वंदे भारत में लैपटॉप चुराने वाला निकला लव जिहाद का मास्टर माइंड...दो दर्जन लड़कियों को टारगेट करने का हुआ बड़ा खुलासा


डेस्क: मैं सेना में मेजर हूं, नाम हर्षित चौधरी है मुझे आप पसंद हो, मुझसे शादी करोगी? तुम्हारी हर एक ख्वाहिश पूरी करूंगा, यह कहकर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले मोहम्मद शहबाज एक दो नहीं करीब 24 लड़कियों को अपना शिकार बनाया। गुजरात के अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की पुलिस ने लव जिहाद के इस बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने करीब तीन साल में उसने 24 लड़कियों को अपना शिकार बनाया। रेलवे पुलिस ने आरोपी को वंदे भारत ट्रेन में लैपटॉप चोरी के आरोप में पकड़ा था लेकिन लव जिहाद का मास्टर माइंड निकला। पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज और आईडी कार्ड भी बरामद किए हैं।

रेलवे पुलिस के अनुसार लव जिहाद का मास्टरमाइंड मोहम्मद शहबाज अलीगढ़ के मौलाना आजाद नगर का रहने वाला है। पुलिस मामले की जांच के लिए आरोपी को अलीगढ़ ले गई। वहां उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासबुक के अलावा अन्य दस्तावेज बरामद हुए। इसके साथ ही कई लोगों के बयान लिए गए। मोहम्मद शहबाज के पीएनबी अकाउंट से करोड़ों के ट्रांजेक्शन सामने आए हैं। अहमदाबाद रेलवे पुलिस के अनुसार आरोपी ने हर्षित चौधरी नाम से अपना पहचान पत्र बनवा रखा था और खुद को आर्मी में मेजर बताता था। उसके पास से सेना का एक आई कार्ड एवं अन्य कागजात भी बरामद हुए हैं। फर्जी कागजातों से शहबाज़ ट्रेन और हवाई यात्राएं करता था।

रेलवे पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी के पिता सेना से रिटायर्ड हैं। ऐसे में उसने इस गोरखधंधे के लिए सेना की पहचान का इस्तेमाल किया। यह सामने आया है कि आरोपी का भाई एयरफोर्स में है। रेलवे पुलिस के अनुसार वंदे भारत में लगे सीसीटीवी फुटेज से पुलिस मोहम्मद शहबाज की सीट का नंबर निकाला। साथ ही रिजर्वेशन चार्ट खंगाला। इसके बाद पूरी डिटेल मिली, पता चला कि जिस सीट पर आरोपी बैठा था, वो हर्षित चौधरी के नाम से बुक थी। रिजर्वेशन चार्ट में पड़े मोबाइल नंबर से आरोपी की लोकेशन दिल्ली में मिली। इस पर गुजरात पुलिस दिल्ली पहुंची और आरोपी को दबोच लिया।

रेलवे पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा तो उसने हर्षित चौधरी नाम बताया, कहने लगा कि राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है। उसने कहा कि वह सेना में अधिकारी है। उसने कोई कोई चोरी नहीं की। पुलिस के पहले यकीन हो गया लेकिन जब दावा झूठा निकला तो पुलिस ने फिर उस शिकंजा कस दिया। पुलिस को पूछताछ के दौरान ही आरोपी पर शक हो रहा था, इसके चलते उसका बायोमेट्रिक आधार कार्ड निकलवाया। तो उस पर आरोपी के पास से मौजूद आधार कार्ड से अलग फोटो लगा हुआ मिला।

इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि यह आधार और पैन कार्ड उसने फर्जी तरीके से बनवाए हैं। यह आधार कार्ड और पैन कार्ड भरतपुर निवासी हर्षित चौधरी के हैं। जिस पर उसने अलीगढ़ के कंप्यूटर सेंटर पर एडिट करके अपना फोटो लगवा लिया था। पूछताछ में उसने अपना असली नाम मोहम्मद शहबाज निवासी जमालपुर थाना सिविल लाइन अलीगढ़ बताया।

