पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल खत्म: ममता बनर्जी के आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने काम पर लौटे

कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस में इंसाफ की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने आज से काम करना शुरू कर दिया है. 42 दिन बाद आज वे अपने-अपने काम पर लौट गए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कई दौर की बातचीत के बाद डॉक्टर्स ने शुक्रवार को हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया था और कहा था कि शनिवार से वे अपने काम पर लौट जाएंगे.

इसके बाद आज से डॉक्टरों ने सभी अस्पतालों के आवश्यक और इमरजेंसी सर्विस में काम करना शुरू कर दिया लेकिन वे ओपीडी में काम नहीं कर रहे हैं. इसको लेकर डॉक्टर्स का कहना है कि वे आंशिक रूप से काम पर लौटे हैं इसलिए वो OPD में काम नहीं करेंगे केवल आवश्यक और इमरजेंसी सेवाओं के लिए ही काम करेंगे.

अभी खत्म नहीं हुई लड़ाई, 1 हफ्ते का करेंगे इंतजार

डॉक्टरों का कहना है कि ममता बनर्जी ने आश्वासन दिया है कि उनकी हर मांग पूरी होगी और जब तक केस के आरोपी को सजा नहीं मिल जाती तब हड़ताल पूरी तरह से खत्म नहीं होगा. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हैवानियत के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने काम करना बंद कर दिया था.

पीड़िता को इंसाफ मिले, इसके लिए पिछले 41 दिनों से ये हड़ताल पर बैठे थे. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी इंसाफ की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. वह बंगाल सरकार द्वारा किए गए वादों को लागू करने के लिए एक हफ्ते का इंतजार करेंगे और अगर वह पूरे नहीं किए गए तो दोबारा हड़ताल पर लौटेंगे. डॉक्टरों की मांग है कि इस घटना में जांन गंवाने वाली पीड़िता को न्याय मिले.

अगले 7 दिन तक इंतजार करेंगे, नहीं तो…

जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर को हटाया गया है. राज्य के हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने और अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की हमारी मांग अभी भी जारी है. स्वास्थ्य सचिव को हटाए जाने की अपनी मांगों को पूरा करने के लिए अगले 7 दिन तक इंतजार करेंगे, नहीं तो फिर से काम बंद कर देंगे.

बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को महिला डॉक्टर का शव मिला था. तभी से जूनियर डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सीबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच एजेंसी ने इस पूरे मामले में अब तक आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है.

ग्वालियर में सरकारी स्कूल का औचक निरीक्षण: ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बच्चों के साथ खाया खाना , गुणवत्ता में सुधार का दिए निर्देश

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने शासकीय स्कूलों में परोसे जाने वाले मध्यान भोजन की गुणवत्ता पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए? इस बार खुद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अचानक एक सरकारी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंच गए. वहां पर केंद्रीय मंत्री स्कूली बच्चों के साथ खाना खाने बैठ गए. जब बच्चों को मिलने वाला मध्याह्न भोजन उन्हें परोसा गया तो वह खुद सब्जी की बाल्टी में आलू ढूंढते रह गए.

मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर फिर से सवाल उठने शुरू हो गए. हालांकि इस दौरान प्रद्युम्न सिंह ने बच्चों के साथ खाना खाया और गुणवत्ता को सही करने की हिदायत दी. इसके बाद उन्होंने बच्चों के साथ खाना खाया. बच्चे भी उनके साथ काफी खुश दिखाई दिए

निरीक्षण करने पहुंचे स्कूल

स्वच्छता पखवाड़े के तहत प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपनी विधानसभा में कई जगहों पर जाकर निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डीआरपी लाइन स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बच्चों के मध्यान भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण किया. प्रद्युम्न खुद बच्चों के साथ खाना खाने बैठ गए.

ढूंढते रह गए आलू

जब ऊर्जा मंत्री को मध्यान भोजन का खाना परोसा गया वह पूरी तरह से ठंडा था. बच्चों के साथ बैठे ऊर्जा मंत्री को जो आलू की सब्जी परोसी गई थी वह भी गुणवत्ता युक्त नहीं थी. ऐसे में खुद ऊर्जा मंत्री ने सब्जी की बाल्टी में चमचा घुमा-घुमा कर देखा लेकिन उन्हें एक भी आलू नसीब नहीं हुआ. प्रद्युम्न सिंह ने उनके साथ मौजूद मौजूद अधिकारियों से भोजन की गुणवत्ता सही रखने की सख्ती से हिदायत दी. मंत्री को साथ खाना खाते हुए देखकर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ गई. ऊर्जा मंत्री ने भी बड़े ही स्वाद से मध्यान भोजन का आनंद भी लिया.

राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर यात्रा: दूसरे चरण के चुनाव के लिए अभियान शुरू, कई जगहों पर जनसभाएं और करेंगे बैठक

जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के चुनाव के बाद दूसरे चरण के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गई हैं. इसी कड़ी में विपक्षी नेता राहुल गांधी 25 सितंबर को जम्मू-कश्मीर पहुंचेंगे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी यहां कई जगहों की यात्रा करेंगे और अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के साथ बैठक करेंगे. ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (एआईपीसी) की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख संजय सप्रू ने बताया कि चुनाव प्रचार के सिलसिले में राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान डोगरी धाम में बैठक होगी.

उनके मुताबिक, गांधी श्रीनगर में भी पेशेवरों के साथ बैठक करेंगे और इन समुदायों के समक्ष मौजूद मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश करेंगे. सप्रू ने कहा, हम जम्मू में 25 सितंबर को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ जम्मू-कश्मीर के पेशेवरों की खास बैठक का आयोजन कर रहे हैं.

जनसभाएं और प्रचार करेंगे राहुल

इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह आयोजन पेशेवरों के लिए क्षेत्र की महत्वपूर्ण चुनौतियों के बारे में खुली बातचीत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. और यह उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी चिंताओं को उठाने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है. सप्रू ने कहा, पहली बार, एआईपीसी जैसा राजनीतिक मंच पेशेवरों को अपनी चिंताओं, आकांक्षाओं और विचारों को सीधे साझा करने का मौका दे रहा है. आगे उन्होंने कहा कि गांधी की भागीदारी जम्मू-कश्मीर के भविष्य को आकार देने में पेशेवर समुदाय के महत्व की बढ़ती स्वीकार्यता को रेखांकित करती है. जम्मू में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के बाद कश्मीर में भी ऐसी बैठक होगी, जिसकी तारीख को अंतिम रूप दिया जा रहा है. गांधी का अगले कुछ दिनों में श्रीनगर और जम्मू में कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने और जनसभाएं करने का भी कार्यक्रम है.

कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मिलेंगे राहुल

वहीं, पार्टी के एक नेता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर चुनाव के दूसरे चरण के दौरान 23 सितंबर को गांधी श्रीनगर के शालतेंग निर्वाचन क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा के पक्ष में एक रैली को और पुंछ जिले के सुरनकोट निर्वाचन क्षेत्र में दूसरी रैली को संबोधित करेंगे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी 25 सितंबर को एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे.

आईफोन 16 सीरीज की बिक्री पर भारी भीड़, मुंबई और दिल्ली में एपल स्टोर के बाहर जमा हुए लोग

आपने इससे पहले किसी भी फोन का इतना क्रेज नहीं देखा होगा. नया आईफोन ना तो फ्री में बंट रहा है ना ही सस्ता मिल रहा है. लेकिन एपल लवर्स की भीड़ को देखकर ऐसा लगता है मानो एपल स्टोर पर आईफोन बांटे जा रहे हों.

बहरहाल इंडिया के लगभग सभी एपल स्टोर पर सुबह से लगी भीड़ ये दिखाती है कि लोगों के लिए सेल स्टार्ट होने के पहले ही दिन पर फोन लेना कितना मायने रखता है. कई लोगों ने एक्स प्लेटफॉर्म पर एपल स्टोर्स के सामने लगी भीड़ की वीडियो भी शेयर की है.

बीकेसी और दिल्ली के साकेत एपल स्टोर पर लगी भीड़

कंपनी ने अपना पहला स्टोर मुंबई के बीकेसी और दिल्ली के साकेत में ओपन किया था. इन दोनों स्टोर पर सुबह से लोगों की भीड़ जमा हो रखी है. जब से आईफोन-16 सीरीज को मार्केट में लॉन्च किया गया तब से एपल लवर्स इसे लेकर काफी एक्साइटेड हैं, एपल स्टोर खुलने से पहले ही उसके आगे भीड़ का जमा होना इस बात का प्रूफ है. यही नहीं एक्स प्लेटफॉर्म पर iPhone 16 का हैशटैग भी ट्रेंड कर रहा है.

इस फोन को करीब 9-10 दिन पहले ही लॉन्च किया गया था, कंपनी ने इसकी प्री बुकिंग को भी शुरू कर दिया. आज फाइनली इसकी सेल शुरू हो गई है.

