18 को नरेंद्र गिरि की पुण्यतिथि पर पूजन और भंडारा

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । श्रीमठ बांघबरी पीठाधिश्वर महंत बलबीर गिरी जी महाराज ने बताया की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की पुण्यतिथि पर बाघम्बरी मठ में 18 सितंबर को बड़ा कार्यक्रम होगा। इस दौरान महंत की समाधि पर 100 से अधिक ब्राह्मण वैदिक मंत्रों से पूजन व अभिषेक करेंगे, इसके बाद उनके नाम पर भंडारे का आयोजन होगा। हिन्दी तिथि के हिसाब से उनकी पुण्यतिथि अश्वनी कृष्णपक्ष के पहले दिन होगी। ऐसे में उनकी पुण्यतिथि इस बार 18 सितंबर को पड़ रही है।

एनडीआरएफ की टीम के द्वारा बाढ़ में फसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। 11 एन डी आर एफ, वाराणसी की टीमें श्री मनोज कुमार शर्मा , उप-महानिरीक्षक के दिशा -निर्देशन में आपदा प्रबंधन, एवं बाढ़ बचाव राहत कार्य हेतु प्रयागराज में एक टीम 11 ङ की तैनाती की गई है।

पिछले तीन -चार दिनों से लगातार गंगा एवं यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रयागराज गंगा एवं यमुना नदी के तटीय इलाकों में जल जमाव होने के कारण इन क्षेत्रों में में बाढ़ की स्थिति बन गई है ।

बाढ़ बचाव एवं राहत के क्रम में आज दिनांक 16 सितंबर 2024 को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम 11ह्य के निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम के द्वारा गंगा एवं यमुना नदी में बोट के माध्यम से बक्शी बांध से लेकर छोटा बघाड़ा, दरियाबाद, सलोरी बांध,बड़ा बघाड़ा गोविंदपुर, तेलियरगंज, रसूलाबाद घाट , बेली कछार , राजापुर और फाफामऊ तक इन क्षेत्रों में टीम के द्वारा निगरानी किया गया एवं इस दौरान घरों में बाढ़ का पानी अधिक हो जाने के कारण वहां से स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थान तथा एक नीलगाय रसूलाबाद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे होने की सूचना पर तत्काल उसे पानी से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर एन.डी.आर. एफ. टीम के द्वारा पहुंचाया गया ।

विकसित भारत, सशक्त भारत, निपुण भारत के निर्माण में किसान भाईयों की अहम भागीदारी: विधायक

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। पं0 गोविन्द वल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान झूँसी प्रयागराज में उ0प्र0 मिलेट्स पुनरोद्वार कार्यक्रम अन्तर्गत मिलेट्स रेसिपी विकास एवं उपभोक्ता जागरुकता कार्यक्रम त्वरित मक्का विकास योजनान्तर्गत वर्कशाप सेमिनार खरीफ तिलहन गोष्ठी 2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक, गुरु प्रसाद मौर्य फाफामऊ प्रयागराज की गरिमामयी उपस्थिति रही। एस0पी0 श्रीवास्तव, उप कृषि निदेशक, किशोर कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी, मुकेश कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, सुरेश प्रताप सिंह भूमि संरक्षण अधिकारी, प्रयागराज, कृषि वैज्ञानिक, डा0 योगेश श्रीवास्तव, डा0 मदनसेन सिंह, सुआट्स, नैनी तथा कुल भाष्कर आश्रम डिग्री कालेज से डा0 मनीष कुमार सिंह उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर अभिवादन किया गया कार्यक्रम का शुभारम्भ विधायक गुरु प्रसाद मौर्य द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

एस0पी0 श्रीवास्तव, उप कृषि निदेशक, प्रयागराज द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया गया कि श्री अन्न के महत्व को देखते हुए वर्ष 2023 में अन्तर्राष्टीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया था। बदलती जलवायु चुनौतियों का मुकाबला करने के लिये श्री अन्न की खेती फायदेमन्द है, क्योंकि ये सूखा बाढ़ जैसी परिस्थितियों में भी उग जाती है। किसान भाईयों को स्वीट कार्न, बेबी कार्न एवं पाप कार्न की खेती कर लाभ लेना चाहिए, क्योंकि मक्का एक ऐसी फसल है जोकि सभी सीजन में उगायी जा सकती है।

डा0 मदनसेन सिंह वैज्ञानिक, शुआट्स नैनी, प्रयागराज द्वारा बताया गया कि मिट्टी का स्वास्थ्य खराब होने के कारण फसलों में पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मौजूद नहीं हैं, जिससे जनमानस की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटी है, इसका समाधान सिर्फ श्री अन्न का सेवन है। श्री अन्न कम समय म,ें कम पानी में उगने वाली फसल है। वर्तमान समय में रासायनिक खाद का प्रयोग करने से मिट्टी कमजोर हो गयी है इसलिये खेतों में सड़ी हुई गोबर की खाद का प्रयोग करने से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी तथा भूमि शोधन एवं बीज शोधन करने से आपकी फसल रोगमुक्त तथा मिट्टी का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा एवं उत्पादन भी अच्छा होगा। कृषकों को अधिक उत्पादन करने के लिये वैज्ञानिक ढंग से खेती करने की अवश्यकता पर बल दिया गया। डा0 योगेश श्रीवास्तव ने श्री अन्न की खेती पर बल देते हुए कम लागत में अधिकतम लाभदायक फसल बताया।

विधायक, श्री गुरु प्रसाद मौर्य फाफामऊ द्वारा बताया गया कि कृषक देश की रीढ़ की हड्डी की तरह है। यदि रीढ़ कमजोर होगी तो हमारा देश कमजोर होगा। किसान भाई श्री अन्न की खेती करके न केवल अपना स्वास्थ्य सही कर सकते हैं, बल्कि एक मजबूत देश बनाने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत, सशक्त भारत, निपुण भारत का संकल्प लिया है जो बिना किसानों की भागीदारी के पूरा नहीं हो सकता है। इसलिये किसान भाई ज्यादा से ज्यादा श्री अन्न की खेती कर प्रधानमंत्री जी के सपनों को साकार करें।

कुलभाष्कर आश्रम डिग्री कालेज से आये डा0 मनीष कुमार सिंह कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि देश में डायबिटीज रोगियों की संख्या बढ़ गयी है, उसका कारण है कि हम चावल गेहूँ से ग्लूकोज के रुप में तुरन्त ऊर्जा पाते हैं इससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है वहीं दूसरी ओर श्री अन्न की फसलें ग्लूकोज को धीरे-धीरे ऊर्जा के रुप में परिवर्तित करती हैं। सरसों की पंक्तिवार बुवाई करके प्रति इकाई क्षेत्रफल से प्रति इकाई समय में अधिकतम उत्पादन लेने की बात बतायी गयी।

किशोर कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी, प्रयागराज ने बताया गया कि श्री अन्न के प्रचार-प्रसार एवं खेती हेतु इस वित्तीय वर्ष में पी0ओ0एस0 मशीन के माध्यम से पूरे जनपद में नि:शुल्क श्री अन्न का मिनीकिट वितरित किया गया। किसानों भाईयों से अपील किया कि श्री अन्न की खेती कर लोकप्रिय बनाये। वर्तमान सीजन में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गोष्ठी की सार्थकता तब है यहॉं से प्राप्त ज्ञान को कृषक उसको जमीनी स्तर पर उतारे।अन्त में डा0 मुकेश कुमार, जिला रक्षा कृषि अधिकारी, प्रयागराज द्वारा उपस्थित सभी अगन्तुकों का अभार व्यक्त किया गया।

केन्द्रीय मंत्री ने शिल्प ग्राम के विकास कार्यों का किया लोकार्पण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। केन्द्रीय वस्त्र मंत्री, भारत सरकार गिरिराज सिंह ने राकेश सचान सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा तथा वस्त्रोद्योग, उ0प्र0 एवं राज्यमंत्री ग्राम्य विकास विभाग एवं समग्र ग्राम विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, उ0प्र0 विजय लक्ष्मी गौतम के साथ विकास आयुक्त ( हस्तशिल्प) कार्यालय, भारत सरकार के तत्वाधान में उद्यमिता विकास संस्थान, उत्तर प्रदेश द्वारा बनाये गये शिल्प ग्राम (क्राफ्ट टूरिज्म विलेज- मूंज शिल्प) महेवा नैनी के विकास कार्यों का लोकार्पण किया।

इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने वहां पर लगायी गयी प्रदर्शनी में विभिन्न स्टॉलोें का अवलोकन करते हुए कारीगरों से उसके विषय में जानकारी प्राप्त की और उनके द्वारा बनाये गये उत्पादों की सराहना करते हुए कारीगरों का मनोबल बढ़ाया। मंत्री ने कहा कि मूंज शिल्प को पर्यटन से जोड़ने की दिशा में यह एक अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के अंदर कोई न कोई कला तथा कारीगरी छुपी होती है, अच्छा माहौल एवं अवसर प्राप्त होने पर वह अपनी कला का बेहतर प्रदर्शन करता है।

उन्होंने कहा कि कला/कारीगरी को बढ़ावा देने के लिए मा0 प्रधानमंत्री जी एवं वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार लगातार प्रयासरत है। मंत्री ने कहा कि ऐसी प्रदर्शनी के आयोजन से मंूज कारीगरों की कला को आगे बढ़ाने तथा उनको आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होंगे। विभिन्न जिलों के, विभिन्न तरह के मूंज उत्पाद लगाकर निश्चित ही सरकार इस योजना के माध्यम से हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने और उनको विकास के पथ पर अग्रसित करने के लिए यह प्रदर्शनी कारगर साबित होगी। प्रदर्शनी में विभिन्न जनपदों से आये हुए बुनकरों द्वारा प्रदर्शनी में लगभग 40 स्टॉल लगाये गये थे।

मंत्रीगणों के द्वारा प्रदर्शनी में आये हुए स्कूली बच्चों के साथ ग्रुप फोटो भी करायी गयी। टूरिज्म विलेज महेवा, प्रयागराज में यमुनानदी के तट पर स्थित, टोकरी बनाने की जादुई कला, शिल्प का निवास स्थान है। मूंज सरपत (जंगली घास) का नरम बाहरी छिल्का है, जिसे वर्ष में एक बार अक्टूबर-नवम्बर के महीने में काटा जाता है और बल्ला के रूप में संग्रहीत कर उत्पाद तैयार किए जाते है। इस अवसर पर मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत व सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बारहवफात का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव।प्रयागराज। पूरे दुनियां में मनाया जाने वाला जश्ने ईद मिलादुन्नबी का त्योहार क्षेत्र में खुशी के साथ मनाया गया।कोरांव में भी नगर पंचायत सहित ग्रामीण इलाकों में भी पर्व मनाया गया। जुलूस की शक्ल में नारे तकबीर अल्लाहु अकबार नारे रिसापत या रसूल्लुला के नारे लगे। हर जगह फातेहा दर्द लंगर के आयोजन हुए।

नगर कोरांव में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकले दोपहर जुलूस में पूर्व चेयरमैन गोपाल जी,पूर्व चेयरमैन रमेश चंद्र सोनी,सभासद मोहम्मद यूसुफ,चेयरमैन ओम प्रकाश केसरी सहित हुसैनी ब्राह्मण राजू चौबे,शहादत अली,महताब खान, सफात अली,राजेश पांडे,सहित तमाम आम नागरिक गणमान्य हिंदू मुस्लिम वर्ग के लोग शामिल रहें। शांति व्यवस्था हेतु थाना प्रभारी कोरांव नितेंद्र कुमार शुक्ल,अतिरिक्त इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह,सहित तमाम पुलिस बल महिला पुरुष कार्यक्रम को अंजाम दिलाए।

जारी बाजार व आसपास क्षेत्र में मानक के विपरीत चलाए जा रहें है अस्पताल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कौंधियारा । जसरा ब्लॉक के अंतरगत जारी बाजार घूरपुर गौहनिया, इरादतगंज बाजार तक में तकरीबन सैकड़ों अस्पतालों न व क्लीनिकों का संचालन हो रहा है । इनके पास सीएमओ रजिस्ट्रेशन है लेकिन क्लीनिक का है या फिर नर्सिंग होमों का इसकी गारंटी नहीं है। इतना ही नहीं। इनमें भी तमाम ऐसी अस्पतालें हैन जो विभागीय अफसरों के रहमो करम पर चल रही है। जिनका रिनुअल भी नहीं होता हैं। ऐसे में यदि यह कह लिया जाए कि वर्तमान में ऐसी स्थिति बनती जा रही है कि अस्पतालों के संचालन की होड़ सी हो गई है। शायद अस्पताल व कीनिक के संचालन में - बड़ा फायदा होता होगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा के समीप व गौहनिया जारी घूरपुर बाजार में इन दिनों तकरीबन दर्जनों - अस्पतालों का संचालन हो रहा है।

इतना ही नही जारी उपस्वास्थ्य केंद्र के बगल में भी क्लिनिक का संचालन हो रहा है । इस तरह से जारी भीटा, बीकर, मनकवार, बोगी, सेमरा इरादतगंज, घूरपुर, को मिलाकर तकरीबन सैकड़ों अस्पताल व क्लिनिक संचालित है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल व क्लिनिक का बोर्ड जरूर लगा रहता है लेकिन उसने अंकित डॉक्टर का नाम की जगह बगैर डिग्री प्राप्त अंदर इलाज करते मिलते हैं। यह खेल पूरे जारी बाजार क्षेत्र के खुली अस्पतालों व क्लिनिक में हो रहा है। यहां। तक की जिस डिग्री प्राप्त डॉक्टर का कागज व बोर्ड में नाम लिखा रहता है उस डॉक्टर को शायद यह नहीं पता रहता कि अस्पताल का संचालन कहां हो रहा है। खाली सेटिंग गेटिंग कर ऐसे चिकित्सक भी अपना कागज रजिस्ट्रेशन के लिए लगा देते हैं।

शायद यही वजह है कि ऐसे अस्पतालों में मरीजों से सिर्फ धनादोहन होता है जबकि इलाज के नाम कुछ भी नहीं रहता है। इतना ही नहीं अस्पतालों में चिकित्सक बड़े बड़े आॅपरेशन भी करवा देते हैं सफल हुआ तो ठीक हैं नहीं तो अपने से बड़े अस्पताल का पता बता वहां के लिए भेज देते हैं। इनका दोनों तरफ से फायदा होता है। पहले तो मरीज के तीमारदारों से यहां धन लिए, इसके बाद भेजे गए पते वाली अस्पताल से अपना कमीशन लिए मरीज की जिंदगी बचेगी इनसे मतलब नहीं है है। कुल मिलाकर इन दिनों यह खेल इन जगहों में बखूबी हो रहा है। शायद यही वजह है कि सेटिंग गेटिंग कर ऐसे अस्पताल व कीनिक संचालक गरीबों की जेब में डाका डालने में सफल हो रहे हैं।

कोआॅपरेटिव बैंक शंकरगढ़ के खिलाफ घूसखोरी को लेकर भाकियू (भानु) जिला अध्यक्ष ने किया धरना प्रदर्शन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । भारतीय किसान यूनियन (भानु) के द्वारा प्रयागराज जिला कोआपरेटिव बैंक शंकरगढ़ के सचिव व मैनेजर द्वारा केसीसी के नाम पर किसानों से घूस लेने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने बैंक मैनेजर और सचिव के ऊपर कार्यवाही कराने के लिए शंकरगढ़ बैंक पर किया धरना प्रदर्शन। जिसमें जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह ने जब सुना कि किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है और केसीसी करने के लिए 6000 रुपए घूस के रूप में लिया जा रहा है ।

तब उन्हें यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और तत्काल अपने सभी पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए बताया कि सभी लोग शंकरगढ़ इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोआॅपरेटिव बैंक पर पहुंचे किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना है किसानों के साथ हो रहे हैं अन्य को कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा किसानों के नेता जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी के साथ शंकरगढ़ बैंक पर पहुंचे पहुंचते ही बैंक के मैनेजर से बातचीत करने का प्रयास किया शंकरगढ़ बैंक मैनेजर बैंक छोड़कर पीछे के रास्ते से भाग निकला बैंक मैनेजर से मुलाकात तो नहीं हो पाई लेकिन बैंक के सचिव से मुलाकात हुई बैंक का सचिव हिल्ला हवाली देते हुए फरियादी किसान की किसी बात को मानने के लिए तैयार नहीं हुआ बराबर अपनी सफाई पेश करता रहा तत्पश्चात बैंक के अध्यक्ष शिव मोहन मौर्य तथा डीसीएफ अध्यक्ष अजय पांडेय मौके पर पहुंचे ।

उन्होंने बताया कि बैंक के कर्मचारीयों ने यदि गलत किया है तो उनके साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी किसी को बक्सा नहीं जाएगा इसी बात पर भारतीय किसान यूनियन भानु के जिला अध्यक्ष ने ज्ञापन देकर धरने को समाप्त किया और चेतावनी दिया कि जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम आगे कुछ बड़ा करेंगे जिला प्रयागराज कोआॅपरेटिव बैंक के चेयरमैन किसानों के बीच पहुंचे और किसानों से वादा किया कि जांच कर मैनेजर और सचिव के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी धरने में शामिल मंडल अध्यक्ष राम बाबु सिंह बघेल, मण्डल प्रभारी (मंडल मीडिया प्रभारी ) प्रयागराज ठाकुर कृष्ण राज सिंह, जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह, किसान क्रांति दल जिलाध्यक्ष दीपक तिवारी, ब्लाक अध्यक्ष महिला मोर्चा रूबी महिला को मोर्चा चाका ब्लाक अध्यक्ष आलिया ,जसरा ब्लाक अध्यक्ष सुधाकर सिंह, ब्लाक उपाध्यक्ष घनश्याम, मंडल मंत्री मुन्ना मिश्रा, व्यापार मोर्चा जिलाध्यक्ष मुकेश पाठक तथा किसान यूनियन के सभी पदाधिकारी के साथ भारतीय किसान यूनियन भानू के कार्यकर्ता किसान मौजूद रहे ।

वर्मी-कम्पोस्ट खाद का उत्पाद बढ़ाकर अपने फसलों को अत्यधिक पैदावार बनाएं: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। वर्मी-कम्पोस्ट खाद का उत्पाद बढ़ाकर अपने फसलों को अत्यधिक पैदावार बनाएं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने गगनवत्स बायोएनर्जी फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी के डायरेक्टर राज बहादुर सिंह से उनसे कृषि-सम्बन्धी तमाम प्रोडक्टों के बारे में वृस्तृत जानकारी लेने के बाद अपने बीच स्थित सभी प्रियजनों से डायरेक्टर श्री सिंह के आॅफिस गौहनिया बाजार प्रयागराज में कही।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि बायोएनर्जी फार्मर्स कम्पनी के डायरेक्टर सिंह ने एक-एक कृषि उत्पाद बढ़ाने वाले प्रोडक्टों के बारे में बहुत ही सरलतम से वृस्तृत वर्णन किया।डायरेक्टर सिंह ने बताया कि नीमवाश प्रोडक्ट से फसलों पर छिड़काव करके कीट-पतंगों से फसल को बचाया जा सकता है।

इसके फसलों पर छिड़काव से कीट-पतंगें पूर्णत: नष्ट हो जाते हैं।नीम-खली नामक प्रोडक्ट से फसलों को मजबूती मिलती है जिससे फसल अत्यधिक पैदावार हो जाती है।वर्मी-वाश प्रोडक्ट का भी प्रयोग कर फसलों को मजबूत बनाया जा सकता है जिससे फसल मजबूत होती हैं और पैदावार बढ़ जाती जाती है।जीवामृत प्रोडक्ट का प्रयोग यूरिया व अन्य रासायनिक फर्टिलाइजर के साथ मिलकर उपयोग करने से फसल की जड़े मजबूत व हरी-भरी रहती हैं और कोई भी रोग फसल में नही लगते हैं।बीज-शोधक प्रोडक्ट का उपयोग बीजों की गुणवत्ता व फसल के बीजों को मोटे एवं स्वस्थयुक्त रखने में प्रयोग किया जाता है।

अन्तत: डायरेक्टर सिंह ने बताया कि कम्पोस्ट नाडिम प्रोडक्ट का प्रयोग कर गोबर के खाद एवं खर-पतवार को छ: माह के अन्दर गलाकर ऊजार्वान जैविक-खाद बनाया जाता जिसके प्रयोग से मिट्टी में शक्ति बढ़ती है और फसलें अत्यधिक पैदावार होती हैं।डायरेक्टर सिंह ने यह भी बताया कि कम्पनी द्वारा यह जैविक खेती वर्तमान समय में पाँच-सौ किसानों के बीच एक हजार एकड़ में करायी जा रही है और धीरे-धीरे इस जैविक खेती का विस्तार समूचे जनपद के किसानों के बीच कराया जाएगा जिससे कृषक अत्यधिक उपज कर अपने जीवन को खुशहाल बना सके।जिला मंत्री ने अपने प्रियजनों को इस जैविक-कृषि के समूचे प्रोडक्टों के बारे में बताकर अपने तरफ भी इसके प्रचार-प्रसार हेतु बल दिया।

जिला मंत्री ने अपने प्रियजनों से कहा कि कृषि कार्य में नई-नई वैज्ञानिक पद्धति अपनाएं,प्रत्येक किसान अच्छी खेती कर जीवन को खुशहाल बनाएं।अन्त में डायरेक्टर सिंह ने वहाँ उपस्थित सभी लोगों को एक-दो जैविक-कृषि प्रोडक्ट नि:शुल्क प्रदान करते हुए इसका प्रचार-प्रसार चहुँ ओर करने को कहा।इस जैविक-कृषि परिचर्चा के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी पं० रामशिरोमणि तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव और जन आंदोलन : विधायक

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज । कुपोषण पुरी दुनिया की समस्या है जहाँ अल्प पोषण से उम्र के हिसाब से व्यक्ति का वजन, लम्बाई प्रभावित होती है वहीं अति पोषण से मोटापा, अधिक वजन और आहार से संबंधित गैर संचारी रोग होने की संभवना रहती है इसीलिए हमारा आहार संतुलित होना चाहिए।

उक्त बातें फाफामऊ के विधायक गुरू प्रसाद मौर्य ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के केन्द्रीय संचार ब्यूरो द्वारा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित 7वें राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आज बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान मोहरब, श्रृंगवेरपुर प्रयागराज के सभागार में आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव बन गया है और जन आंदोलन का रूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। महीने भर चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य कुपोषण से निपटने के प्रयासों में और तेजी लाना तथा देश भर में समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा फीता काट कर और दीप प्रज्ज्वलित कर मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी आंगनबाड़ी, मुख्य सेविका ,सीडीपीओ, चिकित्साधिकारी व अन्य लोगों द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर कर पोषण के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के द्वारा 5 गर्भवती महिलाओं का गोदभराई और 5 बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी कौडिहार डॉ0 अनुराग तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी अभियान के रूप में विकसित हो रहा है। इस अभियान के माध्यम से देश भर में बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को सुपोषित करने के लगातार प्रयास किये जा रहे है। बाल विकास परियोजना अधिकारी कौडिहार सुरेन्द्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय पोषण माह के एनीमिया, वृद्धि निगरानी, 7 माह से बच्चें को मां के दूध के साथ ऊपरी आहार, पोषण भी-पढ़ाई भी, एक पेड़ मां के नाम, बेहतर प्रशासन के लिए प्रोधोगिकी आदि विषयों पर विस्तृत रूप से डाला।

बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान के निदेशक डॉ0 वी0के0 द्विवेदी ने जागरूकता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि देश की धरती पर पैदा होने वाले मोटे आनाज श्रीअन्न की आज पूरी दुनिया में मांग हो रही है। उन्होंने महिलाओ को सम्बोधित करते हुए कहा की बेटियों के खानपान और शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम व प्रश्नोत्तरी का संचालन ब्यूरो के कार्यक्रम प्रभारी राम मूरत विश्वकर्मा ने किया।

कार्यक्रम के दौरान भाषण, निबन्ध, रंगोली, पोस्टर पेंटिंग व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित कर कुल 20 विजयी प्रतिभागियों को विधायक द्वारा प्रमाण पत्र व पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया गया। विभाग के पंजीकृत हरविन्द यादव लोकगीत पार्टी एवं जादूगर योगेन्द्र द्वारा मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ0 सुषमा यादव की निगरानी में स्वास्थ्य कैम्प तथा सीडीपीओ की निगरानी में आईसीडीएस का स्टाल लगाया गया। कार्यक्रम में ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार सहायक बालमुकुन्द सिंह, आईसीडीएस के अमित कुमार शर्मा, अरूण कुमार जायसवाल, मुख्य सेविका शोभा देवी, पूजा, गायत्री शुक्ला, मीनाक्षी, कुसुम और राकेट लर्निंग संस्था की प्रतिनिधि शुभांगी शुक्ला, उमेश चन्द्र द्विवेदी ब्लाक स्काउट मास्टर, संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ0 हिमांशु द्विवेदी, डॉ0 विपिन साहू, डॉ0 श्रवण कुमार, डॉ0 अंकित शुक्ला, डॉ0 एस0एस0 यादव, वरिष्ठ पत्रकार शिवाशंकर पाण्डेय सहित बड़ी संख्या आंगनबाडी उपस्थित रहीं।

शिक्षा को चहारदीवारी से निकालकर आंगनबाड़ी तक पहुंचाएं : राज्यपाल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। शिक्षा को चहारदीवारी से बाहर निकाल कर आंगनबाड़ी तक पहुंचाना आज के युग की आवश्यकता है। महिलाओं को शिक्षित किया जाना इस देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अनिवार्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प तभी पूरा होगा जब महिलाएं शिक्षित होंगी।

उक्त विचार बुधवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति के साथ-साथ बच्चों को भी विकास की धारा से जोड़ना अति आवश्यक है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी बच्चों के बाल मनोविज्ञान को समझने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ-साथ विश्वविद्यालय में भी प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की आवश्यकता है। राज्यपाल ने शिक्षा को रोजगार एवं कौशल से जोड़ने की सलाह दी और सभी विद्यार्थियों को इंटर्नशिप द्वारा इंडस्ट्री से जुड़ने का महत्व बताया। भारत सरकार द्वारा तैयार की गई इस प्रकार की योजनाओं का भी उन्होंने संदर्भ रखा।

उन्होंने कहा कि कारागारों को भी अध्ययन केंद्र बनाया जाना चाहिए और ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए। राज्यपाल ने उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि को निर्देश दिया कि विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने का प्रयास किया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय अपने 12 क्षेत्रीय केन्द्रों के लिए प्रवेश का लक्ष्य निर्धारित करें और अध्ययन केदो को भी छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहा कि वह महीने भर बाद उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कार्यों की समीक्षा करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि देश के विकास के लिए हमारा पारिवारिक ढांचा मजबूत होना चाहिए।

दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, बोधगया के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था भारतीय सांस्कृतिक मूल्य और भारतीय जीवन दृष्टि के अनुरूप होनी चाहिए तभी हम एक समावेशी भारत को मूर्त रूप दे सकेंगे। उन्होंने शिक्षार्थियों से कहा कि वह अपने जीवन में नैतिकता व मानवीय मूल्य का समावेश करते हुए जीवन को व्यवहारिक रूप प्रदान करें। उन्होंने कहा कि शोध के उन्नयन एवं विकास हेतु अधिक से अधिक शोध परियोजनाओं को चलाने के लिए शिक्षकों को आगे आना होगा। इसके साथ ही स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप शोध हेतु प्राथमिकता वाले क्षेत्र तय करने होंगे। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि आज जरूरत है आध्यात्म को विज्ञान से, परमार्थ को व्यवहार से, परम्परा को आधुनिकता से जोड़ते हुए वैयक्तिक, सामाजिक एवं वैश्विक जीवन में समरसता स्थापित की जाए।

उन्होंने आगे कहा कि 24 करोड़ से अधिक की इस विशाल जनसंख्या वाले राज्य में आॅनलाइन और दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक भारतीय ज्ञान परम्परा की पहुंच बनाई जा सकती है। प्रदेश वासियों को रोजगार परक एवं कौशल युक्त शिक्षा को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से सर्व सुलभ बनाने के लिए मुक्त विश्वविद्यालय की सराहना की।

समारोह के विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ योगेंद्र कुमार उपाध्याय ने कहा कि शिक्षा किसी भी जागरूक समाज का आधार स्तंभ होती है। यह एक ऐसी आधारशिला है जिस पर एक प्रगतिशील लोकतांत्रिक समाज खड़ा होता है। हमारे शिक्षण संस्थान युवाओं में मातृभूमि से प्रेम, सभी के लिए दया, महिलाओं का सम्मान, जीवन में ईमानदारी, आचरण में आत्म संयम तथा अनुशासन के बुनियादी मूल्यों का समावेश करने में प्रमुख भूमिका का निर्वाह करते हैं, जिससे एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सके।

विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए युवा शक्ति को आगे आना होगा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि अपने लिए एक योग्य लक्ष्य निर्धारित करें और इसको साकार करने के लिए तकनीकी ज्ञान और समर्पित परिश्रम का उपयोग करें। शिक्षा बराबरी सुनिश्चित करने का एक सशक्त माध्यम है और इसके द्वारा समाज में समानता, समरसता और सामाजिक आर्थिक रूप से गतिशीलता हासिल की जा सकती है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु यह मुक्त विश्वविद्यालय नवीनतम प्रयोग कर रहा है।

दीक्षान्त समारोह में सत्र दिसम्बर 2023 तथा जून 2024 की परीक्षा के सापेक्ष उत्तीर्ण 31,940 शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। इस अवसर पर राज्यपाल ने समारोह में कुलाधिपति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, आजमगढ़ की छात्रा आरती यादव को प्रदान किया। विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक इस बार स्नातकोत्तर वर्ग में विद्या शाखाओं के 7 टापर्स को दिए गए। उन्होंने 11 मेधावी शिक्षार्थियों को दानदाता स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। राज्यपाल के निर्देश पर विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य, स्वच्छता, पोषण आहार एवं कार्यकत्रियों की उपस्थिति मानदंड आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की गई और प्रतियोगिता के विजेताओं को कुलाधिपति द्वारा पुरस्कृत किया गया। दीक्षान्त समारोह के अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्रों को विश्वविद्यालय की तरफ से श्रीमती पटेल द्वारा किट भेंट किये गये। इसके साथ ही राजभवन की तरफ से मुक्त विश्वविद्यालय के समीपवर्ती प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों के लिए राज्यपाल ने सौ पुस्तकें प्रदान की।

विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य सत्यकाम ने राज्यपाल एवं अन्य सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यक्रमों एवं विश्वविद्यालय की प्रगति के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय के एकलव्य मोबाइल एप लॉन्च किया तथा गंगा परिसर में स्थित बैंक आॅफ बड़ौदा के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। दीक्षांत समारोह का संचालन प्रोफेसर पी के पांडेय ने किया। इस अवसर पर पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ नरेंद्र कुमार सिंह गौर, न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल, रज्जू भैया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार सिंह, विधायक गुरु प्रसाद मौर्य, प्रोफेसर पीके साहू पूर्व कुलपति इविवि, मनोज गौतम कमांडेंट आर ए एफ आदि उपस्थित रहे।