राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वच्छता ही सेवा अभियान की प्रदर्शनी का अवलोकन किया सफाईकर्मियों से किया

संवाद भगवान महाकालेश्वर को अर्पित किये गये फूलों से बनाई सामग्री की प्रशंसा की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उज्जैन के ग्राम ढेंडिया में रुद्राक्ष होटल में स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान अन्तर्गत लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने अनुपयोगी कपड़ों से नवजात बच्चों के लिए बनाई गई दुलार किट, नारियल के अपशिष्ट और गोबर से बनाये गये उत्पाद, सूखे कचरे का सही निपटारा कर बनाये गये बहुउपयोगी उत्पाद और श्रीमहाकालेश्वर मंदिर में अर्पित किए गये फूलों और निर्माल्य से बने उत्पाद, अगरबत्ती एवं अन्य उत्पाद बनाने की मशीन, निर्माल्य प्र-संस्करण, सफाई मित्रों के लिए सुरक्षा उपकरण एवं संसाधन और शून्य अपशिष्ट आयोजन के स्टॉल का अवलोकन किया। राष्ट्रपति मुर्मु द्वारा प्रदर्शनी स्थल पर मौजूद सफाईकर्मी पुनम सारवान, दीपक थनवार, विधि संगत, राधा धावरे और ज्योति टांक से संवाद किया गया। उन्होंने सफाईकर्मियों से परिचय प्राप्त किया और साथ में मौजूद राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर संकेत करते हुए पूछा कि आप इन्हें जानते हैं। इस पर सफाईकर्मियों ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव तो हमारे यहां के ही हैं। राष्ट्रपति द्वारा भगवान महाकालेश्वर को अर्पित किए गये फूलों से अगरबत्ती बनाने वाली मशीन का अवलोकन किया गया। स्टॉल पर मौजूद शकुंतला मालवीय, शांतिबाई चौधरी और कविता परमार के द्वारा उन्हें जानकारी दी गई कि भगवान को चढ़ाये गये फूलों से अगरबत्ती निर्माण कर पुन: उनका उपयोग रिसाईकल कर किया जाता है। इस पर राष्ट्रपति द्वारा प्रशंसा व्यक्त की गई। बताया गया कि अन्य प्रमुख मंदिरों में भी शीघ्र ही यह व्यवस्था प्रारम्भ की जायेगी। राष्ट्रपति मुर्मु को उज्जैन से प्रस्थान पर दी भावभीनी विदाई राष्ट्रपति मुर्मु को उज्जैन से प्रस्थान करने पर भावभीनी विदाई दी गई। हेलीपैड पर राज्यपाल पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, आईजी पुलिस संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
राष्ट्रपति मुर्मु ने श्रीमहाकाल परिसर में स्वच्छता के लिये किया श्रमदान राज्यपाल पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव भी हुए शामिल

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज उज्जैन में बाबा महाकालेश्वर के दर्शन कर मन्दिर परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़े के अन्तर्गत स्वच्छता के लिये श्रमदान किया। उन्होंने मन्दिर परिसर में कोटितीर्थ के समीप झाड़ू भी लगाई। राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी स्वच्छता के लिये श्रमदान में शामिल हुए। राष्ट्रपति मुर्मु ने कोटितीर्थ से श्रीमहाकालेश्वर मन्दिर के शिखर दर्शन भी किये। श्रीमहाकाल लोक का किया भ्रमण, शिल्पकारों के शिल्प को सराहा राष्ट्रपति मुर्मु ने उज्जैन में श्रीमहाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के बाद ई-कार्ट में बैठकर श्रीमहाकाल लोक का भ्रमण कर विभिन्न प्रतिमाओं को देखा। उन्होंने श्रीमहाकाल लोक के निर्माण और वहां स्थापित शिल्प की प्रशंसा की। बटुकों ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ किया स्वागत राष्ट्रपति मुर्मु के श्रीमहाकाल लोक भ्रमण के दौरान नीलकंठ महादेव की प्रतिमा के समीप 45 सदस्यीय बटुक दल ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ स्वागत किया। शिव-बारात शिल्प के पास लोक कलाकारों ने काठी नृत्य, कालभैरव प्रतिमा के समीप भगोरिया नृत्य और दुर्लभ दर्शन केन्द्र के पास गणगौर नृत्य प्रस्तुत कर राष्ट्रपति का अभिनन्दन किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने कलाकारों का अभिवादन किया। राष्ट्रपति मुर्मु का नन्दी गेट पर राज्यपाल पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव, महंत विनीत गिरि, जिला पंचायत अध्यक्ष कमला कुंवर देवड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
*राष्ट्रपति ने लगाया रेजिडेंसी प्रांगण में कदंब का पेड़

* महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदौर रेजिडेंसी कोठी परिसर में पौधारोपण किया। महामहिम राष्ट्रपति मुर्मू ने कदंब का पौधा रोपण किया। तत्पश्चात महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने रेजिडेंसी प्रांगण में रुद्राक्ष का पौधा रोपण किया। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पारिजात पौधे का रोपण रेजिडेंसी प्रांगण में किया।
लघु व्यवसायियों को ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध करवाएं सुविधाएं- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

उत्पादों के देश-विदेश में निर्यात के भी हों प्रयास स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए उज्जैन में देश के प्रथम यूनिटी मॉल शुरू करने के लिए की जा रही है कार्यवाही महिला व्यवसायियों के लिए लगाएं साप्ताहिक हाट मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि छोटे, घरेलू उद्योगों से जुड़े लघु व्यवसायियों को उनके उत्पाद के ऑनलाइन विक्रय की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग प्रयास बढ़ाए। अपने पोर्टल के विकास के साथ कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग लघु और सूक्ष्म उद्योगों का संचालन करने वाले व्यवसायियों की उन्नति के लिए नोडल विभाग की भूमिका में कार्य करे। प्रदेश में उत्पादित ऐसे उत्पाद प्रदेश और देश में बिकने के साथ ही भविष्य में निर्यात किए जा सकें, इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य किया जाए। भोपाल हाट और प्रदेश के अन्य स्थानों पर महिला व्यवसायियों के लिए साप्ताहिक महिला हाट में विभिन्न उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को मंत्रालय में कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि उज्जैन में वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट, जीआई उत्पाद, हस्तशिल्प उत्पाद और अन्य स्थानीय उत्पादों के प्रचार और बिक्री केलिए वन स्टॉप मार्केट प्लेस के रूप में यूनिटी मॉल स्थापित किया जाएगा। यह देश में अपनी तरह का प्रथम यूनिटी मॉल होगा। इस संबंध में कार्यवाही प्रचलन में है। इसके साथ ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रेप्यूट में प्रवेश पाने वाले हाथकरघा बुनकरों और श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा के लिए 100 प्रतिशत वित्तीय सहायता देने का संकल्प है, इस दिशा में भी कार्यवाही चल रही है। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दोना-पत्तल निर्माण जैसे छोटे उद्योगों में पर्यावरण की रक्षा का ध्यान रखते हुए प्लास्टिक के स्थान पर विभिन्न वनस्पतियों से उत्पाद के निर्माण को प्रोत्साहित किया जाए। मूर्ति शिल्पकारों को प्रदेश ही नहीं देश के प्रसिद्ध मूर्ति शिल्पकारों से प्रशिक्षण दिलवाने की व्यवस्था की जाए। प्रदेश के धार्मिक महत्व के स्थानों पर भगवान जी के वस्त्र निर्माण के कार्य के लिए भी स्थानीय व्यक्तियों को दक्ष बनाकर आर्थिक लाभ दिलवाया जाए। बांस उत्पादन और शहद संग्रहण बढ़ाएं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग बांस उत्पादकों को प्रोत्साहन देकर अगरबत्ती निर्माण जैसे कुटीर उद्योगों को लाभान्वित करें। उन जिलों में जहाँ बांस उत्पादन कम है, नदियों के किनारे बांस के सघन रोपण और विकास से जल से होने वाले कटाव को रोकने में सहायता मिलेगी, इसके साथ ही बांस उत्पादन का लाभ भी मिलेगा। हैण्डलूम के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आर्थिक लाभ दिलवाया जाए। लाड़ली बहनों को ऐसे कार्यों से जोड़कर उनकी आमदनी को बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर शहद संग्रहण का कार्य होता है, लेकिन शहरों में अनेक पुष्प- नर्सरियां होने के बावजूद इस कार्य के लिए वर्तमान में आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं है। ऐसे स्थानों पर व्यवस्थाएं और सुविधाएं विकसित की जाएं। इन प्रयासों से नागरिकों को अमानक शहद के स्थान पर शुद्ध शहद प्राप्त होगा और शहद संग्राहक भी आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग आवश्यक प्रशिक्षण व्यवस्था करे। बढ़े हुए शहद उत्पादन का विक्रय मृगनयनी और अन्य