नवादा :- मरीजों के साथ स्वास्थ्यकर्मी करते हैं दुर्व्यवहार, बाथरूम में पानी तक नहीं
नवादा जिले के रजौली अनुमंडल मुख्यालय अनुमंडलीय अस्पताल अपनी लचर व्यवस्था के कारण हमेशा सुर्खियों में रहा है। बुद्धिजीवियों की मानें तो यह अस्पताल सिर्फ कागजों पर संचालित हो रहा है।

अस्पताल में आनेवाले मरीजों के साथ स्वास्थ्यकर्मी द्वारा दुर्व्यवहार किया जाना आम बात है। अस्पताल की कमियों को दूर करने के लिए एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक टीम गठित कर रोगी कल्याण समिति बनाई गई। समिति के लोग अस्पताल में मरीजों को मिलनेवाली सुविधा के बारे में कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया।जिसके कारण अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा रात्रि को आनेवाले मरीजों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है।


स्वास्थ्यकर्मियों को प्रभारी डीएस एवं सिविल सर्जन के अलावे रोगी कल्याण समिति से कोई डर-भय नहीं है। ताजा मामला बीती रात्रि का है। फरका बुजुर्ग पंचायत की अम्बातरी गांव से डायरिया से पीड़ित तीन मरीज सिंकु कुमारी,करिश्मा कुमारी एवं मुन्नी यादव रात्रि के 10 बजे अस्पताल पहुंचते हैं।अस्पताल में गंदगी से पटे वार्ड में तीनों को लिटाया जाता है।


अस्पताल में ड्यूटी में रहे चिकित्सक डॉ. सतीश चन्द्र सिन्हा द्वारा स्लाइन आदि देकर उपचार शुरू किया गया। इसी बीच दस्त से परेशान मरीज अस्पताल के बाथरुम में जाती है,जहां नल से एक बूंद पानी नहीं मिल पाया।बाद में परिजनों द्वारा बन्द बोतल में बाहर से पानी लाकर दिया गया।इसकी शिकायत परिजन मनोज कुमार ने चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी से किया । शिकायत पाकर चिकित्सक द्वारा दोटूक जवाब दिया गया कि हमारी जिम्मेदारी सिर्फ इलाज करने की है।


यदि दिक्कत है तो हम मरीजों को नवादा रेफर कर देते हैं।बाथरूम में पानी नहीं है और अस्पताल गंदा है,इसके लिए अस्पताल के प्रभारी डीएस जिम्मेदार हैं। परिजनों ने जब प्रभारी डीएस को कॉल किया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।अब ऐसी स्थिति में मरीजों और परिजनों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ा।


बताते चलें कि इन परेशानियों के बावजूद सभी मरीजों का इलाज अस्पताल में जारी है।मरीजों का हालात पहले के अपेक्षा सुधार हुआ है।बताते चलें कि अनुमंडलीय अस्पताल को कागजों में ट्रामा सेंटर बताया जा रहा है।साथ ही दावा किया जाता है कि यहां मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी,लेकिन सुविधाएं बढ़ने के जगह पर कम होती दिखाई दे रही है।अस्पताल की दुर्दशा को देखकर भी रोगी कल्याण समिति का मौन रहना अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार की गवाही दे रहा है।


नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा:महादलित टोला में आगजनी, कई घर जले, भूमि विवाद की बात आ रही सामने, फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू, डीएम-एसपी ने ली हालात की जानकारी
नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर गांव के महादलित टोला कृष्णा नगर में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया । आगजनी में करीब दो दर्जन घरों को क्षति पहुंची है। कुछ मवेशियों के जलने की भी सूचना है। घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है। इसके पीछे दलित-महादलित परिवारों के बीच भूमि का विवाद सामने आ रहा है।
सूचना के बाद डीएम आशुतोष कुमार वर्मा, एसपी अभिनव धीमान सहित जिला प्रशासन के तमाम आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। दमकल के सहारे आग पर काबू पाया गया। डीएम-एसपी ने 20 से अधिक घरों को क्षति पहुंचने की बात कही है। डीएम ने कहा कि भूमि विवाद का मामला है। दो पक्षों के बीच टाइटिल भी चल रहा है। घटना स्थल पर सदर एसडीओ अखिलेश कुमार और एसडीपीओ सदर-1 अनोज कुमार तथा मुफस्सिल थाना की पुलिस के साथ पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाकर तैनात कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि फिलहाल मजिस्ट्रेट और पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। स्थिति सामान्य होने तक तैनाती जारी रहेगी। एसपी के अनुसार अबतक 10 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

