हरियाणा विधानसभा चुनाव:दुष्यंत चौटाला ने किया मतदान, कहा- लोकतंत्र का पर्व है, ज्यादा से ज्यादा लोग वोट डालें

हरियाणा विधानसभा चुनाव के आज (5 अक्टूबर) 90 सीटों पर मतदान हो रहे हैं. इस दौरान जननायक जनता पार्टी के चीफ दुष्यंत चौटाला अपना वोट डालने पहुंचे. इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने कहा, जननायक जनता पार्टी का प्रदर्शन पिछली बार से बेहतर रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा, किसके साथ गठबंधन होगा इसका फैसला चुनाव के नतीजे आने के बाद होगा.

हरियाणा विधानसभा में वोट डालने पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने लोगों से भारी मात्रा में वोट करने की अपील की. उन्होंने कहा, हरियाणा के लोगों से अपील है कि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान के लिए अपने घरों से बाहर निकले. दुष्यंत चौटाला अपनी पत्नी और मां के साथ सिरसा में वोट डालने पहुंचे.

लोगों से वोट डालने की अपील

दुष्यंत चौटाला ने लोगों से अपील की, लोकतंत्र का बड़ा पर्व है और मैं सभी हरियाणा वासियों से अपील करता हूं कि आपका मत आपकी ताकत है और आप अगले पांच साल के लिए हरियाणा का भविष्य तय करेंगे. इसीलिए आप लोग घर से निकल कर आईये और बढ़-चढ़ कर शाम 6 बजे से पहले अपने मत का इस्तेमाल कीजिए.

हमें पूरा विश्वास”

हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, हमें पूरा विश्वास है, जिस जन भावना से हम ने पिछले पांच साल जन सेवा की है. हरियाणा प्रदेश की जनता जन नायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी के इस गठबंधन को ताकत देने का काम करेगी और पहले से भी ज्यादा सीटों के साथ हरियाणा विधानसभा में हमारे साथियों को भेजने का भी काम करेगी.

डिप्टी सीएम चौटाला ने कहा, इतिहास पिछली बार भी रचा था. दुष्यंत चौटाला उचाना कलां सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, कांग्रेस ने उनको टक्कर देने के लिए बृजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं,बीजेपी ने देवेंद्र अत्री पर भरोसा जताया है. दुष्यंत चौटाला ने कहा, अशोक तंवर जी वापस कांग्रेस में आ गए हैं अब वो क्या सोच कर आए हैं ये मुझे नहीं पता है.

हरियाणा की 90 सीटों पर एक ही चरण में 5 अक्टूबर को मतदान हो रहा है. सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान किया जाएगा. चुनाव में 1031 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. इस चुनाव में हरियाणा के चीफ चुनाव आयुक्त के मुताबिक कुल 2 करोड़ 3 लाख 54 हजार 350 लोग है. चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को सामने आएंगे.

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी जीत: नारायणपुर में सुरक्षाबलों ने 32 नक्सलियों को मार गिराया, हथियार बरामद

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. नारायणपुर में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 32 नक्सलियों को मार गिराया है.

पुलिस इनकी शिनाख्त कर रही है. मारे गए नक्सलियों के पास से हथियार भी बरामद हुए हैं. पुलिस को नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर माड़ इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी का इनपुट मिला था. इस पर नारायणपुर पुलिस और दंतेवाड़ा पुलिस की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इसी दौरान मुठभेड़ हुई और इसमें 32 नक्सली मारे गए.

डीआरजी और एसटीएफ चला रही है ऑपरेशन

बस्तर क्षेत्र के आईजी ने बताया कि नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले की सीमा में थुलथुली गांव के जंगल में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. इनकी मौजूदगी की सूचना मिलने पर नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले से सुरक्षाबल की टीम भेजी गई थी. इसमें जिला रिजर्व गार्ड और एसटीएफ के जवान थे.

इलाके में रुक-रुककर फायरिंग हो रही

अधिकारी ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे नक्सलवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी. इसके बाद जवानों ने भी मोर्चा संभाला और 24 नक्सलियों को ढेर कर दिया. इनके शव, एके-47 और एसएलआर समेत अन्य हथियार भी बरामद किए गए हैं. हमारे सभी जवान सुरक्षित हैं. इलाके में रुक-रुककर फायरिंग हो रही है.

