बरौनी-मुजफ्फरपुर एनएच फोरलेन निर्माण के लिए DPR तैयार

बेगूसराय से होकर गुजरने वाली वर्षों से लंबित बरौनी-मुजफ्फरपुर NH-122 फोरलेन निर्माण को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) और एलाइनमेंट फाइनल हो चुका है। इसका सबसे ज्यादा फायदा बेगूसराय को होगा।

NHAI की ओर से मुख्यालय को तीन हजार करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य करने का प्राक्कलन तैयार कर भेजा गया था। इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। अब एनएचएआई टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने में जुट गया है। इस 110 किलोमीटर लंबे फोरलेन को पूरा करने का लक्ष्य दो वर्ष का रखा गया है।

एनएचएआई सूत्रों ने बताया कि 2025 से काम शुरू होने की संभावना है। 2027 में इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित करने की बात चल रही है। संभावना है कि अंतिम रूप से इसी पर निर्णय लिया जाएगा। इस मार्ग में भूमि अधिग्रहण की विशेष समस्या नहीं है, क्योंकि पूर्व से विभाग की अपनी पर्याप्त जमीन एनएच में है। बेगूसराय एवं समस्तीपुर जिला में अधिग्रहण या अतिक्रमण की कोई विशेष समस्या नहीं है। मुजफ्फरपुर में दिघरा के समीप आंशिक रूप से अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए भी प्रस्ताव तैयार कर भेजा जा चुका है। जहां कुछ जगहों पर अतिक्रमण की समस्या है, इसे जिला प्रशासन और पुलिस की मदद से दूर किया जाएगा। NH-28 के इस बरौनी-मुजफ्फरपुर खंड को फोरलेन बनाने की कवायद करीब आठ वर्षों से चल रही थी। पिछले वर्ष जब इसका नंबर बदल कर NH-122 कर दिया गया था। तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि जल्द ही फोरलेन बनाने की कवायद शुरू होने वाली है। इसके बाद अब डीपीआर तैयार होने की जानकारी से लोगों में खुशी है।

विभागीय सूत्र बताते हैं कि जल्द ही टेंडर फाइनल कर एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। कि इस फोरलेन का निर्माण बरौनी जीरोमाइल दिनकर प्रतिमा से मुजफ्फरपुर के रामदयालु ओवरब्रिज के पूरब और कच्ची पक्की चौक से पहले तक किया जाएगा। इसमें अभी ओवरब्रिज को शामिल नहीं किया गया है। इस फोरलेन का निर्माण हो जाने से मुजफ्फरपुर से बेगूसराय और खगड़िया होते हुए पूर्णिया मात्र तीन घंटे में पहुंचा जा सकेगा। जबकि अभी टू लेन एनएच होने के कारण पांच घंटे से अधिक का समय लगता है। बरौनी से खगड़िया और खगड़िया से पूर्णिया तक फोरलेन का निर्माण चल रहा है।

बता दें कि मुजफ्फरपुर से बरौनी और बेगूसराय होते पूर्णिया तक फोरलेन सड़क बन जाने से सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल और सिक्किम जाना भी आसान हो जाएगा। इससे एक ओर व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा तो दूसरी ओर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के दृष्टिकोण से भी काफी फायदा होगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में पूर्व विधायक और मुखिया बेटे पर माफिया ने की फायरिंग

बेगूसराय में बेखौफ शराब माफिया ने आज दिनदहाड़े बीजेपी के पूर्व विधायक ललन कुंवर और उनके मुखिया पुत्र-सह-बीजेपी के पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनुराग प्रताप पर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने तीन राउंड फायरिंग की।

पूर्व विधायक के बॉडीगार्ड ने जवाबी कार्रवाई के लिए हथियार तानी तो बदमाश भाग गए। पिता-पुत्र की जान बाल-बाल बच गई। बताया जा रहा है कि गांव के ही नीरज सिंह का बेटा सौरभ कुमार शराब मामले में चार दिन पहले जेल से बाहर निकाला था।

