रेलवे में सरकारी नौकरी का मौका: 3,445 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू, जानें कैसे करें अप्लाई?

अगर आप सरकारी नौकरी करना चाहते हैं और वो भी रेलवे में, तो आपके लिए एक सुनहरा मौका है. रेलवे में 3 हजार से भी अधिक पदों पर भर्तियां निकली हैं, जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. रेलवे भर्ती बोर्ड ने 21 सितंबर यानी आज से ही आरआरबी एनटीपीसी यूजी भर्ती 2024 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की है.

जो भी उम्मीदवार कमर्शियल सह टिकट क्लर्क, जूनियर क्लर्क और ट्रेन क्लर्क आदि के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वो आरआरबी की ऑफिशियल वेबसाइट rrbapply.gov.in पर इसका सीधा लिंक पा सकते हैं.

इस भर्ती अभियान के तहत रेलवे में कुल 3,445 पदों को भरा जाएगा. आवेदन करने की लास्ट डेट 20 अक्टूबर 2024 है और आवेदन शुल्क का भुगतान 22 अक्टूबर 2024 तक किया जा सकता है.

किन-किन पदों पर कितनी भर्तियां?

कमर्शियल सह टिकट क्लर्क- 2022 पद

अकाउंट क्लर्क कम टाइपिस्ट- 361 पद

जूनियर क्लर्क सह टाइपिस्ट- 990 पद

ट्रेन क्लर्क- 72 पद

कैसे करें अप्लाई?

सबसे पहले आरआरबी की आधिकारिक वेबसाइट rrbapply.gov.in पर जाएं. फिर होम पेज पर उपलब्ध आरआरबी एनटीपीसी यूजी भर्ती 2024 लिंक पर क्लिक करें.

उसके बाद एक नया पेज खुलेगा, जहां उम्मीदवारों को एक अकाउंट बनाना होगा.

एक बार जब ये हो जाए तो लॉगिन करें.

एप्लिकेशन फॉर्म भरें और आवेदन शुल्क का भुगतान करें.

सबमिट बटन पर क्लिक करें और पेज को डाउनलोड कर लें

आगे की जरूरत के लिए इसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास जरूर रख लें.

आवेदन शुल्क कितना है?

आरआरबी एनटीपीसी भर्ती के लिए आवेदन शुल्क एससी, एसटी, भूतपूर्व सैनिक, महिला, पीडब्ल्यूबीडी, ट्रांसजेंडर, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग यानी ईबीसी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए 250 रुपये है, जबकि अन्य सभी उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपये है. अगर उम्मीदवार कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) में शामिल होते हैं तो वो आवेदन शुल्क में आंशिक वापसी पा सकते हैं.

एक्टिव रखें मोबाइल नंबर और ईमेल

अभ्यर्थियों के लिए ये जरूरी है कि वो अपने मोबाइल नंबर और वैलिड ई-मेल आईडी को पूरी भर्ती प्रक्रिया के दौरान एक्टिव रखें, क्योंकि आरआरबी भर्ती पूरी तरह खत्म होने तक सभी भर्ती संबंधी सूचनाएं सिर्फ एसएमएस और ई-मेल के माध्यम से ही भेजी जाएंगी.

अधिक जानकारी के लिए आप रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट rrbapply.gov.in देख सकते हैं.

बिहार में बाढ़ की स्थिति का जायजा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में बाढ़ के निरीक्षण के दौरान जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, गांधी घाट एवं कृष्णा घाट पर रुक कर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. अशोक राजपथ को जेपी गंगा पथ से मिलाने वाले कृष्णा घाट पर निर्माणाधीन पहुंच पथ की भी मुख्यमंत्री ने जानकारी ली और तेजी से निर्माण पूर्ण करने का निर्देश दिया. गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने पटना के जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुये पूरी तरह अलर्ट रहें और सारी तैयारी पूर्ण रखें. स्थिति की लगातार समीक्षा करते रहें और आवश्यक कार्रवाई त्वरित करें.

गांधी सेतु होते हुए हाजीपुर भी पहुंचे

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री गांधी सेतु होते हुए हाजीपुर पहुंचे. हाजीपुर में बनाये गये बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत कर वहां की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली. बाढ़ राहत शिविर में मुख्यमंत्री ने वैशाली जिला के जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि सभी राहत शिविरों में रह रहे लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखें. स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करते रहें.

मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहे. निचले इलाकों में जहां पानी बढ़ रहा है, संभावित परिस्थितियों पर पूरी नजर रखें. जिलाधिकारी सतत् निगरानी करते रहें. उन्होंने कहा कि अभियंतागण पूरी तरह अलर्ट रहें और वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें. आपदा प्रबंधन विभाग सतत् अनुश्रवण करते रहें कि और क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो. बाढ़ की स्थिति में प्रभावितों को एसओपी के अनुसार पूरी सहायता उपलब्ध करायी जाय. सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का होता है.

दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन हो-सीएम

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार सभी जिलों एवं संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं जिसका अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने कहा कि नाव संचालन, पॉलिथिन शीट्स, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स / फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि के संबंध में पूरी व्यवस्था रखें ताकि लोगों को तुरंत राहत पहुँचाया जा सके.

सीएम के साथ उपस्थित थे कई दिग्गज

निरीक्षण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह, वैशाली के जिलाधिकारी यशपाल मीणा, पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा, वैशाली जिले के एसपी हरकिशोर राय सहित अन्य अधिकारीगण एवं जल संसाधन विभाग के अभियंतागण उपस्थित थे.

एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह होंगे नए वायुसेना प्रमुख: 30 सितंबर को संभालेंगे कमान, वीआर चौधरी की जगह लेंगे

भारतीय वायुसेना की कमान अब एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह संभालेंगे. सरकार ने अमरप्रीत सिंह को वायुसेना प्रमुख नियुक्त किया है, वो वीआर चौधरी की जगह लेंगे. वर्तमान में अमरप्रीत सिंह वायु सेना के उप प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.

अमरप्रीत सिंह 30 सितंबर को एयर चीफ मार्शल का पद ग्रहण करेंगे. वह एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी की जगह लेंगे जो उसी दिन अपना कार्यकाल पूरा करके रिटायर होंगे.

कौन हैं अमरप्रीत सिंह

एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह का जन्म 27 अक्टूबर को साल 1964 में हुआ था. उन्हें 1 फरवरी साल 2023 में वायु सेना के 47 वें उप प्रमुख नियुक्त किए गए थे. एयर मार्शल ने वायु सेना में अपने करियर की शुरुआत साल 1984 में की थी, जिसके बाद वो एक के बाद एक कामयाबी हासिल करते रहे.

दिसंबर साल 1984 में शामिल किया गया था. उन्होंने पूर्वी वायु कमान में वरिष्ठ एयर स्टाफ ऑफिसर के रूप में काम किया, जिसके बाद उन्होंने सेंट्रल एयर कमांड की भी कमान संभाली.

कई अहम जिम्मेदारी संभाली

एयर मार्शल ने अपने करियर में कई अहम जिम्मेदारियां बखूबी निभाई वो फ्लाइट कमांडर, मिग-27 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर साथ ही एक एयर बेस के एयर ऑफिसर कमांडिंग भी रहे हैं. वह राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में परोजेक्ट डायरेक्टर (फ्लाइट टेस्ट) भी थे और उन्हें हल्के लड़ाकू विमान, तेजस के फ्लाइट टेस्ट का काम सौंपा गया था. एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह ने नेशनल डिफेंस अकेडमी, वेलिंगटन में रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज से पढ़ाई की.

किन पदक से किया गया सम्मानित

एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह को उनके करियर के दौरान कई पदक से सम्मानित किया गया. उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल से साल 2019 में सम्मानित किया गया, जिसके बाद उन्हें साल 2023 में परम विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया.

सूरत में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़: समय रहते शिकायत के बाद टाला गया बड़ा हादसा

गुजरात के सूरत में रेलवे ट्रैक से ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई. इसके लिए ट्रैक पर लगाई गई फिश प्लेट को रख दिया. साथ ही चाबियों को खोलकर फेंक दिया गया. रेलवे ट्रैक से की गई ये छेड़छाड़ किसी बड़े हादसे की वजह बन सकती थी, वडोदरा पश्चिम रेलवे डिविजन में ट्रेन के पलटने से पहले ही कुछ अज्ञात लोगों की तरफ से इसकी शिकायत की गई, जिसके बाद ट्रेन के आने से पहले रेलवे ट्रैक की जांच की गई, जिसमें शिकायत की गई बात सच निकली.

रेलवे ट्रैक पर फिश प्लेट से छेड़छाड़ की गई थी, वहां चाबियों को फेंक दिया गया था. इस घटना के बाद ट्रैक पर काम शुरू कर दिया गया है, जिससे वहां जल्द ही सुधार किया जा सके और ट्रेनों की आवाजाही को शुरू किया जा सके. रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की ये पहली घटना नहीं है, इसके कुछ दिनों पहले यूपी में भी इस तरह की घटना सामने आई थी. फिलहाल किसी तरह की बड़ी अनहोनी को समय रहते रोक लिया गया.

यूपी में भी की गई थी ट्रेन पलटाने की साजिश

सूरत में ट्रेन पलटाने की साजिश के पहले भी कई बार दूसरे राज्यों में भी इस तरह की कोशिश की गई थी. हालांकि, यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी ऐसा हो चुका है. इस तरह की साजिश के पीछे है ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है.

सूरत ट्रैक पर इस घटना की सूचना मिलने के बाद जांच अधिकारी मौके पर पहुंचे और इस रास्ते से जाने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया. इस घटना के पहले यूपी के रामपुर में ट्रैक पर एक लोहे का खंभा मिला था, लेकिन समय सिग्नल से पहले ही इसकी जानकारी मिल जाने से हादसा टल गया. एकबार फिर से इसी तरह की कोशिश की गई है जो कि परेशान करने वाली है.

ऋषभ पंत की शानदार वापसी: बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में शतक, एमएस धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी

ऋषभ पंत ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी वापसी का जश्न शानदार शतक के साथ मनाया है. स्टार भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के तीसरे दिन शतक पूरा कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने एमएस धोनी की भी बराबरी कर दी. बांग्लादेश के खिलाफ ही पिछला टेस्ट खेलने वाले पंत दिसंबर 2022 में रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे, जिसमें वो बुरी तरह घायल हुए थे. उस हादले के डेढ़ साल से भी ज्यादा वक्त के बाद पंत ने टेस्ट क्रिकेट में वापसी की और पहले ही मैच में शानदार शतक जमा दिया. उन्होंने बतौर भारतीय विकेटकीपर, एमएस धोनी के सबसे ज्यादा शतक के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली.

चेपॉक के मैदान में पहली पारी में जहां लोकल हीरो रविचंद्रन अश्विन ने एक बेहतरीन सेंचुरी जमाई, तो दूसरी पारी में फैन फेवरेट बन चुके ऋषभ पंत ने शतक जड़ा. मैच के दूसरे दिन 12 रन बनाकर नॉट आउट लौटे पंत ने तीसरे दिन के पहले सेशन में कुछ देर तक आराम से बैटिंग की और अपना अर्धशतक जमाया. फिफ्टी पूरी करने के बाद उन्होंने बाउंड्री की बारिश कर दी. लंच तक वो 82 रन बना चुके थे. इस दौरान बांग्लादेश के कप्तान नजमुल होसैन शांतो ने 72 रन के स्कोर पर पंत का आसान कैच भी ड्रॉप कर दिया था.

नाइंटीज में नर्वस नहीं हुए पंत, जड़ दिया शतक

दूसरे सेशन में हर किसी को पंत के शतक पूरा करने का इंतजार था और उन्होंने इसमें ज्यादा वक्त भी नहीं लिया. अपने टेस्ट करियर में पहले ही 7 बार ‘नर्वस नाइंटीज’ (90 से 99 के बीच आउट) का शिकार होने के बावजूद पंत ने यहां 90 का आंकड़ा पार करने के बाद भी हमला जारी रखा. फिर शाकिब अल हसन की गेंद पर 2 रन लेकर पंत ने अपना छठा टेस्ट शतक पूरा किया. उन्होंने सिर्फ 124 गेंदों में ये सेंचुरी पूरी की, जिसमें 11 चौके और 4 छक्के शामिल थे.

पंत का ये शतक सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरी टीम के लिए खास था, इसलिए सेंचुरी पूरी करते ही जो जहां था, वहीं अपनी जगह में खड़े होकर तालियां बजाने लगा. स्टेडियम में मौजूद दर्शक भी पंत के सम्मान में खड़े हो गए. उन्होंने एमएस धोनी के 6 टेस्ट शतक के रिकॉर्ड की भी बराबरी की, जो किसी भी भारतीय विकेटकीपर के लिए सबसे ज्यादा है. धोनी ने 90 टेस्ट में ये 6 शतक लगाए थे, जबकि पंत ने 34वें टेस्ट में ही इसकी बराबरी कर ली.