इस साल अब तक मारे गए 191 नक्सली

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं. जो नक्सली मुख्यधारा में वापस आना चाहते हैं, उन्हें विशेष ऑपरेशन के तहत वापस आने का मौका भी दिया जा रहा है. इस प्रयास के बावजूद जो नक्सलवाद का रास्ता नहीं छोड़ रहे हैं और शांति बहाली में रुकावट बन रहे हैं, उनका खात्मा भी किया जा रहा है.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब तक दंतेवाड़ा और नारायणपुर समेत सात जिलों वाले बस्तर रीजन में सुरक्षाबलों ने 191 नक्सलियों को मार गिराया है. अलग-अलग मुठभेड़ों में इनका खात्मा किया गया है. इसमें शुक्रवार को थुलथुली गांव के जंगल में मारे गए नक्सली भी शामिल हैं.

बिहार में बाढ़ राहत की नई उम्मीद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में फंड ट्रांसफर कर किया शुभारंभ

बिहार में बाढ़ प्रभावितों तक नीतीश सरकार त्वरित गति से हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है

मुख्यमंत्री ने आज राज्य के 13 जिलों में आई बाढ़ से प्रभावित 4.39 लाख परिवारों के खाते में सीधे 7 हजार रूपये प्रति परिवार के हिसाब से कुल 307 करोड़ रूपये की मदद राशि ट्रांसफर करने का अभियान शुरू किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य को लेकर आज फिर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराते रहें. सरकार में आने के बाद से आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए हमलोग लगातार तत्पर हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल क्षति का आकलन करायें और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध करायें. आज प्रथम चरण में आयी बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में राशि हस्तांतरित की गयी है.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि द्वितीय चरण में आये बाढ़ से प्रभावित परिवारों को 9 अक्टूबर तक उनके खाते में राशि अवश्य हस्तांतरित करा दें. प्रथम चरण में आये बाढ़ से हुई फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच यथाशीघ्र राशि का भुगतान करायें. बाढ़ के दौरान जिन बांधों को क्षति पहुंची है, उनका शीघ्र पुनस्थापन कार्य करायें. साथ ही पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनस्थापन कार्य भी जल्द से जल्द करायें. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़जनित बीमारियों को लेकर चिकित्सा सेवा की पूरी व्यवस्था रखें.

अपर मुख्य सचिव ने हालात से अवगत कराया

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 20 सितंबर से 29 सितंबर के बीच गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हुये हैं. प्रथम चरण में 28.34 लाख की आबादी प्रभावित हुई है. द्वितीय चरण में 29 सितम्बर से नेपाल और उत्तर बिहार के समीपवर्ती जिलों में हुई भारी वर्षा के कारण गंडक, कोसी आदि नदियों में जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी.

प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयत्न

बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ बाढ़ आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी कार्रवाई की जा रही है. प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है. समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रथम चरण में आई बाढ़ से 16 जिले के 67 प्रखंड और 645 पंचायत का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है. दूसरे चरण में आई बाढ़ के कारण हुई फसल क्षति का आकलन कराया जा रहा है. पशु और मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी ने अपने विभाग से संबंधित जानकारी देते हुये बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु शिविर लगाये गये हैं. पशु चिकित्सक, पशु चारा एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है.

समीक्षा बैठक में शामिल हुए मंत्री और अधिकारीगण

बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ उदय कांत मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी, कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, आपदा प्रबंधन विभाग की संयुक्त सचिव साहिला सहित आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

हिमाचल प्रदेश में टॉयलेट सीट टैक्स की सच्चाई: सीएम सुक्खू ने किया खंडन, जानें क्या है असली सच

शिमला: हिमाचल प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में टॉयलेट सीट के हिसाब से शौचालय शुक्ल वसूले जाने का सरकार ने खंडन किया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य सरकार द्वारा टॉयलेट सीट टैक्स लगाने की खबरों का खंडन किया।