अहमदाबाद रेलवे पुलिस ने जांच के दौरान जब आरोपी का मोबाइल तलाश तो हैरान रह गई। आरोपी के मोबाइल में 24 अलग-अलग लड़कियों के फोटो और वीडियो मिले। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह नाम बदलकर और खुद को सेना का अफसर बताता था। हिंदू लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था। इसके बाद शादी करके या फिर शादी का झांसा देकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता है। फिर उन्हीं लड़कियों से पैसे भी वसूलता। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अब तक करीब दो दर्जन लड़कियों को जाल में फंसा चुका है।


आरोपी मोहम्मद शहबाज सोशल मीडिया और मेट्रिमोनियल साइटों का इस्तेमाल कर नौकरीपेशा लड़कियों को फंसाता था। अहमदाबाद भी वह एक ऐसी ही लड़की के परिवार से मिलने आया था। यहां उस परिवार से मिलने के बाद वह दिल्ली जाने के लिए वंदे भारत ट्रेन में चढ़ गया। इसी दौरान उसने बैग चोरी की घटना को अंजाम दिया। अगर ट्रेन में सीसीटीवी न होता, तो जाहिर तौर पर वह उस लड़की को भी अपना शिकार बना लेता, जिसके परिवार से मिलकर वापस लौट रहा था।

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि मोहम्मद शहबाज 2015 में कुछ समय के लिए सेना में भर्ती होने के बाद रहा है। बाद में उसे बर्खास्त कर दिया था। उसके खिलाफ अनुशात्मक कार्रवाई की गई थी। पश्चिम रेलवे के एसपी बलराम मीणा ने कहा कि छोटी सी चोरी की जांच करते हुए इस मामले का खुलासा हुआ। यह भी सामने आया है कि यह डेटिंग एप के जरिए लड़कियों को फंसाता था। सेना से जो जानकारी सामने आई है। उसमें शाहबाज को मेडिकल ग्राउंड के साथ दूसरे गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से निकाला गया था।

आगे गुजरात पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि लव जिहाद के आरोपी मोहम्मद शाहबाज ने मैट्रिमनी वेबसाइट शादी डॉट कॉम पर खुद को भारतीय सेना में मेजर बताया था। उसने मुंबई, गुरुग्राम, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर और सिलीगुड़ी की हिंदू महिलाओं से संपर्क किया था। उनका यौन शोषण किया था।इसके अलावा यह भी पता चला है कि वह अक्टूबर 2019 में जाहिद मोहम्मद के नाम से जम्मू-कश्मीर से एक मोबाइल सिम कार्ड हासिल करने में कामयाब रहा था। आरोपी राजस्थान के भरतपुर गया था और वहां से फर्जी आधार कार्ड हासिल करने में कामयाब रहा था।
जम्मू-कश्मीर में ‘मंदिरों को जलाने’ की धमकी, पत्रकार से बोला- हिंदू को पूजा करते देख मुस्लिमों को अच्छा नहीं लगता है


डेस्क: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। तीन चरण की वोटिंग के बाद वहाँ 4 अक्तूबर को परिणाम आएँगे। इस बीच ग्राउंड पर जाकर ‘द राजधर्म’ की रिपोर्टर अर्चना तिवारी ने वहाँ वोटरों का मन टटोलने का प्रयास किया। लेकिन, रिपोर्टिंग के दौरान उनका पाला ऐसे वोटर से पड़ा जो खुलेआम कैमरे पर हिंदू धर्म के खिलाफ, हिंदू मंदिरों के खिलाफ नफरत दिखाते हुए दिखा।

उत्तर कश्मीर के लोलाब में वोटरों से बात करने पहुँचीं अर्चना तिवारी की मुश्ताक नाम के मुस्लिम शख्स से चुनावों को लेकर चर्चा हुई। पहले तो मुश्ताक बताता दिखा कि वो इंजीनियर रशीद का समर्थक है और उसे अपने इलाके में डैम, प्ले ग्राउंड की जरूरत है और सस्ती बिजली की जरूरत है।


वीडियो में 3:52 के बाद देख सकते हैं कि मुश्ताक ने बताया कि उसके इलाके से भाजपा नहीं जीत सकती क्योंकि पार्टी ने उनके (मुसलमान) मुताबिक काम नहीं किया है। इस दौरान मुश्ताक ने बताया कि भाजपा ने शराब की दुकान खोलीं, चावल महंगे किए और मस्जिद के सामने मंदिर बना दिए।