बांग्लादेश से पुराना हिसाब बराबर

शतक के बाद भी पंत आक्रामक अंदाज दिखा रहे थे और उन्होंने 2 चौके भी लगा दिए थे. इसी अंदाज को जारी रखने की कोशिश में वो आउट हो गए. उनके एक तेज शॉट पर मेहदी हसन मिराज ने अपनी ही गेंद पर कैच लिया और पंत की 109 रनों की बेहतरीन पारी का अंत हुआ. अपनी पारी में पंत ने 128 गेंदों का सामना किया, 13 चौके जमाए और 4 छक्के भी जड़े. पंत का भारत में ये सिर्फ दूसरा ही शतक है, जबकि बांग्लादेश के खिलाफ पहली बार सेंचुरी जमाई है. दिसंबर 2022 में खेले अपने पिछले टेस्ट में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 93 रन बनाए थे. इस तरह पंत ने उस शतक से चूकने की कसर भी पूरी कर ली.

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल खत्म: ममता बनर्जी के आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने काम पर लौटे

कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस में इंसाफ की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने आज से काम करना शुरू कर दिया है. 42 दिन बाद आज वे अपने-अपने काम पर लौट गए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कई दौर की बातचीत के बाद डॉक्टर्स ने शुक्रवार को हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया था और कहा था कि शनिवार से वे अपने काम पर लौट जाएंगे.

इसके बाद आज से डॉक्टरों ने सभी अस्पतालों के आवश्यक और इमरजेंसी सर्विस में काम करना शुरू कर दिया लेकिन वे ओपीडी में काम नहीं कर रहे हैं. इसको लेकर डॉक्टर्स का कहना है कि वे आंशिक रूप से काम पर लौटे हैं इसलिए वो OPD में काम नहीं करेंगे केवल आवश्यक और इमरजेंसी सेवाओं के लिए ही काम करेंगे.

अभी खत्म नहीं हुई लड़ाई, 1 हफ्ते का करेंगे इंतजार

डॉक्टरों का कहना है कि ममता बनर्जी ने आश्वासन दिया है कि उनकी हर मांग पूरी होगी और जब तक केस के आरोपी को सजा नहीं मिल जाती तब हड़ताल पूरी तरह से खत्म नहीं होगा. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने काम करना बंद कर दिया था.

पीड़िता को इंसाफ मिले, इसके लिए पिछले 41 दिनों से ये हड़ताल पर बैठे थे. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी इंसाफ की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. वह बंगाल सरकार द्वारा किए गए वादों को लागू करने के लिए एक हफ्ते का इंतजार करेंगे और अगर वह पूरे नहीं किए गए तो दोबारा हड़ताल पर लौटेंगे. डॉक्टरों की मांग है कि इस घटना में जांन गंवाने वाली पीड़िता को न्याय मिले.

अगले 7 दिन तक इंतजार करेंगे, नहीं तो…

जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर को हटाया गया है. राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने और अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की हमारी मांग अभी भी जारी है. स्वास्थ्य सचिव को हटाए जाने की अपनी मांगों को पूरा करने के लिए अगले 7 दिन तक इंतजार करेंगे, नहीं तो फिर से काम बंद कर देंगे.

बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को महिला डॉक्टर का शव मिला था. तभी से जूनियर डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सीबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच एजेंसी ने इस पूरे मामले में अब तक आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है.

ग्वालियर में सरकारी स्कूल का औचक निरीक्षण: ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बच्चों के साथ खाया खाना , गुणवत्ता में सुधार का दिए निर्देश

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने शासकीय स्कूलों में परोसे जाने वाले मध्यान भोजन की गुणवत्ता पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए? इस बार खुद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अचानक एक सरकारी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंच गए. वहां पर केंद्रीय मंत्री स्कूली बच्चों के साथ खाना खाने बैठ गए. जब बच्चों को मिलने वाला मध्याह्न भोजन उन्हें परोसा गया तो वह खुद सब्जी की बाल्टी में आलू ढूंढते रह गए.

मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर फिर से सवाल उठने शुरू हो गए. हालांकि इस दौरान प्रद्युम्न सिंह ने बच्चों के साथ खाना खाया और गुणवत्ता को सही करने की हिदायत दी. इसके बाद उन्होंने बच्चों के साथ खाना खाया. बच्चे भी उनके साथ काफी खुश दिखाई दिए

निरीक्षण करने पहुंचे स्कूल

स्वच्छता पखवाड़े के तहत प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपनी विधानसभा में कई जगहों पर जाकर निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डीआरपी लाइन स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बच्चों के मध्यान भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण किया. प्रद्युम्न खुद बच्चों के साथ खाना खाने बैठ गए.

ढूंढते रह गए आलू

जब ऊर्जा मंत्री को मध्यान भोजन का खाना परोसा गया वह पूरी तरह से ठंडा था. बच्चों के साथ बैठे ऊर्जा मंत्री को जो आलू की सब्जी परोसी गई थी वह भी गुणवत्ता युक्त नहीं थी. ऐसे में खुद ऊर्जा मंत्री ने सब्जी की बाल्टी में चमचा घुमा-घुमा कर देखा लेकिन उन्हें एक भी आलू नसीब नहीं हुआ. प्रद्युम्न सिंह ने उनके साथ मौजूद मौजूद अधिकारियों से भोजन की गुणवत्ता सही रखने की सख्ती से हिदायत दी. मंत्री को साथ खाना खाते हुए देखकर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ गई. ऊर्जा मंत्री ने भी बड़े ही स्वाद से मध्यान भोजन का आनंद भी लिया.

राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर यात्रा: दूसरे चरण के चुनाव के लिए अभियान शुरू, कई जगहों पर जनसभाएं और करेंगे बैठक

जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के चुनाव के बाद दूसरे चरण के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गई हैं. इसी कड़ी में विपक्षी नेता राहुल गांधी 25 सितंबर को जम्मू-कश्मीर पहुंचेंगे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी यहां कई जगहों की यात्रा करेंगे और अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के साथ बैठक करेंगे. ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (एआईपीसी) की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख संजय सप्रू ने बताया कि चुनाव प्रचार के सिलसिले में राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान डोगरी धाम में बैठक होगी.

उनके मुताबिक, गांधी श्रीनगर में भी पेशेवरों के साथ बैठक करेंगे और इन समुदायों के समक्ष मौजूद मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश करेंगे. सप्रू ने कहा, हम जम्मू में 25 सितंबर को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ जम्मू-कश्मीर के पेशेवरों की खास बैठक का आयोजन कर रहे हैं.

जनसभाएं और प्रचार करेंगे राहुल

इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह आयोजन पेशेवरों के लिए क्षेत्र की महत्वपूर्ण चुनौतियों के बारे में खुली बातचीत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. और यह उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी चिंताओं को उठाने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है. सप्रू ने कहा, पहली बार, एआईपीसी जैसा राजनीतिक मंच पेशेवरों को अपनी चिंताओं, आकांक्षाओं और विचारों को सीधे साझा करने का मौका दे रहा है. आगे उन्होंने कहा कि गांधी की भागीदारी जम्मू-कश्मीर के भविष्य को आकार देने में पेशेवर समुदाय के महत्व की बढ़ती स्वीकार्यता को रेखांकित करती है. जम्मू में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के बाद कश्मीर में भी ऐसी बैठक होगी, जिसकी तारीख को अंतिम रूप दिया जा रहा है. गांधी का अगले कुछ दिनों में श्रीनगर और जम्मू में कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने और जनसभाएं करने का भी कार्यक्रम है.

कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मिलेंगे राहुल

वहीं, पार्टी के एक नेता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर चुनाव के दूसरे चरण के दौरान 23 सितंबर को गांधी श्रीनगर के शालतेंग निर्वाचन क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा के पक्ष में एक रैली को और पुंछ जिले के सुरनकोट निर्वाचन क्षेत्र में दूसरी रैली को संबोधित करेंगे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी 25 सितंबर को एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे.

आईफोन 16 सीरीज की बिक्री पर भारी भीड़, मुंबई और दिल्ली में एपल स्टोर के बाहर जमा हुए लोग

आपने इससे पहले किसी भी फोन का इतना क्रेज नहीं देखा होगा. नया आईफोन ना तो फ्री में बंट रहा है ना ही सस्ता मिल रहा है. लेकिन एपल लवर्स की भीड़ को देखकर ऐसा लगता है मानो एपल स्टोर पर आईफोन बांटे जा रहे हों.

बहरहाल इंडिया के लगभग सभी एपल स्टोर पर सुबह से लगी भीड़ ये दिखाती है कि लोगों के लिए सेल स्टार्ट होने के पहले ही दिन पर फोन लेना कितना मायने रखता है. कई लोगों ने एक्स प्लेटफॉर्म पर एपल स्टोर्स के सामने लगी भीड़ की वीडियो भी शेयर की है.