अबतक जो जानकारी सामने आई है उसमे यह बताया जा रहा है कि कृष्णा नगर के पडो़स के गांव प्राणपुर के लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। घटना के पीछे भूमि विवाद है। पीड़ित पक्ष और आरोपित पक्ष दलित- महादलित वर्ग के बताए जा रहे हैं। आसपास के जानकार ने बताया कि खूरी नदी के तट पर महादलित समाज से आने वाले मांझी और रविदास समाज के दर्जनों लोग अपना झोपड़ी बनाकर पिछले कई वर्षों से निवास कर रहे थे। इस भूमि पर प्राण बिगहा गांव के दलित समाज के ही नंदू पासवान अपना दावा करते आ रहे थे।

वैसे कुछ लोगों का कहना है कि यह भूमि बिहार सरकार की है। वहीं कुछ लोगों का यह भी दावा है कि भूमि किसी मुस्लिम परिवार का है।कई बार भूमि का सौदा करने का प्रयास हुआ। लेकिन, विवादित होने के कारण साफ-सुथरे लोग खरीदने को आगे नहीं आ रहे थे। उक्त भूमि अब काफी मंहगी हो गई है। इस बीच आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि नंदू पासवान और उसके सहयोगियों जिसमें अन्य वर्ग के लोग भी हैं, वही लोगो ने आगजनी भी की और कई राउंड फायरिंग भी की।

कुछ लोगों के साथ मारपीट की बात सामने आ रही है। वैसे, एसपी ने कहा है कि फायरिंग के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। अब पुलिस-प्रशासन इस मामले को काफी गंभीरता से ली है। जिनके भी नाम सामने आ रहे हैं, उनकी धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। जिन 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनसे पूछताछ की जा रही है। फिलहाल, पीड़ित परिवारों में काफी आक्रोश है। अधिकारी हालात को सामान्य बनाने में जुटे हैं।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- लगातार चार दिनों से हो रही वर्षा से गरीब का आशियाना ध्वस्त
नवादा :- लगातार चार दिनों से हो रही वर्षा से गरीब का आशियाना ध्वस्त नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र में पिछले चार दिनों से लगातार वर्षा होने से कच्चे मकान एवं पुराने पक्के मकान रिस रिस कर गिरने लगे हैं।
ऐसे में क्षेत्र के भट बिघा गाँव निवासी दिब्यांग व्यक्ति उपेन्द्र मिस्त्री पिता रिश्लाल मिस्त्री का खपड़ा व मिट्टी से निर्मित मकान का दो कमरा अचानक सुबह में गिर गया ।

स्वजन किसी तरह भाग कर जान बचाने में सफल रहे लेकिन कमरे में रखे कपड़ा, अनाज, खटिया समेत करीब 80 हजार रुपये मूल्य का सामान का नुकशान हुआ है। पीड़ित ने अंचल अधिकारी को आवेदन दे आपदा से सहायता राशि कि मांग की है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- जिले के अधिकारियों को आरटीआई कानून की जानकारी नहीं, सूचना उपलब्ध कराने के लिये आवेदक को बुला रहे कार्यालय
नवादा :- जिले के अधिकारियों को आरटीआई कानून की जानकारी नहीं, सूचना उपलब्ध कराने के लिये आवेदक को बुला रहे कार्यालय ज्ञान की रोशनी से प्रकाशित करने वाले शिक्षा विभाग के अधिकारी खुद अज्ञानी हैं।
ऐसा हम नहीं खुद उनसे बातचीत का वायरल वीडियो कह रहा है। मामला आरटीआई से जुड़ा है जिसके नियम- कानून की जानकारी अधिकारियों को नहीं है। मामला जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चील ने जिला शिक्षा विभाग से संबंधित सूचना के अधिकार के तहत कई आवेदन दाखिल कर रखा है।

उक्त मामले में एक निर्धारित समय सीमा के अंदर निबंधित डाक से जबाब उपलब्ध कराना है। शिक्षा विभाग कार्यालय से जो सूचना उपलब्ध करायी जा रही है वह पूर्णतः अधूरी है। इससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आखिर किस आवेदन का जबाब है। पूछे जाने पर डीईओ उन्हें खुद कार्यालय आकर जबाब लेने की बातें कर रहे हैं।