आज सुबह उसने पूर्व विधायक ललन कुंवर के मुखिया पुत्र अनुराग प्रताप को फोन पर जान से मारने की धमकी दी। उसका कहना था कि तुम लोगों ने ही शराब पकड़वाया है, तुम्हारे कारण ही हम लोगों को जेल जाना पड़ा। इसका बदला तुमसे और तुम्हारे पिता से लेंगे। इतना सुनते ही अनुराग सौरभ के घर गया। बेटे को गुस्से में जाता देख पूर्व विधायक भी उसके पीछे गए। जिसके बाद सौरभ ने फायरिंग कर दी।

मुखिया अनुराग ने कहा कि फोन पर धमकी दी थी। आरोपी के घर उसकी मां से शिकायत करने गए थे। मां ने गलती भी मान ली। इसी दौरान शराब माफिया पहुंचा और फायरिंग कर दी। उसके साथ तीन अन्य लोग भी थे। सभी के पास हथियार था।

पूर्व विधायक ललन कुंवर ने बताया कि बेटे के साथ फोन पर गाली-गलौज की जा रही थी। जब मुखिया पुत्र बाइक से गया तो मैं भी पीछे-पीछे गया।

जहां शराब माफिया ने हम दोनों पर फायरिंग की। घटना राजनीतिक भी हो सकती है।

घटना की सूचना तेघड़ा थाना और डीएसपी को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

घटना स्थल पर पीसीसी सड़क बन रही है, जिसमें दो गोली के निशान मिले हैं।

एसपी मनीष ने बताया कि आज सूचना मिली कि पिढ़ौली काली स्थान के नजदीक पूर्व विधायक ललन कुंवर के बेटे और पंचायत के मुखिया कुंवर अनुराग प्रताप के ऊपर अपराधियों ने फायरिंग की है।

तेघड़ा डीएसपी और तेघड़ा थाना की पुलिस टीम ने काली स्थान के समीप पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल की।अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

गंगा सागर जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति की तीसरी आमसभा का आयोजन

बेगूसराय: जिला के बलिया मे शनिवार को गंगा सागर जीविका महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति की तीसरी आम सभा का आयोजन सीएलएफ के सभागार में किया गया। आम सभा का उद्घाटन समिति की बीओडी सदस्य शहाना खातून, गुलाबी देवी, बिंदु देवी, अमेरिका देवी, बेबी कुमारी, मेंटर सह प्रशिक्षण पदाधिकारी पंकज कुमार, बीपीएम राजीव कुमार रंजन सहित अन्य लोगों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मौके पर बेबी देवी, सीमा देवी, जोली कुमारी, सुलेना देवी आदि ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए जीविका से जुड़ाव के बाद आये सकारात्मक परिवर्तनों को रेखांकित किया।

विषय प्रवेश करते हुए पंकज कुमार ने आम सभा के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। आम सभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 के वार्षिक प्रतिवेदन एवं आगामी वर्ष 2024-25 के कार्यों की चर्चा की गयी एवं उसका अनुमोदन किया गया। इसके साथ ही वार्षिक अंकेक्षण को प्रस्तुत कर उसका अनुमोदन एवं अनुपालन पर चर्चा की गयी।

आम सभा में प्रबंधक संचार राजीव रंजन ने जीविका द्वारा आजीविका संवर्धन की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर विस्तार से चर्चा की, वहीं बीपीएम राजीव कुमार रंजन ने बलिया में जीविका की गतिविधि पर प्रकाश डाला। मौके पर श्रेष्ठ कैडरों, समूहों एवं ग्राम संगठनों को सम्मानित किया गया।

आयोजन की सफलता में विद्या सागर, अनुप्रिया, मीनाक्षी, सुंगंधा, भविष्य भारती, प्रेम, सएफराज, ललिता आदि कर्मी सक्रिय रहे। मंच संचालन सुमित एवं धन्यवाद ज्ञापन सुगंधा ने किया।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

लापता ई-रिक्शा चालक का खेत में मिला शव, 4 दिन से था लापता

बेगूसराय : जिले में 23 सितम्बर की शाम से लापता ई-रिक्शा चालक का शव आज मकई के खेत से बरामद हुई है। शव मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हनुमानगढ़ी बहियार से बरामद हुआ। मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के पोखरिया वार्ड नंबर-35 निवासी मोहम्मद इसराइल के पुत्र अमन उर्फ शाहिद (24) के रूप में की गई है।