बीकेसी और दिल्ली के साकेत एपल स्टोर पर लगी भीड़

कंपनी ने अपना पहला स्टोर मुंबई के बीकेसी और दिल्ली के साकेत में ओपन किया था. इन दोनों स्टोर पर सुबह से लोगों की भीड़ जमा हो रखी है. जब से आईफोन-16 सीरीज को मार्केट में लॉन्च किया गया तब से एपल लवर्स इसे लेकर काफी एक्साइटेड हैं, एपल स्टोर खुलने से पहले ही उसके आगे भीड़ का जमा होना इस बात का प्रूफ है. यही नहीं एक्स प्लेटफॉर्म पर iPhone 16 का हैशटैग भी ट्रेंड कर रहा है.

इस फोन को करीब 9-10 दिन पहले ही लॉन्च किया गया था, कंपनी ने इसकी प्री बुकिंग को भी शुरू कर दिया. आज फाइनली इसकी सेल शुरू हो गई है.

इतनी है आईफोन 16 सीरीज की कीमत

जैसा की ऊपर बताया भीड़ देखकर ये तो बिलकुल ना सोचें कि आईफोन फ्री में मिल रहा है, इसकी कीमत के बारे में यहां पर पूरी डिटल्स पढ़ें. आईफोन 16 के बेस वेरिएंट 128GB स्टोरेज मॉडल की कीमत 79,900 रुपये से शुरू हो रही है. अगर आप इसका 256GB स्टोरेज वेरिएंट खरीदते हैं तो आपको 89,900 रुपये की कीमत अदा करनी होगी. इसके अलावा 512GB स्टोरेज वेरिएंट खरीदने के लिए आपको 1,09,900 रुपये का बजट तैयार करना होगा.

नया आईफोन कहां-कहां से खरीद सकते हैं?

अगर आप भी आईफोन खरीदना चाहते हैं तो आप एपल की ऑफिशियल वेबसाइट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म- अमेजन, फ्लिपकार्ट और विजय सेल्स आदि से खरीद सकते हैं. रिटेल आउटलेट से भी आईफोन 16 सीरीज को खरीदा जा सकता है.

तिरुपति लड्डू मामले में जेपी नड्डा ने मांगी रिपोर्ट,एफएसएसएआई करेगी जांच

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को तिरुपति लड्डू मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा कि वो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से बात इस विषय को लेकर बात की है. नड्डा ने कहा कि इस मामले की भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण

(एफएसएसएआई) द्वारा जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी.

नायडू ने दावा किया है कि पिछली जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने के लिए पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. इस दावे के बाद एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है. वहीं, वाईएसआरसीपी ने कहा है कि मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ के लिए ‘घृणित आरोप’ लगा रहे हैं, जबकि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने इस दावे के समर्थन में एक प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रसारित की है.

नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी- स्वास्थ्य मंत्री

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन की उपलब्धियों पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने यह बात कही है. उन्होंने कहा, ‘मुझे सोशल मीडिया के जरिए इस मुद्दे के बारे में पता चला. मैंने आज चंद्रबाबू नायडू से बात की और मैंने उनसे उपलब्ध रिपोर्ट साझा करने को कहा ताकि मैं उसकी पड़ताल कर सकूं. मैं राज्य नियामकों से भी बात करूंगा और उनकी राय लूंगा.’

उन्होंने कहा, ‘रिपोर्ट की जांच की जाएगी और एफएसएसएआई के कानूनी ढांचे एवं नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी.

एफएसएसएआई इसकी जांच करेगा, रिपोर्ट देगा और फिर हम कार्रवाई करेंगे.’ एफएसएसएआई केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन एक वैधानिक निकाय है.

प्रसाद बनाने के लिए घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि

केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी श्रद्धालुओं के लिए चिंता पैदा करने वाले आरोप की जांच की मांग की है. दिल्ली में वैश्विक खाद्य विनियामक शिखर सम्मेलन के अवसर पर जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो कुछ भी कहा है, वह गंभीर चिंता का विषय है. विस्तृत जांच की आवश्यकता है और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए.’

TDP के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने गुरुवार को दावा किया था कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा की गई

उन्होंने कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट

दिखाई, जिसमें स्पष्ट रूप से नमूने में ‘गोवंशीय पशुओं की चर्बी’, सूअर की चर्बी और मछली के तेल की मौजूदगी की पुष्टि की गई है. नमूना प्राप्ति की तारीख 9 जुलाई थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी.