*एक मुश्त विनियमन शुल्क जमा करें ईट भट्ठा स्वामी, एडीएम का निर्देश*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच- अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार ईट-भट्ठा सत्र 2023-24 के लिये विनियमन शुल्क 01 अक्टूबर 2023 से 30 सितम्बर 2024 तक निर्धारित किया गया था। जबकि 01 अक्टूबर 2024 से ईट भट्ठा सत्र 2024-25 प्रारम्भ होगा। श्री रंजन ने ईंट भट्ठा स्वामियों को सुझाव दिया है कि ईट भट्ठा सत्र 2024-25 हेतु पायो के हिसाब से एक मुश्त विनियमन शुल्क, पलोथन शुल्क व आवेदन शुल्क जमा करने के पश्चात ही ईट पथाई, मिट्टी खनन अथवा ईंट भट्ठे का संचालन प्रारम्भ किया जाय।

एडीएम द्वारा भट्ठा स्वामियों को यह भी सुझाव दिया गया है कि ईंट भट्ठो पर संचालित होने वाले टैक्टर-ट्राली व अन्य वाहनो पर रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप अवश्य लगवाया जाय। उन्होंने भट्ठा स्वामियों को सचेत किया है कि किसी भी दशा में विनियमन शुल्क, पलोथन शुल्क व आवेदन शुल्क की धनराशि जमा किये बिना ईट पथाई, मिट्टी खनन अथवा ईट-भट्ठे का संचालन न किया जायें अन्यथा की दशा में बिना शुल्क जमा किये संचालित ईट-भट्ठों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।

सीडीओ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला पर्यावरण समिति की बैठक

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण समिति, जिला गंगा संरक्षण समिति एवं जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक के दौरान जिला गंगा संरक्षण समिति हेतु निर्धारित बिन्दुओ नदी संरक्षण से संबंधित जन जारुकता कार्यक्रम, ठोस अपशिष्ट को रोकना, नदी के घाटो का विकास, वनीकरण, सीवरेज उपचार, औद्योगिक प्रतिष्ठानों के निकलने वाले अपशिष्ट पर विभागवार समीक्षा की गयी।

इसके अलावा जिला वृक्षारोपण समिति के माध्यम से अन्य विभागों द्वारा वर्ष 2024 में किये गए वृक्षारोपण में सिंचाई, निराई-गुड़ाई एवं सुरक्षा से संबंधित विषयों पर व्यापक चर्चा भी की गयी। इसी क्रम में बैठक की अध्यक्षता कर रहे मुख्य विकास अधिकारी, बहराइच द्वारा संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होनें समस्त विभागों द्वारा कराए गए वृक्षारोपण 2024 से संबंधित जीवितता प्रतिशत रिपोर्ट एवं बैठक की अनुपालन आख्या प्रभागीय वनधिकारी बहराइच को उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच अजीत प्रताप सिंह द्वारा जिला पर्यावरण समिति के बिन्दुओ ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेसन वेस्ट, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, ई-वेस्ट प्रबंधन पर व्यापक चर्चा की गयी। इस अवसर पर सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।

पुलिस लाइन सभागार में ओरिएंटेशन ऑफ़ लॉ इनफोर्सर्स कार्यशाला का हुआ आयोजन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस लाइन सभागार में ओरिएंटेशन ऑफ़ लॉ इनफोर्सर्स कार्यशाला/ उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचनाधिकारी बृजेश सिंह ने किया। तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत ओरिएंटेशन ऑफ़ लॉ इनफोर्सर्स कार्यशाला/ उन्मुखीकरण कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला के मार्ग दर्शन में क्षेत्राधिकारी पुलिस लाइन राहुल पाण्डेय, प्रतिसार निरीक्षक भुवनेश्वर सिंह समेत पुलिस लाइन के सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में तम्बाकू से हो रहे रोगों, उच्च रक्तचाप, अनिद्रा, कैंसर आदि के बारे मे मौजूद लोगों को विस्तार से जानकारी दी गई।

मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ० विजित जायसवाल ने कार्यशाला में कहा कि समाज में विशेषकर युवा समुदाय जानकारी के अभाव में तंबाकू उत्पाद को अपनाकर बीमारी से ग्रसित हो रहे है। लोगों को तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करना एवं इससे बचना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होने कहा कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन से उच्च रक्तचाप की समस्या अधिक उत्पन्न हो रही है। तम्बाकू मुख के कैंसर का कारण बन रहा है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू उत्पादों को छोड़ने के लिए टोल फ्रीनंबर 1800112356 पर बात कर काउंसलिंग कर सकते है। तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा 4 के अन्तर्गत सभी सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को प्रतिबंधित किया गया है। धारा 6 के अन्तर्गत सभी शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में नाबालिगों द्वारा तम्बाकू के क्रय तथा विक्रय पर प्रतिबंध है।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि जिले में विशेष रूप से दो माह तक तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 24 सितंबर से 23 नवंबर तक चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू की लत व्यक्ति के साथ साथ उसके पूरे परिवार को बर्बाद कर देती है। तम्बाकू के सेवन से कई तरह की बीमारियां फैलती है जो स्वास्थ्य एवं जीवन के दोनों के लिए घातक है। तम्बाकू जहर से भी ज्यादा घातक है। भारत सरकार ने तंबाकू नियंत्रण कानून के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु वर्ष 2007 में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य तंबाकू नियंत्रण कानून और तंबाकू के उपयोग द्वारा होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में अधिक-से-अधिक जागरूकता प्रसारित करना है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने मौजूद पुलिस लाइन अधिकारियो एवं कर्मचारियों को यह शपथ भी दिलाई कि हम धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पाद का सेवन नहीं करेंगे। हम अपने बच्चों एवं समाज को तम्बाकू से दूर रखेंगे एवं समाज को होने वाली क्षति से बचाएंगे। हम तम्बाकू कंपनियों से किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं लेंगे, न ही उन्हें सहयोग करेंगे।

इस अवसर पर उपनिरीक्षक आनंद सिंह, राजीव कुमार सिंह, सुभाष कुमार मिश्रा, चन्द्रभूषण शुक्ल, हेड कांस्टेबल अजय कुमार यादव, धर्मदेव, आरक्षी प्रदीप पटेल, जितेन्द्र कुमार, अनिल कुमार, एनसीडी सेल से लॉजिस्टिक ऑफिसर विवेक श्रीवास्तव, डीईओ मोहम्मद हारून, एनसीडी क्लीनिक के फिजियोथैरेपिस्ट डॉ० रियाजुल हक, जिला सलाहकार पुनीत शर्मा, लैब टेक्नीशियन संतोष सिंह, नर्सिंग ऑफिसर बृज प्रकाश, स्वाति श्रीवास्तव, एनटीपीसी डीईओ शरद श्रीवास्तव, मेंटल हेल्थ कार्यक्रम से राज कुमार महतो, मनीष कुमार आदि मौजूद रहे।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत उद्यान विभाग में आयोजित हुआ कृषि निवेश मेला

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत (उद्यान घटक) कृषि निवेश मेला/प्रशिक्षण का कार्यक्रम जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी रहें। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि का उपस्थित प्रगतिशील किसानों द्वारा माल्यापर्ण एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। जिला उद्यान अधिकारी दिनेश चौधरी द्वारा कार्यक्रम में पधारें सभी कृषकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान की गयी। उन्होनें बताया कि भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार कृषकों की आय दुगनी करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सूक्ष्म लघु उद्योग की योजना चल रही है। इच्छुक किसान भाई जिला उद्यान अधिकारी से सम्पर्क कर इसका अधिक से अधिक लाभ उठायें।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक श्री त्रिपाठी ने कहा कि आज बहराइच का केला जनपद व प्रदेश ही नही पूरे देश में छाया हुआ है व पूरे देश में इसकी बड़ी मॉग है। वर्तमान में जनपद का केला प्रदेश के अतिरिक्त दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड, हिंमाचल प्रदेश, जम्बू-कश्मीर व राजस्थान आदि के व्यापारी स्वयं आकर किसान के खेत से केला खरीदते हैं जो कि जनपद के इतिहास में बड़ी उपलब्धि है। साथ ही मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में किसान भाईयों से कहा कि अधिक से अधिक सब्जियों की खेती करें, जिससे आपके आय में वृद्धि होगी एवं स्वयं भी स्वस्थ्य रहकर एक स्वस्थ्य समाज के निर्माण में सहयोग करेंगें। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा स्वयं भी हरी सब्जियों की खेती कराई जाती है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का सपना है कि हर खेत को पानी पहॅुचे जिसके लिए भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना संचालित है। जिसमें लघु सीमान्त कृषक को इकाई लागत का 90 प्रतिशत व अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत अनुदान देय है।

जनपद के कृषकों को बीज वितरित करने वाली कम्पनियॉ ट्रेपिको सीड्स, हेमटेक एग्रीटेक, बापना सीड्स, कलस सीड्स कम्पनियों के प्रतिनिधि कम्पनी के शाकभाजी बीज सहित उपस्थित रहे। कृषकों ने अपनी अभिरूचि के अनुसार उपरोक्त कम्पनियों के शाकभाजी बीजों को प्राप्त किया। इस अवसर पर वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच डॉ नन्दन सिंह ने शाकभाजी फसलों व डॉ0 अरूण राजभर ने मसाला फसलों के उत्पादन एवं रोग व्याधि के रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रगतिशील कृषक लालता प्रसाद गुप्ता ने सहफसली शाकभाजी एवं मसाला की खेती के सम्बन्ध में उपस्थित किसानों को विस्तार से जानकारी दी। राम प्रवेश मौर्य ने खरीफ प्याज उत्पादन के सम्बन्ध में किसानों को विस्तार से जानकारी देने के साथ ही अपने अनुभव साझा किया गया।

योजना प्रभारी पंकज वर्मा द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत निदेशालय के निदेर्शानुसार नामित बीज उत्पादक कम्पनियों से कृषि निवेश मेला में बीज प्राप्त कर सकते हैं। बीज प्राप्त करने हेतु उद्यान विभाग की वेवसाइट पर पंजीकरण कराते हुए समस्त प्रपत्र यथा-निर्धारित आवेदन पत्र, खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड की छायाप्रति, फोटो एवं मो0न0 सहित कार्यालय में जमा करें एवं प्रथम आवक-प्रथम पावक के वरीयता के आधार पर शाकभाजी एवं मसाला फसलों का बीज प्राप्त कर सकते है। इस अवसर पर स0उ0नि0 मंजीत सिंह, जगन्नाथ मौर्या, बसन्तलाल, कल्लूराम, हबीब खॉ, जियाउल हक, राजवन्त सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, श्रीमती पार्वती देवी, श्रीमती आरती देवी सहित सैकड़ों कृषक उपस्थित रहे।

सीएम डैशबोर्ड पर डाटा फीडिंग कार्य को अद्यतन रखें विभाग: डीएम

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड व आई.जी.आर.एस. सन्दर्भों की समीक्षा हेतु वृहस्पतिवार को देरशाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। ग्रेडिंग की समीक्षा के दौरान डीएम द्वारा निर्देश दिये गये कि जिन विभागों की श्रेणी ह्णएह्ण है, ऐसे विभाग ह्यएह्ण प्लस श्रेणी में आने का प्रयास करें और ह्यएह्ण प्लस वाले यथास्थिति को बनाये रखें। पंचायती राज विभाग की समीक्षा करते हुए सालिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान, स्वच्छ शौचालय, बहुउद्देशीय भवन, अन्त्येष्टि स्थल, पंचायत भवन, आर.आर.सी. सेन्टर, ग्राम पंचायतों में ई-रिक्शा इत्यादि की प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया गया कि सम्बन्धित एडीओ पंचायत, ग्राम प्रधान व सचिव के साथ अलग से बैठक कर प्रगति में सुधार लाये।

पर्यटन विभाग की 17 परियोजनाओं के सापेक्ष मात्र 05 परियोजनाएं पूर्ण होने पर जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन सूचना अधिकारी को निर्देश दिया धीमी प्रगति वाली कार्यदायी संस्थाओं के सम्बन्ध में शासन को अवगत कराया जाय तथा 15 दिवस में सभी कार्य स्थलों का स्वयं भ्रमण कर निरीक्षण आख्या उपलब्ध कराएं। आईजीआरएस सन्दर्भों के निस्तारण की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि डिफाल्टर व असंतुष्टि पर विशेष ध्यान दिया जाय। शिकायतों का निस्तारण इस तरह से किया जाय कि असंतुष्ट श्रेणी के सन्दर्भों की संख्या न्यून से न्यूनतम रहे। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आईजीआरएस अन्तर्गत प्राप्त होने वाले सन्दर्भ को समयबद्धता के साथ निस्तारित करें जिससे कोई भी प्रकरण डिफाल्टर की श्रेणी में न रहे। सन्दर्भों का निस्तारण करते समय सम्बन्धित शासनादेश का अनुपालन भी किया जाय।

डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वयं अपनी देख-रेख में फीडिंग कार्य सम्पन्न करायें। जिन विभागों की प्रगति ह्यएह्ण श्रेणी से निम्न है उनके द्वारा प्रगति में सुधार के लिए प्रयास किया जाय। नीति आयोग के सूचकांकों की समीक्षा करते हुए जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को निर्देश दिया गया कि स्टेट रैंक से निम्न रैंकिंग विभागों को नोटिस जारी की जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय शर्मा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।

‘‘एक परिवार-एक पहचान योजना’’ प्रत्येक परिवार की होगी फैमली आई.डी.