अर्चना तिवारी ने पूछा कि आखिर सबसे ज्यादा दिक्कत किस बात से हुई। इस पर मुश्ताक ने कहा शराब की दुकान और मंदिर बनाने से… मुश्ताक ने कहा- “हम मुसलमान हैं। हमने अल्लाह को चुना है। हम पढ़ते हैं नमाज, आप लोग जाते हैं मंदिर। मुसलमान मस्जिद में जाएगा और हिंदू को मंदिर में पूजा करते देखेगा तो बिलकुल अच्छा नहीं लगेगा। मंदिर में पूजा देखने से मुसलमान को समस्या होती है।”

अर्चना तिवारी ने ये बात सुन हैरानी जताई और कहा भी हिंदुओं को मुस्लिमों से कभी समस्या नहीं होती। इस पर मुश्ताक ने कहा- “आप लोगों को दिक्कत नहीं होगी लेकिन हम लोगों को समस्या है क्योंकि हम मुसलमान है।” मु्श्ताक ने आगे ये भी बताया कि अगर कोई हिंदू आएगा और यहाँ खुलेआम शराब पीएगा तो ये उसके लिए ठीक नहीं होगा। हम उसे मारेंगे। शराब हमारे मजहब में नहीं आती। हम ऐसा नहीं होने देंगे”

मुश्ताक ने आगे अपनी तमाम माँगों के साथ बताया कि गाँव में मंदिर बनाना बिलकुल ठीक नहीं है। अगर कोई आकर मंदिर बनाएगा तो हमें उसे जलाना ही पड़ेगा। इस पर अर्चना तिवारी ने पूछा- “आपको ये बातें किसने सिखाई? इस पर मुश्ताक बोलते दिखे कि अल्लाह की कसम ये बातें किसी ने नहीं सिखाईं, ये मैं अपनी जुबान से बोल रहा हूँ।”

मुश्ताक ने आगे बताया कि वो लोग हिंदुओं को अपनी जमीन ही नहीं देंगे कि कोई आकर मंदिर बना सके। वह बोला, “ये जमीन मोदी की नहीं है। ये हमारी है। हम नमाज पढ़ते हैं। पाँच बार पढ़ते हैं।”

आगे उसने बताया कि उसने कुरान में मंदिर जलाने वाली बात तो नहीं पढ़ी लेकिन उसे ये सब पता है क्योंकि वो मुसलमान है। उसने ये भी कहा कि अगर वो लोग मस्जिद में नमाज पढ़ें और हिंदू पूजा-पाठ या भजन करें तो उन्हें बिलकुल अच्छा नहीं लगेगा।
सरकार ने हटा दी मणिपुर में अब इंटरनेट से बैन, स्कूलों के खुलने का भी दिन तय
डेस्क: मणिपुर के पांच घाटी जिलों में इंटरनेट पर लगी रोक 6 दिनों के बाद तत्काल प्रभाव से हटा ली गई है। मणिपुर सरकार ने कल से राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने का भी आदेश दिया है। राज्य सरकार के आयुक्त (गृह) एन अशोक कुमार ने कहा कि लीज लाइन, वीसैट, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं सहित इंटरनेट सेवाओं को तुरंत बहाल किया जाना है। इससे पहले, राज्य सरकार ने 12 सितंबर को ब्रॉडबैंड कनेक्शन के जरिए इंटरनेट सेवाओं पर लगा निलंबन हटा लिया था।


कुमार ने अपने आदेश में कहा, "राज्य सरकार ने राज्य में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की है और मणिपुर राज्य में किसी भी प्रकार के अस्थायी इंटरनेट संस्पेंशन को हटाने का निर्णय लिया है, जो जनहित में निवारक उपाय के रूप में सद्भावनापूर्वक लगाया गया था।" इंटरनेट बैन हटाने के बाद, कुमार ने राज्य के सभी इंटरनेट उपयोगकर्ताओं से ऐसी गतिविधियों से दूर रहने का आग्रह किया, जिनके कारण भविष्य में इंटरनेट प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता हो सकती है।

राज्य सरकार ने 10 सितंबर को घाटी के पांच जिलों - इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग में मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। इंफाल में छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद पुलिस के साथ झड़प के बाद राज्य में कानून और व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबंध लगाया गया था।

