लिया लोन, फिर पैसे लेकर पति-पत्नी फरार
कोरबा-     जिले में फ्लोरा मैक्स कंपनी का नया कारनामा सामने आया है, जहां पति-पत्नी ने पैसे निवेश करने के नाम पर महिला समूह को लाखों का चूना लगाया है. बैंक से लोन लेकर दंपती फरार हो गया है. महिलाओं ने कलेक्टर और एसपी से मामले की शिकायत कर पति-पत्नी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. यह मामला नवापारा रोगदा गांव का है.

जानकारी के मुताबिक, फ्लोरा मैक्स कंपनी में पैसे निवेश करने का झांसा देकर नवापारा रोगदा गांव के निवासी एक दंपत्ती ने गांव के ही सैकड़ों लोगों को लाखों का चूना लगाया है. महिलाओं ने बताया, पति-पत्नी ने महिला समूह बनाकर 8 बैंकों से 46 लाख 31 हजार रुपयों का लोन निकलवाया. कुछ महीनों तक किश्त भरने के बाद दोनों पैसे लेकर फरार हो गए. किश्त के लिए बैंक से नोटिस आने के बाद महिलाओं के होश उड़ गए हैं.

महिलाओं ने कलेक्टर और एसपी से मामले की शिकायत की है और पति-पत्नी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. बता दें कि कुद दिनों पहले सिटी मॉल में संचालित फ्लोरा मैक्स कंपनी में लूट और डकैती की घटना हुई थी. इस दौरान कंपनी पर कई सवाल उठे थे.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर जताया शोक, कहा- योगदान को सदैव रखेंगे याद…

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया X पर किए अपने पोस्ट में कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, मानव कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में रतन टाटा के योगदान को भारतवासी सदैव याद रखेंगे.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पोस्ट में लिखा कि सुप्रसिद्ध उद्योगपति, पद्म भूषण व पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. उन्होंने भारतीय उद्योग जगत को सर्वोच्च स्थान पर स्थापित किया. उनका सादगी पूर्ण जीवन, नैतिक नेतृत्व और परोपकार की भावना एक मिसाल थी. वह सदैव हमारी यादों में जीवित रहेंगे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि रतन टाटा का निधन भारत और उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. देश और समाज में बेहतर बदलाव के लिए उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्य हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों, उनके शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की विनम्र प्रार्थना करता हूं. ॐ शांति!

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार 421 अभियंताओं को मिला वर्षों बाद समयमान वेतनमान

रायपुर-    उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने आज 421 अभियंताओं को उनके दीर्घकालीन सेवा योगदान का सम्मान करते हुए समयमान वेतन का लाभ प्रदान करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के अंतर्गत 25 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 32 अभियंता, 10 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 388 अभियंता, और 08 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 01 अभियंता शामिल हैं। इन अभियंताओं में उप अभियंता, सहायक अभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि यह प्रकरण पिछले 4-5 वर्षों से लंबित था और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशों के परिणामस्वरूप अब जाकर इन अभियंताओं को समयमान वेतन का लाभ मिल रहा है। ज्ञात हो कि अभियंताओं द्वारा उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया था उपमुख्यमंत्री ने अभियंताओं को आस्वाशन दिया था कि उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निर्देशानुसार अभियंताओं को समयमान वेतन का लाभ दिया है जो पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में वर्षों से सेवा करते आ रहे हैं और प्रदेश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

पूर्व विधायक की पत्नी की याचिका पर हाईकोर्ट ने राज्य शासन और विधानसभा सचिव को जारी किया नोटिस, जानिए क्या है मामला

बिलासपुर-   छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने पूर्व विधायक मिश्रीलाल खत्री की पत्नी पुष्पा देवी खत्री द्वारा दायर याचिका पर राज्य शासन और विधानसभा सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. पुष्पा देवी ने अपने पति की पेंशन को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा सदस्य वेतन और पेंशन नियम 2006 के नियम 3 घ की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी है. याचिका में बताया गया कि कार्यपालिका द्वारा बनाया गया कोई भी नियम मूल अधिनियम के प्रावधान का उल्लंघन नहीं कर सकती.

