नवादा :- एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियारों का जखीरा देख दंग रह गई पुलिस टीम, दो गिरफ्तार
नवादा जिले में एसटीएफ की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। एसटीएफ की टीम ने एक बड़ा ऑपरेशन करते हुए अवैध मिनी गन की फैक्ट्री का खुलासा किया है । इस क्रम में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस टीम ने मिनी गन फैक्ट्री से भारी मात्रा में हथियार समेत कई उपकरण बरामद किए हैं। साथ ही पुलिस टीम ने कारखाने से दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ की टीम ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के समाय ढिबरी गांव में स्थित एक घर में मिनी गन फैक्ट्री में छापेमारी कर हथियार बनाने के कई उपकरण के साथ-साथ कई निर्मित हथियार बरामद किए हैं। पुलिस ने इस मामले में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनसे गहन पूछताछ जारी है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट!
नवादा :- दुर्गापूजा को ले रजौली पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च, लोगों को सुरक्षा का दिया भरोसा, हुड़दंगियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
नवादा :- दुर्गापूजा को ले रजौली पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च, लोगों को सुरक्षा का दिया भरोसा, हुड़दंगियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दुर्गा पूजा के मद्देनजर जिले के उग्रवाद प्रभावित के रजौली अनुमंडल मुख्यालय में पुलिस बलों ने फ्लैग मार्च किया।
थाना परिसर से निकले मार्च का नेतृत्व रजौली एसडीपीओ गुलशन कुमार ने किया। उनके साथ रजौली इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष राजेश कुमार मौजूद थे। पुलिस बलों ने मार्च करते हुए शहर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण किया और लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने और भाईचारे का संदेश दिया।

शहर के अस्पताल रोड, संगत मोड़, बीच बाजार, नीचे बाजार बजरंगबली चौक रोड, रजौली बस स्टैंड आदि मार्गों का भ्रमण करते हुए लोगों को पुलिस की उपस्थिति और सुरक्षा का अहसास कराया। एसडीपीओ ने लोगों से विधि-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। फ्लैग मार्च के माध्यम से असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी गई।

कहा गया कि पूजा के दौरान किसी भी प्रकार का खलल डालने पर उनके विरुद्ध कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रशासनिक तैयारी की गयी है। सभी चौक-चौराहों पर पुलिस बलों और दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति होगी। ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। महिला पुलिस की भी प्रतिनियुक्ति की जाएगी। फ्लैग मार्च में स्वॉट व जिला पुलिस के जवानों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

रजौली थानों की पुलिस भी फ्लैग मार्च में शामिल थी। वहीं, स्वॉट के जवानों ने एसआई के नेतृत्व में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर सायरन देते हुए रविवार की दोपहर फ्लैग मार्च किया। अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवानों और अधिकारियों ने रेड लाइट और सायरन के साथ शहर के कई संवेदनशील इलाकों का भ्रमण किया और लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की। मौके पर पीएसआई रौशन कुमार के साथ कई पुलिस पदाधिकारी व जवान मौजूद थे।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- मिशन हरियाली के तहत किया गया पौधा वितरण
नवादा :- मिशन हरियाली के तहत किया गया पौधा वितरण नालंदा जिले के मिशन हरियाली नूरसराय के सौजन्य से 6 अक्टूबर को जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के फतेहपुर में व्यापक पैमाने पर पौधा वितरण किया गया।
विभिन्न लोगों के बीच तकरीबन 2500 अमरूद का पौधा निःशुल्क फतेहपुर चौराहा, अकबरपुर पुल पर एवं पचरुखी कोठी से पुतुल सिंह, जितेन्द्र कुमार, रविरंजन कुमार और भास्कर उर्फ बउआ जी के द्वारा बांटा गया।

