तिरुपति लड्डू विवाद: जगन मोहन रेड्डी को पुलिस का नोटिस,तिरुपति का दौरा रद्द

विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में दिए जाने वाले लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिलाने से जुड़े विवाद के बीच आंध्र प्रदेश की सियासत लगातार गरमाती जा रही है. प्रसादम में मिलावट के आरोपों के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी आज शुक्रवार शाम तिरुमाला जाने वाले थे, लेकिन अब जानकारी आ रही है कि उनका दौरा रद्द हो गया है.

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSRCP प्रमुख जगनमोहन रेड्डी को बिना अनुमति तिरुपति आने के लिए मना किया गया है. पुलिस ने उनको नोटिस भेजा है और कहा कि आप बिना अनुमति तिरुपति में अपना कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते,

इससे तनाव बढ़ सकता है. पूर्व सीएम की शनिवार को भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करने की योजना थी.

पार्टी के नेताओं को भी नोटिस भेजी थी पुलिस

हालांकि, जगन मोहन रेड्डी के भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दर्शन के लिए जाने से पहले जिला पुलिस की ओर से उनकी पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को आज शुक्रवार को नोटिस जारी कर कहा गया है कि वे पुलिस अधिनियम की धारा 30 का उल्लंघन न करें. अब पुलिस ने सीधे पूर्व मुख्यमंत्री को नोटिस भेजा है.

दूसरी ओर राज्य में एनडीए गठबंधन सरकार के कई नेता और हिंदुत्व समर्थक जगन रेड्डी को तिरुमाला में एंट्री करने को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. जगन मोहन रेड्डी के 2 दिवसीय तिरुमाला दौरे के कार्यक्रम के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री आज शाम चार बजे विजयवाड़ा एयरपोर्ट से रेनिगुंटा के लिए रवाना होने वाले थे. फिर वहां से वह तिरुमाला जाने वाले थे.

सोशल मीडिया पर एकजुटता दिखाने का प्रयास

इस बीच सोशल मीडिया पर YSRCP के कार्यकर्ताओं से पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए तिरुपति में कुछ जगहों पर पहुंचने को कहा जा रहा है. यही वजह है कि पुलिस की ओर से पार्टी के कई नेताओं को नोटिस जारी करना पड़ा.

सत्तापक्ष ने आस्था स्पष्ट करने की रखी थी मांग

दूसरी ओर, जगन मोहन रेड्डी के संभावित दर्शन को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए इस मांग पर अड़ा था कि पूर्व मुख्यमंत्री को मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपनी आस्था स्पष्ट करनी चाहिए. नियम के अनुसार, भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने के लिए प्रसिद्ध मंदिर में आने वाले गैर-हिंदुओं और विदेशियों को उनके प्रति अपनी आस्था स्पष्ट करनी होती है. गठबंधन के नेताओं का कहना था कि मंदिर में दर्शन से पहले जगन मोहन रेड्डी को डिक्लेरेशन देना होगा

अमित शाह का अंबाला में एलान: पीएम किसान योजना और आयुष्मान भारत में बड़े बदलाव

गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा की धरती से बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर हरियाणा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनती है तो पीएम किसान की राशि को 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया जाएगा। इसी तरह आयुष्मान भारत स्कीम को लेकर कहा गया है कि बीमा को 5 लाख से बढ़ातर 10 लाख किया जाएगा।

ऐसे में अगर उस राशि को ही बढ़ा दिया जाएगा, इसका सीधा असर किसानों की आमदनी पर पड़ेगा। जानकार मानते हैं कि यह बीजेपी का एक मास्टर स्ट्रोक भी साबित हो सकता था। हरियाणा में किसानों का एक वर्ग पार्टी से नाराज चल रहा है, तीन कृषि कानून वाले आंदोलन के बाद से ही चुनौती और ज्यादा बढ़ी है। ऐसे में उन्हीं किसानों को खुश करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने यह बड़ा ऐलान कर दिया है।

बीजेपी का हरियाणा वाला संकल्प पत्र

इसी तरह वर्तमान में आयुष्मान भारत का लाभ भी कई लोगों को मिल रहा है। इसे भी मोदी सरकार की एक बड़ी स्कीम के तौर पर देखा जाता है। अब अगर इसका दायरा भी बढ़ा दिया जाएगा, जमीन पर व्यापक असर देखने को मिल सकता है। वैसे हरियाणा चुनाव को लेकर बीजेपी का जो संकल्प पत्र सामने आया है, उसमें भी बड़े ऐलान किए गए हैं। इस लिस्ट में सभी महिलाओं को ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ के तहत प्रतिमाह ₹2,100 वित्तिय सहायता प्रदान करने की बात है। इसी तरह गांवों के 50 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने का वादा है।

तेलंगाना में एक शख्स ने अपनी दिवंगत पत्नी के लिए कुछ ऐसा किया की जो आपकी भी आंखों से आ जाएंगे आंसू ,जाने

कोरोना काल में इस शख्स की बीवी की मौत हो गई थी. पत्नी की मौत का सदमा पति बर्दाश्त न कर पाया. उसने फिर अपनी ही पत्नी की मूर्तियां बनवाईं और घर में रखवा दीं. पत्नी की पेंटिंग्स भी घर की दीवारों पर बनवाई. ऐसा इसलिए किया ताकि उसे हरपल ये एहसास होता रहे कि उसकी बीवी वहीं उसके आस-पास है.

मामला कोठागुडेम के मेडाराबस्ती इलाके का है. कोंडले वेंकटेश्वरलु की पत्नी अरुणा (50) की 2021 में कोरोना से मृत्यु हो गई थी. अरुणा के पति उनकी मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके. वो दिन रात अपनी पत्नी को याद करके रोते रहते. लेकिन जो इंसान एक बार इस दुनिया से चला जाता है, वो कभी भी लौटकर नहीं आता. ये बात वेंकटेश्वरलु खुद भी जानते थे. लेकिन वो चाहते थे कि बीवी हमेशा उनके पास रहे.

मूर्ति बनवाने का आइडिया आया

इसके लिए उनके दिमाग में एक आइडिया आया. वेंकटेश्वरलु ने सोचा कि क्यों न मैं घर की दीवारों पर अरुणा की पेंटिंग्स बनवा दूं. ऐसा उन्होंने किया भी. लेकिन पेंटिंग से ऐसा नहीं लगता था कि अरुणा उनके पास हैं. इसलिए वेंकटेश्वरलु को एक और आइडिया आया. उन्होंने सोचा कि क्यों न मैं अरुणा की मूर्तियां बनवाऊं. उन्हें घर के हर कोने में रखवा दूंगा. ताकि मुझे हरपल यही एहसास हो कि अरुणा मेरे पास ही है.

कोलकाता से बनवाई मूर्तियां

आइडिया आते ही उन्होंने कोलकाता में मूर्ति बनाने वालों से कॉन्टेक्ट किया. करीब तीन फीट ऊंची और दो फीट चौड़ी दो फाइबर की मूर्तियां उन्होंने बनवाईं. फिर उन्हें घर के एंट्री गेट पर पस्थापित करवा दिया. वेंकटेश्वरलु रोज यहां अपनी पत्नी की प्रतिमाओं पर फूल अर्पण करते हैं. उनका और भी मूर्तियां इसी तरह बनवाने का प्लान है. जल्द ही वो और भी मूर्तियां बनवाएंगे और घर में रखवाएंगे.

महाराष्ट्र पुलिस ने बांग्लादेशी पोर्न स्टार रिया बर्डे को किया गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों के साथ भारत में रहने का आरोप

बांग्लादेश की एक पोर्न अभिनेत्री को महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया गया है. यहां की ठाणे क्राइम ब्रांच ने रिया उर्फ आरोही को उनके पूरे परिवार के साथ गिरफ्तार किया है. रिया एक बांग्लादेशी पोर्न स्टार हैं और महाराष्ट्र में हिंदू बनकर अपने परिवार के साथ रह रही थी.

पोर्न और सी ग्रेड स्टार रिया बर्डे, जिन्हें बन्ना शेख और आरोही बर्डे के नाम से भी इंडस्ट्री में जाना जाता है. अब वह सलाखों के पीछे हैं. उल्हासनगर में ठाणे क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार किया. फिर स्थानीय हिल लाइन पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 468, 479, 34 और 14 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पूरे परिवार का फर्जी दस्तावेज

बांग्लादेशी अभिनेत्री रिया पर आरोप है कि वह मूल रूप से बांग्लादेशी है. वह फर्जी दस्तावेज बनवाकर अपनी मां, भाई और बहन के साथ भारत में अवैध रूप से रह रही थी.

यही नहीं बांग्लादेशी होने के बावजूद भारतीय कागजात बनाने के लिए रिया की मां ने अमरावती के एक शख्स से शादी भी की थी. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में रिया के अलावा उसकी मां अंजली बर्डे उर्फ रूबी शेख, पिता अरविंद बर्डे, बहन रितू उर्फ मोनी शेख और भाई रविंद्र उर्फ रियाज शेख को भी आरोपी बनाया है.

मां का पश्चिम बंगाल का होने का दावा

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रेस नोट में बताया कि, गिरफ्तार रिया कई प्रोडक्शन हाउस से जुड़ी हुई थी और उसने कई सी ग्रेड फिल्मों में भी काम किया है. वह अपने आरोही नाम से इंडस्ट्री में जानी जाती है. पूरे मामले की जांच करने वाले पुलिस सब-इंस्पेक्टर संग्राम मालकर ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला कि रिया की मां अंजलि मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है. वह अपनी दो बेटियों रिया और एक बेटे के साथ भारत में अवैध रूप से रह रही थी.

उन्होंने बताया, “रिया की मां ने खुद को पश्चिम बंगाल से होने का दावा करते हुए अमरावती निवासी अरविंद बर्डे से शादी भी की. बाद में खुद और अपने बच्चों के लिए फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट और अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाकर भारतीय पासपोर्ट तक बनवा लिया, ताकि वह अपनी भारतीय पहचान साबित कर सके.”

रिया के दोस्त ने किया मामले का खुलासा

पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि रिया की मां और पिता दोनों फिलहाल कतर में रह रहे हैं. पुलिस ने बताया कि रिया को पहले भी मुंबई पुलिस ने वेश्यावृत्ति से जुड़े एक मामले में अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था.

यह मामला तब पुलिस के सामने आया जब रिया के दोस्त प्रशांत मिश्रा को पता चला कि वह मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है और देश में अवैध रूप से रह रही है. उन्होंने पुलिस में इस मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने उसके दस्तावेजों की जांच की और पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश किया.

पितृ पक्ष के दौरान अगर आपके सपनों में पूर्वजों के आने के संकेत, जानें क्या है इसका अर्थ और महत्व!

पितृ पक्ष 2024 चल रहा है. 27 सितंबर 2024 को श्राद्ध का दसवां दिन है. इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन हिंदू पंचांग के दसवें दिन होता है. ऐसा माना जाता है कि 16 दिनों के इस पितृ पक्ष के दौरान अगर सच्चे मन से अपने पूर्वजों को याद करें और पिंडदान करें, तो इसका फायदा मिलता है. इससे पूर्वजों की कृपा बरसती है और उनका आशीर्वाद मिलता है. आपके पूर्वज आपसे खुश हैं कि नहीं ये अगर पता करना है तो इसका संकेत आपके सपने से जुड़ा हो सकता है. कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान अगर आपके पूर्वज सपनों में आ रहे हैं तो और कुछ इशारा कर रहे हैं या कह रहे हैं तो ये इस बात से जुड़ा हो सकता है कि वे आपसे खुश हैं या फिर दुखी.

अगर आपके पूर्वज सपने में आशीर्वाद दे रहे हों

कहते हैं कि माता-पिता के आशीर्वाद से बड़ा कोई पुण्य कमाना नहीं होता. उनका आशीर्वाद और कृपा इंसान के लिए एक कवच की तरह होती है. ऐसे में अगर पितृ पक्ष की तरह आपके पूर्वज सपने में आ रहे हों और आशीर्वाद दे रहे हों तो इसका मतलब होता है कि वे आपपर महरबान हैं और जो भी काम आप करने जा रहे हैं उसमें आपको आपार सफलता मिलेगी. इसके अलावा आपके जीवन में आने वाले समय में धन का आगमन हो सकता है.

अगर सपने में आपके पूर्वज शांत हों

अगर सपने में आपके पूर्वज शांत बैठे हों तो ये भी शुभ संकेत माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि वे आपको आशीर्वाद दे रहे हैं और आपको निकट भविष्य में कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है. ये शुभ समाचार धन प्राप्ति हो सकती है. संतान सुख भी हो सकता है. या फिर कोई बड़ी खुशखबरी आपके जीवन में दस्कत दे सकती है.

अगर सपने में आपके पूर्वज हंस रहे हों

अगर सपने में आपके पूर्वज हंसते हुए नजर आएं तो इसका भी बहुत मतलब होता है. ये एक शुभ संकेत माना जाता है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि आपके पूर्वज आपसे खुश हैं और उनकी कृपा आपपर बनी हुई है. वे आपको आशीर्वाद दे रहे हैं और आगे भविष्य में आपको कोई गुड न्यूज मिल सकती है. ये खुशखबरी नौकरी में आपकी तरक्की से जुड़ी हो सकती है. इसके अलावा ये खुशखबरी धन लाभ का भी संकेत हो सकती है.

देवरा पार्ट 2: जूनियर एनटीआर के फैन्स को बड़ा झटका! शूटिंग में हो सकती है लंबी देरी

Junior NTR के फैन्स को जिस घड़ी का इंतजार था, वो फाइनली आ गई है. इस साल की मच अवेटेड फिल्म Devara सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है. जूनियर एनटीआर के अपोजिट जान्हवी कपूर नजर आ रही हैं. वहीं सैफ अली खान विलेन बनकर भौकाल काट रहे हैं. फिल्म को प्री-बुकिंग से भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि फिल्म ओपनिंग डे पर 100 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर सकती है. यह फिल्म दो पार्ट में आएगी. ‘देवरा’ को लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. इस बीच फैन्स को निराश करने वाली खबर सामने आ गई है.

RRR की सफलता के बाद यह जूनियर एनटीआर की अगली फिल्म है. पिक्चर को लेकर लंबे वक्त से तगड़ा बज बना हुआ है. इस फिल्म को कोरताला शिवा डायरेक्ट कर रहे हैं. उन्होंने एक साल के अंदर ही फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी. फिल्म में काफी तगड़े VFX देखने को मिल रहे हैं. इसी बीच Cinejosh पर एक रिपोर्ट सामने आई. इंटरव्यू के दौरान डायरेक्टर ने कहा कि अगर एक्टर्स को दूसरे प्रोजेक्ट्स से वक्त नहीं मिला, तो दूसरे पार्ट की शूटिंग में देरी होगी. साथ ही एक और फिल्म में काम करने की इच्छा जाहिर की है.

देवरा पार्ट 2’ बनने में कितना वक्त लगेगा?

हाल ही में कोरताला शिवा ने बताया था कि Devara पार्ट 2 के दो एपिसोड पहले ही शूट कर लिए गए हैं. जिन हिस्सों को उन्हीं सेम सेट पर शूट किया जाना था, वो टीम के साथ कंप्लीट कर चुके हैं. वहीं पहले पार्ट के एक्सपीरियंस के साथ वो 6-8 महीने में दूसरे इंस्टॉलमेंट की शूटिंग खत्म कर सकते हैं. फिल्म की रिलीज के बाद वो जूनियर एनटीआर के साथ बैठकर सीक्वल के शूटिंग शेड्यूल की चर्चा करेंगे. पर जिस तरह से डायरेक्टर ने जानकारी दी है, वो देखकर साफ पता लगता है कि इसमें अभी वक्त लगेगा.

दरअसल जूनियर एनटीआर के पास ‘देवरा’ के अलावा दो बड़े प्रोजेक्ट्स हैं. जल्द वो ऋतिक रोशन की War 2 में दिखाई देंगे. वहीं प्रशांत नील के साथ एक फिल्म कर रहे हैं, जिसका टाइटल- ड्रैगन बताया जा रहा है. वहीं सैफ अली खान के खाते में भी पहले से ही कई प्रोजेक्ट्स हैं. वो कई फिल्मों के लिए अपनी डेट्स भी दे चुके हैं. बात रही जान्हवी कपूर की तो वो इस वक्त ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ पर काम कर रही हैं. इसके बाद वो दूसरी फिल्मों का काम खत्म करेंगी. कुल मिलाकर आने वाले एक साल में भी देवरा पार्ट 2 पर काम होगा या नहीं, कहा नहीं जा सकता. तो यह फैन्स के लिए झटका ही है क्योंकि उन्हें अब लंबा इंतजार करना होगा.

भारत की समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी: नौसेना में शामिल होंगे 7 नए युद्धपोत और एक पनडुब्बी

भारतीय नौसेना के बेड़े में जल्द ही 7 नए युद्धपोत और एक पनडुब्बी शामिल होने जा रही है. यह भारत की ओर से अपनी समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. भारतीय नौसेना को अगले चार महीनों के भीतर 7 युद्धपोत और एक पनडुब्बी मिल जाएगी. इससे नौसेना की निगरानी शक्ति भी बढ़ेगी, जिससे समुद्र में दुश्मन की हर हरकत पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी.

नौसेना को जल्द ही एक सर्वे पोत और डाइविंग सपोर्ट पोत भी मिलेगा. इनमें से एक जहाज रूस में बन रहा है, जबकि बाकी भारतीय शिपयार्ड में बने हैं. ये सभी नवंबर तक नौसेना में शामिल हो सकते हैं. यानी हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की नौसेना को मजबूत करने के लिए नौसेना के बेड़े में इजाफा किया जाएगा. फिलहाल ये परीक्षण के अलग-अलग चरणों में हैं.

स्वदेशी ब्रह्मास्त्र ब्रह्मोस मिसाइल से रहेगा लैस

इन जहाजों में विध्वंसक, फ्रिगेट, सर्वेक्षक जहाज और पनडुब्बी शामिल हैं. ये सभी अत्याधुनिक संचार साधनों और हथियारों से लैस हैं. सूत्रों के मुताबिक रूस में बन रहा तलवार क्लास का तीसरे बैच का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट नवंबर तक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा. इसका वजन 3600 टन से ज्यादा है. इसमें 180 नौसैनिक 9000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकते हैं.

यह फ्रिगेट स्वदेशी ब्रह्मास्त्र “ब्रह्मोस मिसाइल” से लैस है. इस साल के अंत तक विशाखापत्तनम श्रेणी का चौथा और आखिरी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा. इस विध्वंसक का वजन 7400 टन है और यह ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है, जो लंबी दूरी की मिसाइल हैं. इसमें 32 बराक मिसाइलें भी हैं जो 100 किलोमीटर तक वार कर सकती हैं.

इसके साथ ही दुश्मन की पनडुब्बियों से निपटने के लिए रॉकेट और टॉरपीडो भी हैं. इसमें दो हेलीकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं. यह बेहतरीन संचार साधनों और रडार से लैस है. इसमें 300 नौसैनिकों के साथ 45 दिनों तक समुद्र में रहने की क्षमता है और यह एक बार में 15000 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है. दूसरा बड़ा युद्धपोत नीलगिरी श्रेणी का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी है.

मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी नवंबर में नौसेना में शामिल होगी

मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी का वजन 6670 टन है. यह 8 लंबी दूरी की ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है, जिनका इस्तेमाल दुश्मन के जहाजों या ज़मीनी ठिकानों पर किया जा सकता है. यह बराक मिसाइलों, रॉकेट और टॉरपीडो से भी लैस है. दुश्मन की पनडुब्बियों को निशाना बनाने वाला यह पहला माहे क्लास का पनडुब्बी रोधी युद्धपोत है, जिसे नवंबर में नौसेना में शामिल किया जाएगा.

यह तट के पास उथले पानी में पनडुब्बियों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. यह टॉरपीडो के साथ-साथ आधुनिक सोनार सिस्टम से लैस है. कलवरी क्लास की छठी और आखिरी पनडुब्बी नवंबर में नौसेना में शामिल होगी. इसमें 43 नौसैनिक बैठ सकते हैं और यह पनडुब्बी 50 दिनों तक पानी के अंदर रह सकती है. यह पनडुब्बी एक बार में 12,000 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है.

सोने की लूट: केरल के त्रिशूर में नेशनल हाइवे पर कार का पीछा कर डकैतों ने लूटा 2.5 किलो सोना

अपराधी चोरी-डकैती के लिए रोज नए-नए हथकंडे अपनाते हैं. दक्षिण भारत के केरल में फिल्मी स्टाइल में एक डकैती हुई जिसमें डकैत नेशनल हाइवे पर योजनाबद्ध तरीके से कार का पीछा करते हैं

और जब संकरा रास्ता आता है तो उससे पहले ही अपनी गाड़ी खड़ी कर उसे रुकने के लिए मजबूर कर देते हैं. फिर बीच हाइवे पर ही 2.5 किलो सोना लूट लेते हैं. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

केरल के त्रिशूर जिले में पेची इलाके के पास एक नेशनल हाइवे पर हुई डकैती का डैशकैम वीडियो वायरल हुआ है. घटना के बारे में पुलिस ने कहा कि 12 लोगों के एक गैंग ने काफी देर तक एक कार का पीछा किया और फिर उस कार के आगे जाकर रुकते हुए 2 लोगों को अगवा कर लिया. उन लोगों के पास मौजूद 2.5 किलो सोने के जेवर भी ले गए. इस जेवर की कीमत करीब 2 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

संकरे रास्ते के पास रोकी गई गाड़ी

लूटपाट की यह घटना तब हुई, जब ​​हाइवे पर एक फ्लाईओवर के बगल में निर्माण कार्य की वजह से रास्ता बेहद संकरा था, इस बीच आगे चल रही कम से कम तीन कारों ने उस लक्षित गाड़ी को रोक दिया.

एसयूवी में 2 लोग सवार थे और उसे उसे तीनों कारों ने घेर लिया. इस वजह से हाइवे पर चल रही अन्य गाड़ियां भी रूक गईं.

इस बीच उन तीनों कारों से कई लोग बाहर निकले और दोनों व्यक्तियों का अपहरण कर लिया. उनके पास मौजूद 2.5 किलो का सोना लेकर चलते बने. संकरा रास्ता होने की वजह से आसपास में भी कई अन्य गाड़ियां लग गईं जिससे रास्ता बाधित हो गया. पूरी घटना का वीडियो एक कार में लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गया.

लूटपाट के अलावा मारपीट भी की

घटना के बारे में समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि पुलिस ने कहा कि लूटपाट से जुड़ी इस घटना को लेकर बुधवार को एक शिकायत मिली थी. शिकायत के बाद मामले में कार्रवाई करते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई. दर्ज एफआईआर के अनुसार, यह घटना 25 सितंबर को हुई थी.

लूटपाट के बाद दो लोगों (अरुण सनी और रोजी थॉमस) को गैंग के लोगों ने अपहरण कर लिया गया.

एफआईआर में दर्ज शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि डकैतों ने उन्हें पीटा और उनके पास मौजूद 1.84 करोड़ रुपये की ज्वेलरी भी लूट ली. हालांकि बाद में दोनों को छोड़ दिया गया. पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं.

मुंबई की हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में अक्सर धमकी भरे मेल, फोन और खत आते रहते हैं. इस बार एक और धमकी भरा फोन आया, जिसमें सुप्रसिद्ध हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. फोन करने वाले ने दरगाह ट्रस्ट के ऑफिस में कॉल किया, जिसमें उसने धमकी देते हुए कहा कि हाजी अली दरगाह में बम रखा गया है.

दरगाह को तुरंत गिरा दो. जानकारी के मुताबिक, ये धमकी भरा कॉल एक दिन पहले यानि कि बुधवार की शाम करीब पांच बजे आया था. ट्रस्ट वालों ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस थाने को दी, जिसके बाद पुलिस और बम स्क्वायड टीम ने मौके पर पहुंचकर कर जांच-पड़ताल की.

गुरुवार को मुंबई पुलिस की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया कि हाजी अली दरगाह ट्रस्ट के ऑफिस में बीते बुधवार की शाम करीब 5 बजे एक कॉल आया, जिसमें मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. कॉल करने वाले ने खुद को पवन बताया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.

साथ ही दरगाह के बारे में विवादित बयान दिया. हाजी अली दरगाह के प्रशासनिक अधिकारी ने इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में की. पुलिस स्टेशन अधिकारी और बम स्क्वायड टीम ने दरगाह पहुंचकर जांच की, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. फिलहाल ताड़देव पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

2 साल पहले भी मिली थी धमकी

यह पहली बार नहीं है जब हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी मिली हो. 2022 में भी एक बार दहगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. तब धमकी भरा कॉल मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम के पास आया था. कॉल करने वाले आरोपी ने कहा था कि 17 आतंकी दरगाह को उड़ाने वाले हैं.

इसके बाद ही उसने तुरंत फोन को कट कर ऑफ कर लिया था. हालांकि मुंबई पुलिस आरोपी की कॉल ट्रेस कर उसके पास पहुंची, लेकिन पता चला कि वह तो मानसिक रोगी है.

सभी धर्म के लोग जाते हैं दरगाह पर

हाजी अली दरगाह मुंबई के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है. यहां सभी धर्मों के लोग समान रूप से आते हैं. हाजी अली दरगाह भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है, जो लाला लाजपतराय मार्ग से दूर अरब सागर के बीच में मुंबई तटरेखा से लगभग 500 गज की दूरी पर स्थित है. हाजी अली दरगाह मुस्लिम सूफी संत पीर हाजी अली शाह बुखारी की कब्र वाला परिसर है. मकबरे के साथ-साथ हाजी अली में एक मस्जिद भी है. यह स्मारक लंबे समय से मुंबई के तटों की रखवाली कर रहा है.

चाइनीज लहसुन का खतरा: इलाहाबाद हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

चाइनीज लहसुन ने लोगों की चिंता बढ़ा रखी है. लहसुन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में तस्कर चीन से लहसुन ला रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा है. इसी महीने यूपी में चाइनीज लहसुन पकड़ा भी गया था. अब चाइनीज लहसुन का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंच गया है.

हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में चाइनीज लहसुन के खिलाफ जनहित याचिका डाली गई है. गुरुवार को अधिवक्ता कोर्ट रूम में जज के सामने देसी और चाइनीज लहसुन लेकर पहुंचे. इस लहसुन से होने वाली बीमारियों और इस पर लगी रोक को लेकर हाई कोर्ट के अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने जनहित याचिका दायर की है.

कोर्ट में मंगवाया गया चीनी और देसी लहसुन

याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने चीनी लहसुन और देसी लहसुन को कोर्ट में मंगवाया. अधिवक्ता मोतीलाल यादव लहसुन लेकर कोर्ट पहुंचे. लहसुन को चेक किया गया. अब इसको लेकर शुक्रवार को यूपी के फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ को कोर्ट द्वारा तलब किया गया है. फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ कल कोर्ट में दोनों तरह के लहसुन की जांच करेंगे.

2014 में इस पर लगा दिया था बैन

इसके बाद कोर्ट को इनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे. इस मामले में जानकारी देते हुए अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने बताया कि 2014 में चीनी लहसुन से होने वाली बीमारी और खतरों को देखते हुए इस पर बैन लगा दिया था. इस समय देश में यह लहसुन बेचा जा रहा है. इस संबंध में जनहित याचिका दायर की है. इस पर कोर्ट ने देसी और चाइनीज लहसुन को कोर्ट में मंगवाया था. जज ने अब कल संबंधित अधिकारियों को तलब किया है. अब वो इसकी जांच करेंगे.

मुनाफा कमाने के लिए तस्कर बेच रहे हैं ‘जहर’

इस महीने यूपी में कस्टम विभाग ने 16 टन चाइनीज लहसुन जब्त किया था. इसके बाद लहसुन को जांच के लिए लैब में भेजा गया था. सैंपलिंग फेल होने पर विभाग ने इसको नष्ट करवा दिया था. लहसुन में फंगस मिला था. देश में इन दिनों लहसुन काफी महंगा है. इसको देखते हुए ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए तस्कर चीन से लहसुन मंगा रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंचाया जा रहा है.