बताया जा रहा है 23 सितम्बर की शाम ई-रिक्शा सहित लापता हो गया था। 24 सितम्बर को उसकी मां फिरोजा खातून ने नगर थाना में आवेदन दिया था। उसी दिन से पुलिस और परिजन खोजबीन कर रहे थे। आज हनुमानगढ़ी के कुछ लोग जब मकई के खेत में घास लाने गए थे तो शव पड़ा देखा। पुलिस को सूचना दी गई।

मृतक अमन के पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। वह ई-रिक्शा चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। 23 सितम्बर की शाम करीब 5:00 बजे नवाब चौक से सवारी लेकर अपनी ई-रिक्शा से गया था। उसके बाद घर वापस नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद 24 सितम्बर को परिजनों ने इसकी सूचना नगर थाना को दी थी।

पड़ोसियों ने बताया कि अमन उर्फ शाहिद के गले में गमछा लपेटे जाने का निशान है। पैर तोड़ा गया है। लग रहा है कि टॉर्चर करके मरा गया है। चेहरा गला हुआ है, उसका ई रिक्शा भी गायब है।

फिलहाल पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष फैयाज अहमद अंसारी और नगर थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार मामले की छानबीन कर रहे हैं। उसके बाद ही घटना के कारणों का खुलासा हो सकेगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को पाकिस्तान से जान से मारने की धमकी, मचा हड़कंप

बेगूसराय: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को आज शुक्रवार को जान से मारने की धमकी दी गई। यह धमकी उनके प्रतिनिधि रहे अमरेंद्र कुमार अमर को पाकिस्तान के नंबर से कॉल करके दी गई है।

अमरेंद्र कुमार को आज सुबह 11:28 बजे फोन आया था। इसके बाद उन्होंने बेगूसराय के डीएम और एसपी को इसकी लिखित शिकायत की है।

उन्होंने कहा कि 'फोन करने वाले ने केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और मुझे गालियां दीं। फिर कहा कि तुम दोनों का हश्र बुरा होगा। अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में गंगा में डूबे दो किशोरों का शव आज हुआ बरामद

बेगूसराय – जिले में बीते बुधवार के दोपहर गंगा नदी में डूबे दो किशोरों का शव आज घटनास्थल से करीब 100 सौ मीटर दूर बरामद कर लिया गया है। घटना चकिया थाना क्षेत्र के रुपनगर घाट के समीप गंगा वाया नदी की है। मृतक दोनों बच्चे की पहचान एफसीआई थाना क्षेत्र के बीहट नगर परिषद वार्ड-21 शिव स्थान निवासी भोला सिंह के पुत्र कन्हैया कुमार (14) व वार्ड-22 निवासी विजय जायसवाल के पुत्र ऋषभ कुमार (15) के रूप में की गई है।

रात में कई बार सूचना देने के बाद भी जब एसडीआरएफ की टीम सिमरिया से नहीं आई तो अनिल कुमार सहित अन्य गोताखोरों ने लाइट जलाकर खोजबीन शुरू की, लेकिन रात के कारण कुछ पता नहीं चल पाया है। आज सुबह में जब स्थानीय लोग गंगा स्नान करने जा रहे थे तो घटनास्थल से करीब 100 मीटर आगे झाड़ी में फंसा शव देखकर ग्रामीणों को सूचना दी। इसके बाद स्थानीय लोगों के प्रयास से दोनों शवों को निकाला गया।

लोगों में काफी आक्रोश भी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां से मात्र दो किलोमीटर दूर सिमरिया में एसडीआरएफ का कैंप है, लेकिन कई बार सूचना देने के बाद भी टीम नहीं आई। बताया जा रहा है कि दोनों किशोर कल दोपहर साइकिल लेकर घर से निकले थे, उसके बाद देर शाम तक वापस नहीं आए।

इधर, दोपहर 2:00 बजे से ही एक साइकिल और दो शर्ट-पेंट रूपनगर सिमरिया RBR चिमनी के सामने गंगा किनारे रखा मिला था। जिसकी सूचना देर शाम 112 को दे दी गई। इसके बाद कपड़ा, चप्पल और साइकिल का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। वायरल होने के बाद पता चला कि दोनों बच्चे बीहट नगर परिषद के रहने वाले हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में माले के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों का जोरदार प्रदर्शन, जिले को बाढ़-सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की सरकार से की मांग