उपरोक्त पौधे मिशन हरियाली नूरसराय के अध्यक्ष राजीव रंजन भारती के द्वारा उपलब्ध कराए गए थे। मौके पर लोगों से पौधारोपण के साथ समुचित देखभाल की अपील की गयी ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ फलों का रसास्वादन स्वयं व उनके परिवार कर सकें।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- हाथों में कट्टा लिए वायरल तस्वीर मामले में पुलिस ने आरोपी को दबोचा, कट्टा भी बरामद
नवादा :- हाथों में कट्टा लिए वायरल तस्वीर मामले में पुलिस ने आरोपी को दबोचा, कट्टा भी बरामद हाथों में हथियार लिए युवक का तस्वीर वाट्सएप ग्रूप में वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त युवक को गिरफ्तार कर लिया। उसका एक साथी भी पुलिस की पकड़ में आया है।
उक्त कट्टा को भी बरामद कर लिया गया है। मामला कुछ यूं है कि हाथ में कट्टा लिए एक युवक का तस्वीर व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रहा था। रविवार को तस्वीर नवादा पुलिस के पास पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी अभिनव धीमान ने एसडीपीओ रजौली गुलशन कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर कार्रवाई का आदेश दिया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 5 घंटे के भीतर वायरल तस्वीर में दिख रहे युवक अमर कुमार, उम्र-19 वर्ष, पिता-सुनील राम, घर-देवरा, थाना-अकबरपुर, जिला-नवादा को गिरफ्तार किया।

उसके साथ ही बंटी कुमार, उम्र 18 वर्ष, पिता-मनोज राम, ग्राम-भट्टा, थाना-रोह, जिला-नवादा को भी गिरफ्तार किया। इस बाबत एसडीपीओ रजौली द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि बंटी के द्वारा अमर को कट्टा दिया गया था। युवकों की गिरफ्तारी व आर्म्स की बरामदगी के बाबत अकबरपुर थाना कांड संख्या 394-24 दर्ज किया गया है। पुलिस दोनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है।

एसडीपीओ के अनुसार एक देसी कट्टा और एक एंड्रॉयड टेक्नो कंपनी का मोबाइल की बरामदगी उक्त युवकों के पास से की गई है। छापामारी दल में अकबरपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर पंकज कुमार सैनी, सब इंस्पेक्टर नवनीत कुमार सहित पुलिस के जवान शामिल थे। दूसरी ओर इसके पूर्व रजौली के मंझीला में देसी कट्टा व तलवार के साथ वायरल वीडियो की सोशल मीडिया पर तस्वीर के साथ खबर प्रकाशित होने के बाद डायल 112 टीम ने आरोपी को पकड़ कर थाना लाया। थानाध्यक्ष ने आरोपी को दो दिनों तक थाने में रखा। उसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर छोड़ दिया गया।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- जिले में चल रहे अवैध गन फैक्ट्री पर एसटीएफ ने मारा छापा, भारी मात्रा में निर्मित- अर्द्ध निर्मित शस्त्र बरामद
नवादा :- जिले में चल रहे अवैध गन फैक्ट्री पर एसटीएफ ने मारा छापा, भारी मात्रा में निर्मित- अर्द्ध निर्मित शस्त्र बरामद एसटीएफ बिहार की विशेष टीम ने जिला पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन करते हुए जिले के मुफस्सिल थाना इलाके के खलसा ढ़िवरी गांव में बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है।
वहां से 3 देशी थरनट, 3 देशी पिस्तौल, भारी मात्रा में अर्द्ध निर्मित पिस्टल के पार्ट पुर्जे की बारामदगी की गई है। इस मामले में मुफस्सिल थाना में प्राथमिक दर्ज की गई है। एसटीएफ बिहार के द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि कारू मिस्त्री अपने सहयोगी गोरू मियां दोनों खलसा ढ़िवरी गांव के ही निवासी हैं। कारू मिस्त्री अपने सहयोगी गोरू मियां के साथ मिलकर अपने घर में ही अवैध मिनी गन फैक्ट्री का संचालन कर रहा था। मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ के द्वारा यह कार्रवाई की गई जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार आरोपित कारू मिस्त्री के विरुद्ध मुफस्सिल थाना में पूर्व से आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी दर्ज है। यह कार्रवाई एसटीएफ के द्वारा की गई जो एसटीएफ के लिए बड़ी उपलब्धि है। अब एफआईआर दर्ज कर पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।