सीएम ने इन्हें आधारहीन बताया। सीएम ने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह तथ्यों से बहुत दूर है। चूंकि हरियाणा में चुनाव हैं इसलिए वे (बीजेपी) हिंदू-मुस्लिम और सीवरेज की बात करते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। यह पूरी तरह से झूठ है। इससे पहले आई जानकारी में दावा किया गया था कि हिमाचल प्रदेश सरकार शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों में बनी प्रति शौचालय सीट 25 रुपये का शुल्क लेगी

मुख्य सचिव ने दी सफाई

हिमाचल प्रदेश में भवन मालिकों द्वारा लगाई गई सीटों की संख्या के आधार पर सीवरेज कनेक्शन दिए जाने संबंधी मीडिया रिपोर्ट्स पर जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा का कहना है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शुल्कों को लेकर 21 सितंबर 2024 को अधिसूचना जारी की गई थी। इस पर विस्तार से सब कुछ बताया गया था। जहां भी विभाग द्वारा सीवरेज लगाया गया है, वहां पानी के बिल का 30 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा, लेकिन कुछ प्रतिष्ठान और होटल ऐसे थे (ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में) जिनकी अपनी जल योजना थी, लेकिन उन्होंने विभाग के सीवरेज का इस्तेमाल किया। चूंकि उन्होंने अपनी जल प्रणाली का इस्तेमाल किया, इसलिए उनसे प्रति सीट के हिसाब से शुल्क लिया गया था।

पहले ही वापस लिया था प्रावधान

शर्मा ने कहा कि लेकिन जैसे ही यह अधिसूचना जारी हुई और फाइल डिप्टी सीएम के पास पहुंची, उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं लगता। इसलिए इसे वापस ले लिया गया था। शर्मा ने कहा कि टॉयलेट टैक्स प्रति सीट का हिसाब से लेने का प्रावधान वापस ले लिया गया है। विपक्ष की तरफ से यह आरोप लगाया गया था कि हिमाचल सरकार के पर फंड की कमी है। इसलिए वह ऐसा कर रही है। सरकार ने अब टॉयलेट सीटों की संख्या के हिसाब से टैक्स लेने का पूरी तरह से खंडन कर दिया है।

युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है कांग्रेस: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस पर युवाओं को नशे के मामले में गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने दिल्ली में ड्रग्स की पकड़ी गई खेप में एक कांग्रेस नेता का शामिल होने का आरोप लगाते हुए इसे शर्मनाक और खतरनाक करार दिया.

बता दें कि बुधवार को दिल्ली पुलिस ने 5,600 करोड़ रुपये की ड्रग्स राष्ट्रीय राजधानी से जब्त की है. गिरफ्तार आरोपी तुषार गोयल ड्रग्स सिंडिकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आरोपी को भारतीय युवा कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश आरटीआई प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बताया गया है.

हालांकि, भारतीय युवा कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तुषार गोयल को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से 17 अक्टूबर, 2022 को निष्कासित कर दिया गया था

अमित शाह ने सोशल साइट एक्स पर ट्वीट कर कहा कि एक ओर जहां नरेंद्र मोदी सरकार पूरे देश में नशामुक्त भारत को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. वहीं दूसरी ओर, उत्तर भारत से पकड़ी गई ड्रग्स की 5,600 करोड़ रुपए की खेप पकड़ी गयी है. इसमें कांग्रेस के एक प्रमुख व्यक्ति की संलिप्तता पाई गई है, जो बहुत ही खतरनाक और शर्मनाक है.

ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है कांग्रेसः शाह

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान ड्रग्स से हरियाणा, पंजाब और समग्र उत्तर भारत में युवाओं का जैसा हाल हुआ है. उसे सभी लोगों ने देखा है. पीएम नरेंद्र मोदी सरकार युवाओं को शिक्षा, खेल और इनोवेशन की ओर से प्रेरित कर रही है, लेकिन कांग्रेस उन युवाओं को ड्रग्स की अंधेरी दुनिया में ले जाना चाहती है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता की ओर से अपने राजनीतिक रसूख से युवाओं को ड्रग्स के दलदल में झोंका जा रहा है. यह पाप है. उनके इरादों को पीएम मोदी सरकार कभी पूरा नहीं होने देगी। अमित शाह ने कहा कि उनकी सरकार, ड्रग्स के कारोबारियों का राजनीतिक पद या उनका कद देखे बिना, ड्रग्स के पूरे तंत्र का विनाश करेगी और ‘नशामुक्त भारत’ बनाने का संकल्प लेती है.