बेगूसराय : जिले के बलिया अनुमंडल में बाढ़ पीड़ितों ने आज भाकपा-माले के नेतृत्व में एक व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। माले कार्यकर्ताओं और बाढ़ पीड़ितों ने बड़ी संख्या में स्टेशन रोड स्थित माले कार्यालय से मार्च निकाल अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन किया यह प्रदर्शन सरकार की उदासीनता और राहत कार्यों में घोर लापरवाही के खिलाफ आयोजित किया गया। भारी संख्या में एकत्र हुए लोगों ने राज्य की मोदी- नीतीश सरकार और स्थानीय सांसद को आड़े हाथों लिया, उनकी विफलता और जनविरोधी नीतियों को उजागर करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की।

बेगूसराय का बलिया प्रखंड का दियारा इलाका इस साल फिर से बाढ़ की मार झेल रहा है। बाढ़ के कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं, उनके घरों, खेतों और पशुओं का भारी नुकसान हुआ है। लोगों के पास न खाने का ठिकाना है और न ही सुरक्षित रहने की जगह। लेकिन इतने गंभीर संकट के बावजूद, राहत कार्यों में धीमी गति और प्रशासन की असंवेदनशीलता ने स्थिति को और भी विकट बना दिया है उक्त बाते माले के जिला सचिव दिवाकर प्रसाद ने बलिया अंचल कार्यालय पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा।

उन्होंने स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा की सामाजिक सौहार्द बिगड़ने में सबसे आगे रहने वाले स्थानीय सांसद बाढ़ पीड़ितों की समस्या को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है। सांसद की अनुपस्थिति और उनके द्वारा कोई ठोस पहल न करना जनता के प्रति उनकी उदासीनता को दर्शाता है।

बाढ़ राहत कार्यों में उनकी निष्क्रियता को लेकर अब जब लोगों में गहरा आक्रोश भड़क रहा है तब संसद महोदय प्रेस कान्फ्रेस कर बिहार सरकार से जिले को बाढ़ ग्रस्त इलाका घोषित करने की मांग करने का ढोंग कर रहे है जो हास्यास्पद है जब बिहार में उन्हीं की भाजपा - जदयू की डबल इंजन की सरकार चल रही है. इसमें मांग क्या और किससे करना? इसलिए स्थानीय संसद जनता को गुमराह करना और बेवकूफ समझना बंद करें और उनके जीवन यापन का पुख्ता इंतजाम करें.

इस मौके पर उन्होंने अंचलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा जिसमे जिले को बाढ़ एवं सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने, बाढ़ ग्रस्त इलाकों में तत्काल राहत सामग्री , पका पोष्टिक भोजन, पानी, दवाएं, बच्चों के लिए दूध,पशुओं के लिए चारे और शौचालय का इंतजाम करने , बाढ़ से क्षतिग्रस्त घरों और फसलों के लिए उचित मुआवजा देने, बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास करवाने, बाटेदार किसानों को पंजीकृत कर उन्हें सरकारी अनुदान देने, बाढ़ के बाद फैलने वाली बीमारी के रोकथाम के लिए पूरी तैयारी रखने की मांग की है।

साथ ही दिवाकर प्रसाद ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर तुरंत अमल नहीं किया गया, तो वे और भी व्यापक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। कहा कि हम बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़े हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। अगर सरकार और जनप्रतिनिधि समय रहते कदम नहीं उठाते हैं, तो उन्हें इसके गंभीर राजनीतिक परिणाम भुगतने होंगे।

इस प्रदर्शन और सभा की अध्यक्षता माले नेता इंद्रदेव राम ने किया इस सभा को आइसा नेता रजनीश कुमार, आरवाईए नेता संजय ठाकुर माले नेता अमरजीत पासवान सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में 24 घंटे में गंगा में विलीन 18 घर