बिक्री काउंटरों के माध्यम से किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लघु व्यवसायियों को अपने व्यवसाय के उन्नयन के लिए ऋण और अनुदान की अनेक योजनाएं संचालित हैं। विभाग के अधिकारी बैंकों के स्तर पर प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के प्रयास भी करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी दिसम्बर माह में कोलकाता में इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर हो रहा है। इसमें प्रदेश के विभिन्न शिल्पों के प्रदर्शन और विक्रय के प्रयास किए जाएं। विभाग की उपलब्धियों बैठक में विभाग की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया गया कि विभाग के अंतर्गत हाथकरघा संचालनालय, रेशम संचालनालय, खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, संत रविदास हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम, मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड, मध्यप्रदेश राज्य हाथकरघा बुनकर सहकारी संघ जबलपुर, मध्यप्रदेश स्टेट सेरिकल्चर डेवलपमेंट एंड ट्रेडिंग को ऑपरेटिव फेडरेशन और मध्यप्रदेश राज्य औद्योगिक सहकारी संघ कार्य कर रहे हैं। विभाग ने संकल्प पत्र : 2024 के बिन्दुओं पर अमल करते हुए सभी संस्थाओं को सक्रिय किया है। विंध्य हर्बल्स ने ग्वालियर में मधुमक्खी पालकों के हित में शहद प्र-संस्करण इकाई शुरू करने की पहल की है। प्रदेश में इस वित्त वर्ष में 200 हितग्राहियों को कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण देने और पीएमईजीपी में वित्तीय सुविधा देने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में अगरबत्ती निर्माण से जुड़े 40 हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिया गया है। पीएमईजीपी में 9 हितग्राहियों को वित्तीय सुविधा प्रदान की गई है। रेशम समृद्धि योजना, स्थानीय कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए मृगनयनी एम्पोरियम की नई शाखाएं प्रमुख शहरों में प्रारंभ करने, गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग और विज्ञापन गतिविधियों के रूप में मार्केट सपोर्ट प्रदान करने के कदम भी उठाए गए हैं। कौशल उन्नयन के अंतर्गत बुनियादी कौशल प्रशिक्षण और अग्रिम कौशल प्रशिक्षण के लिए प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। बुरहानपुर में खादी उत्पादन केन्द्र के लिए परियोजना तैयार की गई है, जिससे 550 व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त होगा। बैठक में जनकारी दी गई कि उज्जैन में 30 महिला हितग्राहियों को भगवान के वस्त्र निर्माण का प्रशिक्षण और 40 मूर्तिकारों को पत्थरशिल्प का प्रशिक्षण प्रदानकिया गया है। माटी कला बोर्ड ने 1792 शिल्पकारों को माटी कला शिल्प का प्रशिक्षण दिया है। भगवान गणेश जी की ईको फ्रेंडली मूर्तियां खादी बोर्ड के एम्पोरियम के माध्यम से विक्रय के लिए उपलब्ध करवाई गई हैं। खादी बोर्ड प्रदेश में 18 विभागीय एम्पोरियम संचालित कर रहा है। अमेजन एवं फ्लिपकार्ट से विक्रय की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। मृगनयनी एम्पोरियम तथा मेला प्रदर्शनी से गत आठ माह में 1182.50 लाख का विक्रय किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर 7 मार्च 2024 को वन भारत साड़ी वॉकथान के माध्यम से प्रदेश में 79 हजार 500 महिलाओं की भागीदारी हुई। इसमें इंदौर में 27 हजार महिलाओं की भागीदारी हुई, जिसे वर्ल्ड बुक रिकार्ड संस्था से भी प्रमाणित किया गया। भारत सरकार की बुनकर मुद्रा योजना मेंच 18 हितग्राही और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 230 बुनकरों को बीमा का लाभ दिलवाया गया। शासकीय रेशम केन्द्र मालाखेड़ी को अंतर्राष्ट्रीय निर्यात केन्द्र बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पचमढ़ी के शासकीय रेशम केन्द्र में सिल्क टेक पार्क की स्थापना की गई है। बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह, प्रमुख सचिव ग्रामोद्योग अमित राठौर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अकादमी बनाकर मलखंब और जिम्नास्टिक को किया जाएगा प्रोत्साहित : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