प्रदर्शनकारी 16 महीने की जातीय हिंसा के बाद राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने सरकार द्वारा उनकी मांगें पूरी किए जाने तक घाटी के इलाकों में अनिश्चितकालीन स्कूल बंद रखने की भी घोषणा की थी। ऐसे में कल यानी 17 सितंबर से सभी स्कूलों को खुलने को कहा गया है।
भोपाल में रानी कमलापति की प्रतिमा के सामने शख्स ने अश्लील गाने पर किया डांस, सांसद ने की NSA लगाने की मांग


डेस्क: एमपी की राजधानी भोपाल में रानी कमलापति की मूर्ति के सामने अश्लील गाने पर नृत्य करने का मामला सामने आया है। वहीं इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सांसद आलोक शर्मा ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। रानी कमलापति की मूर्ति के सामने अश्लील डांस का वीडियो वायरल होने के बाद हिंदूवादी संगठनों और नेताओं में रोष व्याप्त है। सांसद आलोक शर्मा ने वीरांगना रानी की प्रतिमा के सामने अश्लील और आपत्तिजनक जाने पर डांस करने वाले युवक के खिलाफ एनएसए लगाने की मांग की है। इस मामले में आज भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र को ज्ञापन सौपा है।


सांसद आलोक शर्मा ने आरोपी के खिलाफ एनएसए लगाने की मांग करते हुए कहा कि महारानी कमलापति की प्रतिमा के सामने एक युवक के द्वारा अश्लील गाने पर नृत्य करके वीडियो बनाया गया। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया है। आरोपी भी पुलिस की 23वीं बटालियन में पदस्थ बताया जा रहा है, जिसका नाम जितेंद्र बताया जा रहा है। सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि यह कृत्य संपूर्ण समाज और राष्ट्र का अपमान है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वीडियो बनाने वाले दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

वहीं पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि मामला सामने आने के बाद एक युवक को हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि वो डांस के इस वीडियो को बनाने से इनकार कर रहा है, फिर भी तकनीकी आधार पर जांच की जा रही है। मिश्र ने कहा कि ये भी जांच की जा रही है कि वह पुलिस की 23वीं बटालियन में है या नहीं। बता दें कि रानी कमलापति की प्रतिमा के सामने अश्लील गाने पर डांस का वीडियो शनिवार को सामने आया था। इस वायरल वीडियो में भोपाल की रानी कमलापति का अपमान किया गया। ये वीडियो गिन्नोरी में स्थापित रानी कमलापति की मूर्ति के सामने बनाया गया था।
मुसलमान और मस्जिदों के खिलाफ उत्तराखंड में क्यों मचा है बवाल, उत्तरकाशी से चमोली तक सड़कों पर उतरे लोग

 

डेस्क: उत्तराखंड में लगातार आपराधिक मामले सामने आ रहे हैं जैसे कि महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करना व दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले, चोरी-लूटपाट जैसी वारदातें, प्रदेश के लोग इन आपराधों और वारदातों को लेकर आक्रोशित हो रहे हैं. अलग अलग जिलों की बात करें तो उत्तरकाशी में मुस्लिम समुदाय के विरुद्ध प्रदर्शन किया गया.

वहीं एक मस्जिद व मुस्लिम बस्ती को गिराने तक की प्रदर्शनकारियों ने मांग उठा दी. इसके अलावा चमोली जिले के नंदानगर में हाल के समय में सांप्रदायिक अशांति के बीच उत्तरकाशी शहर में एक विरोध जताने वाली रैली का आयोजन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद और मुस्लिम कॉलोनी को ध्वस्त करने तक की मांग उठा दी. बताया जा रहा है कि इस मस्जिद को 1969 में पंजीकृत करवाया गया था. उत्तरकाशी में प्रदर्शनकारियों ने धार्मिक झंडे लहराए व नारे भी लगाए है. मामले की जांच का आश्वासन दिए गए है.

इस तरह के विवादों, विरोधों और गतिरोधों का क्या कारण है इस बारे में समझने की जरूरत है. दरअसल, मस्जिद कॉलोनी के रहने वाले लोग इस संबंध में कई बातें बताते हैं जैसे कि उनके परिवार आठ दशकों से भी अधिक समय से शांति से रह रहे हैं लेकिन एकाएक होने वाले इस तरह के अचानक हुए प्रदर्शन पर हैरानी है, उनका कहना है कि नंदानगर या पुरोला के जैसे ही यहां किसी भी तरह की आपराधिक घटना नहीं जिसके लिए ऐसा प्रदर्शन किया जाता. निवासियों का कहना है कि जिस मस्जिद को अवैध बताया जा रहा है और उसे गिराने की मांग की जा रही है.

वहीं, दूसरी ओर ये भी बताया जा रहा है कि साल 1969 में इस मस्जिद को पंजीकृत किया गया. इस घटना से वहां के मुस्लिम परिवारों डर फैला हुआ है, डरे हुए मुस्लिम परिवार सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और इसके लिए एसपी से मुलाकात की. कई हिंदु परिवार भी जो इस तरह के प्रदर्शन से हैरानी में है. यहां के परिवारों का कहना है कि लोग यहां पर मिल-जुलकर रह रहे हैं. ये नहीं पता है कि ये प्रदर्शनकारी कौन थे.

इस बीच, सीएम पुष्कर सिंह धामी की ओर से भी उत्तराखंड के कई जिलों में फैले इस अशांति को लेकर बयान दिया गया. उत्तराखंड के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने वाले आपराधिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के लोग शान्तिप्रिय हैं, अगर आपराधिक प्रवृत्ति के लोग यहां आकर शांत वादियों में अशांति फैलाएंगे व कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेंगे तो इसको देवभूमि में बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे आपराधिक तत्वों की पहचान के लिए वृहद सत्यापन अभियान जारी है. सीएम धामी ने कहा कि कानून अपना काम करेगा.  हम अपराधियों के साथ सख्ती से निपटेंगे.

उत्तरकाशी के एसपी अमित श्रीवास्तव ने इस संबंध में जानकारी दी है कि वह मामले की जांच तो कराएंगे ही इसके साथ ही इस बारे में उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं दूसरी ओर राज्य में पिछले कुछ माह में हो रही सांप्रदायिक अशांति की घटनाओं पर गौर करने करते हुए हाई कोर्ट में मुस्लिम सेवा संगठन ने जाने का निर्णय लिया है. संगठन ने हाई कोर्ट से अल्पसंख्यक अधिकारों का रक्षण करने की अपील भी की है.
दिल्ली मेट्रो में करीब 50 मुस्लिम चढ़े और दावा किया कि "अब दिल्ली मेट्रो नया शाहीन बाग है, आने वाले दिनों में वे मेट्रो में नमाज भी पढ़ेंगे"


डेस्क: दिल्ली मेट्रो से एक चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं। दरअसल दिल्ली मेट्रो में उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन पर मुस्लिम भीड़ को "नारे-ए-..." और "अल्लाह की ताकत, अली अली" जैसे इस्लामी नारे लगाते हुए साथी यात्रियों द्वारा रिकॉर्ड किया गया। 

अन्य यात्रियों के अनुसार, जोर बाग स्टेशन पर करीब 50 इस्लामवादी मेट्रो में चढ़े। इस्लामवादियों को "मकसद-ए-कर्बला" जैसे नारे लिखी शर्ट पहने हुए भी देखा गया। 

एक साथी यात्री ने ऑफ रिकॉर्ड कहा कि "अब दिल्ली मेट्रो नया शाहीन बाग है, आने वाले दिनों में वे मेट्रो में नमाज भी पढ़ेंगे"।

ओला ग्राहक ने पेट्रोल छिड़क कर बाइक शोरूम में लगाई आग, शो रूम से रिस्पॉन्स नहीं मिलने के कारण था नाराज

डेस्क: कर्नाटक के कलबुर्गी से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां हुमनाबाद रोड पर मौजूद बाइक शोरूम में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि इसकी लपटों में शोरूम को भारी नुकसान हुआ और वहां मौजूद सारी बाइक जल गईं। जानकारी के अनुसार आग कल सुबह लगी थी। पुलिस ने इस घटना के आरोपी नदीम को अरेस्ट कर लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार पहले ये कहा गया कि एक ग्राहक ने तीन दिन पहले ओला इलेक्ट्रिक बाइक खरीदी थी, उस बाइक में कुछ गड़बड़ी थी। मोहम्मद नदीम नाम का ग्राहक रोज बाइक को शोरूम ला रहा था। मंगलवार को जब नदीम अपनी बाइक लेकर आया तो उस वक्त वहां शॉर्ट सर्किट हो गया और शो रूम में आग लग गई। लेकिन कुछ देर बाद सच्चाई सामने आ गई जिसने सभी को चौंका दिया।