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उत्तर प्रदेश में अध्यासित परिवारों के लिये ‘‘फैमिली आई.डी.’’ योजना लागू की गई है। ‘‘एक परिवार एक पहचान योजना’’ अन्तर्गत वर्तमान समय में प्रदेश में अध्यासित लगभग 3.59 करोड़ परिवार एवं 14.92 करोड़ व्यक्ति राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित हैं। इन परिवारों की राशनकार्ड संख्या ही फैमिली आई.डी. है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित न होने वाले ऐसे परिवार जो राशनकार्ड के पात्र नहीं हैं, उन्हें फैमिली आई.डी. पोर्टल ‘‘फैमलीआईडी डाट यूपी डाट जीओवी डाट इन के माध्यम से फैमिली आईडी उपलब्ध कराने हेतु व्यवस्था की गयी है। भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु फैमिली आई.डी. लोगों के लिए सहायक होगी। प्रदेश में अध्यासित ऐसे परिवार जो सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त नहीं कर रहे हैं वे भी स्वेच्छा से फैमिली आईडी प्राप्त कर सकते हैं।

यह जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने बताया कि फैमली आईडी बनवाने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है। इच्छुक व्यक्ति घर बैठे फैमली आईडी बनवा सकते हैं। फैमिली आईडी आवेदन करने के लिए इच्छुक व्यक्ति को फैमिली आई.डी. पोर्टल ‘‘फैमलीआईडी डाट यूपी डाट जीओवी डाट इन क्लिक करना होगा। क्लिक करने के पश्चात सामने खुलने वाले पेज पर नाम, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, निवास व अन्य व्यक्तिगत जानकारी भरकर सबमिट करने पर मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी सबमिट करते ही सम्बन्धित परिवार का पोर्टल पर पंजीकरण हो जाएगा।

शासन द्वारा दी गई व्यवस्था के अनुसार शहरी क्षेत्र हेतु किए गए आनलाइन आवेदन सम्बन्धित एसडीएम और ग्रामीण क्षेत्र हेतु किए गए आवेदन सम्बन्धित बीडीओ के पास जांच हेतु पहुॅचेंगे। जांच अधिकारी प्राप्त हुए आवेदनों की जांच संबंधित लेखपाल और ग्राम पंचायत सचिव से सत्यापन कराएंगे। इसका संदेश आवेदक के मोबाइल पर आएगा कि अपना फैमिली आईडी कार्ड कंप्यूटर से प्रिंट या डाउनलोड किया जा सकता है।

संचारी रोग नियंत्रण को विभाग तैयार, 1 से 31 अक्टूबर तक विशेष अभियान

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मौसम में बदलाव के साथ बुखार, डायरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके नियंत्रण के लिए जनपद में 1 से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जाएगा। शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र की अध्यक्षता में विकास भवन में आयोजित अंतर्विभागीय बैठक में अभियान की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक का संचालन जिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने किया।

मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बंधित विभागों को निर्देशित किया कि आबादी वाले क्षेत्रों में सफाई, शौचालय का उपयोग, कचरा निस्तारण, सुअर बाड़े आबादी से दूर रखना, जलभराव रोकना और शुद्ध पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मच्छरों के प्रजनन स्थलों पर एंटी लार्वा का छिड़काव और कचरा निस्तारण के लिए विभागों को मिलकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने पिछली बार कम प्रगति वाले ब्लॉकों में सुधार करने और 29 अक्टूबर तक माइक्रोप्लान तैयार करने को कहा। इसके साथ ही ग्राम प्रधान, शिक्षक, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अभियान के लिए प्रशिक्षित करने का निर्देश भी दिया।

कुपोषित बच्चों की पहचान:

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि 1 से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग अभियान और 11 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। इस दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, जेई, एईएस, फाइलेरिया, कुपोषण, कुष्ठ रोग, टीबी और कालाजार के संभावित मरीजों की पहचान करेंगी और ई-कवच पोर्टल पर उनका पंजीकरण करेंगी। रोग की पुष्टि पर मरीजों को तुरंत इलाज मुहैया कराया जाएगा। कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजने और पोषाहार वितरण की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है।

मच्छर जनित रोगों की रोकथाम:

जिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने कहा कि मच्छर डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया और दिमागी बुखार जैसी बीमारियों के सबसे बड़े वाहक हैं। दस्तक अभियान के दौरान मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट किया जाएगा। इसके अलावा, चूहों और छछूंदर से फैलने वाले स्क्रब टायफस रोग की भी निगरानी की जाएगी, जो दिमागी बुखार का कारण बन सकता है। लोगों को सफाई रखने और किसी भी प्रकार के बुखार की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी जाएगी।

बैठक में एसीएमओ डॉ. राजेश कुमार, डीपीओ राजकपूर, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, के आलावा शिक्षा विभाग और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ डब्लूएचओ, यूनिसेफ और पाथ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

बहराइच: तीसरे दिन जारी घाघरा नदी में डूबी दो बालिकाओं की तलाश

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच जिले के तहसील मोतीपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़खड़िया के मोहरवा में मौजूद घाघरा नदी में बुधवार को जिउतिया पर्व को मनाते समय दो बालिकाएं घाघरा नदी की तेज धारा में बह गई थी जिनको ढूंढने के लिए लगातार तीसरे दिन दिन पीएससी, एन डी आर एफ, और एस एस बी की टीम और थाना सुजौली के पुलिस बल व क्षेत्रीय ग्रामीण के द्वारा बालिकाओं को ढूंढने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं।

पूरा मामला बहराइच जनपद के तहसील मोतीपुर अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र का है जहां पर बुधवार को जिउतिया पर्व मनाते समय स्नान करने के दौरान दो बालिकाएं घाघरा नदी के तेज धारा में बहने लगी जिनको बचाने की कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली ।

सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सीओ मिहिनपुरवा हीरालाल कनौजिया व तहसीलदार मोतीपुर ने भी घटना स्थल पर अपने दल बल के साथ आज तीसरे दिन भी डटे रहे थाना प्रभारी सुजौली हरीश सिंह ने बताया कि बालिकाओं को ढूंढने के प्रयास लगातार किया जा रहा है अभीतक पानी का बहाव तेज होने के कारण उनका पता नहीं लग पाया है ।

साथ ही सुबह से तेज बारिस हो रही है कटान भी जारी है वहीं गुरुवार को से ही कई टीम भी मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान पीएससी की टीम के साथ ग्राम प्रधान बड़खड़िया जयप्रकाश व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चहलवा प्रीतम निषाद भी बालिकाओं को ढूंढते नजर आए।

छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पिता ने शिक्षक पर लगाया लापरवाही का आरोप

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। नानपारा तहसील क्षेत्र में संचालित अवध बिहारी मेमोरियल स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा एक का छात्र बृहस्पतिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में घायल हो गया था। लखनऊ में उसकी मौत हो गई। पिता ने शिक्षक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं शिक्षक का कहना है कि बंदर ने ईंट फेंक दिया। जिससे छात्र घायल हुआ था।

कोतवाली नानपारा अंतर्गत साइनपुरवा गांव निवासी शादाब अली पुत्र इरशाद अली मटेरा क्षेत्र में संचालित अवध बिहारी मेमोरियल स्कूल में कक्षा एक का छात्र था। पिता इरशाद अली ने बताया कि बृहस्पतिवार को बेटा स्कूल पढ़ने के लिए गया था। दो घंटे बाद स्कूल के एक शिक्षक ने सूचना दिया कि बेटे को प्यास लगी तो वह पानी पीने के लिए बाहर निकला इसी दौरान एक बंदर ने बेटे पर ईंट फेंक दिया।

जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ में इलाज के दौरान देर रात को मौत हो गई। जिस पर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पिता का कहना है कि बंदर ईंट से कैसे हमला कर सकता है।।उसका कहना है कि शिक्षक की लापरवाही है। उसने थाने में तहरीर भी दी है। कोतवाल प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच की जाएगी।

वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिला सहभागी पंचायत विकास योजना/वार्षिक कार्ययोजना के सम्बन्ध में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत गाँव, स्वस्थ्य गाँव, बाल हितैषी गाँव, पर्याप्त जल युक्त गाँव, स्वच्छ एवं हरित गाँव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढाँचे वाला गाँव, सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित गाँव, सुशासन युक्त गाँव, महिला हितैषी गाँव की स्थापना के लिए वार्षिक कार्ययोजना तैयार की जानी है।

डीएम ने बताया कि पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार 02 अक्तूबर, 2024 से 31 जनवरी 2025 के मध्य सहभागी ग्राम पंचायत विकास योजना/वार्षिक कार्ययोजना (जीपी डीपी) के साथ-साथ 28 फरवरी 2025 तक क्षेत्र पंचायत विकास योजना (बीपीडीपी) तथा 31 मार्च 2025 तक जिला पंचायत विकास योजना (डीपीडीपी) को तैयार किया जाना है। डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार आकांक्षी जिले के विकास को मद्देनज़र रखते हुए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेन्द्र द्विवेदी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।