अब सबसे बड़ा सवाल यह कि क्या बगैर कार्यालय गये सूचना नहीं मिलेगी। सूचना का अधिकार यही कहता है क्या। यह हाल है ज्ञान का प्रकाश फैलाने वाले विभाग के अधिकारियों का। जिसे खुद ज्ञान नहीं हो वह दूसरे को क्या ज्ञान बाटेगा ये बात सोचने लायक है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- बस एक कागज की दरकार, जमीन मालिकों को काटने पड़ रहे कार्यालयों के चक्कर, सर्वे में फंस सकती है बात
नवादा जिले में सर्वे कार्य की रफ्तार काफी धीमी गति से चल रही है। ऐसा रैयतों के पास कागजातों की कमी के कारण हो रहा है। हर जमीन मालिक के पास बस एक कागजात की कमी पड़ रही है। वह है दाखिल-खारिज की।
दरअसल, कई जमीन मालिकों को खाता खेसरा में हुई गड़बड़ी को लेकर अंचल कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। दूसरी ओर, बिचौलिए भी पीछे से दौड़ लगा रहे हैं। खतियान की नकल प्राप्त करने के लिए वे नवादा में अभिलेखागार का लगातार आवाजाही कर रहे हैं। ऐसे में बिचौलियों की भाग दौड़ बढ़ गई है। जो रैयत खुद भाग दौड़ नहीं करना चाहते हैं, उनका अंचल कार्यालय से लेकर डीसीएलआर या फिर उपसमाहर्ता स्तर के कार्य को बिचौलियों द्वारा आसानी से करवा लेने की बात सामने आ रही है।

दूसरी ओर, ग्रामीण क्षेत्रों के संयुक्त परिवारों द्वारा अपनी जमीन को पंचायती के माध्यम से बंटवारा कर अखौता (अलग-अलग भूमि की सूची) तो बना लिया गया है, लेकिन दाखिल खारिज नहीं करवाने के कारण उनको परेशानी हो रही है। अंचल कार्यालयों में आवेदन के बाद कोई न कोई कमी बता कर दाखिल वाद को अस्वीकृत कर दिया जा रहा है।

इस बाबत ग्रामीण रैयत अशोक सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन में से कुछ भाग अपनी पत्नी मीना देवी के नाम स्थानांतरित करने का आवेदन करीब चार माह पहले दिया था। जिसे बेवजह अस्वीकृत कर परेशान किया जा रहा है। वहीं, दर्जनों किसानों की रैयती भूमि का डेटा अपडेट (परिमार्जन) नहीं हुआ है। ऐसे में रैयत कर्मचारियों के द्वारा बहाल निजी सचिवों के निकट हाजरी लगा रहे हैं। यही कारण है कि जिले में सर्वे के पूर्व मांगे गये कागजातों की कमी के कारण सर्वे कार्य मंथर गति से चल रहा है। दूसरी ओर बिचौलियों की चांदी कट रही है तो राजस्व कर्मचारी ऐसे रुहपोश हो गये हैं जैसे गदहे से सिंग गायब रहता है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- सदर अस्पताल में कुव्यवस्था ही कुव्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर धोखा, मरीजों का बुरा हाल, अधिकारी लापरवाह
नवादा सदर अस्पताल में गर्मी से बचाव के इंतजाम राम भरोसे हैं। कहीं कूलर तो कहीं पंखे खराब पड़े हैं। यहां भर्ती मरीजों का गर्मी की वजह से बुरा हाल हो रहा है।
बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी व्यवस्था में सुधार को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लगे पंखे और कूलर बंद होने से मरीज और उनके स्वजन परेशान हैं। स्वजनों का कहना है कि यहां मरीजों के साथ-साथ अस्पताल की भी इलाज की जरूरत है। जिले के वरीय पत्रकार रवीन्द्र नाथ भैया ने सदर अस्पताल का जायजा लिया तो कई खामियां मिलीं। बरसात की गर्मी में इमरजेंसी वार्ड में कूलर के इंतजाम हैं लेकिन खराब पड़े हैं। कुछ पंखे भी बंद हैं।

लिहाजा मरीजों का बुरा हाल है। अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि गर्मी की वजह और वार्ड में दुर्गंध से उनका जी घबराता है। मरीजों ने बताया कि पंखा और कूलर पिछले कई दिनों से खराब है लेकिन सदर अस्पताल के जिम्मेदार मरीजों की सुधि नहीं ले रहे हैं। दूसरी ओर अधिकारियों के चैंबर में सरकारी कूलर और एसी की ठंडक बनी हुई है। सरकारी अस्पताल में मरीजों को खराब पंखा और कूलर के साथ ही समय गुजारना पड़ रहा है। कम खर्च में इलाज की चाह लिए मजबूरी में गरीब तबके के लोग सदर अस्पताल की ओर रुख करते हैं।