इतनी है आईफोन 16 सीरीज की कीमत

जैसा की ऊपर बताया भीड़ देखकर ये तो बिलकुल ना सोचें कि आईफोन फ्री में मिल रहा है, इसकी कीमत के बारे में यहां पर पूरी डिटल्स पढ़ें. आईफोन 16 के बेस वेरिएंट 128GB स्टोरेज मॉडल की कीमत 79,900 रुपये से शुरू हो रही है. अगर आप इसका 256GB स्टोरेज वेरिएंट खरीदते हैं तो आपको 89,900 रुपये की कीमत अदा करनी होगी. इसके अलावा 512GB स्टोरेज वेरिएंट खरीदने के लिए आपको 1,09,900 रुपये का बजट तैयार करना होगा.

नया आईफोन कहां-कहां से खरीद सकते हैं?

अगर आप भी आईफोन खरीदना चाहते हैं तो आप एपल की ऑफिशियल वेबसाइट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म- अमेजन, फ्लिपकार्ट और विजय सेल्स आदि से खरीद सकते हैं. रिटेल आउटलेट से भी आईफोन 16 सीरीज को खरीदा जा सकता है.

तिरुपति लड्डू मामले में जेपी नड्डा ने मांगी रिपोर्ट,एफएसएसएआई करेगी जांच

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को तिरुपति लड्डू मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने कहा कि वो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से बात इस विषय को लेकर बात की है. नड्डा ने कहा कि इस मामले की भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण

(एफएसएसएआई) द्वारा जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी.

नायडू ने दावा किया है कि पिछली जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने के लिए पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. इस दावे के बाद एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है. वहीं, वाईएसआरसीपी ने कहा है कि मुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ के लिए ‘घृणित आरोप’ लगा रहे हैं, जबकि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने इस दावे के समर्थन में एक प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रसारित की है.

नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी- स्वास्थ्य मंत्री

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन की उपलब्धियों पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने यह बात कही है. उन्होंने कहा, ‘मुझे सोशल मीडिया के जरिए इस मुद्दे के बारे में पता चला. मैंने आज चंद्रबाबू नायडू से बात की और मैंने उनसे उपलब्ध रिपोर्ट साझा करने को कहा ताकि मैं उसकी पड़ताल कर सकूं. मैं राज्य नियामकों से भी बात करूंगा और उनकी राय लूंगा.’

उन्होंने कहा, ‘रिपोर्ट की जांच की जाएगी और एफएसएसएआई के कानूनी ढांचे एवं नियमों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी.

एफएसएसएआई इसकी जांच करेगा, रिपोर्ट देगा और फिर हम कार्रवाई करेंगे.’ एफएसएसएआई केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन एक वैधानिक निकाय है.

प्रसाद बनाने के लिए घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि

केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी श्रद्धालुओं के लिए चिंता पैदा करने वाले आरोप की जांच की मांग की है. दिल्ली में वैश्विक खाद्य विनियामक शिखर सम्मेलन के अवसर पर जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो कुछ भी कहा है, वह गंभीर चिंता का विषय है. विस्तृत जांच की आवश्यकता है और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए.’

TDP के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने गुरुवार को दावा किया था कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम द्वारा उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में मिलावट की पुष्टि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा की गई

उन्होंने कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट

दिखाई, जिसमें स्पष्ट रूप से नमूने में ‘गोवंशीय पशुओं की चर्बी’, सूअर की चर्बी और मछली के तेल की मौजूदगी की पुष्टि की गई है. नमूना प्राप्ति की तारीख 9 जुलाई थी और प्रयोगशाला रिपोर्ट 16 जुलाई की थी.

कोलकाता रेप केस: सीबीआई ने संदीप घोष के नार्को टेस्ट के लिए कोर्ट में अर्जी दी, गुजरात में होगा टेस्ट

इससे पहले संदीप घोष समेत 10 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया गया था. अब सीबीआई संदीप घोष का नार्को एनालिसिस कराना चाहती है. केंद्रीय जांच एजेंसी के एक सूत्र ने यह दावा किया है. इससे पहले वे रेप और हत्या के आरोपियों का आरजी कर अस्पताल में नार्को टेस्ट कराना चाहते थे.

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, वे संदीप घोष को नार्को टेस्ट के लिए गुजरात ले जाना चाहते हैं. इस बाबत सियालदह कोर्ट में अर्जी दी गई है. सूत्रों के मुताबिक, टाला थाने के पूर्व ओसी से पूछताछ को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इसलिए जांचकर्ताओं को पॉलीग्राफ टेस्ट की जरूरत महसूस हो रही है. टाला थाने का सीसीटीवी फुटेज पहले ही सीबीआई को मिल चुका है.

सीबीआई ने कोर्ट में सौंपी स्टेटस रिपोर्ट

सूत्रों के मुताबिक, सीएफएसएल को जांच के लिए भेजे गए सभी फुटेज की रिपोर्ट अगले 1-2 दिन में आ जाएगी. जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि फुटेज के कारण आगे की पूछताछ की जरूरत है. इसके अलावा आरजी कर की सीसीटीवी जांच भी पूरी हो चुकी है. जिन संदिग्धों को देखा गया है उनके बारे में आरोपियों से और पूछताछ की जरूरत है

कोलकाता रेप केस मामले में सुप्रीम कोर्ट के बाद अब सीबीआई ने भी सियालदह कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है. एजेंसी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल दूसरी स्टेटस रिपोर्ट की कॉपी सौंपी गई है. इस दिन रिपोर्ट लिफाफे में जमा की गयी.

पंजाब में एनआईए की बड़ी कार्रवाई: खालिस्तानी समर्थकों और गैंगस्टर से जुड़े मामले में 4 जगहों पर छापेमारी

पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों और गैंगस्टर से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कार्रवाई करते हुए आज यानी 20 सितंबर को पंजाब में 4 जगहों पर छापा मारा है. इस केस में एनआईए ने पिछले साल अपने मुख्यालय में शिकायत दर्ज की थी. उस समय राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पंजाब समेत देश के अन्य हिस्सों में देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों पर केस दर्ज किया था.

ये छापेमारी पंजाब के मोगा स्थित बिलासपुर में रहने वाले कुलवंत सिंह के यहां भी हो रही है. पिछले कुछ मामलों में कुलवंत सिंह का नाम सामने आया है. कुछ समय पहले कुछ आरोपियों के दर्ज बयान के दौरान कलवंत सिंह का नाम संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की वजह से सामने आया था. कुलवंत पर यह आरोप भी है कि वह अपने सोशल मीडिया हैंडल से खालिस्तान समर्थक कंटेंट शेयर करता है.

पंजाब में लगातार छापेमारी कर रही है एनआईए

पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों और गैंगस्टरों से जुड़े मामलों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) लगातार छापेमारी कर रही है. कुछ दिन पहले खालिस्तानी समर्थक द्वारा कनाडा के ओटावा में भारतीय हाई कमीशन पर हुए हमले के मामले में पंजाब के कई जगहों पर रेड की गई थी. इस मामले में पंजाब के खंडूर साहिब से निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह का साला अमर जोत सिंह आरोपी है.

इसी साल 12 मार्च को को एनआईए की टीम ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ के 30 ठिकानों पर छापा मारा था .पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों और गैंगस्टरों की बढ़ती गठजोड़ से राज्य में आपराधिक और देशद्रोही गतिविधियां बढ़ रही हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती बनती जा रही हैं.

सुप्रीम कोर्ट का यूट्यूब चैनल हैक, सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के सारे वीडियो गायब

सुप्रीम कोर्ट के यूट्यूब चैनल को किसी ने हैक कर लिया है. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के सारे वीडियो गायब हैं. चैनल को ओपन करने पर उस पर अमेरिका का वीडियो चल रहा है. अमेरिकी कंपनी ‘रिपल लैब्स’ के क्रिप्टोकरेंसी XRP का ऐड वीडियो शो कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के सारे वीडियो गायब हैं. वीडियो को खोलने पर उसपर कुछ दिखाई नहीं दिया

वीडियो के नीचे लिखा था, ‘ब्रैड गार्लिंगहाउस: रिपल रेसपोंड्स टू द एसईसी 2 बिलियन डॉलर फाइन! एक्सआरपी प्राइज प्रेडिक्शन’. सर्वोच्च न्यायालय संविधान पीठ के समक्ष सूचीबद्ध मामलों और जनहित से जुड़े मामलों की सुनवाई के सीधे प्रसारण के लिए यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल करता है. शीर्ष अदालत ने 2018 में संविधान पीठ के समक्ष सभी मामलों की सुनवाई का सीधा प्रसारण करने का निर्णय लिया था.

सुप्रीम कोर्ट का यूट्यूब चैनल हैक

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और फिर उसकी हत्या के मामले की सुनवाई का लाइव स्ट्रीमिंग किया था. मगर ये वीडियो भी चैनल पर से गायब है और बाकी वीडियो भी. चैनल को हैक किसने किया और कहां से किया फिलहाल इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. इसकी जांच पड़ताल की जा रही है.

22 सितंबर को आम आदमी पार्टी दिल्ली के जंतर मंतर पर करेंगे जनता की अदालत का आयोजन

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनावी मोड में आ गए हैं. 22 सितंबर को 11 बजे आम आदमी पार्टी दिल्ली के जंतर मंतर पर जनता की अदालत का आयोजन करेगी. इस कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल अपनी बात रखेंगे. पार्टी के नेता गोपाल राय ने यह जानकारी दी है. पार्टी ने सभी सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों को जंतर मंतर पर मौजूद रहने के लिए कहा है.

इसे आम आदमी पार्टी की चुनावी तैयारी के रूप में देखा जा रहा है. जिस दिन केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया था, उसी दिन उन्होंने कहा था कि वह जनता की अदालत में जाएंगे और जब तक जनता उन्हें दोबारा नहीं चुनती, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. तभी से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि अरविंद केजरीवाल पार्टी के प्रचार-प्रसार में सक्रिय होंगे.

सीएम पद छोड़ने के बाद केजरीवाल पहली बार जंतर मंतर से भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. बता दें कि दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा के चुनाव होने की संभावना है. ऐसे में केजरीवाल आगामी चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं.

कल शपथ लेंगी आतिशी

कल यानी 21 सितंबर को दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा. आतिशी मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगी, उनके साथ 5 विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे, जिनमें गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत शामिल हैं.

अरविंद केजरीवाल आज से हरियाणा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. केजरीवाल आज एक रोड शो में शामिल होंगे. पार्टी के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने बताया कि केजरीवाल आने वाले दिनों में राज्य के 11 जिलों में 13 कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे, जिनमें रानिया, भिवानी, महम, असंध और बल्लभगढ़ सहित अन्य निर्वाचन क्षेत्र शामिल रहेंगे.

नितेश राणे का एक बार फिर विवादित बयान: पुलिस को छुट्टी दे दो, हम अपनी ताकत दिखाएंगे

बीजेपी विधायक नितेश राणे एक बार फिर अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में आ गए हैं. सांगली में नितेश राणे ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है.

नितेश राणा ने कहा, एक दिन पुलिस को छुट्टी दे दो, हम अपनी ताकत दिखाते हैं. दरअसल, महाराष्ट्र गणेश उत्सव के दौरान पत्थरबाजी से बवाल मचा था, जिसके बाद एक बार फिर नितेश राणे ने बयान जारी किया है.

गणेश उत्सव पर भी दिया विवादित बयान

गणेश उत्सव के दौरान भी नितेश राणे पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा था, जिसके चलते उन पर एफआईआर भी दर्ज की गई थी. शिकायतकर्ता का आरोप था कि गणपति उत्सव के आयोजन में उन्हें बुलाया गया था और 11 सितंबर को कार्यक्रम के दौरान राणे ने अपने भाषण में कथित रूप से अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया और भड़काऊ भाषण दिया. इसी के बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

AIMIM के प्रवक्ता ने किया पलटवार

हाल ही में नितेश राणे के दिए गए बयान के बाद AIMIM पार्टी के प्रवक्ता वारिस पठान ने उन पर पलटवार करते हुए कहा, नितेश राणे बोलते हैं की 24 घंटे के लिए पुलिस को हटा दो, क्या करोगे तुम, अगर यही बात मैंने कही होती तो अभी में जेल में होता, नितेश राणे बोलते है की मुसलमानों को मस्जिद में घुस कर मारेंगे, अरे आओ तो पहले, आओगे अपनी दो टांगों पर और जाएंगे स्ट्रेचर पर. उन्होंने आगे कहा, चुनाव के समय बीजेपी महाराष्ट्र में दंगे कराना चाहती है, और कुछ नहीं है.

विवादित बयानों से राणे का पुराना नाता

नितेश राणे का विवादित बयानों से पुराना नाता रहा है. इससे पहले नितेश राणे ने महाराष्ट्र के अहमदनगर में भी एक भड़काऊ भाषण दिया था, उन्होंने कथित तौर पर कहा था, अगर हमारे रामगिरि महाराज के खिलाफ किसी ने कुछ कहा, तो हम मस्जिदों में जाकर चुन-चुन कर मारेंगे.

रामगिरि महाराज पर कथित तौर पर नासिक जिले में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद प्रदेश के कई इलाकों में लोग रामगिरि महाराज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस घटना के बाद, नितेश राणे ने रामगिरि महाराज के समर्थन में बयान जारी किया था