बता दें कि पुष्पा देवी खत्री अपने अधिवक्ता के जरिए हाई कोर्ट में याचिका लगाई है. याचिका के मुताबिक उनके पति मिश्रीलाल खत्री संजारी बलोद जो, कि वर्तमान में विलोपित के पूर्व विधायक थे. उनका कार्यकाल 1977 से लेकर 1979 तक था. उनका 1996 में निधन हो गया. पूर्व विधायक के निधन के बाद नियमानुसार राज्य शासन ने पेंशन बंद कर दी. याचिका के अनुसार दिवंगत पूर्व विधायक की पत्नी ने कुटुंब पेंशन के लिए राज्य शासन व सचिव छत्तीसगढ़ विधानसभा के समक्ष आवेदन पेश किया था. इसे खारिज कर दिया. सचिव ने लिखा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा सदस्य वेतन तथा पेंशन नियम 2006 के नियम 3 घ के अनुसार कुटुंब पेंशन केवल उन प्रकरणों में प्रदान की जा सकेगी जिसमें पूर्व विधानसभा सदस्य की मृत्यु 2005 के बाद हुई हो. वर्तमान प्रकरण में पूर्व विधायक मिस्री लाल खत्री की मृत्यु 1996 में हो चुकी है, लिहाजा पेंशन नहीं दी जाएगी.

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सुशोभित सिंह ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा, कि छत्तीसगढ़ विधानसभा सदस्य वेतन तथा पेंशन अधिनियम 1972 की धारा 6 ख के अनुसार पूर्व विधायक की मृत्यु दिनांक से पूर्व विधायक के कुटुंब सदस्य पेंशन प्राप्त करने के लिए पात्र रहेंगे. नियम 3 घ मूल अधिनियम छत्तीसगढ़ विधानसभा सदस्य वेतन तथा पेंशन अधिनियम 1972 के धारा 6 ख के सर्वथा विपरीत है, मूल अधिनियम के प्रावधान का स्पष्ट उल्लंघन करती है.

मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी विभाग में 102 अभियंताओं की भर्ती को वित्त से मंजूरी

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग में सब इंजीनियरों के 102 पदों पर भर्ती को वित्त विभाग ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसमें 86 सिविल और 16 विद्युत-यांत्रिकी के उप अभियंता के पद शामिल हैं। इससे पहले लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में 128 अभियंताओं के पद निकाले गए थे।

मुख्यमंत्री ने तेजी से विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती के निर्देश दिए हैं और रिक्त पदों पर भर्ती की त्वरित रूप से स्वीकृति दी जा रही है। मुख्यमंत्री की विशेष पहल से अब शासकीय सेवा के 6 हजार से अधिक पदों में नियुक्तियों की प्रक्रिया आरंभ हो गई है।

छत्तीसगढ़ में युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों में अवसर लगातार खुल रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में युवा प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में लगातार पहल की जा रही है। अब तक 8 से अधिक विभागों में विभिन्न पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, गृह विभाग, विधि विभाग, आदिम जाति कल्याण, वन एवं पर्यावरण विभाग में भर्ती प्रक्रिया चल रही है। निर्माण एजेंसियों में तेजी से चल रही भर्ती प्रक्रिया से प्रदेश में बड़े पैमाने पर चल रही अधोसंरचना परियोजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने राष्ट्रीय डाक दिवस की दी बधाई
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारत की सबसे पुरानी सरकारी डाक प्रणाली ’’भारतीय डाक’ के सभी कर्मियों को राष्ट्रीय डाक दिवस की हार्दिक बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संदेश में कहा कि हर साल 10 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय डाक दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय डाक विभाग द्वारा निभाई गई भूमिका और उसकी सराहनीय सेवाओं का स्मरण दिलाता है। भारतीय डाक सेवा दुनिया में सबसे बड़े डाक नेटवर्क के रूप में स्थापित है। आज के डिजिटल युग में भी यह ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में संचार का सुलभ साधन बनी हुई है। इसके साथ यह ई-कॉमर्स, बैंकिंग सुविधा और डिजिटल इंडिया जैसी अनेक सरकारी योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाकर देश के विकास में अपना योगदान दे रही है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से दूरभाष पर चर्चा कर दी जीत की बधाई

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से दूरभाष पर चर्चा कर विधानसभा के चुनाव में शानदार जीत के लिए छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में हरियाणा राज्य अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने केन्द्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में जनकल्याणकारी योजनाओं के कुशल क्रियान्वयन के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री सैनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि हरियाणा की जनता ने केन्द्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों और विकास योजनाओं पर अपनी मुहर लगा दी है।

दशहरा पर्व पर अम्बेडकर अस्पताल में लिमिटेड टाइम होगी OPD, जानिए कितने बजे तक उपलब्ध होगी सुविधा…

रायपुर-    दशहरा के अवसर पर, डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) का संचालन सीमित समय के लिए किया जाएगा. अस्पताल प्रबंधन ने 12 अक्टूबर, 2024 (शनिवार) को ओपीडी को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक के लिए खोलने का फैसला लिया है.

वहीं 11 अक्टूबर को महानवमी पर्व और 13 अक्टूबर (रविवार) को अवकाश रहने वाला है. इसलिए मरीजों को ध्यान रखना होगा कि शनिवार (12 अक्टूबर) को ओपीडी केवल दो घंटे के लिए उपलब्ध होगी.

नवकिरण अकादमी के समन्वयक के खिलाफ छात्रों ने कलेक्टर से की शिकायत, परीक्षा से पहले लगातार छुट्टियों को लेकर जताई आपत्ति
महासमुंद-   जिले के नवकिरण अकादमी के समन्वयक के तानाशाही रवैये से परेशान छात्रों ने कलेक्टर को लिखित शिकायत देकर समन्वयक को हटाने की मांग की है. छात्र-छात्राएं यहां केवल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं, लेकिन समन्वयक की ओर से बार-बार छुट्टियां देने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

जिला प्रशासन ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नवकिरण अकादमी की स्थापना की थी. इस अकादमी में जिले भर के छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं, लेकिन हाल के दिनों में यह अकादमी विवादों में घिरी हुई है. बुधवार को 55-60 छात्रों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर समन्वयक डी. बसंत राव की तानाशाही के खिलाफ लिखित शिकायत की.

छात्रों का कहना है कि 10 से 13 अक्टूबर तक चार दिन की छुट्टी और फिर 27 अक्टूबर से एक नवंबर तक छह दिन की छुट्टी घोषित की गई है. नवंबर और दिसंबर में कई महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षाएं आयोजित होने वाली हैं, जैसे RPB, NTPC, CTET, RPF आदि. छात्रों का कहना है कि ऐसे में एक-एक दिन की पढ़ाई भी महत्वपूर्ण है.

छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि समन्वयक अपनी मनमर्जी से नियम बना रहे हैं और उनकी (छात्रों की) बातों को अनसुना किया जा रहा है. पहले भी छात्रों ने समन्वयक के खिलाफ राज्य शासन को शिकायत की थी, जिसमें छुट्टियों की अधिकता, आवश्यक सामग्री की कमी, और अन्य मुद्दों का जिक्र किया गया था.

इस मामले पर कलेक्टर का कहना है कि छात्रों की शिकायत पर ध्यान दिया जाएगा और समन्वयक से बात कर संबंधित मुद्दों का समाधान किया जाएगा. कुछ ही घंटों बाद कलेक्टर ने नवकिरण अकादमी का निरीक्षण भी किया.