अमित शाह ने कहा कि अभी-अभी दो दिन पहले 5600 करोड़ का ड्रग्स पकड़ा गया. नकली दवाएं दिल्ली पुलिस ने पकड़ी है. इसमें इंटरनेशल ड्रग्स सिंडिकेट को पर्दाफाश करने का काम किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 से ड्रग्स फ्री इंडिया अभियान शुरू किया है. कांग्रेस की सररकार थी तो 2004 से 2024 तक 10 सालों में एक लाख 52 हजार किलो ड्रग्स पकड़े गये थे. 2014 से 2024 तक के शासन में पांच लाख 43 हजार 600 किलो ड्रग्स पकड़ने का काम पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया है.

नशामुक्त भारत बनाने का पीएम मोदी का संकल्प

उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में 468 करोड़ रुपए मूल्य के ड्रग्स पकड़े गये. वहीं, नकली दवाओं को पकड़ने के अभियान में 27,600 करोड़ का ड्रग्स पकड़ने का काम नरेंद्र मोदी सरकार ने किया. मैं सोचता था कि इतना बड़ा अंतर कैसा आया? कांग्रेस सरकार भी कर रही थी और मोदी सरकार भी कर रही थी. परसों जब आरोपी पकड़ा गया. ड्रग्स का कारोबार कौन कर रहा है. तह में जाने का काम किया.

शाह ने कहा कि मुख्य आरोपी तुषार गोयल दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के आरटीआई का अध्यक्ष था, जिस पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता ही अवैध ड्रग्स कारोबार के अंदर लिप्त हो. वो भारत को नशा मुक्त बना सकते हैं क्या? नरेंद्र मोदी के आने से पहले जम्मू कस्मीर ,पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तक समस्त उत्तर भारत को नशे के कारोबार में डूबा रखा था. नरेंद्र मोदी की सरकार ने 36 गुणा ज्यादा अवैध ड्रग्स पकड़ कर प्रहार किया है. गुजरात में तीन साल 8500 करोड़ ड्रग्स पकड़ने का काम सरकार ने किया है.

पूर्व क्रिकेटर सलिल अंकोला की मां की मौत, पुणे के फ्लैट में मिली लाश,जांच में जुटी पुलिस


महाराष्ट्र के पुणे से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. पूर्व इंडियन क्रिकेटर सलिल अंकोला की मां की लाश एक फ्लैट में लहूलुहान हालत में मिली. सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और फ्लैट के अंदर दाखिल हुई. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और जांच-पड़ताल में जुट गई. शुरुआती जांच में सलिल अंकोला की मां के गले पर जख्म के निशान मिले. पुलिस हत्या और आत्महत्या के एंगल पर जांच-पड़ताल कर रही है. ये भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि कोई व्यक्ति घर के अंदर दाखिल हुआ और गला चीरकर चला गया. ब्लीडिंग ज्यादा होने से उनकी मौत हो गई. हालांकि फ्लैट अंदर से बंद था और किसी फोर्स एंट्री के निशान पुलिस को नहीं मिले.

पूर्व इंडियन क्रिकेटर सलिल अंकोला की मां का नाम माला अशोक अंकोला था. उनकी उम्र 77 साल थी. वो पुणे के प्रभात डेक्कन इलाके में एक फ्लैट में रहती थीं. शुक्रवार शाम को जब पुलिस उनके फ्लैट में पहुंची तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था. पुलिस घर के अंदर दाखिल हुई तो देखा कि उनका गला चीरा गया था. काफी ब्लीडिंग हुई थी. आनन-फानन में पुलिस उनको पास के एक अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. पुणे की डेक्कन पुलिस फिलहाल इस केस की जांच कर रही है. सलिल अंकोला के परिवार के अन्य सदस्यों को इस बारे में सूचना दे दी गई है.