कुछ लोगों को सदर अस्पताल की कुव्यवस्था के कारण प्राइवेट क्लिनिक में इलाज कराने बेवजह जेब ढीली करनी पड़ रही है। बीमारी से पीड़ित लोग सरकारी अस्पताल की ओर रूख कर रहे हैं लेकिन वहां भी आराम नहीं है। ठंडी हवा नहीं मिलने से मरीज उमसभरी गर्मी से बेहाल हैं। जिले के सदर अस्पताल की यह व्यवस्था सरकार और स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किए जाने वाले दावों की पोल खोल रही है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- अपराध, बालू, शराब और साइबर अपराध पर रोक लगाना पहली प्राथमिकता, मीडिया व जिलेवासियों का सहयोग आवश्यक -एसपी
नव पदस्थापित एसपी अभिनव धीमन ने मंगलवार को समाहरणालय पुलिस कार्यालय सभागार में मीडिया से रू-ब-रू होते कहा कि अपराध, बालू, शराब माफियाओं तथा साइबर अपराध पर लगाम लगाना मेरी पहली प्राथमिकता होगी।
2019 बैच के तेज-तर्रार भारतीय पुलिस सेवा के पदाधिकारी अभिनव धीमन ने कहा कि जब मैं दानापुर का एसडीपीओ था, तब बालू और साइबर अपराध पर लगाम लगाया था। उन्होंने कहा इसके लिए मीडिया के साथ-साथ जिलेवासियों का सहयोग जरूरी है।

उन्होंने कहा कि गलत काम करने वाले थानाध्यक्ष और पुलिस कर्मी बख्से नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता और मीडिया की शिकायत मिलने के बाद जांच में मामला सत्य पाए जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। एसपी धीमन ने नगर में लगने वाली जाम से मुक्ति दिलाने के लिये आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
आतिशी बनी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, 2020 में बनी विधायक और 2024 में मुख्यमंत्री राजनीति में आतिशी जितनी जल्द इतने बड़े मुकाम पर पहुंची हैं
आतिशी बनी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, 2020 में बनी विधायक और 2024 में मुख्यमंत्री राजनीति में आतिशी जितनी जल्द इतने बड़े मुकाम पर पहुंची हैं उतनी जल्द नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड से बहुत ही कम लोग पहुंचे हैं।
बता दे कि आतिशी बर्ष 2020 में दिल्ली की कालका सीट से विधायक बनती हैं। उसके बाद आतिशी 2023 में दिल्ली केबिनेट मंत्री बनती हैं। और फिर आतिशी 2024 में दिल्ली की मुख्यमंत्री बन जाती हैं। यह किसी गैर राजनीति से परिवार आने वाले व्यक्ति के लिए बहुत छोटे राजनैतिक करियर में बहुत बड़ा मुकाम है।

नवादा से राकेश कुमार चन्दन की रिपोर्ट
नवादा :- नवादा के नए एसपी ने पदभार ग्रहण करते ही एक्शन कर दिया शुरू, पीट पीट कर की गई हत्या मामले में चार को किया गया गिरफ्तार
नवादा :- नवादा के नए एसपी ने पदभार ग्रहण करते ही एक्शन कर दिया शुरू, पीट पीट कर की गई हत्या मामले में चार को किया गया गिरफ्तार मुर्गा के चक्कर में हुई हत्या मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
मामला जिले के नरहट थाना इलाके का है। इस मसले पर एसपी नवादा अभिनव धीमान ने मंगलवार को पुलिस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी। एसपी के अनुसार नरहट थाना क्षेत्र के रहमत नगर-बभनौर में 11.9.2024 को एक युवक की बाइक मो. अशरफ अली के मुर्गा से सट गई थी।

इसके कारण विवाद हुआ और बाइक सवार के साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर दिया। जख्मी युवक को इलाज के लिए पीएमसीएच ले जाया गया था। जहां 14.9.2024 को उसकी मृत्यु हो गई थी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई थी। पटना पीएमसीएच पहुंचकर 13.9.2024 को जख्मी व्यक्ति का फर्द बयान दर्ज कर नरहट थाना में कांड संख्या 326-24 दर्ज किया गया था।

कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के द्वारा थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया। उक्त टीम ने आसूचना संकलन एवं ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर कांड में लिप्त एक अभियुक्त को वजीरगंज गया एवं शेष 3 को तिलैया स्टेशन से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार करते हुए घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। तत्पश्चात सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

गिरफ्तार अभियुक्तों में मोहम्मद जावेद आलम उम्र 30 वर्ष, मोहम्मद साबिर आलम उम्र 24 वर्ष, मो. अामिर आलम उम्र 20 वर्ष तीनाें पिता स्व. अली हुसैन, ग्राम-रहमत नगर-बभनौर थाना-नरहट, जिला-नवादा एवं मो. शोएब उम्र 45 वर्ष पिता-मकबूल, ग्राम-रहमतनगर-बभनौर, थाना-नरहट, जिला-नवादा शामिल है। बता दें कि मृतक युवक सन्नी कुमार पिता सनोज राजवंशी पड़ोस के गांव बिनोवा नगर का निवासी था। इस मामले में कुछ और भी आरोपित हैं, जिनकी गिरफ्तारी होनी शेष है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- एसपी अभिनव धीमान ने संभाला कार्यभार -परंपरा से हटकर एसपी अंबरीश राहुल को पुलिस माफियाओं ने नगर के होटल में दी गईं विदाई
नवादा :- एसपी अभिनव धीमान ने संभाला कार्यभार -परंपरा से हटकर एसपी अंबरीश राहुल को पुलिस माफियाओं ने नगर के होटल में दी विदाई, बालू- दारू व पुलिस माफियाओं से निपटना होगा चुनौती नव पदस्थापित एसपी अभिनव धीमान ने पुलिस कार्यालय पहुंच पदभार ग्रहण कर लिया है।
पदभार लेने के पहले प्रोटोकॉल के तहत परिसदन व समाहरणालय परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एसपी अभिनव धीमान ने पदभार के बाद जिले के सभी पुलिस उपाधीक्षक से जिले की भौगोलिक स्थिति व अन्य बिंदुओं पर जानकारी ली। मौके पर सदर एसडीपीओ-1 अनोज कुमार, रजौली एसडीपीओ गुलशन कुमार, पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी, हिसुआ एसडीपीओ सुनील कुमार, साइबर डीएसपी व यातायात डीएसपी सहित सर्किल पुलिस निरीक्षक पंकज झा समेत कई अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
इसके पूर्व निवर्तमान एसपी अंबरीश राहुल की विदाई परंपरा से हटकर पुलिस माफियाओं ने नगर के एक बड़े होटल में दी । विदाई समारोह में डीएम आशुतोष कुमार वर्मा भी शामिल हुए। इनके आलावा जिले में पदस्थापित पुलिस उपाधीक्षक सहित विभिन्न थाना क्षेत्र के पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।

निर्वतमान एसपी अंबरीश राहुल की पदस्थापना एसपी औरंगाबाद जिले में किया गया है। पिछले 21 महीने के कार्यकाल विवादास्पद रहा है। मसलन थानाध्यक्ष पर हरे बृक्ष की कटाई के आरोप का जांच के नाम पर आरोपी को झूठे मुकदमे में फंसाया जाना, शराब के साथ गिरफ्तार को मोटी रकम लेकर छोड़ देने के पुख्ता सबूत के बावजूद कार्रवाई न करना, बालू माफिया द्वारा एक थानेदार द्वारा दूसरे पर हमले की शिकायत के बावजूद कार्रवाई न करना ,

वरीय पत्रकार को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा हथकड़ी लगाने से रोक के बावजूद बगैर चेहरा छिपाये खुद थानेदार द्वारा फोटो वायरल करना, पीडीएस के विरुद्ध खबर छापने वाले पत्रकार को बगैर जांच गिरफ्तार करना आदि- आदि। लोकसभा चुनाव में एक ही दिन चुनाव आयोग के आदेश पर डीएम आशुतोष कुमार वर्मा व तत्कालीन एसपी अंबरीश राहुल का तबादला कर दिया गया था। इन दोनो अधिकारी को पूरे चुनाव अवधि तक दूर रखा गया था। चुनाव के लिए जिले के डीएम प्रशांत कुमार एसएच व एसपी कार्तिकेय शर्मा को भेजा गया था, जिन्होंने शांति पूर्ण व हिंसा मुक्त चुनाव सम्पन्न कराया था।

लेकिन अपने प्रभाव तथा अन्य क्षमता से आचार संहिता समाप्त होते ही पुनः इसी जिले में डीएम व एसपी का पदस्थापना कर दी गयी । नये एसपी के लिए बालू-दारु, पुलिस माफियाओं के साथ आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाना चुनौती होगा। लोगों कोे उम्मीद है कि नये एसपी पुलिस माफियाओं के साथ बालू- दारू व अपराध व आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही निष्पक्ष पत्रकारिता करने वालों का सम्मान करते हुए थानाध्यक्षों की मनमानी पर अंकुश लगा पायेंगे।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट!