मोहम्मद मुइज्जू के बदले सुर, बोले-मालदीव में इंडिया आउट मेरी पॉलिसी नहीं
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मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में भारत के द्विपक्षीय दौरे पर आएंगे। वह 6 से 10 अक्टूबर के बीच भारत में रहेंगे। भारत दौरे पर आने से पहले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। मुइज्जू ने कहा है कि उन्होंने कभी भी 'इंडिया आउट' नीति का पालन नहीं किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भारतीय सैनिकों को मालदीव छोड़ने का आदेश दिया क्योंकि विदेशी सेना की मौजूदगी गंभीर समस्या है और उनके देश के लोग विदेशी सैनिक अपनी जमीन पर नहीं चाहते हैं।
मुइज्जू ने मालदीव के समाचार पोर्टल adhadhu.com से बातचीत में कहा, 'हम कभी भी किसी एक देश के खिलाफ नहीं रहे हैं। हमने कभी इंडिया आउट की बात नहीं की लेकिन ये बात है कि मालदीव के लोग अपनी जमीन एक भी विदेशी सैनिक नहीं चाहते और इस भावना का हमने सम्मान किया। मोहम्मद मुइज्जू इस समय संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका में हैं।
मुइज्जू ने यह भी कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गलत कमेंट करने वाले अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की। नरेंद्र मोदी पर मालदीव के कुछ नेताओं की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए मुइज्जू ने जोर देकर कहा कि किसी को भी ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए। मैं इस तरह किसी का भी अपमान स्वीकार नहीं करूंगा, हर इंसान की एक प्रतिष्ठा होती है।
भारत के साथ तनाव के बाद उत्पन्न हुए हालात के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के अब होश ठिकाने आते दिख रहे हैं। उन्हें यह बात समझ आ गई कि भारत के बिना उनके देश का काम नहीं चल सकता। मुज्जू के भारत दौरे को द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू ने अपने देश की निर्भरता भारत पर कम करने का प्रयास किया, जिसके कारण दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई थी। मुइज्जू की सरकार ने मालदीव में तैनात 85 भारतीय सैन्य कर्मियों को हटाने की मांग की और भारत के साथ 2019 में किए गए संयुक्त हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण समझौते को समाप्त करने का निर्णय लिया, जिससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध और भी खराब हो गए।
Sep 28 2024, 11:23