दरअसल, नदीम खुद पुलिस स्टेशन गया और कहा कि शो रूम में उसने खुद आग लगाई है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले शो रूम से जो इलेक्ट्रिक ओला बाइक उसने खरीदी थी उसमें कुछ गड़बड़ी थी। उसने बताया कि शो रूम से उसे कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा था जिससे वो बेहद नाराज हो गया और कल सुबह उसने पेट्रोल छिड़ककर शोरूम में आग लगा दी।
संजौली मस्जिद के विरोध में बेकाबू हुई भीड़, लाठीचार्ज, वॉटर कैनन का इस्तेमाल… तोड़ डाले पुलिस बैरिकेड


डेस्क: शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर विवाद और ज्यादा गहरा गया है। प्रदर्शन कर रहे हिंदू संगठनों ने अब पुलिस बैरिकेड तोड़ डाले हैं, वे आगे की तरफ बढ़ चुके हैं। मस्जिद से कुछ दूर ही अब विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। असल में विरोध कर रही भीड़ मस्जिद के पास जाना चाहती है, वहां प्रदर्शन करना चाहती है, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। दावा तो हुआ था कि कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन इस समय भीड़ पुलिस पर ही भारी पड़ती दिख रही है।


अभी तक भीड़ ने कई पुलिस बैरिकेड तोड़ डाले हैं, उनकी तरफ से पुलिस को ही पीछे धकेलने का काम हुआ है। बेकाबू हुई भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा है। एक तरफ लाठीचार्ज के जरिए पलटवार हुआ है, दूसरी तरफ वॉटर कैनन के जरिए भी भीड़ को तितर-बितर करने की कवायद दिखी है।

अब इस विवाद को बढ़ता देख हिमाचल सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दो टूक कहा कि अगर जगह अवैध पाई गई तो उस पर उचित कार्रवाई होगी, कानून के दायरे में रहकर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने यहां तक कहा है कि संघ और हिंदू लोगों की भावनाओं की कद्र है, लेकिन कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जा सकता। उनके मुताबिक यह मामला अभी कोर्ट में है और अगर कुछ भी अवैध पाया गया तो एक्शन होगा।

जानकारी के लिए बता दें कि इस मस्जिद को लेकर कहा जा रहा है कि यह 1947 से भी पुरानी है, पहले यहां पर एक टेलर की दुकान थी, फिर लोगों ने ही चंदा देकर मस्जिद का निर्माण करवाया। अब शिमला का नियम है जिसमें साफ कहा गया है कि आप ढाई मंजिल से ज्यादा बड़ी कोई भी इमारत खड़ी नहीं कर सकते। लेकिन जिस संजौली मस्जिद की बात हो रही है, वो वर्तमान में पांच मंजिल की बन चुकी है।

एक कागज तो ये भी बताता है कि जिस जमीन पर मस्जिद बनी है, 1967 से वो हिमाचल सरकार के पास है। इसके ऊपर किसी भी सरकारी जमीन पर अगर धार्मिक स्थल का निर्माण होना भी है, तो उसके कुछ नियम होते हैं। अगर उन नियमों का पालन होगा तो कोई विवाद नहीं, लेकिन अगर नियमों को ही ताक पर रखा जाएगा तो बवाल की स्थिति बन सकती है।
बागपत के गुलजार होटल में थूक लगाकर रोटी सेंक रहा था शख्स, वायरल वीडियो देखकर लोगों का फूटा गुस्सा


डेस्क: यूपी के बागपत से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां के गुलजार होटल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक शख्स थूक लगाकर रोटी सेंकते हुए नजर आ रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि शख्स रोटी को सेंकने से पहले उस पर थूकता है और फिर उसे सेंक देता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है और उन्होंने आरोपी शख्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामला बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र के दिल्ली-सहारनपुर रोड पर स्थित गुलजार होटल का है।