क्या कोई फ्लैट के अंदर दाखिल हुआ था?

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या कोई व्यक्ति फ्लैट के अंदर दाखिल हुआ था. उसने ही बड़ी सफाई से हत्या की और फिर चला गया. अभी तक पुलिस को घर के अंदर किसी फोर्स एंट्री के निशान नहीं मिले हैं. अगर फोर्स इंट्री के निशान नहीं हैं तो क्या जान-पहचान का व्यक्ति आया था. इसलिए फोर्स इंट्री के निशान नहीं हैं. या घर में पहले से ही कोई मौजूद था. उसने हत्या की और फिर घर से निकल गया या बाहरी किसी शख्स का रोल नहीं है.

सलिल अंकोला की मां ने खुद अपना गला काट लिया और उनकी मौत हो गई. खुद से खुद का गला काटने वाली थ्योरी डेक्कन पुलिस को हजम नहीं हो रही है. इसलिए पुलिस एक्सपर्ट डॉक्टरों की राय ले रही है. आखिर ऐसा क्या था कि सलिल अंकोला की मां को गला काटकर आत्महत्या करनी पड़ी? वह किस चीज या किस बात से परेशान थीं.

कोई खुद का गला कैसे काटेगा?

आत्महत्या के जितने तरीके सामान्य तौर पर सामने आते हैं, उससे ये तरीका बिल्कुल अलग है, क्योंकि कोई व्यक्ति खुद का गला कैसे कटेगा? अगर ऐसा नहीं है तो दूसरा व्यक्ति कौन है, जिसने इस हत्या को अंजाम और इसके पीछे की क्या वजह है. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. घर के आसपास के CCTV फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है.

फॉरेंसिक टीम ने फ्लैट के अंदर की जांच

फिलहाल इस जांच के लिए कई टीम भी बनाई गई हैं. फॉरेंसिक टीम भी फ्लैट पर बुलाई गई थी, जिसने कई अहम सुराग इकट्ठा किए हैं. बता दें कि सलिल अंकोला पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं. 1989 से लेकर 1997 तक उन्होंने भारतीय टीम की तरफ से खेला है. उन्होंने भारत के लिए एक टेस्ट मैच और 20 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला है.

पीएम मोदी ने कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में भारत की डिजिटल क्रांति को बढ़ावा दिया: विश्व में पहले स्थान पर

कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में पीएम मोदी ने कहा, "आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।

आज भारत जीडीपी के हिसाब से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। ग्लोबल फिनटेक अनुकूलन दर और स्मार्टफोन डेटा खपत में हम पहले स्थान पर हैं।"

दुनिया का लगभग आधा वास्तविक समय डिजिटल लेनदेन भारत में किया जा रहा है।

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप सिस्टम है। भारत दोपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है

'सुधार' के मंत्र पर चल रहा है 'प्रदर्शन करो और बदलो', हम लगातार निर्णय लेकर आगे बढ़ रहे हैं, यही कारण है कि देश में लोगों ने 60 साल के बाद लगातार तीसरी बार एक ही सरकार को चुना है

आप हमारी प्रतिबद्धता को पहले तीन में देख सकते हैं।

महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव: अजित पवार गुट के विधायक बबनराव शिंदे ने शरद पवार के साथ जाने का किया ऐलान

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर पाला बदल तेज हो गया है. नाराज पार्टी नेताओं के दूसरी पार्टी में शामिल होने की होड़ मच गई है और अब अजित पवार गुट के विधायक बबनराव शिंदे ने एनसीपी शरद पवार के साथ जाने का ऐलान किया है.

बबनराव ने बगावत का ऐलान करते हुए कहा कि उनके बेटे रणजीत सिंह शिंदे या तो एनसीपी (एसपी) में शामिल होंगे या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

बता दें कि लोकसभा चुनाव में माढ़ा लोकसभा क्षेत्र का घटनाक्रम खूब चर्चा में रहा था और अब विधानसभा चुनाव से पहले फिर भी राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है.

