जूनियर एग्जीक्यूटिव के पदों पर निकली भर्ती, 16 अक्टूबर तक करें आवेदन

नई दिल्ली:- इंडियन इंस्ट्टीयूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस ने जूनियर एग्जीक्यूटिव के पदों पर भर्ती निकाली है। इस वैकेंसी के माध्यम से कुल 11 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। आवेदन करने के इच्छुक और योग्य उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे 16 अक्टूबर, 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए अभ्यर्थियों को आधिकारिक वेबसाइट https://www.iibf.org.in पर जाकर लॉगइन करना होगा। 

इस वैकेंसी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे वेबसाइट पर उपलब्ध आधिकारिक नोटिफिकेशन में एजुकेशन क्वालिफिकेशन को अच्छी तरह से पढ़ लें और अप्लाई करें, क्योंकि निर्धारित पात्रता को पूरी नहीं करने वाले उम्मीदवारों के फॉर्म मान्य नहीं किए जाएंगे।

ये देनी होगी फीस

इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की आयु 1 अक्टूबर 2024 तक 28 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। निर्धारित पद के लिए उम्मीदवारों को बतौर आवेदन शुल्क र 700 रुपये (केवल सात सौ रुपये) फीस देनी होगी।

ऐसे करें आवेदन

 

उम्मीदवार सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://www.iibf.org.in/ पर जाएं। 'नए पंजीकरण के लिए यहां क्लिक करें' टैब चुनें। फोटोग्राफ और हस्ताक्षर की स्कैन की गई इमेज अपलोड करें। व्यक्तिगत विवरण, कार्य अनुभव, शैक्षणिक योग्यता आदि दर्ज करें। आवेदन पत्र को क्रॉस चेक करें और डिटेल्स जमा करें। इसके बाद आवेदन पत्र का प्रिंटआउट लेकर रख लें।

ऐसे होगा उम्मीदवारों का चयन

उम्मीदवारों का चयन ऑनलाइन चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। यह परीक्षा रविवार, 17 नवंबर 2024 को चेन्नई, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी। केवल शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को ऑनलाइन परीक्षा के साथ-साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए भी बुलाया जाएगा।

चुनाव से पहले धन की कमी का रोना रो रही थी कांग्रेस,फिर भी चुनाव प्रचार में 585 करोड़ रुपये किए खर्च,खुद निर्वाचन आयोग को सौंपा ब्योरा


नई दिल्ली:- इस साल लोकसभा चुनाव से पहले धन की कमी का रोना रो रही कांग्रेस ने चुनाव आयोग को बताया है कि इस बार के लोकसभा चुनाव और चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में उसने चुनाव प्रचार पर करीब 585 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

कांग्रेस का कहना है कि आम चुनाव और आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनावों में उसने विज्ञापनों और मीडिया कैंपेन पर 410 करोड़ रुपये और इंटरनेट मीडिया में मोबाइल ऐप व अन्य माध्यमों से 45 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

हवाई यात्रा पर 105 करोड़ खर्च

इसके अलावा, पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की हवाई यात्राओं पर 105 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान यह खर्च पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य बड़े नेताओं की यात्राओं पर किया गया है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी समेत कुछ प्रमुख उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए करीब 11.20 करोड़ रुपये की रकम दी थी।

लोकसभा चुनाव के दौरान थे 170 करोड़

पार्टी ने 68.62 करोड़ रुपये के पोस्टर, बैनर, होर्डिंग और अन्य प्रचार सामग्री भी छपवाई। कांग्रेस की चुनाव आयोग को दी जानकारी के अनुसार जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई थी, उस समय कांग्रेस के पास कुल 170 करोड़ रुपये ही थे, लेकिन उसके बाद चंदे और विभिन्न रसीदों के रूप में उन्हें 539.37 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई। 13.76 करोड़ रुपये बतौर नकद मिले थे।उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने प्रमुख विपक्षी दल के बैंक खाते फ्रीज कर दिए थे, जिसे काफी शोरशराबे के बाद मामला अदालत में जाने पर डीफ्रीज किया गया था।

केरल के कोझिकोड जिले में यात्रियों से भरी KSRTC की बस नदी में गिरी,एक की मौत,कई लोग घायल