ग्रेटर नोएडा से भी सामने आया था ऐसा मामला
इससे पहले यूपी के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में स्थित एक होटल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जिसमें एक मुस्लिम युवक को रोटी पर थूक कर उसे तंदूर में सेंकते हुए देखा गया था। आरोप है कि मुस्लिम युवक रोटी पर थूकने के बाद उसे तंदूर में सेंक रहा था। इस मामले का वीडियो वहीं होटल में खाना खाने आए एक युवक ने बना लिया था। जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था। वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों पुलिस ने इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया था।

होटल पर रोटी बनाने वाले खानसामा का नाम चांद था। रबूपुरा थाना क्षेत्र में महाराणा प्रताप चौराहे के पास एवन नाम से एक मुस्लिम होटल है। जहां ये मुस्लिम युवक रोटी बनाने के दौरान पहले रोटियों पर थूक रहा था और फिर उन्हें तंदूर में डालकर सेंक रहा था। रात्रि में कुछ लोग खाना खाने आये और उन्होंने उस युवक को तंदूर पर रोटी में थूककर उन्हें सेंकते हुए देख लिया। जिसके बाद उन्होंने इस घटना का वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया।

वीडियो बना रहे शख्स ने बताया कि वे लोग ए-वन नाम के मुस्लिम होटल के सामने स्थित एक शाकाहारी होटल में खाना खाने पहुंचे थे। मुस्लिम होटल और शाकाहारी होटल का रोटी सेंकने वाला तंदूर एक ही था। मेरे साथ मेरे पांच दोस्त थे, हम सब लोग बैठकर होटल में खाना खा ही रहे थे कि इस दौरान हमने देखा कि रोटी बनाने वाला मुस्लिम युवक रोटी में थूक कर उन्हें सेंक रहा है।
दिल्ली में झाड़-फूंक के बहाने 7 साल की मासूम से कब्रिस्तान के अंदर रेप, 51 रुपये देकर बोला तांत्रिक- किसी को बताया तो पापा मर जाएंगे


डेस्क: दिल्ली के रोहिणी में एक फर्जी तांत्रिक ने सात साल की मासूम बच्ची के साथ पहले रेप किया और फिर बच्ची को डराया कि अगर उसने इसके बारे में किसी को भी बताया तो उसका बीमार पिता मर जाएगा. इतना ही नहीं तांत्रिक ने बच्ची को 51 रुपये भी दिए. इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है. 

रोहिणी में पुलिस ने मोहम्मद शरीफ (51) नाम के फर्जी तांत्रिक को गिरफ्तार किया है, जिसने मासूम बच्ची के साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया. ये तांत्रिक कब्रिस्तान के पास ही रहता था और लोगों को विश्वास दिलाता था कि वो एक पहुंचा हुआ तांत्रिक है.

राजौरी गार्डन में ढाबे पर युवक को घोंप दिया था कबाब वाला सूआ, कत्ल के आरोप में 3 अरेस्ट
ये शर्मनाक घटना बीते सोमवार यानी 26 अगस्त की है. मासूम बच्ची अपने तीन भाई बहनों और पिता के साथ कंझावला में रहती है. बच्ची के पिता सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं जबकि मां की मौत हो चुकी है. सोमवार के दिन बच्ची के पिता की तबीयत खराब थी, जिस पर फर्जी तांत्रिक शरीफ उन्हें देखने आया था. जाते वक्त उसने कहा कि राशन और झाड़-फूंक के लिए इस बच्ची को भेज देना.

पिता ने बच्ची के साथ उसके भाई को भेज दिया. भाई कुछ देर में वापस आ गया और बोला कि बहन को शरीफ ने झाड़ फूंक के लिए रोक लिया है. थोड़ी देर में बच्ची वापस आ गई, लेकिन वो चुप थी. अगले दिन मंगलवार को उसकी तबीयत खराब हो गई. जब उसे हॉस्पिटल ले जाया गया तो सेक्सुअल एसॉल्ट की बात सामने आई.

फिर पुलिस को शिकायत दी गई, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने बच्ची के साथ गलत काम करने के बाद धमकी भी दी थी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो उसके बीमार पिता की मौत हो जाएगी. तांत्रिक ने जाते समय बच्ची को 51 रुपये भी दिए थे और कहा कि जाओ अब पापा सही हो जाएंगे.