बीजेपी के तत्कालीन माढ़ा के सांसद रणजीत सिंह नाइक निंबालकर को बीजेपी ने टिकट दिया था. लेकिन मोहित पाटिल, जो उस समय भाजपा में थे, भी इच्छुक थे. उन्होंने पहले ही उम्मीदवार बनने की इच्छा जाहिर कर दी थी. लेकिन फिर भी पार्टी ने उन पर विचार नहीं किया. इससे नाराज होकर मोहित पाटिल राष्ट्रवादी शरद पवार गुट में शामिल हो गए और उन्हें वहां से नामांकन मिल गया.

दूसरी ओर, रंजीतसिंह नाइक निंबालकर का अजित पवार गुट के वरिष्ठ माधा नेता रामराजे निंबालकर ने विरोध किया था और अंततः मोहित पाटिल ने जीत हासिल की थी.

बबनराव शिंदे ने बगावत का किया ऐलान

अब माढ़ा विधानसभा क्षेत्र में अजित पवार गुट के विधायक बबनराव शिंदे हैं. वह पिछले छह बार से विधायक चुने जाते रहे हैं, लेकिन बबनराव शिंदे अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. वह इस चुनाव में अपने बेटे रणजीत सिंह शिंदे को मैदान में उतारना चाहते हैं. लेकिन इस सीट पर महागठबंधन में शामिल शिवसेना भी दावा कर रही है. चर्चा है कि स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के भाई इस सीट पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.

उधर, बबनराव शिंदे शरद पवार से मुलाकात की है. मुलाकात के बाद बबनराव शिंदे ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है. अजित पवार समूह के विधायक बबनराव शिंदे घोषणा की है कि उनके बेटा तुतारी (एनसीपी शरद पवार का चुनाव चिह्न) से या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ेगा. विधायक बबनराव शिंदे ने कहा कि महागठबंधन का मामला खत्म हो गया है.

बबनराव शिंदे ने शरद पवार से की मुलाकात

उन्हंने कहा कि वह अपने बेटे रणजीत सिंह शिंदे को तुतारी से या फिर स्वतंत्र चुनाव लड़ाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं 38 साल से शरद पवार के साथ राजनीति कर रहा हूं. इसलिए मैंने शरद पवार से मुलाकात की है. शरद पवार से टिकट की मांग की गई है. मुझे नहीं पता कि वे टिकट देंगे या नहीं. लेकिन अगर शरद पवार इस साल के चुनाव में मेरे बेटे रणजीतसिंह को टिकट देते हैं, तो ठीक होगा, अन्यथा उन्हें स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेंगे.

जब विधायक बबनराव शिंदे से उनके भतीजे धनराज शिंदे की बगावत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे घर का मुद्दा खत्म हो गया है. रंजीत सिंह मोहित पाटिल की उम्मीदवारी के सवाल पर बबनराव शिंदे ने जवाब दिया कि हमें किसी से कोई चुनौती नहीं है. यह गन्ने की कीमत पर राजनीति करने का समय नहीं है. मैं उन चर्चों के बारे में बात नहीं करना चाहता. एफआरपी से अधिक दरों का भुगतान करना उनकी परिस्थितियों पर निर्भर करता है, लेकिन जिनके पास स्थिति नहीं है वे भी दरें घोषित कर रहे हैं.

कोलकाता मर्डर केस: सीबीआई को मिली पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की फोन कॉल लिस्ट

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लेडी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में सीबीआई को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के फोन कॉल की लिस्ट मिली है. सीबीआई ने दावा किया है कि हत्या और बलात्कार को छुपाने के लिए संदीप घोष और अभिजीत मंडल ने कई फोन कॉल्स किए. संदीप घोष पर इस मामले को छिपाने को लेकर आरोप लग चुके हैं. फिलहाल वह जेल हिरासत में हैं.

वहीं, आरजी कर में वित्तीय अनियमितता के मामले में सीबीआई ने उनके करीबी आशीष पांडे को गिरफ्तार किया था. शुक्रवार को आशीष पांडे को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीन दिनों की सीबीआई रिमांड का आदेश दिया है.

आशीष पांडे कथित तौर पर अस्पताल के वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में संदीप घोष के साथ शामिल था. एक दिन पहले वह सीबीआई कार्यालय में लंबी पूछताछ की गई थी.

भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप

आशीष पांडे पर सरकारी अस्पतालों में धमकी संस्कृति अपनाने का भी आरोप लगाया गया है. 25 सितंबर को आरोपियों को धमकी संस्कृति के लिए आरजी कर अस्पताल में बुलाया गया था. इनमें आशीष पांडे भी शामिल था. हालांकि, उन्हें वित्तीय भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है.

सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि आशीष पांडे वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में करीबी तौर पर शामिल है. रंगदारी मांगने, डॉक्टरों को धमकाने का भी आरोप है. सीबीआई के मुताबिक आशीष पांडे जूनियर डॉक्टरों को धमकाता था.

यहां तक ​​कि वरिष्ठ डॉक्टरों को दूरदराज के इलाकों में स्थानांतरण की धमकी दी गई. ये आशीष पांडे मोटी रकम लेकर हाउस स्टाफ रखता था. सीबीआई ने कहा कि इस संबंध में पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में लेने की जरूरत है. कोर्ट ने उन्हें सोमवार तक सीबीआई की हिरासत में रहने का आदेश दिया. उसका मोबाइल समेत सामान जब्त कर लिया गया है.

लेडी डॉक्टर की हत्या को बताया था आत्महत्या

लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले में आरजी अधिकारियों और तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष की भूमिका पर बार-बार सवाल उठते रहे हैं. बाद में टाला थाने के ओसी अभिजीत मंडल को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पहले भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया. लेकिन बाद में संदीप घोष को हत्या-बलात्कार के मामले में भी गिरफ्तार कर लिया गया.

कथित तौर पर हत्या-बलात्कार के मामले को बार-बार आत्महत्या का मामला बताने की कोशिश की गई. यहां तक ​​कि लेडी डॉक्टर के परिजनों को भी अस्पताल से फोन पर उनकी बेटी की मौत आत्महत्या के कारण होने की जानकारी दी गई. यह भी जांच की जा रही है कि कॉल किसके आदेश पर की गई थी. सीबीआई के जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह किसने किया, आत्महत्या का जिक्र क्यों किया गया, इसके पीछे किसका हाथ है.

मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल रेलवे स्टेशन के बाहर महिला के साथ गैंगरेप, पुलिस ने दर्ज किया मामला

मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन परिसर में एक महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है.

महिला गंभीर हालत में पास के ही हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी जहां उसके बयान लिए गए. महिला ने स्टेशन परिसर के अंदर ही 2 लोगों पर रेप करने का आरोप लगाया है. जीआरपी ने मामला दर्ज कर सिटी पुलिस को ट्रांसफर किया है. फिलहाल पूरे मामले में सिटी पुलिस जांच में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का है. जहां पर 22 सितंबर को दो आरोपियों ने महिला के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने महिला का मुंह पकड़ा और उसे सुनसान जगह में ले गए. दोनों आरोपियों ने महिला के साथ एक-एक करके रेप किया. इसके बाद वह वहां से फरार हो गए. दोनों आरोपियों ने महिला को धमकाया भी. इसके बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए.

हॉस्पिटल पहुंची महिला

महिला जैसे-तैसे घायल हालत में नवी मुंबई के नेरुल स्थित एक हॉस्पिटल में पहुंची. महिला ने हॉस्पिटल में वारदात का खुलासा किया जिसके बाद हॉस्पिटल की ओर से पुलिस को पूरी वारदात की जानकारी दी गई. इसके बाद पुलिस की टीम हॉस्पिटल पहुंची और महिला के बयान दर्ज किए हैं. महिला के बयान के बाद सीएसटी स्टेशन पर जीआरपी पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज किया है. पुलिस ने महिला के बयान दूसरी बार रिकॉर्ड किए.

जल्द होंगे गिरफ्तार

पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने अपने बयान में कहा है कि सीएसटी रेलवे स्टेशन पर टैक्सी स्टैंड के पास महिला के पास दो लोग आए थे. उन्होंने महिला का मुंह दबाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है. इसके बाद इस पूरे मामले को सिटी पुलिस में ट्रांसफर कर दिया गया है. अब एमआरए मार्ग पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस फिलहाल दोनों आरोपियों की तलाश में जुट गई है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया है.