बेगूसराय : जिले में गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से मटिहानी प्रखंड क्षेत्र के बलहपुर पंचायत स्थित सिंहपुर गांव में जिस तेजी से कटाव हो रहा है। 24 घंटे के भीतर 18 घर कटकर गंगा नदी में विलीन हो चुका है। जिससे लोगों की लाखों की क्षति हुई है।

गंगा का जलस्तर आज खतरा के निशान से 1.21 मीटर ऊपर है। लगातार बढ़ते जलस्तर के डर से लोगों ने छोटे बच्चों और महिलाओं को रिश्तेदार के यहां भेज दिया तो कुछ लोग बांध पर रहकर रात-रातभर जागकर पानी कम होने और घर और संपत्ति की सुरक्षा कर रहे हैं।

गंगा की उफनती धारा में बीते 24 घंटे में जितेन्द्र सिंह, अरविंद प्रसाद सिंह, अनंत कुमार, नवल किशोर सिंह, कमल किशोर सिंह, शैल देवी, रामकिशोर सिंह, रामाकांत सिंह, रामनिवास सिंह, देवेन्द्र सिंह, सुभाष कुमार सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, कर्मवीर सिंह, सुबोध सिंह, सीताराम सिंह, अभिनव सिंह, मन्नू कुमार एवं अंशु कुमार का घर कटकर गंगा नदी में विलीन हो गया है। जिससे हर ओर भय की स्थिति है।

पीड़ितों ने बताया कि जलस्तर बढ़ने से हमलोग नहीं सोचे थे कटाव हो जाएगा। अब कटाव करते-करते गंगा मैया गांव में आ गई है। यही स्थिति रही तो कुछ दिन में गांव विलीन हो जाएगा। 18-19 घर कट चुके हैं। 20 से 25 घर कटाव की जद में है, जो किसी भी समय धरासाई हो सकता है।

कुछ ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बगल से गंगा की उप धारा गुजरती है। उसके बगल में करीब 50 से 100 फीट तक अवैध तरीके से बालू का खनन कर लिया गया। गंगा नदी का जलस्तर जब बढ़ा तो अवैध खनन के कारण मुख्य धारा के पानी का सीधा अटैक हो गया। वहां पर कटाव निरोधक कार्य किया गया था लेकिन उसके बगल और ऊपर से ही जब कटाव शुरू हो गया तो घर धरासाई हो गए हैं।

इस संबंध में मटिहानी विधायक और विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक राजकुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही मैं मौके पर गया था। लोग घर से सामान निकाल चुके थे। ग्रामीण आशंकित थे कि घर गिर सकता है। वहां गंगा का प्रवाह काफी तेज है। गंगा की धारा घर से टकरा रही है, जिससे दिक्कत है। स्थायी बाढ़ निरोधक कार्य करने की आवश्यकता है। लहरें काफी तेज है। वहां पर 20-25 दिन से कटाव हो रहा था।

विधायक ने बताया कि जलस्तर कम होने से कटाव रुक गया था। लेकिन पानी काफी अधिक आ जाने से वहां खतरनाक हो गया है। हालांकि लोग दो दिन पहले ही रेस्क्यू हो चुके थे। पहले ही लोगों को घर से बाहर निकाल दिया गया था। लेकिन घर को बचाना संभव नहीं था, जिला प्रशासन ने भी स्थल निरीक्षण किया है। जो भी समुचित व्यवस्था होगी, वह किया जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में बुजुर्ग की हत्या का मामला: आंख में डाला एसिड,शव नदी किनारे मिला,जांच में जुटी पुलिस

बेगूसराय में बुजुर्ग की हत्या कर घर से 5 सौ मीटर दूर चंद्रभागा नदी किनारे शव फेंक दिया। आशंका जताई जा रही कि पहले उसके साथ मारपीट की गई, फिर एसिड से जला दिया गया। मृतक की पहचान स्व. रायबहादुर महतो के पुत्र फूलो महतो (60) के रूप में की गई है।

परिजनों ने कहा सुबह तीन-चार लोग बुलाने आए थे। जिसके बाद फूलो महतो दिन भर गायब रहे। शाम में एक महिला ने कहा कि उनकी लाश नदी किनारे पड़ी है। लाश काफी बुरी स्थिति में पड़ी थी। जगह-जगह जले के निशान थे। आंख में एसिड डाला गया है। घटना बखरी थाना क्षेत्र के सुग्गा गांव की है।

मृतका के बहू ने कहा कि छह महीने से पांच कट्ठा जमीन के लिए विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में चल रहा है। इसी को लेकर हत्या हुई है। जिससे जमीन विवाद है। वो भी बुलाने आया था, पर वो दरवाजे तक नहीं आया। वो मंदिर के पास खड़ा था।

बड़े ही बेरहमी से उनकी हत्या की गई है। आंख को भी पूरी तरह से जलाकर डैमेज कर दिया है।

ग्रामीणों ने कहा कि परिजनों ने पहले लाश को घर लाया, फिर स्थानीय स्तर पर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया। जब समझौता नहीं हुआ तब देर रात पुलिस को सूचना दी गई। बखरी थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।

बखरी थानाध्यक्ष विकास कुमार राय ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। सभी पहलुओं पर अनुसंधान चल रहा है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में जाति पूछने वालों पर राज्यपाल ने किया कटाक्ष

बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जाति पूछने वालों पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि आज जाति पर राजनीति हो रही है। राजनीति में जाति पूछी जा रही है। महाभारत में कर्ण से भरी सभा में जाति पूछा गया था, जिसपर दिनकर ने रश्मिरथी में लिखा है- जाति पूछने वाले जगत में शर्माते नहीं हैं।

सोमवार को राज्यपाल बेगूसराय के सिमरिया उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित रामधारी सिंह दिनकर की 116वीं जयंती समारोह में पहुंचे थे।

राज्यपाल ने कहा कि दिनकर ने सभी भाव को काव्य का रूप दिया, जो समाज सुधार का संदेश देता है। राष्ट्र भाव और प्रेम के साथ ही श्रृंगार का दर्शन कराती है। आज शेक्सपियर का नाम लिया जाता है। लेकिन, उनका नाम लेने वालों से पूछना चाहिए कि क्या आपने दिनकर को पढ़ा है। हम सबको दिनकर पर गर्व है, क्योंकि उनके जैसी कविता किसी की नहीं है।

दिनकर ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को सीख दिया है। आज तक किसी ने नहीं कहा कि दिनकर का लेखन निचले स्तर का था। संस्कृति के 4 अध्याय में उन्होंने देश की संस्कृति के सभी आयामों को सामने रखा। दिनकर की कविता और काव्य से लगता है कि उनमें देवी शक्ति रही होगी। तभी उन्होंने सच लिखा।

दिनकर के काव्य का डिजिटलाइजेशन किया जाए। गूगल शेक्सपियर के बारे में बहुत बातें बताता है। अगर दिनकर की रचनाओं का डिजिटलाइजेशन हो जाएगा तो दुनिया और जानेगी। वह हमारे प्रेरणापूंज थे। उनके गांव को बेहतर बनाना होगा। सिमरिया मॉडल गांव बने। गांव आने पर लोगों को लगे कि हर घर में दिनकर हैं।

राज्यपाल ने डीएम से कहा कि योजना बनाकर गांव को विकसित करें। उनका काव्य हर घर में होना चाहिए। राष्ट्र-भक्ति से बढ़कर कुछ नहीं होता है। दिनकर को राष्ट्र कवि नहीं, बल्कि विश्व कवि के रूप में स्थापित करने की जरूरत है। उनकी सभी रचनाओं का डिजिटलाइजेशन करने के लिए डीएम, सांसद और विधायक मिलकर काम करें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि दिनकर कवि और साहित्यकार ही नहीं, भविष्यवक्ता भी थे। उन्होंने लिखा था एक हाथ में कमल लिए दूसरे हाथ धर्म दीप्त विज्ञान। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक हाथ में कमल लेकर और दूसरे हाथ में धर्मदीप्त विज्ञान थामे हुए हैं। देश को आगे बढ़ा रहे हैं। दिनकर की बातें आज सच हो रही है। कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि दिनकर को आत्मसात करने की जरूरत है। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्र कवि दिनकर स्मृति विकास समिति के कृष्ण कुमार शर्मा, संचालन राजेश कुमार ने किया।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट