गया के गोदावरी तालाब में पितरों को मोक्ष दिलाने की कामना के साथ पिंडदान श्राद्ध हुआ शुरू
गया। पितरों को मोक्ष दिलाने की कामना के साथ मंगलवार से पिंडदान शुरू हो गया। त्रिपाक्षिक गयाश्राद्ध करने वालों ने मुख्य रूप से पुनपुन घाट पर तर्पण कर पूर्वजों को मोक्ष दिलाने की कामना की। पुनपुन नहीं जाने वाले तीर्थयात्री गया शहर के गोदावरी तालाब में कर्मकांड शुरू किया।
गोदावरी में खुले में बैठकर पिंडदानियों ने 21 कुलों के उद्धार के लिए श्राद्धकर्म किया। हालांकि संख्या काफी कम रही। फल्गु, देवघाट, गजाधर घाट पर भारी संख्या में पिंडदानी नजर आए। तीर्थयात्री फल्गु नदी में स्नान और तर्पण करेंगे। देवघाट पर पिंडदान के बाद गजाधर विष्णु और विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में स्थित विष्णुचरण का दर्शन-पूजन करेंगे।
पूर्वजों की आत्मा को स्वर्गलोक दिलाने की कामना लिए गयाधाम में पिंडदानियों का आना जारी है। सोमवार की रात से सुबह तक तीर्थयात्रियों का आना जारी है। गयापाल पंडों ने कहा कि देर रात तक मोक्षनगरी में करीब 25 हजार से अधिक पिंडदानियों के आने की सूचना है। इनमें अधिकतर हरियाणा, राजस्थान, यूपी दिल्ली और मध्यप्रदेश के लोग शामिल हैं। तीर्थयात्री ट्रेन, बस के अलावा निजी गाड़ियों से आ रहे हैं। आने वाले पिंडदानी आज से फल्गु से कर्मकांड शुरू करेंगे। इस दौरान कर्मकांडी गया पंचकोस में स्थित विभिन्न वेदियों पर जाकर पुरखों के लिए गयाश्राद्ध करेंगे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Sep 17 2024, 17:59