पुलिस के वरीय पदाधिकारी थाना पहुंच गए हैं। गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। दोनों आर्म्स का निर्माण किसके लिए किया करते थे यह जानने का प्रयास पुलिस कर रही है। इस बीच एसडीपीओ सदर 2 सुनील कुमार ने वीडियो संदेश जारी कर कारू मिस्त्री पिता स्व. लखन मिस्त्री और मो. शहजाद ऊर्फ गोरू मियां पिता नसीरुद्दीन की गिरफ्तारी और आर्म्स बरामदगी की पुष्टि की है। उन्होंने एफआईआर दर्ज कर आगे भी छापामारी जारी रहने की बात कही है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- गांजा के साथ एक गिरफ्तार, एक फरार
नवादा जिले के रुपौ पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रुपौ बाजार के दो दुकानों में छापामारी कर अवैध रूप से बेचे जा रहे गांजा बरामद किया है। इस क्रम में एक तस्कर को गिरफ्तार किया जबकि दूसरा फरार होने में सफल रहा। इस बावत थाने में प्राथमिकी दर्ज कर फरार की गिरफ्तारी के लिए छापामारी आरंभ की गयी है। थानाध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि रुपौ बाजार में दो तस्करों द्वारा गांजा की बिक्री किये जाने की गुप्त सूचना मिली। सूचना के आलोक में की गयी त्वरित कार्रवाई में रुपौ गांव के मदन सिंह को एक किलो 270 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार कर लिया जबकि रामपुकार तिवारी पुलिस को देख गांजा छोड़ फरार हो गया। तिवारी द्वारा छोड़े गए कुल गांजा का वजन 850 ग्राम है। तिवारी की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। गांजे को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। गिरफ्तार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- पुलिस की अनदेखी के कारण दलित महिला पर लगातार हो रहा अत्याचार, दुबारा मारपीट में जख्मी महिला को बिम्स किया गया रेफर
नवादा :- पुलिस की अनदेखी के कारण दलित महिला पर लगातार हो रहा अत्याचार, दुबारा मारपीट में जख्मी महिला को बिम्स किया गया रेफर जहां लाभ न मिले वहां पुलिस का पैर भी नहीं पड़ता, चाहे मामला कितना ही गंभीर क्यों न हो।
हाल यही रहा तो पुलिस से लोगों का भरोसा तो टूटेगा ही अपराध व अपराधियों का बोलबाला होगा। ताज़ा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के लौंद पंचायत हेमजा देवपाल गांव का है।

दलित बंगाली चौधरी कि पत्नी मंजू देवी के साथ गांव के ही आरोपी यादवों ने मारपीट व गाली- गलौज किया था। थाने में आवेदन दे मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की थी। चुंकि पुलिस को कुछ देने में असमर्थ थी, इसलिए पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। जाहिर है जब पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई तो आरोपी का मनोबल बढ़ा। केश दर्ज होने की जानकारी मिलने के बाद पुनः शनिवार कि सुबह करीब आठ बजे दर्जनों कि संख्या में लाठी डंडा से लैस होकर घर पर हमला कर दिया। खाना बनाने के लिए चूल्हा पर बैठी अकेली महिला मंजू देवी को पीट पीट कर अधमरा कर दिया।

बीच बचाव में आये दस वर्षीय पुत्र की भी बेरहमी पूर्वक पिटाई कर दिया। मंजू देवी को सदर अस्पताल में ऊपचार के बाद चिकित्सक ने पावापुरी रेफर कर दिया जहां. स्थिति चिंता जनक बनी हुई है। सिरदला पुलिस के द्वारा केश दर्ज करने के बाद घटना स्थल पर पहुंचकर आरोपी को फटकर लगाते हुए कानूनी कार्यवाई होती तो आरोपी पक्ष दुबारा इस तरह दलित महिला पर अत्याचार नहीं करता। पुलिस कार्रवाई के बजाय अब मौत का इंतजार कर रही है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट!
नवादा:प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित दस गिरफ्तार,प्रसूति की मौत के बाद हुई बड़ी कार्रवाई मृतका के परिजनों ने शव के साथ प्रजातंत्र चौक किया जाम
नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखंड मुख्यालय बाजार बाजार स्थित पटना क्लीनिक में बुधवार को थाना क्षेत्र के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की मौत मामले में कार्रवाई की गई है।
नर्सिंग होम से पुलिस ने कई कागजात जब्त किया है। इस मामले में पुलिस ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कौआकोल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार, आदित्य रंजन, हिसुआ की श्वेता कुमारी, बाजितपुर के शशिकांत उर्फ सन्नी कुमार, एम्बुलेंस के ड्राइवर गौतम को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर, चौकीदार के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर क्लीनिक में तोड़फोड़ करने एवं हल्ला हंगामा करने के आरोप में एरुरी के उपेन्द्र मांझी, मुफ्फसिल थाना के सिंघौल के छोटू मांझी एवं कादिरगंज थाना के ओहारी के नागा मांझी, इन्द्र मांझी, राजेन्द्र मांझी को गिरफ्तार किया है। एक पक्ष से मृतका के भाई नागा मांझी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। दूसरे पक्ष से चौकीदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सभी लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। कार्रवाई से अवैध रूप से संचालित होने वाले नर्सिंग होम में हड़कंप मच गया है। मेडिकल ऑफिसर की टीम ने की मामले की जांच। दरअसल, पकरीबरावां प्रखण्ड के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की ऑपरेशन के बाद हुई मौत मामले के बाद पदाधिकारियों ने नर्सिंग होम की जांच की। सूचना मिलते ही एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ महेश चौधरी, सीओ राजेश कुमार एवं थानाध्यक्ष ने नर्सिंग होम पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इसके बाद मेडिकल ऑफिसर ने मामले की जांच की। टीम में शामिल डॉ. एसकेपी चक्रवर्ती अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल नवादा के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ.अजय कुमार एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामकुमार ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की। जांच के दौरान बात सामने आई कि पटना क्लीनिक में फर्जी चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन आदि किया जाता था। नर्सिंग होम के संचालक बहला- फुसलाकर नर्सिंग होम ले जाते थे। नर्सिंग होम के संचालक मो. जसीम आलम, सुरेंद्र कुमार यादव सहित अन्य पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बीच नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। नर्सिंग होम से जांच टीम को किसी भी प्रकार का वैध कागजात नहीं मिला है। पकरीबरावां के निजी अस्पताल में महिला व उसके नवजात शिशु की मौत से आक्रोशित परिजनों ने सुबह शहर के प्रजातंत्र चौक को जाम कर दिया। परिजनों ने मृतका का शव सड़क के बीचो बीच रखकर आवागमन को बाधित कर दिया। परिजन मृतका व उसके शिशु की मौत के मामले में कार्रवाई व मुआवजे की मांग कर रहे थे। इस दौरान प्रजातंत्र चौक के चारों ओर वाहनों का आवागमन ठप हो गया और काफी दूर तक पूरे शहर में जाम लग गया। नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने वहां पहुंच कर परिजनों को शांत कराने की कोशिश की। थानाध्यक्ष ने परिजनों को उचित कार्रवाई व मुआवजे का भरोसा दिलाया। इसके बाद थानाध्यक्ष के द्वारा तत्काल वाहन की व्यवस्था कर शव सदर अस्पताल लाया गया। गिरफ्तार लोगों का नाम और पता 01. उपेंद्र मांझी- पिता रामबली मांझी, ग्राम एरुरी 2. नागा मांझी- पिता बुशिनेश मांझी ग्राम ओहारी थाना कादिरगंज 3. राहेद्र मांझी- पिता कृष्णा मांझी ग्राम खरी थाना कादिरगंज 4. लाल मांझी- पिता लखन मांझी ग्राम खरी थाना कादिरगंज 5. छोटू मांझी- पिता झूलन मांझी ग्राम सिंघाल थाना मुफस्सिल 6. शशिकांत कुमार उर्फ सनी पिता टमाटर राम ग्राम बाजितपुर थाना कौआकोल 7. आदित्य कुमार- पिता स्व. अनिल सिंह ग्राम राजेंद्र नगर नवादा 8. गौतम कुमार- पिता श्रीसिंह ग्राम मेघीपुर थाना पकरीबारावां 9. डॉ पंकज कुमार- पिता स्व अवधेश कुमार ग्राम पटना बहादुरपुर 10. श्वेता कुमारी’ पति मनोज कुमार,सा–नाला पर हिसुआ, थाना– हिसुआ।

नवादा से राकेश कुमार चन्दन की रिपोर्ट !
नवादा :- ग्राम सभा के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी -बंद कमरे में मुखिया व पंसचिव ने ग्राम सभा की की खानापूर्ति
नवादा जिले में आमसभा व‌ ग्राम सभा के नाम पर मुखिया व पंसचिव द्वारा जमकर धोखाधड़ी की जा रही है।
आश्चर्य यह कि प्रमाण के साथ उपलब्ध साक्ष्य की जांच के बजाय संबंधित पदाधिकारी द्वारा उल्टे शिकायतकर्ता से नियमावली की प्रति मांग भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।

ऐसा हम नहीं ग्राम सभा का वायरल वीडियो कह रहा है। मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड क्षेत्र के नजरडीह पंचायत का है। राज्य सरकार ने 02 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती के दिन पूरे राज्य के पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन कर पिछले वर्ष किये गये कार्यों व खर्च की गयी राशि का विवरण के साथ नयी योजनाओं का चयन करने का आदेश निर्गत किया था।

इसके लिए प्रत्येक पंचायतों में पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गयी थी। नजरडीह पंचायत मुखिया रजक व पंसचिव रवि कुमार द्वारा एक कमरे में कुछ लोगों की मौजूदगी जिसमें महिलाओं की उपस्थिति शून्य रही ग्राम सभा का आयोजन कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। ऐसे में पंचायत राज का उद्देश्य विफल रहा। ऐसा हम नहीं उपलब्ध साक्ष्य कह रहा है।

बता दें मुखिया 81 लाख रुपए का गवनारोपी है। मुखिया के विरुद्ध गवन से संबंधित प्राथमिकी कादिरगंज में दर्ज है। वैसे इसकी शिकायत आयुक्त से साक्ष्य के साथ की गयी है जिसमें बीडीओ समेत मुखिया व पंसचिव के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गयी है।अब गेंद आयुक्त के पाले में है जिसका इंतजार हर किसी को है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- पुलिसिंग सिस्टम पर फिर उठा सवाल, नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत मामले पर लीपापोती का हो रहा प्रयास, पूर्व और वर्तमान एसपी
नवादा जिले के पकरीबरावां बाजार में संचालित निजी नर्सिंग होम पटना क्लीनिक में 2 अक्टूबर की शाम महादलित समाज से आने वाली प्रसव पीड़िता और उसके नवजात की मौत के बाद पुलिसिया कार्रवाई शक के घेरे में है।
पुलिसिंग सिस्टम पर सवाल खड़ा होना शुरू हो गया है..., क्या मामले की लीपापोती का प्रयास तो है? ऐसे में अम्बरीष की तरह धीमान की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाना शुरू हो गया है। घटना के बाद जो दो अलग-अलग प्राथमिकी सामने आया है उससे तो ऐसा ही लग रहा है। पीड़ित परिवार के साथ किस प्रकार की नाइंसाफी होती दिख रही है यह जानने से पहले घटना को समझना आवश्यक है..., पकरीबरावां में संचालित निजी नर्सिंग होम "पटना क्लीनिक" में बुधवार को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई।

मृतका 26 वर्षीया शोभा देवी पकरीबरावां थाना क्षेत्र के एरुरी गांव मनीष कुमार मांझी की पत्नी थी। घटना के बाद भड़के लोगों ने उक्त क्लीनिक में तोड़फोड़ किया था। प्रसव पीड़िता को बुधवार को करीब 11 बजे परिजन लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां पहुंचे थे। वहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बाद में दलालों ने पटना क्लीनिक पहुंचा दिया था जहां कथित झोला छाप चिकित्सक के ऑपरेशन से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी।

जिसके बाद अस्पताल में तोड़फोड़ किया गया था।सदर एसडीओ- पकरीबरांवा डीएसपी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे। घटना की दो प्राथमिकी पकरीबरावां थाना में दर्ज की गई है। एक है कांड सं. 445/24 और दूसरा कांड संख्या 447/24 । दोनों एफआईआर भारतीय न्याय संहिता और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की विभिन्न धाराओं में दर्ज हुआ है। दिलचस्प यह कि दोनों एफआईआर में सूचक पीड़ित पक्ष नहीं है।

मृतक के परिवार और क्लीनिक संचालक को कांड का सूचक नहीं बनाया गया। पहली प्राथमिकी 445/24 सीएचसी पकरीबरावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राम कुमार के आवेदन पर दर्ज की गई है जिसमें मुख्य आरोपित आशा कार्यकर्ता पुष्पा रानी, जसीम आलम, डॉ. संतोष कुमार और एम्बुलेंस चालक अभय कुमार को नामजद किया गया है।

इसके अलावा अभियुक्तों के कॉलम में नर्सिंग होम के संचालक, पटना क्लीनिक में कार्यरत आशा, नर्स, डॉक्टर, कंपाउंडर, पारस अल्ट्रा साउंड के संचालक व डॉक्टर, पटना नर्सिंग होम में संचालित दवा विक्रेता, नर्सिंग होम के सभी कंपाउंडर शामिल हैं। अभियुक्तों के कॉलम में कुल 10 क्रमांक भरे गए हैं। जिसमें एक अज्ञात और नामजद सिर्फ 3 हैं शेष 6...! दूसरी प्राथमिकी चौकीदार भोली पासवान की बयान पर 447/24 दर्ज हुआ है। यह जच्चा-बच्चा की मौत के बाद क्लीनिक में तोड़फोड़ से जुड़ा है।

इसमें 5 नामजद और 20-30 अज्ञात को आरोपित किया गया है। एफआइआर में कहां है झोल... 1.पहला तो ये कि मृतका के पति या परिवार के किसी सदस्य के फर्द बयान पर एफआइआर दर्ज क्यों नहीं हुआ? जबकि एफआईआर के वक्त पति पुलिस के साथ था। पति का फर्दबायन लेकर एफआईआर क्यों नहीं लिया गया। 2-प्रभारी चिकित्सक डॉ. राम कुमार के लिखित प्रतिवेदन पर एफआइआर हुआ।

9 बजे की घटना का एफआइआर उसी रात 12.15 बजे दर्ज हुआ। क्या 3 घंटे में ही नवादा से टीम पकरीबरावां पहुंच गई और जांच रिपोर्ट भी सौंप दी और फिर सीएचसी प्रभारी ने थाने को शिकायत भी दे दी। यह संभव है क्या? 3.चौकीदार के बयान पर क्लीनिक में तोड़फोड़ की प्राथमिकी रात को 12.50 बजे दर्ज की गई। एफआइआर में इसका जिक्र है कि थाने को सूचना 12.50 बजे मिली। लेकिन, चौकीदार का बयान कहता है कि 9.10 बजे उसने थानाध्यक्ष को सूचना दी और वे घटनास्थल पर पहुंच भी गए।

विलंब से सूचना और थानाध्यक्ष का पहले घटनास्थल पर पहुंचना दोनों संभव नहीं हो सकता है। 4-एफआइआर के अनुसार पटना क्लीनिक में हुई घटना की सूचना थाने को सबसे पहले चौकीदार से ही मिली तो एफआइआर का नंबर और थाने में सनहा इंट्री प्रभारी चिकित्सक के एफआइआर के बाद में क्यों दिखाई गई और एफआइआर भी बाद में क्यों दर्ज किया गया।

5- प्रभारी चिकित्सक पकरीबरावां के एफआइआर में कहीं भी डॉ. संतोष कुमार की चर्चा तक नहीं है, फिर अभियुक्तों के कॉलम में उनका नाम 4 थे नंबर पर कैसे अंकित हो गया। 6- एफआइआर में इस बात की चर्चा है कि पीड़ित परिवार के साथ सुरेंद्र कुमार यादव, जसीम आलम और क्लीनिक के अन्य स्टॉफ ने मारपीट किया। एफआइआर में जसीम का नाम अभियुक्तों के कॉलम में 6 वें नंबर पर अंकित है, लेकिन सुरेंद्र यादव का नाम कहीं नहीं है।

ऐसा क्यों। 7.- प्रभारी चिकित्सक के प्रतिवेदन में आशा और एम्बुलेंस चालक पर किसी प्रकार का आरोप नहीं है। सिर्फ यही कहा गया है कि आशा की सूचना पर एंबुलेस चालक ने एरुरी गांव से सीएचसी लाया। लेकिन एफआइआर में आशा कार्यकर्ता पुष्पा रानी पहले नंबर और एंबुलेंस चालक अभय कुमार सबसे अंतिम यानि 10वें नंबर पर अभियुक्तों के कॉलम में शामिल किए गए हैं। 8- एफआईआर 3 अक्टूबर की रात 0.15 बजे दर्ज की गई है, लेकिन 4 अक्तूबर की शाम यानी 42 घंटे बाद तक एससीआरबी पर अपलोड क्यों नहीं हुआ? 9.- एफआईआर संख्या 445 और 447 के बीच कांड 446 क्या है।

एसपी- डीएसपी 2 एफआईआर की बात ही कह रहे जो नवादा पुलिस के x पोस्ट पर दर्ज है । 10- मृतक जच्चा- बच्चा अनुसूचित जाति के हैं, एफआईआर में एससी- एसटी एक्ट की धाराओं का उपयोग क्यों नहीं हुआ। 11- प्रभारी चिकित्सक के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में डॉ. रामकुमार का वर्तमान और स्थाई एड्रेस एक क्यों है।

दोनों एफआइआर के अनुसंधानकर्ता खुद थानाध्यक्ष अजय कुमार बने हैं। घटनास्थल पर पहुंचने वाले वे पहले अफसर थे। जाहिए सी बात है कि पूरा घटनाक्रम को उनसे ज्यादा जानने वाला दूसरा कोई पुलिस अफसर नहीं हाेगा। कांड के अनुसंधान का जिम्मा भी उन्हें लेना ही चाहिए था। लेकिन, सवाल उठ रहा है कि एफआइआर में इतना झोल कैसे रहा। मानवीय भूल है, या जानबूझकर किया गया।

किसी को बचाने, फंसाने या फिर कुछ और सोच तो नहीं रही। वैसे इनकी फितरत से हर जिलावासी वाकिफ हैं, ज्यादा कहने-लिखने की जरूरत नहीं है। एसडीपीओ का जवाब गोलमोल, एसपी तक पहुंची बात, एफआइआर में झोल के सवाल पर जब एसडीपीओ पकरीबरावां महेश चौधरी से बात की गई तो उनका जवाब गोलमोल रहा। उनसे संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर बात एसपी अभिनव धीमान तक पहुंचा दी गई है। अब उनके स्तर से इस मामले में क्या कुछ होता है जिला वासियों को इंतजार है । उक्त मामले में पुलिस ने एक डॉक्टर पंकज कुमार सहित दोनों पक्षों के करीब 10-11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजी है। डॉक्टर पंकज कौआकोल पीएचसी के प्रभारी बताए जाते हैं। सबसे दिलचस्प यह कि महिला की मौत के मामले में गिरफ्तार कोई भी व्यक्ति कांड के नामजद आरोपित नहीं है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !