मुंबई की हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में अक्सर धमकी भरे मेल, फोन और खत आते रहते हैं. इस बार एक और धमकी भरा फोन आया, जिसमें सुप्रसिद्ध हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. फोन करने वाले ने दरगाह ट्रस्ट के ऑफिस में कॉल किया, जिसमें उसने धमकी देते हुए कहा कि हाजी अली दरगाह में बम रखा गया है.

दरगाह को तुरंत गिरा दो. जानकारी के मुताबिक, ये धमकी भरा कॉल एक दिन पहले यानि कि बुधवार की शाम करीब पांच बजे आया था. ट्रस्ट वालों ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस थाने को दी, जिसके बाद पुलिस और बम स्क्वायड टीम ने मौके पर पहुंचकर कर जांच-पड़ताल की.

गुरुवार को मुंबई पुलिस की तरफ से जारी किए गए बयान में बताया गया कि हाजी अली दरगाह ट्रस्ट के ऑफिस में बीते बुधवार की शाम करीब 5 बजे एक कॉल आया, जिसमें मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. कॉल करने वाले ने खुद को पवन बताया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.

साथ ही दरगाह के बारे में विवादित बयान दिया. हाजी अली दरगाह के प्रशासनिक अधिकारी ने इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में की. पुलिस स्टेशन अधिकारी और बम स्क्वायड टीम ने दरगाह पहुंचकर जांच की, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. फिलहाल ताड़देव पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

2 साल पहले भी मिली थी धमकी

यह पहली बार नहीं है जब हाजी अली दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी मिली हो. 2022 में भी एक बार दहगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. तब धमकी भरा कॉल मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम के पास आया था. कॉल करने वाले आरोपी ने कहा था कि 17 आतंकी दरगाह को उड़ाने वाले हैं.

इसके बाद ही उसने तुरंत फोन को कट कर ऑफ कर लिया था. हालांकि मुंबई पुलिस आरोपी की कॉल ट्रेस कर उसके पास पहुंची, लेकिन पता चला कि वह तो मानसिक रोगी है.

सभी धर्म के लोग जाते हैं दरगाह पर

हाजी अली दरगाह मुंबई के सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है. यहां सभी धर्मों के लोग समान रूप से आते हैं. हाजी अली दरगाह भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है, जो लाला लाजपतराय मार्ग से दूर अरब सागर के बीच में मुंबई तटरेखा से लगभग 500 गज की दूरी पर स्थित है. हाजी अली दरगाह मुस्लिम सूफी संत पीर हाजी अली शाह बुखारी की कब्र वाला परिसर है. मकबरे के साथ-साथ हाजी अली में एक मस्जिद भी है. यह स्मारक लंबे समय से मुंबई के तटों की रखवाली कर रहा है.

चाइनीज लहसुन का खतरा: इलाहाबाद हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

चाइनीज लहसुन ने लोगों की चिंता बढ़ा रखी है. लहसुन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में तस्कर चीन से लहसुन ला रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा है. इसी महीने यूपी में चाइनीज लहसुन पकड़ा भी गया था. अब चाइनीज लहसुन का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंच गया है.

हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में चाइनीज लहसुन के खिलाफ जनहित याचिका डाली गई है. गुरुवार को अधिवक्ता कोर्ट रूम में जज के सामने देसी और चाइनीज लहसुन लेकर पहुंचे. इस लहसुन से होने वाली बीमारियों और इस पर लगी रोक को लेकर हाई कोर्ट के अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने जनहित याचिका दायर की है.

कोर्ट में मंगवाया गया चीनी और देसी लहसुन

याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने चीनी लहसुन और देसी लहसुन को कोर्ट में मंगवाया. अधिवक्ता मोतीलाल यादव लहसुन लेकर कोर्ट पहुंचे. लहसुन को चेक किया गया. अब इसको लेकर शुक्रवार को यूपी के फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ को कोर्ट द्वारा तलब किया गया है. फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के चीफ कल कोर्ट में दोनों तरह के लहसुन की जांच करेंगे.

2014 में इस पर लगा दिया था बैन

इसके बाद कोर्ट को इनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे. इस मामले में जानकारी देते हुए अधिवक्ता मोतीलाल यादव ने बताया कि 2014 में चीनी लहसुन से होने वाली बीमारी और खतरों को देखते हुए इस पर बैन लगा दिया था. इस समय देश में यह लहसुन बेचा जा रहा है. इस संबंध में जनहित याचिका दायर की है. इस पर कोर्ट ने देसी और चाइनीज लहसुन को कोर्ट में मंगवाया था. जज ने अब कल संबंधित अधिकारियों को तलब किया है. अब वो इसकी जांच करेंगे.

मुनाफा कमाने के लिए तस्कर बेच रहे हैं ‘जहर’

इस महीने यूपी में कस्टम विभाग ने 16 टन चाइनीज लहसुन जब्त किया था. इसके बाद लहसुन को जांच के लिए लैब में भेजा गया था. सैंपलिंग फेल होने पर विभाग ने इसको नष्ट करवा दिया था. लहसुन में फंगस मिला था. देश में इन दिनों लहसुन काफी महंगा है. इसको देखते हुए ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए तस्कर चीन से लहसुन मंगा रहे हैं. ये लहसुन नेपाल के रास्ते भारत पहुंचाया जा रहा है.

ऑनलाइन शॉपिंग में ठगी से बचने के लिए क्या न करें, जानें आम गलतियों से बचने के तरीके

ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं इससे समय और पैसों दोनों की बचत हो जाती है. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर आने वाली सेल काफी बेनिफिट देकर जाती हैं. लेकिन कई बार ये सेल भारी नुकसान भी करा देती हैं. कई लोग ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान ठगी का शिकार हो जाते हैं. इस कई तरह के फ्रॉड और अलग-अलग तरीकें शामिल हैं, जिन्हें स्कैमर आजमाता है और आप से पैसों की ठगी करता है. इस सब से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

डिलीवरी के दौरान फ्रॉड से बचें

ये गलती कई बार आप भी करते हैं, जब आप शॉपिंग करते हैं तो जो प्रोडक्ट आपको पसंद आया उसे सलेक्ट कर के डायरेक्ट पेमेंट के ऑप्शन पर चले जाते हैं और ऑर्डर कर देते हैं. इसमें आप कुछ ऐसी चीजें करना भूल जाते हैं जो जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए था. इसमें सबसे पहला ऑप्शन ओपन बॉक्स डिलीवरी है जिसे आपको हमेशा याद से इनेबल करना चाहिए.

ओपन बॉक्स डिलीवरी में जब भी आपका प्रोडक्ट डिलीवर होगा तो आप उसी के सामने ऑनबॉक्सिंग वीडियो बनाते है. इससे अगर सामान डैमेज होता है तो वापिस करने में आसानी होती है.

जब तक आप सेटिस्फाई नहीं होते हैं तब तक डिलीवरी पर्सन वहां से नहीं जाता है. इसके अलावा रिटर्न पॉलिसी को ध्यान से पढ़ें और उस ऑप्शन पर भी क्लिक करें.

मीशो पर रिटर्न ऑप्शन के साथ कुछ पैसे ज्यादा देने होते हैं, अगर किसी भी प्लेटफॉर्म पर ये फीस लगती भी है तो देने में बुराई नहीं क्योंकि भारी नुकसान उठाने से बेहतर है कि आप कुछ पैसे पहले ही ज्यादा दे दें. इससे आपको प्रोडक्ट खराब निकलने पर रिटर्न करने का मौका मिलता है, ध्यान दें कि रिटर्न ऑप्शन के लिए फीस सब प्लेटफॉर्म पर नहीं लगती है.

फोन खरीदते टाइम रखें ध्यान

ज्यादातर लोग अमेजन-फ्लिपकार्ट की सेल का इंतजार स्मार्टफोन खरीदने के लिए करते हैं. सेल में कई प्रीमियम स्मार्टफोन लगभग आधी कीमत में मिल जाते हैं. ऐसे में कई बार जल्दबाजी में नुकसान हो जाता है. हमेशा फोन या कोई भी डिवाइस खरीदते टाइम उनके रिव्यू वीडियो और कंपेरजन वाली वीडियो जरूर देखें. फोन के स्पेसिफिकेशन रैम, स्टोरेज, कैमरा क्वालिटी, प्रोसेसर, बैटरी और कैमरा जैसे फीचर चेक करें. अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर डिस्काउंट और ऑफर्स कंपेयर करें, जहां ज्यादा बेनिफिट मिल रहा हो वहां से खरीदें. फोन की अनबॉक्सिंग करते टाइम उसका वीडियो जरूर बनाए.

डॉ. मनमोहन सिंह का 92वां जन्मदिन पर पीएम मोदी ने फोन कर दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह को उनके जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फोन किया. उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह का हालचाल पूछा. उनकी सेहत के बारे में जाना. इससे पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ए्क्स पर उनको जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं.

पीएम मोदी ने लिखा- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन की बधाई. मैं प्रार्थना करता हूं कि उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन मिले.

मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ

8 फरवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में डॉ. मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की थी. पूर्व प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 के खिलाफ वोट देने के लिए व्हीलचेयर पर संसद आए थे. तब पीएम मोदी ने कहा था कि वो किस दल को मजबूती देने आए हैं, ये मायने नहीं रखता बल्कि व्हीलचेयर पर उनका संसद आना और मतदान में हिस्सा लेना लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है.

देश की इकोनोमी में योगदान

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 में हुआ था. लिहाजा आज मनमोहन सिंह 92 साल के हो गए. पीएम मोदी के साथ ही अनेक राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनको बधाई और शुभकामनाएं दी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ-साथ कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उनको बधाई दी.

उन्होंने कहा देश के विकास में मनमोहन सिंह जी का बड़ा योगदान है. हमारे देश के भविष्य को आकार देने में आपकी विनम्रता, बुद्धिमत्ता और नि:स्वार्थ सेवा मुझे और लाखों भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी.

आर्थिक सुधारों के वास्तुकार

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 2004 और 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए वन और यूपीए टू के शासन के दौरान देश के प्रधानमंत्री थे. वह 1991-96 के दौरान पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री थे. उन्होंने वित्त मंत्री रहते देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए एक युगांतकारी प्रयास किया था. उनको देश के आर्थिक सुधारों का वास्तुकार कहा जाता है. राजनीति में आने से पहले मनमोहन सिंह 1985 से 1987 तक योजना आयोग के प्रमुख थे. उससे पहले 1982 से 1985 तक आरबीआई के गवर्नर भी रहे. उनको बैंकिंग सेक्टर में भी सुधार का श्रेय दिया जाता है.

यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को झटका: टोल टैक्स में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी, जानें क्या होंगी नई दरें

यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को अब पहले से ज्यादा टोल टैक्स देना होगा. टोल टैक्स में 4 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. ये फैसला यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की गुरुवार को 82वीं बैठक में लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि नई दरें 1 अक्टूबर से लागू होंगी. यमुना एक्सप्रेसवे को ताज एक्सप्रेसवे के नाम से भी जाना जाता है. ढाई साल बाद टोल प्लाजा की दरें बढ़ाई गई हैं.

2022 और 2023 की दरों में 4 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. इससे पहले 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी. नियम के अनुसार, हर साल दरें बढ़ाई जाती हैं. अब बढ़ाई गई दरें शासन के अनुमोदन के बाद लागू कर दी जाएंगी. इस एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का किसानों को 64 प्रतिशत का मुआवजा नहीं दिया जा सका था.

प्रति किलोमीटर की दर से टोल टैक्स

दोपहिया और तीन पहिया वाहन: अब 1 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल चुकाना होगा. इन वाहनों से अभी तक 1 रुपया 25 पैसे की दर से टोल लिया जा रहा था.

कार और जीप जैसे हल्के चार पहिया यात्री वाहन: टोल दरें 2 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 2 रुपये 95 पैसे प्रति किलोमीटर कर दी गई हैं.

हल्के कमर्शियल वाहन: अब 4 रुपये 60 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जाएगा. पहले यह दर 4 रुपये 15 पैसे प्रति किलोमीटर थी.

बस और ट्रक: अब 9 रुपये 35 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाएगा. पहले 8 रुपये 45 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल लिया जा रहा था.

निर्माण कार्यों में इस्तेमाल होने वाले भारी वाहन और मल्टी-एक्सल वाहन: इन वाहनों पर टोल दर बढ़ाकर 14 रुपये 25 पैसे प्रति किलोमीटर कर दी गई है. पहले 12 रुपये 90 पैसे प्रति किलोमीटर था.

बड़े आकार वाले वाहन (7 या उससे अधिक एक्सल वाले): 18 रुपये 35 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से टोल वसूला जाएगा. पहले इनसे 16 रुपये 60 की दर से टोल वसूला जाता था.

किसानों को मिलेगा बचा हुआ मुआवजा

अब बढ़ाई गई दरों से मिलने वाली रकम से किसानों को उनका बचा हुआ मुआवजा भी दिया जाएगा. ये जानकारी यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने दी है. किसानों के बकाया पैसे का मुद्दा लंबे समय से चला आ रहा है. इसको लेकर विवाद भी रहा है. बैठक में यमुना सिटी का विकास कैसे हो इस पर भी चर्चा हुई. यमुना सिटी को आधुनिक, स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की योजना है. इस परियोजना में सरकार विकास के साथ ही रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने पर काम कर रही है.

विधानसभा में केजरीवाल का बीजेपी पर हमला: बीजेपी सत्ता में आने के लिए दिल्ली की जनता को कर रही है परेशान

दिल्ली विधानसभा के सत्र की गुरुवार से शुरुआत हो गई है. सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल का सदन में ये पहला दिन है. सदन में उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. कहा, मुझे जेल भेजने के पीछे बीजेपी का मकसद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को बदनाम करना था. ये लोग 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर हैं. इसलिए यहां की जनता को परेशान करके सत्ता में आना चाहते हैं.

अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रगुजार हूं. ईश्वर और देश के करोड़ों लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं.मैं हमेशा कहता हूं मोदी जी बहुत ताकतवर हैं. उनके पास अथाह पैसा है लेकिन मोदी जी भगवान नहीं हैं. मैं आज मुख्यमंत्री आतिशी के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक रोड का इंस्पेक्शन करने गया था. मुझे बताया गया कि पहले वहां की सड़कें बहुत अच्छी थीं जो अब खराब हैं. मुझे उम्मीद है कि सड़कें ठीक होंगी.

मैंने बीजेपी के एक नेता से पूछा कि गिरफ्तार करके क्या मिला?

आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने सदन बड़ा दावा किया. उन्होंने तीन चार दिन पहले मैं बीजेपी के एक बड़े नेता से मिला और उनसे पूछा कि मुझे गिरफ्तार करके क्या मिला. उन्होंने कहा कि आपके पीछे दिल्ली को ठप कर दिया.मैं सोच में पड़ गया कि दिल्ली के दो करोड़ लोगों के कामों को रोककर कामों को ठप्प करके कोई कैसे खुश हो सकता है?

केजरीवाल ने कहा कि27 साल से बीजेपी दिल्ली की सत्ता से बाहर है. लोग इन्हें वोट नहीं देते. इसी बात के लिए लोगों को परेशान कर रहे हैं. अरे आपके पास केंद्र सरकार है. मनीष सिसोदिया ने 700 स्कूल बनाए. 500 मोहल्ला क्लिनिक बनाए, आप 7000 बना दो. दिल्ली सरकार को बदनाम करके वोट लेना चाहते हो? जनता सब समझती है वो बेवकूफ नहीं है. जनता चुप रहती है और मतदान के दिन बोलती है.

अब मैं वापस आ गया हूं और लोगों के सारे काम करूंगा

‘आप’ नेता ने कहा कि दिल्ली बीजेपी के नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार से 5000 करोड़ रुपये लाकर दिल्ली के काम कर दो. मेरे पीछे (जेल जाने के बाद) दिल्ली की सड़कों की रिपेयरिंग रोक दी, काम रोक दिया. अब मैं वापस आ गया हूं और लोगों के सारे काम करूंगा.

स्पीकर साहब, विपक्ष के लोगों को तीर्थयात्रा पर भेजो

अरविंद केजरीवाल ने कहा, मेरे जेल जाने के बाद बस मार्शल हटा दिए. पेंशन बंद करवा दी गई. तीर्थयात्रा बंद करवा दी गई. आप (बीजेपी) लोग भी तीर्थयात्रा करके आए. कभी थोड़ा भगवान के सामने हाथ जोड़कर शांति से सोचा करो कि क्या कर रहे हो. स्पीकर साहब, विपक्ष के लोगों को तीर्थयात्रा पर भेजो.

दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि केजरीवाल कुछ भी हो सकता है लेकिन बेईमान नहीं हो सकता है. ये केजरीवाल को बेईमान साबित करना चाहते थे. ये सबको जेल में डाल देते हैं. मैं चैलेंज करता हूं कि दो लोगों को तुम्हारी पार्टी से जेल में डाल दिया ना तो तुम्हारी पार्टी भी टूट जाएगी. हमारे तो 5 नेताओं को जेल में डाला फिर भी हमारी पार्टी नहीं टूटी.

अब जनता तय करेगी कि कौन चोर है

केजरीवाल ने कहा कि आरएसएस वाले नहीं कहते कि केजरीवाल भ्रष्ट है. मेरे जेल जाने से दिल्ली के 2 करोड़ लोगों का नुकसान हुआ है. थोड़ा भगवान से डरो, मैनें जेल में गीता और रामायण बहुत पढ़ी. अब जनता तय करेगी कि कौन चोर है. सौरभ भारद्वाज बता रहा था कि मेरे जेल जाने के बाद पेड़ भी काटे गए.

उन्होंने कहा कि लोगों के सामने साफ है कि केजरीवाल कट्टर ईमानदार है. हमारी पार्टी के सभी बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया लेकिन हम नहीं टूटे. ये लोग चाहते थे कि मुझे जमानत न मिले. मगर, सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी. जमानत मिलने के बाद मैंने इस्तीफा दे दिया, जबकि किसी ने इस्तीफा मांगा भी नहीं था.

केजरीवाल ने कहा, ये (बीजेपी) कहते हैं कि जेल जाने से नुकसान हुआ. जेल जाने से अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का नहीं दिल्ली का नुकसान हुआ. अब दिल्ली की जनता जवाब देगी कि किसको चुनना है. जब इतिहास लिखा जाएगा तो बीजेपी के कारनामे भी लिखे जाएंगे और हमारे भी.

जीवन में ऐसे 3 मौके आए जब मैंने इस्तीफा दिया

केजरीवाल ने कहा, मेरे जीवन में ऐसे तीन मौके आए जब मैंने इस्तीफा दिया. 2006 में आयकर विभाग की नौकरी से इस्तीफा दिया. 2013 में जब हम सत्ता में आए तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया. मुझे कुर्सी का लालच नहीं है. अब फिर से बिना मांगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. मुझे RSS के एक नेता मिले. उन्होंने बताया कि 75 साल का नियम लागू रहेगा लेकिन वो (पीएम मोदी) मान नहीं रहे हैं. सत्ता छोड़ा इतना आसान नहीं है.

दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि 75 साल पर रिटायरमेंट का रूल बनाया. आडवाणी जी से लेकर कई नेताओं को रिटायर कर दिया. जब खुद की बारी आई तो कहते हैं कि उन पर ये लागू नहीं होता. आज जब RSS के कार्यकर्ता घर-घर जाते हैं तो उनसे ये सवाल पूछा जाता है. मैं यही कहूंगा कि दिल्ली बहुत खूबसूरत है. हम सबको मिलकर इसको बनाना है. बस काम नहीं रोकना, चुनाव के टाइम पर ही राजनीति करनी है.

नरेंद्र मोदी का वंतिका अग्रवाल को उपहार: 9 साल की उम्र में मिली थी प्रेरणा, अब बन गई इंटरनेशनल मास्टर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारत के शतरंज ओलंपियाड के स्वर्ण पदक विजेताओं से मुलाकात की. इसमें महिला ग्रैंडमास्टर वंतिका अग्रवाल भी थीं.

पीएम से मिलकर वंतिका ने प्रसन्नता जाहिर की और सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ-साथ एक पुरानी तस्वीर भी साझा की. तब वंतिका महज नौ साल की थी और नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. वंतिका ने स्वामी विवेकानंद महिला शतरंज महोत्सव में 3,500 महिला खिलाड़ियों के साथ भाग लिया था

वाकया साल 2012 का है. वंतिका अग्रवाल ने अपने वीडियो में कहा कि तब मोदी जी से मिलकर उसे आगे देश के लिए चेस खेलने की प्रेरणा मिली. वंतिका ने बताया कि उन्होंने तब कहा था कि शतरंज केवल पुरुषों का खेल नहीं है.

वंतिका ने कहा उनके प्रोत्साहन ने ही उसे आज भारत के लिए और अधिक पदक जीतने के लिए प्रेरित किया है.

वंतिका अग्रवाल ने पीएम मोदी को बचपन में उनके हाथों सम्मानित किए जाने की यह तस्वीर उपहार में दी. वंतिका ने हैरानी जताई कि पीएम मोदी को उसका जन्मदिन भी याद है. आज वंतिका को भारत के लिए महिला ग्रैंडमास्टर और इंटरनेशनल मास्टर का FIDE खिताब हासिल है. हाल ही में वंतिका ने बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता है.

बुलंदशहर में बेटे ने की पिता की चाकू गोदकर कर दी हत्या, बाइक की चाबी को लेकर हुई थी कहासुनी

बाइक की चाबी न देने से नाराज किशोर ने बुधवार रात हेड कांस्टेबल पिता के सीने में चाकू से कई वार कर हत्या कर दी। हेड कांस्टेबल पावर कॉरपोरेशन के बुलंदशहर विजिलेंस थाने में तैनात थे। पुलिस ने आरोपी पुत्र को हिरासत में लेकर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया।

कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित यमुनापुरम कालोनी में रहने वाले 48 वर्षीय प्रवीण कुमार यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल थे, फिलहाल उनकी तैनाती पावर कॉरपोरेशन के विजिलेंस थाने में थी। उनकी पत्नी सविता खुर्जा क्षेत्र के जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका हैं। उनका 15 वर्षीय इकलौता पुत्र एक नामी स्कूल में हाईस्कूल का छात्र है।

पुलिस के अनुसार बुधवार शाम आरोपी पुत्र ने बाइक की चाबी मांगी और प्रवीण के मना करने पर नाराज हो गया। इसके बाद उसने सब्जी काटने वाला चाकू उठाकर पिता के सीने पर ताबड़तोड़ कई वार किए। सीने में चाकू लगने से प्रवीण गंभीर रूप से घायल हो गए।

मोहल्ले के लोगों की मदद से घायल हेड कांस्टेबल को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया।

आरोपी पुत्र पुलिस हिरासत में

पुलिस ने आरोपी नाबालिग पुत्र को हिरासत में लेते हुए चाकू बरामद कर लिया है। कोतवाली देहात प्रभारी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लिया गया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

नाबालिग पुत्र ने बाइक की चाबी न देने के विवाद में हेड कांस्टेबल पिता की सीने में चाकू मारकर हत्या को अंजाम दिया है। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है, तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

केजरीवाल का दिल्ली वासियों को संदेश: चिंता न करें, मैं आ गया हूं और सभी समस्याएं का जल्द होगी हल

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और AAP नेता मनीष सिसोदिया ने दिल्ली विश्वविद्यालय की

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं दिल्ली के लोगों से कहना चाहता हूं कि चिंता न करें, मैं आ गया हूं और हम सभी लंबित काम शुरू करेंगे.

अभी हम दिल्ली विश्वविद्यालय में खड़े हैं. यहां की सड़क टूटी हुई है. मैंने मुख्यमंत्री आतिशी से बात की है, इसे तुरंत ठीक किया जाएगा. दिल्ली की अन्य सड़कों की भी मरम्मत की जाएगी."

आप के राष्ट्रीय संयोजक ने यह बयान दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय की सड़क की स्थिति का निरीक्षण करने के बाद दिया.

मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए नवरात्रि में घर ले आएं ये शुभ चीजें, जीवन में होगी सुख-समृद्धि

हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व माना जाता है. ये पर्व मां दुर्गा को समर्पित होता है. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है. यह पर्व 9 दिनों तक चलता है. इस पर्व के 9 दिन मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों को समर्पित है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है. इन नौ दिनों में, भक्त उपवास रखते हैं, मंदिरों में जाते हैं और मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना करते हैं.

दुर्गा अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन किया जाता है, इसी के साथ ही नवरात्रि पर्व का समापन हो जाता है और अगले दिन दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के दौरान कुछ विशेष चीजों को घर लाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं. इसलिए नवरात्रि के दौरान इन चीजों को घर जरूर लाना चाहिए. आइए जानते हैं ये खास चीजें कौन सी हैं.

कब है शारदीय नवरात्रि 2024?

वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 3 अक्टूबर की सुबह 12 बजकर 19 मिनट से होगा, और इसका समापन अगले दिन 4 अक्टूबर की सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार से आरंभ होंगी और इस पर्व का समापन 12 अक्टूबर 2024, दिन शनिवार को होगा.

नवरात्रि के दौरान घर लाएं ये खास चीजें

मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर

नवरात्रि में मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर घर में लाना बहुत शुभ माना जाता है. लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें की लक्ष्मी माता की ऐसी तस्वीर या मूर्ति को ही घर लाएं जिसमें वे कमल के आसन पर विराजमान हों और उनके हाथों से धन वर्षा हो रही हो. इस तस्वीर को घर के मंदिर या पूजा स्थल में स्थापित करें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में धन का आगमन होता है.

चांदी का सिक्का

नवरात्रि के दिनों में चांदी का सिक्का घर लाना भी बहुत शुभ माना जाता है. लेकिन सिक्के पर गणेश जी या मां लक्ष्मी की प्रतिमा बनी हो, ऐसा सिक्का ज्यादा शुभ माना जाता है. इस सिक्के को घर के मंदिर या पूजा स्थल में रखें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में धन की वृद्धि होती है.

श्रृंगार का सामान

नवरात्रि में श्रृंगार का सामान जैसे चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, मेहंदी आदि घर लाना भी बहुत शुभ माना जाता है. इन चीजों को मां दुर्गा को अर्पित कर पूजा स्थल में रखें. मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास और खुशहाली आती है.

कमल का फूल

मां लक्ष्मी को कमल का फूल बेहद प्रिय होता है. इसलिए नवरात्रि के दौरान घर मे कमल का फूल लाएं और मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान उनको अर्पित करें.

तुलसी का पौधा

नवरात्रि के दौरान तुलसी का पौधा घर में लगाना भी बहुत अच्छा माना जाता है. मान्यता है कि नवरात्रि में तुलसी का नया पौधा घर लाकर लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. तुलसी के पौधे की नियमित पूजा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और घर मे सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है.

नवग्रह यंत्र"

नवरात्रि के दौरान घर मे नवग्रह यंत्र को घर में स्थापित करने से सभी ग्रहों का शुभ प्रभाव पड़ता है और घर में सुख-समृद्धि आती है.

स्वास्तिक

स्वास्तिक का चिन्ह बेहद शुभ माना जाता है. नवरात्रि के दौरान इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

नोट :-- इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है.