केरल के कोझिकोड जिले में यात्रियों से भरी KSRTC की बस नदी में गिर गई. यह सड़क हादसा जिले के तिरुवंबाडी में हुई. इस सड़क हादसे में एक यात्री की मौत हो गई.वहीं, ड्राइवर कंडक्टर समेत कई यात्री घायल हो गए।

इस सड़क हादसे में चार यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है. घायलों को कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

खबर के मुताबिक, बस कोझिकोड के तिरुवंबाडी से अनक्कमपोइल आ रही थी. केएसआरटीसी की बस जब पुल्लुरमपारा के पास अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई और नदी में जा गिरी।

इस सड़क हादसे के बाद आसपास मौजूद लोग घायलों को बचाने के लिए दौड़ पड़े. वहीं, मौके पर पुलिस और बचाव टीम पहुंच गई है. सात घायलों को मुक्कोम शांति अस्पताल में भर्ती कराया गया है.वहीं, सड़क हादसे में मारे गए यात्री का नाम राजेश्वरी बताया जा रहा है. 63 साल की मृतक अनक्कमपोइल की रहने वाली थी. वहीं, पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।

इससे पहले अप्रैल 2024 में, केरल के कन्नूर में कार और लॉरी के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गई थी. इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में मारे गए लोगों में एक महिला और एक बच्चा शामिल बताया गया था।

किसी ने राम, किसी ने हनुमान के किरदार में तोड़ा दम;संभलने का मौका कहा देती हैं ये मौत...


नयी दिल्ली : हार्ट अटैक के मामले वैसे भी दुर्भाग्यपूर्ण होते हैं लेकिन कुछ घटनाएं लोगों के जेहन में हमेशा याद रहती हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के शाहदरा में हो रही रामलीला से हार्ट अटैक की चौंकाने वाली घटना आई है।

यहां रामलीला के दौरान भगवान राम की भूमिका निभाते समय मंच पर दिल का दौरा पड़ने से 56 साल के एक शख्स की मौत हो गई. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान सुशील कौशिक के रूप में हुई है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब मौत ने संभलने का भी मौका नहीं दिया है.

रामलीला में राम का किरदार निभा रहे।

असल में पूरी घटना शाहदरा के विश्वकर्मा नगर की है. सुशील कौशिक पेशे से प्रॉपर्टी डीलर थे. और वे करीब 35 साल से रामलीला में राम का किरदार निभा रहे थे. सुशील के परिवार के एक सदस्य राहुल कौशिक ने इस घटना का एक वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया है.

जय श्री रामलीला समिति' से जुड़े

उन्होंने न्यूज एजेंसी को को बताया कि सुशील 'जय श्री रामलीला समिति' से जुड़े थे और उसके सदस्य थे. राहुल ने बताया कि सुशील लंबे अर्से से भगवान श्री राम की भूमिका निभा रहे थे और वह गायन भी करते थे. उन्होंने बताया कि सुशील सीता के स्वयंवर के दृश्य का मंचन कर रहे थे, जिसमें उन्हें धनुष तोड़ना था लेकिन उन्हें सीने में दर्द अचानक महसूस हुआ और वे मंच के पीछे चले गए.

ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे

तत्काल उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. राहुल ने बताया कि एक घंटे बाद सुशील को मृत घोषित कर दिया गया. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सुशील की मौत का संबंध कोविड-19 टीके से हो सकता है. 

भारद्वाज ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह चर्चा आम है कि कारोना से बचाव के लिए लगाए गए टीके के बाद भारत में ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं.

जब हनुमान जी का किरदार निभाने वाले कलाकार की हुई थी मौत

इसी साल जनवरी में हरियाणा के भिवानी में हनुमान जी का किरदार निभाने वाले कलाकार हरीश मेहता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. हरीश 25 सालों से हनुमान जी का किरदार निभा रहे थे. किरदार निभाते वक्त उन्हें हार्ट अटैक आया और हनुमान जी की वेशभूषा में उनकी मौत हुई थी.

बेटे के जन्मदिन के मौके पर मां की स्टेज पर हुई थी मौत

अभी पिछले दिनों ही गुजरात के वलसाड जिले में हाल ही में एक और दुखद घटना हुई, जिसमें एक मां की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. यह हादसा उस समय हुआ जब वह अपने 5 साल के बेटे की बर्थडे पार्टी मना रही थीं. बेटे की खुशी में शामिल होने के दौरान ही मां अचानक बेहोश हो गईं और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई.

आज का इतिहास:1952 में आज ही के दिन पंजाब की राजधानी बनी थी चंडीगढ़


नयी दिल्ली : काफी महत्वपूर्ण माना जाता है आज 7 अक्टूबर का इतिहास, क्योंकि 1952 में आज ही के दिन चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी बनी थी। 

1959 में 7 अक्टूबर को ही सोवियत संघ के अंतरिक्ष यान लूनर-3 द्वारा चंद्रमा के छिपे हिस्से की पिक्चर ली गई थी। 

1977 में आज ही के दिन सोवियत संघ ने चौथे संविधान को अंगीकार किया था।

2004 में आज ही के दिन जर्मनी ने सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी का समर्थन किया था।

2003 में 7 अक्टूबर के दिन ही पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने कट्टरपंथियों के ख़िलाफ़ अभियान जारी रखने की घोषणा की थी।

2000 में आज ही के दिन जापान में मानव क्लोनिंग दंडनीय अपराध घोषित किया था।

2000 में 7 अक्टूबर के दिन ही WWF- इंडिया ने पहला राजीव गांधी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार हासिल किया था।

1992 में आज ही के दिन रैपिड एक्शन फोर्स की स्थापना की गई थी।

1977 में 7 अक्टूबर के दिन ही सोवियत संघ ने चौथे संविधान को अंगीकार किया था।

1959 में आज ही के दिन सोवियत संघ के अंतरिक्ष यान लूनर-3 द्वारा चंद्रमा के छिपे हिस्से की पिक्चर ली गई थी।

1952 में 7 अक्टूबर के दिन ही चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी बनी थी।

1950 में आज ही के दिन मदर टेरेसा ने कोलकाता में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी।

1949 में 7 अक्टूबर के दिन ही पूर्वी जर्मनी, डेमोक्रेटिक सरकार के अस्तित्व में आने के साथ एक अलग देश बना था।

1942 में आज ही के दिन अमेरिका और ब्रिटिश सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की घोषणा की था।

1919 में 7 अक्टूबर के दिन ही गांधी जी की ‘नवजीवन’ पत्रिका प्रकाशित की थी।

7 अक्टूबर का इतिहास को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1978 में आज ही के दिन प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी जहीर खान का जन्म हुआ था।

1952 में 7 अक्टूबर को ही रूसी राजनीतिज्ञ व्लादिमीर पुतिन का जन्म हुआ था।

1924 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कवि एवं आलोचक विजयदेव नारायण साही का जन्म हुआ था।

1922 में 7 अक्टूबर के दिन ही प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बली राम भगत का जन्म हुआ था।

1914 में आज ही के दिन प्रसिद्ध गायिका बेगम अख़्तर का जन्म हुआ था।

7 अक्टूबर को हुए निधन

1971 में आज ही के दिन केरल के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी नेता और समाज सुधारक के. केलप्पन का निधन हुआ था।

1961 में 7 अक्टूबर के दिन प्रसिद्ध क्रांतिकारी व्यक्ति केदारेश्वर सेन गुप्ता का निधन हुआ था।

एसबीआई ने बढ़ाई तारीख, अब 14 अक्टूबर तक करें SCO भर्ती के लिए आवेदन

नई दिल्ली:- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने स्पेशलिस्ट कैडर ऑफिसर भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को आगे बढ़ा दिया है। एसबीआई की ओर से जारी सूचना के अनुसार, अब इस वैकेंसी के लिए उम्मीदवार 14 अक्टूबर, 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। 

हालांकि, पहले इस वैकेंसी के लिए अप्लाई करने की अंतिम तिथि 04 अक्टूबर, 2024 थी। लेकिन अब अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए इसे आगे बढ़ा दिया गया है। कैंडिडेट्स को सलाह दी जाती है कि वे अब निर्धारित डेडलाइन के भीतर एप्लीकेशन फॉर्म सबमिट कर दें, क्योंकि इसके बाद उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा।

एसबीआई एससीओ भर्ती के लिए आवेदन करते वक्त उम्मीदवारों को सभी आवश्यक शैक्षणिक दस्तावेज, बायोडाटा, आईडी प्रमाण, आयु प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो), पीडब्ल्यूबीडी प्रमाण पत्र (अगर लागू हो), अन्य योग्यताएं, अनुभव सहित अन्य की जानकारी अपलोड करनी होगी। निर्धारित प्रारुप में फाॅर्म नहीं भरने वाले उम्मीदवारों का फॉर्म रिजेक्ट कर दिया जाएगा।

इस वैकेंसी के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे पहले नोटिफिकेशन को अच्छी तरह पढ़ लें और समझ लें कि पद से जुड़ी शैक्षणिक योग्यता सहित अन्य क्या योग्यता मांगी है । यह जांचने के बाद ही आवेदन करें, क्योंकि आवेदन पत्र में अगर कोई गडबड़ी पकड़ में आती है तो फिर एप्लीकेशन फॉर्म मान्य नहीं किया जाएगा।

एसबीआई स्पेशलिस्ट कैडर ऑफिसर भर्ती के लिए ऐसे करें आवेदन

सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर जाएं। होम पेज पर उपलब्ध करियर लिंक पर क्लिक करें। एक नया पेज खुलेगा, जहां उम्मीदवारों को एसबीआई एससीओ लिंक पर क्लिक करना होगा। 

एक ड्रॉप-डाउन बॉक्स खुलेगा जहां ऑनलाइन आवेदन लिंक उपलब्ध होगा। इस पर क्लिक करें और अपना रजिस्ट्रेशन करें। एक बार हो जाने के बाद, आवेदन पत्र भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। आवेदन शुल्क का भुगतान करें। सबमिट पर क्लिक करें और पेज डाउनलोड करें। आगे की आवश्यकता के लिए इसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें।

DRDO में रिसर्च एसोसिएट एवं जूनियर रिसर्च फेलो के पदों पर नौकरी पाने का मौका,ऑफलाइन कर सकते हैं अप्लाई


नई दिल्ली:- रक्षा अनुसन्धान एवं विकास संगठन (DRDO) में सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बेहतरीन मौका है। डीआरडीओ की ओर से रिसर्च एसोसिएट एवं जूनियर रिसर्च फेलो के रिक्त पदों पर भर्ती हो रही है। इन पदों पर आवेदन के लिए अभ्यर्थी ऑफलाइन माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। ई-मेल या अन्य किसी भी तरीके से आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे।

कैसे करें आवेदन

आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी ऑफलाइन फॉर्म डीआरडीओ की ऑफिशियल वेबसाइट drdo.gov.in पर जाकर डाउनलोड कर लें। इसके बाद इसे पूर्ण रूप से भरकर निर्धारित पते "हेड हार्ड, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स, रिसर्च सेंटर बिल्डिंग (आरसी), पोविजना कांचा, हैदराबाद, तेलंगाना- 500069" पर भेज दें।

चयन प्रक्रिया

इस भर्ती में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को योग्यता के आधार पर शॉर्टलिस्ट करके लिखित परीक्षा या इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाएगा। रिटेन टेस्ट/ इंटरव्यू में प्राप्त अंकों के आधार पर उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करके मेरिट लिस्ट में जगह दी जाएगी एवं उन्हें रिक्त पदों पर तैनात किया जाएगा।

भर्ती विवरण

इस भर्ती के माध्यम से रिसर्च एसोसिएट के के 3 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके अलावा जूनियर रिसर्च फेलो के अंतर्गत विभिन्न ब्रांचेज- इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग के लिए 05 पद, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के लिए 02पद, कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग/ सूचना प्रौद्योगिकी के लिए 04 पद, रासायनिक इंजीनियरिंग के लिए 01 पद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए 05 पद, भौतिकी के लिए 01 पद और धातुकर्म इंजीनियरिंग के लिए 01 पद आरक्षित है। भर्ती से जुड़ी अधिक डिटेल के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

आज का इतिहास:आज ही के दिन पारित हुआ था ‘भारतीय दंड संहिता कानून’


नयी दिल्ली : 6 अक्टूबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1980 में आज ही के दिन गुयाना ने संविधान को अंगीकार किया गया था। 

1983 में 6 अक्टूबर के दिन ही पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। 

1987 में आज ही के दिन फिजी एक गणराज्य घोषित हुआ था।

2008 में आज ही के दिन वैश्विक मंदी के चलते भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों के नकद सुरक्षित अनुपात (सीआरआर) में आधा प्रतिशत कटौती करने का फैसला लिया था।

2006 में 6 अक्टूबर को ही संयुक्त राष्ट्र ने लेबनान में शांति रक्षकों को बल प्रयोग का अधिकार दिया था।

2002 में आज ही के दिन नेपाल के नरेश ज्ञानेन्द्र वीर विक्रम शाह देव ने सत्ता नहीं संभालने की घोषणा की थी।

1999 में 6 अक्टूबर के दिन संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण सम्मेलन ऑस्ट्रेलिया की राजधानी वियना में शुरू किया था।

1987 में आज ही के दिन फिजी एक गणराज्य घोषित हुआ था।

1983 में पंजाब में 6 अक्टूबर को ही राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।

1980 में आज ही के दिन गुयाना ने संविधान को अंगीकार किया था।

1973 में 6 अक्टूबर को ही इसी दिन इसरायल के ऊपर मिस्र और सीरिया की फौजों ने दो तरफा हमला शुरू कर दिया था।

1972 में आज ही के दिन मेक्सिको में ट्रेन पटरी से उतरने से 208 लोगों की मौत हो गई थी।

1957 में 6 अक्टूबर के दिन सोवियत संघ ने नोवाया त्रेमल्या में न्यूक्लियर टेस्ट किया था।

1939 में आज ही के दिन पोलैंड की निर्णायक हार हुई थी।

1862 में 6 अक्टूबर को ही भारतीय दंड संहिता कानून पारित हुआ था और 1 जनवरी से लागू हुआ।

1762 में आज ही के दिन ब्रिटिश सैनिकों ने फिलीपींस के मनीला पर कब्जा किया था।

6 अक्टूबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1935 में आज ही के दिन भारत में 32 वर्ष के सबसे लंबे समय तक अंपायरिंग करने वाले जीवन डी घोष का बंगाल में जन्म हुआ।

1946 में 6 अक्टूबर के दिन ही प्रसिद्ध अभिनेता एवं राजनीतिज्ञ विनोद खन्ना का जन्म हुआ था।

1963 में आज ही के दिन पंजाब के स्वतंत्रता सेनानी ग्रैंड ओल्ड मैन बाबा खड़क सिंह का जन्म हुआ था।

6 अक्टूबर को हुए निधन

2014 में आज ही के दिन अमेरिकी अभिनेत्री मारियन सेल्डस का निधन हुआ था।

2009 में 6 अक्टूबर को ही राजनीतिज्ञ प्यारेलाल खण्डेलवाल का निधन हुआ था।

2007 में आज ही के दिन राजनीतिज्ञ, महाराष्ट्र के 9वें मुख्यमंत्री बाबासाहेब भोसले का निधन हुआ था।

1986 में 6 अक्टूबर को ही राजस्थान के प्रसिद्ध क्रांतिकारी और समाज सेवक गोकुलभाई भट्ट का निधन हुआ था।

1963 में आज ही के दिन पंजाब के स्वतंत्रता सेनानी और ग्रैंड ओल्ड मैन बाबा खड़क सिंह का निधन हुआ था।

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, तिरुपति लड्डू विवाद पर SIT गठित

नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के 2 सदस्यों, आंध्र प्रदेश पुलिस के 2 सदस्यों और एक FSSAI सदस्य के साथ एसआईटी गठन का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एसआईटी जांच की निगरानी सीबीआई निदेशक द्वारा की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि आरोपों में थोड़ी भी सच्चाई है तो यह अस्वीकार्य है।

लड्डू तैयार करने में पशु चर्बी मिलाने का है आरोप

सुप्रीम कोर्ट ने तिरुपति लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को एक स्वतंत्र विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह करोड़ों लोगों की आस्था का सवाल है। कोर्ट ने इस पूरे मामले की जांच के पांच सदस्यीय एसआईटी गठित करने का आदेश दिया जिसमें सीबीआई, पुलिस और FSSAI के अधिकारी शामिल होंगे।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यदि आरोपों में थोड़ी भी सच्चाई है तो यह अस्वीकार्य है। तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को सुझाव दिया कि एसआईटी जांच की निगरानी केंद्र सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाए। 30 सितंबर को इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मेहता से यह तय करने में सहायता करने को कहा था कि राज्य द्वारा नियुक्त एसआईटी द्वारा जांच जारी रहनी चाहिए या किसी स्वतंत्र एजेंसी द्वारा जांच की जानी चाहिए।

तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी के कथित इस्तेमाल के मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच के अनुरोध वाली याचिका समेत अन्य दूसरी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सामने आया। 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम अदालत को राजनीतिक युद्धक्षेत्र के रूप में इस्तेमाल नहीं होने देंगे। पिछले महीने की शुरुआत में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि राज्य में पिछली जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तिरुपति में लड्डू तैयार करने में पशु चर्बी का उपयोग किया गया था, जिससे एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के सार्वजनिक बयान पर सवाल उठाया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लैब रिपोर्ट बिल्कुल स्पष्ट नहीं है। कोर्ट ने पूछा कि इस बात का क्या सबूत है कि तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया था।

हमने अपना धैर्य खो दिया है', प्रवासी मजदूरों को राशन कार्ड देने में देरी पर सुप्रीम कोर्ट नाराज


नई दिल्ली:- सुप्रीम कोर्ट ने आज प्रवासी मजदूरों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने के मामले में सुनवाई की, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से राशन कार्ड में देरी पर कोर्ट ने कहा, हमने अपना धैर्य खो दिया है। 

न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ ने केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को 19 नवंबर तक इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने का अंतिम अवसर दिया।

जज ने कहा, हमने अपना धैर्य खो दिया है, हम यह स्पष्ट कर रहे हैं कि अब और कोई अभद्रता नहीं होगी। पीठ ने ये भी कहा, ''हम आपको हमारे आदेश का पालन करने के लिए एक आखिरी मौका दे रहे हैं या आपके सचिव उपस्थित रहेंगे।''

जज ने कहा, हमने अपना धैर्य खो दिया है, हम यह स्पष्ट कर रहे हैं कि अब और कोई अभद्रता नहीं होगी। पीठ ने ये भी कहा, ''हम आपको हमारे आदेश का पालन करने के लिए एक आखिरी मौका दे रहे हैं या आपके सचिव उपस्थित रहेंगे।''

सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने दिया ये तर्क

केंद्र की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने बताया कि अंत्योदय अन्न योजना के तहत प्रति प्राथमिकता वाले परिवार के लिए केवल एक राशन कार्ड जारी किया जाता है।बता दें कि अदालत 2020 में कोविड के दौरान प्रवासी मजदूरों की समस्याओं और दुखों का संज्ञान लेने के बाद दर्ज एक स्वत: संज्ञान मामले पर सुनवाई कर रही थी।

अदालत ने पहले केंद्र से अपने 2021 के फैसले के अनुपालन और प्रवासी श्रमिकों को राशन कार्ड और अन्य कल्याणकारी उपाय प्रदान करने के निर्देशों के बारे में जानकारी देते हुए एक हलफनामा दाखिल करने को कहा था।

अदालत ने पारित किए कई निर्देश

अदालत ने 29 जून, 2021 के फैसले और उसके बाद के आदेशों में अधिकारियों को कई निर्देश पारित किए थे, जिसमें उनसे कल्याणकारी उपाय करने के लिए कहा गया था, जिसमें उन सभी प्रवासी मजदूरों को राशन कार्ड देना शामिल था, जो ई-श्रम' पोर्टल के साथ रजिस्टर्ड कोविड ​​​​-19 महामारी के दौरान परेशान थे। '

ई-श्रम' केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया असंगठित श्रमिकों का एक व्यापक राष्ट्रीय डेटाबेस (एनडीयूडब्ल्यू) है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य देश भर में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को कल्याणकारी लाभ और सामाजिक सुरक्षा उपायों की डिलीवरी की सुविधा प्रदान करना है।