स्पोर्ट्स एडवेंचर के लिए साहसिक खेलों को करें शामिल प्रत्येक जिले में बनेगा हेलीपेड युक्त खेल स्टेडियम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में मलखंब और जिम्नास्टिक को प्रोत्साहित करने के लिए उज्जैन में पृथक-पृथक अकादमी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साहसिक खेल गतिविधियों को पर्यटन एवं वन के साथ जोड़कर स्पोर्ट्स एडवेंचर के रूप में मुख्य खेलों में शामिल करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न जिलों से युवाओं का चयन कर साहसी खेल गतिविधियों का आयोजन किया जाएं। उन्होंने कहा कि महिला, किसान, युवा, गरीब को ध्यान में रखकर रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम संचालित किए जाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रत्येक जिले में खेल स्टेडियम का निर्माण इस प्रकार किया जाए कि प्रत्येक स्टेडियम में एक हेलीपेड भी हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रालय में बुधवार को खेल एवं युवक कल्याण की विभागीय गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव स्मिता भारद्वाज घाटे, प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी एवं संचालक रवि कुमार गुप्ता भी उपस्थित थे। काठियावाड़ी घोड़े ज्यादा श्रेष्ठ मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि घुड़सवारी के खेल के लिए काठियावाड़ी घोड़ों का प्रदर्शन बहुत अच्छे स्तर का होता है। हम काठियावाड़ी घोड़ों को खेलों में शामिल करते हैं तो और भी बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री सारंग ने कहा कि घुड़सवारी एवं शूटिंग में मध्यप्रदेश की परफार्मेंस अच्छी है। यहाँ की खेल अकादमी श्रेष्ठ अकादमियों में से एक है। अकादमी में 32 घोड़े प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध हैं। घुड़सवारी भी एकमात्र ऐसा खेल है जिसमें महिला और पुरूष दोनों ही वर्ग के खिलाड़ी एक साथ भाग लेते हैं। खिलाड़ी बन सकेंगे राजपत्रित अधिकारी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ओलम्पिक एवं एशियन गेम्स पदक विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति दिए जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाये। उत्कृष्ट खिलाड़ियों को शैक्षणिक योग्यता के आधार पर उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, वन, आबकारी, परिवहन, पुलिस और अनुसूचित जनजाति विभागों में खेल कोटे से नौकरी दिए जाने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अन्य राज्यों में खेल कोटे में नियुक्ति के लिए प्रचलित नियमों के साथ प्रस्ताव रखने के निर्देश दिए। खेलो-बढ़ो अभियान से जुड़ेंगे युवा मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि योजना में सिर्फ अधोसंरचना ही विकसित नहीं हो, उसके साथ खेल गतिविधियां भी प्राथमिकता से संचालित की जाएं। उन्होंने कहा कि इन खेलों से हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के छात्र-छात्राओं को इस योजना से जोड़ा जाए। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों की खेल भावना को पहचानना और उसका विकास करना है। इससे खेलों के प्रति विद्यार्थियों की रूचि और उनकी भागीदारी भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया की तर्ज पर, खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी विकासखंड के 16 वर्ष से कम आयु के प्रतिभागी शामिल होंगे, जिसमें 24 खेल शामिल किए गए हैं। गरिमापूर्ण हो खेल समारोह मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खेल समारोह का आयोजन कैलेंडर बनाकर करें। इसे किसी दिन विशेष से जोड़कर शुरू किया जाए। राष्ट्रीय स्तर पर खेल मंथन शिविर के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि एक दिन राज्य स्तर पर और एक दिन राष्ट्रीय स्तर पर मंथन के लिए रखें। खेल एवं दी जाने वाली सुविधाओं का समग्र प्लान बनाकर मंथन की तैयारी करें। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्रामीण युवाओं से समन्वय कर जिलों और विकासखंड स्तर पर राष्ट्रीय पर्वों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। संचालक बनेंगे अब महानिदेशक खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग द्वारा संचालक खेल के पद को महानिदेशक खेल के रूप में उन्नयन करने एवं विभागीय कैडर में संयुक्त संचालक का पद संचालक खेल के पद पर उन्नयन का प्रस्ताव समीक्षा बैठक में रखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नियमानुसार प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
रीवा बन रहा है विकास का मॉडल: मुख्यमंत्री डॉ. यादव


जिले के त्योंथर विधानसभा क्षेत्र के चाकघाट में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में 33.68 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। भारी वर्षा तथा विपरीत मौसम के कारण मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समारोह को जबलपुर से वर्चुअली शामिल होकर संबोधित करते हुए कई सौगात दीं। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल तथा नगरीय विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी भी जबलपुर से वर्चुअली समारोह में शामिल हुईं।

चाकघाट में भारी वर्षा के बीच हजारों की भीड़ को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विन्ध्य विकास की उड़ान भरने के लिए तैयार है। विन्ध्य में विकास के सभी संसाधन उपलब्ध हैं। अगले माह रीवा में होने वाली इन्वेस्टर्स मीट से विंध्य क्षेत्र में विकास के नये आयाम स्थापित होंगे। इन्वेस्टर्स मीट से खनिज, पर्यटन और कृषि आधारित उद्योगों में भारी मात्रा में निवेश के साथ हजारों युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि रीवा विकास का मॉडल बन रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन साथ ही विधानसभा अध्यक्ष रहे स्व. श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी की जयंती है। आज भगवान विश्वकर्मा की जयंती है। इन सभी को नमन करने के लिए मैं चाकघाट आना चाह रहा था, लेकिन लगातार भारी वर्षा ने मुझे चाकघाट नहीं पहुंचने दिया। त्योंथर की जनता से जुड़कर मुझे बहुत खुशी हो रही है।

आज प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के सभी जिलों में जन औषधि केन्द्रों का शुभारंभ किया है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। जन औषधि केन्द्र से आम जनता को सस्ती गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिलेंगी। बहनों तथा युवाओं को स्वरोजगार का अवसर देने के लिए शीघ्र ही नई योजनाएं शुरू की जाएंगी। दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए दूध उत्पादक किसानों को बोनस भी दिया जाएगा।

विंध्य के विकास के लिये दी जाएगी हर संभव सहायता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विन्ध्य के विकास के लिए हर संभव सहायता दी जाएगी। रीवा में शीघ्र ही एयरपोर्ट का शुभारंभ हो रहा है। इससे उद्योगों के विकास को गति मिलेगी। त्योंथर में पाँच एकड़ जमीन पर स्टेडियम का निर्माण कराया जाएगा। लोनी बाँध तथा इसकी नहरों के जीर्णोद्धार के लिए 507 लाख रुपए के प्राक्कलन को मंजूरी दी गई है। इससे 1656 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलेगी।

त्योंथर बांई नहर लिंक परियोजना के लिए भी राशि मंजूर कर दी गई है। इससे 1400 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। त्योंथर क्षेत्र में 400 एकड़ में औद्योगिक विकास केन्द्र का निर्माण किया जाएगा। रीवा से मेरा विशेष लगाव है। मुख्यमंत्री ने आम जनता से "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान में पौधे लगाने की अपील की तथा आगामी त्यौहारों की शुभकामनाएं दी।

रीवा में सिंचाई परियोजनाओं के लिए 4 हजार करोड़ रूपये मंजूर

समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 9 माह के छोटे से कार्यकाल में कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। मुख्यमंत्री ने रीवा में सिंचाई परियोजनाओं के लिए चार हजार करोड़ रुपए मंजूर किए हैं, जिससे जिले में सिंचाई की सुविधा तीन लाख एकड़ से बढ़कर नौ लाख एकड़ में हो जाएगी। रीवा एयरपोर्ट का शीघ्र ही शुभारंभ होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों से सतना जिले में भी शीघ्र ही नर्मदा नदी का पानी पहुंचेगा। चौरा घाटकी बहुप्रतीक्षित सड़क के निर्माण के लिए टेण्डर मंजूर हो गए हैं। इसका निर्माण शीघ्र शुरू होगा।

दुग्ध उत्पा्दक किसानों को भी मिलेगी बोनस राशि

मुख्यंमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गेहूं और धान की भांति अब दुग्ध उत्पादक किसानों को भी बोनस राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि यदि रीवा में 400 एकड़ जमीन उपलब्ध‍हो जाती है तो वहां इं‍डस्ट्रियल पार्क बनाया जायेगा।

भारी बारिश में करें अपनी सुरक्षा

मुख्यबमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारी बारिश के दौरान लोग अपनी सुरक्षा करें, साथ ही सबकी सुरक्षा का ध्यान रखें। कोई परेशानी आती है तो जिला प्रशसान का सहयोग लें। उन्होंने कहा कि 17 सितम्बर से 2 अक्टू बर तक स्वच्छता पखवाड़ा चलेगा। इसमें स्वच्छता संबंधी गतिविधियों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। अपने संबोधन में डॉ. यादव ने बहनों के कल्या़ण व उनके जीवन की सभी कठनाईयों को दूर करने के लिए सभी संभव उपाय करने और कदम से कदम चलने के साथ युवाओं के रोजगार के लिए समुचित उपाय करने का विश्वास दिलाया है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उज्जैन पहुंचे ,मुख्यमंत्री डॉ. यादव के पिता स्व. पूनमचंद यादव को दी श्रद्धांजलि


छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उज्जैन पहुँचकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता स्व. पूनमचंद यादव के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने गेस्ट हाउस उज्जैन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट कर शोक संवेदनाएं व्यक्त की और ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को दी बड़ी सौगात


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज इंदौर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को एक बड़ी सौगात दी। उन्होंने इंदौर जिला प्रशासन की अभिनव पहल के तहत बनाई गई अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त लाइब्रेरी मुख्यमंत्री परीक्षार्थी सुविधा केंद्र का लोकार्पण किया। होलकर साइंस कॉलेज में स्थापित लाइब्रेरी मुख्यमंत्री परीक्षार्थी सुविधा केंद्र में प्रतिदिन 400 विद्यार्थी बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। इस लाइब्रेरी में उन्हें वह सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी जो किसी एक निजी लाइब्रेरी में रहती है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से चर्चा की और उनके अनुभव सुने। युवाओं से चर्चा के दौरान उनका हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक मनोज पटेल, मधु वर्मा तथा गोलू शुक्ला, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

इस अवसर पर बताया गया कि मुख्यमंत्री परीक्षार्थी सुविधा केन्द्र जिला प्रशासन का अभिनव नवाचार है। इसमें नाम मात्र शुल्क पर युवाओं को अत्याधुनिक सर्व सुविधा युक्त लाईब्रेरी का लाभ मिलेगा। वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं में अत्यधिक प्रतिस्पर्धा है। महंगे कोचिंग संस्थानों में साधन सम्पन्न युवाओं को तो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के संसाधन मिल जाते हैं, वहीं साधारण परिस्थिति के प्रतिभाशाली युवाओं को उचित अध्ययन सामग्री, इन्टरनेट से लेटेस्ट रीडिंग मटेरियल की तलाश रहती है। अच्छे संसाधन देते हुये साधारण परिवारों के युवाओं को भी अपने केरियर की उडान को दिशा देने का अवसर मिले। इसके लिये कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में स्थानीय होलकर महाविद्यालय में छात्रों के लिये आधुनिक लायब्रेरी के रूप में मुख्यमंत्री परीक्षार्थी सुविधा केन्द्र बनाया गया है।

 सुविधा केन्द्र पर लक्झरी निजी लायब्रेरी के समान सुविधा मिलेगी। बैठक हेतु सुविधाजनक फर्नीचर की व्यवस्था की गई है। उक्त केन्द्र पर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिये अच्छी स्पीड की इंटरनेट वाईफाई सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे युवाओं की ऑनलाईन रीडिंग कंटेन्ट तक पहुंच रहेगी। केन्द्र पर दो सत्रों में प्रातः 6 बजे से दोपहर 2 बजे एवं दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक चलेगा। कालेज परिसर में स्थित इण्डियन कॉफी हाऊस द्वारा उक्त केन्द्र से जुडने वाले विद्यार्थीयो को केन्टिन का उपयोग करने पर 10 प्रतिशत डिस्काउण्ट दिया जाएगा। केन्द्र पर स्वच्छ शीतल पेयजल हेतु आरओ फिल्टर युक्त वाटर कूलर सुविधा भी रहेगी।

सीईओ सिद्धार्थ जैन ने बताया कि उक्त केन्द्र पर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा के लिये अध्ययन सामग्री हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम में एवं प्रमुख समाचार पत्र, पत्रिकाऐं भी उपलब्ध रहेंगी।

आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने स्व. यादव को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी


पीठाधीश्वर बागेश्वरधाम सरकार आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने आज उज्जैन पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिता स्व. पूनमचंद यादव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट कर शोक संवेदनाएं भी व्यक्त की। इस दौरान नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी उपस्थित रहे।

लोक निर्माण से लोक कल्याण की भावना रखते हुए करें कार्य : मंत्री सिंह


लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह के मुख्य आतिथ्य में आज अभियंता दिवस के अवसर पर भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी की अर्ध-प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम निर्माण भवन में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में मंत्री सिंह ने सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके आदर्श और तकनीकी कौशल आज भी प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने सभी अभियंताओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए बधाई दी और कहा, "अभियंता देश की रीढ़ होते हैं। उनकी तकनीकी दक्षता और मेहनत से ही देश का बुनियादी ढांचा सशक्त बनता है। मंत्री सिंह ने सभी अभियंताओं से ‘लोक निर्माण से लोक कल्याण' की भावना के साथ काम करने का आह्वान किया। लोक निर्माण से लोक कल्याण आपके प्रयासों के पीछे छीपे अंतिम उद्देश्य को प्रदर्शित करने वाला ध्येय वाक्य है। यदि लोक कल्याण के सबसे प्रमुख कार्य कोई करता है, तो वह आप जैसे अंभियता और लोक निर्माण विभाग है, जिनके द्वारा बनाई गई सड़कें, भवन, पुल आदि आम व्यक्ति इस जीवन को सुविधाजन बनाते हैं। मंत्री सिंह ने कहा की सड़क निर्माण के दौरान लोक कल्याण सरोवर बनाने, सड़क किनारे रिचार्ज बोर बनाने, पेड़ो को काटने के बजाए शिफ्ट करने जैसे निर्णय लोक निर्माण से लोक कल्याण को चरितार्थ करते हैं।

मंत्री सिंह ने कहा कि हमने सड़को को गड्डा मुक्त करने लोकपथ एप को कार्यरत किया, यह हमारे लिये बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा था, जिसे हमने सफलता पूर्वक लागू किया एवं लोकपथ एप के माध्यम से आमजन गड्डे संबंधी शिकायत एप पर अपलोड कर रहे है जिन्हें विभाग द्वारा समय-सीमा में निराकृत किया जा रहा है। लोक-पथ ऐप ने न केवल सड़कों की मरम्मत के कार्य को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाया है, बल्कि जनता को भी इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनने का अवसर दिया है।

मंत्री सिंह ने कहा की हम प्रदेश में सड़क गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे रहे है, इस ओर कई निणर्य लिये गये है। हम डामर की क्वालिटी पर अधिक जोर दे रहे है। जिसके अंतर्गत सभी ठेकेदारों को आईओसीएल, बीपीसीएल एवं एचपीसीएल से ही डामर खरीदने की अनुमति दी जाएगी। इसी के साथ ठेकेदारों को डामर खरीदी के बिल भी देने होंगे। विभाग इन बिलों के संबंध में आईओसीएल, बीपीसीएल एवं एचपीसीएल से क्रास वैरीफाय कराएगा।

मंत्री सिंह ने कार्यक्रम से लोक निर्माण पुरुष्कार प्रारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने विभाग को इसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहाँ कि लोक निर्माण विभाग ने अपनी कार्यशैली में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो राज्य के विकास में नए आयाम जोड़ रहे हैं।

विशिष्ट अतिथि प्रशांत पोळ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में अभियांत्रिकी कौशल का एक समृद्ध और गौरवशाली इतिहास है, जो हजारों वर्षों से यहां की सभ्यता का अभिन्न हिस्सा रहा है। प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक, भारतीय अभियंताओं ने अपने तकनीकी ज्ञान और कौशल का उपयोग अद्वितीय संरचनाओं, वास्तुकला और जल प्रबंधन प्रणाली जैसी असाधारण उपलब्धियों को साकार करने में किया है। चाहे वह सिंधु घाटी सभ्यता की नगर योजना हो या आज के आधुनिक भारत की उन्नत तकनीक, भारत हमेशा से अभियांत्रिकी नवाचारों का केंद्र रहा है। यह परंपरा आज भी जीवंत है और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव लोनिवि के.सी गुप्ता, प्रबंध संचालक भवन विकास निगम चन्द्रमोहन ठाकुर, प्रमुख अभियंता लोनिवि आर.के मेहरा, प्रमुख अभियंता (भवन) लोनिवि शालिग्राम बघेल ने भी उद्बोधन दिया।

मंत्री सिंह ने विभाग की क्वालिटी कंट्रोल लेब को प्राप्त आई.एस.ओ प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसी के साथ उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी एवं ठेकेदारों को प्रशस्ती पत्र भी वितरित किये।

चलित टेस्टिंग एवं सैंपल कलेक्शन वाहन को हरी झण्डी दिखा किया रवाना

मंत्री सिंह ने चलित टेस्टिंग एवं सैंपल कलेक्शन वाहन को हरी झण्डी दिखा रवाना किया। विभागीय लेब का निरीक्षण कर आधुनिक सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।

 बीपी बौरासी द्वारा लिखित निर्माण कार्यो में गुणवत्ता संबंधित दिशा निर्देशो पर रचित नवीन पुस्तक भाग दो का विमोचन भी किया गया।

इस दौरान प्रमुख अभियंता आर.ई.एस. जाटव,प्रमुख अभियंता डब्ल्यू.आर.डी शिरीष मिश्रा,प्रमुख अभियंता आर.डी.सी. अखिलेश अग्रवाल,प्रमुख अभियंता बी.डी.सी. अनिल श्रीवास्तव,मुख्य अभियंता लोनिवि मस्के भी उपस्थित रहे